मेरी बिगडेल जिद्दी बहन complete

Post Reply
User avatar
rangila
Super member
Posts: 5698
Joined: 17 Aug 2015 16:50

Re: मेरी बिगडेल जिद्दी बहन

Post by rangila »

सुबह फिर से वही रोज वाला प्रोग्राम शुरू हो गया और हम लोग अब फिर से भाई बहन वाली ज़िंदगी जीने लगे लेकिन मिली मेरे अंदर सेक्स की ज्वाला भड़का चुकी थी और अब मैं सेक्स मे इंट्रेस्ट लेने लगा था दोस्तो के साथ पॉर्न फिल्म देखने लगा था और राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर चुदाई की स्टोरी भी पढ़ने लगा था अब मेरे दिल मे चुदाई करने की इच्छा बढ़ती जा रही थी लेकिन चुदाई किसके साथ करूँ ये प्राब्लम थी जिसका हल भी मैने जल्द ही ढूँढ लिया कॉलेज की बहुत सी लड़किया मुझ पर फिदा थी मैने उन्ही मे से किसी एक को पटा कर चोदने का प्लान बनाया लेकिन उसमे भी अड़ंगा ये था कि मैं पहले ही सबको बता चुका था कि मिली मेरी गर्लफ्रेंड है फिर मैने सोचा कि जिस वजह से मैने उसे अपनी गर्लफ्रेंड बताया था वो प्राब्लम तो सोल्व हो चुकी थी अब क्या फ़र्क पड़ता है इस लिए मैने एक लड़की जिसका नाम रीना था उसे पटाने की सोची क्योंकि वो एकदम मस्त माल थी और ढेरो लड़को को बदल चुकी थी उसके बारे मे मेरे दोस्त कहते थे कि वो अपने कई बाय्फ्रेंड से चुदवा भी चुकी है इसलिए वो मेरे बहुत काम की थी मुझे उसे चोदने के लिए राज़ी करने मे कोई मेहनत नही करनी थी और अपने प्लान के हिसाब से मैं उसके साथ अपनी नज़दीकिया बढ़ाने लगा ऐसा करते हुए कोई 15 दिन हो चुके थे मेरी और मिली की घर पर ज़्यादा बात नही होती थी और कॉलेज मे तो हम साथ होते ही नही थे धीरे धीरे मैं रीना के बहुत करीब आचुका था कई बार उसे किस कर चुका था और एक दो बार तो उसके बूब्स भी दबा चुका था लेकिन मेरी किस्मत पर मिली नाम का ग्रहण लगा हुआ था जो मुझे चुदाई के सुख से दूर रखे हुए था

हुआ यूँ कि मेरे और रीना के चक्कर के बारे मे मिली को पता चल गया कुछ लड़कियो ने उसे बता दिया था कि उसका बॉय फ्रेंड किसी और लड़की से नैन मटक्का कर रहा है जिस दिन उसे ये पता चला उस दिन मैं कॉलेज नही गया था और घर पर बैठा राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर सेक्स स्टोरी पढ़ते हुए मूठ मार रहा था और सोच रहा था कि रीना को कहाँ ले जाकर चोदु दोपहर के 3.30 बज रहे थे और मैं अभी मूठ मार कर फारिग हुआ ही था कि डोर बेल की आवाज़ ने मेरे कान खड़े कर दिए और मैं जल्दी मे नेट से हिस्टरी भी नही हटा पाया और जल्दी जल्दी सब ठीक कर के गेट खोल दिया सामने मिली खड़ी थी और मुझे घूर रही थी मैं समझ नही पाया कि वो मुझे क्यों घूर रही है और मैं पलट कर अंदर आ गया मिली भी गेट बंद कर के मेरे पीछे पीछे अंदर आ गई और रूम मे चली गई मैं भी हॉल मे बैठ कर टीवी देखने लगा


10 मिनिट बाद मिली चेंज कर के हॉल मे आई और मेरे साइड वाली कुर्सी पर बैठ गई उसने टीवी का साउंड कम कर दिया और मुझे घूरते हुए बोली "ये रीना वाला क्या चक्कर है"

"तुझे उससे क्या मतलब वो मेरी गर्लफ्रेंड है" मैं बोला

"लेकिन पूरा कॉलेज जानता है कि तुम्हारी गर्लफ्रेंड मैं हूँ"

"लेकिन हम तो जानते है ना कि हम भाई बहन है और गर्लफ्रेंड बाय्फ्रेंड तो बदलते ही रहते है"

"लेकिन यदि वो लड़का तुम्हे रीना के साथ देखकर मुझे फिर तंग करने लगा तो"

"मैं उसे फिर से ठीक कर दूँगा"

"तब तुम कारण क्या बताओगे कि मैं तुम्हारी बहन हूँ, लेकिन अब तुम ये भी नही बोल पाओगे क्योंकि गर्लफ्रेंड बहन कैसे हो सकती है"

ये बात तो मिली सच कह रही थी मैं अब उसे अपनी बहन नही बता सकता था थोड़ी देर तक मैने सोचा और बोला "तू चिंता मत कर जैसे इस बार तू मेरी गर्लफ्रेंड बनी थी अगली बार मेरे किसी दोस्त की बन जाएगी दोस्त को मैं समझा दूँगा"


"लेकिन तुम रीना का पीछा छोड़ क्यों नही देते मेरी दोस्त मुझे बता रही थी कि वो अच्छी लड़की नही है और बहुत चालू है" मिली परेशान होते हुए बोली

"वो बहुत चालू है इसीलिए तो मैने उससे दोस्ती की है" मैं बोल तो गया लेकिन मुझे ये अहसास नही था कि इसके बाद मैं मिली के अगले सवाल का क्या जवाब दूँगा

"क्या मतलब उसके चालू होने से तुम्हे क्या हासिल होगा" मिली हैरानी से बोली

अब मुझसे जवाब देते नही बन रहा था इसलिए मैने बात घुमाने की कोशिश की और उठते हुए बोला "तू नही समझेगी, अब मैं ज़रा एक काम से अपने एक दोस्त के पास जा रहा हूँ तू घर का ध्यान रखना वैसे भी थोड़ी देर मे पापा मम्मी आजाएँगे मैं दो घंटे बाद वापस आ जाउन्गा"

इससे पहले कि मिली और कुछ बोलती मैं उठा और अपनी बाइक की चाबी उठा कर घर से बाहर निकल गया....

मैं घर से बाहर आ गया था लेकिन मुझे पता था कि उधर मिली बहुत हैरत मे होगी मेरे इस तरह से घर से बाहर आने से
मैं वैसे भी अभी उससे ज़्यादा बाते नही करता था और फिर उसे ये बताना कि सिर्फ़ चुदाई करने के लिए मैं रीना को पटा रहा हूँ मुझे अच्छा नही लगा था

लेकिन मुझे पता था कि मुझे वापस घर जाना ही पड़ेगा और फिर बाद मे मिली के सवालो का जवाब देना ही पड़ेगा लेकिन इस वक्त मे मैं मिली को क्या जवाब दूं ये सोचना चाहता था मेरी बाइक शहर की सड़को पर यू ही घूम रही थी आख़िर रात के 8 बज गये लेकिन मुझे कुछ नही सूझा और मैने वापस लौटने की सोची क्योंकि खाने का वक्त हो चुका था और रात मे सभी लोग साथ ही खाना खाते थे जैसे तैसे मैं घर पहुचा सभी लोग खाने पर मेरा इंतज़ार कर ही रहे थे शायद मिली ने बता दिया होगा कि मैं कहाँ गया हू इसलिए मुझसे किसी ने कोई सवाल नही पूछा और सभी लोग खाना खाने लगे मैने गौर किया कि मेरे आने के बाद से ही मिली मुझे कुछ अजीब सी नज़रो से देख रही थी और उसके चेहरे पर एक शरारती मुस्कान खेल रही थी
User avatar
VKG
Novice User
Posts: 245
Joined: 19 Jun 2017 21:39

Re: मेरी बिगडेल जिद्दी बहन

Post by VKG »

मस्त अप्डेट
@V@
User avatar
shubhs
Novice User
Posts: 1541
Joined: 19 Feb 2016 06:23

Re: मेरी बिगडेल जिद्दी बहन

Post by shubhs »

कुछ अच्छा होगा
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
User avatar
Kamini
Novice User
Posts: 2112
Joined: 12 Jan 2017 13:15

Re: मेरी बिगडेल जिद्दी बहन

Post by Kamini »

Superb
User avatar
Rohit Kapoor
Pro Member
Posts: 2821
Joined: 16 Mar 2015 19:16

Re: मेरी बिगडेल जिद्दी बहन

Post by Rohit Kapoor »

वाकई काबिल-ए-तारीफ

अगली कड़ी की प्रतीक्षा में . .
Post Reply