मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचरcomplete

Post Reply
User avatar
007
Platinum Member
Posts: 5355
Joined: 14 Oct 2014 17:28

Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by 007 »

nice update
कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी

(¨`·.·´¨) Always

`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &

(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !

`·.¸.·´
-- 007

>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>
User avatar
jay
Super member
Posts: 9108
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by jay »

बहुत बढ़िया जा रहे हो दोस्त

अगले अपडेट का इंतज़ार रहेगा
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
User avatar
pongapandit
Novice User
Posts: 971
Joined: 26 Jul 2017 16:08

Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

007 wrote: 18 Nov 2017 18:38nice update
jay wrote: 19 Nov 2017 09:18 बहुत बढ़िया जा रहे हो दोस्त

अगले अपडेट का इंतज़ार रहेगा
Dolly sharma wrote: 19 Nov 2017 13:59 superb story
thanks all
User avatar
pongapandit
Novice User
Posts: 971
Joined: 26 Jul 2017 16:08

Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

भाई ने स्माइल देकर कहा- “मैं जानता हूँ…”

कुछ दिन बाद अकरम ने अपनी रांड़ को काल किया। सेक्स तो गजब का था लेकिन मजा नहीं आया। अब इससे क्या उम्मीद कर सकते हैम। मोम ने सही कहा था, इस एस्कार्ट के काम में एक ही चीज से मूड अच्छा नहीं रहता, वो ये की मर्द हमने नहीं चुना होता है।

मैंने कहा- “मैं सोचती हूँ कि इसमें पसंद करने का विकल्प होता तो?”

मोम ने मेरी आँखों देखते हुए, स्माइल के साथ कहा- “मैं ऐसा कर चुकी हूँ, याद है?”

मैं- “हाँ… राखी मुझे याद है…” और मोम को हँसी आ गई।

भाई के आफिस जाने के बाद मैंने मोम को बताया की भाई आजकल कुछ ज्यादा ही बिजी है, हमने काफी दिनों से सेक्स नहीं किया है।

मोम ने न्यूसपेपर साइड में रखकर कहा- “ह्म्म… यू नो वाट? आई नीड रियल हाट सेक्स, क्योंकी लास्ट नाइट वाज आ जोक…” मोम को अकरम ने काल किया था।

मैंने मोम को वो रात याद दिलाई जब मोम मुझे अपने एक जानने वाले हंक दोस्त और उसके दोस्त के पास ले गई थी। मोम ने झट से अपने फक दोस्त तुषार को काल किया। उसका दोस्त अनुराग नहीं आ सकता था। फिर बाद में मोम ने कहा की वो एक और बंदे का प्रबंध कर लेगी।

मैंने कहा- “यू अरे द बेस्ट मोम, हू केयर्स हर डर्टी स्लट डाटर…”

इसके बाद मोम बोली- “वी आर द बेस्ट स्लट मदर - स्लट डाटर…”

रात को मोम ने भाई को कहा की अभी ही पैकिंग कर लो, अर्ली मार्निंग की फ्लाइट है ना…” भाई को कहने के बाद मोम ने मुझे आँख मारी।

अगली सुबह हमने एक्सर्साइज नहीं की। भाई को किस करके हमने गुडबाइ किया। उसके जाने के बाद हम दोनों तैयार होने के लिए साथ में बाथरूम में घुस गई। एक घंटे बाद डोरबेल बजी और दरवाजे पे सिर्फ तुषार खड़ा था। मैंने उसको अंदर इन्वाइट किया।

उसके अंदर आते ही मोम ने उसकी बाँहो में झूलकर उसको किस किया- “वाउ… यू लुक ग्रेट, आंड यू टू निशा…” मुझे तो एक पल तो पता नहीं चला, फिर याद आया की, आई एम निशा, राखी’स सिस्टर।

उसको काउच पे बिटाया और हम ड्रिंक्स करने लगे। कुछ देर बात मुझे उसका चेहरा कहने लगा की हम किस बात का इंतेजार कर रहे हैं?

मैंने अपनी स्कर्ट दिखाकर कहा- “डोन्ट वरी, एक से हमारा काम नहीं चलता…”

उसके चेहरा पे स्माइल आ गई।

आधा घंटा हो जाने के बाद हमें लगा की दूसरा बंदा नहीं आएगा। मोम म्यूजिक को और थोड़ा तेज करके वापस आई फिर दोनों तुषार पे शुरू हो गये। 10 मिनट बाद डोरबेल बाजी तो मोम और मैं रुक गई। उस वक़्त हम तीनों नंगे थे और हम तुषार को ब्लो-जोब दे रही थी। दूसरे बंदे ने तो कैन्सल कर दिया था तो जान पहचान का ही कोई आया होगा।

मोम ने मुझे और तुषार को अपने बेडरूम में भेज दिया और मोम ने ड्रेस पहनकर खुद को सही किया और देखने गई की कौन था वो?

मैं और तुषार मोम के बेडरूम में नंगे थे, उसने कहा- “राखी बाहर हैंडल कर लेगी तब तक तुम यहां इसको हैंडल करो…” और उसने मुझे अपने लण्ड पे झुका दिया।

मैं भी यही सोच रही थी। 10 मिनट बाद मैंने तुषार ने सुना- “सब ठीक है?” मैंने उठकर देखा की मोम थी और वो सब ठीक है का इशारा करके वापस चली गई।

तुषार- “तुम्हें लगता है की हमें राखी का इंतेजार करना चाहिये?”

मैं सोचते हुए बोली- “नहीं उसकी जरूरत नहीं पड़ेगी, जो भी होगा उसको मो… मेरी सिस जल्दी ही निपटा लेगी। और उसके बाद तुम दोनों कर लेना। लेकिन ध्यान रखना, हमें आवाज नहीं करनी है…”

फिर तुषार ने मुझे लिटा दिया और होंठों, गर्दन, चूचियां सब जगह चूमते हुए नीचे बढ़ने लगा। मैं, अपनी चूचियां दबाए, अपनी चूत में उसकी जीभ की मस्ती से मस्त होने लगी। मैंने उसकी आँखों में देखते हुए फीलिंग दी की उसकी चूत चाटने की स्टाइल का जवाब नहीं। जीभ और उंगली, दो उंगली 3–4 उंगलियों से उसने मुझे झड़वाया। फिर वो मेरे ऊपर आकर मुझे किस करने लगा।

मुझे मेरे वहां पे वो टच हो रहा था। गर्दन पे किस करते हुए मुझे उसने मेरी घंटी बजा दी और मुझसे रहा नहीं गया। मैंने धीरे से कहा- “ओह्ह… माई लवर, फक मी प्लीज़्ज़… आई वांट यू इनसाइड मी…” मैं उसके जोरदार शाट से फिर से झड़ गई।

मैं उठी और लण्ड को पकड़े उसपे लगा अपनी चूत के जूस का टेस्ट लेने लगी। फिर मुझे खयाल आया की मोम अभी तक नहीं आई। मैंने तुषार को कहा- “जस्ट आ सेकेंड…” और बेडरूम के दरवाजे को थोड़ा सा खोलकर मैंने हाल में देखा पर वहां ना तो मोम थी ना ही कोई और। मुझे लगा की जो भी आया है उससे मोम शायद घर के बाहर ही बात कर रही होंगी।

मैं वापस तुषार के खड़े लण्ड पे बैठ गई। मैंने सोचा की वो लोग तो बाहर हैं, और हाल में म्यूजिक चल रहा है, तो थोड़ी बहुत आवाजें हम भी कर सकते हैं। तुषार ने मुझे पहले तो धीरे-धीरे फिर तेज-तेज जंगली रफ सेक्स किया।

उसने मेरा मेकप कब का बिगाड़ दिया था, लेकिन बदले में मेरे चेहरा पे अपना हाट वीर्य गिराकर वापस मेकप कर दिया। जो थोड़ा सा वीर्य उसके लण्ड में था उसको पूरा निकाल के पी गई। पर मैंने अपने चेहरे से वीर्य साफ नहीं किया। मोम का बेडरूम हमारे स्टीमी सेक्स की स्मेल से भरा था। ड्रिंक करने के लिए हम रूम से बाहर आ गये। मैंने तुषार को ग्लास दिया और म्यूजिक को धीरे किया, तभी मुझे पता चला की इतनी देर मोम कहां थी।

तुषार- “मुझे लगा ही था की तुम्हारा गेस्ट जो लेट हो गया था, आखिर आ ही गया…”

मैं- “मैं सोचती हूँ कि तुम सही थे…”

15-20 मिनट बाद मोम नीचे आई और उनके पीछे एक लड़का था जो गुड लुकिंग था। दोनों ने कपड़े पहन लिए थे। जबकी यहाँ हम नंगे थे और दिखने में ऐसे थे जिससे पता चल रहा था की हमने भी कोई कम गुल नहीं खिलाए थे।

मोम मेरे पास आकर बैठ गई और वो लड़का मुझे देखे जा रहा था। कुछ देर बैठने के बाद वो चला गया और उसके जाने के बाद मैंने पूछना चाहा। लेकिन मोम मुझे इग्नोर करके तुषार से बात करने लगी और मैं चुप ही रही बाकी टाइम।

तुषार के भी जाने के बाद मोम ने मुझे देखा और पूछा- “हाँ… अब बोल?”

मैं- “आप बोलो, प्लान क्या था और आपने क्या किया? बस यूँ चली ही गई…” मैंने नाराजगी से कहा।

मोम ने साँस छोड़ते हुए कहा- “जब मैंने उसको लेट आते देखा तो मुझे गुस्सा आ गया और सोचा की उसको वापस जाने का बोल दूं। फिर मैं उसको तेरे रूम में ले गई ताकी पहले बात कर लूं…”

मैं- “आपने बात नहीं की थी पहले?”

मोम- “अरे यार, तुझे भी तो देखना चाहिए की तुझे वो ठीक लग रहा है या नहीं? फिर शुरू करते। ऐसे ही तेरे सामने ले आती और फिर बाद में मुझे बोलती। तभी तो इंतेजार कर रहे थे उसके आने का ताकी तू देख ले पहले…”

मैंने सारी वाली टोन में कहा- “ओके तो फिर? फिर क्या हुआ?”

मोम- “हाँ… मैं तुझे बुलाने आई तो तू लगी हुई थी, मैंने सोचा चलो ठीक है, तू इसके साथ मैं उसके साथ…”

मैंने उठकर मोम के लिए ड्रिंक बनाई और पूछा- वो बंदा कैसा था?

मोम ने कहा- “ज्यादा देर दौड़ने वाला घोड़ा था, पर रेस के लिए कच्चा है…”

मैंने स्माइल के साथ पूछा- “क्यों मजा नहीं आया?”

मोम- “हाँ…” टाइप वाली स्माइल देकर सिप लेकर बोली- “तेरे क्या हाल हैं?” पर मोम को जवाब देने की जरूरत नहीं पड़ी।

मैंने कहा- “तुषार को रोक लेते फिर, अच्छा अभी उसको काल करो और उसको बुला लो…”

मोम ने पहले कहा की रहने देते हैं। लेकिन मैंने कहा की उसको सिर्फ आपके लिए बुला रहे हैं, आपको अपनी जरूरत पूरी करनी चाहिए। उसके बाद मोम ने काल लगाया।

तुषार ने कहा की अभी तो वो नहीं आ सकता है लेकिन वो 10:00 बजे तक ही बिजी रहेगा। रात को 11:30 बजे तुषार को मैंने दरवाजे पे खड़ा पाया। मैंने अभी दिन के जैसे स्लटी ड्रेस नहीं पहनी थी।

उसने मुश्कुराते हुए कहा- “फिर से तुम, लगता है मुझ पे फिदा हो गई हो…”

मैंने उसको किस किया और कहा- “फिदा सिर्फ मैं ही नहीं हुई हूँ…” मैंने दरवाजे को और खोला- “कम इन…”

तभी मेरा फोन बज उठा, नेहा का काल था। मैंने तुषार को मोम के रूम की तरफ इशारा करते हुए कहा- “राखी बाथरूम में है…” और वो अंदर चला गया।

और मैं दरवाजा बंद करके बाहर ही खड़ी रहकर नेहा से बात करने लगी। नेहा के बायफ्रेंड ने ब्रेकप कर लिया था, उसका मूड आफ था और मुझे पता था की उसको जल्दी ही दूसरा मिल जाएगा। फिर उसने कहा की कामया की भी अपने बायफ्रेंड से फाइट हुई थी वहां पे।

मैं पूछने वाली थी की वहां पे ऐसा क्या हो गया? लेकिन उसी टाइम मैंने देखा की बाहर कैब रुकी और फिर भाई उसमें से निकला। ओह्ह गोड।

मैंने नेहा को कहा- “नेहा तू टेन्शन ना ले और अपना ध्यान रखना। ओके बाइ (कट)…”

मैं- “हाय भाई…” कहकर मैंने भाई को हग किया।

भाई मुझे किस करके अंदर चला गया। मैं उसके पीछे गई और मुख्य दरवाजा बंद किया। जल्दी से भाई के पीछे गई- “कैसा रही तेरी पुणे ट्रिप? तू जल्दी आ गया घूम घुमा के?”

भाई ने कहा- “अरे कुछ नहीं बस… ये क्या? एक मिनट…” भाई मोम के बेडरूम की तरफ जाने लगा।

मैंने उसका हाथ पकड़कर रोक दिया- “अरे कहां जा रहा है?”

भाई उड़े होश में मुझे देखकर बोला- “मोम अंदर…”
Post Reply