मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचरcomplete

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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

डिनर के टाइम मोम भी बाथ लेकर आई थी और उन्होंने फुल स्लीव टाप पहना हुआ था ग्रे कलर का और उसमें ब्रा-लेश मोम के निपल पोक करते दिख रहे थे। और मैंने लूज टीशर्ट पहना हुआ था।
लेकीन हम दोनों सेक्सी औरतों के साथ भाई नॉर्मल था। थोड़ा सा खाना खा लेने के बाद मोम उठी तो भाई बोला- “बस इतना ही?”
मोम ने कहा- “मुझे और मोना को पार्टी में जाना है…”
भाई ने स्माइल के साथ कहा- “वहाँ पे खाने को नहीं मिलगा क्या?”
तो मोम ने किचेन की तरफ जाते हुए कहा- “खाना तो देर रात को होगा, अभी कुछ हल्का खाकर जाना ठीक रहेगा…”
पर भाई का ध्यान मोम की गाण्ड पे था जो मोम के शॉर्ट्स में एरोटिक लग रही थी। फिर मैं भी उठ गई। उसके बाद हम अपने-अपने रूम में गई तैयार होने, और भाई टीवी पे मूवी देखने बैठ गया। मैं तैयार होकर मोम के रूम की तरफ जा रही थी तभी भाई ने पीछे मुड़कर सीटी मारी- “वाउ…”

मैं स्माइल के साथ घूमी और पिछाड़ी भाई की तरफ की, मैंने ब्लैक कलर की स्पगेटी बैकलेश ड्रेस पहनी थी।
भाई- “दिन आपकी गाण्ड तो बिना टच किए महसूस हो रही है, अंदर भी कुछ पहना है कि नहीं?”
मैं जवाब देती की मोम अपने रूम से निकली और कहा- “इस ड्रेस में सिर्फ़ पैंटी ही पहन सकते हैं, हाउ आई लुक?”
भाई- “व्हाट दा फककककककककककक …”
मोम सुपर-हाट लग रही थी। मोम ने सही कहा कि सामने से खुली ड्रेस में बदन पर सिर्फ़ पैंटी ही पहन सकते हैं, जब डीप ‘वी’ कट से चुचियाँ और क्लीवेज़ पूरा खोलकर दिखाना हो।
भाई- “मोम आप ये पहन कर कहां जा रही हो?”
मोम ने एक भौं को उठाते हुए कहा- “पार्टी में… और कहां जाएँगे इस तरह तैयार होकर?”
भाई को समझ में नहीं आ रहा था की अपनी माँ को स्लटी ड्रेस में बाहर जाने से कैसे रोके? उसने हड़बड़ाते हुए कहा- “लेकिन … लेकिन लुक अट दीज?”
मोम- “हाँ… सही जगह देख रहे हो बच्च , डोन्ट वरी, कोई भी इनको टच नहीं करने वाला है…” मोम ने इतनी बड़ी बात आसानी से कह दी जैसे नॉर्मल हो।
भाई- “व्हाट? आई मीन। व्हाट डू यू मीन ‘टच’? लोग घूर - घूर के देखेंगे आपको…”
मैंने स्माइल के साथ कहा- “लाइक यू ? है ना भाई?”
भाई ने मुझे आँख दिखाया की मैं चुप रहूँ ।
मोम- “आदी, उस दिन तूने कहा था की तुझे कोई प्राब्लम नहीं है मेरी ड्रेसिंग से?”
भाई- “लेकिन मोम ये कुछ ज्यादा ही है, आपके। आपकी…”
“चुचियाँ ?” मोम ने शब्द सुझाया।
भाई- “हाँ… खुलकर दिख रहे हैं…” भाई ने अपनी बात पूरी की।
मोम- “ओके, मैं चेंज करके आती हूँ । किसी ने ये तक नहीं कहा की मैं इसमें अच्छी दिखती हूँ या बुरी? तुमको तो बस…” और मोम अपने रूम में जाने लगी।

भाई ने मुझे देखा तो मैंने सिर हिला दिया जैसे की उसने मूड खराब कर दिया हो।
तब भाई ने कहा- “मोम…”
और मोम मुड़कर भाई को देखने लगी।
तब भाई ने आगे कहा- “आप ब्यूटीफुल लग रही हो…” फिर ऊपर से नीचे देखकर कहा- “मोर दैन ब्यूटीफुल …”
मोम ने उतरे मूड से थैंक्स कहा।
भाई बोला- “मैं बस ये कहना चाहता था की आपको देखकर पार्टी में कोई नशे में आप पर अटैक नहीं कर दे। बदतमीजी ना करे कोई…”
मोम- “अगर मैं कहूँ की नहाँ हम जा रहे हैं, वहाँ पे सभ्य, और क्लासी लोग ही होंगे, तो?”
भाई- “तो फिर आप इस ड्रेस में जा सकती हो, मुझे कोई प्राब्लम नहीं है…”
मोम ने आँखे सिकोड़कर परखने वाली नज़रों से देखते हुए कहा- “और अगर मैंने सी- थ्रू ड्रेस पहनी होती तो?”
भाई ने स्माइल करते हुए कहा- “आप आखिर करना क्या चाहती हो?”
मोम- “ये देखना चाहती हूँ की मेरा बेटा मुझे कितनी फ्रीडम देता है?”
भाई ने अपने सिर पे हाथ फेरते हुए कहा- “फ्रीडम? आप क्या नंगी घूमना चाहती हो?”
अब रूम में मूड टेन्षन की जगह मज़ाक करने का हो गया।
मोम- “हाँ… शायद एक दिन मैं ये भी ट्राई करूं?”
भाई- “और उस टाइम आप शायद भूल गई होंगी की आप जवान बेटे की माँ हो?”
मोम- “वही जवान बेटा जो मेरी ड्रेस में सिर्फ़ मेरी चुचियों को ही देख सकता है?”
भाई ने हँसते हुए कहा- “उसको क्या कुछ नहीं देखने को मिलता?”
मोम की भौंहें उठ गई- “तू क्या-क्या देखता है?”
भाई- “उदाहरण के लिये, अभी इस ड्रेस में कोई लड़का क्या नोटिस करेगा? दि आप ही बताओ?”
मैं- “अच्छा मैं भी यही खड़ी हूँ क्या? मुझे लगा की कोई टीवी प्रोग्राम चल रहा है…”

मोम और भाई हँसने लगे। फिर भाई ने वापस इशारा किया।
मैंने कहा- “मोम को पता है, मोम क्या सभी औरतें को पता होता है की लड़के क्या नोटिस करते हैं?”
मोम- “लेकिन मोना, यहां पे मेरा बेटा अपनी मोम को नोटिस कर रहा है…”
मैं- “लेकिन मोम लड़के, लड़के ही होते है। इस लल्लू को तो शरम आनी चाहिए…” मैंने हँसते हुए कहा।
मोम- “नो । मेरा आदी मुझे उस तरह नहीं देखता, है ना आदी?” मोम ने भाई के गाल पे किस कर दिया और भाई का हाथ मोम की कमर पे से नीचे आ गया।
भाई ने मुझे स्माइल के साथ कहा- “और नहीं तो क्या, शी’स माई मोम…”
मैंने इशारा करते हुए कहा- “आंड दैट इस योर मोम’स आस…”
मोम- “कम ऑन मोना, आदी तो मज़ाक कर रहा है…” लेकिन मोम शरमाने लगी। फिर भाई से अलग हो गई, और भाई से कहा- “हम लेट हो जाएँगे आने में, आबियस्ली। ओके बाइ…”
मैं मोम की कमर में हाथ डालकर बोली- “लेटस हैव फन …”
भाई- “यस्स लाट्स ऑफ …”
मोम ने शरारती स्टाइल में भाई से पूछा - “कितना?”
भाई- “बस ज्यादा मत पीना…”
मोम- “तुझे मेरे पीने से कोई प्राब्लम तो नहीं?” मोम ने भाई को आँख मारते हुए पूछा ।
भाई- “जोप। आपको जो करना है वो करो, चाहो तो लड़खड़ाते हुए आना…” भाई ने मज़ाक में कहा।
मैं- “अब तो हम लड़खड़ाते हुए ही आएंगे…” फिर हमने भाई को बाइ किया और चले हम पीने और लड़खड़ा जाने वाली हालत करने को।
मोम- “कम ऑन। आदी को कोई प्राब्लम नहीं…”
मोम को ड्राइव करते टाइम मैंने उनको पूछा की कौन से क्लब चल रहे हैं? तो उन्होंने कहा की हम क्लब नहीं जा रहे हैं, पर जब उन्होंने पूछा - “तुझे नकली नाम रखना हो तो क्या रखेगी?”
मैं- “मुझे समझ में नहीं आया की नकली नाम से क्या मतलब है आपका?”

मोम ने कहा- “हम मजे करने रहे हैं मेरी जान। मैं इस ड्रेस में क्लब थोड़े ना जाउन्गी, कोई सच में मेरी चुचियों पे अटैक कर देगा तो?”
मैं- “तो हम जा कहां पे रहे हैं?”
मोम- “मैंने हमारे लिए दो लड़कों का प्रबंध किया है, लाइक हुक-अप। तुम जानती हो ना?”
मैं- “नो रिलेशनशिप, नो स्ट्रिंग अटैचड? वही ना…”
मोम- “हाँ…” मोम ने आगे कहा- “वैसे मैंने मॉर्निंग में मेरे लिए प्रोग्राम सेट किया था, मैंने बताया था ना की मेरा एक प्रोग्राम है पहले से? तो यही था। तुषार नाम है उसका। फिर तूने क्लब जाने का बोला तो मैंने सोचा की तुझे भी साथ लेकर चलती हूँ …”
मैं- “दूसरे लड़के को आप बिल्कुल नहीं जानती?”
मोम- “नहीं, तुषार को मैंने कहा की कोई उसके जैसा और रिलायबल बंदा होना चाहिए। देखते हैं कैसा है वो? तो तुझे कोई नकली नामे रखना पड़ेगा आज रात के लिये…”
जब हम पहुँचे एक टाल हंक ने दरवाना खोला- “हेलो राखी। कम इन…”
मोम- “हाय तुषार गुड टु सी यू अगेन, दिस इस माई लिटिल सिस्टर निशा; और निशा- ये तुषार है…”
“हाय…” मैंने अंदर आते हुए और कुछ शरमाते हुए कहा और तुषार को हग किया।
तुषार 6’ फुट से कुछ ज्यादा लंबा होगा, उसके एक कान में बाली थी और हल्की दाढ़ी से वो और भी ज्यादा चार्मिन्ग लग रहा था। सफेद शर्ट की फिटिंग में उसका चौड़ा सीना और उसकी मजबूत बाँहे शानदार थीं। मोम ने भी क्या बंदा छुपा के रखा हुआ था। ज़रूर वो मोम की सारी हवस बाहर निकाल देता होगा। मुझे रोमांचक महसूस हो रहा था की मोम ने उसको उसी के जैसा बंदा मेरे लिए अरेंज करने को बोला था। ओह्हह… गोड।
तुषार अंदर ले जाते हुए मोम से बात करने लगा की वो और उसका दोस्त ये पहले भी कर चुके हैं और फिर भी अगर चाहो तो इंटरव्यू ले सकते हैं। मैं उनके पीछे चलने लगी, उसका घर लग्ज़री स्टफ से भरा हुआ था, हम बैकयार्ड में गये नहाँ पूल था और वहाँ हमारी मुलाकात उसके दोस्त अनुराग से हुई।
उसने पीले कलर की शर्ट पहनी हुई थी और ब्लैक पैंट। मोम ने तुषार को अपने जैसा बंदा लाने को कहा था तो शायद तुषार अपने जुड़वाँ भाई को ले आया। नहीं, वो ना ही जुड़वाँ थे और ना ही भाई। लेकिन चेहरा और बाडी में एक जैसे ही थे। अब हमें देखना था की दोनों कितने स्मार्ट और अच्छे बिहेवयर वाले हैं। हम पूल के पास टेबल पे बैठे और ड्रिंक्स के साथ बातें करने लगे। अनुराग से हमने वेल, मोस्टली मोम ने बातें की, शायद 15 मिनट तक। और फिर हम दोनों अनुराग को लेकर संतुष्ट हो गये।

फिर मोम और मैं टेबल के पास लाउन्ज चेयर की तरफ गई और मोम ने अनुराग को साथ ले लिया, लगता है मोम पूरी तरह उसको टेस्ट करना चाहती हैं। इसका मतलब कि मुझे तुषार मिल गया। मैं लाउन्ज में बैठी और तुषार मेरे पास बैठ गया और उसने किस से शुरू किया। किसिंग धीरे-धीरे बढ़ी और वो मुझे लिटाकर प्यार से मेरे सेन्स्टिव अंगों को छेड़ने लगा।
उसके बाद वो मुझे और डीप किस करने लगा और मैं उसके नशे से भरने लगी। किसिंग और उसकी मजबूत बाहों में एसी फीलिंग थी की ऐसा लग रहा था की मुझे कुछ करने की ज़रूरत ही नहीं है, मैं उसकी रानी हूँ और वो मेरी खिदमत कर रहा था। फिर उसने मुझे उठाकर अपनी गोद में बिठा दिया और मैं उसकी शर्ट खोलने लगी और मेरी ड्रेस सरक के नीचे हुई और मैंने पीछे हाथ लेजाकर ब्रा भी खोल दी।
उसने मेरी चुचियाँ अंगूठे से रगड़ के चुचियों को भरते हुए एक साथ ला दिया और फिर फीलिंग के साथ दबा के एक टिट को शरारत से चाटने लगा।
मैं उसकी आँखों में देख रही थी। आँखों ही आँखों में एक इशारा हुआ और उसने मुझे किस किया, पर हमने बिना आँखे बंद किए किस किया। इससे केमिस्ट्री बैठने लगी और हम और खुलने लगे। हमने तेज़ी दिखाई और एक पल में हम नंगे हो गये।
वो समझ गया की मुझे अभी के अभी उसको अपने अंदर लेना है। मैं लाउन्ज पे लेटी और फिर मैंने उसका लण्ड पहली बार देखा। वो बहुत ही खूब स रत था, शानदार था और शैतान था। आई वांट टु टच दैट डेपवल, लिक हिम आर टेक डीप इंटउ माई नॉट। लेकिन अभी मुझे वो मेरी चूत में चाहिए था।
तुषार ने कहा- “तुम तो बरस रही हो…”
मैंने कहा- “मेरी चूत तो तुमको देखने के बाद से ही गीली है…”
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

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जब उसने अपना सांड़ मेरी चूत में डाला तो वो अंदर जाते ही ऊधम मचाने लग गया। मैं सिसकारियाँ लेते हुए उसकी हाट सेक्सी मस्क्युलर बाडी को देख रही थी।
मैंने कहा- “फक मी हार्डर लाइक फकिंग बिच, फक माई डर्टी लिटिल पुस्सी, मेक इट बिग्गर, फक इट हार्डर…”
उसने मेरे पैर ऊपर कर लिए और मुझे पे चढ़ गया।
क्या चोदा फिर उसने क्या कहूँ ? बस निहाल हो गई। फिर मैं भी उसकी हरामज़ादी चुप ना बैठी, मेरी रण्डी चूत मेरे मुँह से ना जाने क्या-क्या बुलवाने लगी- “फक… हेल एस्स…”
इतनी देर बाद मुझे मोम की मोजूदगी का एहसास हुआ की मैं तो भूल ही गई थी उन दोनों के बारे में। मोम डागी स्टाइल में अनुराग की धमाकेदार स्पीड से मरी जा रही थी। उसने मोम को गर्दन और कमर से फकड़कर रखा हुआ था की ये कुतिया चूत के फटने के डरकर भाग ना जाए। दो हट्टे कट्टे इंसॉफ चुदक्कड़ माँ बेटी की चीखें निकाल देने वाली ठुकाई कर रहे थे।

मोम- “एस एस दैट फकिंग चूत एस्स फॅक्क आह्हह… आह्हह… आह्हह… आह्हह…”
मैं- “ओह्हह… यू बिग बाय योर बिग काक नील्स सो गुड इन माइ लिटिल कंट…”
मोम- “प्लीज़्ज़… फक मोर… मोर आऽऽ लशट…”
मैं- “माई होर कंट वांटस डीप डीप इनसाइड मी एआह्हह… राइट देयर या… या… उन्ह… उन्ह… ऊऊओ फॅक्क मी… ओह्हह गोड… योर बिग फकिंग डिक टियरिंग माई लिटिल चूत आह्हह…”
जब हम दोनों अपनी चूत से पानी निकाल चुकी थी तब हम चारों अंदर गये। अब बेडरूम तक कौन जाए, मैं और मोम उनके खड़े गर्म लन्डों को पकड़कर सामने काउच की तरफ ले गईं। मैं कापेट पे घुटनों के बल बैठ गई और तुषार मेरे सामने।
अनुराग काउच पे लेटा और मोम उसके लण्ड पे बैठ गईं। फिर उसने मोम की गाण्ड पकड़कर अपने लण्ड पे मोम की चूत घिसने लगा।
तुषार ने मेरा सिर पकड़कर मेरे गले से चोकिंग आवाज़ पैदा करनी शुरू की। उसने मुझे घूमने को कहा और मैं घूमी फिर तुषार ने मुझे पीछे झुकाया और फिर लण्ड मेरे मुँह में डाला। इस तरह मेरा मुँह चोदने लगा। वो बहुत डीप में जा रहा था और उसकी बाल्स मेरी नाक से लग रही थीं।
रूम में मेरी चोकिंग और मोम की गाण्ड की फट-फट की आवाज़ के साथ मोनिंग भी मूड को और हाट बना रही थी। फिर हमने पोज़ीशन चेंज करने के लिए मोम और अनुराग को रोका। मोम और मैं कमर के बल लेटी 69 हो गई। तुषार और अनुराग हमारे पीछे लेटे और हमारी टांगे ऊपर करके चोदने लगे।
मोम और मैं एक दूसरे की चूत को नज़दीक से चुदते हुए देख सकते थे, और फिर हमने एकदूसरे की क्लिट को चाटना शुरू कर दिया। हमारे मर्द कुछ आपस में बोल रहे थे और हँसते हुए शाट मार रहे थे। पर मुझे मोम की ठुकाई के शोर की वजह से कुछ भी सुनाई नहीं दिया।
मोम ने मेरी क्लिट को जोर से चुसते हुये जीभ से मसला की मेरी चूत पानी निकालने को तैयार होने लगी। मैंने भी मोम की क्लिट को मुँह से दबोच लिया। अब मुझे भी मेरी टांगों के बीच से मोम की चीख सुनाई देने लगी। हम दोनों आह्हह… उन्न्ह… की घुटी हुई आवाज़ों से झड़ने लगी।
अनुराग के लण्ड को मोम की चूत से निकाल के मैंने अपने मुँह में ले लिए, मोम के जूस ने उसका टेस्ट बढ़ाया था, या फिर वो था ही एरोटिकली स्वीट। अनुराग ने मोम को कहा- “निशा कितनी भूखी है लण्ड की…”
मोम ने कहा- “चलो तुम दोनों निशा की गाण्ड और चूत एक साथ मारो…”
अनुराग मुझे काउच की तरफ ले गया और खुद बैठाता। मैं जब उसके लण्ड पे बैठी तो उसने कहा- “योर चूत इस सो वेट, यू वांटेड मी आल दिस टाइम?”

मैंने कहा- “असल में आई वांट डू यू इन माई गाण्ड, लेकिन यू फक माई चूत फर्स्ट…”
जब मैं उसके लण्ड पे उछल रही थी तो मोम की चूत तुषार के मुँह में थी। मेरी चूत अनुराग के लण्ड से खुश हो जाने के बाद मेरी गाण्ड भी उसके लण्ड को परखना चाहती थी की वो उसकी कितनी बना सकता है।
अनुराग- “इट्स सो टाइट…”
मैं- “हाँ मेरी गाण्ड का छेद बहुत छोटा है, प्लीज़्ज़… मेक इट बिग्गर ओह्हह… य रियली बिग ओउ…” फिर धीरे-धीरे और रिलेक्स होकर उसने मेरी गाण्ड में अपना लण्ड डाला और फिर धीरे-धीरे मैं अपनी कमर मटकाने लगी और लण्ड को गाण्ड में घुमाने लगी।
अनुराग- “या बेबी फक माई डिक, मूव योर गाण्ड लाइक जस्ट्रपर, ओह्हह… युवर सो हाट…”
मैं- “यू लाइक दैट हाँ?”
अनुराग- “या आई लोव योर बिग बट…” हम किस करते हुए आराम से चुदाई करने लगे।
लेकिन दूसरी ओर मोम किसी पॉर्न-स्टार की तरह लग रही थी। अब लगने लगा की दोनों और टिके नहीं रह सकते इसलिए अब तुषार मेरे ऊपर झुक के मेरी चूत चोदने लगा और मोम सोफे के ऊपर चढ़कर मेरे चेहरे के पास बैठ गई। मेरे दोनों छेद दो बड़े-बड़े लण्ड झेल रहे थे और मैं पैशिेटली मोम की क्लिट चाट रही थी। मोम हाई होने लगी।
उस पतली सी चमड़ी के दोनों और दो लण्ड पिस्टन की तरह मुझे घिस रहे थे। मैं अपना होश खाने लगी, इतनी बेरहमी से वो मेरी बना रहे थे। मुझे कुछ खयाल नहीं रहा, मैं कहा हूँ ? क्या हो रहा है? कुछ पता नहीं था। मुझे बस अपनी चूत और गाण्ड में कुछ घुसता और निकलता महसूस हो रहा था।
मोम मेरे गाल पे थपथपा के होश में लाई- “बेचारी की हालत तो देखो, सबसे ज्यादा मजे इसी को आ रहे हैं…” मोम ने कहा और सब हँसने लगे।
मैं स्माइल के साथ सोचने लगी की क्या सच में मैं एक पल के लिए बेहोश हो गई थी। मुझे फिर सब कुछ महसूस होने लगा और मैंने अपने होंठों पे मोम की चूत देखी तो मैंने उसको चाटना चालू किया।
मोम झुक कर तुषार को किस कर रही थी। फिर मोम अनुराग को किस करने लगी। पर वो दोनों लगातार मेरी मारे जा रहे थे। रूम में सबसे ज्यादा मेरी ही आवाज़ें सुनाई दे रही थी।
मोम हटकर अनुराग के चेहरे पे ऊपर आ गई। मोम तड़प के झड़ गई।
और फिर अनुराग ने कहा- “मैं झड़ने वाला हूँ …”
मैंने कहा- “तुम मेरी गाण्ड में भर दो…”

उसके बाद तुषार भी बोला दिया- “मैं झड़ने वाला हूँ …”
तब मोम ने कहा- “तुम भी निशा की चूत में अपना माल भर दो…”
वो दोनों जब ‘आह्हह’ करते हुए मेरे दोनों फक होल में खाली होने लगे तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। मैं पहले से ही दो लण्ड से भरी हुई थी और अब मुझे वो गर्म वीर्य अपने अंदर महसूस हो रहा था- “ओह्हह गोड… ओह्हह गोड… फक… दिस इस अमेजिंग। आई लव यू बोथ आज य गाइस…”
15 मिनट हम यहां वहां लेटे रहे, सबके चेहरा पे स्माइल थी क्योंकी इतने मिदार सेक्स और मस्त कर देने वाले ओर्गज्म से सकून मिल गया था।
तुषार ने कहा- “चलो पूल में जाकर रिलेक्स करते हैं…”
पर मुझसे तो खड़ा भी नहीं हुआ ना रहा था तो अनुराग ने मुझे उठा लिया। इसपर मैं शरारत से हँसने लगी।
उसको देखकर तुषार ने भी मोम को उठा लिया- “चलो दोनों को पूल में फेंकते है…”
“नहीं नहीं नहीं आअह्हह…”
“छपाक्…” फिर दो और छपाक् की जोरदार आवाज़ से वो दोनों भी कूद गये। हमने मजे करते हुए आराम किया और हूँ सी मज़ाक करने लगे।
तुषार ने मोम को कहा- “पानी के अंदर आप कितनी देर ब्लो-जोब कर सकती हैं?”
मोम ने 30 सेकंड तक करके दिखाया। लेकिन मैं 20 सेकंड ही कर पाई और फिर मोम ने इस चेलेंज को 1:27 मिनट करके तुषार को चेलेंज किया कि वो कितनी देर तक मोम की चूत को चूस सकता है? वो 40 सेकंड तक करके बाहर निकला फिर अनुराग को बोला। अनुराग ने मेरी चूत 25 सेकंड तक चूसी लेकिन जब बाहर निकला तो खाँसते हुए बेहाल हो गया।
स्ट्रांग, हम्म्म… उसकी बाहों में यूँ पानी में रिलेक्स करना कितना अद्भुत था।
मोम भी आँखे बंद की तुषार की बाहों में थीं। मुझे अनुराग के शील्ड जैसे स्ट्रांग सीने पर प्यार आ रहा था, मैं उसको सहलाने लगी और चूमने लगी। हमारी किसिंग के बाद मोम मुझे देख रही थी। मैं तैरती हुई मोम के पास गई और उनको किस करने लगी। तुषार और अनुराग दोनों दिलकश मुश्कान के साथ हम माँ बेटी का लेस्बियन रूप देख रहे थे।
जब हम उन दोनों के पास आए तो पता चला की वो कितने हाट थे। मैंने और मोम ने मिलकर दोनों लण्डों को पानी के अंदर सहलाते हुए एक दूसरे को किस करने लगे।


फिर मैंने कहा- “अब राखी की बारी है डबल मज़ा लेने की…:”
उन दोनों ने मोम का सैंडबिच बना दिया। मुझे अपनी चूत के लिए पूल से बाहर निकलना पड़ा। मैं किनारे पे अपने पैर फैलाकर बैठ गई और मोम- “फक आह्हह… आआ एयेए…” करती हुई मेरी चूत चूसने लगी।
पूल में मोम को उठाकर चोदना थोड़ा मुश्किल था उन दोनों के लिए। इसलिए हम वापस घर में चले आए और तौलिया से खुद को पोंछकर हम बेडरूम में गये।
ये दूसरा राउंड था, इसका मतलब पहले से ज्यादा मज़ा। इतना कि मैं बता नहीं सकती। संछेप में पहले मोम की चूत और गाण्ड मारने के बाद मैंने अपनी गाण्ड और चूत की दूसरी बार जब पूजा करवाई तो उन दोनों पंडितों ने ऐसे मंत्र पढ़े की देवी खुश क्या… देवी की हालत खराब हो गई। छोटी देवी मर ना जाएं और बड़ी देवी रूठ ना जाएं, तो उन पंडितों ने और जम के मेहनत से बड़ी देवी को खुश कर दिया।
बारी-बारी से तुषार और अनुराग ने मेरी और मोम को डबल पेनेट्रेशिन सेक्स से बेहाल कर दिया। दूसरे राउंड में मेरी दूसरी बार डी॰पी॰ मैं बहुत थक गई और मेरा बदन तो गजब का दिन करने लगा, इसलिए मैं लेटकर मोम की तीसरी बार डी॰पी॰ देखने लगी।
गाण्ड-चूत फाड़ चुदाई में मोम की आँखे ऊपर हो गई और एक पल बाद नॉर्मल हो गईं। लेकिन ये सिर्फ़ एक बार और मोम के साथ नहीं हुआ। काफ़ी देर मोम की चुदाई देखकर, भले ही मेरी बाडी की खड़े होने की हालत नहीं थी, लेकिन मैं आखिरी बार चुदना चाहती थी।
मुझे तुषार ने पीछे से और अनुराग ने आगे से चोदा और मेरे लास्ट लेकिन सबसे बिग ओर्गज्म के बाद उन दोनों ने मोम को पकड़ा।
तब मोम ने कहा- “लेट्स फिनिश दिस ब्वायस…”
पिछली बार की ही तरह, लेकिन इस बार मोम को उन दोनों ने अपने वीर्य से भर दिया।
कुछ देर बाद मैंने मोम से पूछा - “रात यहीं सो जाते हैं…”
मोम ने कहा- “कल ओफिस जल्दी जाना है। वैसे भी अभी 11:30 ही बजे हैं…” हमने आराम नहीं किया, अगर करते तो नींद आ जाती और नींद आती तो मॉर्निंग में उठना मुश्किल हो जाता। हम किसी तरह से कपड़े पहन कर कार में बैठे।
मोम ने हाइवे तक का रास्ता बताया फिर बाकी मैं ड्राइव करते हुए हमें घर ले आई। हम लड़खड़ाते हुए अंदर आये, जैसा की हमने जाने से पहले भाई को कहा था की हम लड़खड़ाते हुए ही आएंगे। मोम के रूम में हम गये तब मैंने भाई के सीढ़ियों से नीचे आने की आवाज़ सुनी। मैंने दरवाना बंद कर दिया ताकी वो हमें यूँ ना देखे और सवाल पूछने लग जाए। मैंने मोम की ड्रेस उतारी और फिर खुद की भी और फिर मैं उनके पास लेट गई।
मोम ने धीरे से कहा- “आज कितना मज़ा आया ना, मैंने कभी तुझे फेंट होते नहीं देखा…”

मैं- “और मैंने आपको…” और फिर हम सो गये।
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jay
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by jay »

super hot story bro
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

jay wrote: 11 Nov 2017 19:04super hot story bro
thanks bhai
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Smoothdad
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by Smoothdad »

बहुत जबर और मजेदार जा रही है कहानी।

अगली कड़ी उत्सुकता से की प्रतीक्षा में . . .
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