मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचरcomplete

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rajsharma
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by rajsharma »

शानदार जानदार अपडेट है दोस्त
Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- raj sharma
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Kamini
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by Kamini »

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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

शगुफ्ता उसको एक बेडरूम में लेकर गई और हम 5 लड़कियां हाल में बैठे स्नैक्स के साथ टीवी देख रही थीं, जो शगुफ्ता ऑन करके गई थी।

20 मिनट बाद भी शगुफ्ता वापस नहीं आई और हम सब इस वजह से थोड़ी बहुत सेक्सुअली अराउज हो गई थीं। पायल और आकांक्षा को सबसे ज्यादा मस्ती स झ रही थी और उन दोनों ने नेहा और कामया को भी शामिल कर लिया।

फिर हमें किसी के आने नी आवाज़ आई, अंदर से नहीं बाहर से। हमने जल्दी से अपने कपड़े और बाल ठीक किए। वो बाहर से आने वाली आवाज़ें दो आदमियों की थी। उन्होंने दरवाजा खोला और अंदर आ गये।

पायल डर के बोली- “कौन है?”

तो वो दोनों चुप हो गये फिर वो हाल में आए, वो दोनों भी हैरान थे। वो दोनों करीब 26-28 साल के होंगे, दोनों की मस्क्युलर बाडी और हल्की दाढ़ी थी।

उनमें से एक ने पूछा - “आप लोग कौन हैं, और यहां क्या कर रही हो?”

दूसरे वाले ने दाँत दिखाते हुए कहा- “आप लोग कोई गैंग-वैंग तो नहीं हो?”

फिर हमें राहत मिली ये जानकर की वो सौरव के बड़े भाई थे। लेकिन उनके होश उड़ गये जब उनको पता चला की हम सौरव के साथ आए हैं, और हमारी एक दोस्त उसके साथ बेडरूम में है। उन दोनों को बिलीव नहीं हुआ और एक दूसरे को देखकर बोले- “ऐसा हो ही नहीं सकता…”

फिर वो हमसे बातें करने लगे। गैंग वाली बात करने वाला विष्णु था और एल्डर ब्रदर था, दूसरे का नाम था नवीन। नवीन थोड़ा कम बोलता था पर विष्णु फ्लर्टी था और पायल तो ज्यादा ही खी-खी करने लगी। विष्णु, कामया में ज्यादा इंटेरेस्ट ले रहा था।

कामया का भी मूड अब सही लग रहा था। आकांक्षा ने उसको आँख मारी, तो कामया उठी और विष्णु का हाथ पकड़कर दूसरे बेडरूम में ले गई। हम लड़कियां अपनी हँसी रोके हुए थे, और कामया नुदकती हुई उसको ले गई।

अब नवीन थोड़ा घबरा रहा था, क्या उसको भी कोई लड़की ले जाएगी, या फिर उसको भी फ्लर्ट करना पड़ेगा? अगर कहे भी तो क्या कहे और किससे कहे? यहां तो 4-4 हाट और सेक्सी लड़कियां उसके सामने बैठी थीं।

नेहा ने सीधा उससे पूछ डाला- “चलो तुम्हारे बेडरूम में चलते हैं”

नवीन बोला- “हमारे दो ही बेडरूम है…”

पायल, जो उसके पास ही बैठी थी, ने कहा- “डोन्ट वरी, नेहा को बेडरूम की ज़रूरत नहीं पड़ती, चल नेहा, कम ऑन…”

नेहा ने उसकी शर्ट खोलते हुए किस किया, फिर बेल्ट को। नवीन बार-बार हम सबको देख रहा था जैसे उसका बलात्कार होने वाला हो। नेहा ने अपनी चुचियाँ खोल दी और नवीन उनको ऐसे देख रहा था की अब इनका क्या करना है?

नाउ रियली, अब हमें लगने लगा की भले ही उसने मस्क्युलर बाडी बना ली हो, मे बी उसको पता हो की सेक्स कैसे करते हैं? लेकिन वो नेचुरल नहीं था और कभी किसी लड़की की बाडी टच नहीं किया था।

नेहा रुक गई और पीछे होकर अपनी चुचियाँ हाथों से ढक कर उसने कहा- “सारी, इफ़ यू डोन्ट वांट टु डू दिस, इट्स ओके…”

नवीन जल्दी से बोला- “नो नो, उम्म… आई वांट टु डू दिस, रियली…” और उसने खुद को नंगा कर लिया और जींस साइड में फेंक दी।

अभी दो मिनट भी नहीं हुए थे नेहा को उसका लण्ड चुसते की वो नेहा के मुँह में और चेहरे पे झड़ गया। नवीन अब पुराना हो गया था।

उसी टाइम शगुफ्ता और सौरव आए और उन्होंने हैरानी से नंगे हुए नवीन को हमें पूरे कपड़ों में लड़कियों के सामने देखा। नवीन ने जल्दी से अपना लण्ड छुपा लिया, हमसे नहीं, अपने छोटे भाई सौरव की वजह से।

सौरव नवीन को हँसते हुए देख रहा था और नवीन उसको गुस्से से।

उसी टाइम कामया भी वापस चली आई और उसके पीछे विष्णु उसको मनाता हुआ आया।

हम समझ गये। फिर हम सभी वहां से चल के कार में बैठ गईं। शगुफ्ता का मूड नेहा और कामया से अच्छा था। सौरव अपने भाई से बिल्कुल अपोजिट निकला। शगुफ्ता ने कामया और नेहा से कहा- “अगर मूड है तो सौरव को भी अपने साथ ले चलते हैं?”

दोनों ने मना कर दिया और कामया ने कार स्टार्ट कर दी।

शगुफ्ता बोली- “रुक, मैं उसको तेरे लिए बुला रही हूँ ” ये बोलकर वो कार से उतर गई।

वो सौरव को ले तो आई थी पर प्राब्लम ये थी की करेंगे कहां? हम लड़कियां अपनी पार्टी कामया के गेस्ट हाउस में करते हैं, और अगर एक लड़का हो तो उसके घर पे, लेकिन अभी ना तो उसके पास गेस्टहाउस की चाभियाँ थीं और अभी कामया की मोम भी ओफिस से आ गई होंगी, सिर्फ़ उसके ही नहीं बाकी लड़कियां के भी पैरेंटस घर पे होंगे।

हमने एक डार्क लेकिन सेफ लगने वाली गली में कार साइड में लगा दी थी। हम 4 लड़कियां कार के बाहर स्मोकिंग कर रहे थे और कार में चुदाई चल रही थी, कामया नेहा मिलकर सौरव की इज़्ज़त लूट रही थीं। सौरव ने कभी अपनी लाइफ में नहीं सोचा होगा की एक दिन ऐसा भी आएगा। सौरव किसी सीट की तरह था, कामया उसके लण्ड पे और नेहा उसके मुँह पे बैठी थी। अंदर ज्यादा हीट होने की वजह से प्राब्लम हो रही थी।

कामया हट के अगली सीट पे आ गई और सौरव नेहा को लिटाकर उसकी चूत मारने लगा।

कामया ने कहा- “यार यहां सफ़ोकेसन हो रहा है, किसी के भी यहां नहीं चल सकते क्या?”

मैं- “मोम से फाइट नहीं हुई होती तो मेरे यहां चल सकते थे…”

कामया ने धीरे से कहा ताकी मैं ही सुन पाऊूँ- “पर तूने बोला था ना की आज सब ठीक हो गया है?”

मेरा मूड लास्ट डे अच्छा नहीं था तो कामया के पूछने पे मैंने उसको थोड़ा झूठ बोला था की भाई और मोम ने मुझे मास्टरबेशन के बाद नंगी देख लिया था।

मैं- “हाँ… मॉर्निंग में मोम का मूड ठीक था, पर अगर वो फिर से मेरे साथ-साथ तुम सबको देख लेंगे तो? फालतू में टेन्षन कौन ले यार इस लड़के के लिए?”

कामया- “तेरे बेडरूम में कर लेंगे…”

मैंने अपनी सिगरेट फेंकते हुए कहा- “और इस चूतिए को छोड़ने कौन जाएगा?”

ये सुनकर सौरव रुक गया।

नेहा बोली- “रुक क्यों गया, चोद ना साले…”

सौरव हमको अनदेखा करके वापस काम पे लग गया।

कामया ने नेहा को कहा- “अब हट ना बहुत चुदा लिया…”

नेहा हट गई और सौरव कामया की मारने लगा।

नेहा कार से नंगी बाहर निकलकर स्ट्रेचिग करने लगी- “आ बाडी पूरी अकड़ गई…” फिर वो जींस और टाप पहन कर पायल और आकांक्षा को पूछने लगी- “तुम लोग किस बात पे हँस रही हो?”

आकांक्षा बोली- “नेहा तेरी हाइट हम सबसे कम है और तू वहाँ अकड़ गई?”

नेहा ने हम सबसे लम्बी आकांक्षा को चेलेंज किया- “की वो कार में सेक्स कर ही नहीं सकती, जगह ही नहीं बचेगी…”

आकांक्षा ने कहा- “मुझको इतनी गर्मी में, वो भी कार के अंदर घुटकर नहीं मरना…” फिर वो दोनों हाइट को लेकर बातें करने लग गई।

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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »


कामया भी झड़ जाने के बाद चुदना बंद करके कपड़े पहन कर बाहर आ गई।

सौरव का अभी भी खड़ा था। आकांक्षा और पायल ने मज़ा कर दिया और शगुफ्ता तो पहले ही उसके साथ ही थी। सौरव ने मुझसे ‘प्लीज़्ज़’ कहा।

मैं भी कार की घुटन में नहीं करना चाहती थी। फिर मैंने सभी लड़कियां को कार में बैठ जाने को कहा और सौरव को बाहर निकलने को। फिर दरवाजा खोलकर रखने को कहा और अपनी जींस और पैंटी घुटने तक उतार दी। सौरव पूरा नंगा था और मैं कार पे झुक के अपनी चूत चुदाने लगी।

पायल और नेहा नजर रखे थी की कोई आ ना जाए। पर सभी मेरी खुले में चुदाई का मज़ा ले रहे थे। असल में सौरव ने नेहा और कामया को ज्यादा देर नहीं चोदा था और इसका फ़ायदा मुझे मिला।

वो 18 साल का पतला पर चूत फाड़ चुदक्कड़ मशीन था। तभी शगुफ्ता उससे चुदा लेने के बाद भी अपनी दोस्तों के लिए उसे बुला लाई थी। मैं एक बार झड़ जाने के बाद मेनरोड पे ही उसका लण्ड चूसने लगी। वो हाट और डेलीशियस था, जिसपे मेरी चूत का भी स्वाद आ रहा था। फिर मैं खड़ी हुई।

आकांक्षा ने कहा- “चाभी…”

पर मुझे सही सुनाई नहीं दिया फिर वो मुझे किस करने लगी। फिर शगुफ्ता भी बाहर आ गई और मेरी क्लिट को मसल्ने लगी। मैं अब और हाट होने लगी थी की मेरे कहने पे शगुफ्ता ने मुझे नंगा कर दिया।

अब एक लड़का और एक लड़की पूरी तरह नंगी उस अंधेरी गली में कार के पास सेक्स कर रहे थे, और तीन और लड़कियां लेकिन पूरे कपड़े पहन, चुदने वाली लड़की के पास आ गई थीं। मेरी एक टांग को ऊपर अपने हाथ से पकड़कर उसने मेरी चूत मारी और पायल मेरी चूत में जाते लण्ड पे जीभ घिसने लगी।

मैंने तड़पते हुए पायल को कहा- “तू भी अपनी चूत में ले ले…”

पर पायल ने कहा- “मुझको रोड पे नहीं करना है…”

सौरव और मैं हँस पड़े, क्योंकी खुले में बहुत ही मज़ा आ रहा था। नेहा ने मेरी चीख निकाल दी जब उसने मेरी क्लिट को जम के रगड़ा और चूत से बारिश करवा दी।

तभी अगुफ्ता ने कहा- “अरे ऊपर देखो…”

हम सबने देखा की 3 स्कूल उम्र की लड़कियां एक बालकोनी से हमें देख रही थीं। हमारे हालात को देखते ही दो अंदर भाग गईं, और एक हमें देखती रही। लेकिन जब उसको पता चला की उसकी सिस्टर डरके भाग गई थी वो भी धीमी चीख निकालकर अंदर चली गई।

पायल- “चलो चलते हैं यहां से, वो अपने पैरेंटस को बुला लेंगी…”

तभी सौरव बोला की वो झड़ने वाला है तो मैंने कहा- “जो भी ड्राइवर सीट पे है वो अब तैयार हो जाए…”

कार स्टार्ट कर दी गई। और फिर सौरव मोनिंग करने लगा। मैं झड़ने वाली थी और तड़पती हुई बोली- “डोन्ट स्टाप, डोन्ट स्टाप…” और फिर मेरे पैर काँप गये।

सौरव ने पूछा - “वीर्य चूत में डालूं या मुँह में?”

पायल मेरी चूत के पास ही थी और उसने अपना मुँह खोल दिया। इस सबके बाद सौरव फ्रंट सीट पे बैठा और शगुफ्ता ने मुझे बैक सीट पे खींचकर अंदर ले लिया।

कार में बैठते ही वो लड़कियां अपनी मम्मी को बालकोनी में ले आई- “मम्मी देखो यहीं पे, आओ, अरे डान्स बंद हो गया, मम्मी…” पर उनकी मम्मी चुप ही रही।

कार उस अंधेरी गली से निकलकर मेनरोड की रोशनी में, बाकी कारों में गुम हो गई। हमने सौरव को उसकी गली में ड्रॉप कर दिया। उसको बिना कपड़ों के भेजने में हमने खूब मजे लिए। फिर बेचारे को उसके कपड़े दे दिए ताकी वो घर ना सके।

फिर पायल-आकांक्षा को उनके यहां ड्रॉप किया, फिर नेहा, उसके बाद शगुफ्ता और आखीर में कामया ने मेरे घर के बाहर कार रोकी। 12:00 बजने वाले थे पर मोम की कार नहीं थी। मैंने कामया को कहा की वो मेरे यहां ही रात रुक जाए।

हम बाथटब में बैठकर नहा रही थी। कामया ने नहीं सुना था की हमारे उस अंधेरी गली से निकलते टाइम उन लड़कियां ने क्या कहा था? जब मैंने उसको बताया तो वो हँसते हुए बोली- “उन्होंने हमें स्ट्रीट डांसर्स कैसे समझ लिया?”

मैं- “डोन्ट नो …”

कामया- “हाँ… बच्चे…”

मैं- “पर ऐसा नहीं होना चाहिए था, पायल को बोला था की नजर रखे…”

कामया- “लेकिन ऊपर का नहीं बोला था…”

फिर कामया ने कहा- “तू फालतू में नाटक कर रही थी, यहां आ जाते तो मैं भी पूरे मजे ले पाती और ऐसा होता भी नहीं…”

मैंने कहा- “मेरी तरह ही बाहर खुले में चुदा लेती ना फिर? फिर तू उन लड़कियों को अपना ऑटोग्राफ भी दे सकती थी…”

कामया बोली- “हाहाहा… वेरी फन्नी, तू तो एक पड़ोसी की होर है, तू तो 100 लोगों के सामने भी चुदाने में शरम नहीं करेगी…”

मैं उसको नहीं बता सकती थी की मैं ऐसा कर भी चुकी हूँ । हाँ, पर वो 100 तो नहीं थे। कामया ने सही कहा था, मैं दिन-बा-दिन बेशरम होती जा रही हूँ । बाथ लेने के बाद हम बेड पे नंगी लेट गये और गाने चला दिए। डोरबेल बजी और हमें पता चला की मोम और भाई आ गये हैं, और भाई ने मुझे आवाज़ लगाई।

मैं उठकर शॉर्ट्स और टीशर्ट पहन के उन्हें देखने गई। मोम अपने रूम में चली गई थी और भाई को बहुत भूख लगी हुई थी, और मैंने खाना लगाकर दिया। जब वो शावर लेने गया, फिर मैं कामया से डिनर का पूछने चली गई, क्योंकी मुझे भी भूख लग गई थी।

कामया मेरी क्रोप्ड टीशर्ट और लेगिन्ग्स पहन कर मेरे साथ आ गई। डिनर टेबल पे कामया ने भाई का सीना देखकर पूछा - “क्या वो अब पहले से ज्यादा एक्सरसाइज़ कर रहा है आजकल?”

भाई ने हाँ में जवाब दिया। कामया की कर्वी सेक्सी बाडी की भी तारीफ़ की। और फिर वो बातें करने लगे फिटनेस के बारे में, जॉब के बारे में, फिर लास्ट में एक दूसरे से रिलेशन स्टेटस के बारे में जाना। भाई जल्दी से खाना खत्म कर चुका था। फिर गुडनाइट बोलकर अपने रूम में सोफे चला गया।

अगर मेरी दूसरी दोस्त होती तो वो भाई से फ्लर्ट करने बैठ जाती। हम भी डिनर करके मेरे रूम में गये। तब कामया बोली- “यार अगर मैं आदी के साथ एक्सरसाइज़ करती तो मेरी तो हालत ही खराब हो जाती…”

मैंने अपना टीशर्ट उतार के कहा- “वो तो है…”

कामया ने पूछा - “उसकी सच में कोई गर्लफ्रेंड है क्या?”

मैं- “हाँ… पर वो सीरियस नहीं है, क्यों तुझे भाई को पटाना है?” मैंने उसको छेड़ते हुए कहा।

कामया बेड पे लेटी मुझे नंगी होते देखने लगी- “नहीं, बेस्ट दोस्त के भाई से रिलेशन और फिर ब्रेकप टेन्षन का काम है…” उसकी बात भी सही है। कामया कपड़े पहनी थी और मैं नंगी, और हम बातें करती-करती सो गईं, कामया मुझे किसी बायफ्रेंड के जैसे अपनी बाहों भरे हुए थी।

रात को कामया के फ़ोन की बैटरी लो होने के नॉटीफिकेशन साउंड से मेरी आँख खुली, जब बेड पे कामया नहीं थी, तो मैंने सोचा की वो पानी पीने चली गई होगी या फिर बाथरूम। मैंने करवट ली, मुझे वापस नींद आ गई।

अगली सुबह मैं उठी और मेरी गाण्ड पे पैर पड़ा हुआ था। मैंने मुड़कर देखा, कामया नंगी मेरे पास सो रही थी, जबकि कल डिनर के बाद उसने कपड़े नहीं उतारे थे। मैंने कामया को हटाया और आँख मलते मैं खड़ी हुई और बाथरूम में चली गई। ब्रश करते हुए मुझे उसकी कल वाली बात पे हँसी आ गई- “बेस्ट दोस्त के भाई से रिलेशन और फिर ब्रेकप टेन्षन का काम है…”
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