मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचरcomplete

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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

Ankit wrote: 18 Sep 2017 12:54Superb update
mastram wrote: 20 Sep 2017 13:57 bhai masti ka khajana hai is kahani men
thanks mitro
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

मोम अपने बेटे और बेटी के बीच इन्सेस्ट रिलेशन को जानने पर गुस्सा होने के बजाय उसको महसूस कर रही थी। इससे वो इतनी गर्म हो गई थी की बिना कुछ किए झड़ गई। इस बात से मोम मुझे कुछ कह भी नहीं पा रही थी, और ना ही मुझे अब डाँट सकती थी।
हम दोनों काफी देर अपने-अपने खयालों में कुछ खोई सी सोफे पर नंगी बैठी थी और हमारे बीच अब टेन्शन सा महसूस हो रहा था। इस अनकंफर्टबल सिचुयेशन को दूर करना बहुत ही जरूरी था। इसलिए मैंने मोम के हाथ पर अपना हाथ रख दिया। मोम कुछ बोली नहीं, मैंने सोचा की क्या कहूँ पर कुछ समझ में नहीं आ रहा था। यूँ ही मैंने अपने हाथ में मोम के हाथ को अपने गालों पर लगा दिया, मुझे प्यार का एहसास हो रहा था मैंने अपनी आँखें बंद करके मोम की हथेली के स्पर्श को महसूस किया।

मैं मुड़कर उंका हाथ अपना सिर से हटा दिया और अपने गले में डाल दिया, मैं चुपचाप सी मैं दरवाजे पर हमारे कपड़े देख रही थी, क्या-क्या हुआ था आज? कितना कुछ हो गया, पता नहीं आगे क्या होगा? पर जो भी होगा इतना तो पक्का था लाइफ पहले जैसी बिल्कुल नहीं रहेगी।

पता नहीं मैं कितनी देर खो सी गई थी और काफी टाइम बीत जाने जैसा लगा जब मोम ने मुझे प्यार से गले लगा लिया और मेरे गालों पर किस कर दिया। मैंने मोम की तरफ देखा फिर धीरे से होंठों के पास गई, मोम ने उन्हें भी किस कर दिया, हम अब फिर से किस कर रहे थे, शायद आज सोने से पहले आखिरी बार और धीरे-धीरे गर्म होते जा रहे थे।

मैंने मोम को सोफे पर लिटा दिया, और फिर मैंने मोम की नाभि पर किस किया। फिर उसके बाद मैंने मोम की जांघों को चूमा और धीरे-धीरे किस करते आखीर में गीली, तरबतर पानी छोड़ती, बेचैन करने वाले सेंट से भरी मोम की चूत तक पहुँच गई। फिर चूत में दो उंगली डालकर क्लिट चूसने लगी।

मोम सिसकारी निकालते हुए मेरे सिर पर हाथ फेर रही थी- आह्ह… सस्स्स… ह्म्म…” मेरी जीभ के कारण मोम करवट लेने लगी। पर मैं तो मोम के क्राउच से चिपक ही गई थी। मोम अपनी चूचियां दबा रही थी और खुद ही चिकोटी मार रही थी।

मैंने मोम को तब छोड़ा जब मोम फिर से झड़ गई। अपने होंठों पर जीभ फेरते हुए मैं उठकर बैठ गई, मोम अपने सीने को ऊपर-नीचे करती, सोफे पर लेटी मुझे देख रही थी। मोम का लस्टी चेहरा देखने लायक था।

हमारे बीच क्या बातें हुई थी, कोई फर्क नहीं पड़ा, हम बस एक दूसरे को प्यार करना चाहते थे बस। मुझे मोम के लिए ऐसा महसूस हो रहा थी की मैं उनसे लिपटी रही। सामने भी मोम एक मिरर की तरह थी, जितना प्यार मैं चाहती थी उतना प्यार मोम को भी चाहिए था। उनके चेहरे को देखकर ऐसा लग रहा था की अब तो किसी की जान गई समझो, वो कातिलाना था, लस्ट से भरा, होठों पर रस था पर उनमें प्यास भी थी, आँखों में सभी कुछ था और अब वो पूरी हो गई थी।

मोम ने मुझे किस किया, फिर मोम सोफे से खड़ी हुई, और अपने रूम की तरफ जाने लगी। क्या मोम खुद मजे लेकर मुझे अकेले छोड़कर जा रही थी? हाल से निकलने से पहले मोम ने पीछे मुड़कर देखा और इशारे से पीछे आने को कहा। फिर मोम चली गई।

मोम को अब सेक्स के फुल मूड में देखकर मैं खुश हो गई और मन में बोली- “एस मम्मी, कमिंग कमिंग…” मैं उठकर खड़ी हुई और मोम के बेडरूम की ओर अपनी गाण्ड मटकाते, और दोनों हाथों से चूचियां मसलते हुए गई। मैं मोम के रूम में पहुँची और देखा, मोम वार्डरोब में से कुछ इधर-उधर कर रही थी।

मोम ने इशारे से मुझे सामने बेड पर जाने को कहा, मैं मोम की नंगी गाण्ड के सामने बेड पर बैठ गई, मोम पता नहीं क्या ढूँढ़ रही थी?

मैं- “आप क्या कर रही हो?”

मोम- “अरे मिल नहीं रहा है…”

मैं- “पर क्या ढूँढ़ रहे हो? बताओ तो सही…” मैंने अपनी क्लिट को रगड़ते हुए पूछा।

मोम के जांघों के बीच गाण्ड के अंधेरे में चूत दिखाई दे रही थी। मोम ने कहा- “रुको…” पर कुछ देर बाद भी जो कुछ भी था उनको नहीं मिला तो वो बेड पर मेरे पास बैठ गई।

मैं- “ह्म्म?” मैंने भौंहें ऊपर करते हुये कहा।

मोम- “छोड़ो…” फिर मोम ने मुझसे पूछा- “तुम कोई सेक्स टाय इश्तेमाल करती हो?”

मेरी हँसी छूटत गई “क्याऽऽ…” मोम मुझसे सेक्स टाय्स के बारे में पूछ रही थी, इससे पक्का पता चल गया था की मोम और मैं अब नार्मल माँ बेटी जैसी नहीं रही। मैंने जवाब दिया- “हाँ… मेरे पास है…”

मोम- “मुझे डबल एंडेड डिल्डो नहीं मिल रहा…”

मैं- “वो… डबल एंडेड डिल्डो?” मोम तो सच में कमाल ही कर देती हैं। वैसे मैं सोचने लगी की मोम जब उस डिल्डो से डबल पेनिट्रेट करती होंगी तो कैसी लगती होंगी?

मोम- “तेरे पास है?”

मैं- “नहीं, एक लोंग ग्लास का डिल्डो है, वो चलेगा?”

मोम- “नहीं…”

मैं मोम के बेड पर लटते हुए बोली- “हम 69 में ऐसा कर सकते हैं…”

मोम- “ह्म्म… हाँ ये हो सकता है…” फिर मोम वापस वार्डरोब को खोलकर एक मेकप बाक्स ले आई। फिर मैंने देखा की उसमें एक भी सामान मेकप करने का नहीं था, इसके बजाय उसमें बहुत से सेक्स टाय्स रखे थे।

मैं- “वाउ… आपके पास तो बहुत ही बड़ा खजाना है…” उसमें रेड, पिंक, ब्लैक, ट्रान्स्पेरेंट, अलग-अलग कलर के डिल्डो और वाइब्रेटर्स थे, रब्बर के, ग्लास के और प्लास्टिक के।
मैं- “इतने सारे? कब से कलेक्ट कर रही हो?”

मोम- “काफी टाइम हो गया है, याद नहीं…”

मैंने एक जेल्ली वाला डिल्डो उठाया जो 10” इंच का ब्लू कलर का था और हाथ में लेते ही वो डोलने लगा- “अरे शांत हो जा…” मोम ने मुझे देखा और हम हँस पड़े।

फिर मोम ने दो ब्लैक कलर के डिल्डो निकाले जो 9” और 11” इंच के थे और मोटे लण्ड की बिल्कुल कापी थे, किसी अफ़्रीकन के जैसे। मैंने ब्लू डिल्डो वापस रख दिया, मोम ने 11” इंच डिल्डो मुझे दिया और फिर मैं पीठ के बल लेट गई। फिर मोम मेरे ऊपर चढ़कर 69 पोजीशन में आ गई। हमने पहले एक दूसरे की चूत को गीला किया और फिर।

मैं- “आह्ह…”

मोम- “सस्स्स…”

धीरे-धीरे चूत की खातिरदारी करनी शुरू हुई, और फिर स्पीड जैसे-जैसे बढ़ती गई वैसे-वैसे रूम में दो चुदक्कड़ माँ बेटी की चुदाई की आवाजें तेज होती गई।

मैं- “आह्ह… आह्ह… आह्ह… सस्स्स… आह्ह…”

मोम- “एम्म्म… मेरी चूत आह्ह…”

मैं- “और जोर से करूं?”

मोम- “ले अह्ह… मार गई आह्ह… आह्ह… आह्ह… आह्ह…” मोम ने स्पीड बढ़ाई तो मैंने भी ताकत से मोम की चूत को मोटे डिल्डो से किसी चाकू की तरह पकड़कर मारना चालू किया।

मोम- “ऊउउउ… एम्म… फक मी, फक मी…”

फिर मुझे चूत को मारने की सजा भी मिली, मोम ने मेरी गाण्ड के छेद में उंगली करनी शुरू कर दी, मैं सिसकी- “आह्ह… शिट…”

मोम- गुड गर्ल अह्ह… फक माई पुस्सी- ओह्ह… फुक्क लाइक दिस हाँ… आह्ह… हाँ हाँ गुड गर्ल, लेट मी टेक केयर योर पुस्सी… आऽ आऽ मर गई आऽ और जोर से… हाँ चोदो चोदो चोदो आह्ह… मेरी जान ये ले आऽ और चूस आऽ तेरी जबान तो खतरनाक है उम्म्म… मेरी गाण्ड के छेद पर तेरी जीभ बहुत मस्त लगती है… आऽ आऽ और जोर से डालो चूत में… आह्ह… इस्स्स… मैं झड़ने वाली हूँ आह्ह… आई एम कमिंग… आ… फुक्किंग स्लट आह्ह… जोर से चोद मोना, मेरी चूत तेरी ही है जो करना है कर… पर रुकना मत आह्ह… आह्ह… आह्ह…”

और फिर मैं झड़ गई, मेरे साथ मोम की चूत से बारिश निकल के मेरे चेहरे को नहलाने लगी, मोम ने मेरी चूत से डिल्डो निकाल के मुझे चाटने को दे दिया।
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pongapandit
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Re: मेरी माँ का और मेरा सेक्स एडवेंचर

Post by pongapandit »

मैं- “इटस अमेजिंग, उम्*म्म्म… लोव यू राखी, ये ले तू भी चख ले…” मैंने मोम को किसी हम उम्र सहेली की तरह कहा।

मोम ने उसको मुँह में ले लिया- “एम्म क्या टेस्ट है?” मोम मेरे ऊपर से हटकर मेरे पास लेट गई और मैं अपनी एक टांगग मोम के ऊपर चढ़ाकर चिपक गई।

हम दोनों के सीने ऊपर-नीचे हो रहे थे और धीरे-धीरे सांसें नार्मल होने लगी थीं, मोम ने मुझे किस किया और मेरी जांघों को सुलझाने लगी, उन्होंने मेरे चेहरे से बाल कानों के पीछे किए और मैं गाल पर प्यार से हाथ फेरने लगी। मेरे हाथ में अब भी डिल्डो था, उसको मैंने मोम के टिट्स पर हल्के से घुमाया।

फिर मैंने उसको अपने मुँह में लिया और फिर वापस ब्राउन टिट घूमने लगी, फिर दूसरे निपल के साथ भी ऐसा ही किया और डिल्डो को चूचियों पर हल्के से मारा। मोम और मैं स्माइल के साथ ये खेल खेल रहे थे, फिर मोम ने आगे झुक कर अपनी चूचियों के बीच में थूक दिया और मैंने उसको थोड़ा फैलाया। मोम ने दोनों चूचियों को पकड़ लिया और फिर मैं उनके बीच डिल्डो से चूची-चुदाई करने लगी। मैंने मोम के मुँह में डिल्डो डाल दिया, मोम उसको ऐसे चूसने और चाटने लगी जैसे कोई ब्लैक अफ्रीकी मुस्टंडा मोम के मुँह में अपना लंबा लण्ड डालकर खड़ा हो।

मैं- “वाउ… सच में राखी, तेरा स्टाइल तो कमाल का है…” मैंने मोम को सेक्सी आवाज से कहा।

मोम- “तू भी कम नहीं है, चल अब तू मुझे चूस के दिखा…” फिर मोम ने मेरे हाथ से दूसरे लण्ड को लिया, और फिर मेरे सामने कर दिया।

मैंने उसपर अपने हाथों को इस तरीके से फेरा जैसे मैं किसी का लण्ड मसल रही हूँ।

मोम- “ह्म्म… मजा आ रहा है, अब मेरी जान मुँह में ले ले…”

मैंने फिर उसको असली लण्ड मानकर उसको मस्त ब्लो-जोब देने लगी।

मोम किसी लड़के की नकल करते हुए आवाज निकाल रही थी- “आह्ह… इस्स्स्स… वाह क्या चूसती है तू, हाँ ऐसे ही लगी रहा…”

मेरी हँसी छूट गई और मोम भी हँसने लगी, फिर कुछ संभालते हुए फिर से नकली लण्ड को असली मजा देने लगी।

मोम- “आह्ह… आई एम कमिंग आह्ह… मोना पी ले मेरा माल आह्ह…” मोम ने हँसते हुए नकल की।

मैं अब उस लण्ड को जितना अंदर ले सकी ले लिया, फिर कुछ देर बाद जोर की सांस लेते हुए बाहर निकाल दिया।

मोम- “आह्ह… मजा आ गया यार हाहाहाहा…” और फिर मोम ने मुझे किस किया।

मैं मोम के बेड पर मस्त अंगड़ाई लेकर मोम को देखने लगी। मोम ने दोनों डिल्डो को बाक्स में रख दिया, फिर बाक्स को बेड के पास फर्श पर रख दिया, और फिर वापस मेरे पास आकर लिपट गई। मैं मोम की गाण्ड को और मोम मेरी गाण्ड को सहला रही थी। हम यों करते हुए कब सो गये पता नहीं चला।

अगली सुबह को मैं मोम डैड के बेडरूम में अकेली थी। मोम शायद ब्रेकफास्ट की तैयारी कर रही होंगी। मैं उठकर बाथरूम चली गई, 15 मिनट बाद तौलिया से मुँह पोंछते हुए बाहर आई, फिर मैं बाहर रूम से हाल में गई, रात के कपड़े मेन दरवाजे से उठा लिए गये थे।

मोम- “गुड मार्निंग, हन्नी…” पीछे डाइनिंग टेबल पे बैठी मोम की आवाज आई, वो ब्लैक सिल्क किमोना पहने, हाथ में कप लिए न्यूज पेपर पढ़ रही थी।

मैं- “गुड मार्निंग बेबी…”

मोम- “कुछ पहन लो…”

मैं- “फिर आपकी मार्निंग गुड कैसे होगी?”

मोम ने मुझे सेक्सी स्माइल पास कर दी। मैं मोम के पास चेयर के पीछे गई और मोम के कंधों पर से झुकते हुए उनको गुड मार्निंग किस किया। मैंने अपने हाथ किमोना में डालकर मोम की चूचियां अपनी हथेली में भर लिया, जिससे किमोना कुछ खुल गया, और फिर बँधी हुई लेस भी अपने आप खुल गई और मुझे पता चला की मोम सिर्फ ये ही पहने हुए थी।

मैं- “आप तो बड़ी शरारती हो गई हो?”

मोम- “वो कैसे?”

मैं- “अच्छा जी? ये शार्ट किमोना पहने आप बाहर से न्यूज पेपर ले आई, और पूछ रही हो वो कैसे? किसी ने देखा तो नहीं आपको झुक कर उठाते हुए?”

मोम ने कुछ नहीं कहा और शरारती स्माइल के साथ मुझे नीचे झुका कर किस करने लगी, और मैं मोम की चूचियां दबाकर किस कर रही थी। फिर मैं मोम की किसी मार्निंग टाइम में खिले हुए फूल की तरह खिली चूत की पंखुड़ियों पर अपना मुलायम हाथ फेरने लगी।

न्यूज पेपर कब का बिखर के नीचे गिर गया था, मोम चेयर पर तड़पती हुई अपनी कमर हिला रही थी, मोम ने मुझे अपने आगे कर लिया और मैं मोम की गोदी में, चेयर कर दोनों तरफ पैर रखकर बैठ गई, मेरे बड़े-बड़े रसीले गोले मोम के लस्टी चेहरा के सामने थे, फिर मोम मेरे आमों से अपना ब्रेकफास्ट करने लग गई।

मैं- “इस्स्स… आह्ह… आज ब्रेकफास्ट कैसा लग रहा है?”

मोम- “इतना टेस्टी मैंने आज तक नहीं खाया…” फिर मोम के दाँत मेरे निपल को काटने लगे।

मैं- “आह्ह… तो फिर ठीक है, अब से रोज आपको नाश्ते में मेरे आम ही मिलेंगे खाने को…”

मोम- “ह्म्म… अच्छा है, अब मुझे ब्रेकफास्ट नहीं बनाना पड़ेगा…”

मैं- “और मेरा क्या? मुझे भूखा प्यासा रखोगी? नहीं आपको भी मुझे सेम ब्रेकफास्ट खिलाना पड़ेगा…”

मोम- “पक्का… पर अभी मुझे डिस्टर्ब मत कर…” अपने सेक्सी अंदाज में देखते हुए- “मुझे ब्रेकफास्ट करने दे अम्म… आह्ह…”

मैं- “आह्ह… खाना आराम से खाना चाहिए, आपने ही तो सिखाया था…”

मोम- “बेटा इसको ऐसे ही खाने में मजा आता है, मैं तुझे दिखाती ही…” फिर मोम ने मुँह पूरा खोलकर मेरे आम का बड़ा कौर मुँह में भर लिया, फिर जोर से चूसते हुए पाह की आवाज से छोड़ा, फिर मोम आमों को चूस-चूस के खाने लगी।

“आऽऽ…” मेरे मुँह से निकाल पड़ा, जब मेरी गीली चूत में दो उंगलियां घुस गई, फिर मोम के दनादन चल रहे हाथ से मेरा बुरा हाल हो गया। कुछ ही देर में मैंने मोम की गोदी पर पानी की बूंदें गिरा दी, और पीछे की ओर टेबल को सहारे के लिए पकड़ लिया।

मैंने टेबल पर मोम का चाय का कप देखा तो उसको उठाकर मोम की तरफ बढ़ा दिया- “ये लो, आप तो इसे भूल ही गई…”

मोम- “ठंडी हो गई है, तेरी वजह से, बदमाश…” मोम ने डाँटने का नाटक करते हुए कहा।

मैं- “सारी…” हँसते हुए कहा।

मोम- “सारी वारी कुछ नहीं, अब तो तुझे सजा मिलेगी…”

मैं- “सजा?”

मोम- “हाँ… सजा, बहुत बदमाश हो गई है आजकल, अब तो तुझे सुधारना ही पड़ेगा…”

मैंने माफी माँगने वाली आवाज बनाते हुए कहा- “सारी मम्मी, आगे से ऐसी गलती नहीं करूँगी, प्लीज़्ज़… मुझे माफ कर दो…”

मोम ने खड़ी होकर मुझे टेबल पे लिटा दिया- “तूने हद पार कर दी है, अब माफी माँगने की कोई जरूरत नहीं है, यू आर बैड गर्ल, नाउ आई विल्ल पनिश यू…” कहकर मोम ने मेरी लेफ्ट चूची पर चपत लगा दी।

मैं- “नो मोम…” और मेरा हाथ अपने आप अपनी चूत पर चला गया।

मोम ने मेरा हाथ पकड़कर चूत से हटा दिया, और एक जोर की चपत चूत पे मार दी। फिर एक और चूत पे मारी।

मैं- “आई नो… आई विल बी गुड गर्ल, आई विल्ल ट्राई, प्लीज़्ज़… डोन्ट हर्ट मी…”

मोम- “ओके, एक चान्स देती हूँ…” फिर मोम भी टेबल पर मेरे ऊपर चढ़ गई, और फिर मेरे चेहरे पर आकर कहा- “हियर इट इस, गिव मी बेस्ट आर्गैज्म, जितना बढ़िया आर्गैज्म, उतना तुम्हारे पनिशमेंट से बचने का चान्स, नाउ सक माई पुस्सी…”

मैं अपना काम बहुत अच्छे से जानती थी, पर सोच रही थी की अगर मोम की चूत को मजा ना दूं, तो मोम कैसी सेक्सी पनिशमेंट देंगी? वो क्या करेंगी?” ये सोचकर मैंने चूत को चूमा और ऊपर-नीचे, यहाँ वहाँ जीभ फेरने लगी।

मोम- “इस्स्स… नाउ डर्टी गर्ल, मेक योरसेल्फ आ गुड गर्ल, लिक मामास वेट पुस्सी, ह्म्म…”

चूसते-चूसते मेरा खुद पर काबू नहीं रहा, और फिर मैं रुक भी नहीं पा रही थी, जबकी मुझे देखना था की मोम क्या करती हैं?

मोम- “आ एम्म…” करके मोम मेरे चेहरे पर आगे पीछे होने लगीं।

मेरे मुँह पर मोम का रंग चढ़ गया, मैंने मोम की गाण्ड में अंगूठा डाल दिया और ऊपर उठा दिया। मोम कुछ ऊपर हुई और मेरे मुँह पर अपनी चूत को रख दिया। मैं जीभ चूत के अंदर-बाहर करने लगी, और क्लिट को जोर से रगड़ना शुरू कर दिया। मोम की चीखें, उनकी सिसकारियां पूरे घर में गूँजने लगीं।

मोम का बदन मरोड़ा जा रहा था, पर मैंने दोनों हाथों से उनको जांघों से जकड़ लिया था, बेखुदी में ऐसा लग रहा था की पूरी चूत को चूस-चूस के खा जाऊँ। मोम की तो पूछो मत, वो मेरे बाल पकड़े किसी तरह मेरे चेहरे पर बैठी थी। आखिर में मोम से रहा नहीं गया और जोर से हाँफती और सस्स्स… आह्ह… करती हुई झड़ गई मेरे मुँह पर। मैंने अपनी मार्निंग चाय का कप खाली कर दिया था, और अब मैं उसको चाटकर साफ करने लगी।

मोम हाँफते हुए बोली- “आह्ह… आह्ह… दैट वाज अमेजिंग, यू आर ग्रेट चूत सकर एम्म मम्मी फरगिव्स यू…”

मैं- “थैंक्स मम्मी…”

मोम टेबल से उतरकर खड़ी हो गई, फिर अपनी चेयर के नीचे किमोना को उठाकर कहा- “तेरी चाय किचेन में है, पी लो अगर अब भी गर्म है की नहीं…”

मैं- “ह्म्म…”
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