सबरीना की बस की मस्ती (लेखक: अन्जान)

RohitKapoor
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सबरीना की बस की मस्ती (लेखक: अन्जान)

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समीना से लंड सहलवाते हुए विक्की अब समीना की शॉट्‌र्स में हाथ डाल कर उसकी नंगी गाँड मसलने लगा। समीना के मुँह से उसकी अम्मी की सच्चाई जान कर विक्की को अच्छा लगा। अब एक हाथ समीना की गाँड पे और दूसरा उसकी नंगी चूत पे रख कर विक्की बोला, “हाँ समीना, मैं जानता हूँ कि औरत कितनी भी शरीफ हो पर किसी मर्द के मसलने से गरम हो कर अपनी टाँगें उसके सामने फ़ैला देती है जैसे तेरी अम्मी और अब तू। तुझे तो चोदने में बड़ा माज़ आयेगा। खूब गरम करके मस्ती से चोदुँगा तुझे। समीना तेरी अम्मी को एक-दो बार मैंने उस नौकर से चुदवाते देखा है। साली क्या मस्ती से लेती है उसको अपने ऊपर और दारू के नशे में कितनी मस्ती से चुदवाती है तेरी रंडी माँ उससे। कसम से समीना आज तुझे चोद कर बाद में ज़हरा को भी चोदुँगा। तुम बहनों को बड़ी बेरहमी से एक साथ चोदना चाहिये।”

अपनी नंगी चूत पे विक्की का हाथ समीना को बड़ा अच्छा लगा। अब सिर्फ़ नाम के लिये उसके जिस्म पे शॉट्‌र्स थी। विक्की शॉट्‌र्स में हाथ डाल कर उसकी चूत और गाँड सहला रहा था। वो भी जोश में आकर विक्की का लंड और गोटियाँ मसलते हुए बोली, “हाँ अम्मी तो बड़ी चुदक्कड़ है। जब अब्बू कभी काम से टूर पे जाते हैं तो अम्मी उस नौकर के साथ रात भर रहती है उनके बेडरूम में। आप आज मुझे और जब मौका मिले तो ज़हरा को भी ज़रूर चोदना। वो उन मवालीयो से डरती है पर आप जैसे मर्द से नहीं डरेगी... वैसे भी हॉस्टल में पता नहीं क्या गुल खिलाती होगी।”

विक्की ने अब जोश में आकर समीना की शॉट्‌र्स उतार दी। दोनों अब बिल्कुल नंगे थे। विक्की का लंड प्री-कम से गीला था और समीना की चूत भी गीली थी। विक्की समीना की गीली चूत को हाथ से मसलते हुए बोला, “हाँ साली समीना, मुझे तू, ज़हरा और सबरीना, तीनों पसंद हो। दो हफ्ते पहले जब से तेरी अम्मी मिली है तब से उसे तो खूब चोदा...., तुझे आज मसलके चोदुँगा... अब रही सिर्फ़ ज़हरा तो उसे भी चोदुँगा जब वो हॉस्टल से आयेगी छुट्टियों में।”

विक्की जोश-जोश में बोल गया कि सबरीन उसे दो हफ्ते पहले ही मिली है | विक्की के मुँह से सब बात सुनने के बाद समीना बड़ी बेताब हो गयी। वो खुद विक्की के बिना बोले नीचे बैठ कर एक बार उसका का लंड पूरा मुँह में ले कर चूसने के बाद नशीली आँखों से विक्की को देखते हुए बोली, “देखो मैं जानती हूँ कि आप जब से यहाँ आये हो तब से अम्मी आपसे चुदवा रही हैं पर ये नहीं जानती थी कि आप मेरी अम्मी को दो हफ्तों से ही जानते हो? बोलो ना? मैंने आपको सब बताया और अब आपसे चुदवाने वाली भी हूँ तो आप भी बताओ कि अम्मी को कैसे मिले और कब कहाँ और कैसे-कैसे? आपका लंड तो बहुत तन गया है, मेरी चूत भी गरम है, आप अम्मी की बात सच-सच बताओ और फिर मेरी चूत चोदो।”

विक्की समझ गया कि अब उसे पूरी बात बतानी होगी। वो समीना को बेड पर बिठा कर अपना लंड उसके होंठों पे रख कर बोला, “ठीक है समीना... मैं तुझे पूरी बात बताता हूँ पर तब तक तू मेरा लंड चूसती रह।” समीना ने मुँह खोल कर विक्की का लंड मुँह में लिया और उसे चूसने लगी। समीना के बालों पर हाथ फेरते हुए और उसका मुँह हल्के से चोदते हुए विक्की बोला, “हाँ समीना, यह सच है कि मैं तेरी अम्मी को १०-१२ दिन के पहले जानता भी नहीं था। मैंने उसे पहली बार कुछ ही दिन पहले बस में गरम करके चोदा था। उस चुदाई की कीमत में तेरी अम्मी मुझे उसके मायके का मुँह बोला भाई बना कर घर में लायी, तुझे चुदवाने के लिये। इसके लिये तेरी अम्मी ने मुझसे अपने पैर और सैंडलों के तलुवे तक चटवाये। हर दोपहर को मैं तेरी अम्मी को दारू पिला कर चोदता था।”

समीना ने लंड चूसते हुए आँख मरते हुए लंड को अच्छे से चूसते हुए वो बोली, “हाँ मैंने आपको आपको दो-तीन बार अम्मी को चोदते हुए देखा था। और जब आपका लंड देखा तब मैंने आप से चुदवाने का फ़ैसला किया। मैं यह भी जानती हूँ कि आज आप मुझे चोद सकें इसलिये ही अम्मी ने मेरा रूम लॉक किया और बाहर गयी जिससे मैं आपके सामने करीब-करीब नंगी रहूँ और आपसे चुदवाने में टेंशन ना हो मुझे। पर आपको बताना पड़ेगा कि आपने अम्मी को बस में कैसे छेड़ा था और फिर आपका कैसे आपसे चुदवाने के लिये तैयार हुई। बताओ ना अम्मी आपकी गिरफ़्त में कैसे आयी?”

हल्के से निप्पल मसलते हुए विक्की ने शुरू से समीना को उसकी अम्मी की चुदाई की पूरी दास्तान सुनायी। विक्की की पूरी बात सुन कर समीना अब और गरम हो गयी। जिस हिसाब से विक्की ने उसकी अम्मी को बस की भीड़ में सहला कर गरम करके फिर चोदा... वो सुन कर समीना उसका लंड और मस्ती से चूसने लगी। विक्की आंहें भरते हुए, समीना के बालों में हाथ घुमाते हुए हल्के-हल्के उसका मुँह चोद रहा था। समीना की कमसिन जवानी मसलते हुए और उसे अपना लंड चुसवाने में विक्की को बड़ा अच्छा लग रहा था। समीना का चेहरा सहलाते और उसके बालों में हाथ घुमाते हुए विक्की उसका मुँह चोदते हुए बोला, “आहहहहहह साली... रंडी सबरीना की छिनाल बेटी, बड़ा अच्छा लग रहा है मुझे तेरा मुँह चोदना। खूब मस्त चूसती है तू लौड़े को समीना, ऐसा ही मज़ा आया था जब तेरी अम्मी ने मेरा लौड़ा चूसा था, पर तू कमसिन है, अनचुदी है... इसलिये और अच्छा लग रहा है मेरी रंडी समीना, ऐसे ही चूसती रह मेरा लौड़ा।” समीना एक हाथ से अपने बाल चेहेरे से हटाते हुए और दूसरे हाथ से विक्की के लंड को हिलाते हुए, लंड चूसती हुई वो बार-बार विक्की की तरफ़ ऊपर देखती और विक्की के चेहरे पर छायी खुशी देख कर और मस्ती से लंड चूसने लगती।

अपना लौड़ा अच्छे से चुसवाने के बाद विक्की ने समीना को खड़ा किया और उसे बांहों में भर कर उसके होंठ चूमने लगा। समीना के मम्मे विक्की के चौड़े सीने पर पूरी तरह दब गये थे और समीना का हाथ अब भी विक्की के लौड़े पर था। समीना के हाथ से अपना लौड़ा छुड़ाते हुए विक्की ने फिर समीना को बेड पे लिटाया। साँसों की तेज़ी से समीना का सीना उछल रहा था और इससे उसके मम्मे बड़ी मस्ती से ऊपर नीचे हो रहे थे। इतने टाइट और गोल मम्मे विक्की ने आज तक नहीं देखे थे। विक्की मन-ही-मन में ईशवर का शुक्रिया अदा कर रहा था कि उसने इतनी कमसिन लड़की को उसके सामने नंगी रखा था ताकि वो उसे चोद सके।

सामने लेटी नंगी समीना के पूरे जिस्म पे विक्की हाथ फेरने लगा। विक्की का हाथ समीना की आँखों, होंठ, गाल, गर्दन, मम्मों से भर सीना, नंगा पेट, समीना की गोल और गहरी नाभि सहलाते हुए अब समीना की बिना झाँटों की चिकनी चूत पर आया। विक्की के सहलाने से समीना अब मस्ती से आहें भरती हुई बोली, “उफ्फ़्फ़्फ़, कितना अच्छा लग रहा है आपका ऐसे मेरा नंगा जिस्म सहलाना। आहहहहहह ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़ और सहलाते जाओ, जो मज़ा आपने अम्मी को दिया उससे ज्यादा मज़ा चाहिये मुझे।” यह कहते हुए समीना अपनी कमर उठा कर विक्की के हाथ पे अपनी चूत रगड़ने लगी। विक्की को भी मज़ा आ रहा था इस कमसिन लड़की के जिस्म से खिलवाड़ करने में। विक्की समीना को पूरी तरह गरम कर चुका था पर अभी समीना की चूत चोदने का वक्त नहीं आया था उसके हिसाब से। विक्की समीना के मुँह से चुदवाने की बात सुनना चाहता था।
फिर एक बार ऊपर होकर विक्की अब समीना के नंगे जिस्म को सहलते हुए चूमने लगा। समीना की आँखों से हो कर, गाल, होंठ, नेक, दोनों निप्पल चूमते हुए उसके मम्मे चाट कर समीना के पेट को चाटने के बाद विक्की जीभ समीना की नाभि में डाल कर, नाभि को जीभ से खोदने लगा। समीना एक दम गरम हो कर, ज़ोरों से साँसें लेती हुई और आहें भरती हुई खुद के मम्मे मसलने लगी। विक्की उसे ऐसा मज़ा दे रहा था जो उसने ख्वाब में भी नहीं सोचा था। समीना तो जैसे जन्नत में थी विक्की के खिलवाड़ से। समीना की नाभि चूस कर विक्की अब उसकी जाँघें सहलाते हुए धीरे-धीरे नीचे होने लगा। पूरी तरह नीचे जा कर विक्की अब समीना की टाँगें चाट कर ऊपर आने लगा। समीना ने अपनी जाँघें बंद कर रखी थीं तो विक्की वैसे ही उसकी जाँघें चाट कर समीना की चूत के तरफ़ बढ़ने लगा। समीना की चूत अपने पानी से पूरी गीली हो गयी थी।

समीना की टाँगों पे बैठ कर विक्की ने समीना के दोनों पैर खोल कर फिर समीना की चूत हल्के से चूमी। अपनी चूत पे ज़िंदगी में पहली बार जीभ लगने से समीना के जिस्म में और भी सरसराहट फ़ैल गयी और अब समीना और भी ज़ोर से सिसकरियाँ भरते हुए मम्मे मसलने लगी। समीना को खुद अपने जिस्म से करती हर्कत को देख कर विक्की ने मुस्कुराते हुए समीना के पैर थोड़े और खोल कर उसकी नंगी अनचुदी चूत का दर्शन किया। पूरी गीली गुलाबी चूत देख कर विक्की से रहा नहीं गया और उसने अपना मुँह समीना की चूत पे रख कर एक लंबा किस दिया। विक्की की इस अदा से समीना विक्की का सिर अपनी चूत पे दबाते हुए उत्तेजना से चिल्ला उठी, “आहहहहहहहह विक्की, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ्फ़्फ़्फ़ आहहहहहह ऐसे ही चाटो मेरी चूत, बड़ा मज़ा आ रहा है।”

समीना की चूत को एक लंबा किस करके विक्की ने सिर उठा कर कहा, “अरे समीना, तू देख आगे-आगे और क्या-क्या मज़ा देता हूँ तुझे। मेरी सबरीना रंडी की बेटी, तुझे तो इतना मज़ा दूँगा कि तू हमेशा मेरे लौड़े के लिये बेताब रहेगी मेरी रंडी जान।” यह कहते हुए विक्की ने समीना की टाँगें खोलीं और उसकी चूत सहला कर नीचे झुका और समीना की चूत चाटने लगा। विक्की के चाटने के साथ समीना की सिसकरियाँ बढ़ रही थी। अपनी जीभ से समीना की चूत चाट कर, समीना की चूत का पूरा-पूरा मज़ा लेने के बाद समीना की चूत को उँगली से खोल कर अपनी जीभ समीना की चूत में डाल कर, विक्की जीभ से समीना की चूत चोदने लगा। विक्की की ज़ुबान अब समीना की चूत के अंदर बाहर हो रही थी और समीना की चूत से जो रस निकल रहा था उसका विक्की मज़ा लेने लगा।

समीना अब और भी ज़ोरों से सिस्करियाँ भरने लगी। अपनी कमर उठा कर, चूत विक्की के मुँह पे रगड़ते हुए वो चिल्लाने लगी, “आआआआआआ ऊऊऊफ्फ़्फ़्फ़, और चाटो, और अंदर डालो जीभ और मेरी चूत चोदो अपनी जीभ से। ऊफ्फ़्फ़्फ़ अहहहहहहह बड़ा मज़ा आ रहा है विक्की। और कुछ करो जिससे मुझे और मज़ा आये, कुछ भी करो पर और मज़ा दो मुझे।” समीना की सिसकरियाँ और बक-बक से ना जाने विक्की को क्या हुआ। विक्की समीना की चूत वैसे ही चाटते हुए कमर घुमा कर अब समीना के ऊपर आ गया। अब उसका मुँह समीना की चूत के पास था और उसका लंड समीना के मुँह पर था। अपनी जीभ समीना की चूत से निकाल कर विक्की बोला, “तेरी माँ की चूत, मेरी रंडी समीना, और कुछ चाहिये ना तुझे? साली बहुत बक-बक कर रही है, बहुत चिल्ला रही है तू, तेरी बक-बक बंद करने के लिये ले मेरा लौड़ा चूस रंडी समीना।” जैसे ही समीना ने विक्की का लंड पकड़ कर अपने मुँह में डाला, विक्की भी समीना की चूत और ज़ोर-ज़ोर से चाटते हुए अपना लंड समीना के मुँह में अंदर-बाहर-अंदर-बाहर करके उसका मुँह चोदने लगा। अब एक साथ समीना का मुँह और चूत विक्की चोद रहा था।

समीना अब विक्की का लंड चूसने लगी, पहले आराम से, फिर ज़ोर ज़ोर से और अपनी कमर उठा कर अपनी चूत विक्की के मुँह पे रगड़ने लगी। विक्की भी बड़ी मस्ती से चूत को जीभ से चोद कर समीना को बेहाल कर रहा था। विक्की का लंड खूब चूस कर समीना ने कमर उठाते हुए कहा, “हाआआआआयययय और चाटो... और चाटो। हाँ मेरा मुँह चोदोओओओओ विक्की, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़्फ़ अब कुछ करो विक्की... मेरा बदन टूट रहा है, देखो कैसे काँप रहा है मेरा जिस्म... विक्की । प्लीज़ अब जैसे अम्मी को चोदा था वैसे मुझे चोदो, अब रहा नहीं जा रहा मुझसे।”

विक्की ने समीना की गुहार सुनी पर उसे और तड़पाने के लिये समीना का मुँह अपने लंड से चोदते हुए, फिर समीना कि चूत में अपनी उँगली डालकर उसे अंदर बाहर करके समीना की चूत चोदते हुए उसे और बेहाल करने लगा। विक्की अब समीना का मुँह चोदते हुए चूत में उँगली करने लगा जिससे समीना और तड़पने लगी। समीना से अब रहा नहीं गया, तो उसने धक्का दे कर विक्की को अपने जिस्म से उतारा और फिर उससे लिपट कर तड़पते हुए बोली, “आहहहहहह विक्की, प्लीज़ अब रहा नहीं जाता, प्लीज़ मुझे चोद डालो नहीं तो मैं अपने ही जिस्म की गर्मी में जल जाऊँगी, हाय राजा अब मत तड़पाओ।”
अब विक्की ने और रुकना मुनासिब नहीं समझा। समीना को नीचे लिटा कर उसने, समीना की टाँगें खोलीं और एक हाथ उसकी चूत पे घुमाते हुए दूसरे से अपना खड़ा, कड़क, मोटा, गरम लंड पकड़ कर समीना की चूत पे रख कर बोला, “चल समीना, अब तैयार हो जा ज़िंदगी में पहली बार अपनी चूत चुदवाने के लिये। आज तेरी चूत फाड़ कर रखुँगा मेरी रंडी सबरीना की चिकनी बेटी। देखें तू और तेरी अम्मी में कौन ज्यादा मस्ती से चुदवाती है।” समीना को पता था कि पहली चुदाई में दर्द होगा पर वो अब किसी भी दर्द के लिये तैयार थी । एक हाथ से खुद के मम्मे मसलते हुए उसने दूसरे हाथ से विक्की का सिर नीचे झुकाया और वो विक्की को किस करने लगी। अपना लौड़ा ठीक से समीना की चूत के मुँह पे रख कर विक्की ने ज़ोर दिया। चूत का मुँह ज़रा सा खुला और विक्की के लौड़े की टोपी आधी अंदर घुस गयी।

समीना ने आँखें बंद कर लीं और विक्की का सीना सहलाने लगी। उस नंगी, कमसिन लड़की को इस हालत में देख कर विक्की को और गर्मी आ गयी और समीना की कमर पकड़ कर विक्की बोला, “समीना, मेरी रंडी, मेरी सबरीना राँड की मस्त बेटी, अब तैयार हो जा विक्की से अपनी चूत की सील तुड़वा कर चुदाई की दुनिया में कदम रखने को। आज तेरी सील तोड़ कर तुझे लड़की से औरत बनाऊँगा मेरी जान।”

समीना की कमर कस कर पकड़ कर विक्की ने लंड अंदर धकेला। अब चूत फ़ैला कर लंड की टोपी और एक-चौथाई लंड चूत में घुस गया। समीना ने दर्द से अपने होंठ दाँतों के नीचे दबा लिये और अब ज़रा घबराहट से विक्की को देखने लगी। समीना की चूत को अपने लंड का एहसास देने के लिये विक्की कुछ वक्त वैसे ही रहा और फिर अपनी कमर पीछे कर के, समीना को कस कर पकड़ कर पूरे ज़ोर से लंड चूत में घुसा दिया। इस हमले से विक्की का लंड समीना की कमसिन, अनचुदी चूत की सील की धज्जियाँ उड़ाते हुए पूरी रफ़्तार से घुस गया। विक्की के इस हमले से दर्द के कारण समीना, विक्की को अपने ऊपर से धकेलने की कोशिश करने लगी और अपनी चूत से विक्की का लंड निकालने की नाकाम कोशिश करते हुए ज़ोर से चिल्ला उठी, “आहहहहहहहह मैं मर गयीईईईईईई, ऊँफ्फ़्फ़्फ़फ्फ़्फ़्फ़फ़्फ़ नहींईंईंईंईं, निकालो लंड मेरी चूत में से, मुझे नहीं करना कुछ।”

पर अब विक्की कहाँ उसकी बात माननेवाला था? उसे बहुत दिनों बाद सील पैक लड़की मिली थी तो आज वो पूरा जानवर बन कर चोदने वाला था। समीना के तड़पने पर ज़रा भी ध्यान ना देते हुए, विक्की ने समीना की कमर कस कर पकड़ी और फिर आधा लंड बाहर निकाल कर पूरी ताकत से चूत में घुसा दिया। इस बेरहम धक्के से समीना करीब-करीब बेहोश ही हो गयी, पर यह देख कर विक्की ज़रा रुका और समीना का एक निप्पल चूमते हुए प्यार से बोला, “अरे मेरी समीना रानी, अब तकलीफ वाला काम तो हो गया, ज़रा सब्र कर, दर्द अपने आप कम होगा और फिर तू भी मस्ती से मेरा लंड लेने लगेगी।” विक्की के रुकने से समीना की जान में जान आयी। उसे अपनी चूत से खून बहने का एहसास हुआ और उसका पूरा जिस्म पसीने से गीला हो गया था। समीना कुछ बोलने की हालत में नहीं थी, वो सिर्फ़ अपना हाथ चूत के पास घुमाते हुए दर्द से भरी चूत को आराम देने की कोशिश कर रही थी। यह सिलसिला पाँच-दस मिनट चलता रहा जिसमें विक्की समीना के मम्मे चूम रहा था, उसके जिस्म पे हाथ घुमा रहा था और समीना एक हाथ विक्की के जिम्स पे घुमाती हुई दूसरे हाथ से अपनी चूत के पास सहला रही थी।

जब विक्की को एहसास हुआ कि समीना की साँसें अब शाँत हो गयी हैं तो उसने हल्के से लंड दो-तीन बार आगे पीछे किया। पहले तो समीना दर्द से ‘आहहहहह, ओहहहहह’ कर रही थी पर जब और कुछ धक्कों के बाद समीना ने हल्की सी मुस्कुराहट के साथ विक्की की तरफ़ देखा, तो विक्की समझ गया कि समीना की चूत का दर्द अब खतम हो गया है। विक्की ने लंड, टोपी तक बाहर निकाला और एक दम आराम से चूत में घुसा दिया। समीना की चूत ने जैसे विक्की के पूरे लौड़े को लपेट कर अपने अंदर ले लिया। आठ-दस बार ऐसा करने पर समीना ने सिर उठा कर विक्की को चूमते हुए कहा, “अब दर्द नहीं हो रहा, अब करो जो करना है। मैं अब पूरी तरह तैयार हूँ आपसे अपनी चूत चुदवाने के लिये। आज पूरी मस्ती से अपनी सबरीना रंडी की बेटी को चोदो विक्की।”

समीना की बात सुन कर खुश हो कर विक्की ने अपनी स्पीड ज़रा बढ़ाते हुए कहा, “अरे वाह समीना! बहुत जल्दी तेरा दर्द खतम हो गया, अब देख कैसे चोदता हूँ तुझे। अरे तेरी उस रंडी अम्मी से भी ज्यादा मज़ा मिलेगा तुझे क्योंकि तू कमसिन माल है, तुझे चोदने में बड़ा मज़ा आयेगा मेरी जान।”

विक्की अब मस्ती से समीना को चोदने लगा और समीना भी खुशी से चुदवा रही थी। इतने दिन उन हरामी लड़कों ने बहुत मसला था उसे, मम्मे खूब दबाये थे, चूत पे हाथ घुमाया था और उसे उनके लौड़े से खेलने में मज़ा भी आया था, पर चूत में लंड लेने का मज़ा कुछ और ही था। विक्की ने उसे क्या खूब गरम किया था और अब चोद रहा था । वो हरामी लड़के सिर्फ़ उसे गरम करना जानते थे पर विक्की को लड़की को गरम करना और फिर उसे चोदना बराबार मालूम था। विक्की के धक्कों से समीना का पूरा जिस्म हिल रहा था पर समीना खुशी-खुशी चुदवा रही थी।

समीना चुदाई का मज़ा ले रही है... यह देख, विक्की ने उसे तड़पाना चाहा और अपने लंड की टोपी अंदर रख कर बाकी लंड बाहर निकाल लिया। समीना विक्की के लौड़े के अगले धक्के के लिये तैयार थी पर विक्की उसे देख कर मुस्कुराता हुआ वैसे ही रुका रहा। विक्की की शरारत समझ कर समीना ने खुद अपनी कमर उठायी और विक्की का लंड अपनी चूत में घुसवा लिया और झूठे गुस्से से विक्की के सीने पर मुट्ठी से दो-तीन बार मारा।

समीना की इस अदा पर विक्की बड़ा खुश हुआ और कस कर समीना को दबोच कर लंड पूरे ज़ोरों से उसकी चूत में घुसा कर, उसे चोदते हुए बोला, “उम्म बहुत मज़ेदार हो तुम मेरी रानी, इतनी बेसब्री से तेरी अम्मी भी मेरा लौड़ा नहीं लेती। साली तुझे पहली बार चोद रहा हूँ पर अभी तक जो मज़ा मुझे मिला है वैसा मज़ा किसी को भी चोदने में नहीं आया था। साली तुझे खूब चोदुँगा मैं समीना, अब तो तुझे अपने घर ले जा कर चोदुँगा।” विक्की अब बड़ी तेज़ रफ़तार से समीना को चोद रहा था। समीना भी विक्की को पूरा सहयोग दे रही थी। विक्की का लौड़ा अपनी चूत में पूरा अंदर लेते हुए विक्की को बांहों में भर कर वो बोली, “हाँ, आज से मैं आपकी हूँ। आप जब कहोगे मैं आपके घर आऊँगी क्योंकि अब अम्मी का भी डर नहीं। मुझे भी आप जैसे माहिर मर्द के साथ चुदवाने में मज़ा आयेगा। हाँ विक्की, ऊऊऊऊफ्फ्फ आप तो मुझे जन्नत दिखा रहे हो, और चोदो, और ज़ोर से चोदो मुझे। फाड़ डालो मेरी चूत।”

चुदाई का शबाब अब पूरे ज़ोरों पर था। दोनों एक दूसरे को पूरा सहयोग देते हुए चुदाई का मज़ा ले रहे थे। विक्की पूरा का पूरा लौड़ा चूत में घुसा कर समीना को बहुत ज़ोर से चोदते हुए बोला, “नहीं मेरी जान, मैंने तुझे जन्नत नहीं दिखायी बल्कि जन्नत तो तूने मुझे दिखायी है। मेरे लिये जन्नत कहीं और नहीं... तेरी चूत में है, भगवान का शुक्र है जिसने मुझे तेरी चूत चोदने का मौका दिया और जिस वजह से मुझे जन्नत का दर्शन हुआ।”

समीना ने विक्की के होंठ चूमते हुए कहा, “ओहहह, कितना मज़ा आ रहा है मुझे आपसे चुदवा कर। अब मुझे कभी मत छोड़ कर जाना, मैं अब आपके बिना नहीं रह सकती हूँ।” जवाब में विक्की समीना को बहुत दबा कर ज़ोर ज़ोर से चोदते हुए और साथ-साथ उसकी चूचियाँ भी चूसते बोला, “नहीं मेरी जान... मैं तुम्हें कभी नहीं छोड़ूँगा, हमेशा इसी तरह चोदुँगा, मेरी जान।”

काफी वक्त यह चुदाई का सिलसिला चलता रहा जिसमें समीना दो बार झड़ गयी पर विक्की के तगड़े लौड़े ने उसे फिर चुदवाने के लिये मजबूर कर दिया। पर अब विक्की का वक्त आया था। विक्की ने ये समीना को बताया और समीना ज़िंदगी में पहली बार अपनी चूत में किसी मर्द के लौड़े का पानी लेने को तैयार हुई। समीना को कस कर दबोचते हुए, उसका एक निप्पल चूसते हुए विक्की बेरहमी से चोदने लगा। जैसे ही विक्की झड़ने लगा, उसने अपना लंड समीना की चूत में दबाया और वैसे ही दबा कर रख कर झड़ने लगा। समीना ने भी अपनी चूत विक्की के लंड पे दबा रही थी। समीना की कमसिन चूत, विक्की के गरम पानी से भरने लगी। दोनों ने एक दूसरे को कस कर पकड़ रखा था।

जब तूफ़ान शाँत हुआ तो दोनों ढीले पड़ गये। दोनों के जिस्म पसीने से लथपथ थे। धीरे-धीरे साँसें शाँत होने लगी। वो एक दूसरे से कुछ बोल नहीं रहे थे... बस हल्के किस करते हुए एक दूसरे का जिस्म सहला रहे थे। फिर विक्की ने अपना लंड समीना की चूत से निकाला और अपने बनियान से समीना की चूत साफ़ करके अपना लंड साफ़ किया। समीना दर्द से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी तो विक्की उसे खड़ा करके बाथरूम ले गया और गरम पानी से उसकी चूत सेंकी।

दोनों आ कर हॉल में बैठे तो विक्की ने समीना द्वारा पहनी उसकी शॉट्‌र्स उठा कर उसको देते हुए कहा, “समीना यह शॉट्‌र्स पे दाग कैसे... तू पूछ रही थी ना, तो सुन, जब तेरा बाप घर पर होता है तब तेरी अम्मी मेरा लौड़ा चूसती थी। एक-दो बार ऐसा हुआ कि ठीक झड़ने के वक्त तेरे बाप की आहट सुनने से तेरी अम्मी लौड़ा छोड़ देती और मैं लंड शॉट्‌र्स में डालने की कोशिश करता पर तब तक लंड झड़ जाता था। तेरी अम्मी भी इतनी चुदक्कड़ है कि मुझे कहा कि जब मैं शॉट्‌र्स में झड़ जाऊँ तब मैं शॉट्‌र्स ना धोऊँ ताकि बाद में तेरी माँ मेरी शॉट्‌र्स चाट सके और इसी वजह से यह दाग है।” अपनी अम्मी की करतूत सुन कर समीना भी खुश हुई और उसने विक्की कि शॉट्‌र्स पहन ली पर ऊपर नंगी ही थी।
करीब आधे घंटे बाद सबरीना घर आयी। दरवाजा खोल कर उसने देखा कि विक्की और समीना दोनों शॉट्‌र्स में बैठे बातें कर रहे थे। सबरीना समझ गयी कि विक्की ने समीना का काम तमाम कर दिया था। जैसे ही सबरीना उनके पास आयी, विक्की ने उसे खींच कर अपनी गोद में ले लिया और चुमने लगा। माँ-बेटी के सामने एक दूसरे का राज़ खुल गया था इसलिये दोनों बेशर्म बनी रहीं। सबरीना को चूमने के बाद विक्की उनके बीच में बैठ गया और माँ-बेटी के मम्मों से खेलते हुए बोला, “सबरीना अब तुझे और समीना को तो चोद डाला पर तेरी वो दूसरे बेटी और मेरी समीना जान की जुड़वाँ बहन को कब और कैसे चोदुँगा?”

सबरीना के कुछ जवाब देने के पहले समीना ने विक्की का लंड पकड़ते हुए कहा, “विक्की, ज़हरा को घर आने में अभी २ महीने हैं, तब तक हम कोई प्लैन सोच लेंगे। लेकिन तब तक आप अम्मी को और मुझे चोदो ना, ज़हरा जब आयेगी तब देखेंगे क्या करना है।”

समीना की हर्कत पर खुश हो कर विक्की ने उसे बांहों में ले लिया और माँ-बेटी के साथ खेलने लगा।

!!!! समाप्त !!!!
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