असली या नकली

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shubhs
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Re: असली या नकली

Post by shubhs »

Update plz
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
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rocky123
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Re: असली या नकली

Post by rocky123 »

here is update 12
KONG
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rocky123
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Re: असली या नकली

Post by rocky123 »

Update 12

आनंद को तो यकीन ही नही हो रहा था कि नार्मल सी घरेलू दिखने वाली ओरत इतनी सेक्सी और चुदक्कड भी हो सकती है, और अपने सगे भाई के साथ ही चुदाई करती है,

आनंद ने अब अपनी पेंट पहनी और सीधा उपर अपने रूम की तरफ दौड़ गया, इधर प्रभा ने भी अपनी बिखरी सांसों को समेटा और अपने कपड़ो को पहनकर नार्मल हुई, उसने सोचा की अब चलकर शाम के लिए कुछ खाने को बना ले और इसलिए वो हाथ मुंह धोकर अपने कमरे के दरवाजे को खोंलने लगी पर जैसे ही उसने दरवाजे से बाहर कदम रखा उसका पैर किसी गीली चीज़ पर गिरा और फिसलते फिसलते बची, उसने फर्श पर देखा और उसे कुछ सफेद सफेद गीली सी चीज़ बिखरी देखी, उसने इधर उधर नजर दोडाई और चारो तरफ वही बिखरा पड़ा था, प्रभा को पहले तो कुछ समझ नही आया पर जब उसने ऊँगली से उसे छुआ और अपने नाक के पास लेकर आई, वीर्य की तीखी खुसबू उसके नथुनों में घुस गयी और एक प्रभा जैसी खेली खायी ओरत के लिए ये पहचानना मुश्किल नही था कि ये सफेद गाढ़ी चीज़ किसी आदमी के लंड से निकला पानी है,

ये समझते ही प्रभा को जैसे चक्कर सा आ गया

“तो क्या किसी ने मुझे अंदर ऊँगली करते हुए देख लिया? और मुझे देखकर यहाँ मुठ मारी है? कहीं उसने मेरी बाते तो नही सुन ली, कहीं उसे पता तो नही चल गया कि मैं अपने सगे भाई से ही ऐसी बाते कर रही थी, नही नही ये नही हो सकता! अगर उसने किसी को बता दिया तो मैं तो किसी को मुंह दिखने लायक नही रहूंगी, मुझे पता करना ही होगा कि वो कौन है?” ये सोचते सोचते प्रभा के माथे पर पसीने की बुँदे चमकने लगी, वो बुरी तरह से डरी हुई थी

पर डरने से अब कुछ नही होने वाला था, प्रभा ने सोचा की इससे पहले कि किसी और को इस बात का पता चले उसे उस आदमी को ढूंढना है जिसने यहाँ मुठ मारी है, प्रभा का पहला शक घर के ड्राइवर्स पर गया जो घर के बाहर ही बनाये गये कमरे में रहते थे, इसलिए वो डरे सहमे उस और बढने ही लगी थी कि तभी उसे उपर वाली मंजिल से किसी के हल्के हल्के कराहने की आवाज़ सुनाई दी, प्रभा को एक पल को तो लगा कि कहीं कोई चोर तो नही घुस आया है, पर फिर भी हिम्मत करके वो आगे बढने लगी,

जैसे जैसे वो सीढियों से उपर बढ़ रही थी उसे समझ आ गया था कि ये आवाज़ आनंद के रूम से आ रही है,
“तो क्या आनंद ने मुझे देखकर मुठ...........नही नही आनंद ऐसा नही कर सकता, वो तो बड़ा ही सीधा साधा लड़का है.......मुझसे तो वो शर्माता भी बहुत है.........पर उसके आवाज़ तो उसके रूम से ही आ रही है”

प्रभा के मन में ढेरो सवाल उभर आये थे, अब प्रभा भरी कदमो से आनंद के रूम की तरफ बढने लगी थी, और जैसे जैसे वो नजदीक जा रही थी, कराहने और आहों की आवाज़ अब स्पष्ट सुनाइ दे रही थी

प्रभा अब आनंद के कमरे के ठीक सामने थी, उसने हलके से दरवाजे को अंदर की तरफ धकेला तो पाया की दरवाज़ा पहले से ही खुला हुआ है, दरअसल आनंद जल्दीबाज़ी में दरवाज़ा बंद करना ही भूल गया था, आज जो नज़ारा उसने देखा था वो उसकी आँखों के सामने बार बार आ रहा था और एक बार मुठ मारने के बावजूद भी उसका लंड कडक होकर खड़ा था जिसे वो हल्के हल्के सहलाते हुए अपने बिस्तर पर लेटा था, पर उसे इस बात का बिलकुल भी अंदाज़ा नही था की प्रभा चाची उपर भी आ सकती है क्यूंकि वो बहुत ही कम बार उपर आई थी , इसलिए आनंद बेपरवाह होकर दोबारा अपने खड़े लंड को मसले जा रहा था

इधर प्रभा ने जैसे ही दरवाज़ा थोडा सा खोला अन्दर का नज़ारा देखकर वो बुरी तरह सन्न रह गयी, प्रभा ने जब आनंद के मोटे और खूब लम्बे लंड को देखा तो ना चाहते हुए भी उसका हाथ दोबारा अपनी नाईटी के उपर से अपनी बुर पर चला गया और वो धीरे धीरे उसे मसलने लगी

पर प्रभा आनंद के लंड को देखने में इतनी मगन हो गयी कि उसे पता ही नही चला कि कब उसने दरवाज़े को जरूरत से ज्यादा खोल दिया और कब आनंद का ध्यान उस पर चला गया,

आनंद ने जैसे ही प्रभा को वहां खड़ा देखा तो पहले वो ठिठका पर जैसे ही उसने देखा कि प्रभा चाची भी अपनी चुत को सहला रही है आनंद के चेहरे पर एक शातिर मुस्कान आ गयी और उसके दिमाग में एक खुराफात ने जन्म ले लिया, आनंद ने चुपके से अपने लंड को अपनी पेंट में डाला और धीरे से खड़ा होकर प्रभा की तरफ बढने लगा

प्रभा इतनी मगन थी कि उसे पता ही नही चला की आनंद उसको देख रहा है वो तो अब मस्त होकर आंखे बंद करके अपनी चुत को मसले जा रही थी कि तभी अचानक उसे महसूस हुआ कि किसी ने उसकी चुत को नाईटी के उपर से अपनी मुट्ठी में भर लिया

जैसे ही प्रभा ने आँखे खोली तो देखा कि सामने आनंद खड़े खड़े मुस्कुरा रहा था और जोर जोर से उसकी चुत को मसले जा रहा था

आनंद ने एक झटके में प्रभा को कमरे के अंदर खिंचा और कमरा बंद कर लिया


आनंद ने तुरन्त अपनी चाची को खीच कर अपने सीने से लगा लिया और इससे पहले प्रभा कुछ कह पाती या समझ पाती आनंद ने उसके सर को अपने हाथ से पीछे से पकड़ कर उसके रसीले होंठो को अपने होटों की जकड़ में ले लिया, प्रभा तो बस गूं गूं की आवाज़ निकालते हुए उससे छूटने की कोशिश कर रही थी पर आनंद की मजबूत पकड़ से छुट पाना कोई आसान काम नही था

इधर आनंद का मोटा लंड अपनी गदराई चाची की मदमस्त जवानी को छूने से खड़ा होकर झटके मारने लगा, आनंद ने देखा कि प्रभा कुछ ज़्यादा ही नखरा कर रही थी तो आनंद ने अचानक फिर से अपने हाथ के पंजो से अपनी चाची की फूली हुई चूत को उसकी नाईटी के उपर से पकड़ लिय,

उसकी इस हरकत पर प्रभा बुरी तरह सीसीया गयी पर इससे पहले कि वो कुछ कर पाती आनंद ने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर पेंट के उपर से ही रख दिया परन्तु प्रभा ने झट से अपनी मुट्ठी बंद कर ली

आनंद अपनी चाची की चूत को बुरी तरह अपने हाथो मे दबोचे हुए था,

“ओह कम ओन चाची अब ज्यादा नाटक मत दिखाओ, मैं जानता हू की आप भी मेरा लंड पकड़ने के लिए तड़प रही हो, तभी तो यहाँ खड़ी होकर अपनी चुत मसल रही थी”

प्रभा ने आनंद को खा जाने वालो नज़रो से देखते हुए उससे अपनी चूत को छुड़ाया और उसे धकेल कर बेड पर गिरा दिया,

प्रभा (अपने चेहरे पर गुस्सा दिखाते हुए) - आनंद तुझे शरम नही आती अपनी चाची के साथ ऐसा करते हुए, मैं तेरी शिकायत तेरे चाचा से करूँगी,

आनंद मुस्कुराते हुए अपने पेंट की जीप खोलता हुआ बोला - ठीक है चाची कर देना, पर शिकयत तो मैं भी करूंगा कि आप अपने सगे भाई राकेश के साथ ही चुद्वाती हो पर फिर भी आप चाहो तो चाचा से मेरी शिकायत कर सकती हो पर जो आप देखना चाहती हो वह तो पहले देख लो

प्रभा को लगा कि यहाँ तो उसका कार्ड उल्टा उस पर ही भारी पड गया है, वो अभी कुछ और तरकीब सोच ही रही थी कि आनंद अपने लंड को अपनी पेंट की कैद से आजाद करने की कोशिस करने लगा

प्रभा ने जब आनंद को अपना लंड बाहर निकालते हुए देखा तो ना जाने क्यों वो उस रूम से गयी नही बल्कि आनंद की ओर अपनी पीठ करके बोली - मुझे नही देखना, मुझे जाने दे यहाँ से नही तो अच्छा नही होगा

आनंद को भी पल भर में ही समझ आ गया कि अगर चाची चाहती तो अभी यहाँ से भाग सकती थी पर उन्होंने सिर्फ पीठ मेरी तरफ कर दी और खुद अभी भी यहीं खड़ी हैं इसका मतलब वो भी मुझसे चुदवाना चाहती है, ये सोचकर ही आनंद का लंड तो जोश के मारे और ज्यादा कड़क हो गया

आनंद ने अब झट से अपनी पेंट उतारी और फिर अपनी अंडरवेर नीचे सरका कर अपनी बनियान भी उतार दी, अब आनंद पूरी तरह से नंगा होकर बिस्तर पर पड़ा था,

फिर आनंद धीरे से जाकर अपनी चाची के पीछे से आराम से चिपकता हुआ बोला - सॉरी चाची मुझे ऐसी हरकत नही करना चाहिए थी, मुझे माफ़ कर दीजिए

प्रभा आनंद को एक दम बदलते देख चकित हो जाती है और जैसे ही आनंद को पलट कर देखती है उसके होश उड़ जाते है क्यूंकि वहां आनंद पूरा नंगा खड़ा हुआ था


आनंद को नंगा खड़ा देखकर प्रभा अपनी मुस्कुराहट को रोक नही पाई , इधर आनंद ने मोके का फायदा उठाते हुए झट से अपनी चाची के हाथ को पकड़ कर अपने खड़े मोटे लंड पर रख दिया, प्रभा बड़े ही हल्के अंदाज मे उसका विरोध करती हुई उसके लंड को हल्के हाथो से पकड़ कर बोली - यह सब मत कर आनंद, यह सब ठीक नही है कही तेरे चाचा को पता चल गया तो तेरा तो कुछ नही पर मेरी तो जान ही ले लेंगे, ये कहते हुए प्रभा धीरे-धीरे उसके मोटे लंड को सहलाने लगी

आनंद धीरे से अपनी चाची से चिपक कर उसे अपने सीने से लगा लेता है और उसके गले को चूमता हुआ बोला - नही चाची आप फिकर क्यो करती हो और फिर जब से मेने तुम्हे निचे कमरे में नंगा देखा है मे तब से ही तुम्हे चोदने के लिए तड़प रहा हू, एक बार मुझे चोद लेने दो उसके बाद मे आप से कुछ नही मंगूगा,

इधर प्रभा की पकड़ न चाहते हुए भी आनंद के मोटे लंड पर धीरे-धीरे बढ़ जाती है और वह भी अपने मोटे-मोटे गदराए दूध को आनंद की छाती से दबाती हुई बोली - लेकिन आनंद यह सब ठीक नही है मे तेरी चाची हू,

आनंद प्रभा के पीछे अपना हाथ लेजा कर उसकी गदराई मोटी गान्ड को अपने हाथ मे भरता हुआ बोला - अरे चाची आप नही जानती अपनी चाची को चोदने मे कितना मज़ा आता है आप एक बार मुझसे कस कर चुदवा लोगि ना फिर देखना आप रोज मुझसे चुदवाने के लिए तड़पोगी, और वैसे भी तुम्हारी इस गदराई गान्ड को देख कर मेरा लंड हमेशा ही खड़ा रहता है, एक बार मुझे पूरी नंगी होकर दिखाओ ना

प्रभा भी अब धीरे धीरे आनंद के रंग मे रंग चुकी थी और आनंद के मोटे लंड को अब कस-कस कर अपने हाथो से दबोचते हुए मंद-मंद मुस्कुरकर बोली - तुझे शर्म नही आएगी अपनी चाची को नंगी देखने मे,

आनंद प्रभा के मोटे-मोटे भारी चुतडो को अपने हाथो मे भर -भर कर कस कर दबाता हुआ -अरे चाची आप शरम की बात कर रही हो मे तो आपको नंगी देखने के लिए मरा जा रहा हू

प्रभा आनंद के लंड को दबाती हुई बोली - क्या करेगा अपनी चाची को नंगी देख कर

आनंद अपना हाथ आगे ले गया और फिर प्रभा के पेट की ओर से अपना हाथ उसकी नाईटी के अंदर सीधे पेंटी के अंदर घुसा दिया और झट से उसकी फूली हुई चिकनी चूत को अपने हाथ मे पकड़ कर दबोचते हुए बोला -चाची आपको पूरी नंगी करके सबसे पहले आपकी इस फूली हुई चूत को खूब चाटूगा और फिर अपनी प्यारी चाची को पूरी नंगी करके आपकी खूब कस्के चूत और मोटी गदराई गान्ड को चुसूंगा,

प्रभा- पर तूने मुझमे ऐसा क्या देखा की तू मुझे चोदने के लिए मरा जा रहा है

आनंद- अरे चाची तुम्हारी जैसी गदराई अगर मेरी मम्मी भी होती तो मे उसको भी चोद देता और अपनी बीवी बना लेता

प्रभा- मुस्कुरकर तू बड़ा ही कमीना है आनंद अपनी माँ को ही अपनी बीवी बनाना चाहता है

आनंद प्रभा के मोटे-मोटे दूध को दबोचते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर बोला - चाची बीबी तो मे तुम्हे भी चोद कर बनाना चाहता हू, बोलो बनोगी मेरी बीबी? लोगी मेरा ये मुन्सल लंड अपनी इस फूली हुई चुत में

प्रभा- जालिम, एक औरत की चूत को इतनी बुरी तरह से मसल रहा है और फिर उससे पूछता है कि वह तेरा लंड लेगी कि नही

आनंद अपनी चाची की बात सुन कर उसकी नाईटी को उसके बदन से अलग कर देता है, अपनी चाची को लाल रंग की पेंटी मे देख कर वह पागल हो जाता है उसे यह नही पता था कि उसकी चाची इतनी जयदा गदराई हुई है, अपनी चाची की मोटी-मोटी दूधिया जंघे, देख कर वह पागल हो जाता है जब वह अपनी चाची की फूली हुई पेंटी मे कसी चूत को देखता है तो तुरंत उसकी चूत को अपनी मुट्ठी भर कर दबोच लेता है और प्रभा आनंद के सीने से चिपक जाती है और उसका खड़ा लंड अपने हाथो मे पकड़ कर कस-कस कर दबाने लगती है

आनंद जल्दी से अपनी चाची का ब्लौज उतार कर उसे सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे बेड पर लिटा देता है और फिर अपनी चाची को खड़ा होकर उपर से नीचे तक निहारने लगता है, उसकी चाची की फूली हुई चूत की फांके पेंटी से बाहर फूल कर दिखाई देती है , आनंद सीधे अपनी चाची के पेरो की तरफ आता है और उसकी फूली हुई चूत पर अपना मुँह रख कर उसकी चूत को अपने मुँह से दबाने लगता है और प्रभा मदहोश होने लगती है,

आनंद अपनी चाची की पेंटी को साइड मे करके उसकी चूत को फैला-फैला कर चाटने लगता है और प्रभा पागलो की तरह सीसीयाने लगती है, आनंद अपनी चाची की चूत की खुश्बू सूंघ कर पागल हो जाता है और फिर उसकी चूत मे अपनी जीभ डाल कर पागलो की तरह उसकी चूत को चाटने लगता है, प्रभा पड़ी-पड़ी अपने हाथ पेर फेंकती हुई कराहने लगती है,

आनंद- चाची कैसा लग रहा है

प्रभा- आह बहुत अच्छा लग रहा है आनंद तेरे चाचा ने तो आज तक मेरी चूत को इस तरह नही चटा हाय तू कितना अच्छा चाटता है, आह-आह

आनंद अपनी चाची की फूली हुई चूत को दबोच-दबोच कर चाटने लगता है और फिर आनंद अपनी चाची की पेंटी को उसके पेरो से निकाल देता है और प्रभा को उल्टा लेटा कर उसके गदराए मोटे-मोटे चुतडो को अपने हाथो से फैला-फैला कर चाटने लगता है

प्रभा उसकी इस हरकत से पागल हो जाती है और खूब ज़ोर-ज़ोर से हा-ह करने लगती है आनंद अपनी चाची की मोटी गान्ड को अपने हाथो से खूब दबोच-दबोच कर उसकी मोटी गान्ड को खूब फैला-फैला कर चूसने लगता है,

लगभग 20 मिनिट तक आनंद अपनी चाची के मोटे चुतडो को दबोच-दबोच कर लाल कर देता है, और प्रभा ना जाने कितना पानी छोड़ती है, आनंद उसके सारे रस को चाट-चाट कर उसकी चूत को साफ कर देता है उसके बाद आनंद अपनी चाची को उठा कर बैठा देता है और उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबोचते हुए मसल्ने लगता है

प्रभा एक दम से आनंद के मोटे लंड को पकड़ कर झुक कर अपने मुँह मे भर लेती है और उसके लंड को खूब कस-कस कर चूसने लगती है, आनंद अपनी चाची जो कि अपनी जंघे फैलाए आनंद का लंड चुस्ती रहती है क़ी चूत मे अपनी उंगली डाल देता है और उसकी चूत मे तब तक उंगली पेलता है जब तक की उसकी उंगली उसकी चूत मे जड़ तक नही पहुच जाती है, प्रभा की आँखे काम वासना से पूरी नशीली हो जाती है और वह उसके मोटे लंड को चूस-चूस कर लाल करने लगती है,

आनंद- बस चाची अब रुक जाओ नही तो तुम्हारे मुँह मे निकल जाएगा

प्रभा- हाय जब से तेरा ये मोटा लम्बा लंड देखा है तब से तेरे मोटे लंड को अपने मुँह मे भरने के लिए तड़प रही थी आज तो मे इस मोटे डंडे का सारा रस पी जाउन्गि मेरे मुँह मे ही अपना रस निकाल दे, और फिर प्रभा उसके लंड को पागलो की तरह कस-कस कर चूस्ते हुए उसके रस को अपने मुँह के अंदर पूरी ताक़त से खिचने की कोशिश करने लगती है और आनंद से रहा नही जाता है और वह रुक -रुक कर अपनी चाची के मुँह मे अपना रस निकालने लगता है और प्रभा उसके सारे रस को चूस-चूस कर पीने लगती है, आनंद के लंड से जब तक उसका रस निकलता है प्रभा तब तक उसके रस को खिच -खींच कर चुस्ती रहती है और फिर आनंद मस्त होकर अपनी चाची को ले कर बेड पर लेट जाता है,

आनंद पूरा नंगा अपनी चाची के नंगे बदन से चिपका हुआ उसके मस्ताने भोस्डे पर अपना हाथ फेरता हुआ उसके रसीले

होंठो को चूस्ता रहता है और प्रभा फिर से उसके लंड को सहलाने लगती है,

आनंद- चाची अब क्या करना है

प्रभा- मुस्कुरा कर अब मेरी चूत को कस-कस कर चोद और क्या करना है, आज तो मे रात भर तुझसे अपनी चूत मराउन्गि

आनंद- अपनी चाची को अपने सीने से कस कर दबाते हुए उसकी मोटी गान्ड की गहरी दरार मे अपने हाथ को फेरते हुए उसके होंठो को चूमने लगता है और उसका मोटा लंड जो अभी थोडा सा मुरझाया था, उसकी चाची की चूत के उपर रगड़ खाने लगता है,

आनंद- चाची और चुसू तुम्हारी इस चूत को

प्रभा रुक जा मे चुसती हू, तूने दो बार पानी छोड़ दिया है तो थोडा टाइम लगेगा इसे खड़ा होने में,

ये कहकर प्रभा धीरे धीरे आनंद के लंड को सहलाने लगती है और फिर कुछ ही देर की चुसाई के बाद आनंद का लंड फिर से खड़ा होकर सलामी देने लगा था

अब प्रभा की चूत खूब रसीली हो जाती है तो उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो जाता है और वो पीछे सरक कर आनंद के लंड को अपने हाथो से पकड़ कर सररर से उसके लंड पर बैठ जाती है और आनंद का लंड अपनी चाची की रसीली चूत को भेदता हुआ उसकी चूत की गहराई मे उतर जाता है और फिर प्रभा कूद-कूद कर आनंद के मोटे लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर करने लगती है, आनंद भी अपनी चाची के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे कस कर पकड़ता हुआ मसल्ने लगता है और अपनी कमर उठा-उठा कर अपनी चाची की चूत मे अपने लंड को भरने लगता है,
प्रभा अपनी मोटी गान्ड को उठा-उठा कर आनंद के लंड मे मारने लगती है और जब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो जाता है तो प्रभा नीचे लुढ़क जाती है और आनंद को पकड़ कर अपने उपर चढ़ाने लगती है, आनंद झट से अपनी चाची की गदराई मोटी जाँघो को फैला कर उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को लगा कर एक तगड़ा शॉट मारता है और उसका लंड उसकी चाची की चूत मे जड़ तक समा जाता है, आनंद अपनी चाची की मोटी-मोटी जाँघो को कस कर दबोचता हुआ उसकी चूत मे अपने लंड के धक्के मारने लगता है और प्रभा आह-आह करते हुए सीसियती हुई उसके लंड पर अपनी चूत उठा-उठा कर मारने लगती है,

आनंद सतसट अपनी चाची की चूत को कस-कस कर चोदने लगता है और प्रभा की चूत पानी-पानी हो जाती है,

कुछ देर बाद आनंद अपनी चाची को बेड पर घोड़ी बना देता है और उसकी चूत मे अपने लंड को पीछे से लगा कर एक कस कर धक्का मारता है और उसका पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर समा जाता है और आनंद अपनी चाची की मोटी गदराई गान्ड को मसलते हुए उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को पेलने लगता है, प्रभा आनंद के लंड के धक्को का जवाब अपनी अपनी चूत को उसके लंड पर मारती हुई देने लगती है जब प्रभा से सहना मुश्किल हो जाता है तो वह एक दम से लुढ़क जाती है और आनंद अपनी चाची की मोटी जाँघो को पूरा फोल्ड करके अपने पेर के पंजो पर बैठ कर अपनी चाची की चूत को अपने लंड से कस-कस कर ठोकने लगता है और प्रभा खूब कस-कस कर उसके लंड पर अपनी चूत के धक्के मारने लगती है,

लगभग 40 मिनिट तक अलग अलग पोज़ मे आनंद अपनी चाची को चोदता है और उसके बाद प्रभा की चूत की चिकनाहट खूब बढ़ जाती है और वह आनंद को अपने हाथो से कस लेती है और आनंद लगभग 20-25 तगड़े धक्के अपनी चाची की चूत मे सतसट मारता हुआ उसकी चूत के अंदर अपने पानी को छोड़ देता है और प्रभा सीसियती हुई आनंद को अपनी बाँहो मे कस कर पानी छोड़ती हुई गहरी-गहरी साँसे लाने लगती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरे से चिपके पड़े रहते है उसके बाद आनंद अपनी चाची को मुस्कुरा कर देखता हुआ उसके उपर से हट जाता है, प्रभा अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी साँसे लेती रहती है और फिर आनंद जब उसके गालो को अपने दन्तो मे भर कर काटता है तब प्रभा अपनी आँखे खोल कर आनंद को देखती है और फिर दोनो देवेर चाची एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है,

आनंद- मुस्कुरा कर अपनी चाची के मोटे-मोटे दूध के निप्पल को मसलता हुआ, चाची आख़िर मेने आपको भी चोद ही दिया,

प्रभा- मुस्कुरा कर उसके गाल को अपने हाथो से खिचती हुई, तू बहुत बड़ा पाजी है आनंद, और दोनो एक दूसरे की बाँहो मे चिपक जाते है,
KONG
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