भाभी का बदला

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shubhs
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Re: भाभी का बदला

Post by shubhs »

Nice
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
shabi
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Re: भाभी का बदला

Post by shabi »

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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

धन्यवाद दोस्तो
Read my all running stories

(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

दोनों कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे और फिर कुछ देर बाद दर्द कम हुआ तो भाभी नीचे से गाण्ड उठाने लगी और राज ऊपर से और फिर दोनों ने चुदाई शुरू की। शुरू में हर धक्के के साथ भाभी की चीख निकल रही थी। लेकिन बाद में भाभी की चीख सिसकारियों में बदल गई।

और भाभी बोलने लगी-“राज्ज्जा बजा मेरी चूत को ओह्ह… जोर से और जोर से… फाड़ दे आज साली को चोद मेरी कुत्ते… हाँ जोर से बजा मेरी चूत को… ओ माँ मजा आ रहा है… साल्ल्ले भोसड़ी के हरामी, चोद मेरी चूत को अह्ह… ऊह्ह कम ओन राज… कम ओन राज चोदो और जोर से, फाड़ दो… कम ओन और तेज चोदो, चोदो मुझे… बहुत तड़पाती है चोदो आज पूरी फाड़ दो मेरी चूत को… राज और जोर से चोदो… फाड़ डालो अपनी कुतिया की चूत ऊओह्ह… आज चोद डालो मेरी चूत को, फाड़ डालो अपनी कुतिया रंडी की चूत को… आज अपनी रंडी की चूत पर रहम मत करो, साली को फाड़ डालो… राज चोदो और जोर से चोदो… पूरा घुसा दो अपना लौड़ा और फाड़ दो मेरी चूत को। आज अपनी रंडी को चोदो और बना दो आज इसका भोसड़ा… राज चोदो अपनी रजनी को और तेज्ज ओह्ह… माँ ऽऽ, फाड़ दी अह्ह… ओह्ह… चोदो और जोर से और तेज… कम ओन चोदो…” बके जा रही थी।
राज उसको चोदे जा रहा था और फिर 15 मिनट की चुदाई के बाद भाभी की बॉडी अकड़ने लगी और वो अपनी गाण्ड को जोर-जोर से उठाने लगी, तो राज समझ गया की इसका पानी आने वाला है। फिर राज ने अपनी स्पीडूब ढ़ाई और चोदने लगा जोर से।

भाभी चिल्लाई-“अम्म्म्म… उह्ह… अम्म्म्म… आआऽ ओह्ह… मरी कुत्ते बहनचोद अह्ह… ऊओह्ह… चोदो और जोर से भैन के लौड़े च्चोद अब अह्ह… कम ओन और तेज चोदो, मैं आने वाली हूँ … राज मेरा होने वाला है…” और फिर तेज झटके के साथ उसकी चीख-“आऽऽ ओह्ह…”

फिर राज भी गरम था तो राज ने भी मुँह खोल दिया और भाभी की चुची पर काटने लगा और चांटे मरने लगा और बोलने लगा-“साली कुतिया रंडी चूत फाड़ुँगा तेरी… आज तुझे कुतिय्या बना दूँगा बहन की लौड़ी… खा मेरे लण्ड को साली हरामी…”

भाभी भी उसका पूरा साथ दे रही थी।

फिर राज उसको चोद रहा की तभी अचानक भाभी जोर से चीखने लगी और जोर-जोर से गाण्ड उठाने लग-“हाईईईईई रज्जा मैं गई… आज्ज चोद भैन्नचोद जोर से उम्म्म… और जोर से मार उम्म्म्म… आआऽऽ ह्म् म्म्म… मैं आने वाली हूँ राजा, मेरे कुत्ते राज उम्म्म्म…”{ और झड़ गई और फिर चुपचाप पड़ गई बेड पर।

राज ने भी अपना लण्ड निकाल लिया भाभी की चूत से। उसकी चूत का पानी बाहर आ रहा था। राज ने लौड़ा निकाला तो वो पूरा गीला था। फिर राज ने लौड़ा भाभी के मुँह में ठूंस दिया और बोला-“साली ले चूस मेरा लौड़ा, माँ की लौड़ी आज तेरी चूत गाण्ड सबकी माँ चोदुन्गा …” कहकरि उसके ऊपर 69 में आ गया और उसकी चूत का रस पीने लगा, गीला लण्ड भाभी के मुँह में था।

और इधर मैं फिर से गरम हो चुकी थी और अपनी चूत से खेल रही थी। फिर राज ने चूत में उंगली घुसा दी और उंगली से चोदने लगा। फिर उंगली बाहर निकाली और भाभी के गुलाबी गाण्ड के छेद पर फिराने लगा। फिर राज खड़ा हुआ और दोनों पैरों के बीच में आया, और भाभी की गाण्ड के छेद से खेलना शुरू किया।

भाभी मना करने लगी-राज प्लीज़… गाण्ड में नहीं।
राज बोला-“साली चुप रंडी कुतियां आज तेरी इस गाण्ड का छेद बड़ा कर दूँगा भैन की लौड़ी, बहुत तड़पाया है तूने । आज तुझे हर चीज का मजा दूँगा …” और गाण्ड के छेद में एक उंगली घुसाने लगा।

भाभी बोली-“राज प्लीज़… नहीं ऐसा मत करो।

राज ने उसकी टाँग उठाई और जोर से चांटा मारा गाण्ड पर, और उसकी गाण्ड लाल हो गई।

भाभी जोर से चीखी-“ऊओह्ह… माँ … राज प्लीज़्ज़ गाण्ड मत मारो…”

पर राज तो किसी जंगली कुत्ते की जैसे लगा रहा था। उसके बाद राज ने उसकी गाण्ड के नीचे एक और तकिया लगा दिया तो गाण्ड अब पूरी ऊपर उठ गई। अब उसकी गाण्ड का छेद सॉफ दिख रहा था और बार-बार खुल और बंद हो रहा था और चूत का पानी लगा होने के कारण गीला दिख रहा था। फिर राज ने अपना लण्ड उसकी गाण्ड पर टिका दिया और उसमें घुसाने लगा।

रजनी भाभी उसे मना कर रही थी और बार-बार न चोदने की बिनती कर रही थी। पर अब रजनी भाभी कुछ नहीं कर सकती थी, क्योंकी उसके हाथ बंधे थे।
पर मुझे डर लग रहा था और मजा भी आ रहा था और सोच रही थी कि अब क्या होगा? राज का लौड़ा मेरी भाभी की गाण्ड में जाएगा तो क्या होगा?

अब राज ने भाभी की गाण्ड पर अपना लौड़ा घुसाना शुरू कर दिया। फिर राज ने तेल की बोतल उठाई और भाभी की गाण्ड के छेद पर डाल दिया और और कुछ तेल अपने लण्ड पर लगा दिया।

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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

इधर मैं एक बार फिर से अपनी चूत का रस निकालने को तैयार हो चुकी थी मेरी भी चुची टाइट हो चुकी थी और चूत से कभी भी पानी निकल सकता था।

उसके बाद राज अपने तेल लगे लण्ड को भाभी की गाण्ड में घुसाने लगा और धीरे-धीरे उसने अपना सुपाड़ा भाभी की गाण्ड में घुसा दिया।

जिससे भाभी की हल्की सी चीख निक ली। भाभी बोली-“राज प्लीज़ यार, निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है।

राज बोला-“रजनी मेरी रानी, तेरी गाण्ड बड़ी मस्त है यार आज बस त मजे ले और मुझे भी लेने दे…” कहकर राज ने अपना लण्ड बाहर निकाला तो भाभी को कुछ आराम मिला और फिर राज ने तेल की बोतल से और तेल उसकी गाण्ड में डाल दिया और और अपने लण्ड पर तेल डाला। अब पूरा लण्ड तेल से चिकना हो चुका था।

मेरी आँखे तो फटी की फटी थी जब मैं उसके तेल में गीले लण्ड को देख रही थी हाए। और सोच रही थी कैसे मेरी भाभी इस लण्ड को ले रही है? मुझे तो एक उंगली से भी दर्द हो रहा है और इतना मोटा लंबा लण्ड चूत में और गाण्ड में ले रही है।

फिर राज ने उसकी गाण्ड पर लण्ड टिका दिया। तेल लगा होने के कारण लण्ड का सुपाड़ा आराम से उसकी गाण्ड में घुस गया। अब राज ने भाभी की दोनों टांगों को हवा में लहरा दिया और भाभी की गाण्ड में एक जोरदार झटका मारा तो राज का लण्ड आधा गाण्ड में घुस गया।

और भाभी की जोरदार चीख निक ली-“ओह्ह माँ … साले बाहर निकाल प्लीज़्ज़… राज बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़्ज़ राज…”

राज ने उसके मुँह को बंद कर दिया, यानी उसके होंठों को चूस ने लगा। अब राज का लण्ड आधा उसकी गाण्ड में फँसा हुआ था।

भाभी बहुत तेज छटपटा रही थी, और अपने पैरों को हिला रही थी, और राज का लण्ड बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी। पर नीचे पड़ी-पड़ी उसकी आँखों से आूँस आ रहे थे।

राज लगातार उसके होंठ चूसे जा रहा था और चुची को मसल रहा था। फिर कुछ देर बाद राज हिलने लगा और आधे लण्ड से उसकी गाण्ड चोदने लगा। फिर कुछ देर भाभी का दर्द कम हुआ तो भाभी भी साथ देने लगी। राज भी अब स्पीडूब ढ़ाने लगा था।

भाभी का दर्द भी कम हो रहा था तो वो भी गाण्ड उठा रही थी। फिर राज ने अपना लण्ड बाहर निकालकर और तेल डाला और फिर से आधा लण्ड पेल दिया। इस बार भाभी की हल्की चीख निक ली। फिर राज उसकी चुचियों को चूस ने लगा और उसकी गाण्ड को चोदने लगा।

भाभी भी अब मजा लेने लगी, और कहा-“अह्ह… राज आराम से चोद, मजा आ रहा है। चोद आराम से…”

राज कुछ देर चोदता रहा और फिर एक और जोरदार झटका दिया। झटका इतना तेज था की भाभी की फिर से जोरदार चीख निक ली। इस बार भाभी ऊपर की ओर सरक गई। पर राज का पूरा लण्ड भाभी की गाण्ड में उतर चुका था।

भाभी की चीख ने मेरी चूत को फिर भर दिया, यानी मेरा पानी निकल गया था और पैंटी गीली हो चुकी थी। मैं बैठ गई और बहुत तेज कांप रही थी। अब मेरी हिम्मत जवाब दे गई। मुझमें कोई जान नहीं बची थी और निढाल होकर पड़ गई वहीं।

अंदर से भाभी की चीखने की आवाज आ रही थी-“अह्ह… उम्म्म्म… साले कुत्ते, फाड़ दी मेरी गाण्ड कुत्ते ने… हरामी बाहर निकाल ले…” राज बस लेटा रहा।

मैं वहीं पड़ी हुई थी और खुद को उठाने की कोशिस करने लगी।

और फिर राज ने धक्के देने शुरू कर दिए और बोला-“मेरी रानी रजनी, अब तो टूट गई तेरी गाण्ड की सील… साली फट गई गाण्ड… अब बस मजा ले, मेरा साथ दे और मजा लूट मेरे साथ और राज उसकी गाण्ड को चोदने लगा।

भाभी को अभी भी दर्द हो रहा था वो बार-बार-“प्लीज़्ज़ राज बाहर निकाल लो यार बहुत दर्द हो रहा है…” कह रही थी। राज 5 मिनट तक उसकी गाण्ड को चोदता रहा।

फिर भाभी का दर्द कम होना शुरू हो गया और वो राज का साथ देने लगी-“राज उम्म्म्म… राज आऽऽ ओह्ह… साल्ले कुत्ते फाड़ दी गाण्ड भी…” और बहकने लगी।

फिर राज उसकी गाण्ड को दनादन चोदने लगा, 10 मिनट तक उसकी गाण्ड को चोदा। फिर लण्ड निकाला और चूत में पेल दिया और चूत चोदने लगा-“साली रंडी कुतिया, ले खा मेरा लौड़ा कुतिया भोसड़ी की…” और गालियाँ देने लगा।

भाभी भी उसको गालियाँ दे रही थी-“साले हरामी, चोद मेरी चूत , फाड़ दे इसको, आज बना दे इसका भोसड़ा… आऽ राज मेरे यार मजा आ रहा है आज…”

फिर राज ने लौड़ा निकाल लिया और गाण्ड में घुसा दिया और गाण्ड चोदने लगा। और फिर भाभी को दर्द नहीं हुआ।

अब तक मैं खड़ी होकर देखने लगी। मुझे उनकी चुदाई देखते-देखते एक बज चुका था, यानी दो घंटे से लाइव पॉर्न देख रही थी और दो बार झड़ चुकी थी।

राज अब बारी-बारी से चूत और गाण्ड चोद रहा था, बीच-बीच में उसकी गाण्ड और चुची पर चांटे मारता, जिससे भाभी उसको गालियाँ देती। राज उसको फुल स्पीड में चोद रहा था। दोनों पसीने से लतपथ थे और राज चोदे जा रहा था।

मुझे तो उसकी चुदाई देख कर डर लग रहा था और भाभी वहां चुदवा रही थी।

फिर राज ने भाभी को छोड़ दिया और लण्ड निकाल लिया और उसको होंठों पे चूस ने लगा।

भाभी बोली-“साले घुसा लौड़ा मेरी चूत और गाण्ड में… कुत्ते बाहर क्यों निकाला?”
शायद राज झड़ने वाला होगा ऐसा लगा मुझे।

फिर राज ने भाभी के हाथ खोल दिए। भाभी के हाथ खुलते ही भाभी ने राज को हटा दिया और खड़ी हो गई, बेड से नीचे उतरी और चलने लगी। उनकी चाल बदल गई थी, वो कुछ लंगड़ा रही थी। फिर जैसे-तैसे टेबल तक पहुँची, वहां जाकर उसने एक पेग बनाया और और एक बार में ही पी गई। फिर एक और पेग बनाकर पी गई और वहीं नीचे बैठ गई।

मेरी भाभी किसी पॉर्न-स्टार के जैसे लग रही थी, क्योंकी बस वो हाई हील के सैंडल में थी।

फिर राज खड़ा हुआ और जाकर भाभी के बाल पकड़कर उठाया और लेकर वापस बेड पर पटक दिया। अब भाभी उल्टी बेड पर पड़ी थी और राज ने उसकी चूत के नीचे तकिया लगाया और अपने लण्ड को एक झटके में उसकी चूत में उतार दिया।
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