भाभी का बदला

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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »

कुछ दिन तक नॉर्मल रहा, पर भाभी खुश नहीं रहती थी। और भाई भी कभी कभी घर आता था। एक दिन रात को मैं पॉर्न देख रही थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी। उंगली करते-करते मैं झड़ गई और फिर खुद को सॉफ करने बाथरूम गई और वापस आई तो देखा की भाभी के रोने की आवाज आ रही है।

तो मैंने सोचा की कौन होगा अब इस समय? तो मैं रूम के पास गई और कान लगाकर सुनने लगी, तो भाभी किसी से काल पर बात कर रही थी और बोल रही थी-“यार तेरा लण्ड मस्त है, मेरा पति तो साला गांडू है मादरचोद साला हिजड़ा है, उसका लण्ड नहीं लुल्ली है। तेरे लण्ड से चोद दे मुझे। यार बहुत दिन हो गये हैं चुदे हुये। साली चूत में आग लगी है, यार चोद दे मुझे, बहुत प्यासी हूँ मैं। तेरे इस लंबे मोटे लण्ड से मुझे बना ले अपनी बीवी। मेरा पति सो साला नामर्द है बहनचोद हिजड़ा है कुत्ता।

मैं भाभी की ऐसी बात सुनकर समझ गई की उसका कोई बायफ्रेंड है, और उसके बाद मैं भाभी की हर बात का ध्यान रखती, या ये समझो की मैं उसकी हर चीज पर नजर रखती थी। एक दिन मुझे भाभी का मोबाइल मिला तो मैंने देखा की उनके नंबर से एक नंबर पर बहुत बार बात हुई है तो वो नंबर ले लिया और फिर व्हाट्सप्प चेक किया तो देखा नंबर व्हाट्सप्प पर भी है। भाभी ने उनसे चैट की थी, पर जब खोलकर पढ़ने लगी तो आँखे खुली की खुली रह गईं।

ये नंबर किसी राज के नाम से सेव था और उसने अपने लण्ड की बहुत सी पिक, भाभी को भेजी थी और भाभी ने भी अपनी चूत और चुचियों की पिक भेजी थी। फिर मैं मोबाइल वापस रखकर आ गई और सोचने लगी-“कौन है ये राज? और कहां का है? जो इतनी गंदी-गंदी पिक शेयर करता है? उसका लण्ड लंबा मोटा मेरे पापा से बड़ा दिख रहा था। ये था राज जिसने पहली बार मेरी चुदाई की। और मेरा मुँह, चूत और गाण्ड फाडी यानी मेरी सील तोड़कर मुझे चोदा। इसका लण्ड 8” इंच लम्बा, 3” इंच मोटा था, उम्र 27 साल, बॉडी ना स्लिम, ना मोटा, पर एक नंबर का चोदू इंसान है।

उसके कुछ दिन बाद भाभी दिन में किसी से काल पर बात कर रही थी। क्योंकी घर में मैं और भाभी ही थे बाकी कोई नहीं था, तो भाभी उससे बोली-“यार कुछ करो ना… कब तक ऐसा तड़पाओगे मुझे? मेरी जान बहुत प्यासी हूँ मैं, मेरी प्यास बुझा दो…”

फिर वो भाभी से बोला-“यार मिलना है…”

भाभी ने ऐसा ही जवाब दिया-“यार घर में मेरी ननद है बस और कोई नहीं है, और मैं आ सकती हूँ मार्केट के बहाने तुमसे मिलने…”

तो वो बोला-ठीक है।

फिर भाभी कुछ देर बाद मेरे रूम में आई और बोली-“पायल मैं मार्केट जा रही हूँ कुछ सामान लाने तुम यहीं रहना…”

मुझे तो पता था की ये किसी से मिलने जा रही है तो मैंने भाभी से पूछा -“क्या लेने जा रही हो?”

तो भाभी बोली-“कोई पर्सनल सामान है…”

मैं बोली-क्या भाभी, मैं अकेली बोर हो जाउन्गी।

भाभी बोली-“यार बस दो घंटे में आ जाउन्गी…”

मैं बोली-“भाभी, आप घर की दूसरी चाभी लेकर जाओ, मैं कालेज़ जाउन्गी…”

भाभी बोली-“ठीक है…” और वो चली गई।

मैं जल्दी-जल्दी बाहर आई और घर को लाक किया और अपना चेहरा स्कार्फ़ से बांधा और अपनी स्कूटी से भाभी की गाड़ी का पीछा करने लगी। फिर देखा की भाभी तो बस स्टैंड की तरफ जा रही है और वहां जाकर रुक गई, और किसी से काल पर बात करने लगी। फिर तभी एक लड़का आया और भाभी की गाड़ी में बैठ गया और भाभी चल दी।

फिर भाभी ने गाड़ी एक होटल के सामने ले जाकर रोक दी। वो लड़का उतरा और भाभी भी उतरकर उसके साथ चली गई, और मैं वही खड़ी रही और सोचने लगी की अब कैसे जाऊँ अंदर। तभी भाभी और वो लड़का बाहर आ गये और गाड़ी में बैठ गये, कुछ देर तक बातें करते रहे। फिर तभी मेरा मोबाइल बजा तो मैंने देखा की भाभी का काल था और सोचा की मेरे पास क्यों कर रही है?

मैंने काल उठाया तो भाभी ने पूछा -पायल कहां हो?

मैं बोली-भाभी कालेज़ जा रही हूँ रास्ते में हूँ …” क्योंकी मेरे घर से कालेज़ 4 कि ॰मी॰ दूर है।

भाभी बोली-कब तक आओगी?

मैं बोली-“3:00 बजे तक…” पर अभी तो 11:00 बजे थे। तभी मैं समझ गई की अब ये घर जाएगी शायद।

फिर उसने गाड़ी को वापस मोड़ा और घर की तरफ चल दी, पर बस स्टेंड पर जाकर रुक गई और वो लड़का उतर गया। भाभी अभी भी वहीं खड़ी रही। करीब 10 मिनट बाद वो लड़का फिर से आया और गाड़ी में बैठ गया और भाभी चल दी।

फिर भाभी और वो लड़का घर आ गये और मैं रास्ते में घर से कुछ दूर रुक गई। जब वो दोनों घर के अंदर आ गये तो मैं करीब 20 मिनट बाद घर आ गई और चुपके से दूसरी चाभी से दरवाजे को खोलकर मैं अंदर आ गई और स्कूटी को दरवाजे से पहले ही बंद कर दिया, ताकि आवाज ना आए और अंदर खड़ी करके दरवाजा धीरे से खोला और हाल में आ गई। फिर मैंने भाभी के रूम को देखा तो वहां अंदर से आवाज आ रही थी बात करने की, यानी वो लड़का अभी भी घर में ही था।

मैंने सोचा की अंदर कैसे देखूँ ? क्योंकी भाभी का दरवाजा खुला हुआ था। पर हिम्मत नहीं हो रही थी की भाभी देख ना लें और मैं पकड़ी ना जाऊँ। फिर मुझे याद आया की पीछे से एक खिड़की है, वहां से देख सकती हूँ मैं। तो मैं वहां गई पर वहां भी कूलर लगा हुआ था।
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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rajsharma
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Re: भाभी का बदला

Post by rajsharma »


मैंने धीरे से कूलर साइड में कर दिया, अब मैं अंदर का नजारा देख सकती थी। पर मुझे डर लग रहा था ये सोच करके की क्या कर रही है भाभी इस लड़के के साथ? फिर मैंने हिम्मत करके अंदर झांका तो देखा की वो लड़का और भाभी बैठें है, सामने टेबल पर भाभी ने वाइन की बोतल रखी हुई थी, और दोनों ड्रिंक कर रहे थे। कुछ देर बाद उस लड़के ने (सारी दोस्तों, लड़के का नाम राज था तो नाम लेना चाहूँगी ) ने गिलास रख दिया और भाभी को खड़ा कर लिया।

मेरी भाभी ने उस समय आसमानी रंग साड़ी पहनी हुई थी और राज ने जीन्स और टी-शर्ट पहनी हुई थी। फिर दोनों खड़े हो गये और राज ने भाभी को अपने पास खींच लिया और दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे, दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे।

और मैं उनको देख रही थी मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था की मेरी भाभी किसी दूसरे मर्द के साथ ये सब कर रही है, पर मैं कुछ भी नहीं कर सकती थी। फिर राज ने भाभी को पकड़ लिया और उसकी कमर पर हाथ फिराने लगा तो भाभी उससे और चिपकने लगी, जैसे उसके अंदर समा जाना चाहती हो, और राज की कमर को कस लिया।

फिर राज ने भाभी को 10 मिनट तक होंठ चूस कर छोड़ दिया और बोला-“रजनी, बहुत प्यासी हो शादी के बाद…”

तो रजनी बोली-हाँ राज, बहुत प्यासी हूँ । साला मेरा आदमी तो गान्डू है। तू मुझे चोदकर खुश कर आज बहुत दिन हो गये तेरे हलब्बी लण्ड से चुदे हुए। यार, आज कोई रहम मत कर मेरे ऊपर। आज फाड़ दे मेरी चूत को जैसे पहले चोदता था।

पर राज बोला-“मेरी एक शर्त है?”

भाभी बोली-क्या?

राज-आज तुमको अपनी गाण्ड भी मरानी होगी।

रजनी बोली-राज तेरा लण्ड गधे जैसा है, मेरी गाण्ड में नहीं जाएगा।

राज बोला-ठीक है, फिर मैं कुछ नहीं करूंगा तेरे साथ।

भाभी बोली-राज प्लीज़ यार, मेरी चूत बहुत प्यासी है आज बुझा दे इसकी आग, जैसे पहले बुझाता था।

मुझे अब कुछ-कुछ समझ में आने लगा की ये रंडी साली पहले भी चुदा चुकी है राज से।

राज बोला-रजनी मेरी रानी, तब तू मेरी गर्लफ्रेंड थी, अब तू नहीं है।

रजनी बोली-“क्या यार, जब गर्लफ्रेंड थी तो साला खूब चोदता था, अब नहीं चोदेगा क्या? अब क्या हुआ यार तुझे?”

राज बोला-“यार, अब तेरी चूत का भोसड़ा बना दिया होगा तेरे आदमी ने, अब कहां मजा आएगा?”

मेरी भाभी रजनी बोली-“नहीं यार, साले को लण्ड के नाम पर लुल्ली है और डालते ही साले का काम खतम हो जाता है…” और फिर हँसने लगी।

राज ने दो पेग बनाए और रजनी को देते हुए बोला-“साली रंडी, बोला था की मेरे से चुदने के बाद किसी और का लण्ड नहीं लेगी… अब देख तुझे मेरे लण्ड के अलावा किसी का अच्छा नहीं लगता…” और राज और मेरी भाभी ड्रिंक करने लगे। फिर दोनों ने ड्रिंक खतम की।

फिर भाभी बोली-“जल्दी से चोदो अपनी इस रंडी को, नहीं तो भाई की रंडी आ जाएगी…”

राज बोला-कौन आ जाएगी?

भाभी बोली-मेरी ननद पायल कालेज़ गई है, वो आ जाएगी 3:00 बजे तक।

राज बोला-“यार अभी तो बस 12:00 बजे हैं…” और मेरे बारे में पूछने लगा।

भाभी बोली-“साली छोटी है, अभी तेरा लण्ड नहीं ले पाएगी। नहीं तो साली को चुदवा देती। थोड़ा सबर कर राजा, तुझे सबका मजा दिलवाउन्गी। बस आज तू मेरी चूत की खुजली मिटा दे पहले…” और राज के पास जाकर उसको पकड़ा और किस करने लगी।

फिर राज उसको कमर से पकड़कर रगड़ने लगा और दोनों फिर से किस करने लगे। मेरी रंडी भाभी अब किसी रंडी के जैसे कर रही थी, बस साली को लण्ड चाहिए था।

उसके बाद राज ने उसके गोरे चिकने पेट पर हाथ फिराना शुरू कर दिया था और मेरी भाभी का गोरा चिकना पेट नेट की साड़ी में सॉफ-सॉफ दिख रहा था। फिर राज ने भाभी की साड़ी को कंधों पर से गिरा दिया और उसके बाल पकड़के उसको जोर-जोर से चूमने चाटने लगा।

अंदर मेरा भी बुरा हाल हो रहा था, क्योंकी उनकी हरकतों के कारण मुझे गुस्सा भी आ रहा था और मेरी नीचे से भी कुछ हलचल होने लगी थी।

फिर मेरी रंडी भाभी ने राज की पैंट के ऊपर से लण्ड पकड़ा और सहलाने लगी। मेरी भाभी राज की गिरफ़्त में थी और बस मजा ले रही थी। फिर राज ने भाभी को अलग किया और बेड पर धक्का देकर गिरा दिया और उसके पैर अभी भी नीचे लटके थे। फिर राज ने अपनी टी-शर्ट निकाल दी और बनियान में आ गया। फिर भाभी के दोनों पैरों को पकड़कर ऊपर उठाकर उसके पैरों को किस करने लगा। फिर उसकी साड़ी को जांघों तक ऊपर किया और उसकी नंगी दूध सी जांघें चाटने और काटने लगा। राज बड़ा मजा लूट रहा था।

फिर रजनी भाभी ने राज को ऊपर खींचा और किस करने लगी। राज ने भाभी की चुचियों को पकड़ा और दबाने लगा। भाभी की लगातार सिसकारी निकल रही थी और वो गरम होती जा रही थी।

अब मैं नीचे से फिर गीली होने लगी, तो मैंने सोचा कि भाभी को रंगे हाथ पकड़ने का सही मोका है, पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी। क्योंकी मैं भी मदहोश हो चुकी थी। तो मैंने सोचा क्यों ना बाद में भाभी से बात करूं? और सबूत के लिए मैंने अपना मोबाइल निकाला और खिड़की के पास वीडियो रिकॉर्डिंग चालू करके रख दिया ताकि सब कुछ अच्छे से रिकॉर्डिंग हो। और फिर मैं भी देखने लगी। मेरा घर चारों तरफ से बंद होने के कारण मुझे वहां खड़ा होकर देखने में या कुछूकरने के कोई प्रॉब्लम नहीं थी। और मैं फिर से उनकी चुदाई देखने में मशगूल हो गई।

अब राज ने भाभी की साड़ी को उतारकर फैंक दिया और मेरी रंडी रजनी भाभी बस ब्लाउज़ और पेटीकोट में पड़ी थी बिस्तर पर, और राज उसके गोरे पेट को किस कर रहा था, चाट रहा था। फिर राज ने भाभी को अपने ऊपर करा तो भाभी उसको पागलों की तरह किस करने लगी, काटने लगी। राज ने उसके ब्लाउज़ को उतार दिया।

भाभी ने अंदर से पिंक कप वाली ब्रा पहनी थी जिसमें उस की चुची किसी पहाड़ की तरह खड़ी थी। फिर राज ने एकाएक उसको अपने ऊपर खींचा और किस करने लगा। फिर भाभी राज के लण्ड को पैंट के ऊपर से रगड़ने लगी और उसके ऊपर बैठ गई। फिर राज ने भाभी को बोला तो भाभी खड़ी हो गई और राज खड़ा हुआ और एक झटके से उसके पेटीकोट का नाड़ा तोड़ दिया, जिससे उसका पेटीकोट जमीन पर गिर गया। भाभी अब पिंक ब्रा और पिंक पैंटी में थी।

फिर राज ने उसको पास बुलाया और देख तो उसकी पैंटी चूत के ऊपर से गीली हो चुकी थी। राज ने अपने हाथ से भाभी की चूत को सहला दिया, जिससे भाभी की ‘आह्ह’ निकल गई और भाभी की चूत को छूते ही भाभी पागल हो गई और राज के बाल पकड़कर उसके सिर को चूत में दबा दिया। राज पैंटी के ऊपर से किस करने लगा और भाभी की गोरी-गोरी चूत को दबाने लगा फिर उसने भाभी को घुमाया।

तो मैंने देखा की राज के दबाने और के कारण भाभी के चूत ड़ लाल हो गये थे और फिर उसने भाभी को बेड पर लेटा दिया और अपनी पैंट निकाल दी और भाभी के ऊपर आ गया। अब वो किसी कुत्ते की तरह भाभी को हर जगह से चूम और चाट रहा था और भाभी को काट रहा था।
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Re: भाभी का बदला

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superb.......update ........Raj
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Kamini
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Re: भाभी का बदला

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mast update
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