Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

Post Reply
User avatar
shubhs
Novice User
Posts: 1541
Joined: 19 Feb 2016 06:23

Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by shubhs »

Next
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2734
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

वीर..जंगल एरिया में पहुँचा ही था कि तभी वीर की गाड़ी पर फाइरिंग होने लगती है *

फ्रंट शीशा चूर चूर हो जाता है..

गोलिया वीर के सीने से टकरा नीचे गिरने लगती है..



वीर जैसे ही गाड़ी से बाहर निकलता है
तभी फिरसे फाइरिंग होने लगती है....

पर फिर वोही अंजाम गोलियाँ वीर के सीने से टकरा नीचे गिरने लगती है..


वीर गुस्से मे आ जाता है. ऑर तभी..
जो भी छुपे हुए गुंडे फाइयर कर रहे थे उन सबको बाहर निकाल लेता है...


सब हैरान थे कि वीर कैसे बच गया


बस - तुझे क्या लगता है..
तू बुलेट प्रूफ जॅकेट पहन के आएगा तो हम से बच जाएगा..
सब से पहले तुझे मारूगा......
ऑर फिर तेरी फॅमिली..


बस का इतना ही बोलना था कि तभी वीर बिजली की तेज़ी से उस के पास जाता है ऑर उसके दिल के पास पंच जड़ देता है..


जिस से बॉस का दिल धड़कना रुक जाता है ऑर वो अल्ला को प्यारा हो जाता है.....


फिर वीर टाइम ना वेस्ट करते हुए..
सबको ख़तम कर देता है ऑर सभी की बॉडीस को इकट्ठा कर आग लगा देता है ...


वीर अपनी गाड़ी के पास आता है ऑर चुटकी बजता है
जिस से वीर के कपड़े ऑर गाड़ी ठीक हो जाती है..


वीर ऑफीस पहुँच जाता है..


ऑफीस मे कुछ ख़ास नही था ऑर वो काम निपटा सीधा कॉलेज निकल जाता है ...

कॉलेज पहुँच वीर सीधा कॅंटीन मे जाता है यहाँ संजू ऑर प्रीत वहीं बैठ थी...


प्रीत वीर से गले मिलती है..


प्रीत - तुम ठीक तो होना..
मुझे पता है डॅड ने तुम्हे मारने की सुपारी दी है......

संजू - क्या क्या कहा तुमने....


वीर - हाँ ये सच है..
ऑर आज मेरे उपर रास्ते मे हमला भी हुआ था....
पर वो सबके सब अल्ला को प्यारे हो गये..

संजू तो नम आँखो से वीर को हग कर लेती है..

संजू - अगर तुम्हे कुछ हो गया तो मैं अपनी जान दे दूँगी.....


वीर - तुम्हे लगता है मुझे कोई भी मार सकता है....
घबराव नही जान मुझे कुछ नही होगा....

बिस्वा - संजू जी भाई सही कह रहे है आप घबराईए नही....
हम भी तो है वीर भाई के साथ...


फिर सभी मिल स्नॅक्स ऑर कॉफ़्फीे ऑर्डर करते है..
लंच फिनिश कर.


वीर - चलो सभी शॉपिंग करने चलते है..
कल बीच मे ही रह गयी थी..


फिर सभी निकलते है माल मे.
माल मे पहुँच सभी अपनी अपनी शॉपिंग करने लगते है..


प्रीत भी वीर के लिए कपड़े ख़रीदती है..
तभी वहाँ कुछ 5 आदमी आते है..
और आस पास छुपके खड़े हो जाते है. ....


वीर को इस बात का पता चल जाता है.

वीर - माइंड तो माइंड बिस्वा ऑर आशीष को सब बता देता है..

बिस्वा ऑर आशीष दोनो मिलकर उन गुण्डों को ख़तम कर देते है..किसी को कुछ पता नही चलता...

.
संजू - वीर ये लॉकेट पहन लो इसके तीन पार्ट है....
एक तुम्हारे पास....
एक मेरे पास ऑर एक प्रीत के पास रहेगा...


प्रीत संजू की बात सुन संजू को हग कर लेती है..

User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2734
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

वीर - संजू इसे हमे सच बता देना चाहिए..

संजू - हाँ मुझे भी यही लगता है.


प्रीत - कैसा सच...


फिर वीर उसे अपने बचपन से लेकर अब तक का सब कुछ बता देता है..

जिसे सुन प्रीत शॉक हो जाती है..


प्रीत - मतलब तुम दोनो रियल भाई बेहन हो....


वीर - हाँ पर हम एक दूसरे से प्यार करते है..
जैसा प्यार तुम मुझे करती हो..
प्यार तो पहले ही हो गया था..पर पता बाद मे लगा के हम भाई बेहन है..


प्रीत - इसमे आपकी कोई ग़लती नही ये तो उपर वाले की मर्ज़ी है...
अगर वो चाहता तो प्यार होने से पहले ही बता सकता था..
कि तुम दोनो भाई बेहन हो
पर नही किया वो भी चाहता है कि तुम एक हो ओर मैं एसी मे बहुत खुस हूँ..
आइ रीयली लव्स बोत ऑफ यू..

संजू ऑर वीर प्रीत को हग कर लेते है....

.
वीर - मेरी जिंदगी की कुछ ऑर भी सच्चाई है जो मैं कुछ ही दिनो मे बताउन्गा..
पर अभी नही...


बाद मे प्रीत ऑर वीर मे ज़िद चलती है मैं पे करूगा वो कहती है मैं पे करूगी..

पर संजू चुपके से पे कर देती है..

संजू की एस हरकत पर सब हस देते है

आशीष - वीर को माइंड टू माइंड..
भाई क्यू ना पूरे अंडरवर्ल्ड को ही ख़तम कर्दे..


वीर - सही कह रहे हो..
एक बात और प्रीत ऑर संजू को फुल सेक्यूरिटी दो ऑर हम चलते है...


वीर - माइ लवर्स तुम दोनो घर पहुँचो मुझे काम है मैं बाद मे आता हूँ..


फिर संजू प्रीत को अपने साथ घर ले जाती है..


घर देख प्रीत हैरान हो जाती है...
उसने ऐसा शानदार घर आज से पहले कभी नही देखा था..


प्रीत सभी घरवालो से मिलती है...


संजू प्रीत को रूम मे ले जाती है..


प्रीत - वैसे वीर का रूम कौनसा है


संजू - वीर का रूम यही है ..ऑर मेरा भी..


प्रीत - ओह्ह इसका मतलब तुम दोनो एक साथ सोते हो क्या...

संजू - हाँ बहुत मज़ा आता है अपनी जान की बाहों मे सोने मे..


प्रीत - ओह हह यू आर सो लकी....काश मैं भी सो पाती ....


संजू - इसमे क्या है तुम भी आज यहीं रह लो...घर फोन करदो...


प्रीत - ओह्ह रीयली..थॅंक यू सो मच..


Post Reply