Fantasy अनदेखे जीवन का सफ़र

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Dolly sharma
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »

मोम वीर को बता देती है.कौन कौन है....


वीर आगे बाद सब बडो के पैर छूता है


ऑर सभी अपने यहाँ के लड़के लड़कियों को गले मिलता है.


लड़किया तो बस वीर कोही देखे जा रही थी..एक से बढ़ कर एक थी..


वीर के मोम डॅड भी सब से मिलते है.
मोम की आँखो मे आँसू आ जाते है अपने भाई बेहन को देख...


वीर..आइए पहले खा पी लीजिए फिर घर जा कर बात करते है


वीर सब को पार्टी हॉल मे ले जाता है यहाँ सब बेहतरीन डिशस का लुफ्त उठा रहे वीर के सब रिलेटिव्स भी मिलकर डिशस का आनंद लेते है


सब के सब यही सोच रहे थे इसके पास पैसा कहाँ से आया..

उधर वीर के क़जन्स भी यही बात कर रहे थे..


सी 1....यार लगता है वीर बहुत रिच बॉय है..यार काश मेरा बाय्फ्रेंड होता..


सी2...तू देख मैं उसे अपना बाय्फ्रेंड बना के रहूगी चाहे जो हो जाए..


सी3..बस करो शर्म करो तुम्हारा भाई है वो..


सी1 ...कुछ भी हो लेकिन है बहुत हॉट
क्या बॉडी है ब्लू आइज सो हॉट यार..

तभी वीर..अपनी दोनो जान के साथ आता है ऑर सब को अपनी होने वाली बीवी को इंट्रोड्यूस्ड करवाता है..

बाकी सब लड़किया प्रीत को देख जल भुन जाती है ...


सी1.लो हो गया कबाड़ा..उसकी तो पहले से ही गर्लफ्रेंड है वो भी हम से बढ़ कर..


थोड़ी देर मे प्रीत के डॅड भी आते है ऑर वीर की फॅमिली प्रीत के मोम डॅड से बड़े प्यार से मिलती..है..इतना प्यार देख प्रीत के डॅड बहुत खुश होते है ..


वीर..अजय कैसा है अब अंकल.

पी डॅड...अजय बिल्कुल ठीक है अभी आने वाला होगा तुम्हारे डॉक्टर ने तो उसे 1 रात मे ही इतना ठीक कर दिया..ऑर हाँ मुझे अंकल नही अब डॅड बोला करो


डॅड की बात सुन प्रीत शरमा जाती है...

वीर. जी डॅड..


वीर की पार्टी मे सब बड़े से बड़े बिजनेस मॅन भी आए थे ..


पूरी सिटी मे पार्टी की बात ही हो रहे थी मीडीया न्यूज़ वाले लगातार पूरी पार्टी को कवरेज कर रहे थे...

फिर मोम अपने सभी रिश्तेदारो को बंगले मे ले जाती है..


जैसे ही सब बंगला देखते है तो देखते रह जाते है....

सब की नज़र बंगले को घूरे जा रही थी..


दादाजी..वीर बेटा इन्हे पूछो अब क्या लेने आए है यहाँ..


वीर..छोड़िए दादा जी ..जब इन्हे ऐसी तकलीफो से गुज़रना पड़ेगा तब पूछेंगे..


सब की नज़रे नीचे हो चुकी थी..


माँ..देखा मेरे बेटे का प्यार जिसे तुम सब ने ढूँढने की हेल्प के लिए मना कर दिया था आज उसी के पैसो से तुम सब ने पार्टी का लुफ्त उठाया..


मेरी बेहन तुम तो मेरी सग़ी बेहन थी...तुम भी मेरा साथ छोड़ गयी..


वीर...आज मैने आपको इसीलिए यहाँ बुलाया था ताकि सब को एक कर सकूँ...लेकिन किसी को कोई फ़र्क नही पड़ रहा....


संजू..छोड़ वीर..जिनके अंदर दिल नाम की कोई चीज़ ना हो वो किसी के प्यार को क्या समझेंगे. .


वीर....आप सभी जा सकते है आप सब को कभी भी मेरी ज़रूरत हो तो बिना संकोच हेल्प माँग लेना मैं मना नही करूगा..


मासी..हमे माफ़ करदो बेटा..पैसे के लालच ने हमे अँधा कर दिया था..प्लज़्ज़्ज़ हमे माफ़ कर्दे मेरी बेहन..

मोम आगे बढ़ अपनी बेहन को गले लगा लेती है...


सभी बारी बारी माफी माँगते है..


पिता जी..वाह बेटा आज तुमने सबको एक कर दिया..आइ एम प्राउड ऑफ यू...


वीर..क्या डॅड आप भी ये तो मेरा फर्ज़ था..

फिर सभी मिल पार्टी एंजाय करने लगते है..


वीर संजू ऑर प्रीत खड़े बाते कर रहे थे कि तभी वहाँ मासी की लड़की आती है..


लड़की...संजू हमे नही मिलवाया भाई से..

संजू क्यूँ नही..

संजू...वीर ये मासी जी की बेटी नहिना..

ऑर नहिना ये है वीर..

दोनो एक दूसरे से हाथ मिलाते है..

फिर संजू प्रीत को नहिना से मिल्वाती है..

नहिना..सच मे आज मैं बहुत खुश हूँ कि मुझे एक भाई मिला ..रीयली आइआम सो हॅपी..इतना बोल उसकी आँखो मे आँसू आ गये...


नहिना..मुझे नही पता मम्मी पापा ने तब क्यूँ आपकी मदद नही की..लेकिन..मुझे पता है जिसका भाई ना हो उसे कैसा फील होता है..

वीर आगे बढ़ उसे गले लगा लेता है..


वीर..प्लज़्ज़्ज़ रोना बंद करो नहिना..अब तो खुशी के दिन है.बहप्पी ओके..तुम कभी भी मिलने यहाँ आ सकती हो..


संजू..नहिना को संभालती है..ऑर वीर सब बड़े महमानो को सी ऑफ करता है...सब मेहमान खुश थे पार्टी एंजाय कर..


तभी वहाँ अजय आता है.

प्रीत जा कर अपने भाई के गले लग जाती है..


वीर...अब कैसा है भाई..

अजय..मुझे माफ़ कर्दे भाई .मैने तेरे साथ बहुत बुरा किया प्लज़्ज़्ज़ मुझे माफ़ कर्दे


क्या हम फ्रेंड्स .बन सकते है..

वीर..हाँ क्यूँ नही यार..

वीर आगे बढ़ अजय को गले लगा लेता है..

फिर सब मिल कर ऐसे ही पार्टी का लुफ्त उठाते है....
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Dolly sharma
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Dolly sharma »


बिस्वा वीर के माइंड मे


बिस्वा..भाई हमे जल्दी निकलना होगा..

वीर..हाँ ठीक है..


उधर सारे रिश्तेदार.माँ डॅड के साथ बात कर रहे थे..


वीर..माँ मुझे जाना होगा .आज मेरी इंपोर्टेड मीटिंग है. लंडन मे.

माँ..ये अचानक मीटिंग चल ठीक है..

वीर...माँ मेरे साथ संजू ऑर प्रीत भी जा रही है. हम कल रात को वापिस आएगे.......


इतना बोल वीर माँ को ज़ोर से हग करता है..फिर डॅड ऑर दादा जी को भी.

फिर सभी रिश्तेदार से मिल कर निकलते है


वीर...हाँ तो बिस्वा बोलो कैसे जाना है हमे...


बिस्वा..चलिए मेरे साथ...फिर बिस्वा सभी को गायब कर एक सुनसान इलाक़े मे ले जाता है..

वहाँ दूर दूर तक कोई नही था...


फिर बिस्वा आँख बंद कर कुछ बोलता है..


ओर तभी कोई आता है..


कौन आया ....यह देखने के लिए साथ बने रहे
तभी आसमान मे एक शाही सवारी आती है..जिसे तीनों देखते ही रह जाते है..


बिस्वा..भाई आपकी सवारी आ गयी..


पूरी सवारी से सुनहरे कलर की रोशनी निकल रही थी उसका डिजाइन एक गोल्डन ईगल के जैसा बना हुया था



सवारी धरती पर लॅंड करती है..


संजू..भाई ये तो बहुत सुंदर है..प्ल्ज़्ज़ जल्दी चलो इसके अंदर ..कंट्रोल नही होता


तभी उस ईगल की आँखो से रोशनी निकल ज़मीन पर पड़ती है ये एक सीडी थी..उपर चढ़ने की..


वीर ..चलो हसीनाओ..


फिर वीर दोनो लड़कियों को अपने साथ हाथ पकड़ सीडी चढ़ने लगता है...

उसमे जाकर देखते है..कि बाहर से दिखने मे छोटी पर अंदर एक पूरी सिटी समा जाए..


बिस्वा...भाई आप सामने बने तख्त पर बैठ जाइए..


.वीर वहाँ बने एक तख्त पर बैठ जाता है ऑर साथ मे दोनो हसीनाए भी..


तभी सवारी एक जंप लेती है..उड़ जाती है अपनी मंज़िल की ओर.


प्रीत..जान मुझे यकीन नही हो रहा हम हवा मे उड़ रहे है .बहुत शानदार नज़ारा है...मैं बहुत खुश हूँ कि मैं इन हसीन पल का हिस्सा बनी...


ऑर फिर प्रीत वीर को गले लगा लेती है ..ऑर साथ मे संजू भी..


पालक झपकते हे सवारी जिन्न लोक पहुँच जाती है..

सामने जिन्न लोक का बॉर्डर नज़र आता है. वीर सवारी को बॉर्डर पर रोक लेता है ऑर नीचे उतर जाता है...


आशिस..भाई क्या हुआ आप यहाँ क्यूँ उतर गये...


वीर...हम यहाँ से पैदल जाएगे...

सब वीर की बात से सहमत हो जाते है...


वीर आगे आगे चलने लगता है..जैसे ही बॉर्डर क्रॉस करने वाले थे कि तभी वहाँ एक रोशनी की दीवार आ जाती है.

ऑर उसमे से एक जिन्न बाहर निकल ता है..बहुत ही अद्भुत नज़ारा था
.

जिन्न..कौन है आप ऑर यहाँ कैसे आए..

तभी बिस्वा.ऑर आशीष


बिस्वा...ये हमारे बादशाह है..


जैसे ही जिन्न को वीर के बारे मे पता चलता है. वो जिन्न वीर से माफी मागता है ऑर उन्हे सलाम करता है..फिर वो रोशनी गायब हो जाती है..वीर ऑर बाकी सब वहाँ से अंदर चलने लगते है...


जैसे ही अंदर का नज़ारा देखते है तो उनकी आखे बड़ी हो जाती है जिन्न लोक सारा सोने का बना हुआ था


रोड के किनारे जिन्नो के छोटे छोटे बच्चे खेल रहे थे. ..


दोनो बॉल को हवा मे एक दूसरे की तरफ फेक रहे थे. लेकिन मॅजिक से.


थोड़ा आगे चलने के बाद एक मार्केट नज़र आती है.....


वीर .ये क्या आशीष..यहाँ पर कोई काम नही कर रहा. ये सब अपने आप यहाँ कैसे हऱ समान बन रहा है..


आशीष...भाई बात ये है कि यहाँ सब मॅजिक से बनता है..हर काम मॅजिक से होता है..


संजू..वाह बरीलियांट. काश मुझे भी मॅजिक आता..


फिर सब आगे आगे चले जा रहे अजीबो ग़रीब नज़ारे देख रहे थे..थोड़ी देर चलने के बाद इन्हे एक


महल दिखाई देता है. जो कि पूरे सोने का बना हुआ था ऑर उसकी छत हीरे की बनी हुई थी....ऑर उसके आस पास फूल लगे हुए थे.

ऑर आस पास परिया उड़ रही थी
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Kamini
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Kamini »

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Smoothdad
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Re: अनदेखे जीवन का सफ़र

Post by Smoothdad »

शानदार अपडेट।
जारी रखे, आगे की प्रतीक्षा में
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