फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complete)

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rocky123
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फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complete)

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सेक्स..... एक ऐसा वर्ड है जिसको हर कोई जानता है एक्सेप्ट न्यू बोर्न बेबीस. डेली बेसिस पे हम डाइरेक्ट्ली ऑर इनडाइरेक्ट्ली कितने ही इन्सिडेंट देख सकते है देख सकते है जिनसे हम ईज़िली आइडिया लगा सकते है कि कैसे लोग सेक्स के लिए मेंटली फ्रस्टरेटेड है. चाहे रोड पे गंदा कॉमेंट करने वाला कोई लड़का हो या छत के किसी कोने मे छुप कर बात करती हुई कोई लड़की हो, चाहे बुरी तरीके से घूरता हुआ कोई बूढ़ा अंकल हो या ओपन ब्लाउस से अपनी असेट्स शो करती कोई आंटी. एवेरिवन ईज़ थर्स्टी फॉर सेक्स इट ईज़ देयर राइट टू हॅव इट ऑन टाइम. लेकिन ये हर किसी को टाइम पे नही मिल पाता, अगर मिल पाता तो लाइफ मे कोई ग़लत कदम उठता ही नही.

आज मे एक ऐसी कहानी शुरू करने जा रहा हू जो अपने अंदर इस दुनिया के सारे राज समेटे हुए है. स्टोरी सभी पढ़ते है और एक्सपेक्टेशन्स सभी की अलग अलग होती है. मेरी एक्सपेक्टेशन्स बस इतनी है कि सब मुझे सपोर्ट करेंगे और मेरी ग़लतियो को इग्नोर करेंगे. स्टोरी इस टोटली बेस्ड ऑन रियल इन्सिडेंट्स आंड सम ऑफ दा इन्सिडेंट्स आर आडेड फ्रॉम माइ साइड फॉर बेटर अंडरस्टॅंडिंग ऑफ रीडर्स.

ये कहानी एक मिड्ल क्लास जॉइंट फॅमिली की है जहाँ प्यार और रेस्पेक्ट कूट कूट कर भरा है. फॅमिली के कॅरेक्टर्स का इंट्रोडक्षन करा देता हू -

1. पंकज ग्रोवर ( 43 यियर्ज़ ओल्ड मेल) -

2. स्मृति ग्रोवर ( 41 यियर्ज़ ओल्ड फीमेल आंड वाइफ ऑफ पंकज ग्रोवर)-

3. आराधना ग्रोवर (21 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -

4. प्रीति ग्रोवर ( 19 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -

5. कुशल ग्रोवर ( 18 यियर्ज़ ओल्ड बॉय, सन ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -

ये सभी इस कहानी के मेन कॅरेक्टर्स है लेकिन कुच्छ और भी कॅरक्टर है इस स्टोरी के जो टाइम बाइ टाइम सामने आते जाएँगे.

पंकज ग्रोवर ईज़ ए टॉल हॅंडसम मॅन, जो अपनी प्रिंटिंग फॅक्टरी चलाता है देहरादून मे. बिज़्नेस कोई बड़े लेवेल का नही है लेकिन इसे हम स्माल बिज़्नेस भी नही कह सकते. आलीशान घर बनाने की तमन्ना सिर्फ़ अभी दो साल पहले पूरी की अपनी बेटी आराधना की ग्रड्यूशन के बाद. स्मृति एक हाइली ब्यूटिफुल हाउस वाइफ है आंड पार्ट टाइम सॉफ्टवेर डिज़ाइन्स भी करती है. आराधना सबसे बड़ी लड़की है और काफ़ी सिन्सियर है, बच्चे सभी अपनी मोम पे गये है काफ़ी सुंदर है. आराधना ग्रॅजुयेशन कर चुकी है और करेंट्ली फॅशन डिज़ाइनिंग का कोर्स कर रही. उसकी छोटी बहन प्रीति 12थ स्टॅंडर्ड के एग्ज़ॅम दे चुकी है और रिज़ल्ट का वेट कर रही है. उनका छोटा भाई कुशल अभी 11थ ग्रेड मे आया है.

कुशल - " पापा आप मुझे शॉपिंग कब कराएँगे, मेरे सभी फ्रेंड्स सनडे के दिन कितने सेक्सी क्लॉत्स पहन कर घूमते है". कुशल ने बाहर हॉल मे अपने पापा से कहा. ये सुनकर स्मृति अपनी हँसी नही रोक पाई जो पास हॉल मे ही बैठ कर अपने लॅपटॉप पे काम कर रही थी.

पंकज - " कैसे होते है सेक्सी क्लॉत्स, हमारे बच्चे को अब पता चल गया". पंकज ने कुशल के कान को पकड़ते हुए कहा.

कुशल - " पापा सेक्सी यानी गुड लुकिंग क्लोद्स. सेक्सी जीन्स आंड सेक्सी टी-शर्ट्स और शूज भी दिलाओ मुझे". कुशल ने बचते हुए कहा.

स्मृति - " क्या अपने बेटे की बात नही मान सकते". स्मृति ने इतराते हुए कहा, आज उसने पिंक कलर का सूट और वाइट कलर की पाजामी पहनी हुई थी. मेक अप की उसे इतनी ज़रूरत नही पड़ती क्यूंकी वो ऑलरेडी बेहद सुंदर पर्सनॅलिटी की मालकिन थी. हाइट 5 फीट 6 इंचस होगी ( श्योर नही हू), फेर कलर विद स्लिम बॉडी, बिग आइज़, टोटली पिंक लिप्स, वेस्ट लाइन 28 से ज़्यादा नही थी. फर्स्ट इंप्रेशन मे कोई भी नही कह सकता था कि शी ईज़ दा मदर ऑफ थ्री चिल्ड्रेन. सबसे खास बात उसके पर्सनल असेट्स थे, जिनको मे अभी बयान नही कर सकता. शॉर्ट क्लोद्स वो नही पहनती थी, और साड़ी , सूट ही ज़्यादा पहनती थी.
पंकज - " मेडम हम ने तो कभी मना नही किया, चाहे तो आप भी चलें". पंकज ने स्मृति की बात का जवाब देते हुए कहा.

स्मृति - " मुझे रहने दीजिए, आप कुशल को ले जाइए". स्मृति ने स्माइल करते हुए कहा. तभी प्रीति भी उपर से नीचे उतर आई.

प्रीति - "डॅड मे भी आपके साथ चलूंगी, क्या हमेशा इसे ही ले जाते हो".

कुशल - " तो तू क्यू जलती है, तेरे पास तो कपड़ो की कोई कमी नही है और हर दिन नये कपड़े पहनती है. आज भी देखो नयी जीन्स और नया कुर्ता पहना हुआ है". कुशल ने थोड़ा गुस्से मे कहा

प्रीति – “ कम तो तेरे पास भी नही है, और तूने भी कम स्टाइलिश कपड़े नही पहने है. ये बात अलग है कि तुझपे कम अच्छे लगते है और मुझपे ज़्यादा”. प्रीति ने अपने कुर्ते के कॉलर खड़े करते हुए कहा.

कुशल – “ देख लो मोम इसे, हमेशा मेरा मज़ाक उड़ाती रहती है”. और कुशल भाग कर अपनी मम्मी के पास बैठ गया.

कुशल और प्रीति की उमर मे ज़्यादा फ़र्क नही था इसीलिए वो लड़ते रहते थे. जैसा पहले मेन्षन किया है सभी बच्चे खूबसूरत थे. कुशल सिर्फ़ 18 साल का था लेकिन चेस्ट पे बाल आने शुरू हो गये थे, हाइट एक दम से काफ़ी बढ़ गयी थी और 6 फीट से शायद 1 इंच ही कम होगा. उसके चेहरे पे हल्की हल्की सेविंग आनी शुरू हो गयी थी और आवाज़ मे भारीपन भी था. दूसरी तरफ प्रीति ब्यूटिफुल होने के साथ साथ सेक्सी भी थी. लेकिन कभी शॉर्ट कपड़े नही पहनती थी, कभी कभी लेगिंग पहन लेती थी अदरवाइज़ मॅग्ज़िमम टाइम लूज कपड़े ही पहनती थी. उसकी हाइट अपनी मोम से थोड़ी ही ज़्यादा हुई थी अभी तक शायद हाफ इंच. बाकी कलर फेर, कर्ली हेर आंड पिंक लिप्स, बॉडी काफ़ी स्लिम थी लेकिन अभी कुवर्व्स आने स्टार्ट हो गये थे, फिगर अराउंड 32सी – 26 – 32 होगा. सभी लोग प्रीति की आइज़ की बहुत तारीफ करते थे.

पंकज – “ अच्छा अब लड़ना बंद करो और हम सब शॉपिंग करने सनडे को चलेंगे, ठीक है अब तो”. खुशी के मारे दोनो कुशल और प्रीति दोनो अपने पापा से चिपक गये. तभी गेट खुलता है और पूरे हॉल मे खुसबु फेल जाती है, सभी ने अपनी गर्दन घुमाई तो देखा कि आराधना बाहर से आई है.
आराधना – “ क्या बात है, घर मे काफ़ी खुशिया मनाई जा रही है”.

प्रीति – “ यू नो दी, डॅड हमे सनडे को शॉपिंग करने ले जा रहे है. मज़ा आ जाएगा ना”.

आराधना – “ आंड वॉट अबाउट मी डॅड, मुझे क्या दिला रहे हो”. आराधना ने अपने दोनो हाथ और कंधे क्वेस्चन मार्क स्टाइल मे उपर करते हुए कहा.

कुशल – “ ये लो अब हमारी दीदी भी बीच मे आ गयी है, अभी तक तो ये बस प्रीति ही उच्छल रही थी”.

आराधना – “ तू टेन्षन ना ले कुशल, डॅड सबका भला करेंगे. और इस बार हम आसानी से नही मानेंगे और एक्सपेन्सिव शॉपिंग करेंगे. क्यू डॅड”.

पनकाज – “ भाई अब जब हमारी प्यारी बेटी ने डिसिशन ले ही लिया है तो हम क्या कर सकते है”. और सभी खुश हो जाते है और आकर अपने डॅड से गले मिलने लगते है. सबसे गले मिलने के टाइम पंकज का चेहरा स्मृति की तरफ था और पंकज उसे फ्लाइयिंग किस ऑफर करता है नॉटी स्टाइल मे और स्मृति उसे आँख दिखाती है.

आज फ्राइडे है, आराधना कॉलेज से आने के बाद उपर अपने बेड रूम मे चली जाती है. तीनो बच्चो के बेड रूम उपर ही है और बाथरूम सभी के बेडरूम मे अटॅच है. फर्स्ट फ्लोर पे बच्चो के लिए टाय्लेट कामन है और वो तीनो के बेडरूम क्रॉस करने के बाद आता है. पंकज आंड स्मृति ग्रोवर ग्राउंड फ्लोर पर रहते है और उनका बाथरूम आंड टाय्लेट अटॅच है.

आराधना अपने रूम मे आने के बाद फ्रेश होने का डिसिशन लेती है और बाथरूम मे चली जाती है. इसी बीच उसकी छोटी बहन प्रीति उससे मिलने उसके रूम मे आ जाती है. बाथरूम के अंदर सबसे पहले वो अपना सूट उतारती है और अंडर आर्म्स चेक करती है. अर्धना बेहद ही खूबसूरत आंड फिट बॉडी की मालकिन है, उसकी बॉडी मे सबसे खास चीज़ उसका फेस और उसका वो पार्ट जो सभी लड़कों की तमन्ना होती है – बूब्स. आइ डॉन’ट नो हाउ टू एक्सप्लेन लेकिन कभी कभी ऐसा लगता था कि जैसे कोई आइरन रोड लगी हो उनमे, नेबरहुड गर्ल्स जेलस करती थी आराधना के बॉडी स्टाइल से आंड एस्पेशली बिकॉज़ ऑफ हर टाइट बूब्स . उसका फिगर 36सी – 26 – 36 होगा लेकिन उसके कपड़ो का तरीका कभी उसके फिगर को दूसरो के सामने शो नही करता था. अंडरआर्म्स चेक करने के बाद अपना एलेक्ट्रिक शेवर उठती है और अंडर आर्म हेर क्लीनिंग स्टार्ट कर देती है.

प्रीति – “ दीदी यू आर देअर?”

अर्धना – “ ओह प्रीति यस आइ आम हियर इन बाथरूम, लेट’स सिट आइ आम कमिंग आउट इन ए व्हाइल”. उसके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ बाहर तक आ रही थी. दोनो अंडर आर्म्स क्लीन करने के बाद वो बाथरूम मिरर मे अपने आप को निहारती है, पहले फ्रंट पोज़ मे आंड देन साइड पोज़. साइड पोज़ मे उसे ऐसा लगा जैसे कि वेस्ट के मुताबिक बूब्स कुच्छ ज़्यादा ही बाहर है और इस पे स्माइल करती है. लास्ट मे बॅक पोज़ देखने के बाद वो अपना फेस वॉश करती है. उसने अभी ब्रा और पाजामा के सिवाय कुच्छ नही पहना था. अपने उपरी पार्ट को टवल से ढक कर वो बाहर आ जाती है.

आराधना – “ और सुना प्रीति कैसा चल रहा है”. वॉर्डरोब से एक फुल स्लीव प्लेन येल्लो टी-शर्ट ऑर पयज़ामा निकालते हुए वो प्रीति से पूछती है.

प्रीति – “ कुच्छ नही दी, रिज़ल्ट का वेट कर रही हू और घर मे बोर होती रहती हू. आप सुनाए, हो गयी क्लीनिंग”. प्रीति ने एक नॉटी स्माइल के साथ आराधना से पुछा.

आराधना – “ क्लीनिंग? कैसी क्लीनिंग, क्या पुछ्ना चाहती है तू? आराधना ने बाथरूम के अंदर जाते हुए पुछा

प्रीति – “ नही वो आपके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ आ रही थी तो मेने सोचा शायद कुच्छ क्लीनिंग की जा रही है”. प्रीति ने फिर से एक नॉटी मुस्कान के साथ कहा
आराधना –“ प्रीति मे तुम्हारी एल्डर सिस्टर हू, तुम्हे मेरे साथ ऐसे मज़ाक नही करने चाहिए”. और ये कह कर वो बाथरूम मे फिर से चली गयी टी-शर्ट और पयज़ामा को पहन ने के लिए.

प्रीति – “ ओ कम ऑन दीदी, आप ऐसे क्यू बिहेव करती है. वी आर मॉडर्न गर्ल्स, इतना तो चलता है सिस्टर्स मे”.

आराधना – “ हम ऐसी फॅमिली से बिलॉंग नही करते जहाँ ऐसे मज़ाक हो”. आराधना ने बाथरूम के अंदर से ही टी-शर्ट पहनते हुए कहा. टी-शर्ट पहन ने के बाद उसने मिरर मे देखा, टी-शर्ट पहन ने से उसके सिल्की हेर उसके फोर्हेड पे आ गये थे. उनको अपने राइट हॅंड से हठाते हुए अपने कानो के पीछे ले जाती है. उसका फेस एकदम स्पॉट लेस था, बहुत ही फेर आंड वाइट. थोड़े से ही कोल्ड वेदर मे उसके चीक्स रेड हो जाते थे. फिर वो मिरर मे साइड पोज़ मे फिर से देखती है और थोड़ा सा मूँह बनाती है जैसे उसे टी-शर्ट की फिटिंग पसंद नही आई. और उसे उतार कर वो फिर से बाहर आती है , बाहर आने से पहले अपने को फिर से टवल मे लपेट लेती है.

प्रीति – “ क्या टी-शर्ट फिट नही आई, ऐसा क्या हो गया कि ये टी-शर्ट लास्ट मंथ ही ली और अब नही आ रही है, क्यू दीदी”. प्रीति ने फिर से नॉटी अंदाज मे कहा.

आराधना – “ तू फिर से शुरू हो गयी, आज कल बहुत बड़ी बाते करने लगी है. पढ़ाई मे मन लगा और इधर उधर ध्यान मत दिया कर, समझ आया”. आराधना ने वॉर्डरोब से दूसरी टी-शर्ट निकालते हुए और प्रीति की तरफ देखते हुए कहा. वो फिर से बाथरूम मे चली जाती है टी-शर्ट पहन ने के लिए.

प्रीति –“ दीदी रिज़ल्ट का वेट कर रही हू तो पढ़ाई मे मन कैसे लगाऊ, और आप ज़रा ज़रा सी बातो के लिए सीरीयस मत हुआ करिए. ऐसे बहुत सारे कपड़े है जो मुझे लास्ट मंथ तक आते थे लेकिन अब नही आते तो इसमे बड़ी और नाराज़ होने वाली बात क्या है. हम हमेशा तो बच्चे रहेंगे नही आंड यू नो दट”. प्रीति ने भी एक ही साँस मे सब कुच्छ एक्सप्लेन कर दिया.

अर्धना – “ ओह हो, तो अब हमारी छोटी सिस्टर भी बड़ी होने लगी है और कपड़े भी छोटे होने लगे है. क्या बात है इसीलिए डॅड के साथ शॉपिंग का प्लान बनाया है

क्या”. अपने वॉर्डरोब मिरर मे देखते हुए और अपने बालो को कोंब करते हुए आराधना बोली.

प्रीति – “ ये हुई ना बात, ऐसे ही हॅपी रहा करो. कभी कभी तो लगता है कि हमारी ब्यूटिफुल और सेक्सी दीदी हिट्लर है. प्रीति ने फिर से थोड़ा सा मज़ाक करते हुए कहा और आराधना फिर से उसे चुटकी बजा के फिंगर दिखाते हुए इशारा करती है कि हिट्लर नही बोलना है. उसके बाद प्रीति बाइ बोल कर अपने रूम मे आ जाती है. तभी थोड़ी देर बाद आराधना को उसकी बेस्ट फ्रेंड सिमरन का कॉल आता है.
सिमरन – “ हे स्वीटी कैसी है?”

आराधना – “ बस ठीक हू तू बता क्या चला रहा है”

सिमरन – “ बस यहाँ भी सब ठीक है, बोर हो रही थी सोचा तुझसे बात कर लू. और घर पे सब कैसे है”.

अर्धना – “सब ठीक है यार, सनडे को डॅड शॉपिंग करने ले जा रहे है विद ऑल फॅमिली”.

सिमरन –“ ओये होये क्या बात है, इस बार तो खरीद ले कुच्छ सेक्सी आइटम्स जो तेरी बॉडी को शो ऑफ कर सके. कब तक सती सावित्री बनी रहेगी, कभी कभी तो बिजली गिरा दिया कर अपने मोहल्ले पड़ोस मे भी. “

आराधना – “ ओये मेडम मे ऐसी लड़की नही हू, ओके. और ना ही मेरा एरिया ऐसा है जिसमे ऐसे लोग रहते है. ये काम तू ही कर और मुझे मत सिखा”.

सिमरन – “ हर किसी का लाइफ जीने का तरीका होता है, जैसी तेरी मर्ज़ी. लेकिन चल सनडे को मेरी हेल्प कर दे ना यार, मुझे अपने बॉय फ्रेंड से मिलना है और तेरे घर कोई नही है प्लीज़ क्या हम वहाँ आ जाएँ.”

आराधना –“ क्यू घर मे ही क्यू, कहीं बाहर नही मिल सकते हो”

सिमरन – “ हमेशा ग़लत ही सोचेगी. यार बाहर गर्मी है और फिर रेस्टोरेंट का क्राउड और पार्क मे तो आज कल लड़की और लड़के का मिलना ही गुनाह है. अगर तू हेल्प कर देगी तो तेरे यहाँ मिल लूँगी लेकिन अगर तू नही चाहती तो रहने दे”. सिमरन ने इनोसेंट बनते हुए कहा.

आराधना –“ ऐसी बात नही है सिमरन बस डर लगता है कि पता नही सब क्या कहेंगे, वैसे मुझे तुझ पे पूरा भरोसा है तो तू आ सकती है लेकिन कोई नॉटी हरकत नही ओके”.

सिमरन – “ ये हुई फ्रेंड्स वाली बात, तू टेन्षन ना ले और मस्त रह. हम वहाँ थोड़े टाइम रहेंगे और चले जाएँगे. चल अब तू रेस्ट कर थक गयी होगी. कल मिलते है”.

आराधना –“ ओके चल बाइ”.

इधर स्मृति और पंकज अपने बेड रूम मे मिलते है.

स्मृति –“ ये कैसी हरकते करते हो बच्चो के सामने”.

पंकज – “ क्यू कैसी हरकत कर दी मेने?”

स्मृति -“ ज़्यादा बनो मत तुम्हे पता है कि वो बच्चो के रहते मुझे फ्लाइयिंग किस देने की बात कर रही हू”. बेड पे बैठे हुए स्मृति ने अपना फेस दूसरी साइड गुस्से मे करते हुए कहा.

पंकज –“ जिसकी वाइफ इतनी सेक्सी ही वो बेचारा क्या करे, बच्चो के जाने का इंतेज़ार? इतना सब्र कैसे करू”. पंकज स्मृति के करीब जाते हुए ये बात कहता है और स्मृति का एक हाथ पकड़ कर अपने प्राइवेट पार्ट पर रख देता है.

स्मृति –“ ओह माइ गोद, ये फिर से रेडी है. क्या खिलाते हो इसे और प्लीज़ अभी मूड मत बनाना क्यूंकी मेरा कोई मूड नही है. वैसे भी बच्चे अभी घर मे है”. स्मृति ने अपना हाथ वहाँ से हठते हुए कहा.

पंकज –“ अगर मूड नही है तो बनाओ ना जान, देखो मेरा शेर कितना भूका है”. और फिर से स्मृति का हाथ पकड़ कर अपने उसी पार्ट पर रख देता है.
धड़ाक’ और तभी बेडरूम का गेट खुलता है और कुशल अंदर आता है. तीनो शॉक्ड हो जाते है और तभी स्मृति अपना हाथ हठाते हुए.

स्मृति – “ येस सन , व.. व्हाट यू नीड”. उसकी आवाज़ मे हकलाहट थी.

कुशल – “ कुच्छ नही … सॉरी “ और मुकुराते हुए बाहर आ जाता है. स्मृति गुस्से मे पंकज की तरफ देखती है और कहती है.

सिमरन –“ देखा, हमेशा बे सबरे हुए रहते हो. पता है बच्चो पे कैसा असर पड़ेगा इन सब चीज़ो से”.
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rocky123
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स्मृति –“ देखा, हमेशा बे सबरे हुए रहते हो. पता है बच्चो पे कैसा असर पड़ेगा इन सब चीज़ो से”.

पंकज – “ डार्लिंग ग़लती हमारी नही है, हम तो वोही कर रहे है जो हमे करना चाहिए लेकिन ग़लती है बच्चो की अंडरस्टॅंडिंग मे जो बिना नॉक करे हज़्बेंड वाइफ के रूम मे चले आते है. क्या तुम इतना भी नही सिखा सकती हो बच्चो को, क्या करती हो घर मे फिर”. पंकज ने मज़ाक करने के तरीके से स्मृति से कहा.

स्मृति – “ क्या बोलू बच्चो से कि रूम नॉक करके आया करो क्यूंकी उनके मम्मी डॅडी मे भी वो करने मे बिज़ी होंगे”.

पंकज – “ वो क्या करने मे मेरी जान, बताओ तो सही.” पंकज थोड़े फन्नी मूड मे लग रहा था

स्मृति –“ वाह वाह, इतने भोले हो आप तो कि आप को इतना भी नही पता कि मे क्या करने की बात कर रही हू. ऐसे ही तीन बच्चे पैदा कर दिए आपने ख्यालो से ही”. स्मृति ने फिर गुस्से मे कहा, तभी पंकज उसके शोल्डर्स को पकड़ता है और उसके होठों पे अपने होठ रख देता है. स्मृति इस आक्षन के लिए तैयार नही थी और पंकज से अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करती है लेकिन पंकज मान ने के मूड मे नही था और उसके होंठो को चूस्ते हुए अपना राइट हॅंड उसके राइट बूब्स पे ले जाकर प्रेस करने लगता है. स्मृति पूरी ताक़त लगा देती है उसे हटाने के लिए और एक झटके के साथ दोनो अलग हो जाते है. अलग होते ही एक नॉटी स्टाइल मे पंकज अपने लिप्स हाथ फ़िरता है.

पंकज – “ मुझे बस इतना पता है कि मूँह कैसे मीठा करना है और जो मेने कर लिया, कितनी सेक्सी है मेरी जान मे बता नही सकता. अब बस मेरे पास आ जा और मेरी प्यास बुझा दे मेरी रानी”. पंकज ने रोमॅंटिक अंदाज़ मे अपने सीने पे हाथ फिराते हुए कहा. तभी स्मृति उसे अपना अंगूठा दिखाते हुए रूम के डोर की ओर भागती है. वो रूम से निकल कर लेफ्ट की ओर भाग जाती है, लेकिन राइट साइड मे अभी भी कुशल खड़ा था जो कि सब देख और सुन रहा था. वो मूक रह गया था अपनी मम्मी पापा की इस हरकत से. अपनी मम्मी के बारे मे ये सेक्सी जैसे शब्द उसने पहली बार सुने थे, उसका फेस बिल्कुल रेड हो चुका था. ये उसकी लाइफ का पहला एनकाउंटर था जिसने उसे सेक्स, किस, बूब्स जैसी चीज़ो की तरफ अट्रॅक्ट कर दिया था. उसे समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे. उसे कुच्छ समझ नही आ रहा था और स्लो मोशन मे उसने उपर वाले फ्लोर पे जाना शुरू कर दिया, उपर पहुँचते ही उसने रेफ्रिजरेटर खोला और वॉटर बॉटल निकाल कर पानी पीना शुरू कर दिया. तभी प्रीति उसके रूम मे आती है.

प्रीति – “ क्या जन्मो का प्यासा है क्या, घर का सारा पानी ख़तम कर दिया तूने”. प्रीति ने उसे फिर छेड़ने के अंदाज़ मे कहा. पहली बार ऐसा हुआ कि उसने प्रीति की किसी बात का जवाब नही दिया और पीछे मूड कर अपने बेड पे जाकर लेट गया.

प्रीति -“ हे भगवान, आपने मेरे भाई का दिमाग़ सही कर दिया, बहुत बहुत शुक्रिया. वो मुझे कोई जवाब नही दे रहा है, ये कैसे हो गया”. उसने फिर से कुशल को छेड़ना शुरू कर दिया और आसमान की तरफ हाथ जोड़ कर भगवान का शुक्रिया नाटकिया अंदाज़ मे करने लगी और इसी अंदाज़ मे रूम से बाहर जाने लगी लेकिन उसे कुच्छ शक हुआ और फिर से पूछने मूडी. वो दोबारा वापिस आई और कुशल के माथे पे हाथ लगाया कि कहीं इसे फीवर तो नही हो गया और उसे सब सही लगा.

प्रीति –“ तुझे ये साँप क्यू सूंघ गया है, क्या हुआ है तुझे”.

कुशल – “ तू जा ना यहाँ से परेशान मत कर”. कुशल ने उसका हाथ अपने माथे से हटाते हुए बोला.

प्रीति – “ जैसी तेरी मर्ज़ी, मुझे लगा कि तेरी तबीयत खराब है तो मे पुछ लू”. प्रीति ने सीरीयस होते हुए कहा.

कुशल – “तुझे बताऊ तो बताएगी नही किसी से?”. कुशल ने क्वेस्चन मार्क स्टाइल मे पुछा.

प्रीति – “ ऐसी क्या बात करना चाहता है तू मुझसे, कहीं प्रपोज़ तो नही करना चाहता मुझे. लड़के ऐसे ही बोलते है. वैसे भूल जा मे तुझे घास नही डालने वाली और किसी और को देख”. प्रीति ने फिर से अपना लेफ्ट हॅंड हवा मे लहराते हुए कहा.

कुशल –“ प्रपोज़ और तुझे, हे भगवान क्या मेरे इतने खराब दिन आ गये है कि मे अनिमल्स को प्रपोज़ करू. मेरे लिए तो भगवान ने कहीं कोई एंजल चुन रखी होगी”. कुशल ने थोड़ा रिलॅक्स होते हुए कहा. तभी प्रीति इस बात को सुनकर बनावटी गुस्से मे कुशल के उपर आकर बैठ जाती है और शरारती अंदाज़ मे कुशल का गला दबाने लगी है. कुशल एक मजबूत बॉडी वाला लड़का था, वो प्रीति के दोनो हाथो को पकड़ कर लेफ्ट और राइट दोनो डाइरेक्षन मे फेला देता है जिससे प्रीति सीधी उसके सीने पे आकर गिरती है. दोनो मे से कोई भी इस सिचुयेशन के लिए तैय्यार नही था, प्रीति के बूब्स बुरी तरह से कुशल के मजबूत सीने मे गढ़ जाते है. कुशल की निगाहे ठीक इस टाइम प्रीति के बूब्स और उसकी पिंक ब्रा पे थी. और दोनो की नज़रे मिल जाती है, प्रीति की साँसे तेज होती जा रही थी.

. वो नॉर्मल होते हुए कुशल के उपर से उठ जाती है और ऐसे दिखाती है जैसे कुच्छ हुआ ही नही. उसके उपर से उठते ही दूसरी साइड होकर वो टी-शर्ट को सही करती है और टी-शर्ट के अंदर हाथ डाल कर ब्रा को सही करती है. इस टाइम उसकी बॅक कुशल की तरफ थी तो उसे पता नही चल पा रहा था कि प्रीति क्या कर रही है.

कुशल –“ क्या चाकू निकल रही है क्या मुझे मारने के लिए”.

प्रीति – “ तुझे चाकू से मार कर चाकू की इन्सल्ट थोड़े ही करनी है”. प्रीति फिर से कुशल की ओर घूमते हुए बोलती है.

प्रीति – “ अब बता ऐसी क्या बात है जो मे किसी और को ना बताऊ”. प्रीति ने फिर से नॉर्मल होते हुए बोला.

कुशल –“ कुच्छ नही है ऐसी बात बस आज मेने डॅड और मोम को थोड़े रोमॅंटिक स्टाइल मे देख लिया”. कुशल ने ऐसे बोला जैसे कुच्छ हुआ ही नही.

प्रीति –“ ओह माइ गॉड, डॅड आंड मोम इन रोमॅंटिक सिचुयेशन. बता ना क्या हुआ?”. प्रीति ने सर्प्राइज़ होते हुए पुछा.

कुशल – “कुच्छ नही यार मे ग़लती से रूम मे एंटर हो गया और मोम का हाथ डॅड के वहाँ था”.

प्रीति –“ वहाँ कहाँ, शोल्डर पे?”

कुशल –“ अरे गधि शोल्डर पे नही वहाँ पे”.

प्रीति – “ वहाँ कहाँ, क्या बकवास कर रहा है. बताता क्यू नही कि कहाँ”.

कुशल –“ अरे समझती क्यू नही है वहीं पे, वहीं पे”. कुशल उसे इशारे मे समझाना चाहता है.

प्रीति –“ वहाँ कहाँ पेट पे”.

कुशल इस बार पागलो की हरकत पे उतर जाता है और प्रीति का हाथ पकड़ कर अपने विशालकाय कॉक पे रख देता है.

कुशल –“ यहाँ पे, अब खुश”. ये एक ऐसी सिचुयेशन थी जिन्हे वो लोग आसानी से समझ सकते है जो वर्जिन है या जिनके सामने और साथ कभी ऐसा इन्सिडेंट नही हुआ है. प्रीति अब पूरी तरह से मेच्यूर भी नही हुई थी तो वो कुशल की इस हरकत से शॉक्ड रह गयी. उसका कोमल हाथ मिनिमम 10 सेकेंड्स तक कुशल के कॉक पर रहा. कुशल अब कोई बच्चा नही था और ना ही उसका वो पार्ट छोटा रहा था, बॉडी के साथ साथ उसका कॉक भी काफ़ी हेल्ती ओर स्ट्रॉंग था. प्रीति का हाथ उस कॉक पर शॉर्ट के उपर से ही टच हुआ था लेकिन फिर भी प्रीति आइडिया लगा सकती थी क्या स्ट्रेंत है कुशल के कॉक की.

प्रीति – “ ये क्या बदतमीज़ी है कुशल, अगर मे थोड़ी सी ओपन हू तो इसका ये मतलब तो नही कि तू मेरे साथ ऐसी हरकत करेगा. या फिर मे भी आराधना दीदी की तरह ट्रडीशनल बॅंकर पेश आने लागू तेरे साथ”. प्रीति ने अपना हाथ उसके कॉक से हटाते हुए कहा.

कुशल –“ यार आइ आम सॉरी लेकिन इतनी देर मे तो आराधना दीदी भी समझ जाती. पता नही तू बड़े कमाल की ढक्कन है समझती ही नही."
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Re: फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (RESTARTED)

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ठीक इसी जिम मे उसकी फ्रेंड सिमरन भी आया करती है. सिमरन एक ओपन कॅरक्टर है और काफ़ी बिंडसस लड़की है, कई बार आराधना के बाकी फ्रेंड्स को भी समझ नही आता कि आख़िर आराधना की फ्रेंडशिप सिमरन से कैसे हो गयी क्यूंकी दोनो बिल्कुल अपोजिट है थॉट वाइज आंड लाइफस्टाइल वाइज़. अब जिम मे ही आइडिया लगाओ जहाँ आराधना ने फुल स्लीव टी-शर्ट आंड फुल लेंग्थ पयज़ामा पहना हुआ है वहीं सिमरन ने एक मामूली सी स्ट्रिंग वेस्ट और एक शॉर्ट पहना हुआ है.

सिमरन - "हाई आरू कैसी है तू". सिमरन ने आराधना को हग करते हुए बोला.

आराधना - " मे ठीक हू तू सुना कैसा चल रहा है और ये शोल्डर पे निशान कैसा". आराधना ने सवालिया अंदाज़ मे पुछा.

सिमरन - "लव बाइट्स". सिमरन ने आँख मारते हुए कहा.

आराधना- " लव बाइट्स? क्या बकवास कर रही है खुल कर बता ना".

सिमरन - "क्या यार, लव बाइट्स नही समझती. वैसे कैसे समझेगी तेरा कोई बॉय फ्रेंड है भी तो नही. लास्ट टाइम अपने बॉय फ्रेंड के साथ डेट पे गयी थी उसने मेरे शोल्डर पे काट लिया". अब आराधना और सिमरन दोनो ट्रेड्मिल पे वॉर्म अप रन्निंग करने लगी थी.

आराधना -" तो क्या तू अपने बॉय फ्रेंड को अलाउ कर देती है कि वो तुझे टच कर सके वो भी शोल्डर पे".

सिमरन - " तो क्या टच तेरी मा को करेगा वो. अरे कम ऑन यार कौन सी लाइफ मे जीती है. ग्रो अप और अब तू बच्ची नही रही है. थिंकिंग को थोड़ा बदल और बड़ी हो जा. शोल्डर पे टच मे इतनी शॉक्ड क्यू हो रही है, वो मेरा बॉय फ्रेंड है और ये उसका राइट है कि जहाँ मर्ज़ी टच करे चाहे लिप्स, बूब्स या पूस....." और आराधना उसे बीच मे ही रोकते हुए बोलती है

आराधना -" बंद कर ये सब. और नही भाषण सुन ना है मुझे तुझसे. मुझे लगता है कि बॉय फ्रेंड एक दोस्त की तरह होता है लेकिन तू तो उसे वो राइट दे रही है जो हज़्बेंड के होते है". आराधना ने उसे समझाते हुए कहा.

सिमरन - " हज़्बेंड की मा की..... जो अभी है ही नही उसकी टेन्षन तू ले और मुझे मत दे. मेरी लाइफ मस्त चल रही है और चलने दे. तू हज़्बेंड का वेट कर, वो ही आकर तेरी नथ खोलेगा."

आराधना -" हाँ वो ही करेगा जो करना है, तुझे क्या प्राब्लम है".

सिमरन- " यार मे लेज़्बीयन नही हू जो मुझे कोई प्राब्लम होगी. हाँ अगर मे लड़का होती तो तेरा काम ज़रूर कर देती. तू भी तो डॅम सेक्सी और ब्यूटिफुल है. वो सब है तेरे पास जो लड़को के दिलो के ज़ज्बात भड़का सकता है". सिमरन ने मज़ा लेने के अंदाज़ मे कहा.

आराधना -" बड़ी आई काम करने वाली. ये तेरी ही थिंकिंग है, मेरे एरिया मे सभी शरीफ है और कोई मुझे इस निगाह से नही देखता. समझी".

सिमरन - " मेरी जान किसी की पॅंट खोल कर तो तू देखती नही. क्या पता सब साले गे हों तेरे मोहल्ले मे जो तेरे हुस्न को देख कर भी नही पिघलते. नही तो आज कल हर कली पे भंवरे मंडराने लगते है. कहे तो एग्ज़ॅंपल दिखाऊ?".

आराधना -" क्या एग्ज़ॅंपल दिखाएगी". और तभी ट्रेड्मिल से उतर कर सिमरन वॉटर बॉटल से पानी पीने लगती है. पानी फेस उपर करके ऐसे पीती है जिससे थोड़ा पानी उसके फेस से होता हुआ गर्दन पे पहुँचता है और उसके बाद बूब्स पे. तभी धडाम से वो अपनी बॉटल गिराती है, सामने वाले एरिया मे सभी लड़कों की निगाह उस बॉटल पे गिरती है और तभी सेक्सी अंदाज़ मे सिमरन नीचे झुकती है और बॉटल उठाती है. सभी लड़को के सिमरन के सेक्सी 36 डी बूब्स देख कर होश उड़ जाते है. सबके मूँह खुले के खुले रह गये. आराधना ये सब देख रही थी. बॉटल उठाने के बाद सिमरन वापिस टर्न होती है और सेक्सी स्टाइल मे अपनी आस को मूव करती हुई दोबारा ट्रेड मिल पे रन्निंग स्टार्ट कर देती है. जिम मे साइलेन्स हो गया था, सभी लड़कों की निगाहे अभी तक सिमरन पे ही थी.

सिमरन-" देख लिया मेरी जान. लड़की एक ऐसी चीज़ है कि बूढ़ा हो या जवान देखे बिना नही रह पाता. अब वो बात अलग है कि तेरे मोहल्ले मे साले गे हैं. "

आराधना -" ऐसे दिखाएगी तो कौन नही देखेगा. लड़की को अपनी सीमा मे रहना चाहिए नही तो यही होगा".

सिमरन - " अपनी एक बॉटल उठाई तो मेने सीमा तोड़ दी. पागल इस दुनिया से बाहर निकल, अगर हम हेर कटिंग नही कराएँगे तो सारे ब्यूटी पार्लर वाले लोग भूके मर जाएँगे, ठीक इसी तरह से अगर अपनी बॉडी को ढक कर ही रखना होता तो भगवान हम लड़कियों को बूब्स और सेक्सी आस ना देता. समझी".

आराधना- " तो नंगी होकर घूम. तुझे भगवान ने ही भेजा है सबको नंगा होकर अपने आइटम्स दिखाने को. हा हा हा हा". आराधना उसका मज़ाक उड़ाती है

सिमरन -" मेरी जान, ओपन नंगी लड़की को कोई नही देखता. तू मिनी स्कर्ट पहन तो तुझे लोग देखेंगे और तू एक लोंग स्कर्ट पहन कर उसे अपनी थाइस तक उठा दे फिर देख लोग पागल हो जाएँगे.".

आराधना- " तू उठा अपनी स्कर्ट, मुझे नही उठानी. मे जैसी हू वैसी ठीक हू".

सिमरन- " अच्छा एक बात कहु बुरा तो नही मानेगी".

आराधना -" वैसे तो तू हर बात ग़लत ही बोलती है लेकिन फिर भी बोल कि क्या बोलना चाहती है".

सिमरन- " तो चल एक बार वॉशरूम मे". काफ़ी सवालो के बाद आराधना वॉशरूम मे उसके साथ चली जाती है.

सिमरन- " चल एक बार अपनी आँखे बंद कर".

आराधना - " क्यू करू आँखे बंद, ऐसा क्या करना है तुझे".

सिमरन- " कर तो सही मेरी जान, प्लीज़.". काफ़ी रिक्वेस्ट के बाद आराधना अपनी आँखे बंद कर ही लेती है. वॉशरूम मे उन दोनो के सिवाय कोई नही था. तभी सिमरन आगे बढ़कर अपने लिप्स आराधना के लिप्स पर रख देती है और उसके सॉफ्ट लिप्स को चूस लेती है. आराधना इस सिचुयेशन के लिए बिल्कुल तैयार नही थी, वो एक दम जैसे सदमे मे आ गयी हो ऐसी हो जाती है. सिमरन उससे अलग होकर थोड़ा पीछे जाती है

सिमरन- " कैसा लगा बता?"

आराधना -" मुझे नही पता था कि तू ऐसी है". आराधना ने आराम से अपने लिप्स को पोछते हुए कहा. उसका चेहरा लाल हो चुका था.

सिमरन-" देख मे लेज़्बीयन तो हू नही और ना ही ऐसा है की मे तेरे साथ कुच्छ खेलना चाहती हू. मे बस तुझे ऐसा अहसास दिलाना चाहती थी कि किस क्या होती है. सोच अब कि कैसा लगेगा जब मजबूत बॉडी वाला लड़का तुझे अपनी बाँहो मे भर कर तेरे होठ चुसेगा, तेरी बॉडी से खेलेगा और तुझे जन्नत दिखाएगा."

आराधना -" बस अब और एग्ज़ॅंपल मत दिखा मुझे और जाने दे."

सिमरन-" वैसे बता ना लिप टू लिप कॉंटॅक्ट से कैसा लगा तुझे."

आराधना-" बकवास". और हंस कर बाहर भाग जाती है. इस किस का असर था आराधना पे, ये पहला अहसास था कि उसे किसी ने किस किया, चाहे वो लड़की ही थी लेकिन उसे हिंट मिल गया था कि किस करने पे कैसा लगता है.

जिम करने के बाद आराधना घर आती है और घर आते ही अपने बेडरूम मे पहुँच जाती है. बेडरूम मे आते ही वो गेट बंद करती है और ड्रेसिंग टेबल के सामने आकर अपनी टी-शर्ट उतारती है. वाउ क्या नज़ारा था, वो खुद भी शर्मा रही थी अपने बूब्स देख कर. एक दम गोरे और सुडोक, ब्रा के अंदर से आधे बाहर झाँक रहे थे. वो साइड पोज़ मे घूमती है और एक फिंगर अपने मूँह मे डालकर मिरर मे देखती है और शरमाती है. खुश होकर बाथरूम मे वो नहाने भाग जाती है.
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Re: फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (RESTARTED)

Post by rocky123 »

स्मृति के तीन ही शॉक थे जिन्हे वो फ्री टाइम मे पूरा कर लेती थी - फ़ेसबुक, अंग्री बर्ड्स आंड फारम्वियल. उसका फ़ेसबुक प्रोफाइल 2008 का बना हुआ था और मोरे दॅन 500 फ्रेंड्स थे. कुच्छ फ्रेंड्स स्टार्टिंग मे जोश मे ही बन गये थे जो अननोन भी थे. कुच्छ फ्रेंड्स को वो ब्लॉक भी कर चुकी थी क्यूंकी वो उसकी अपलोड की हुई फोटोस को लाइक नही करते थे. लॅडीस आंड गर्ल्स को वो फ़ेसबुक फ्रेंड बहुत बुरे लगते है जो उनके अपलोड पे पॉज़िटिव कॉमेंट या उन्हे लाइक नही करते. फ़ेसबुक चाटिंग का भी उसे काफ़ी शोक था और अक्सर फ्रेंड्स के साथ थोड़ी गॅप शॅप कर लेती थी. हाल ही मे उसे एक रिक्वेस्ट आई जिस यूज़र का नाम ट्रिपल ऐक्स_लाइयन था, स्मृति के माइंड मे कभी कोई ग़लत बात नही थी तो उसने वो रिक्वेस्ट आड कर ली. वो एक लड़का था जिसकी उमर 20 साल थी और प्रोफाइल पिक्चर मे एक लाइयन का ही फोटो लगाया हुआ था. उसे आड करने के कुच्छ दिन बाद उस लाइयन ने एक फ़ेसबुक पे एक पर्सनल मेसेज भेजा - वाना डर्टी चॅट? स्मृति को उसकी इस बात पे बहुत गुस्सा आया और वो सीधा पंकज के पास आई. पंकज हॉल मे बैठा हुआ न्यूसपेपर पढ़ रहा था.

स्मृति - "जी सुनो, देखो ये फ़ेसबुक पे मुझे कैसे मेसेज भेज रहा है". स्मृति ने अपना स्मार्ट फ़ोन पंकज को देते हुए कहा. पंकज उस मेसेज को देख कर हँसने लगा.

पंकज - " टाइम बदल गया है. पहले जमाने मे लड़का लड़की को बोलता था कि आजा कोने मे, कुच्छ कर दू तेरे साथ. और आज के टाइम मे तो साले 41 साल की लेडी से डर्टी चॅट करके खुश हो जाते है. दम ही नही है आज कल के बच्चो मे". और वो हा हा हा करके हँसने लगता है.

स्मृति -" कभी तो सीरीयस लिया करो मेरी बातो को, कोई तुम्हारी वाइफ को ऐसे मेसेज कर रहा है और तुम हो कि हंस रहे हो".

पंकज-" जब वाइफ हो ही इतनी सेक्सी तो इसमे इस चूहे की क्या ग़लती है, और नाम रखा है लाइयन."

स्मृति-" ठीक है तो आप अपना न्यूसपेपर पढ़ो, मे इससे चॅट कर ही लूँगी".

पंकज - " हमारा भला तो करती नही हो कम से कम इस नकली लाइयन का तो भला कर दो". और वो फिर से हँसने लगता है. स्मृति पेर पटक के वहाँ से अपने रूम मे भाग जाती है. इतिफाक से ट्रिपल ऐक्स_लाइयन भी ऑनलाइन आ जाता है और स्मृति को मेसेज भेजता है-

लाइयन- हाई, यू देअर्?

स्मृति- यस, आइ आम हियर.

लाइयन- हाउ आर यू, सेक्सी?

स्मृति - यू बस्टर्ड, मे तेरी मा जैसी हू. मुझे सेक्सी जैसे शब्द बोलते हुए तुझे शरम नही आती.

लाइयन- ओह्ह्ह, प्लीज़ कूल डाउन. मा भी तो सेक्सी हो सकती है, आइ वाज़ नोट अवेर दट यू आर दट मच नॅरो माइंडेड अदरवाइज़ मे कभी ऐसे शब्द यूज़ नही करता.

स्मृति - आइ आम ऑल्सो वेरी ओपन माइंडेड लेकिन मुझे ये सब पसंद नही है जैसे तुम बात कर रहे हो.

लाइयन - आंटी आप इतना माइंड ना करे.

स्मृति- हाउ डेर यू कॉल मी आंटी. यू आर रियली ऐन अग्ली गाइ, डोंट एवर चॅट वित मी अगेन.

लाइयन- अपनी लाइफ मे पहली बार मे इतना कन्फ्यूज़ हू. कभी तो आप कहती है कि यू अरे लाइक माइ मों और कभी आप कहती है कि मुझे आंटी मत बोलो. समझ नही आ रहा कि आप क्या कहना चाहती है. मेरा इरादा आपको परेशान करने का बिल्कुल नही है, चॅट करने के लिए आपको हज़ार लड़के मिलेंगे तो मुझे भी 500 लड़किया मिल ही जाएँगी.

स्मृति - मेरे कहने का मतलब है कि एज के मामले मे तुम्हारी मा जैसी हू लेकिन इसका ये मतलब नही है कि तुम मुझे आंटी कहोगे. अभी भी देखने मे तुम्हारी छोटी सिस्टर ही लगूंगी.

लाइयन- इतनी फिट बॉडी है आपकी?

स्मृति - यस, अभी भी पार्टी या किसी फंक्षन मे जाती हू तो कोई नही कह सकता कि मेरी बड़ी लड़की 21 साल से ज़्यादा की है. सब कहते है कि मेरी छोटी सिस्टर लगती है.

लाइयन- इसी फिट बॉडी को तो सेक्सी बॉडी कहते है. जो कम ही लॅडीस की होती है नही तो बच्चे होने के बाद फट लटक जाता है. बूब्स ढीले पड़ जाते है, आस बहुत फेल जाती है, थाइट्स मोटी हो जाती है. हज़्बेंड का इंटरेस्ट कम हो जाता है ऐसी लॅडीस मे.

स्मृति- देखो मे एक शरीफ वाइफ हू और मुझे ऐसी बाते बिल्कुल पसंद नही.

लाइयन - मुझे दूख है कि मेरी हर बात आपको ग़लत लगती है जबकि मे तो अब तक सारी बाते आपसे सच बोल रहा हू. आप के प्रोफाइल फोटो को देख कर आप सेक्सी लगी तो बोल दिया था. लेकिन आइ आम सॉरी, मे ऑफलाइन हो जाता हू और आप मुझे ब्लॉक कर देना.

स्मृति - मेने ऐसा तो नही कहा.

लाइयन- नही वाकई मे एक गंदा लड़का हू मे और आपको मुझसे बात नही करनी चाहिए.

स्मृति - देखो मेरा फ़र्ज़ है कि मे तुम्हे समझाऊ कि बडो से बात कैसे की जाती है.

लाइयन- तो आप मुझे बताए जी आपको मे क्या कह कर बुलाऊ?

स्मृति - जो मेरा नाम है यानी स्मृति.

लाइयन - तो स्मृति जी, बडो से कैसे बात की जाती है बताइए.

स्मृति - तमीज़ से पेश आना होता है. सेक्सी जैसे शब्द लॅडीस को अच्छे नही लगते.

लाइयन- हा हा हा हा हा

स्मृति - हंस क्यू रहे हो

लाइयन - बस अब और कुच्छ मे आपको बता नही सकता. अगर कुच्छ बताउन्गा तो आपको बुरा लगेगा.

स्मृति - नही नही बताओ.

लाइयन - तो सुनो, मेने बहुत गर्ल्स, आंटीस, भाभिस, ईवन अपने रिलेटिव्स लॅडीस से अननोन बन कर चॅट की है. जब भी मे नॉर्मल चॅट करता हू कि कैसी हो, घर मे सब कैसे है तो पता है मुझे क्या रिप्लाइ मिलता है.

स्मृति- क्या?

लाइयन- के यार तुम बहुत बोर हो. तुम्हे स्पाइसी बाते नही आती. आज के बाद हम से चॅट मत करना और कुच्छ तो मुझे डेलीट ही कर देती है.

स्मृति - तो उन्हे कैसी बाते पसंद आती है?

लाइयन- डर्टी टॉक, डर्टी लॅंग्वेज, बूब्स की बाते, आस की बाते, मेरे --लंड की बाते.
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Re: फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (RESTARTED)

Post by rocky123 »

स्मृति का फेस बूब्स, आस, और खास कर --लंड वाली बात सुनकर बिल्कुल रेड हो गया. उसकी सासे तेज चलने लगी, उसकी चूचियाँ बार बार उपर नीचे हो रही थी. उसका दिल कर रहा था कि वो चॅट वही क्लोज़ कर दे लेकिन वो ऐसा कर नही पा रही थी. पता नही उसे क्या हो रहा था. उसने फिर टाइप करना शुरू किया.

स्मृति - तुम ये गंदी बाते मुझसे कैसे बोल सकते हो.

लाइयन - डोंट माइंड स्मृति लेकिन ये गंदी बाते मे बोल नही रहा हू, लिख रहा हू और इससे हमारी ज़ुबान भी गंदी नही होगी. और मे वो ही सब तुम्हे बता रहा हू जो मेरे साथ होता है.

स्मृति ने बड़ी हिम्मत करके टाइप किया.

स्मृति - लेकिन वो लड़किया तुम्हारे उसके बारे मे क्यू पूछती है.

लाइयन - उसके किसके बारे मे?

स्मृति - वो ही तुमने टाइप किया था ना पहले की मेरे उसके बारे मे.

लाइयन- ओके, उसके किसके मेरे लंड के बारे मे.

स्मृति का तो पसीना ही छूट गया. ऐसा पहली बार हो रहा था उसके साथ. वो उठी और पानी पीने लगी. उसका दिल बहुत तेज धड़क रहा था. उसका पसीना फेस पर से होता हुआ ठीक उसकी गर्दन और फिर उसके बूब्स पे जा रहा था. एक ही झटके मे वो बहुत सारा पानी पी गयी. बड़ी हिम्मत करके उसने फिर से टाइप करना शुरू किया.

स्मृति - प्लीज़ ऐसी बाते मत लिखो.

लाइयन - स्मृति ग्रो अप यार. इतना तो चलता है, तुम कोई नाज़ुक कली तो हो नही. एक कंप्लीट लेडी हो जिसने दबा के लंड लिया है. लिया है या नही?

स्मिरिटी - हाँ लिया तो है.

स्मृति को पता नही क्या हो गया था और उसने जैसे ब्लाइंड बन कर वो सब टाइप कर दिया.

लाइयन - तो फिर क्या टेन्षन है. बी ओपन विद मी. मुझ पे तुम ट्रस्ट कर सकती हो. आइ कॅन बी युवर सीक्रेट फ्रेंड.

स्मृति - मुझे किसी सीक्रेट फ्रेंड की ज़रूरत नही है.

लाइयन - हर लड़की को होती है. हज़्बेंड्स से बात नही बनती आज कल, हर किसी ने किसी ना किसी को बना रखा है.

स्मृति - किस लिए बना रखा है?

लाइयन- फॉर फिज़िकल नीड्स

स्मृति - मेरी कोई फिज़िकल नीड नही है. मेरे हज़्बेंड मेरे लिए काफ़ी है.

लाइयन - मेरी जान अगर ये बात सच है तो एक बार अपनी अपनी चूत पे हाथ लगा के बता कि वो गीली है या नही.

स्मृति को तो जैसे चक्कर आ गये ये बात सुनकर. उसकी बॉडी अब उसके कंट्रोल मे नही थी, उसका हाथ ऑटोमॅटिक ही अपने ट्राउज़र से होता हुआ अपनी पैंटी तक पहुँच गया.

वो शॉक्ड हो रही थी कि कैसे ये ट्रिपल ऐक्स_लाइयन सारी सिचुयेशन जानता है. उसका हाथ उसकी वेजाइना के रस से भर गया. वो उस टाइम बहुत पानी छोड़ रही थी. उसे समझ नही आ रहा था कि चॅट कंटिन्यू करे या रहने दे. बड़ी हिम्मत करके उसने अपने आप को लोग ऑफ कर दिया लेकिन उसके दिल को शांति नही मिली थी. आँखे बंद करके वो लेट गयी.

" आरू, आरू". पंकज ने आवाज़ सुनी जो बाहर से आ रही थी. हॉल मे बैठ कर वो चाइ पी रहा था. ये आवाज़ सिमरन की थी. तभी उसकी एंट्री घर के अंदर हो जाती है, दर असल वो आराधना को कॉलेज के लिए बुलाने आई थी. पंकज उसको देख कर शॉक्ड रह गया, उसने वाइट स्लीवेलेस्स टॉप, जीन्स शॉर्ट पहना हुआ था जो उसकी थाइट्स तक था. एक सेक्सी गॉडेस लग रही थी वो. लाइट मेक अप किया हुआ था जिसमे उसकी थ्रीडिंग और लिप्स और भी सेक्सी लग रहे थे.

सिमरन- "गुड मॉर्निंग अंकल. आराधना है यहाँ पे."

पंकज - "हाँ वो उपर है और अभी आ रही है." पंकज उसे उपर से नीचे तक देखता हुआ बोला.

सिमरन - " और बताएए कि लाइफ कैसी चल रही है, आंटी कहाँ है".

पंकज- " बहुत ही बुरी लाइफ चल रही है". पंकज अपने कॉक पे हाथ फिराता हुआ सिमरन की ओर देखते हुए बोलता है.

सिमरन - " ऊप्स ख्याल रखिए आप अपना". उसे पंकज की इस हरकत पे हँसी आ गयी.

पंकज -" मेरा दिल कर रहा है कि मे भी पढ़ाना शुरू कर दू, और मुझे लगता है कि तुमसे बेहतर स्टूडेंट नही मिलेगी मुझे". पंकज ने अपना हाथ फिर से अपने कॉक पे फिराते हुए और सिमरन के बूब्स को घूरते हुए कहा. वो डबल मीनिंग बाते कर रहा था.

सिमरन -" आराधना के बारे मे आपका क्या ख्याल है. कसम से कह रही हू ऐसी स्टूडेंट पूरे वर्ल्ड मे नही मिलेगी और घर के घर मे ही मिल जाएगी". सिमरन मे हंसते हुए कहा. पंकज का जोश इससे भी कम नही हुआ.

पंकज-" जो बात तुम जैसे स्टूडेंट मे है वो कहीं और कहाँ. तुम इरादा बनाओ, पूरे मन से पढ़ाउंगा". पंकज फिर से उसके जुवैसी लिप्स को देखते हुए बोला.

सिमरन - " सॉरी अंकल, मेने अपना टीचर ढूंड लिया है. हाँ अगर आपका पढ़ने का इतना ही मूड है तो मे आराधना से बात करू.". सिमरन ने आँख मारते हुए पंकज से कहा. तभी आराधना उपर से नीचे आने लगती है.

आराधना " क्या बाते कर हो दोनो आपस मे".

सिमरन- " हाई आरू, यू नो युवर डॅड वांट्स टू टीच मी".

आराधना - " व्हाट?"

पंकज- " नतिंग बेटा, मे तो ऐसे ही मज़ाक कर रहा था". पंकज ने बात टालते हुए कहा.

सिमरन-" सी यू अंकल, बाइ".

आराधना- " बाइ डॅड"

पंकज -" बाइ बेटा".

फिर वो दोनो बाहर जाने लगे. बाहर निकलने से पहले सिमरन एक बार पीछे मूडी और हंस कर पंकज से कहा

सिमरन- " आइ विल थिंक आंड लेट यू नो ऑन युवर प्रपोज़ल". पंकज के खुशी का ठिकाना नही था.
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