आंटी के साथ मस्तियाँ

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jay
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Re: आंटी के साथ मस्तियाँ

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मैं बहुत खुश हुआ और जल्दी से खाना खा कर, अपने घर पर कह दिया की मैं अपने दोस्त के यहाँ जा रहा हूँ, सोने… और, मैं बाहर आ गया और मार्केट चला गया..
वहाँ से मैंने कंडोम और डेरी मिल्क सिल्क ले ली, आंटी के लिए और आंटी के फोन का वेट करने लगा..
थोड़ी देर बाद, आंटी का कॉल आया और कहा – राजू, मैंने दरवाजा खोल रखा है… जल्दी से आ जाओ…
मैं बोला – ठीक है… और मौका देखकर, आंटी के घर में चला गया..
आंटी ने जल्दी से दरवाजा बंद किया और मुझसे कहा की ज़रा भी आवाज़ नहीं करना और मेरा हाथ पकड़ के चल दी..
पूरे घर में अंधेरा था और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था तो तभी आंटी ने एक कमरे का ताला खोला और हम उसमें चले गये..

वहाँ आंटी ने लाइट चालू की तो मैंने देखा की वो आंटी का स्टोर रूम था पर ये स्टोर रूम कम हनिमून स्वीट, लग रहा था..
यहाँ आंटी ने एक गद्दा बिछा रखा था, उस पर लाल गुलाब पड़े थे, मोमबती रखी थीं और एक गिलास दूध भी था और एक छोटी बोटल रखी थीं..
मुझे कुछ समझ नहीं आया की ये बोटल किस की है तो आंटी से पूछने क लिए पीछे मुड़ा तो मैं तो दंग रह गया..
आंटी क्या लग रही थीं..
एक दम गरमा गरम और सेक्स की मूरत लग रही थीं..
उन्होंने वही साड़ी पहनी थीं, जो मैंने गिफ्ट की थी और बैकलेस ब्लाउज..
बाल खुले हुए और वो कातिल कमरधनी देख कर तो मुझसे रहा ही नहीं जा रहा था..
फिर, भी मैंने कंट्रोल करके आंटी से पूछा – आख़िर, ये सब आपने किया कैसे…
आंटी बोलीं – उनके सारे घर वाले गरमी में छत पर ही सोते है तो उन्होंने उनके पति के दूध के गिलास में नींद की गोली डाल दी, जिससे वो रात भर सोते रहें..
मैं बोला – लेकिन, आपकी बेटी…
वो बोलीं – वो तो सुबह 7 बजे तक उठती है… तब तक, सिर्फ़ हम दोनों हैं…
मैंने कहा – वाह!! आंटी मान गया, आपको… क्या सर्प्राइज़ दिया है, आपने…
फिर मैंने पूछा – बाकी, सब तो ठीक है पर वो एक बोटल किस चीज़ की है…
वो बोलीं – सरसों के तेल की…
मैं बोला – पर क्यों…
तो वो बोलीं – तुम गाण्ड तो मरोगे, नहीं ना…
मैं बोला – क्यों नहीं मारूँगा…
आंटी बोलीं – तेल लगाकर मारना… जिससे दर्द कम होगा और आवाज़ भी कम होगी…
मैं बोला – ठीक है, आंटी…
और, आंटी ने सारी मोमबती जला दी और लाइट बंद कर दी और मेरे पास आकर, मेरे चेहरे पे हाथ फेरते हुए बोलीं – राजू, सालगिरह मुबारक हो…
अब मैं भी जोश में आने लगा और आंटी के होंठ पे हाथ फेरते हुए बोला – तुम्हें भी, आंटी जान… और, उन्हें डेरी मिल्क दी और कंडोम निकाल कर साइड में रखे..
आंटी बोलीं – वाह यार, आज तुम्हें कंडोम लाना याद रहा…
मैं बोला – हाँ आंटी ले आया…
आंटी बोलीं – वेरी गुड…
फिर क्या था..
मैं आंटी के पास गया और उन्हें नीचे बेड पे बैठाया तो आंटी बोलीं – पहले दूध तो पी लो… और, उन्होंने अपने हाथ से मुझे दूध पिलाया..
फिर, मैंने उनके कान पे होंठ फेरने लगा..
अब, आंटी सिसकारी निकालने लगीं – आ आह उन्म उःमह… और, फिर मैंने आंटी के होंठ को चूसने लगा और आंटी भी मेरा साथ देने लगीं..
फिर करीब 5 मिनट बाद, हमने किस छोड़ी तो हम दोनों हाँफने लगे..
आंटी बोलीं – राजू, जान निकाल दी, एक किस ने ही… अभी तो पूरी रात बाकी है…
मैं बोला – बस, आप अब देखती जाओ…
फिर, मैं आंटी के पूरे चेहरे पर किस करने लगा और ऊपर से मम्मे दबाने लगा..
आंटी की साँसें, तेज़ चलने लगीं..
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( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: आंटी के साथ मस्तियाँ

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अब आंटी आवाज़े निकालने लगीं – आह आह आह आह हह इनयह्मम… और, फिर मैंने आंटी का ब्लाउज खोल दिया और ब्रा भी निकल फेंकी..
आंटी के निप्पल देख के, मुझे तो बस मज़ा आ गया और मैं बिना देर किए उन्हें मुंह में लेकर चूसने लगा और तभी मैंने निप्पल काटा तो आंटी चीखीं – आईंई या ह… राजू, काट मत…
तो मैं दूसरे मम्मे की निप्पल चूसने लगा और उसे भी काटा तो आंटी फिर चीखीं और बोलीं – मना किया ना… मत काटो… और, मैं उनके दोनों मम्मे दबाने लगा और आंटी आवाज़े निकालने लगीं – आह आ ह आह आ ह आह आ ह आइनाया स स स स स स स…
फिर, मैं आंटी की टुंडी पे किस करने लगा और उनकी कमरधनी को उतार दिया..
इसके बाद, मैंने उनकी साड़ी उतार दी और पेटीकोट भी..
अब आंटी, अपनी गुलाबी रंग की पैंटी मे थीं..

मैं चूत की खुशबु पा कर, महक उठा और चूत पे पैंटी के ऊपर से जैसे ही जीभ लगाई तो आंटी ने तेज़ सिसकारी ली – आ ह ह ह ह स स स स स…
अब मैं चूत को ऊपर से ही चाटने लगा और फिर मैंने आंटी की पैंटी उतार दी..
क्या चूत थी यार, एक दम गुलाबी और वो भी पूरी सॉफ..
मुझसे रहा ना गया और मैं चूत को, चटा चट चाटने लगा..
उफ्फ!! क्या स्वाद था, यार.. मज़ा आ गया..
आंटी – आह आह आह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ… और चाट राजू और चाट… और, मेरा सिर चूत में दबाने लगीं.
फिर मैं चूत में उंगली अंदर बाहर करने लगा और आंटी को बोला की जब झड़ने वाली हो तो बता देना..
आंटी – ह्म्म्म्मम बोलीं.. और, मैंने अपनी उंगली की स्पीड बड़ा दी..
थोड़ी ही देर बाद, आंटी बोलीं – राजूस स स स स स… मैं आ रही हूँ… मैं आई… राजू…
मैं आंटी का सारा रस पी गया और आंटी को फिर लीप किस करने लगा..
अब, आंटी मेरे ऊपर आ गईं और सारे कपड़े उतार कर, मुझे किस करने लगीं.
फिर कुछ ही देर में, मेरे लण्ड को मुंह में लेकर चूसने लगीं..
थोड़ी देर बाद, हम 69 की पोज़िशन में आ गये और मैं उनकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लण्ड चूसने लगीं..
जल्द ही, मैं झड़ गया और हम एक दूसरे की बाहों में कुछ देर लेटे रहे..
अब, आंटी बोलीं – आज नहीं करोगे, कुछ स्पेशल… राजू स्टाइल का… तभी, मुझे एक आइडिया आया..
मैंने आंटी को सीधा किया और डेरी मिल्क, जो आंटी के लिए लाया था उसे अपना हाथ में मसल कर उनके दोनों मम्मे पे लगा दी और उनकी टुंडी पर भी और उनकी चूत में भी लगा दी, उंगली डालकर..
अब मैं उनके चुचे की डेरी मिल्क खाने लगा और धीरे धीरे, निप्पल भी चबाने लगा..
आंटी सिसकारियाँ निकालने लगीं – इनयः याहह ह ह ह ह ह… उन्हम म म म म म… इस्स स स स स स स स स स स सस्स स… उन्हममम मम म म म म म म म म म म… इस्स सस स स स स स स स स स स… आह आ आ आ आहह ह ह ह ह ह आ आ आ आ आ आ आ आ आ… इन्यह ह ह ह ह ह… या या या आया आया या आ हा… ज़ोर से चूसो, राजू… अन्म उन्ह म्म… शाबाश… हाँ हाँ हाँ… उफ्फ फ फ फ… और चूसो…
फिर, मैं उनकी चूत के पास आ गया और उनकी चूत के ऊपर की डेरी मिल्क भी चाटने लगा..
आंटी – आँह… इस्स… उन्हम म्म… और जैसे ही, मैंने उनकी चूत के अंदर की डेरी मिल्क चाटना शुरू किया.. आंटी ने अब अपनी जांघें फैला दी और मेरा सिर दोनों हाथ से दबाने लगीं और सिसकारियाँ लेते हुए बोलीं – आँह… इस्स… उन्हम म्म… उफ्फ फ्फ राजू… मार डाल, मुझे आज… आह आह आह आह आह आह… इयाः इयह उःम उन्म हम्म म म म म म… आआअहह आह आह आह आह ष्ह…
अब मैं उनकी टुंडी पे गया और उस पर लगी डेरी मिल्क भी चाटने लगा..
आंटी अब बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लगीं – अहह सस्स्स्स्शह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आँह माआ हह… आराम से राजू… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह….
फिर आंटी मेरे लण्ड के पास आई और उस पर डेरी मिल्क लगाकर, उसे चाटने लगीं..
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jay
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Post by jay »


क्या मज़ा आ रहा था, यार..
फिर आंटी बोलीं – राजू, आख़िर कहाँ से लाते हो ऐसे आइडिया…
मैं बोला – बस देखती जाओ… और, उन्हें लीप किस करने लगा..
फिर, मैं आंटी के मम्मे दबाने लगा..
आंटी – उन्हाया… राजू, अब डाल भी दो… कितना तडपाएगा…
मैं बोला – जैसी आपकी मर्ज़ी, आंटी जान…

अब मैं आंटी की चूत के पास गया और अपने लण्ड का सुपाड़ा आंटी की चूत के छेद पे रखा और एक तेज़ झटका लगाया तो लण्ड का सुपाड़ा थोड़ा अंदर गया और आंटी चीख पड़ीं – आराम से राजू, आराम से…
फिर मैंने एक और झटका लगाया तो थोड़ा और लण्ड अंदर गया तो आंटी चीखीं – मर र र र र र गई ई ई ई ई ई…
कुछ देर बाद, मैंने एक झटका और लगाया तो पूरा लण्ड अंदर गया तो आंटी चीखीं – अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः… आ आह ह आह आ आ आ ह ह ह आह आ आ आह ह ह ह… म्न्ह मन्ह मर गयइ… आराम से राजू… और चोद… और चोद… फाड़ दे, मेरी आज… अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… और तेज़ और तेज़… ज़ोर से, और ज़ोर से… शाबाश शाबाश शाबाश… अहहहः अएआएआएआए… चोद चोद चोद चोद चोद चो द द द द दहस स स स…
और, आंटी को मैंने ज़ोर ज़ोर शॉट लगाने शुरू कर दिए..
आंटी तो बस, सिसकारियाँ निकालने लगीं – आह हह आ आ आ आह ह ह ह ह ह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आह उंह ह ह ह ह आह इहह स स ह ह राजू..
आंटी को करीब 5 मिनट तक चोदने के बाद, मैं झड़ने वाला था..
मैं आंटी से बोला – मैं आ रहा हूँ…
फिर मैंने अपनी स्पीड बड़ा दी..
हम पूरे पसीने में नहा गये थे और आंटी के पसीने की खुश्बू में, गजब सा नशा था.. जिसके वजह से, मैं आंटी को इतना चोद सका और झड़ गया..
फिर, मैं आंटी के ऊपर ही लेट गया..
अब मैं बोला – कैसा लगा, आंटी…
आंटी बोलीं – एक बात तो माननी पड़ेगी, तुम जैसा तो कोई नहीं चोद सकता… मज़ा तो मुझे तेरे साथ, सच में बहुत आता है… आज तो ऐसा लगा, जैसे तू मेरी नथ उतार रहा हो…
थोड़ी देर पड़े पड़े यूँही बात करने के बाद, हम 69 की पोज़िशन में आ गये..
असल में, आंटी को मेरी ये ही बात पसंद थी की मेरा फट से, फ़ौरन तैयार हो जाता था, दूसरे राउंड के लिए..
खैर, मैं फिर से आंटी की चूत चाटने लगा और वो मेरा लण्ड चूसने लगीं..
अब मैं उठा और आंटी को, अपने लण्ड के ऊपर खड़ा किया और उनकी चूत पे अपना लण्ड रखा तो लण्ड एक ही झटके में आधा अंदर चला गया तो आंटी चीखीं – अन्म आह इस्स… आह आह अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… आह आह अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः आह… आराम से, राजू… आ आ आ आ स स स स स स स स स… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह… उई माआअ…
और, अगले झटके में तो पूरा लण्ड आंटी की चूत में समा गया..
अब आंटी, बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लगीं – आह आँह… फूह यान्ह… आ आ आ आ आ आ आ आ उंह… इयान्ह ह ह ह ह ह आह आ आ आ आह ह हा… उफ्फ मा ह उंह आह… आराम से, राजू… अन्म आह इस्स… आह आह अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… आह आह अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः आह… आराम से, राजू… आ आ आ आ स स स स स स स स स… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह… उई माआअ…
फिर मैं आंटी के मम्मे, ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा..
कुछ ही देर में झड़ गया और आंटी के बगल में लेट गया..
आंटी बोलीं – मज़ा आ गया, राजू…
अब मैंने आंटी को अपनी बाहों में लिया और उनके मम्मे खूब ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा..
आंटी फिर से आवाज़े करने लगीं – इस्स स स स स स… राजू र र र र र… नहीं स स स स स… उन्हम्मह म म म म म… और मेरे लण्ड को दुबारा मसलने लगीं..
इस बार थोड़ी देर बाद में, लण्ड खड़ा हुआ तो आंटी ने फट से उस अध खड़े लंड को मुंह में ले लिया और चाटने लगीं..
मैं उनका सिर दबाने लगा और बोला – और अंदर लो ना, आंटी… और ज़ोर से चूसो…
कुछ देर बाद, मैं खड़ा हुआ और आंटी को उल्टा किया और उनकी गाण्ड पे सरसों का तेल लगा दिया और फिर गाण्ड क छेद पे अपना लण्ड रख क झटका मारा तो आंटी – आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ राजू र र र र र… उन्हम्म… इनयः इस्स उफ्फ फूहस आह हह आ आ आ आह उन्म आह आ हह आह… और ज़ोर से राजू… आह आह अहह…
मैने थोड़ी देर रुकने के बाद, फिर एक झटका मारा तो थोड़ा और लण्ड अंदर गया और आंटी और ज़ोर से चीखीं – राजू र र र र र… माँ की चूत त त त त त त… मार डाला रे तूने ने ने ने ने ने… उन्हम्म… बहन चोद द द द द द द… कुत्ते…
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अब मैंने बिना देर किए और एक झटका मारा तो पूरा लण्ड आंटी की गाण्ड में समा गया और आंटी की आँखो से आँसू आ गये और आंटी की गाण्ड से थोड़ा ब्लड भी आ गया था..
अब मैं आंटी को किस करने लगा और मम्मे दबाने लगा..
आंटी बहुत ज़ोर ज़ोर से कहने लगीं – मादार चोद द द द द द स स स स स स स… मार डालेगा, क्या या या आह आ आ आ ह ह ह ह ह… और, पूरा कमरा फ़च फ़च की आवाज़ से गूँज रहा था..
और फिर 1-2 मिनट तक चोदने के बाद, मैं आंटी की गाण्ड में झड़ गया और उनके ऊपर लेट गया..

फिर, हम एक दूसरे की बाहों में लेट कर करीब 4 बजे सो गये..
सुबह करीब 6:30 बजे, आंटी आईं और मुझे उठाया..
मैंने अभी भी कुछ नहीं पहना था और लण्ड खड़ा ही था तो आंटी ने लण्ड को मुंह में लिया और हल्का सा काटा तो मैं हड़बड़ा कर उठ गया..
इस पर आंटी हंस पड़ीं और बोलीं – चलो उठा और जाओ… और कपड़े पहन लो…
मैंने उन्हें अपनी और खींचा और पूछा – भैया गये…
वो बोलीं – हाँ और उनकी बेटी भी गईं…
मैं बोला – सही में…
आंटी बोलीं – हाँ, सही में… हम पूरे दिन, अकेले ही है…
ये सुनकर, मुझसे रहा ना गया और मैं उन्हें किस करने लगा तो आंटी किस छुड़ा कर उठीं और बोलीं – उठो कपड़े पहनो और फ्रेश हो कर, नाश्ता कर लो…
मैं बोला – नाश्ता, मैं एक ही शर्त पे करूँगा… आज हम दोनों जब तक अकेले हैं, कोई भी कपड़े नहीं पहनेगा…
आंटी बोलीं – ठीक है, ठीक है… पर उठो तो…
फिर, मैं उठा और फ्रेश हो कर किचन में गया तो आंटी ने सारे कपड़े उतार दिए थे..
मैं बोला – ये हुई ना बात, आंटी… और फिर, हम नाश्ता करने लगे और चाय पीने लगे..
कुछ देर तक, बातें करते रहे..
कुछ देर बाद आंटी बोलीं – मैं नहा कर, आती हूँ…
इस पर मैं बोला – ठीक है… और मैं, टीवी देखने लगा और आंटी बाथरूम में, नहाने चली गईं..
मैंने सोचा – क्यों ना आज, आंटी को नहाते वक़्त चोदा जाए… और, मैं बाथरूम में गया..
आंटी, शावर ले रही थीं..
मैं उनके पास गया और फ़ौरन, उनकी चूत को चाटने लगा..
आंटी बोलीं – राज, तुम यहाँ क्यों आए… मैं नाहकर आ रही थीं, ना…
तो, मैं बोला – मैंने सोचा क्यों ना आज नहाते वक़्त चुदाई हो, आंटी…
अब आंटी बोलीं – ठीक है… कर ले, तुझे जो करना है… यहाँ पर भी चोद ले, मेरे बालम… आज तो मैं, तुम्हारी ही रंडी हूँ…
मैं फ़ौरन उनके ऊपर आ गया और लीप किस करने लगा..
मैं उनके दूध को बेतहाशा चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा…
आंटी – आराम से राजू… और तभी मैंने आंटी की निप्पल काटी तो आंटी चीखीं – राजू स स स स स, तुम नहीं सुधरोगे…
अब मैं आंटी की चूत चाटने लगा और आंटी, मेरा सिर चूत मे दबाने लगीं और आवाज़े निकालने लगीं – राजू र र र र र… माँ की चूत त त त त त त… मार डाला रे, तूने ने ने ने ने ने… उन्हम्म… और चाट राजू, और चाट… खा जा, मेरी चूत… बहन चोद द द द द द द… कुत्ते… और ये सब कहते कहते, वो मेरा सिर चूत में और ज़ोर ज़ोर से, दबाने लगीं..
अब हम 69 की पोज़िशन में आ गये और आंटी, मेरा लण्ड चूसने लगीं..
फिर मैं उठा और आंटी की चूत पे अपना लण्ड रखा और एक झटके में, आधा लण्ड अंदर डाल दिया..
आंटी, फिर से चीख पड़ीं – उन्हम्म… इनयः इस्स उफ्फ फूहस आह हह आ आ आ आह उन्म आह आ हह आह… राजू, आराम से…
एक झटके में, मेरा पूरा लण्ड आंटी की चूत मे समा गया और आंटी बोलीं – राजू र र र र र… बहन चोद द द द द द द…
मैं अब ज़ोर ज़ोर से, शॉट मरने लगा..
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आंटी – मादार चोद द द द द द स स स स स स स… मार डालेगा, क्या या या आह आ आ आ ह ह ह ह ह… अहहआहम्म… मर र र र र र गई ई ई ई ई ई राजू र र र र र… आराम से राजू, आराम से… आ ह आ आ आ आ आ आ आ ह…
थोड़ी ही देर बाद, मैं झड़ गया..
मैंने आंटी को लीप किस किया और धीरे धीरे, उनके मम्मे दबाने लगा..

मज़ा आ गया था, पूरी चुदाई के वक़्त..
शावर से जो ठंडा पानी हमारे गरम बदन पर गिर रहा था, उसका अलग ही मज़ा था…
फिर हम नहा कर बाहर आए और ऐसे ही, बेड पर सो गये.
2 बजे के करीब, मेरी आँख खुली तो मैं किचिन में गया और चाय बनाकर लाया और आंटी को जगाया और बोला – आंटी, लो चाय पी लो और हम चाय पीने लगे..
चाय पीने के तुरंत बाद, आंटी मेरी बाहों मे आ कर बोलीं – तुम्हारे साथ, चुदाई में मुझे वाकई बहुत मज़ा आता है… मैं बस यही चाहती हूँ की तुम इसी तरह, मेरे बदन की आग बुझाते रहो…
फिर, वो मेरे लण्ड को पकड़कर बोलीं – लाओ, मैं इसकी मालिश कर दूँ… और आंटी मेरे लण्ड की बड़े कमसिन तरीके से, मालिश करने लगीं..
मेरा लण्ड तुरंत खड़ा होकर, लोहे ही रोड बनने लगा और मुझसे रहा ना गया और मैंने झटके से आंटी को अपने नीचे किया और एक झटके में पूरा लण्ड, उनकी चूत में घुसेड दिया…
आंटी, बहुत ज़ोर से चीखीं –
मैं आंटी को किस करने लगा और देखा तो आंटी की आँखों से आँसू भी निकल आए थे..
पर, मैंने अपनी स्पीड और बड़ा दी और थोड़ी ही देर में, मैं आंटी की चूत में ही झड़ गया..
थोड़ी देर बाद, आंटी उठीं और कपड़े पहने और मैंने भी कपड़े पहने और मैंने उन्हें एक सॉफ्ट लीप किस दी और उनके सूट के ऊपर से ही, मम्मे पर कटा तो आंटी बोलीं – सुधार जाओ…
और, मैं अपने घर चला गया..
हम काफ़ी खुश थे पर दो महीने से अंकल की नाइट ड्यूटी चल रही थी तो हमें मज़े करने का ज़्यादा मौका नहीं मिलता था..
कभी कभी ही, मिलने पे एंजाय कर लेते थे..
इस बार, हमारे मोहल्ले के हम जो 4 करीबी परिवार थे, सब ने एक हफ्ते का हिमाचल घूमने का प्लान बनाया क्यूंकि हम सर्दियों में जा रहे थे तो हमें, वहां वर्फ़ मे बड़ा मज़ा आएगा..
हमारे ग्रूप में मेरा परिवार, आंटी और उनकी बेटी थे क्यूंकि अंकल की ड्यूटी की वजह से, वो नहीं जा पा रहे थे और हमारे बगल वाला परिवार था तो हम लगभग, 15-20 लोग हो गये थे..
हमने रिज़र्वेशन करा लिया था, ट्रेन का और हम 5 दिन बाद, निकलने वाले थे..
फिर, हमारे जाने का दिन आ गया था और हम शाम को निकल गये..
हम ट्रेन में, बैठ गये थे..
हम हिमाचल के शिमला जा रहे थे तो हमें पहले चंडीगढ़ जाना था..
वहाँ से, बस से शिमला..
हम अगले दिन सुबह 8 बजे के करीब, चंडीगढ़ पहुँच गये थे..
वहाँ से हमने एक मिनी बस बुक की थी, शिमला के लिए..
इस सफ़र मे, मुझे आंटी के साथ बात करने का या कुछ करने का ज़रा सा भी मौका नहीं मिला..
आंटी अपने औरतों के ग्रूप में व्यसत थीं और मैं, अपने दोस्तो के साथ..
बस मौका देख कर, स्माइल पास कर देते थे..
आख़िर हम शिमला पहुँच गये, करीब 11 बजे के करीब और फिर हम अपने होटल में गये..
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