भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई complete

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mastram
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भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई complete

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भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई

दोस्तो आज एक और कहानी लेकर आया हूँ जो आपको ज़रूर पसंद आएगी
भाइयो ये घटना उस वक़्त की है, जब मैं फर्स्ट ईयर में था..
मुझे मेरी ज़िंदगी का, सबसे हसीन पल जीने को मिला..पाठकों, मैं एक साधारण कद काठी वाला, 21 साल का लड़का हूँ..
हाँ!! पर, मेरे लंड का साइज़ 6-6.5 इंच लंबा है..
मैं पिछले 5-6 साल से, नियम से नहाने से पहले अपने लंड की मसाज सरसों के तेल से करता हूँ.. जिससे, मेरा लंड काला तो ज़रूर हो गया है पर मोटा बहुत है.. जो किसी भी औरत को खुश ही नहीं, पागल कर सकता है..
मेरे घर के सामने, एक भाभी रहती हैं.. जिनका नाम, अनीता था और उनकी एक चार साल की लड़की थी..
उनका पति, सरकारी नौकरी में थे..
वो मुझे बहुत अच्छी लगती थीं, एक दम चोदने के लिए ही बनी औरत..
मैं उन्हें चोदना चाहता था और ये सच भी हुआ..
तो, ये बात तब की है, जब मैं उनसे इंग्लीश का ट्यूशन पढ़ता था..
मैं उनको देख के, एकदम मस्त हो जाता था क्यूंकि उनका फिगर “36-30-38” था..
क्या मस्त बड़े बड़े मम्मे थे, उनके..
देख कर, ऐसा लगता था के ब्रा को फाड़ के अभी निकल आएँगे और गाण्ड तो बस, पूछो मत.. एक दम, चौड़ी..
जब भी देखो तो चोद चोद कर, फाड़ डालने का मन करता था..
मैं रोज़ दोफहर के 2 बजे, उनके यहाँ पढ़ने जाता था..
आप समझ ही गये होंगें की मेरा मन, बिल्कुल भी पढ़ाई में नहीं था..
मैं बस, उनहीं को घूरता रहता था..
वो जब भी कोई सवाल समझाने, सामने झुकती थीं तो मैं उनकी क्लीवेज देखता था..
मैं रोज़ घर जाकर, उनके नाम की मूठ मारा करता था.
फिर ऐसे ही करते करते, मेरी परीक्षा करीब आ गई और मेरे प्री बोर्ड में बहुत कम मार्क्स आए..
घर पे, मेरे पापा ने बहुत पिटाई लगाई और भाभी से भी शिकायत की..
उन्होंने बोला – क्या पढ़ाती हैं, आप… अगर, ऐसा ही चलता रहा तो इसका क्या होगा… ये फैल हो जाएगा…
फिर, मैं जब भाभी के यहाँ पढ़ने गया तो भाभी ने भी मुझे खूब डांटा और कहा – मस्तराम, तुम कभी नहीं सुधरने वाले… तुम्हारी वजह से, मुझे दस बातें सुननी पड़ीं..
इधर, वो डाँट रहीं थीं.. उधर, मैं उनके मम्मे देख रहा था.. जो बार बार, हिल रहे थे..
तभी उन्होंने मुझे ज़ोर से थप्पड़ लगा दिया और मुझे गुस्सा आ गया और मैं वहाँ से चला आया..
साला, जिसे देखो मुझे पीटे जा रहा था..!! !!
खैर, 2-3 दिन मैं उनके यहाँ पढ़ने नहीं गया..
वो मुझे बार बार कॉल करती थीं पर मैंने कॉल नहीं उठाया..
फिर एक दिन दोपहर, उनका मैसेज आया –मस्तराम, तुरंत मेरे घर आओ…
मैं उनके घर पर गया..
उन्होंने, मुझे सोफे पे बैठने को कहा और मेरे लिए कोल्ड ड्रिंक ले कर आईं..
फिर, वो मुझे प्यार से समझाने लगीं – देखो मस्तराम अगर तुम पढ़ोगे नहीं तो तुम्हारा भविष्य क्या होगा…
मैं – भाभी, मैं पढ़ना चाहता हूँ पर पढ़ नहीं पता हूँ… मैं ध्यान नहीं लगा पता हूँ, भाभी…
भाभी – क्यूँ… कोई परेशानी है तो बताओ…
मैं – है… पर, आप नहीं समझोगे, भाभी…
भाभी – अरे, बताओ तो… मैं क्यूँ नहीं समझूंगी…
मैं – नहीं… मैं आपसे के कहूँगी तो आप मरोगी…
भाभी – अरे बाबा!! नहीं मारूँगी… अब बोलो भी…
मैं – मैं आपसे प प प्यार र र करता हूँ… आई लव यु, भाभी… आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो… आप बहुत स स स से से सेक्सी हो… मैं आप को देख कर, एक दम खो जाता हूँ और हर वक़्त, आपके बारे में सोचने लगता हूँ…
भाभी का चेहरा गुस्से से लाल था और वो मुझ पर बहुत ज़ोर से चिल्लाई और कहा – मैं तुमसे कितने बड़ी हूँ और तुम मेरे बारे में ऐसा सोचते हो…
मैं डर गया..
फिर भी हिम्मत करके, बोला – भाभी, इसमें मेरी क्या ग़लती है… प्यार तो उम्र देख के नहीं होता ना..
वो बोलीं – देखो मस्तराम, ऐसा नहीं हो सकता और तुम अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो…
फिर उन्होंने, मुझसे जाने को कहा..
लेकिन, मैं वहां खड़ा रहा..
फिर, मैं बोला – अगर, आप मुझे ना मिलीं तो मैं कभी भी परीक्षा में पास नहीं हो सकता… और, वहां से चला गया..
फिर 2 दिन बाद, शाम को उनका कॉल आया और वो मुझसे कहने लगीं – मस्तराम, प्लीज मुझे भूल जाओ…
मैं – मैं आपको नहीं भूल सकता… मैं बस आपको चाहता हूँ, भाभी…
भाभी – प्लीज, मस्तराम मान जाओ और पढ़ाई पे ध्यान दो…
मैं – नहीं, भाभी… मैं अपने आप को नहीं समझा सकता… अब आपकी शादी, पहले हो गई तो मैं क्या करूँ… और हाँ भाभी, मैं आपको बिना पाए, परीक्षा कभी पास नहीं कर सकता…
भाभी – मस्तराम प्लीज ऐसा मत करो… मैं ज़बरदस्ती में, बदनाम हो जाउंगी…
मैं – भाभी, मुझे जो कहना था मैने कह दिया, अब आगे आप की मर्ज़ी… और, मैंने कॉल काट दिया..
फिर कुछ देर बाद, भाभी का मैसेज आया की देखो, मुझे सोचने का कुछ वक़्त दो…
मैंने भी ठीक है… का मैसेज, भेज दिया..
मैं फिर भाभी के बारे में सोचने लगा की क्या कभी भाभी की.चूत और दूध के दर्शन होगें..

फिर 2 दिन बाद, भाभी ने मुझे अपने घर बुलाया और कहा – देखो मस्तराम, मैं सिर्फ़ तुम्हारी पढ़ाई के लिए, हाँ कर रही हूँ..
मैं बहुत खुश हुआ और मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ की मैने एक शादीशुदा भाभी को पटा लिया..
मैं उनको धन्यवाद बोलने लगा, तभी वो बोलीं – एक मिनट… सॉफ सॉफ बात करते हैं… ये तो मैं समझती हूँ की ये प्यार व्यार तो चलो सब ठीक है, असल में, तुम्हें मेरे बदन में ज़्यादा रूचि है… मैं समझती हूँ, तुम्हारी उम्र में ये आम है… लेकिन, लेकिन… एक बात सॉफ सॉफ सुन लो… मेरी एक शर्त है, पहले तुम परीक्षा में 70% लाकर दिखाओ तो आगे कुछ होगा…
मेरा चेहरा उदास हो गया और, मैं बोला – भाभी, ये तो ठीक नहीं है…
तो भाभी ने कहा – अच्छा, ठीक है… उदास मत हो… तुम, हर सनडे सिर्फ़ 10 मिनट मेरे ब ब ब्रेस्ट (मम्मे) दबा सकते हो और एक किस (चुमी) कर सकते हो…
मैं खुश हो गया और उनसे वादा किया के मैं 70% लाकर दिखाऊंगा..
भाभी बोलीं – ठीक है, देखते हैं…
तभी मैंने बिना सोचे समझे, उनके मम्मे पकड़ लिए तो वो थोडा गुस्से में आ गईं और मेरा हाथ ज़ोर से झटकते हुए बोलीं – आज नहीं… सनडे… जाओ, जाकर पढ़ाई करो..
और… …
मैं खूब दिल लगा कर, पढ़ने लगा और कुछ दिन बाद, सनडे आ गया..
मैंने सुबह उठते ही साथ, 9 बजे भाभी को कॉल किया की भाभी मैं आ रहा हूँ…
तो भाभी बोलीं – अभी नहीं.. अभी सब घर पे हैं… 12 बजे आना…
मुझसे सब्र नहीं हो रहा था और मैं बस उनके बारे में सोच सोच के पागल हो रहा था..
मैं अपनी जिंदगी में पहली बार, चुचियाँ दबाने वाला था..
एक बार तो सिर्फ़ सोच सोच कर ही, मेरे लंड ने मूठ छोड़ दिया.. !!! !!
तभी 12 बज गये और मैं उनके घर पहुँच गया..
आज भाभी मुझे देख कर मुस्कुराई और कहा – सब्र तो बिल्कुल नहीं है..
तो मैंने कहा – इतने दिन से तो सब्र की है…
फिर भाभी ने दरवाजा बंद किया और मैंने उन्हें अपनी और खींच लिया और दीवार की तरफ धकेल दिया और अपना हाथ दोनों मम्मे पे रख के, बुरी तरह दबाने लगा..
क्या मम्मे थे यार..
एक दूध मेरे तो दोनों हाथ में नहीं आ रहा था..
ऐसा लग रहा था की आज भाभी का सूट और ब्रा फाड़ कर, उन्हें आज़ाद कर दूँ और मैं उनके दूध खूब ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा..
भाभी की आँखें बंद थीं..
फिर, वो बोलीं – आराम से मस्तराम, आराम से…
उनके मुंह से मस्तराम सुनकर, मैं तो और जोश में आ गया और ज़ोर ज़ोर से दूध बुरी तरह मसलने लगा और भाभी भी धीरे धीरे सिसकारियाँ भरने लगीं – अन्ह… आराम से मस्तराम आराम से.. उन्ह म म्ह ह ह म ह म ह ह म म ह ह… आँह ह आ ह आ आ आ आ आ… उंह… इयान्ह इस्सस स स स स स स s s s s s…
और फिर एकदम से, उन्होंने मुझे धक्का दिया और कहा – चलो, तुम्हारे 10 मिनट हो गये…

मैं बोला – पर अभी किस नहीं हुआ…
वो बोलीं – ये तुम्हारी ग़लती है… तुमने की ही नहीं..
मैं उदास हो गया और जाने लगा..
तभी पीछे से भाभी बोलीं – सुन, चल उदास मत हो… कर ले, किस…
मैं बहुत खुश हो गया और उनके होठों को अपने होठों में ले कर, चूसने लगा पर उन्होंने मुझे जल्दी हटा दिया और बोलीं – बेटर लक, नेक्स्ट टाइम…
मैं जाने लगा तो वो मुझसे बोलीं – मस्तराम, अब घर जा कर, ज़्यादा हस्तमैथुन मत करना… समझ आया की नहीं…
मैं घर आ कर, फिर से पढ़ने लगा और अगले सनडे का इंतेज़ार करने लगा..
और एक बार फिर, सनडे आ गया और मैं फिर भाभी के घर गया तो वो मुझे देख क बोलीं – आ गया मस्तराम, शिकार करने…
मैं मुस्कुराने लगा तो वो बोलीं – क्या बात है… देखो, मस्तराम शरमाता भी है…
और मैंने उन्हें तुरंत अपनी बाहों में भर लिया और उनके होठों को चूसता रहा और दोनों हाथ से, उनके मम्मे दबाता रहा..
मैं उनके दूध बहुत ही ज़ोर से दबा रहा था..
भाभी ने अपना मुँह छुड़ाकर, कहा – अरे, आराम से दबाओ… मैं कहीं नहीं भागी जा रही…
मैंने कहा – भाभी, टाइम तो भाग रहा है ना…
वो हंस पड़ीं और मैं फिर से उन्हें किस करने लगा और दूध दबाने लगा और मेरा टाइम हो गया…
ऐसा करते करते, मेरी परीक्षा हो गई और मेरा रिज़ल्ट आने वाला था..!! !!
रिज़ल्ट के एक दिन पहले, दोपहर में मैं भाभी के पास गया तो वो बोलीं – क्यूँ मस्तराम… बड़ा उदास लग रहा है…
मैंने कहा – हाँ भाभी…
भाभी – क्यूँ…
मैं – कल मेरा रिज़ल्ट आ रहा है…
भाभी – इसलिए उदास है की कहीं फैल ना हो जाए…
मैं – नहीं… इसलिए की कहीं मेरा सपना ना टूट जाए…
भाभी – कौन सा सपना…
मैं – आपके साथ से.. से.. (सेक्स) करने का…
और हम दोनों हँस पड़े..
तभी मैंने उन्हें गिफ्ट दिया..
उन्होंने मेरे सामने ही खोला..
उसमें काले रंग की ब्रा और काले रंग की छोटी सी पैंटी थीं, जिसमें गाण्ड की तरफ बस एक खपची थी, जिससे गाण्ड की सिर्फ़ दरार छुपती..
भाभी ने कहा – ये किसके लिए…
मैंने कहा – आपके लिए… अगर कल मैं पास हुआ तो जब हम — (सेक्स) करेंगे तो आप ये पहनना और अगर फैल हुआ तो एक दो बार पहन कर, ब्रा पैंटी मुझे दे देना… मैं उसे सूंघ के ही, आपके बदन की खुशबु लेता रहूँगा…
भाभी बोलीं – अरे चिंता मत कर रे… कल जो होगा, कल देखा जाएगा… टेंशन ना ले… और, मेरे हाथ अपने मम्मे पे रख दिए और बोला – मेरे मस्तराम, आज तो मज़े ले लो…
मैं उनके मम्मे को दबाने लगा, खूब ज़ोर ज़ोर से और उनके होठों को खूब ज़ोर के चूसा..
वो बोलीं – अरे, मस्तराम… कल मौका मिलेगा…
मैं उनकी सुने बिना, उनके दूध ज़ोर ज़ोर से दबाता रहा और अगले दिन सुबह मेरा रिज़ल्ट आ गया.. !!! !!
मैं 82% से पास हुआ था..
मैं बहुत खुश हुआ..
आज तक, कभी मेरे इतने मार्क्स नहीं आए थे और मैं भाभी क घर जा कर बोला की मैं 70% नहीं ला पाया…
भाभी किचिन में आटा माढ़ रही थीं और बोलीं – कोई बात नहीं… बेटर लक नेक्स्ट टाइम… और हंसने लगीं…
मैं उनके पीछे गया और बोला – मेरी भाभी जान, 70% नहीं 82% आए हैं और उनकी गाण्ड को सहलाने लगा और मम्मे दबाने लगा..
भाभी – अभी, कोई देख लेगा… अभी नहीं, दूर हटो…
मैं दूर हट गया तो वो बोलीं – चुम्मियाँ करने को मिलती थीं तो पढ़ाई हो गई… नहीं तो, पढ़ाई का नाम भी नहीं था…
मैंने कहा – ये सब, आपकी मेहरबानी है…
फिर, मैंने पूछा – कब शुरू करें…
तो उन्होंने कहा – सब्र करो, मस्तराम… सब्र का फल, मीठा होता है…
अब, मैं बोला – तो, अब तक क्या कर रहा था…
वो हंस पड़ीं और कहा – चलो, ठीक है… अब तुम जाओ… मैं तुम्हें शाम को कॉल करती हूँ…
मैं चला आया और शाम को भाभी के कॉल का इंतेज़ार करने लगा..
आज तक, कभी मेरे इतने मार्क्स नहीं आए थे और मैं भाभी क घर जा कर बोला की मैं 70% नहीं ला पाया…
भाभी किचिन में आटा माढ़ रही थीं और बोलीं – कोई बात नहीं… बेटर लक नेक्स्ट टाइम… और हंसने लगीं…
मैं उनके पीछे गया और बोला – मेरी भाभी जान, 70% नहीं 82% आए हैं और उनकी गाण्ड को सहलाने लगा और मम्मे दबाने लगा..
भाभी – अभी, कोई देख लेगा… अभी नहीं, दूर हटो…
मैं दूर हट गया तो वो बोलीं – चुम्मियाँ करने को मिलती थीं तो पढ़ाई हो गई… नहीं तो, पढ़ाई का नाम भी नहीं था…
मैंने कहा – ये सब, आपकी मेहरबानी है…
फिर, मैंने पूछा – कब शुरू करें…
तो उन्होंने कहा – सब्र करो, मस्तराम… सब्र का फल, मीठा होता है…
अब, मैं बोला – तो, अब तक क्या कर रहा था…
वो हंस पड़ीं और कहा – चलो, ठीक है… अब तुम जाओ… मैं तुम्हें शाम को कॉल करती हूँ…
मैं चला आया और शाम को भाभी के कॉल का इंतेज़ार करने लगा.. !!! !!
भाभी का कॉल आया तो वो बोलीं – कल, जब बेटी स्कूल जाएगी और अंकल दफ़्तर जाएँगे, तब 10 बजे आना और तुम्हरे पास सिर्फ़ 1 बजे तक का टाइम है…
मैं बहुत खुश हुआ और भाभी से “आई लव यु” बोला और उनसे कहा – कल मेरी गिफ्ट वाली, ब्रा और पैंटी पहनना…
तो उन्होंने कहा – हाँ!! बाबा, वही पहनुँगी… चलो, मेरे टाइगर अपनी नथ उतरवाने की तैयारी कर लो…
मैं रात भर सो नहीं पाया और कम से कम, 4 बार मूठ मारा..
सुबह 9 बजे, उनके पति के जाते ही, मैं उनके घर पहुँच गया और भाभी मुझे देख कर कहने लगीं – हे भगवान… तुम्हें तो बिल्कुल ही सब्र नहीं है…
मैं बोला – क्या करूँ, भाभी… कंट्रोल नहीं होता…
फिर, वो बोलीं – थोडा, वेट करो… मुझे अभी काम है…
मैं वेट करने लगा पर मुझसे रहा नहीं जा रहा था..
एक एक पल, सदियों के समान लग रहा था..
कुछ देर इंतेज़ार करने के बाद, मैं किचन में गया और उनके पीछे खड़ा हो कर उन्हें गले पे किस करने लगा तो बोलीं – उफ्फ मस्तराम, अब मुझे गुस्सा आ रहा है…!!! !!
पर मैं कहाँ उनकी कुछ सुनने वाला था और उन्हें अपनी तरफ करके लीप किस करने लगा और ज़ोर ज़ोर से उनके दूध दबाने लगा तो भाभी बोलीं – आराम से, मस्तराम… आज 3 घंटे हैं, तुम्हारी पास…
मैने फिर भी नहीं सुना और मैं उनके पूरे चेहरे पे किस करने लगा और उनके सूट को उतारने लगा..
लेकिन, मैं उनका सूट नहीं उतार पा रहा था तो भाभी बोलीं – रुक जा, मेरे राजा… खा जाएगा क्या, मुझे… मैं उतारती हूँ… तू बेडरूम में चल…
पहले मैं और फिर भाभी, बेडरूम में आ गये..
अब भाभी ने अपना सूट उतारा और मैंने तो 10 सेकेंड से भी कम समय में अपने सारे कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया..
पहले भाभी ने अपनी कमीज़ उतारी और फिर सलवार..
उन्होने सलवार का नाडा, इतनी धीरे धीरे खोला की मुझे गुस्सा आने लगा..
खैर, कुछ ही देर में भाभी ब्रा और पैंटी में थीं और मैं पूरा नंगा था..
मेरा लंड देख कर, भाभी बोलीं – वाह यार, मस्तराम… तेरा तो काफ़ी मोटा है… और ये सुनते ही, मुझसे रहा ना गया और मैं उनके को किस करने लगा और बेड पे लिटा दिया और ब्रा क अंदर हाथ डाल कर, मम्मे दबाने लगा..
पहली बार, मैने नंगे दूध पर हाथ लगाया था और मुझे हर पल ऐसा लग रहा था की मैं झड़ पड़ूँगा..
भाभी भी दूध पर हाथ लगते ही – इनयः याहह ह ह ह ह ह… उन्हम म म म म म… इस्स स स स स स स स स स स sss ss… करने लगीं और मैंने उनकी ब्रा निकाल दी..
उनके मम्मे देख के तो मैं दंग रह गया..
वाह!! क्या बूब थे..
एक दम गोरे और उस पर गुलाबी निप्पल..
मुझसे रहा ना गया और मैं उनके निप्पल चूसने लगा और एक मम्मे को दबाने लगा..
बदहवासी में, मैने उनके निप्पल पर काट लिया तो भाभी चिल्ला पड़ीं – उफ्फ फ फ फ फ फ याह: धीरे…
फिर मैं उनकी टुंडी पे किस करने लगा..
कुछ देर उनके दूध, टुंडी और पेट को हवसी जैसे चूमने चाटने के बाद, मैं उनकी चूत को पैंटी के ऊपर से रगड़ने लगा..
मैं उनकी चूत की खुशबु को सूंघ कर, बहुत खुश था और मुझसे रहा ना गया और मैंने उनकी पैंटी उतार दी..
जैसे ही उनकी नंगी चूत मेरे सामने आई, मेरा संयम टूट गया और मेरे लंड ने मूठ निकाल दिया..
मेरे लंड से तब झटके मार मार के, इतना गाड़ा और इतना ज़्यादा मूठ निकला.. जितना, आज तक कभी नहीं निकला था..
पर ताजुब इस बात का था की निकलने के बाद भी मेरा आधा लंड खड़ा रहा और मैं उनकी चूत एकटक देखने लगा..
उनकी चूत थोड़ी सी साँवली थी, पर एकदम सॉफ..
उस पर, एक भी बाल नहीं था..
मेरी उनकी चूत से, नज़रें ही नहीं हट रही थीं.. !!! !!
तभी भाभी बोलीं – बड़ी देर कंट्रोल कर लिया, मस्तराम… चिंता मत करो, पहली बार में ऐसा ही होता है… पर, रुक क्यों गए… चालू रखो, अपनी चूमा चाटी…
मैं बोला – हाँ!! भाभी… पहली बार, देख रहा हूँ… जी भर के देख तो लेने दो…
मैं उनकी चूत पे पहले किस करना लगा और फिर जीभ डाल कर, खूब ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा..
भाभी बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ ले रहीं थीं – उन्हममम मम म म म म म म म म म म… इस्स सस स स स स स स स स स स… आह आ आ आ आहह ह ह ह ह ह आ आ आ आ आ आ आ आ आ… इन्यह ह ह ह ह ह… या या या आया आया या आ हा… ज़ोर से चूसो, मस्तराम… अन्म उन्ह म्म… शाबाश… हाँ हाँ हाँ… उफ्फ फ फ फ… और चूसो… और, मेरा सिर अपनी चूत में लगातार दबा रही थीं..
वाह, क्या टेस्ट था उनकी चूत का..
मज़ा आ गया था, तभी भाभी बोलीं – आँह… इस्स… उन्हम म्म… मैं आ रही हूँ…
तभी भाभी बोलीं – पीएगा मस्तराम, मेरा पानी…
मैने कहा – हाँ भाभी, पिलाओ ना… और उन्होने मेरा सिर बहुत ज़ोर से अपनी चूत में दबा दिया और मैं उनका पूरा रस पी गया..
फिर, वो बोलीं – तुमने तो मेरी चूत चूस के, आज मुझे खुश कर दिया…
मेरी चूत, आज किसी ने पहली बार चूसी है..
तभी मैंने कहा – भाभी, अब आपकी बारी… और, मैने अपना लंड उनके मुंह में दे दिया और उन्होने भी खूब चूसा और मैं उनके मुंह में ही झड़ गया..
वाह, क्या टेस्ट था उनकी चूत का..
मज़ा आ गया था, तभी भाभी बोलीं – आँह… इस्स… उन्हम म्म… मैं आ रही हूँ…
तभी भाभी बोलीं – पीएगा मस्तराम, मेरा पानी…
मैने कहा – हाँ भाभी, पिलाओ ना… और उन्होने मेरा सिर बहुत ज़ोर से अपनी चूत में दबा दिया और मैं उनका पूरा रस पी गया..
फिर, वो बोलीं – तुमने तो मेरी चूत चूस के, आज मुझे खुश कर दिया…
मेरी चूत, आज किसी ने पहली बार चूसी है..
तभी मैंने कहा – भाभी, अब आपकी बारी… और, मैने अपना लंड उनके मुंह में दे दिया और उन्होने भी खूब चूसा और मैं उनके मुंह में ही झड़ गया..
थोड़ी देर, हम ऐसे ही लेटे रहे..
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फिर, हम एक दूसरे को किस करने लगे और कुछ ही देर में, हम 69 की पोज़िशन मे आ गये..
थोड़ी देर बाद, मैंने उनसे पूछा – भाभी, आपके यहाँ आइसक्रीम है क्या…
वो बोलीं – आइस क्रीम का क्या करोगे…
तो मैंने बोला – बताओ ना…
वो बोलीं – किचिन में फ़्रीज़ में होगी…
मैं तुरंत जा कर, किचिन से आइस क्रीम लाया और उनकी टुंडी पर रख कर, उसे चूसने लगा..
भाभी बोलीं – वाह, मेरे राजा… क्या स्टाइल है… मज़ा आ गया… अन्म उन्हम्म… मस्तराम और…
फिर मैंने आइस क्रीम, उनकी चूत में डाली तो भाभी कप कपा उठी और बोलीं – फूह ह ह ह ह ह…
मैंने उनकी चूत चूसना शुरू किया तो वो मेरा सिर, अपनी चूत में दबाने लगीं और कहने लगीं – उफ्फ फ्फ मस्तराम… मार डाल, मुझे आज… आह आह आह आह आह आह… इयाः इयह उःम उन्म हम्म म म म म म…
फिर मैंने उनकी लीप किस करने लगा..
हम एक दूसरे के होंठ ज़ोर से चूस रहे थे..
अब मैंने उनकी चूत पे अपना लंड रगड़ा तो भाभी बोलीं – रुक… ऐसे नहीं… पहले, कंडोम पहन…
मैं बोला – नहीं भाभी… ये मेरा पहली बार है, इसलिए मैं ऐसे ही करूँगा…
भाभी बोलीं – नहीं मस्तराम… रूको… बिना कंडोम के करने से, हम दोनों को बहुत प्रोबलम हो सकती है…
वो कहती रहीं और इधर, मैंने अपना लंड चूत पे रख कर धक्का लगा दिया..
वो फिसल गया..
ऐसा, तीन चार बार हुआ..
भाभी बोलीं – आराम से, मस्तराम… और मेरा लंड पकड़ कर उन्होने अपनी चूत के छेद पर रखकर कहा – भाड़ में गया, कंडोम… देखेंगें, जो होगा… चल, अब डाल…
अब जब मैंने धक्का मारा तो मेरा सिर्फ़ लंड का टोपा अंदर गया और भाभी चीख पड़ीं – आँह माआ हह… आराम से मस्तराम…
और मैंने फिर एक धक्का मारा तो और थोड़ा लंड अंदर गया और भाभी और ज़ोर से चीखी – इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह….
फिर मैंने और एक धक्का दिया तो लंड पूरा चूत के अंदर था और इस बार भाभी बोलीं – मर र र र र र गई ई ई ई ई ई… तेरा तो सच में घोडे जैसा है… अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः…
अब मैं भाभी क ऊपर लेट गया और उनके लिप्स को.चूसने लगा और दूध दबाने लगा और जब भाभी का दर्द शांत हुआ तो मैं फिर से शॉट लगाने लगा..
भाभी – आ आह ह आह आ आ आ ह ह ह आह आ आ आह ह ह ह… म्न्ह मन्ह मर गयइ… आराम से मस्तराम… और चोद… और चोद… फाड़ दे, मेरी आज… अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… और तेज़ और तेज़… ज़ोर से, और ज़ोर से… शाबाश शाबाश शाबाश… अहहहः अएआएआएआए… चोद चोद चोद चोद चोद चो द द द द दहस s s s…
भाभी के मुँह से चूत और चोद जैसे शब्द सुनने से, मैं 5-7 मिनट तक चोदने के बाद, बिना कंडोम के भाभी के अंदर ही झड़ गया..
फिर, मैं भाभी को एक लीप किस करके, उनके बगल में लेट गया और ना जाने कब, हम सो गये..
भाभी ने मुझे लगभग 12:50 पे उठाया तो मैंने उन्हें बाहों में भरा और पूछा – भाभी, मैं आपको कैसा लगा…
उन्होंने कहा – बेहतरीन, मेरे राजा… ऐसा लगा ही नहीं, तू अपनी नथ उतरवा रहा है… मुझे तो लगा तू मेरी नथ उतार रहा है…
मैं बहुत खुश हो गया और उनके बेड पे लिटा कर किस करने लगा और उनके मम्मे दबाने लगा तो वो बोलीं – नहीं, मस्तराम अब नहीं… अब बस… बाकी बाद में, मेरी बेटी स्कूल से आती ही होगी…
मैं उठा और पूछा – भाभी, आपको मज़ा आया… मतलब, अब मैं आपको कभी भी च.. चा.. (चोद) सकता हूँ…
वो ज़ोर से हंसते हुए, बोलीं – वाह राजा… तू तो बहुत चालू निकला… हाँ!! मुझे भी तेरा लंड पसंद आया… पर जब हम अकेले हो तब ही… और पढ़ाई भी ऐसे ही करनी पड़ेगी…
मैं बहुत खुश हो गया पर मुझे उम्मीद नहीं थी की भाभी इतनी आसानी से चूत और लंड बोलती होगीं..
खैर, मैंने उनको एक स्वीट लीप किस दी और चला गया..

भाभी के साथ चुदाई करने के बाद, मैं अपने घर आ गया और जब मैं अपने घर आया तो बहुत थक चुका था.. इसलिए, मैं सो गया..
पिछली रात, मैंने 4 बार मूठ मारा था और पिछले कुछ घंटों में मेरा 3 बार निकला था..
एक बार तो सिर्फ़ भाभी की चूत देख कर, एक बार उनके मुँह में और एक बार भाभी की चूत में..
सही पूछिए तो, मैं इतना थक गया था की मुझे बेहोशी जैसी आ रही थी..
खैर, फिर शाम को जब मैं उठा तो फ्रेश हो कर छत पर वॉक करने लगा.. तभी, भाभी का कॉल आया तो भाभी ने पूछा – कैसा है, मेरा मस्तराम…
मैंने कहा – बस भाभी, अभी भी यही सोच रहा हूँ की मैंने आपको सच में चोदा है या ये सपना था…
भाभी ज़ोर से हंस पड़ीं और बोलीं – मस्तराम, इतने मज़े लूटे और अब कह रहे हो की सपना है…
और हम दोनों ही हंस पड़े..
फिर मैंने पूछा – भाभी, अगला खेल कब खेलेंगें…
भाभी – अभी नहीं, मस्तराम… अंकल की कल से नाइट ड्यूटी है तो अब जल्दी मौका नहीं मिलेगा…
और मैं उदास हो गया तो भाभी बोलीं – आज ही तो चोदा है, मेरे राजा… अब थोडा सब्र कर ले…
मैं – नहीं भाभी… सब्र ही तो नहीं होता… मुझे तो हर जगह आपकी ही गुलाबी चूत और निप्पल दिखाई दे रहे हैं… मेरा तो खड़े खड़े अब (लण्ड) दुखने लगा है…
भाभी – चल हट… रखती हूँ… बाय…
इधर, मैं तो भाभी को चोदने की लिए बुरी तरह तड़प रहा था..
भाभी जब भी दिखतीं, उनको पकड़ कर चोद डालने का मन करता था..
फिर उन्हीं दिनों, भाभी मेरे घर आईं और मम्मी से बातें करने लगीं..
तभी मम्मी को कोई और भी मिलने आ गया और मम्मी बाहर चली गईं..
मैंने मौका देखा और भाभी को अपने रूम में ले आया..
मैं – अब कहाँ जाओगी बच कर, भाभी जान…
भाभी – मस्तराम छोड़ो… कोई देख लेगा…
मैं कहाँ भाभी की सुनने वाला था..
मैंने भाभी को लीप पर, कस कर किस करने लगा और ज़ोर से मम्मे दबाने लगा..
वाह यार, क्या मज़ा आ रहा था.. इतने दिन बाद तो मौका मिला था..
तभी भाभी ने किस करना बंद किया और बोलीं – आराम से … मुझे पता है तुम प्यासे हो, पर आराम से करो…
मैंने सॉरी बोला और फिर शुरू हो गया..
भाभी फिर सिसकारियाँ भरने लगीं – आहsss आहsss अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… आह आह अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः आह… आराम से टाइगर… आ आ आ आ s s s s s s s s s… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह… और फिर मम्मी ने आवाज़ दी तो भाभी चली गईं..
मैं तुरंत अपने कमरे का दरवाजा लॉक करके, मूठ मारने लगा और उस दिन फिर से मैंने तीन बार मूठ मारी.. !!! !!
शाम को भाभी का कॉल आया तो भाभी ने पूछा – क्यूँ … कितनी मूठ मारी, आज…
मैं थोडा शरमा गया और बोला – क्या करूँ, भाभी… मैं चुदाई के लिए, तड़प रहा था…
तभी भाभी बोलीं – चल, ठीक है… कल 1 बजे, घर आना… मेरे पास तेरे लिए सरप्राइज है…
तो मैंने पूछा – सही में… बताओ ना, क्या है…
वो बोलीं – बोला ना… अभी नहीं, कल…
अब मैं सोच सोच कर, पागल हो रहा था की क्या सरप्राइज है..
फिर जब मैं उनके घर गया तो मैंने देखा की वो एकदम अकेली थीं और घर पर कोई नहीं था..
मैंने पूछा – भाभी, भैया कहाँ है…
तो वो बोलीं – वो, स्कूल गये हैं… 15-20 मिनट में आएँगे…
ये सुनते ही, मैं समझ गया की क्या सर्प्राइज़ है और मैंने भाभी को अपनी तरफ खींचा और बाहों में ले कर बोला – सर्प्राइज़ तो, बड़ा मस्त है…
भाभी बोलीं – चल, ठीक है… कल 1 बजे, घर आना… मेरे पास तेरे लिए सरप्राइज है…
तो मैंने पूछा – सही में… बताओ ना, क्या है…
वो बोलीं – बोला ना… अभी नहीं, कल…
अब मैं सोच सोच कर, पागल हो रहा था की क्या सरप्राइज है..
फिर जब मैं उनके घर गया तो मैंने देखा की वो एकदम अकेली थीं और घर पर कोई नहीं था..
मैंने पूछा – भाभी, भैया कहाँ है…
तो वो बोलीं – वो, स्कूल गये हैं… 15-20 मिनट में आएँगे…
ये सुनते ही, मैं समझ गया की क्या सर्प्राइज़ है और मैंने भाभी को अपनी तरफ खींचा और बाहों में ले कर बोला – सर्प्राइज़ तो, बड़ा मस्त है…!
वो बोलीं – तुझे पसन्द आया ना… लेकिन, अभी सिर्फ़ मम्मे तक ही क्यूंकि चोदने के लिए टाइम नहीं है…
मैंने बोला – ठीक है… और उन्हें बेड पे गिरा दिया..
भाभी – ओउच!! आराम से, मस्तराम…
ये सुनते ही, मुझे फिर से जोश आ गया और मैंने अपनी टी शर्ट निकाल कर उनके ऊपर आ गया और उन्हें लीप किस करने लगा और मम्मे दबाने लगा..
और फिर मैंने भाभी के सूट में हाथ डाल कर, ब्रा खोल दी और उनके मम्मे के निप्पल को जैसे ही छुआ तो मानो जैसे एक नया जोश आ गया हो..
मैंने निप्पल को कस के मसला तो भाभी चीख पड़ीं – आँहम्ह… मर गयइ… आराम से…
मुझसे रहा ना गया और मैंने उनका सूट और ब्रा उतार दी और उनके मम्मे देख कर तो पागल सा हो गया..
ऐसा लग रहा था की मैं उन्हें पहली बार देख रहा हूँ..
अब भाभी बोलीं – ऐसे क्या देख रहा है… पहली बार देख रहा है, क्या…
मैं हंस पड़ा और भाभी पे टूट पड़ा..
मेरे मुंह में भाभी का एक बूब था और दूसरे को हाथ से दबा रहा था..
भाभी – आह हह आ आ आ आह ह ह ह ह ह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आह उंह ह ह ह ह आह इहह स स ह ह टाइगर..
तभी मैंने उनकी निप्पल को काट लिया तो भाभी चीख पड़ीं – आँह ह ह ह ह आ आ हह आ हुम्म आ आ आ आ…
मैंने उनके मुंह पे हाथ रखा और लीप किस करने लगा..
तभी अंकल की बायक का हॉर्न सुना तो हमने अपने कपड़े पहने लिए और अलग बैठ गये और मैं अंकल से नमस्ते बोल कर वहां से चला आया..
फिर घर पर आ कर, भाभी के नाम की मूठ मारने लगा..
मूठ क्या मारी, एक दो बार हिलाया और अपने आप ही निकल गया..
दिन यून्हीं निकलने लगे और इसी तरह भाभी के बारे में सोच सोच कर, मैं उन्हें चोदने के लिए तड़पने लगा.!!
ऐसा करते करते, एक महीना हो गया जब मैंने पहली बार भाभी को चोदा था..
आप में से बहुत से लोग समझते होगें की किसी को पहली बार चोदने के बाद दूसरी बार चोदने की जो तड़प होती है, वो साली मिटती ही नहीं है..
लेकिन, मेरी ये तड़प जल्दी ही मिट जाने वाली थी.. उसके कुछ ही दिन बाद, दोपहर को भाभी का कॉल आया..
मैं – हैलो, भाभी जान…
भाभी – क्या कर रहे हो, मस्तराम…
मैं – कुछ नहीं भाभी, अपनी किस्मत को कोस रहा हूँ…
भाभी – क्यों…
मैं – मेरे सामने मस्त वाली मिठाई है पर खाने का मौका नहीं मिल पा रहा… अब आप ही बताओ, मैं क्या करूँ…
भाभी – तू मुझे मिठाई बोल रहा है, रे…
मैं – अरे वाह!! भाभी, आप तो बहुत समझदार हो…
भाभी – वो तो, मैं हूँ…
मैं – भाभी मेरा (लण्ड) फट जाएगा… प्लीज, कुछ करो ना…
भाभी – अरे बाबा!! इसलिए तो कॉल किया है… सुन…
मैं – बोलो, बोलो…
भाभी – मेरी पूरा परिवार, कल रात को 2 दिन के लिए बाहर जा रहा है… शादी में… बस मैं और मेरी बेटी रुक रहे है क्यूंकि उसकी परीक्षा है… सो, तू अपना गुबारा फटने से बचा सकता है… पर हाँ, सिर्फ़ दिन में…
मैं – भाभी, क्या कह रही हो आप… आपने तो मुझे खुश कर दिया… ओह भाभी, आप बहुत अच्छी हो…
भाभी – चल, अब ज़्यादा खुश मत हो… रेडी हो जा, सेकेंड इनिंग के लिए… !!! !!
मैं – अरे, मैं तो हमेशा ही रेडी रहता हूँ भाभी… पर भाभी, मेरी एक ख्वाहिश है…
भाभी – क्या…
मैं – भाभी, हम सिर्फ़ दिन में ही कर पाएँगे और मैं आपको एक बार, रात भर चोदना चाहता हूँ…
भाभी – बाप रे, रात भर… मैं तो मर ही जाउंगी…
मैं – भाभी, प्लीज कुछ करो ना… मेरी प्यारी भाभी…
भाभी – चल, अब मखन मत लगा… अच्छा कुछ सोचती हूँ… बाय…
मैं – बाय, भाभी…
ये खबर सुनकर तो मैं फूला नहीं समा रहा था..
मैं बहुत ज़्यादा खुश था की मेरा इंतज़ार ख़त्म हुआ..
फिर, अगले दिन दोपहर को भाभी मेरे घर पर आईं और मम्मी से कुछ बात करके चली गईं..
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था..
खैर, उसके थोड़े देर बाद भाभी का कॉल आया..
भाभी – रेडी हो जा, मेरे शेर…
मैं – किस के लिए, भाभी…
भाभी – अरे, अपनी ख्वाहिश पूरी करने के लिए…
मैं – मतलब्…
भाभी – मैंने तेरी मम्मी से बात कर ली है की मैं अकेली हूँ और मस्तराम को मेरे यहाँ सोने भेज देना…
मैं – क्या कह रही हो, भाभी… ओह भाभी, आपकी जितनी तारीफ़ करूँ, कम है…
भाभी – हाँ हाँ, ठीक है…
मैं – भाभी, मैं आज अपनी सुहाग रात मानना चाहता हूँ…
भाभी – मतलब…
मैं – मतलब, आप बिल्कुल दुल्हन की तरह तैयार होना, प्लीज़… मैं बेड सज़ा दूँगा और आप मेरे लिए दूध भी बना लेना…
भाभी – वाह मेरे शेर, तू तो बिना शादी के ही सुहाग रात के मज़े लेना चाहता है…
मैं – भाभी, प्लीज मना मत करना, प्लीज…
भाभी – अच्छा, ठीक है… पर यार, मेरी बेटी भी तो है…
मैं – आप उसे जल्दी सुला कर, दूसरे कमरे में लेटा देना…
भाभी – मैं तो परेशान हो गई हूँ, तेरी ख़्वाहिशों से… चल अब, बाय…
मैं – ओह!! भाभी, आप कितनी प्यारी हो… बाय बाय…
फिर, शाम को भाभी का परिवार शादी में चला गया और उसके कुछ देर बाद मैसेज आया की संजय, तुम 7 बजे घर आ जाना…
मैंने भी, ठीक है का मैसेज कर दिया..
फिर, मैं शाम के 7 बजे भाभी के यहाँ गया तो भाभी अपनी साड़ी सेलेक्ट कर रही थीं..
मैंने उनसे अंकल की बाइक की चाबी लेकर, बाज़ार गया फूल लेने..
मैं बाज़ार से ढेर सारे लाल गुलाब ले आया..
और भाभी को एक गिफ्ट दिया..
भाभी – मस्तराम, इसमें क्या है…
मैं – खुद खोल के देख लो…
भाभी – इसमें तो लाल रंग की नेट वाली ब्रा पैंटी है…
मैं – हाँ!! आज आप यही पहनना…
भाभी – ठीक है, पर कंडोम लाए हो ना…
मैं – नहीं… भाभी, प्लीज ऐसे ही करने दो ना…
भाभी – मुझे पता था तुम यही कहोगे, इसलिए मैंने पहले अंकल के रखे हैं…
मैं – क्या, भाभी…
और मैं फूल फ्रिज में रखने चला गया और हॉल में टीवी देखने लगा.. !!! !!
उसके कुछ देर बाद, भाभी आई और कहने लगीं की उनकी बेटी सो गई है.. ये सुनते ही, मैंने भाभी को अपनी बाहों में ले लिया..
भाभी – अभी ही शुरू हो जाओगे… मुझे तैयार नहीं होने दोगे…
मैं – हाँ!! जल्दी तैयार हो… जब तक, मैं बेड सजाता हूँ…
भाभी – ठीक है…
मैंने थोड़ी ही देर में, पूरा बेड सज़ा दिया और भाभी का इंतेज़ार करने लगा.. लेकिन, भाभी को पूरे 2 घंटे लगे तैयार होने में..
जब भाभी आईं तो मैं उन्हें देखता रह गया..
क्या लग रही थीं, यार..
एक दम सेक्स की देवी..
लाल साड़ी, डीप कट का बैक लेस ब्लाउज और सबसे मस्त वो कमरधनी..
आज तो, उनसे नज़र नहीं हट रही थीं..
भाभी ने आज पूरा बॉडी वैक्स करा था..
तभी भाभी बोलीं – क्या देख रहा है… और, मेरे हाथ में दूध का गिलास दे दिया..
मैंने गिलास लिया और भाभी बेड पर घूँघट करके बैठ गईं..
मैंने दूध पिया और भाभी क पास गया और उनके पास बैठ गया..
फिर मैंने धीरे से भाभी का घुघंट हटाया और उनका चेहरा थोड़ा ऊपर किया..
भाभी तो सच में, बिल्कुल शरमा रही थीं.. !!
मैंने भाभी क लीप पर एक सॉफ्ट किस दी और भाभी के कान पर अपने होंठ फेरने लगा और फिर भाभी के हाथ चूमने लगा..
फिर मैंने भाभी के हाथ से उनकी लाल चूड़ी उतार दी और फिर उनकी कान की बालियां भी उतार दी..
और फिर, मैंने भाभी के बालों को जैसे ही खोला तो भाभी बोलीं – सेंडी ह ह ह ह ह s s s s s s s s s…
फिर, मैंने भाभी क गले का हार निकाला और उन्हें बेड पे लिटा दिया और उनके ऊपर गुलाब की पंखुड़ियाँ डालने लगा..
और उनके ऊपर आ कर, उनके होंठो को चूसने लगा.. खूब चूसा..
भाभी हाफ़ने लगीं..
फिर मैं उनके पूरे चेहरे पे और उनकी गले पे किस करने लगा..
भाभी, मेरे बालों में हाथ फेर रही थीं..
फिर मैंने भाभी का पल्लु हटा दिया और उनके एक मम्मे को ब्लाउज को ऊपर से दबाने लगा, ज़ोर ज़ोर से..
भाभी सिसकारियाँ भरने लगीं – आह आँह… फूह यान्ह… आ आ आ आ आ आ आ आ उंह… इयान्ह ह ह ह ह ह आह आ आ आ आह ह हा… उफ्फ मा ह उंह आह… आराम से, सेंडी…
पर हमेशा की तरह, मैंने कुछ भी नहीं सुनी..
फिर मैंने उनका ब्लाउज खोला और उनकी ब्रा के ऊपर से मम्मे दबाने लगा..
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mastram
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Re: भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई

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उफ्फ!! क्या लग रहे थे, उनके बूब लाल नेट वाली ब्रा में..
भाभी – अन्म आह इस्स… आह आह अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… आह आह अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः आह… आराम से, मस्तराम… आ आ आ आ स स स स स स स स स… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह… उई माआअ…
फिर, मैं भाभी की पीठ पे किस करने लगा और अपने मुंह से उनकी ब्रा खोल दी..
इसके बाद, मैंने उन्हें सीधा किया और ब्रा हटा दी..
भाभी के मम्मे देख कर… …
भाभी – अन्म आह इस्स… आह आह अहहहाहा आह अह आ आ अहहा… इयै याया आ आ या अय हेया… आह आह अहहाहा हहाहा आइ इह इयाः आह… आराम से, सेंडी… आ आ आ आ स स स स स स स स स… इनहया याः इया या या या या या ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह… उई माआअ…
फिर, मैं भाभी की पीठ पे किस करने लगा और अपने मुंह से उनकी ब्रा खोल दी..
इसके बाद, मैंने उन्हें सीधा किया और ब्रा हटा दी..!
भाभी के मम्मे देख कर तो मुझे नया जोश आ गया..
उफ्फ!! क्या मम्मे थे, यारों..
एक दम गोल और वो गुलाबी निप्पल तो पूछो ही मत..
जितनी बार भी देख लो.. ऐसा ही लगता था, जैसे पहली बार देखें हो..
मैंने उनके एक बूब पे अपनी जीभ जैसे ही रखी, भाभी की फिर से सिसकारी निकल गई – इस्स स स स स स… मस्तराम र र र र र… नहीं स स स स स… उन्हम्मह म म म म म…
इधर, मैं उनके बूब को मुंह में ले कर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा..
भाभी, लगातार आवाज़े निकाल रहीं थीं – उन्हम्म… इनयः इस्स उफ्फ फूहस आह हह आ आ आ आह उन्म आह आ हह आह… और ज़ोर से मेरे शेर… आह आह अहह…
फिर, मैंने भाभी का निप्पल कटा तो भाभी चीख पड़ीं – आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ मस्तराम र र र र र…
अब मैं भाभी की टुंडी पे किस करने लगा और उनकी कमरधनी को उतार दिया..
फिर, मैंने उनकी साड़ी को खींच कर उतार दिया और उसके बाद पेटीकोट भी निकाल दिया..
अब भाभी, सिर्फ़ नेट वाली पैंटी में थीं..
मैं चूत की खुशबु पा कर, महक उठा और चूत पे पैंटी के ऊपर से, जैसे ही जीभ लगाई तो भाभी ने तेज़ सिसकारी ली – उन्हम्म…
मैं चूत को ऊपर से ही चाटने लगा और फिर मैंने भाभी की पैंटी उतार दी..
क्या चूत थी वो..
दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज़, दूसरी बार मेरे सामने थी..
थोड़ी सी साँवली और पूरी तरह सॉफ..
एक भी बाल नहीं और काँच की तरह चमकती हुई..
अब मुझसे रहा नहीं गया और मैं उनकी चूत को बेतहाशा चाटने लगा..
क्या स्वाद था, यार.. मज़ा आ गया..
भाभी, अब बेकाबू हो रहीं थीं और मुँह से गालियाँ निकलने लगीं – सेंडी र र र र र… माँ की चूत त त त त त त… मार डाला रे तूने ने ने ने ने ने… उन्हम्म… और चाट ले मेरे शेर और चाट… खा जा, मेरी चूत… बहन चोद द द द द द द… तूने मुझे बदजलन औरत बना दिया रे, कुत्ते… और ये सब कहते कहते, वो मेरा सिर चूत में ज़ोर ज़ोर से दबाने लगीं.. भाभी प्यार से मुझे सेंडी कहने लगी
किसी औरत के मुँह से, मैंने पहली बार गाली सुनी थी और मुझे नहीं पता था की किसी औरत के मुँह से गाली सुनने में इतना मज़ा आता है..
मैं बिल्कुल मस्त हो गया और भाभी की चूत में तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा और भाभी को बोला – भाभी, जब झड़ने वाली हो तो मुझे बता देना…
भाभी – हाँ हन न न न न न न… चूस अभी स स स स स…
मैंने अपनी उंगली की स्पीड और बड़ा दी..!
और थोड़ी देर बाद, भाभी बोलीं – सेंडी र र र र र मैं आ रही हूँ..
और मैं भाभी का सारा रस पी गया..
अचानक, भाभी बोलीं – मस्तराम, मुझे पेशाब आ रही है…
मैं – ठीक है, भाभी…
भाभी – तूने देखा है कभी, किसी औरत को पेशाब करते हुए…
मैं – नहीं भाभी…
भाभी – देखेगा…
मैं – हाँ, भाभी…
भाभी हंस दी और मुझे अपनी टाँगों के बीच में बैठने को बोला..
मैं – भाभी, यहाँ पर…
भाभी – क्यूँ, क्या हुआ…
मैं – कुछ नहीं…
भाभी को पेशाब करता देखने के लिए, मैं मचल रहा था और भाभी सीन्ह.. की आवाज़ के साथ, लेटे लेटे पलंग पर ही पेशाब करने लगीं..
उनकी धार इतनी तेज़ थी की मेरे पेट पर टकरा रही थी..
फिर, मैं अपना लण्ड उनकी धार के नीचे लाया और ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा..
मैं बता नहीं सकता, मुझे कितना मज़ा आ रहा था..
इधर, भाभी की धार रुकी.. उधर, मेरे लण्ड ने पिचकारी छोड़ दी और मेरा मूठ सीधे भाभी की चूत के ऊपर जाकर गिरा !!
मैं भाभी के बगल में लेट गया और फिर, उनको लीप किस करने लगा..
थोड़ी देर बाद, भाभी मेरे ऊपर आ गईं और मेरे सारे कपड़े उतार कर, मुझे बेतहाशा किस करने लगीं.
धीरे धीरे नीचे जाते हुए, वो मेरे लण्ड को मुंह में लेकर चूसने लगीं..
दोस्तो, उस दिन मुझे पता चला लोग लड़कियों से ज़्यादा शादीशुदा औरतों के लिए क्यूँ मरते हैं..
क्या मज़ा आ रहा था, मैं ना बता सकता हूँ ना लिख सकता हूँ..
खैर, मेरा लण्ड चूस कर, भाभी ज़ोर से मेरे लण्ड को हिलाने लगीं और बोलीं – मूत…
मैं – क्या भाभी…
भाभी – मूत ना…
मैं कोशिश करने लगा और भाभी मेरे लण्ड के छेद पर कुछ इस तरह उंगली घुमाने लगी की जल्द ही, मेरी धार निकल गई..
भाभी, पहले अपने गालों पर फिर अपने गले और दूध पर मेरी धार लेने लगीं..
पहली बार, मुझे एहसास हुआ की मूतने में भी इतना मज़ा आ सकता है
ऐसा लग रहा था, मैं बस मूतता रहूं और भाभी ऐसे ही मेरी मूत से नहाती रहें..
खैर, एक दूसरे की मूत में नहाए हम 69 की पोज़िशन में आ गए और मैं उनकी चूत चाटने लगा और वो मेरा लण्ड चूसने लगीं..
फिर मैं उठा और जाने लगा तो भाभी बोलीं – कहाँ जा रहे हो…
मैं बोला – अभी आया, भाभी… बस 1 मिनट में…
मैं किचिन में गया और फ्रिज में से रसगुल्ले और ढेर सारी चामस्तराम ले कर, बेडरूम में आया..
भाभी ने पूछा – अब, ये क्या है…
तो मैं बोला की रसगुल्ले…
भाभी बोलीं – उफ्फ… अब इनका क्या करोगे…
मैंने कहा – बस भाभी, देखती जाओ…
भाभी बोलीं – तुम्हें कैसे पता की फ्रिज में रसगुल्ले हैं… तो मैंने कहा – मैं जब फ्रिज में फूल रख रहा था तो तब देखे थे…
फिर, मैं रसगुल्ले ले कर भाभी के पास गया और एक रसगुल्ला ले कर उसमें एक उंगली से छेद किया और उनके एक मम्मे की निप्पल में फँसा दिया..
ऐसा ही, दूसरे दूध में किया..
फिर, मैं उनके बूब से रसगुल्ले खाने लगा और धीरे धीरे निप्पल भी चबाने लगा..!
भाभी आवाज़े निकालने लगीं – आईई उई उह्म… सेंडी… खा जा मेरी चुचियाँ…
फिर मैं उनकी चूत के पास आ गया और एक रसगुल्ला उनकी चूत के अंदर रख दिया और दूसरा उनकी चूत के ऊपर और आस पास रगड़ दिया..
अब मैं चामस्तराम मे डुबी भाभी की चूत चाटने लगा..
भाभी – आहम्म उईईए सस्स्शह…
और जैसे ही, मैंने उनकी चूत के अंदर का रसगुल्ला खाना शुरू किया भाभी ने अपनी जांघें फैला दी और मेरा सिर दोनों हाथ से दबाने लगीं और बोलीं – सेंडी, मार डालेगा क्या मुझे, आज… आआअहह… आहष्ह… उफ्फ्ह… तूने मुझे रांड़ बना दिया, साले… हाय!! क्या मज़ा आ रहा है, चुदाई के नंगे नाच में… असल चुदाई तो आज हो रही है… उंह इयाः
अब मैं उनकी टुंडी पे गया और उस पर चामस्तराम भर के उसे चाटने लगा..
भाभी सिसकारी लेने लगीं..
फिर भाभी मेरे लण्ड के पास आईं और उस पे चामस्तराम लगाकर, उसे चाटने लगीं..
उफ्फ!! क्या मज़ा आ रहा था, यार..
भाभी बोलीं – सेंडी, कहाँ से लाते हो ऐसे आइडिया… तुमने तो मुझे अभी से ही खुश कर दिया…
मैं बोला – बस देखती जाओ, भाभी… और उन्हें बेतहाशा लीप किस करने लगा..
किस करते करते, मैं भाभी के मम्मे दबाने लगा…
भाभी – उन्हम्म… मस्तराम, अब डाल भी दो… कितना तड़पएगा…
मैं बोला – जैसी आपकी मर्ज़ी, भाभी जान…
अब मैं भाभी की चूत क पास गया और मूत और चामस्तराम से मस्तराम भाभी की चूत पर, अपने लण्ड का सुपरा रखा और एक तेज़ झटका लगाया तो लण्ड का सुपरा थोड़ा अंदर गया और भाभी चीख.पड़ीं – अहहआहम्म… मर र र र र र गई ई ई ई ई ई टाइगर र र र र र… आराम से मस्तराम, आराम से… आ ह आ आ आ आ आ आ आ ह…
फिर मैंने एक और झटका लगाया तो.थोड़ा और लण्ड अंदर गया तो भाभी, फिर चीखी – मादार चोद द द द द द स स स स s s s… मार डालेगा, क्या या या आह आ आ आ ह ह ह ह ह…
अब मैंने एक झटका और लगाया तो पूरा लण्ड अंदर गया तो भाभी बोलीं – सेंडी रुक जा… मत डाल, यार… पता नहीं क्यूँ, आज बहुत दर्द हो रहा है…
मैं बिना कुछ बोले उन्हें लीप किस करने लगा और भाभी का दर्द शांत होने के बाद, मैंने शॉट लगाने शुरू कर दिया..
कुछ देर बाद, भाभी सिसकारियाँ निकालने लगीं – शाबाश… ऐसे ही मुन्ना, ऐसे ही… हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ… माँ की चूत… चोद, अपनी भाभी को… बना दे, मुझे बदजलन कुतिया… चोद दद चोद द दद चोद द द दद चोद द द द दद चोद द द द द द द द द द द… उफ्फ उन्हम्म म्म म्ह… इयाः उम्ह… आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ… आँह मस्तराम जू ह ह s s s s s कब से तड़प रही थी, ऐसी मस्त चुदाई के लिए… इस्स स स स स स… मेरे बहन के लौड़े पति के सामने, रोज़ शराफत का ढोंग करना पड़ता है… माँ का लौड़ा, ऊपर आ कर 10 धक्के लगा कर, सो जाता है… अहंह मुम्ह या या या या… चोद चोद चोद चोद चोद चोद चोद… माँ की चूत त त त त त त त त ह ह ह ह… उसे क्या पता, चुदाई के वक़्त औरत रंडी की तरह चुदना चाहती है… अन्ह: सेंडी र र र र र र… किसी और ने नहीं रे, मेरे पति ने मुझे रंडी बना दिया… आहम्मइयाः उंह ह ह ह ह ह… चोद डाल सेंडी, मुझे चोद डाल… रंडी जैसे चोद मुझे… गाली दे मुझे, बहन चोद… और तेज़ सेंडी, और तेज़… फाड़ डाल, आज अपनी भाभी की… बक ना गाली, मुझे मादार चोद द द द द द द द द द द s s s…
फिर क्या था, जब भाभी ही बोल रही थीं तो मैं भी शुरू हो गया और आज तक जितनी गलियाँ सुनी थीं, सब उन्हें दे डालीं..
मैं – हाँ!! बहन की लौड़ी… तू है, छिनाल… साली, कोठे की कुतिया तेरी माँ की चूत… रंडी की औलाद, तू तो गालियों में नंगी घूम कर, सड़क के कुत्तो के निचे भी लेट जाएगी… तेरी माँ का भोसड़ा, रांड… बता, आज तक कितनो का लण्ड ले चुकी है… मुझे तो बहन के लौड़े, तेरे गांडू पति पर हंसी आती है… हरामजादी, नाटक तो ऐसे करती है रांड़, जैसे तुझसे शरीफ कोई औरत नहीं हो,.. असल में तो, साली तू कोठे वाली को पीछे छोड़ दे… माँ चोद डालूँगा, मैं तेरी आज… भोसड़ा तो तेरी चूत है ही… भोसड़ी का बाप बना दूँगा, तेरी चूत का… साली माँ की लौड़ी, तेरी माँ की चूत छीनाल… तुझे तो चार चार लण्ड से अपने सामने, चुदवा डालूँगा…
भाभी भी अब पूरे जोश में आ गईं और बोलीं – उन्हम्म… इनयः इस्स उफ्फ फूहस आह हह आ आ आ आह उन्म आह आ हह आह… जितनी तेरी झांट पर बाल हैं, उससे ज़्यादा लण्ड खा लिए हैं मेरी चूत ने… आहम्मइयाः उंह ह ह ह ह ह… मैं कब मना कर रही हूँ… चार क्या, चालीस लण्ड से चुदवा दे… बोला ले ना अपने किसी दोस्त को मादार चोद द द द द द द द द द द s s s… दोनों मिल कर मेरी गाण्ड और चूत चोदना… मज़ा आ जाएगा रे… उफ्फ उन्हम्म म्म म्ह… इयाः उम्ह… और ज़ोर लगा, तेरी माँ का भोसड़ा… आह आ आ आ ह ह ह ह ह…
मैं इतना ज़्यादा उकस गया था की इसके बाद, भाभी को 1-2 मिनट तक चोदने के बाद ही, मैं झड़ने वाला था तो भाभी से बोला की मैं आ रहा हूँ…
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Re: भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई

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भाभी बोलीं – हाँ!! सेंडी… मैं भी झड़ने वाली हूँ… ज़ोर ज़ोर से चोद…
मैंने अपनी स्पीड बहुत बड़ा दी..!!
भाभी – उन्ह इनयः अहह माह हह ह ह ह ह ह ह… और तेज़ मस्तराम… और तेज़…
और एक झटके के साथ, मैं झड़ गया…
और.. भाभी के ऊपर ही लेट गया…
कसम से, आज समझ आया की चुदाई से ज़्यादा मज़ा और नशा, किसी चीज़ में नहीं.. बस, साथी भाभी जैसा बिंदास हो..
मैं ये भी समझ गया की शादी के बाद, मैं अपनी पत्नी से बिल्कुल खुल के रहूँगा..
वैसे ही बिंदास चुदाई किया करूँगा, जैसी भाभी के साथ करी..
नहीं तो, पता चले कुछ सालों बाद, कोई और मेरी बीवी के साथ मज़े कर रहा है और मुझ पर हंस रहा है..
वैसे ग़लत भी क्या है, भाभी अपने पति के साथ ऐसी चुदाई कर नहीं पाती थीं..
मुतना, मुतवाना या गली गलोच तो दूर, चूत लण्ड भी नहीं बोल पाती होंगीं क्यूंकी भैया यही सोचते, साली मेरी बीवी कितनी चालू है.. तो फिर भाभी की भी क्या ग़लती..
खैर, कुछ देर बाद मैं बोला – कैसा लगा, भाभी…
भाभी बोलीं – तुम जैसा तो कोई नहीं चोद सकता…
फिर थोड़ी देर यूँही बातें करने के बाद, हम 69 की पोज़िशन में आ गए..
और, मैं भाभी की चूत चाटने लगा और वो, मेरा लण्ड चूसने लगीं..
फिर, मैं उठा और भाभी को डॉगी स्टाइल में खड़ा किया और उनकी चूत पे अपना लण्ड रखा तो लण्ड एक ही झटके में, आधा अंदर चला गया तो भाभी चीखी – अहह मर ग य इ रे… उ ई ई ई , आराम से… आराम से…
मैंने फिर एक झटका लगाया तो पूरा लण्ड भाभी की चूत में समा गया..
भाभी, फिर चीख पड़ीं – सेंडी, मर ग यइ s s s… उंह ह ह ह ह ह… तुम तो आज, मुझे मार ही डालोगे…
फिर, मैं भाभी के मम्मे दबाने लगा..
और भाभी के थोड़ा शांत होने के बाद, मैंने धक्के लगाने शुरू किए..
भाभी तो बस, आवाज़े निकालने में लगीं थीं..
अहह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ… उईई माह ह ह ह ह ह s s s s s… आह आह आह… और तेज़ सेंडी… और तेज़… फाड़ दे… आह आह आह आह आह आह… इयाः या या या या या या या या या या या…
और, एक बार फिर कुछ मिनट तक चोदने के बाद, मैं झड़ गया और भाभी के बगल में लेट गया..
भाभी बोलीं – सच में मज़ा आ गया, मस्तराम…
मेरी तो अब कुछ बोलने की हिम्मत ही नहीं बची थी..
पर साली नियत, अभी तक नहीं भरी थी.
मैंने भाभी को अपनी बाहों में लिया और उनके मम्मे चूसने लगा..
भाभी – सेंडी, प्लीज़ काटना मत…
और, तभी मैंने उनका निप्पल काट लिया..
भाभी बोलीं – अहह: मर ग यइ s s s ss ss… तुम नहीं सुधरोगे, …
मैं हंस दिया..
अब भाभी ने मेरा लण्ड हाथ में लिया और बोलीं – ये तो सोने का नाम ही नहीं ले रहा, रे…
मैं बोला – ऐसा ही है… आपके लिए, हमेशा रेडी है…
भाभी बोलीं – आज तो मेरी निगोडी चूत भी बाबरी हो चली है… आ जा बुझा डाल ना, इसकी आग… और मेरे लण्ड को ज़ोर से मसलने लगीं !!! !!
मैं बोला – भाभी, अब कुछ नया चाहिए…
भाभी बोलीं – क्या नया चाहिए…
तो मैंने अपना हाथ, उनकी नरम नरम गाण्ड पे रख कर कहा – ये…
तो उन्होंने मेरा हाथ हटा दिया और बोलीं – नहीं… मेरी गाण्ड आज तक, मेरे पति ने भी नहीं मारी…
मैं बोला – अच्छा है ना… इसका उद्घाटन, मुझे करने दो…
अब भाभी बोलीं – नहीं, सेंडी… उसमें बहुत दर्द होगा…
मैं – नहीं होगा, भाभी… मैं ना, आराम से डालुगा…
भाभी मनाए नहीं मान रहीं थीं..
ना जाने कितनी देर, मानने पर और मेरे बार बार बोलने पे वो मान गईं और बोलीं – चल, ठीक है… तुम जीते और मैं हार गई… लेकिन, आराम से डालना और अगर दर्द हुआ तो प्लीज फ़ौरन निकाल लेना…
मैं बोला – हाँ भाभी, बिल्कुल…
फिर मैंने लण्ड भाभी के मुंह में दे कर, कुछ देर चूसवाया और उनकी गाण्ड के नीचे एक तकिया लगाकर, उनकी गाण्ड के छेद पर अपना लण्ड रखा और धक्का लगाया तो लण्ड अंदर नहीं गया..
भाभी की गाण्ड, बहुत ज़्यादा टाइट थी..
अब मैं उनसे पूछ कर, किचन से सरसों का तेल लाया और भाभी से अपने लण्ड पे लगवाया और मैंने उनकी गाण्ड में खूब सारा तेल भर दिया..
फिर गाण्ड के छेद पे रख कर एक दमदार झटका मारा तो भाभी चीख पड़ीं – नहीं ही ही ही ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह s s s s s टाइगर र र र र र र र र र र र र मर र र र र र र र र र र र गय इ स स स स स स स स स स… प्लीज ज ज ज ज ज ज ज ज s s s s s बाहर र र र र र र र र र र र निकल s s s अपने लण्ड को..
मुझे कुछ नहीं सुनना था सो, मैंने नहीं सुना और थोड़ी देर रुकने के बाद फिर एक झटका मारा तो थोडा और लण्ड अंदर गया तो भाभी और ज़ोर से चीखी – अहह आ आ ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह मर गयइ ई ई ई ई ई ईई ई s s s s s s s s s s s s s s s s s…
मैंने बिना परवाह किए और बिना देर किए, और एक झटका मारा तो इस बार पूरा लण्ड भाभी की गाण्ड में अंदर तक समा गया और भाभी बोलने लगी – सेंडी प्लीज, निकाल लो ह ह ह ह ह…
भाभी की आँखों से आँसू आ गए और भाभी की गाण्ड से थोड़ा ब्लड भी आ गया था..
अब मैं थोडा रुका और भाभी को किस करने लगा और मम्मे दबाने लगा.
कुछ देर बाद, भाभी का दर्द शांत होने लगा और मैंने शॉट मारना शुरू किए..
भाभी बुरी तरह चिल्लाने लगीं..
पूरा कमरा फ़च फ़च… की आवाज़ से गूँज रहा था..
और पता नहीं कौन सी बार, मैं भाभी की गाण्ड में झड़ गया और उनके ऊपर बिल्कुल पस्त होकर लेट गया..!!
भाभी बोलीं – कुछ भी कहो, सेंडी तूने मेरी गाण्ड फाड़ दी आज…
मैं बोला – थैंक्स, भाभी जान… अपनी कुँवारी गाण्ड मुझे देने के लिए… और, उन्हें लीप किस करने लगा..
उस रात, मैंने भाभी की 3 बार चूत मारी और 2 बार गाण्ड मारी..
और फिर, हम 3 बजे हम सो गये..
सुबह 6 बजे, अलार्म बजा तो भाभी उठीं और मुझे उठाया और कहा – मस्तराम उठो… कपड़े पहन लो… और, ये फूल बेड पे से साफ कर दो… मेरी बेटी कमरे में आ ना जाए…
मैं उठा तो मुझे ज़ोर से चक्कर आ रहे थे..
पर कपड़े पहन कर, सारे फूल साफ किए और फिर से सो गया..
मैं जब सुबह 9 बजे उठा तो मैं थोडा फ्रेश हुआ और रात के बारे में सोच कर खुश होने लगा..
अब तक, मुझे बहुत कमज़ोरी आ रही थी..
मैं भाभी को ढूँढने लगा..
उस रात, मैंने भाभी की 3 बार चूत मारी और 2 बार गाण्ड मारी..
और फिर, हम 3 बजे हम सो गये..
सुबह 6 बजे, अलार्म बजा तो भाभी उठीं और मुझे उठाया और कहा – सेंडी उठो… कपड़े पहन लो… और, ये फूल बेड पे से साफ कर दो… मेरी बेटी कमरे में आ ना जाए…
मैं उठा तो मुझे ज़ोर से चक्कर आ रहे थे..
पर कपड़े पहन कर, सारे फूल साफ किए और फिर से सो गया..
मैं जब सुबह 9 बजे उठा तो मैं थोडा फ्रेश हुआ और रात के बारे में सोच कर खुश होने लगा..
अब तक, मुझे बहुत कमज़ोरी आ रही थी..
मैं भाभी को ढूँढने लगा..
भाभी किचिन में थीं और नाश्ता बना रही थीं..
मैं उनके पीछे गया और उन्हें हग किया तो भाभी बोलीं – उठ गया, तू…
तो मैंने – ह्म्म्म्म बोला और भाभी के गले पे किस करने लगा..
भाभी बोलीं – अब भी चैन नहीं है… थके नहीं हो क्या… छोड़ दो मुझे, नहीं तो अब मैं प्राण त्याग दूँगी…
तो मैंने भाभी को अपनी तरफ किया और उनके होठों पे हाथ फेरते हुए बोला – शेर और शेरनी, कभी शिकार करने से थकते हैं, क्या…
भाभी मुझे लीप किस करने लगीं और फिर बोलीं – वो जो भी हो… पहले नाश्ता कर लो… थोड़ी ताक़त जुटा लो, फिर जितना चाहे शिकार कर लेना…
मैं बोला – ठीक है, भाभी… जैसी आपकी मर्ज़ी…
असल बात तो ये थी, मुझ में बिल्कुल ताक़त नहीं बची थी..
फिर हम हॉल में बैठ गये और टीवी देखते देखते, नाश्ता करने लगे और मैंने भाभी से कहा की आपके बदन की खुशबु मुझे अपनी तरफ खींचती है… इसलिए, मैं आपके बिना नहीं रह पता हूँ…
इस पर भाभी बोलीं – चल हट… बड़ा आया, खुशबु आती है… कौन सी, खुशबु… मेरी चूत की ना…
तो हम दोनों ही हंस पड़े और मैंने भाभी से पूछा – सही बताओ भाभी… कैसा लगा रात को…
वो बोलीं – ऐसा लगता है, तुम तो सिर्फ़ चोदने क लिए बने हो…
मैं थोड़ा सा शरमा गया तो भाभी बोलीं – साले, अब बड़ी शरम आ रही है… रात में नहीं आ रही थी, शरम…
अब मैं भाभी के पास गया और उनका हाथ पकड़ा और उनसे कहा – मुझे आपसे कुछ कहना है…
भाभी – हाँ!! कहो…
मैं – भाभी, सही में… आई लव यु, भाभी…
भाभी – अच्छा, मतलब तुम फिर से चुदाई करना चाहते हो…
मैं – नहीं भाभी… वो तो, मैं ऐसे भी कर सकता हूँ… भाभी सही में, मैं आपसे प्यार करने लगा हूँ और मैं आपको खोना नहीं चाहता… अपने जो मेरे लिए किया है, वो कोई नहीं कर सकता… अपने मुझे सबसे बड़ी खुशी दी है…
भाभी – मस्तराम, देख… हर औरत की कुछ तमन्ना होती है, जो वो अपने पति के साथ पूरी नहीं कर सकती… लगभग, सभी औरत अपने जीवन में एक बार तो खुल के चुदाई करना चाहती हैं… खैर, शुरू में मैंने ये तेरी पढ़ाई और अपने मज़े के लिए किया था… लेकिन, मुझे नहीं मालूम था, तू इतना बड़ा चोदु है… तुझे एक राज़ की बात बताती हूँ, लगभग हर औरात की जिंदगी में कोई ना कोई राज़ होता है, तू बस मेरा वो राज़ है… इस प्यार व्यार को छोड़… समझा…
मैं – भाभी, बस आप बताओ की आप मुझसे प्यार करते हो की नहीं…
भाभी – हाँ!! मस्तराम… अगर, प्यार ना करती तो तुझे कभी दुबारा सेक्स करने की इज़ाज़त नहीं देती…
मैं – फिर, मैंने भाभी के लीप पे एक सॉफ्ट किस की…
भाभी – मस्तराम, अब हम सिर्फ़ महीने में 2 बार सेक्स करेंगे… ठीक है…
मैं – ठीक है, भाभी… पर मैं आपके मम्मे कभी भी दबा सकता हूँ…
भाभी – हाँ बाबा, ठीक है… पर जब भी मौका मिले तब… ठीक है… देख मस्तराम एक बात ठीक से समझ ले, तुझसे मैं प्यार करती हूँ, वो ठीक है पर मेरी शादीशुदा जिंदगी पर कोई भी आँच आईं तो मैं तुझे फंसाने से पहले, एक बार भी नहीं सोचूँगी… तू सही समझ या ग़लत, औरत कितनी भी बड़ी रांड़ हो, अपने पति के सामने सावित्री ही रहती है… समझ गया की नहीं…
मैं – हाँ!! ठीक है… लेकिन, अभी तो एंजाय करे ना, भाभी…
फिर मैंने भाभी को सोफे पे लिटा दिया और ज़ोर से लीप किस करने लगा और मम्मे दबाने लगा..
भाभी – आराम से… आह आह आह आह आह… इस्स स स स स स स स स स s s s s s s…
फिर, मैंने भाभी का सूट उतारने लगा तो भाभी बोलीं – रूको मैं उतारती हूँ… तुमसे नहीं होगा…
अब मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिया और हम बेडरूम में आ गए..
भाभी बेड पे लेट गई और मेरे लण्ड को देख के बोलीं – जवान लड़कों की यही बात मुझे पसंद है… तेरी तरह, उनके लण्ड को कभी चैन नहीं मिलता…
मैं उनके ऊपर आ गया और उनके बूब को चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा..
भाभी – आह उनमह इस्स स स स s s s s s s… आह इयाः या या या या या या आया… आराम से सेंडी… और मैंने भाभी की निप्पल काट ली..
अब भाभी चीखी – अहह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह आ न न न ह ह ह… र र र र र र र र र र… तुम नहीं सुधरोगे…
मैंने भाभी की पैंटी उतार दी और उनकी चूत चाटने लगा..
भाभी मेरा सिर चूत मे दबाने लगीं और आवाज़े निकालने लगीं – ह ह ऊए ऊए ऊए ऊए आह आह आह सेंडी… खा लो पूरी चूत… खा लो…
अब हम 69 की पोज़िशन में आ गए और भाभी मेरा लण्ड चूसने लगीं..
फिर मैं उठा और भाभी की चूत पे अपना लण्ड रगड़ा और एक झटके मे आधा लण्ड अंदर डाल दिया..
भाभी चीख पड़ीं – साले आराम से डालो… मार गयी… आ ई ई ई ह ह ह ह ह ह ह ह s s s s s s…
और फिर दूसरे झटके में पूरा लण्ड भाभी की चूत मे समा गया और भाभी बोलीं – आनह मार गयइ… आह आह आह अहह…
फिर मैं शॉट मारने लगा..
भाभी – और तेज़… और तेज़… आह आह आह आह आह आह अहह अहह…
फिर मैं थोड़ी देर बाद झड़ गया और भाभी के ऊपर लेट गया..
मैंने भाभी को लीप किस की और उनके मम्मे दबाने लगा और उनकी चूत मे लण्ड डाला दिया और फिर हम सो गये..
फिर 1 बजे, भाभी ने मुझे उठाया और हमने कपड़े पहने..
जब मैं अपने घर जाने लगा तो भाभी बोलीं – टाइगर, तुमने कल मेरी रियल सुहागरात मनवाई है… और मुझे लीप किस करने लगीं..
मैंने भाभी को “आई लव यू” बोला और मैं अपना घर चला गया..
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mastram
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Re: भाभी ने इंग्लीश पढ़ाई

Post by mastram »


आपको याद होगा, उस दिन भाभी को रात भर और सुबह चोदने के बाद, मैं दोपहर में अपने घर आ कर नहाने चला गया, खाना खा कर सो गया..
फिर शाम को, जब 5 बजे उठा तो भाभी के बारे में सोच कर मुस्कुराने लगा और अपने आप से कहने लगा – यार, चलो एक और इनिंग हो जाए..
मैं फ्रेश हुआ और भाभी के घर गया तो वो अपनी बेटी को पढ़ा रही थीं..
मैं उनके पास गया तो भाभी मुझे देखकर मुस्कराने लगीं..
फिर, भाभी ने पढ़ाई ख़तम की तो मैं और उनकी बेटी टीवी देखने लगे तो भाभी बोलीं – मस्तराम चाय पीओगे… तो मैंने हाँ बोला और फिर, भाभी चाय बनाने चली गईं..
मैं थोड़ी देर बाद, किचन में गया तो भाभी फ्रिज से दूध निकाल रही थीं..
मैं उनके पास गया और उनकी गाण्ड पे हाथ फेरने लगा तो भाभी के मुंह से सिसकारी निकल गई..
उन्होंने तुरंत, मेरा हाथ हटाया और कहा – नहीं… मेरी बेटी आ जाएगी… अभी नहीं…
मैं बेशरम, कहाँ सुनने वाला था..
भाभी के पीछे गया और उनके सूट में हाथ डाला और उनकी ब्रा खोल दी तो भाभी चिल्लाई –मस्तराम मना किया ना, गधे…
लेकिन, मैंने भाभी को अपनी तरफ किया और कहा – भाभी, प्लीज… बस, मम्मे दबा लेने दो…
भाभी बोलीं – अभी, मेरी बेटी है… उसने देख लिया तो अनर्थ हो जाएगा…
मैं बोला की नहीं देखेगी ना, भाभी…
मेरे बहुत फोर्स करने पे वो बोलीं – तुम पहले मेरी ब्रा का हुक लगाओ… तो मैंने लगा दिया..
वो बोलीं – तुम मेरी बेटी के पास बैठो… मैं आती हूँ… फिर, मौका देखकर उसे खेलने भेजती हूँ…
मैंने ऐसा ही किया और उनकी बेटी के साथ, टीवी देखने लगा..
थोड़ी देर बाद, भाभी आईं और हम चाय पीने लगे.. तभी भाभी ने उनके बेटी को खेलने भेज दिया और कमरे का दरवाजा लॉक कर दिया..
और मेरे पास आ कर बोलीं – तुम्हें कितना सेक्स पसंद है… कल रात भर किया और सुबह भी किया… फिर भी कम है… तो मैं बोला – सॉरी, भाभी…
तो भाभी बोलीं – चल ठीक है… पर बेटा, थोड़ा कंट्रोल किया करो… रोज़ रोज़ करने में मज़ा नहीं आता…
मैंने ठीक है बोला… और चुप बैठा रहा तो भाभी बोलीं – अब बैठे क्या हो… जो करना है, करो… थोड़ी देर में ये (उनके पति) आने वाले होंगे…
मैं ये सुनते ही, उनके पास गया और उनके गाल पे अपना एक हाथ रखा और उनके होंठ अपने पास ला कर बोला – आई लव यू… भाभी, हर चीज़ के लिए, धन्यवाद…
तो भाभी बोलीं – हाँ हाँ… ठीक है… अब मस्का मत लगा… आई लव यू, टू… और भाभी मेरे होठों को चूसने लगीं..
मैं भाभी को पूरे जोश में जवाब देने लगा और देखते ही देखते, हम गरम होने लगे तो मुझसे रहा ना गया और मैं उनका सूट उतारने लगा तो वो बोलीं – सेंडी, कपड़े मत उतार… टाइम नहीं है…
इस पर, मैं बोला – प्लीज, भाभी… सिर्फ़ सूट उतार लो…
तो वो मान गई और उन्होंने अपना सूट निकाल दिया !! !!
मैं उनकी काली ब्रा.को ऊपर से ही टच करने लगा और मम्मे दबाने लगा..
फिर मैंने भाभी को बेड पर लिटा दिया और मैं उनकी ब्रा को ऊपर करके, उनके मम्मे दबाने लगा और चूसने लगा..
भाभी सिसकारियाँ भरने लगीं – आ ह आ ह आ ह आ ह हह…, आराम से… अन्म उन्ह: आ आ आ आ आ आ आ आ आ…
इधर, मैंने भाभी का निप्पल काट लिया तो भाभी – आह माह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह s s s s s s s s… अहह s s s… करके चीखीं और मेरा सिर पकड़कर, ऊपर किया और किस करने लगीं..
तभी मैं उनकी चूत पे हाथ फेरने लगा तो भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा और बोलीं – नहीं सेंडी, तुमने सिर्फ़ मम्मे तक कहा था…
मैं बिचारा चुप रह गया..
भाभी बोलीं – अरे, मेरे शेर उदास मत हो… चोद लो, पर पूरे कपड़े मत उतारो… और बस, एक बार ही चोदना….
इस पर मैं मान गया और उनकी सलवार को खोल के नीचे गिरा दिया और उनकी पैंटी को भी नीचे कर दिया और उनकी चूत की खुशबु लेने लगा..
वाह!! क्या मादक खुशबु थी..
फिर, जैसे ही मैंने भाभी की चूत पे किस किया, भाभी – अहह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह s s s… उम्म्म्म म म म म म म म म… कहने लगीं..
अब मैं उनकी चूत चाटने लगा तो भाभी – आ ह आ ह आ ह… ऊ ऊ ऊऊ… आ ह आ ह आ ह आ ह… और चाटो … आह आह… और, मेरा सिर दबाने लगीं..
कुछ देर बाद, मैं उठा और अपनी पैंट और अंडरवियर उतार दी और अपना लण्ड निकाल के भाभी के हाथ में दिया तो भाभी बोलीं – सेंडी, तुम्हरा लण्ड ना मेरी चूत के लिए बिल्कुल ठीक है… ये मेरी चूत के बिल्कुल आख़िरी कोने तक जाकर, मुझे सुकून देता है…
मैं शरमा गया..
इस पर भाभी बोलीं – ओययी होइई… और मेरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगीं और मैं ज़ोर ज़ोर से, उनके मम्मे दबाने लगा और हम 69 की पोज़िशन मे आ गये..
फिर भाभी बोलीं – , ज़्यादा टाइम वेस्ट ना करो… अब डाल दो… ज़्यादा टाइम नहीं है…
मैं उनकी चूत चाटने लगा तो भाभी – आ ह आ ह आ ह… ऊ ऊ ऊऊ… आ ह आ ह आ ह आ ह… और चाटो सेंडी… आह आह… और, मेरा सिर दबाने लगीं..
कुछ देर बाद, मैं उठा और अपनी पैंट और अंडरवियर उतार दी और अपना लण्ड निकाल के भाभी के हाथ में दिया तो भाभी बोलीं – सेंडी, तुम्हरा लण्ड ना मेरी चूत के लिए बिल्कुल ठीक है… ये मेरी चूत के बिल्कुल आख़िरी कोने तक जाकर, मुझे सुकून देता है…
मैं शरमा गया..
इस पर भाभी बोलीं – ओययी होइई… और मेरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगीं और मैं ज़ोर ज़ोर से, उनके मम्मे दबाने लगा और हम 69 की पोज़िशन मे आ गये..
फिर भाभी बोलीं – सेंडी, ज़्यादा टाइम वेस्ट ना करो… अब डाल दो… ज़्यादा टाइम नहीं है… !!! !!
अब मैं उठा और लण्ड उनकी चूत पे रखा और एक झटका मारा तो मेरा लण्ड आधा भाभी की चूत में समा गया और भाभी चीखीं – अहह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह s s s s s s s… सेंडी स स स स s s s s s… आराम से… और फिर मैंने एक झटका मारा तो पूरा लण्ड भाभी की चूत में था और भाभी बोलीं – अहह मर गयइ ई ई ई ईई ई…. ओहंहम्ह आराम से कर…
फिर, मैंने भाभी को लीप किस की और फिर शॉट लगाने शुरू किया तो भाभी आवाज़े निकालने लगीं – आ ह आ ह आ ह आ ह आ ह… ऊ ऊ ऊऊ… आ ह आ ह आ ह… और तेज़ और तेज़…, आ ह आ ह आ ह आ ह s s s s s ss… उ ई ईई…
और भाभी को 2-4 मिनट तक चोदने क बाद, मैं झड़ गया और लण्ड भाभी की चूत में ही रहने दिया और उनके ऊपर लेट गया और बोला – मज़ा आ गया…
तो भाभी बोलीं – हाँ यार, मुझे भी…
फिर भाभी ने मेरा लण्ड अपनी चूत से निकाला और मैं उनके बगल में लेट गया और उनको लीप किस करने लगा और उनके मम्मे दबाने लगा और जैसे ही, मैंने उनके बूब को चूसा और एक निप्पल कटा तो भाभी – अन्ह… बोलीं और मेरे सिर में घुमा कर चाटा मारा और बोलीं – चलो, बस करो…
और, फिर वो उठीं और अपने कपड़े पहनने लगीं और कपड़े पहनने के बाद, मेरे पास आईं और बोलीं – उठो सेंडी, कपड़े पहनो… और मेरे लण्ड को, हाथ में लिया और बोलीं – ये, फिर खड़ा हो गया…
तो, मैं बोला – तुम ही बैठा दो, भाभी…
अब भाभी ने मेरे लण्ड पे, एक किस की और मेरी अंडरवियर पहना दी..
मैं उठा और अपनी पैंट पहनी..
फिर, हम फ्रेश हुए और बैठ गये..
तभी उनके घर की बेल बजी और भाभी ने दरवाजा खोला तो उनकी बेटी, खेल कर आ गई थीं..
अब मैं जाने लगा तो भाभी ने मुझे चुपके से एक सॉफ्ट लीप किस दी और बाय बोला..
मेरा और भाभी का रीलेशन, इसी तरह चलता रहा.. लेकिन, मेरी एक ग़लती की वजह से भाभी ने मुझसे बात करना बंद कर दी थीं..
हुआ ये की एक दिन शाम को, भाभी का मुझे कॉल आया और उन्होंने कहा – मस्तराम, मुझे कल अपनी बेटी के स्कूल जाना है… उसके स्कूल में पेरेंट्स टीचर मीटिंग है… पर मेरे इनको छुट्टी नहीं मिल रही है तो तुम मेरे साथ चलना…
इस पर मैंने कहा – ठीक है… कितने बजे चलना है…
तो वो बोलीं – 11 बजे…
मैंने कहा – ठीक है, भाभी…
पर अगले दिन, सुबह 10 बजे मेरे दोस्त घर पे आ गये और मुझे मूवी के लिए ले गये..
मैं भी उनके साथ चला गया और मूवी देखने लगा..
फिर, हम सब ढाबे में खाना खाने चले गये..
वहां पे मैंने अपना मोबाइल चेक किया तो उसमें भाभी के 20 मिस कॉल थे..
ये देखकर, मुझे याद आया की मुझे भाभी के साथ, उनकी बेटी के स्कूल जाना था..
मैंने तुरंत भाभी को कॉल किया तो भाभी ने कॉल काट दिया..
भाभी मेरा कॉल नहीं पिक कर रही थीं.. वो बार बार, कॉल काट रही थीं..
फिर, मैं अपने घर आया और भाभी से अकेले मिलने का मौका ढूँढने लगा..
आख़िर, मुझे शाम को मौका मिला.. जब, उनकी बेटी ट्यूशन गई तो मैं भाभी के पास गया..
भाभी, तब एक किताब पढ़ रही थीं..
मुझे देखकर, मुँह बनाते हुए बोलीं – टाइम मिल गया, तुम्हें…
मैं बोला – मुझे माफ़ कर दो, भाभी… मेरे दोस्त घर पे आ गये थे और मुझे मूवी के लिए ले गये… मैं बिल्कुल भूल गया था के मुझे आपके साथ जाना है… माफ़ कर दो ना, भाभी…
इस पर भाभी बोलीं – क्यूँ, सेक्स करना नहीं भूलते तुम… जब लंड में आग लगती है तो तो भाभी फ़ौरन याद आ जाती हैं… और तुम्हें कितने कॉल किए मैने… कॉल क्यों नहीं उठाया…
तो मैंने कहा – वो भाभी, मेरा मोबाइल साइलेंट पे था…
अब भाभी बोलीं – वाह!! कितना अच्छा बहाना है…
मैं बोला – नहीं भाभी, मैं झूठ नहीं बोल रहा…
भाभी बोलीं – वो, जो भी है… तुम्हारी वजह से, मुझे कितनी बातें सुनने को मिलीं, अपने पति से… क्यूंकि, मैं अपनी बेटी के स्कूल नहीं जा पाई… बस चूत चाहिए होती है तो लंड हिलाते हुए, आ जाते हो…
मैंने भाभी को फिर से सॉरी बोला..
अब वो गुस्से में बोलीं – बस, यार… मैं कोई रंडी नहीं हूँ… समझे तुम… अब बहुत हो गया… अब ना ही, मैं तुमसे बात करूँगी और ना ही, तुम मुझसे… हमारा जो भी रीलेशन था… अब ख़तम… और एक बात समझ लो, प्यार – व्यार तो मैं वैसे भी तुमसे नहीं करती थी… वो तो, मैं जो अपने पति के साथ नहीं कर पाती थी, वो तुम्हारे साथ करके अपनी प्यास बुझा लेती थी… तुम मेरे लिए बस एक मस्त लंड हो और कुछ नहीं… अगर, कुछ भी उल्टा सीधा करने की सोची भी तो सबको बता दूँगी की मुझे अकेले पा कर मेरी इज़्ज़त पर हाथ डालने की कोशिश करी, तुमने… समझ आ गया या नहीं…
मैं ये सुनकर रो पढ़ा पर भाभी नहीं मानी और बोलीं – चल बे, अपना ये रोना अपने घर जा के रो… चूतिया साला… भाग यहाँ से…
अब मैंने उनका हाथ पकड़ा तो भाभी मेरा हाथ झटकते हुए बोलीं – हाथ हटा… जा रहा है या चिल्ला कर, लोगों को इक्कठा करूँ…
फिर उन्होंने मुझे दरवाजे की तरफ उंगली दिखाई और दरवाजा बंद कर दिया..
मैं अपने घर आ कर, फूट फूट कर रोने लगा.. !!! !!
फिर, मैंने भाभी को 5 महीनों तक बहुत बार मनाया पर भाभी नहीं मानी..
यहाँ तक उन्होंने मेरे एक भी कॉल को अटेंड तक नहीं किया और ना ही, किसी मैसेज का जवाब दिया..
मैं अंदर से बहुत टूट चुका था..
भगवान से रोज़ दुआ करता था की भाभी मान जाए और आख़िर, वो वक़्त भी आ गया, जब भाभी मान गईं..
हमारे घर के पास एक भैया रहते हैं.. उनकी शादी थी..
हम सब, उनकी बारात में जा रहे थे तो मुझे पता चला की भाभी भी अपने पति और बेटी के साथ जा रही हैं..
मैंने सोच लिया था, चाहे जैसे भी हो, मुझे भाभी को मानना ही है..
फिर, हम लोग बारात के लिए बस से चल पड़े..
मैं जब बस में गया तो देखा की भाभी अपनी बेटी के साथ बैठी थीं तो मैं उनके पास गया और उन्हें कल्टी में एक लेटर दिया..
उसमें लिखा था की भाभी, अब तो माफ़ कर दो… 5 महीने हो गये हैं… मुझसे ग़लती हो गई… अब तो प्लीज माफ़ कर दो, ना… आई मिस यू, सो मच…
भाभी ने वो लेटर पढ़ के फाड़ फेंक दिया और कोई जवाब नहीं दिया..
मैं फिर उदास हो गया और कुछ नया सोचने लगा..
सोचते ही सोचते, हम लोग होटल पहुँच गये.. जहाँ हम लोग रुकने वाले थे..
मैंने अपने दोस्त के साथ वही कमरा लिया, जो भाभी के कमरे के बिल्कुल बगल में था और हमारे फ्लोर में, बस हम दोनों ही के कमरे थे.. बाकी सब के, नीचे वाले फ्लोर में थे..
फिर, हम लोग फ्रेश होने लगे और तैयार हो कर नीचे आ गये..
मैंने नीचे देखा तो भाभी के पति और उनकी बेटी थी.. भाभी नहीं थीं..
मैंने उनकी बेटी से पूछा – मम्मी कहाँ हैं, गुड़िया… तो वो बोली – मम्मी, अभी तैयार हो रही हैं…
मेरे दिमाग़ में अनायास एक आइडिया आया और मैं मेडिकल स्टोर से स्लीपिंग पिल्स की एक स्ट्रीप लेकर, भाभी के रूम पे गया और दरवाजा पे नॉक किया..
भाभी बोलीं – कौन है…
मैं कुछ नहीं बोला और फिर से डोर नॉक किया तो भाभी ने डोर खोला..
भाभी, मुझे देखकर बोलीं – मस्तराम, तुम… क्या काम है…
मैं बोला – मुझे आपसे कुछ बात करनी है…
भाभी बोलीं – पर मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी…
अब मैं बोला – भाभी, बस 2 मिनट… प्लीज…
भाभी बोलीं – ठीक है… फिर मैं रूम में गया और रूम लॉक कर दिया..
भाभी, तैयार होने लगीं और बोलीं – जो भी बोलना है, जल्दी बोलो…
मैंने कहा – भाभी, आई लव यू… मैं आपके बिना नहीं जी सकता… जब आप मुझे माफ़ नहीं कर सकती… तो मैं जी कर क्या करूँगा…
फिर, मैंने स्लीपिंग पिल्स की स्ट्रीप निकाली… …
फिर, जब मैंने स्लीपिंग पिल्स की स्ट्रीप निकाली तो भाभी उसे देख के बोलीं – मस्तराम, तुम पागल हो क्या… फेको उसे… और मेरे हाथ से छुड़ाने लगीं..
फिर, भाभी ने मुझे खींच कर 2 चाटें मारे और स्ट्रीप ले के खिड़की से बाहर फेंक दी..
मेरे आँसू आ गये और मैं बोला – अगर, आपने मुझे आज माफ़ नहीं किया तो मैं मर जाऊंगा… और, मैं वहाँ से चला गया…
फिर मैं अपने रूम में गया और फ्रेश हो कर, बाहर बारात में चला गया..
थोड़ी देर बाद, भाभी नीचे आईं तो मैं उन्हें देख कर दंग रह गया..
क्या लग रही थीं, यार..
काली साड़ी, डीप कट स्लीव लेस ब्लाउज.. वो भी बैकलेस.. बाल खुले हुए.. और वो कमरधनी तो उनके गोरे चिकने पेट पर, सोने पे सुहागा लग रही था..
एक दम अप्सरा लग रही थीं..
उनको तो देख के, किसी भी आदमी का लण्ड अपनी आप झड़ जाए..
वो एक दम कहर बरपा रही थीं..
उनकी क्लीवेज से साफ दिख रहा था की भाभी ने आज, ब्रा नहीं पहनी है.. क्यूंकि उनके मम्मे ब्लाउज फाड़ कर, आज़ाद होने को मचल रहे थे..
तभी मेरे दोस्त ने मुझे हिलाया और बोला – क्या देख रहा है, गान्डू… शादीशुदा है… पिटवाएगा क्या !!! !!
मैं बोला – अरे नहीं भाई, कुछ नहीं… और तब अहसास हुआ की मैं क्या कर रहा हूँ.. सब मिलकर मारेंगें..
और मैं फिर से उदास हो गया और पूरी बारात में, ऐसे ही उदास ही रहा और बाकी सब नाचते गाते मैरिज गार्डेन पहुँच गये..
वहाँ, जय माला होने लगीं और मैं एक कोने में बैठ गया और दूर से भाभी को देखने लगा..
मैं भाभी के फिगर के हर हिस्से को गौर से देख रहा था और पुराने दिन, याद करने लगा..
फिर, थोड़ी देर बाद सब खाना खाने चले गये पर मैं नहीं गया..
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