Hindi Kamuk story दोस्त की बिटिया की जिज्ञासा

Jemsbond
Super member
Posts: 6659
Joined: 18 Dec 2014 12:09

Re: Hindi Kamuk story दोस्त की बिटिया की जिज्ञासा

Post by Jemsbond »

मैंने माथुर को फ़ोन लगाया-“यार माथुर, एक लड़की है, बहुत मस्त। उसको सिर्फ़ एक बार के लिए बुक कर दो आज-कल में। नहीं-नहीं घंटा वाला नहीं, फ़ुल टाईम। हाँ दिन में भी (और मैंने काजल से इशारे से पूछा, और वो हाँ की) कर सकते हो। पर उसको मर्द थोड़ा सही देना। बच्ची है। हाँ, अपनी ही समझो, घर की बच्ची है, जरा मस्ती के मूड में है। अरे यार माथुर, नहीं, मैं तो ठीक है पर उसका मन जरा पैसा कमाने का है। नहीं बस एक बार अभी। ठीक है, तुम फ़ोटो ले लो एक उसकी,किधर हो? वाह, फ़िर आ जाओ मेरे घर मैं हूँ, ओके।” मैंने अब काजल से कहा कि माथुर इसी इलाके में है, अभी आ कर तुम्हारी फ़ोटो ले लेगा, फ़िर एक दो दिन में कोई फ़िक्स कर देगा। पर त्म एक बार सोच लो। काजल बोली-“अभी करीब एक वीक हैं ना मम्मी को आने में तब तक तो हो जायेगा ना एक दिन कोई?” मैं उसकी बेताबी देख हैरान था। करीब आधे घन्टे बाद माथुर आ गया। मैंने काजल को बुलाया। माथुर उसकी सुन्दरता पर दंग था। एक पल के लिए तो सन्न था काजल के मक्खन बदन से नजर ना हट रही थी साले भरवे की। काजल सर नीचे करके खड़ी थी सामने। मैंने ही रुम की शान्ति भंग की-“यही लड़की है माथुर, कब तक सेट कर दोगे। मेरे घर तीन दिन है (मैंने झूठ कहा, ताकि जल्दी काम हो), जिसमें एक दिन तुम इसको ले जा सकते हो।” माथुर बोला (उसकी आवाज हल्का सा लड़की जैसा लगता था) -“अरे सर, ऐसी चीज के लिए तो लाईन लगा दुँगा। एकदम फ़्रेश दिख रही है, कहाँ से लाये सर?”
उसके आवाज में शरारत थी। मैंने कहा-“अरे कहा ना घर की लड़की है। यार हमेशा दुसरे की बेटी चोदता हूँ तो फ़र्ज बनता है कि अपने घर से भी थोड़ा कन्ट्रीब्युट कर दूँ दुनिया के लिए।” मैं अपनी ही बात पर हँस दिया। वो बोला-“हाँ सर हम लोग तो धर्म का काम करते हैं, लड़का को लड़की से मिला देते हैं और लड़की को पैसे दिला देते हैं, दोनों खुश और हम भी खुश।” हम दोनों हँस दिए। काजल बोली-“मैं पानी लाती हूँ।” और चली गई। शायद उसको शर्म आ रही थी अब। मैंने माथुर को बता दिया कि काजल को मैं रोज चोद रहा हूँ, जब से वो शुरु हुई है, और अब वही चाहती है कि थोड़ा टेस्ट बदल कर देखे और पैसा भी कमा ले। मैंने कहा कि तब मुझे माथुर की याद आई कि क्यों न माथुर भी थोड़ा कमा ले, वर्ना जब लड़की का मन हो गया तो उसको चोदने वाले बहुत मिल जाएँगे। माथुर मेरा अहसान माना, और बोला-“सर अगर यह वीक में एक बार भी आए ना तो मेरा २५००० पक्का हो जायेगा। तभी काजल पानी ले कर आ गई। माथुर ने उपर से नीचे तक उसको घुरा फ़िर उसके चारों तरफ़ घुम कर उसको सब तरफ़ से देखा, बोला-“बहुत सही चीज खोजे सर आप”, इसके एक रात की बुकिंग १०००० की करुँगा कम से कम”। फ़िर काजल से बोला-“क्यों ठीक है, १०००० तुम्को मिल जायेगा, पर एक बार मेरे साथ करना पड़ेगा फ़्री, मेरा कमीशन यही होगा पहली बार का। उसके बाद तुम्को जो मिलेगा उस्का २०% मेरा, और मेरे लिए ५०० पर शौट। मंजूर है तो बोलो” माथुर थोड़ा भारी बदन का था, और ऐसे तो कोई सेक्सी लड़की उससे नहीं चुदाती, पक्का। काजल को यह सब समझ नहीं आया ठीक से, तो वो मुझे देखी। मैंने कहा, “अरे बेटी, सब ठीक है, पहली बार करा लो, फ़िर बाद का बाद में सोच लेना। आगे तो तुम्हारी मर्जी है।” काजल ने हाँ कर दी। माथुर ने उसको टौप और पैन्ट खोलने को कहा, और फ़िर ब्रा पैन्टी में उसकी अपने मोबाईल में ३-४ फ़ोटो खींचा, फ़िर चला गया। काजल कपड़े पहनने लगी तो मैंने कहा-“क्यों अब सिर्फ़ १०००० देने वाले से ही चुदाओगी क्या, फ़िर मेरा क्या होगा?” बच्ची शर्मा गई,और मैं उसको अपने बाहों में उठा कर बेड्रुम में आ गया। आगे की बात आप को पता है, कि क्या हुआ होगा उस माल के साथ जब मेरे जैसा चुदक्कड़ हरामी बिस्तर पर हो तो।
अगले दिन सुबह ८ बजे माथुर का फ़ोन आया-“सर, आज १० बजे उसको तैयार रहने बोलिए, कल सुबह को फ़्री होगी वो। बहुत किस्मत से मेरे एक क्लाईंट का फ़ोन आया अभी। पाकिस्तानी हैं, अबुधाबी में रहते हैं। बाप-बेटा हैं पर एक साथ ही लड़की चोदते हैं जब मेरे से लड़की बुलाते हैं। पुरी दुनिया में बिजनेस है उनका। जहाँ जाते हैं पहले एक दिन सिर्फ़ वहाँ की लोकल लड़की चोदते हैं। पैसा बहुत देते हैं सर। उसको २०००० में बुक किया है, आज दिन और फ़िर रात के लिए। लकी हैं, ये माल। पहली बार हीं बुड्ढ़ा और जवान दोनो मिल जायेगा उसको।” काजल तब बाथरुम में थी। मैंने जब उसको बताया तो वो बहुत खुश हुई। मैंने कहा-“मुझे ट्रीट देना पड़ेगा”, तो वो जवाब में बोली-“रोज तो आपको टीट(चुची) देती हूँ,अभी ट्रीट बाकी है क्या?” काजल ने शब्दों से अच्छा खेला था। फ़िर मेरे औफ़िस जाते समय वो भी साथ हीं घर से निकली। रास्ते में मैंने माथुर को फ़ोन किया कि कहाँ काजल को मैं छोड़ूँ, माथुर ने काजल को एक चौराहे पर छोड़ने को कहा कि वो खुद काजल को पिक कर के होटल ले जायेगा। माथुर हम लोग का वहाँ इंतजार कर रहा था। मैंने काजल को “बेस्ट औफ़ लक” किया और औफ़िस के लिए निकल गया।
मेरे दोस्त की बेटी काजल एक टीपिकल शरीफ लड़की बनी हुई थी। आज उसने सफ़ेद जौर्जेट का हल्का कामदार सल्वार सुट पहना था और हरे दुपट्टे को सर पर से ओढ़ा था। उसका गोरा चेहरा सुर्ख हो कर दमक रहा था। पुरे कौन्फ़िडेन्स के साथ वो मुझे बाय की और माथुर की गाड़ी में बैठ गई। माथुर ने कहा-“सर सुबह को आठ बजे तक इसकी बुकिंग है, फ़िर एक-सवा घन्टा मैं इसके साथ लुँगा और करीब दस बजे तक मैं इसको आपके घर के पास छोड़ दुँगा।”
इसके आगे की बात काजल की जुबानी मैं बताउँगा, क्योंकि जब वो लौटी तो अगले एक दिन वो मेरे से नहीं चुदाई और इस दौरान उसने जो बताया वही मैं लिख रहा हूँ। उसने तीन बार नोट-बुक को पढ़ा और फ़िर जब अपनी कहानी से संतुष्ट हो गयी तब खुश हो गयी कि अब वो भी कहानी लिख सकती है।







प्यास बुझाई नौकर से Running....कीमत वसूल Running....3-महाकाली ....1-- जथूराcomplete ....2-पोतेबाबाcomplete
बन्धन
*****************
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!
यूँ तो मिल जाता है हर कोई!
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं!
*****************
User avatar
shubhs
Novice User
Posts: 1541
Joined: 19 Feb 2016 06:23

Re: Hindi Kamuk story दोस्त की बिटिया की जिज्ञासा

Post by shubhs »

काफी पुराणी कहानी मगर पढ़ कर अच्छा लगा
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
Post Reply