नौकरानी ओर विधवा भाभी
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- Joined: 14 Oct 2014 17:28
Re: नौकरानी ओर विधवा भाभी
मैने स्वीटी का मूह खोल दिया और उसके मूह से कपड़ा बाहर निकाल लिया. वो
रोते हुए बोली, जीजू, आप ने तो मुझे मार ही डाला. क्या इसी तरह से
गांड मार जाती है. मैने कहा, हां, गांड इसी तरह से मारी जाती
है. अगर मैने तुम्हारा मूह बँधा नहीं होता तो तुम कितनी ज़ोर ज़ोर से
चिल्लाति, ये तुम अब समझ गयी होगी. वो बोली, आप सही कह रहे हो,
तब तो मैं बहुत चिल्लाति. मैने कहा, अगर मैने तुम्हें पिलर से
ना बाँधा होता तो अब तक कयि बार अपने चूतड़ इधर उधर करती और
मैं तुम्हारी गांड में अपना लंड नहीं घुसा पाता. वो बोली, जीजू, आप
एक दम सही कह रहे हो. मैने तो आप को धकेल ही दिया होता. मैने
कहा, अब तुम ही बताओ मैने सही किया या नहीं. वो बोली, आप ने बिल्कुल
ठीक किया. ऐसे ही करना चाहिए था. अब तो मुझे पिलर से खोल दो.
मैने कहा, पहले मैं तुम्हारी गांड तो मार लूँ फिर खोल दूँगा. वो
बोली, तो मारो ना. मैने पुछा, कुछ मज़ा आ रहा है. वो बोली, अभी
तो बहुत ही कम मज़ा आ रहा है.
मैने स्वीटी की गांड मारनी शुरू कर दी. मैं पूरे ताक़त के साथ ज़ोर
ज़ोर के धक्के लगा रहा था. स्वीटी को भी अब मज़ा आ रहा था. उसके मूह
से सिसकारियाँ निकल रही थी. 10 मिनाट तक उसकी गांड मारने के बाद मैं
झाड़ गया. मैने अपना लंड स्वीटी की गांड से बाहर निकाला और स्वीटी को
दिखाते हुए कहा, देखो कितना खून निकला है तुम्हारी गांड से. वो
आँखें फाडे मेरे लंड को देखने लगी. वो बोली, जीजू, अब तो खोल दो
मुझे. मैने कहा, एक बार तुम्हारी गांड और मार लूँ फिर खोल दूँगा.
वो बोली, कमरे में मार लेना. मैने कहा, तुम फिर से चिल्लाओगी. वो
बोली, मैं अपना मूह बंद रखने की कोशिश करूँगी. मैने राशी से
कहा, खोल दो स्वीटी को.
राशी ने स्वीटी के हाथ पैर खोल दिए. स्वीटी बाथरूम जाना चाहती थी
लेकिन वो बिल्कुल भी चल फिर नहीं पा रही थी. राशी ने उसे सहारा
देकर बाथरूम में ले गयी. स्वीटी ने अपनी गांड और चूत को साबुन से
सॉफ किया. फिर राशी उसे कमरे में ले आई. मैं कमरे में आया तो
स्वीटी बेड पर लेटी थी. मैं उसके बगल में लेट गया. 1 घंटे के बाद
मैने फिर से स्वीटी की गांड मारनी शुरू की. वो थोड़ी देर तक चिल्लाई
फिर शांत हो गयी. उसके बाद उसे खूब मज़ा आया और मुझे भी. उसने
मुझसे खूब जम कर गांड मरवाई.
धीरे धीरे 6 महीने गुजर गये. स्वीटी मुझसे खूब जम कर चुदवाती
रही और गांड मरवाती रही. मुझे भी स्वीटी की चुदाई करने में और
उसकी गांड मारने में खूब मज़ा आता था. एक दिन मैने दुकान के
नौकर रामू को कुछ फाइल लाने के लिए घर भेजा. उसने घर पर स्वीटी
को देखा तो स्वीटी उसे बहुत पसंद आ गयी. रामू की उमर भी 20 साल की
थी और वो अभी कुँवारा था. उसने मुझसे स्वीटी के बारे में पुछा तो
मैने उसे बता दिया कि वो राशी के गाओं की रहने वाली है. उसने मुझसे
कहा कि वो स्वीटी से शादी करना चाहता है. मैने कहा, ठीक है, मैं
स्वीटी से पूछ लूँ फिर बता दूँगा. रात में जब मैं घर आया तो
मैने स्वीटी से बात की तो वो तय्यार हो गयी. उसे भी रामू पसंद आ
गया था. उसने मुझसे कहा, जीजू, एक दिक्कत है. मैने पूछा, वो क्या.
वो बोली, आप मुझे बहुत ही अच्छि तरह से चोद्ते हैं और मेरी
गांड भी मारते हैं. अगर मैं शादी कर लूँगी तब मैं आप से मज़ा
कैसे ले पाउन्गि. मैने कहा, पगली, तू अपनी दीदी से मिलने के बहाने आ
जाया करना. मैं तेरी चुदाई कर दूँगा और तेरी गांड भी मार
दूँगा. सारी ज़िंदगी तू कुँवारी तो नहीं रह सकती. वो बोली, फिर
ठीक है.
मैने स्वीटी के माता पिता से बात की तो वो भी तय्यार हो गये. कुछ
दिनो के बाद स्वीटी की शादी रामू से हो गयी. सनडे को दुकान की छुट्टी
रहती है. स्वीटी हर सनडे के दिन राशी से मिलने आती है और मैं
सारा दिन खूब जम कर उसकी चुदाई करता हूँ और उसकी गांड भी
मारता हूँ.
एक दिन जब मैं रात को दुकान से घर आया तो स्वीटी घर पर आई हुई
थी. उसके साथ एक औरत और थी. वो भी बहुत ही खूबसूरत थी लेकिन
थी थोड़ी मोटी. उसकी उमर भी 20 साल के लगभग रही होगी. मैने स्वीटी
से कहा, आज तो सनडे नहीं है, फिर आज कैसे और ये तेरे साथ
कौन है. वो बोली, ये मीना है, मेरी भाभी. आप से चुदवाने आई
है. मैने कहा, तू क्या कह रही है. वो बोली, जीजू, भोले मत बनो.
आप इतनी अच्छि तरह से मेरी चुदाई करते हैं और मेरी गांड मारते
हैं, मैं क्या कभी भूल सकती हूँ. भाभी मेरे बारे में सब
जानती हैं क्यों कि ये मेरी सहेली की तरह हैं और मैने इन्हें सब
कुछ बता दिया है. मैं इन से कुछ भी नहीं छुपाती हूँ. इनकी
शादी हुए 3 साल गुजर गये हैं और ये अभी तक मा नहीं बन पाई
है. मैने इन से कह दिया था कि मैं तुझे अपने जीजू से चुदवा
दूँगी. तुझे चुदाई का पूरा मज़ा भी मिल जाएगा और तू मा भी बन
जाएगी. ये तय्यार हो गयी. उसके बाद मैने भैया से कहा कि भाभी को
मेरे पास 1 महीने के लिए भेज दो. मैं इसका इलाज़ बहुत ही अच्छे
डॉक्टर से करा दूँगी. भैया ने इसे मेरे पास भेज दिया और मैं इसे
आप के पास ले आई हूँ. अब आप इसका इलाज़ बहुत ही अच्छि तरह से
कर दो. आप को फिर से एक कुँवारी चूत को चोदने का मौका मिल जाएगा.
मैने कहा, ये कुँवारी थोड़े ही है. स्वीटी बोली, इसने मुझे बताया था
की भैया का लंड केवल 4″ का ही है और आप का लंड तो बहुत लंबा
और मोटा है. आप के लंड के लिए इसकी चूत कुँवारी जैसी ही है.
मैने कहा, ठीक है मैं इसका इलाज़ कर दूँगा. लेकिन जैसे मैने
तेरी गांड मारी थी ठीक उसी तरह मैं पहले इसकी गांड मारूँगा.
उसके बाद ही मैं इसकी चूत को हाथ लगाउन्गा. तभी मीना बोल पड़ी,
जीजू, मुझे तो केवल मा बन ना है और आप से चुदवाने का खूब मज़ा
लेना है. आप जो भी चाहो मेरे साथ करो, बस मुझे मा बना दो और
मुझे चुदाई का पूरा मज़ा दे दो. मैने स्वीटी से कहा, जब मैं इसे
चोद दूँगा तो इसकी चूत एक दम चौड़ी हो जाएगी. उसके बाद जब ये
तेरे भैया से छुड़वाएगी तो उन्हें इसकी चूत एक दम ढीली लगेगी तो
वो क्या कहेंगे. स्वीटी बोली, वो कुछ भी नहीं कह पाएँगे. मैं वही
बहाना बना दूँगी जो मैने रामू से से बनाया था. मैने पुछा, तूने
रामू से क्या कहा था. स्वीटी बोली, जीजू, रामू को जब मेरी चूत चौड़ी
लगी थी तो मैने रामू से कहा था कि मेरी चूत में कुछ दिक्कत थी.
डॉक्टर ने मेरी चूत में एक औज़ार डाला था जिस से मेरी चूत का मूह एक
दम चौड़ा हो गया. मैने कहा, तू तो बड़ी चालाक निकली. स्वीटी
मुस्कुराने लगी.
मैने स्वीटी और राशी से कहा, तुम दोनो इसे भी आँगन में ले जाओ और
पिलर से बाँध दो. स्वीटी और राशी उसे लेकर आँगन में चले गये.
थोड़ी देर बाद स्वीटी मेरे पास आई और बोली, जीजू, आप का खाना तय्यार
है, चल कर खा लो. मैं समझ गया कि स्वीटी क्या कह रही है. मैने
कहा, चलो. मैं स्वीटी के साथ आँगन में आ गया. मैने जैसे स्वीटी
की गांड मारी थी ठीक उसी तरह उसकी भाभी की गांड भी मारी. मुझे
मीना की गांड मारने में ज़्यादा मज़ा आया क्यों की मोटी होने की वजह
से उसकी गांड गद्देदार की तरह थी. उसे भी बहुत दर्द हुआ और उसकी
गांड से भी ढेर सारा खून निकला. उसके बाद स्वीटी और राशी उसे कमरे
में ले आए. मैने सारी रात कमरे में ही खूब जम कर उसकी गांड
मारी. 2 बार जब मैं उसकी गांड मार चुका तो उसके बाद उसे भी गांड
मरवाने में खूब मज़ा आने लगा.
दूसरे दिन से मैने उसकी चुदाई शुरू की. उसकी चूत भी गद्देदार थी.
पहली पहली बार वो बहुत चीखी और चिल्लाई लेकिन बाद में उसे
खूब मज़ा आने लगा. मुझे उसकी चूत की चुदाई करने में कुछ
ज़्यादा ही मज़ा आया. उसे भी मेरा लंड बहुत पसंद आ गया. उसकी चूत
मेरे लंड के लिए किसी कुँवारी चूत से कम नहीं थी. 1 महीने तक
मैने उसकी तरह तरह के स्टाइल में खूब जम कर चुदाई की और उसकी
गांड मारी. वो मुझसे अभी चुदवाना चाहती थी. उसने स्वीटी से अपने मन
की बात बता दी. स्वीटी के भैया आए तो स्वीटी ने उनसे कहा कि अभी इलाज़
पूरा नहीं हुआ है. डॉक्टर ने 2 महीने और रुकने को कहा है. वो
खुशी खुशी वापस गाओं चले गये.
15 दीनो के बाद जब मीना को महीना नहीं हुआ तो स्वीटी और राशी उसे
डॉक्टर के पास ले गये. डॉक्टर ने बताया कि वो मा बन ने वाली है.
मीना बहुत खुश हो गयी. उसने मुझे और ज़्यादा जम कर चुदवाना शुरू
कर दिया. मुझे मीना की गद्देदार चूत ज़्यादा पसंद आ गयी थी इसलिए
मैने ज़्यादातर उसके चूत की ही चुदाई की. मैने अगले 1 1/2 महीने तक
मीना को खूब जम कर चोदा और उसकी गांड भी मारता रहा. उसके बाद
वो गाओं चली गयी. अब मैं केवल राशी और स्वीटी को ही चोद्ता हूँ.
राशी भी अब मा बन ने वाली है.
कांटा....शीतल का समर्पण....खूनी सुन्दरी
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