रानी ने हुमक कर अपने बदन को झटकाया और चूतड़ आगे पीछे करने लगी। वो जीभ तेज़ी से खाल के नीचे फिरा रही थी और मेरी गोलियाँ सहला रही थी।
हरामज़ादी लंड चूसने में माहिर लगती थी, उसके मुखरस से लंड पूरा तर हो गया।
इधर मैं भी आनन्दमग्न हुआ रानी जीभ से गांड मार रहा था।
तभी सुषमा रानी की निगाह राज पर पड़ी, इस दृश्य को देखकर वो भी खूब उत्तेजित हो गया था और फिर से मुट्ठ मारने लगा था।
रानी ने मुंह लंड से हटाया और चिल्लाई- स्टॉप कुत्ते… जस्ट स्टॉप… ख़बरदार जो मुट्ठ मारी… मेरी सील टूट गई है अब मैं तेरा भी लौड़ा चूस सकती हूँ… रुक जा!
इसके पश्चात् रानी ने दुबारा से मेरे लौड़े पर अपनी जीभ और मुंह के करिश्मे दिखाने शुरू कर दिए।
काफी देर तक यही सिलसिला चलता रहा। फिर मैंने रानी की गांड से मुंह हटा लिया और बुर से मुंह चिपकाकर जीभ से भगनासा को कुरेदने लगा।
रानी के लंड से भरे हुए मुंह से घू घू घू की आवाज़ निकली और उसने अपने नितम्ब जल्दी जल्दी झुला झुला के ख़ुशी ज़ाहिर की।
बुर से रस निकलने लगा, थोड़ी देर के बाद मैंने जीभ पूरी बुर में डाल दी और जीभ से ही चोदने लगा। उधर रानी लौड़ा चूसने की अपनी कला का प्रदर्शन कर रही थी।
मज़े से हम दोनों की गांड फटे जा रही थी, मजा इतना तेज़ था कि थोड़ी ही देर में रानी स्खलित हो गई।
जैसे ही बुर से रस की फुहार मुझे ज़ुबान पर पड़ती महसूस हुई, मैं भी झड़ गया, रानी सारा का सारा माल निगल गई।
इसके बाद वो मेरे ऊपर ढीली सी होकर पड़ गई।
कुछ देर आराम करने के बाद रानी ने राज की ओर देखा, वो गरीब काफी समय से प्रतीक्षा में था कि कब रानी फ्री हो और उसका लंड चूसे।
अब तक तो रानी ने उसे अपना बदन छूने भी न दिया था, बोला था कि जब चोद नाथ सील तोड़ देगा उसके बाद ही वो राज को छूने देगी। तब तक वो राज की मुट्ठ मार देती थी और उसको स्वर्ण अमृत पिला दिया करती थी।
आज इस हरामी का भी दिन आ गया था, रानी ने खुद बोला था कि वो लंड चूसेगी।
रानी करवट लेकर मेरी साइड में सरक गई और राज को बुलाया- आ मेरे पालतू पिल्ले.. आज तेरी तमन्ना भी पूरी कर दूँ… आ तेरे को चूस के तेरी क्रीम ले लूँ!
राज एक पल भी बर्बाद किये बिना कूद के बिस्तर पर आ गया, रानी ने उसको लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच बैठ कर उसका लौड़ा मुंह में ले लिया।
जीवन में पहली बार राज के लंड ने किसी लड़की के मुंह का स्वाद चखा था इसलिए मज़े की ताब न ला सका और दो ही मिनट में खलास हो गया।
रानी ने मक्खन खा भी लिया मगर राज के चेहरे पर शर्मिंदगी देखकर मैंने उसका हौसला बढ़ाया, मैं बोला- चिंता न कर यार, पहली बार लंड चुसवाने में लड़के फ़ौरन झड़ जाते हैं। इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। अगली बार से तेरा कण्ट्रोल बढ़ने लगेगा। कुछ मैं तुझे व्यायाम बताऊंगा जिनको करेगा तो मादरचोद छह ही महीनों में तू एक घण्टे से ज़्यादा रोक पायेगा। तेरा अच्छा लम्बा मोटा लंड है साले तू मेरी तरह जय बन सकता है।
यह सुन कर राज बड़ा खुश हुआ और सुषमा रानी भी प्रसन्न हुई कि उसके आशिक में महान चोदू बनने की क्षमता है।
इसके बाद हम तीनों ने कोल्ड ड्रिंक पी और रसगुल्ले खत्म किये।
वे दोनों फिर मुझसे विदा लेकर चले गए। उनके घर उसी शहर में थे इसलिए रात को रुक नहीं सकते थे। रानी ने वादा किया कि अगले रोज़ वो सुबह दस बजे के करीब आ जायगी। राज नहीं आ सकेगा क्योंकि उसको अपने डैडी के साथ कहीं बाहर काम से जाना था।
अगले दिन रानी दस तो नहीं लेकिन साढ़े दस बजे आ गई, तब से लेकर शाम पांच बजे तक मैंने रानी को दो बार चोदा और एक बार गांड मारी। चुदाई एक बार तो डॉगी पोज़ में की और दूसरी बार उसको नीचे कारपेट पर लिटा कर… हर चुदाई से पहले मैं रानी का बदन चाट के उसको गर्म देता था।
गांड मारने से पहले मैंने रानी के अति सुन्दर पांवों को चाटा, चुम्मियाँ कितनी लीं इसका तो हिसाब देना असंभव है यारो!
और हाँ, रानी की स्वर्ण अमृत धारा का सेवन एक बार तो उसके आते ही किया और दूसरी बार उसके जाने से पहले किया ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
अगले दिन सुबह मैं वापिस गुरुग्राम आ गया।
राज के बारे में यह बता दूँ कि उसको मैंने ट्रेन करके तीन ही महीनों में ऐसा बना दिया कि वो एक से सवा घंटे तक बिना झड़े चोद सके, फिर वो रानी के अनेकों बार झड़ने के बाद ही झड़ता था।
सुषमा रानी बहुत प्रसन्न है, अब उनकी शादी भी हो गई है। मगर मेरे साथ चुदाई नियमित रूप से चलती है। महीने में एक बार तो ज़रूर सुषमा रानी और राज गुरुग्राम आते हैं और दो या तीन दिन रुकते हैं।
आशा है इस कहानी के बाद रानी के नाराज़गी दूर हो गई होगी। उसने क्रोध में आकर मुझे अल्टीमेटम दे दिया था कि जब तक कहानी नहीं लिखूंगा, वो मुझसे नहीं मिलेगी और ऊपर से महारानी अंजलि का हुक्म तो था ही!
यह हिंदी सेक्स स्टोरी यहीं समाप्त हुई दोस्तो!
सुषमा चुदी जय से
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Re: सुषमा चुदी जय से
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).
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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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