चूतो का समुंदर
- shubhs
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Re: चूतो का समुंदर
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सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
jald hi
- Ankit
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Re: चूतो का समुंदर
संजू के घर..........
मैं रॉनी से मिल कर घर जा ही रहा था कि रास्ते मे मुझे रजनी आंटी का कॉल आया...जो बहुत परेशान लग रही थी...और उन्होने मुझे अर्जेंट मे घर मिलने बुला लिया....
जैसे ही मैं संजू के घर पहुँचा तो रजनी आंटी मुझे जल्दी से उपर पूनम के रूम मे ले गई....वो बहुत परेशान दिख रही थी...शायद कोई खास बात थी...तभी तो वो मुझे अकेले मे ले गई....
मैं(रूम लॉक होते ही )- आंटी...आप ठीक तो है....
रजनी- हाँ...हम ठीक हूँ...बिल्कुल ठीक...
मैं- नही...आप झूठ बोल रही है...आप ठीक होती तो इस तरह मुझे यहाँ नही लाती...चलिए बोलिए...क्या बात हो गई....
रजनी(आगे बढ़ कर)- अंकित...पहले तुम बैठो...मुझे तुमसे कुछ खास बात करनी है...बहुत खास....
मैं- ओके...पर पहले आप शांत तो हो जाओ....देखो आपको कितना पसीना आ रहा है....आइए बैठिए...और अब आराम से बताइए...क्या हुआ...
रजनी- देखो बेटा...तुम जानते ही हो कि मैने तुममे और संजू मे कोई फ़र्क नही किया...दोनो को ही बराबर प्यार दिया है...
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे ...ये कोई कहने की बात है...आपने मुझ पर संजू से ज़्यादा प्यार लूटाया है...पर आप ये सब...आख़िर बात क्या है...
रजनी(सहमी हुई )- बेटा...मैं तुम दोनो मे से किसी को नही खोना चाहती...
मैं(रजनी का हाथ थाम कर)- आंटी....आप ऐसा क्यो बोल रही है...हम दोनो ही आपके साथ है....और हमेशा रहेगे ...ह्म..
रजनी(नम आखो से)- बेटा...पर अब मुझे डर लग रहा है कि कहीं तुम दोनो मे से किसी को कुछ...
और इतना बोल कर रजनी सुबकने लगी...तो मैने उन्हे संभाला और कड़क आवाज़ मे बोला....
मैं- अब आप वो बात बताइए...जिसने आपको इतना परेशान कर रखा है...
रजनी- बेटा...तुम...तुम संजू को माफ़ कर देना....प्ल्ज़...
मैं- माफ़....पर किस लिए....उसने क्या किया....
रजनी- बात ये है बेटा...कि..कि...
मैं- क्या आंटी...जल्दी बोलिए...संजू ने क्या किया....
रजनी- संजू तुम्हे धोखा दे रहा है....
इतना सुनते ही मेरी आँखे बड़ी हो गई...और मैने आंटी को पूरी बात बताने के लिए बोला....
रजनी- मैं जानती हूँ कि संजू ने तुमसे बोला है कि वो तुम्हारे साथ है...पर सच्चाई ये है कि संजू तुमसे झूठ बोल रहा है...और तुम्हारे दुश्मनो का साथ दे रहा है...
मैं(हैरानी से)- आपको ये सब कैसे पता....
रजनी- मैने उसे फ़ोन पर बोलते सुना है...वो तुम्हे फसा कर मारने की फिराक मे है....
मैं- क्या...संजू मुझे धोखा दे रहा है...मुझे मारेगा वो...मुझे. ..
रजनी- हाँ बेटा....और मैं नही चाहती कि मैं तुम दोनो मे से किसी को भी खो दूं...इसलिए तुम संजू को समझाओ और उसे माफ़ कर दो प्ल्ज़...
मैं(खड़ा हो कर)- आंटी...संजू कोई नादान बच्चा नही...जो उसे समझाऊ...पर अगर उसने मुझे धोखा दिया है...तो उसे इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा....
रजनी(घबरा कर)- बेटा...प्ल्ज़...संजू को...
मैं(बीच मे)- बस आंटी...और कुछ नही सुनना मुझे....लगता है किस्मत हम दोनो मे से किसी 1 को ही जीने देगी....
रजनी(रोते हुए)- नही बेटा...ऐसा मत बोल....प्ल्ज़...ऐसा मत बोल...
मैं- आंटी...मेरा रास्ता छोड़िए.....और हाँ ..हम मे से किसी 1 की मौत की खबर का इंतज़ार कीजिए....बहुत जल्दी ही न्यूज़ मिलेगी....
और इतना बोल कर मैं वहाँ से निकल आया....पीछे आंटी रोते हुए फर्श पर बैठ गई....
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मैं रॉनी से मिल कर घर जा ही रहा था कि रास्ते मे मुझे रजनी आंटी का कॉल आया...जो बहुत परेशान लग रही थी...और उन्होने मुझे अर्जेंट मे घर मिलने बुला लिया....
जैसे ही मैं संजू के घर पहुँचा तो रजनी आंटी मुझे जल्दी से उपर पूनम के रूम मे ले गई....वो बहुत परेशान दिख रही थी...शायद कोई खास बात थी...तभी तो वो मुझे अकेले मे ले गई....
मैं(रूम लॉक होते ही )- आंटी...आप ठीक तो है....
रजनी- हाँ...हम ठीक हूँ...बिल्कुल ठीक...
मैं- नही...आप झूठ बोल रही है...आप ठीक होती तो इस तरह मुझे यहाँ नही लाती...चलिए बोलिए...क्या बात हो गई....
रजनी(आगे बढ़ कर)- अंकित...पहले तुम बैठो...मुझे तुमसे कुछ खास बात करनी है...बहुत खास....
मैं- ओके...पर पहले आप शांत तो हो जाओ....देखो आपको कितना पसीना आ रहा है....आइए बैठिए...और अब आराम से बताइए...क्या हुआ...
रजनी- देखो बेटा...तुम जानते ही हो कि मैने तुममे और संजू मे कोई फ़र्क नही किया...दोनो को ही बराबर प्यार दिया है...
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे ...ये कोई कहने की बात है...आपने मुझ पर संजू से ज़्यादा प्यार लूटाया है...पर आप ये सब...आख़िर बात क्या है...
रजनी(सहमी हुई )- बेटा...मैं तुम दोनो मे से किसी को नही खोना चाहती...
मैं(रजनी का हाथ थाम कर)- आंटी....आप ऐसा क्यो बोल रही है...हम दोनो ही आपके साथ है....और हमेशा रहेगे ...ह्म..
रजनी(नम आखो से)- बेटा...पर अब मुझे डर लग रहा है कि कहीं तुम दोनो मे से किसी को कुछ...
और इतना बोल कर रजनी सुबकने लगी...तो मैने उन्हे संभाला और कड़क आवाज़ मे बोला....
मैं- अब आप वो बात बताइए...जिसने आपको इतना परेशान कर रखा है...
रजनी- बेटा...तुम...तुम संजू को माफ़ कर देना....प्ल्ज़...
मैं- माफ़....पर किस लिए....उसने क्या किया....
रजनी- बात ये है बेटा...कि..कि...
मैं- क्या आंटी...जल्दी बोलिए...संजू ने क्या किया....
रजनी- संजू तुम्हे धोखा दे रहा है....
इतना सुनते ही मेरी आँखे बड़ी हो गई...और मैने आंटी को पूरी बात बताने के लिए बोला....
रजनी- मैं जानती हूँ कि संजू ने तुमसे बोला है कि वो तुम्हारे साथ है...पर सच्चाई ये है कि संजू तुमसे झूठ बोल रहा है...और तुम्हारे दुश्मनो का साथ दे रहा है...
मैं(हैरानी से)- आपको ये सब कैसे पता....
रजनी- मैने उसे फ़ोन पर बोलते सुना है...वो तुम्हे फसा कर मारने की फिराक मे है....
मैं- क्या...संजू मुझे धोखा दे रहा है...मुझे मारेगा वो...मुझे. ..
रजनी- हाँ बेटा....और मैं नही चाहती कि मैं तुम दोनो मे से किसी को भी खो दूं...इसलिए तुम संजू को समझाओ और उसे माफ़ कर दो प्ल्ज़...
मैं(खड़ा हो कर)- आंटी...संजू कोई नादान बच्चा नही...जो उसे समझाऊ...पर अगर उसने मुझे धोखा दिया है...तो उसे इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा....
रजनी(घबरा कर)- बेटा...प्ल्ज़...संजू को...
मैं(बीच मे)- बस आंटी...और कुछ नही सुनना मुझे....लगता है किस्मत हम दोनो मे से किसी 1 को ही जीने देगी....
रजनी(रोते हुए)- नही बेटा...ऐसा मत बोल....प्ल्ज़...ऐसा मत बोल...
मैं- आंटी...मेरा रास्ता छोड़िए.....और हाँ ..हम मे से किसी 1 की मौत की खबर का इंतज़ार कीजिए....बहुत जल्दी ही न्यूज़ मिलेगी....
और इतना बोल कर मैं वहाँ से निकल आया....पीछे आंटी रोते हुए फर्श पर बैठ गई....
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