मैं और मेरा परिवार

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xyz
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Re: मैं और मेरा परिवार

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827 ए

पॅकिंग होते ही मैं ने रानी को फोन करके बताया कि मैं दोस्तो के साथ घूमने जा रहा हूँ.

रानी ये सुनते मुझसे सवाल पे सवाल पूछने लगी कि कहाँ जा रहे हो, किसके साथ, कितने दिन के लिए एट्सेटरा

मैं ने रानी को इधर उधर के जवाब दिए और उसको मना लिया

रानी अपनी मम्मी के साथ घूमने गयी थी.

ऐसे मे वो कुछ बोल भी नही सकती थी बस एक बात रानी ने कही कि मैं उसको रोज फोन करूँ

रानी की ये बात तो मैं मान सकता हूँ.

फिर मैं ने कोमल को बता दिया कि मैं कुछ दिन के लिए अपने दोस्तो के साथ घूमने जा रहा हूँ.

रानी की तरह कोमल ने भी मुझे सवाल पूछे और थोड़ी नाराज़ हुई.

पर मैं ने उसको भी मना लिया .कि मुझे चेंज की ज़रूरत है मैं थक चुका हूँ मुझे आराम की ज़रूरत है.

कोमल मेरी बात समझ गयी. कोमल को मनाने के बाद बाकी बहनों को भी मनाना था. कोमल ने इसमे मेरी पूरी मदद की.

मेरी तरह छोटी चाची और बड़ी चाची बुआ को मनाने लगी.

सी चाची-पूजा दीदी अवी को चेंज की ज़रूरत है

पूजा बुआ-तुझे ऐसा क्यू लगता है

ब चाची-क्यूँ कि वो अपने रिज़ल्ट के वजह से टेन्षन ले रहा है. ठीक से सो नही रहा ,और खाना भी नही खा रहा

नीता बुआ-कब से ऐसा हो रहा है.

सी चाची-1 हफ़्ता हो गया. अगर वो चलता रहा तो कुछ भी हो सकता है.

नेहा बुआ-तूने ध्यान नही रखा होगा.

सी चाची-अवी अब बच्चा नही रहा. वो तेज हो गया है.

पूजा बुआ-तो तूने क्या सोचा है

सी चाची-सोच रही हूँ कि अवी को उसके दोस्तो के साथ टूर पे भेज दूं कुछ दिन के लिए

नेहा बुआ-दोस्तो के साथ. तेरा दिमाग़ तो नही खराब हुआ, मैं इस बात की इजाज़त नही दूँगी.

नीता बुआ-नेहा सुमन की बात तो सुन ले, उसने कुछ सोच कर ऐसा कहा होगा.

ब चाची-नेहा मैं ने खुद देखी है अवी की हालत, अगर उसे आराम नही मिला तो वो

सी चाची-फिर से

पूजा-फिर से अवी को वैसा नही होने दे सकते. कितने मुश्किल से वो ठीक हुआ है.

सी चाची-इसी लिए कह रही हूँ कि उसको अपने दोस्तो के साथ जाने दो

नेहा बुआ-दूसरा रास्ता तो होगा ना ,दोस्त कैसे होते है पता है ना नीता तुझे

ब चाची-यही एक रास्ता है. और मैं अवी के दोस्तो की फॅमिली से मिली हूँ.

सी चाची-अवी ने प्लान भी बना दिया है.

नेहा बुआ-सब डिसाइड किया है तो मुझे क्यूँ पूछ रहे हो

ब चाची-तेरे हाँ के बिना हम उसे कैसे भेज सकते है. ये तू भी जानती है.

नीता बुआ-मीना ने कुछ सोचा होगा तभी अवी को भेज रही है. तू भी हाँ कर दे

पूजा बुआ-जब से अवी की ज़िम्मेदारी मीना ने ली है तब से अवी कितना बदल गया है. मीना ने अवी नॉर्मल बना दिया है. मीना ने अवी के लिए कुछ सोचा होगा. नेहा तू हाँ कर दे

नेहा बुआ-अगर कुछ ऐसा वैसा हुआ तो इसकी ज़िम्मेदारी मीना की रहेगी.

सी चाची-मैं पूरा ध्यान रखूँगी अवी का ,

पूजा बुआ-कब जा रहा है अवी टूर पे

सी चाची-कल,

नीता बुआ-जाते हुए हमसे मिलके जाने को कहना

ब चाची-उसको मैं भेज दूँगी.

बुआ की इजाज़त मिलते मैं तैयार हो गया टूर पे जाने के लिए

नेक्स्ट डे मैं ने पूरी पॅकिंग की और तैयार हो गया टूर पे जाने के लिए

चाची चाचा, बुआ का आशीर्वाद लेने के बाद अपने भाई बहनों के गले लग कर मैं राजेश के साथ शहर चला गया.

बड़ी चाची के आँखों मे थोड़ा पानी आ गया था पर इतना तो होना ही था

मैं ने राजेश को कॉलेज के पास छोड़ने को कहा .और उसको वापस भेज दिया.

वो तो जाना नही चाहता था मेरे दोस्तो के आने तक रुकना चाहता था पर मैं ने उसको वापस भेज दिया और कहा कि सबको बताना कि मैं अपने दोस्तो के साथ चला गया.

रानी से मिलना चाहता था पर पासिबल नही था जिस से मैं ने उसको कॉल करके बता दिया कि मैं जा रहा हूँ

रानी ने मुझे गुड बाइ किस किया.

थोड़ी देर बाद हरीश अपने ग्रूप के साथ मुझे पिक करने आ गया.
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Re: मैं और मेरा परिवार

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827 ए


हरीश के ग्रूप मे हरीश को मिला के और 2 लड़के थे जो गे थे.

5 लड़किया थी जिस मे से 2 कज़िन थी ,और एक वो हिट्लर या कहूँ ग्रूप लीडर जिसने मुझे अपने फार्महाउस से निकाला था.

इनके ग्रूप की एंटरेस एग्ज़ॅम होने के बाद ग्रेजुएशन करने जाने से पहले साथ मे मस्ती करने के लिए ये टूर बनाया था.

इनके ग्रूप मे मैं और वो पार्क वाली लड़की एड हो गयी.

मेरे आने से वो हिट्लर लड़की थोड़ी गुस्सा हो गयी.

क्यू कि वो अपने ग्रूप के साथ मस्ती करना चाहती थी. बाहर वालो के आने से प्राइवसी पे सवाल पैदा हो गया.

पर इस बार हरीश ने उनकी एक भी नही सुनी और मुझे अपने ग्रूप मे शामिल किया.

हरीश ने उनको कहा कि मैं ड्रिंक नही करता ,जिस से उनको संभालने के लिए मुझे लिया है. साथ मे ड्राइव करने के लिए

हरीश की बात से सब सहमत हो गये पर वो हिट्लर नही हुई.

फिर भी कहते है ना मेजॉरिटी कॅरी लॉ

मिजॉर्टी से मेरी टिकेट पक्की हो गयी ,

फिर हम ने उस पार्क वाली लड़की को पिकप किया

इस लड़की को साथ आने के लिए एक टेस्ट देना पड़ा.

हरीश के ग्रूप की लड़कियो ने उस लड़की को टॉप लेस होकर पहली बार मे एक कार को रोकने का टेस्ट दिया.

मैं तो ये सुनते समझ गया कि टूर बहुत मज़ेदार होगा.

उसने हरीश के साथ आने के लिए टॉपलेस होकर हाइवे पे खड़ी होकर लिफ्ट माँग ली.

कार रुकते वो लड़की भाग कर हमारे पास आई और हम टूर पे निकल गये

कुछ देर उसको ऐसे टॉपलेस बैठने को कहा.

और बाकी सब उसके बूब्स को छेड़ने लगे

ऐसे मस्ती के साथ हम टूर पे निकल पड़े

कभी हरीश गाड़ी चलाता तो कभी मैं.

वो 2 लड़के एक दूसरे के साथ मस्ती कर रहे थे.

मैं सॉंग प्ले करके सबको मंज़िल पर पहुँचा दिया.

और हमारे मस्ती का खेल शुरू हुआ.

मैं ने टूर मे 6 लड़कियो के साथ चुदाई की.

मुझे पता चला कि हरीश ने ग्रूप 5 मे से 2 लड़की की वर्जिंटी थोड़ी है. 2 लड़कियो की उन दो लड़को ने बाद मे वो लड़के गे बन गये.

हिट्लर अब तक वर्जिन थी. और उसकी वर्जिंटी मैं ने ली.

हिट्लर का गुस्सा प्यार मे बदल दिया.

मुझे ये भी पता चला कि हरीश उस हिट्लर से इतना डरता क्यूँ है

क्यू कि हरीश उस हिट्लर से प्यार करता है. पर कभी बोल नही पाया.

मुझे उस हिट्लर के नज़दीक आते हरीश ने अपनी प्रेम कहानी मुझे बताई.

पर तब तक देर हो चुकी थी. मैं उस हिट्लर की चुदाई कर चुका था.

फिर भी हरीश उस से प्यार करता था.

मैं ने लास्ट मे उनको मिला दिया.

उनको मिलते हरीश मुझपे खुश हो गया.

इस टूर पे इतना मज़ा आएगा ये सोचा नही था

बेडरूम से ज़्यादा आउटडोर फन ज़्यादा किया ,ग्रूप के साथ कपल फन भी किया.

इस टूर मे जो 6 लड़किया थी वो मेरे लंड की दीवानी हो गयी.

क्यू कि हरीश को चुदाई करनी नही आती.

और वो 2 लड़के गे थे

और 2 लड़किया जो कज़िन थी वो लेज़्बीयन थी पर लंड का मज़ा भी लेती थी.

टूर के हर दिन मज़ा किया.


[ टूर का एपिसोड ग़लती से डेलीट हो गया ,ये एक्सट्रा वाले एपिसोड थे जो मैं ने अलग फोल्डर मे रखे थे ,पुराने मोबाइल से नये मोबाइल ट्रान्स्फर करते समय शायद डेलीट हो गया ,

बॅकप करने से पहले डेलीट हो गया था , पुराने मोबाइल को रिस्टोर करने के बाद भी तौर वाले एपिसोड का फोल्डर नही मिला

ये पार्ट मैं ने निकाल ही दिया था पर रीडर के कहने पे वापस एड किया था हरीश का पार्ट , और एक अलग फोल्डर मे रख दिया था , और अब देखा तो फोल्डर गायब था.

ये एपिसोड एक अड्वेंचर टाइप का था ,मेले के एपिसोड जैसा था टूर का एपिसोड ,

वैसे उस एपिसोड से कोई फ़र्क नही पड़ेगा स्टोरी मे ,

और जो उस एपिसोड का लास्ट पार्ट स्टोरी से रिलेटेड है उसको फिर से लिखा है शॉर्टकट मे ,

ये टूर चला गया तो क्या हुआ

आगे एक और टूर है जिसमे रानी और कोमल होगी , जिसमे ज़्यादा मज़ा आएगा ]


और लास्ट दिन मुझे जोरदार झटका लगा.

हरीश का बड़ा भाई जो अपने मम्मी पापा से झगड़ा करके अमेरिका गया था वो वापस आ गया.

हरीश के बड़े भाई ने किस वजह से अपने मम्मी पापा से झगड़ा किया था वो मुझे जल्दी पता चलेगा.

वो 4 साल बाद अमेरिका से वापस लौटा था

हरीश मुझे एरपोर्ट पे अपने साथ ले गया

हरीश ने बताया की उनका बड़ा भाई एक लड़की की वजह से गुस्से मे अपनी मम्मी पापा से झगड़ा करके अमेरिका गया था.

और ये भी बताया कि उसके भाई ने अमेरिका मे उसी लड़की के साथ शादी की है.

ये बात हरीश के अलावा उसके फॅमिली मे किसी को पता नही है.

वो लड़की हमारे शहर की है


हरीश का भाई सिर्फ़ 1 महीने के लिए वापस आया था क्यूँ की उस लड़की को अपने फॅमिली से मिलना था.

हरीश और मैं उसके भाई और भाभी के आने का इंतज़ार करने लगा.

जैसे हरीश ने अपना भैया भाभी की तरफ उंगली दिखाई तो मैं दंग रह गया.

ये है हरीश की भाभी

मुझे तो अपनी आँखों पे विश्वास नही हो रहा था.

मैं तो बस हरीश की भाभी को देखहता रह गया.

हरीश के भैया भाभी हमारे पास आते उसकी भाभी मुझे देखते ही स्टॅच्यू बन गयी.

हरीश तो अपने भैया के गले लग गया .

पर उसकी भाभी मुझे आँखे फाड़ कर देखती रही.

मैं सोच भी नही सकता था कि इसने शादी कर ली और मुझे पता भी नही चला.
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Smoothdad
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by Smoothdad »

आगे क्या हुआ ……………अगली कड़ी के लिए उत्सुकता से प्रतीक्षा में . . .
Aadi
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Re: मैं और मेरा परिवार

Post by Aadi »

Mst update bhai ..and i think ki vo larki mala thi .
Bs guess kr rha hu
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Re: मैं और मेरा परिवार

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827 फ

हरीश की भाभी पंकज की बहन ऋतु है.

ऋतु दीदी ने शादी कर ली और मुझे पंकज ने बताया नही.

शायद पंकज को भी पता नही चला होगा.

ऋतु दीदी ने किसी को बताया नही होगा

चलो फाइनलि 1 साल बाद मेरी मुलाकात ऋतु दीदी से हो गयी.

कब से पंकज को पूछ रहा था कि ऋतु दीदी कब आएगी.

ऋतु दीदी के घर ना आने के पीछे ये राज़ था.

ऋतु ने चुपके से शादी कर ली.

अब तो ऋतु दीदी से बहुत सारी बातें करनी होगी ,

लेकिन ऋतु दीदी ने शादी करके बहुत बड़ा झटका दिया.

हरीश-भैया ये मेरा नया फ्रेंड अवी है. और अवी ये मेरे बड़े भैया विक्रांत है

मैं ने हाथ मिला कर उनका स्वागत किया.

हरीश ने अपनी भाभी के पैर छु लिए

हरीश-भैया ,आपने भाभी को अपना बना लिया.

हरीश-भाभी नमस्ते ,मैं आपका देवर और ये मेरा दोस्त है अवी

मैं ने ऋतु दीदी की तरफ हाथ बढ़ाया तो ऋतु दीदी अपने हज़्बेंड को कॉर्नर मे ले गयी.

और दोनो मेरी तरफ देख कर बातें कर रहे थे.

मैं समझ गया था कि ये क्या बात कर रहे है.

उनकी बातें होते ही ऋतु दीदी मेरे पास आ गयी.

हरीश का भाई हरीश को साइड मे ले गया.

ऋतु-अवी मुझे तुमसे बात करनी है.

अवी-आपको मेरा नाम याद है.

ऋतु-देखो मैं जो कह रही हूँ वो ध्यान से सुनो

अवी-ऋतु दीदी अभी तो आप ट्रॅवल करके आई है थोड़ा आराम कीजिए बातें तो होती रहेगी.

ऋतु-मेरे लिए ये बात बहुत इम्पोर्टेंट है.

अवी-पंकज तो अपने मामा मामी के घर गया है. उसके आने तक बहुत टाइम है.

ऋतु-पंकज से तुम बात नही करोगे

अवी-वो शहर जाके देखेंगे ,वहाँ आराम से बात करेंगे ,

और मैं हरीश की तरफ जाने लगा.

ऋतु-मेरी बात तो सुनो

मैं ने कुछ नही सुना और हरीश के पास आया.

ऋतु दीदी भी मेरे पीछे पीछे आ गयी.

हरीश-भैया आप यहाँ क्यूँ आए सीधे अपने शहर आते

विक्रांत-तुझे पता है ना मम्मी पापा मुझपे नाराज़ है.

हरीश-पर अब तो ज़्यादा नाराज़ होंगे

विक्रांत-पता है. मेरी शादी की बात सुनते ही वो मुझे धक्के मारकर निकाल देंगे और ऋतु के साथ शादी करने से तो गोली मार देंगे

हरीश-आप मम्मी पापा को कैसे मनाएँगे

विक्रांत-उनको आराम से बताउन्गा.

हरीश-भाभी कहाँ रहेगी.

ऋतु-मैं अपने घर पे जाउन्गी. जैसे कुछ हुआ ही ना हो

हरीश-पर कब तक ऐसे रहेंगे

विक्रांत-हम बस एक महीने के लिए यहाँ आए है. फिर वापस अमेरिका जाएँगे

ऋतु-मेरे डॉक्युमेंट और ज़रूरत की चीज़े लेकर हम अमेरिका जाएँगे

विक्रांत-और हम अमेरिका मे ही रहेगे

हरीश-ये क्या बोल रहे है

विक्रांत-मैं अमेरिका मे सेट्ल हो चुका हूँ. और ऋतु भी यही चाहती है

हरीश-भाभी के घर वाले

ऋतु-हम ने सब सोच लिया है.एक दिन बता देंगे पर अभी नही. अभी बताया तो वो हमारी शादी को नही मानेंगे

हरीश-पर भैया आप यहाँ भी तो रह सकते है. यहाँ हमारा बिज़्नेस

विक्रांत-ये सब तेरा है, मैं अमेरिका मे खुश हूँ और ये बात किसी को मत बताना

हरीश-जैसा आप ठीक समझे

ऋतु-तुम अपने दोस्त को भी बता दो

हरीश-अवी किसी को नही बताएगा.

अवी-पूरी बातें यही एरपोर्ट पे करनी है या होटेल भी चलना है

हरीश ने समान उठा लिया और मैं कार चलाते हुए होटेल की तरफ जाने लगा.

हम जितने दिन इस टूर पे आए थे तब से एक प्राइवेट फार्महाउस पे रुके थे .


पर हरीश के भैया भाभी आने से सबने अपना समान होटेल मे शिफ्ट किया.

हरीश-भैया आपने शादी कब की.

अवी-तुम्हें भी बताया नही

हरीश-मुझे 1 महीने पहले बताया था. भैया आप अमेरिका मे थे भाभी यहाँ थी तो शादी कहाँ हुई.

विक्रांत-लंबी कहानी है घर जाके बताउन्गा.

हरीश-भाभी आपसे बहुत सी बातें करनी है.

ऋतु दीदी ने मेरी तरफ देख कर बात की

ऋतु-क्या बात करनी है

हरीश-पहले आप एक दूसरे से प्यार करते थे फिर फॅमिली प्राब्लम की वजह से दूर हो गये अब अचानक फिर से मिलते शादी कर ली,मूवी जैसा लग रहा है

ऋतु-वो हुआ ऐसा कि
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