परिवार में सामूहिक चुदाई

koushal
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Re: परिवार में सामूहिक चुदाई

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में रोने लगी भाई ने एक जोर से धक्का मारा लण्ड चूत को चीरता हुआ अंदर चला गया पूरा मेरी हालत ख़राब हो गयी दर्द दे हाथ पैर पटकने लगी लण्ड चूत में पूरा फिट हो गया मेने कहा भाई मर जाउंगी निकाल दो इसे दर्द सहन नहीं हो रहा क्या यही प्यार है तुम्हारा बहन के लिए भाई बोला नहीं गुड़िया तू तो मेरी जान है बस जितना दर्द तुझे होना था हो लिया अब से तू मज़े करेगी जिंदगीभर कहकर मेरी चूचि चूसने लगे एक को दबाने लगे कभी चूचि चूसते कभी होठो को चूसते किस करते गालो पे फिर लण्ड चूत से थोड़ा बहार खींचा बोले अब गुड़िया में धक्के मारु भाई ने धक्के शुरू किये लण्ड चूत में जगह बनाने लगा मेरा दर्द अब कम होने लगा
मुझे मज़ा आने लगा भाई चूत में लण्ड पेलता कभी चूचि पीता कभी किस करता थूक से सारा फेस गीला कर दिया मेरी टाँगे अब अपने आप चौड़ी होने लगी लण्ड चूत में जगह बनाता गया चूत में मुझे फिसलन होने लगी 10-15 धक्के लगाए चूत में मुझे मज़ा आने लगा अब भाई ने लण्ड निकल लिया चूत से कहा गुड़िया ले चूस इसे में तेरी चूत पीता हू वो ही पहले वाली 69 में हो गये
भाई चूत को चिदौर चिदौर कर चाटने चूसने लगे चूत को अपने मुँह में भर कर काटने चूसने लगे में लण्ड को पीने लगी भाई ने फिर लण्ड मुँह से निकलवा दिया और बोला गुड़िया अब तेरी चुदाई करूँगा मस्ती से मुझे भाई पर गुस्सा आने लगा पहले तो इतना दर्द दिया चूत चटवाने में लण्ड पीने में मज़ा आने लगा तब चोदने को मर रहे है भाई बोलै गुड़िया मुझे पता है तू मुझसे गुस्सा है अभी तू मज़ा ले फिर तू जो सजा देगी दे देना कहकर दनादन धक्के शुरू कर दिए में उफ़ आ होई मर गयी uuuuuuuuuuuuu आàआआआआ भ भ ई. Siiiiiiiiiiiiiiiiiiiii भाई लण्ड पेलता बहार निकाल ता चूत अब खुलने लगी जोर जोर से भाई चोदने लगा में झाड़ गयी भाई पेलता रहा बेड पर चुदाई का रस चूत से निकला खून मिजाजुला निकलने लगा भाई की रफ़्तार बढ़ती गयी में दूसरी बार झड़ गयी भाई फिर पेलता ही रहा मेरे हाथ पैर जबाब देने लगे बदन टूटने लगा भाई रुक ही नहीं रहे थे में बोली भाई अब हो गया दो बार हो गया मेरा थक गयी हु निकाल लो अब भाई बोलै बस गुड़िया मेरा होने वाला है कुछ देर रुक जा भाई पेलता रहा पेलता रहा में तीसरी बार फिर झड़ गयी भाई का फिर होने लगा बोले गुड़िया मेरा वीर्य पीयेगी क्या थोड़ा सा पी ले अच्छा नही लगे मत पीना मेने कहा पी लुंगी भाई भाई ने और धक्के लगाए फिर लण्ड नहीं निकाला पूरा वीर्य मेरी चूत में भर दिया लण्ड को डाले मेरे ऊपर पड़ा रहा मुझे कितना मज़ा मिला बता नही सकती दर्द भी मज़ा भी भाई ने पूरी रात जमकर 5 बार चोदे लाश
की तरह पड़ी रही कब नींद आयी पता नहीं सुबह के 11 बजे नींद खुली भाई पहले ही जा चूका था पूरी रात चुदाई की खुमारी बदन का पोर पोर दर्द कर रहा था खड़े होने की शक्ति मुझमे नहीं थी ऊपर से नंगी पड़ी वो अलग में उठने लगी बदन दुखने लगा मुझे भाई पर रह रह कर गुस्सा आ रहा था में बेड पर नंगी पड़ी थी भाई रूम में आया चाय और पेन किलर गरम पानी की भरी भगोनी
साथ में थी वो भाई ने बाथरूम में रख दी में सोची भाई अब क्या करने वाला है भाई फिर मेरे पास आया मुझे सहारा दिया और मुझे अपनी गोद में बिठाकर कहा ले गुड़िया ये पेन किलर खा ले और चाय पी ले तेरा दर्द दूर हो जायेगा फिर तेरी गरम पानी से चूत की सिकाई कर दूंगा तुझे आराम मिल जायेगा उस टाइम भाई के इतने प्यार को देखकर गुस्सा भूल गयी मेने टैब खा ली चाय पी ली भाई मुझे गोद में उठाकर बाथरूम में ले गए मुझे कमोड पे बिठा दिया कहा गुड़िया तुझे पेशाब आ रहा है तो कर ले फिर तेरी चूत साफ़ कर दूंगा मुझे याद आया भाई ने मेरा पेशाब पीने की बात कही थी भाई का वो इरादा तो नहीं हे कही देखती हू में पेशाब करने लगी भाई ने अपनी पीठ मेरी और कर ली में सोच में पड़ गयी भाई कहता कुछ है करता कुछ है वीर्य पिलाने को कहा वो मेरी चूत में भर दिया पेशाब पीने को कहा पीठ कर ली मेरा मूत हो गया तब भाई ने गरम पानी से मेरी चूत साफ़ की मुझे बड़ा आराम मिला उससे फिर भाई ने मुझे नहलाया खुद भी नहाये किया कुछ नही में एकटक देखे जा रही थी फिर भाई ने मेरा बदन साफ़ किया मुझे गोद में उठाकर रूम में ले आये बोले गुड़िया तुझे ब्रा पैंटी पहनाऊ या नंगी ही आराम करेगी खाना मेने ऑर्डर किया है बस आता होगा खाकर
तू सो जाना में तेरे हाथ पैर दवा दूंगा तुझे आराम मिल जायेगा में देखे जा रही थी भाई को भाई बोलै गुड़िया
तेरे मन जो चल रहा है उसका जबाब दे दूंगा तबतक तू चुपचाप देखती जा बोले मत और गुस्सा करती रह तू बहुत प्यारी लगती है मेरी
हसी छूट गयी फिर भाई ने मुझे सिर्फ गाउन पहना दिया
koushal
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कुछ देर बाद भाई का ऑर्डर किया हुआ खाना भी आ गया भाई किचिन में एक ही थाली में खाना ले आये
बोले मेरी गुड़िया को अपने हाथो से खाना खिलाऊंगा भाई कौर लेकर मुझे खिलाने लगे खुद भी खाने लगे
जब खाना पूरा हो गया भाई बोलै गुड़िया तू अब आराम कर में तेरे हाथ पैर दवा देता हू चल सो जा अब में सीधी लेट गयी
भाई हाथ पैरो को गाउन के ऊपर से दवाने लगे मुझे बड़ा आराम मिल रहा था फिर भाई ने कहा गुड़िया गाउन में सही से दवा नहीं पा रहा हू गाउन उतार देता हू तेरा कहकर भाई ने गाउन उतार दिया में नंगी भाई के सामने थी भाई ने मुझे उल्टा लिटा दिया फिर मेरी जांघो को दवाने लगे फिर कूल्हों को दबाया गांड के छेद को किस किया फिर कमर को दवाने लगे पीठ को दवाने लगे कुछ देर सब जगह दवाने के बाद मुझे सीधा किया जांघो पैरो को खूब दवाया फिर मेरी टांगों को चौड़ा किया मेरी चूत को एक एक जगह किस किया थोड़ा चाट भी दिया फिर मेरे हाथो को दवाया चूचि को बस प्यार किया छेड़ा नही फिर मेरे होठो को गालो को आँखों को सर को चूमा बोले गुड़िया अब तू सो जा कहकर बेड से उठने लगे मेने भाई का हाथ पकड़ा यही सोने का इशारा किया हम दोनों साथ में उठे मेरा बदन अब हल्का हो गया था में अंगड़ाई लेने लगी भाई बोला गुड़िया अब कैसी है तू मेने कहा अच्छी हू भैया सारा काम पड़ा है घर का खाना भी बनाना है भाई बोला तू यही रह कुछ मत कर में कर दूंगा सब काम खाना ऑर्डर कर दूंगा तू बस रेस्ट कर में भाई को बस देखती रही मुझे पेशाब आ रहा था उठकर जाने लगी भाई बोले कहा जा रही है गुड़िया मेने कहा भाई पेशाब लगी है भाई ने कहा रुक गुड़िया में ले चलता हू तुझे भाई ने मुझे उठा लिया और जाकर कमोड पे बिठा दिया और खुद मेरी और पीठ करके खड़ा हो गया जब में मूत कर फ्री हुई भाई ने उठाकर बेड पे सुला दिया फिर भाई बोले गुड़िया तू चुप क्यों कुछ बोली नहीं है अब तक कोई बात है ज्यादा दर्द हो तो डॉक्टर को दिखा लाउ तुझे चल मेने कहा भाई में बिल्कुल सही हु अब बोली इसलिए नही आपका प्यार ही इतना था तो क्या बोलती भाई बोले कुछ तो बोल गुड़िया वैसे तू नाराज़ है मुझसे सही कहा ना मेने में बोली भाई गलत बोलते कब हो हा गुस्सा हू तुमसे बस भाई बोला क्यों गुड़िया आपको मज़ा आया मेरी जान निकाल दी मर जाती तो कौन देखभाल करता तुम्हारी भाई बोला तुझे मरने कौन देता पगली बता तू गुस्सा क्यो है मुझसे मेने कहा बता तो दिया भाई भाई बोले गुड़िया तुझे में जानता हू तू इस बात पे गुस्सा नहीं है में बोली कोई बात नहीं है ना जाने क्या सोचते हो तेरी जैसी मर्ज़ी गुड़िया मत बता अब क्या करेगी बोल मेने भाई को धक्का दिया उनका लण्ड पकड़ कर चूसने लगी में लण्ड को देखकर पागल सी हो गयी भाई देखता रहा में लण्ड चूसती चाटती मेने लण्ड तबतक नहीं छोड़ा जबतक उनके वीर्य को पी नही गयी भाई का वीर्य पीने के बाद हाफने लगी भाई भी हांफ रहा था कुछ देर बाद दोनों नार्मल हुए भाई बोला गुड़िया मेरी बहन क्या हो गया तुझे बोल बेटा में माहौल को रंगीन बनाते हुए बोली भाई मज़ा तुम ही लेना जानते हो क्या में नहीं ले सकती भाई बोलै तो बेटा तुझे बोलना था ना अच्छे से मज़ा करती रात को तू परेशान थी इसलिए में आगे नहीं बढ़ा भाई ने कहा गुड़िया ले गाउन पहन ले अपना मेने गाउन लेकर फेंक दिया कहा भाई इसकी अब क्या जरुरत है सबकुछ तो कर लिया आपने मेरे साथ भाई ने कहा गुड़िया तूने कुछ नहीं किया क्या फिर रात को भी भाई ने 4-5 बार चोदा खूब मज़ा आया

में और भाई अब पूरी तरह से खुल गए अगले दिन भाई और में दोनों साथ में कॉलेज गए
वहा मुझे मेरी दोस्त महक मिली वो बहार गयी हुई थी इसलिए हम दोनों नहीं मिल पाए महक बाद में मेरी भाभी बनी थी महक मेरे भाई से प्यार करती थी दिलोजान से जिसका पता मुझे बाद में लगा वैसे भाई को भी महक बहुत पसंद थी पर भाई के दिल में जो बसी थी इसलिए महक को भाव कम देते थे
महक की फेमिली में उसका छोटा भाई रजत उसकी बीबी पूजा और उसकी मम्मी पूनम और वो खुद महक थी भाई कॉलेज में है मम्मी जॉब करती है महक के पापा ने उसकी मम्मी को तलाक दे दिया था उनका कही और अफेयर था दूसरी शादी कर ली पापा ने महक और उसके भाई को मम्मी ने ही पाला था मम्मी जॉब करने लगी उसकी मम्मी भी खुले विचारो की थी वो मुझे महक ने बताया था में आपको महक की फेमिली के बारे में बता दू ये किरदार मेरी कहानी में आएंगे बाद में पहले महक की बताउंगी

महक-मेरी बेस्ट फ्रेंड उम्र 34 फिगर 34 32 36 गोरी चिट्टी है
गदराया बदन है

पूनम -महक की मम्मी उम्र 40+तलाक शुदा है गोरी चिट्टी है
गदराया बदन है फिगर 36 34 38

रजत- महक का भाई महक और पूनम की जान है प्यार से इसे राजू कहते है
हैंडसम है उम्र 32 है
लण्ड 9 इंच लम्बा 3 मोटा है
पूजा-राजू की बीबी महक का भाभी उम्र 30 फिगर 32 30 34
स्लिम छरहरी काया है ये कहानी में बाद में आएगी

महक के बारे में आपको बता दू वो भी मेरी तरह खुले विचारो की लड़की है हम आपस में गन्दी गन्दी बातें भी करती थी
महक ने मुझे भाई के साथ देखा मेरे पास आयी बोली कैसी हो राखी फिर भाई को देखकर बोली आप कैसे है भाई बोले ठीक हु महक भाई मुझसे बोले गुड़िया तू महक से बाते कर जब तुझे घर चलना हो कॉल कर देना मुझे मेने कहा ठीक है भाई फिर में और महक गार्डन में आ गए फिर में बोली कहा मर गयी थी इतने दिन तू पता है कितना मिस कर रही थी गांड मारा रही थी क्या
कही जाकर हम ऐसी बाते भी कर लेती थी महक बोली ऐसा ही समझ ले पर मरा तो तू भी रही है कही देख कितनी निखर रही है कहकर हसने लगी में बोली रुक अभी तेरी खबर लेती हू कहकर उसका हाथ पकड़कर modne नी में आएंगे बाद में पहले महक की बताउंगी

koushal
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महक-मेरी बेस्ट फ्रेंड उम्र 34 फिगर 34 32 36 गोरी चिट्टी है
गदराया बदन है

पूनम -महक की मम्मी उम्र 40+तलाक शुदा है गोरी चिट्टी है
गदराया बदन है फिगर 36 34 38

रजत- महक का भाई महक और पूनम की जान है प्यार से इसे राजू कहते है
हैंडसम है उम्र 32 है

पूजा-राजू की बीबी महक का भाभी उम्र 30 फिगर 32 30 34
स्लिम छरहरी काया है ये कहानी में बाद में आएगी

महक के बारे में आपको बता दू वो भी मेरी तरह खुले विचारो की लड़की है हम आपस में गन्दी गन्दी बातें भी करती थी
महक ने मुझे भाई के साथ देखा मेरे पास आयी बोली कैसी हो राखी फिर भाई को देखकर बोली आप कैसे है भाई बोले ठीक हु महक भाई मुझसे बोले गुड़िया तू महक से बाते कर जब तुझे घर चलना हो कॉल कर देना मुझे मेने कहा ठीक है भाई फिर में और महक गार्डन में आ गए फिर में बोली कहा मर गयी थी इतने दिन तू पता है कितना मिस कर रही थी गांड मारा रही थी क्या
कही जाकर हम ऐसी बाते भी कर लेती थी महक बोली ऐसा ही समझ ले पर मरा तो तू भी रही है कही देख कितनी निखर रही है कहकर हसने लगी में बोली रुक अभी तेरी खबर लेती हू कहकर उसका हाथ पकड़कर मोड़ने लगी उसे दर्द हुआ बोली राखी यार दर्द हो रहा है अब नहीं कहूँगी तुझे नाराज़ करके में अपना नुकसान करुँगी में चौंकी बोली केसा nuksaan मम्मी उम्र 40+तलाक शुदा है गोरी चिट्टी है
गदराया बदन है फिगर 36 34 38

रजत- महक का भाई महक और पूनम की जान है प्यार से इसे राजू कहते है
हैंडसम है उम्र 32 है

पूजा-राजू की बीबी महक का भाभी उम्र 30 फिगर 32 30 34
स्लिम छरहरी काया है ये कहानी में बाद में आएगी

महक के बारे में आपको बता दू वो भी मेरी तरह खुले विचारो की लड़की है हम आपस में गन्दी गन्दी बातें भी करती थी
महक ने मुझे भाई के साथ देखा मेरे पास आयी बोली कैसी हो राखी फिर भाई को देखकर बोली आप कैसे है भाई बोले ठीक हु महक भाई मुझसे बोले गुड़िया तू महक से बाते कर जब तुझे घर चलना हो कॉल कर देना मुझे मेने कहा ठीक है भाई फिर में और महक गार्डन में आ गए फिर में बोली कहा मर गयी थी इतने दिन तू पता है कितना मिस कर रही थी गांड मारा रही थी क्या
कही जाकर हम ऐसी बाते भी कर लेती थी महक बोली ऐसा ही समझ ले पर मरा तो तू भी रही है कही देख कितनी निखर रही है कहकर हसने लगी में बोली रुक अभी तेरी खबर लेती हू कहकर उसका हाथ पकड़कर मोड़ने लगी उसे दर्द हुआ बोली राखी यार दर्द हो रहा है अब नहीं कहूँगी तुझे नाराज़ करके में अपना नुकसान करुँगी में चौंकी बोली केसा नुक्सान महक बता ना महक बोली अरे तेरी जैसी प्यारी दोस्त जो हाथ से निकल जाएगी बस कुछ बातें मस्ती होती रही मेने कहा महक तू घर आ ना वहा गपसप करेंगी महक बोली आउंगी यार में तो चाहती हू हमेशा तेरे घर में ही रहू
में में फिर से चौंकी महक के दिल में कुछ तो है पर कह नहीं पा रही है इससे उगलवाना पड़ेगा सब मेने कहा महक तू कुछ छुपा रही है मुझसे मत बता वैसे भी में कौन लगती हू तेरी कहकर मेने भाई को कॉल किया भाई मुझे लेने आया में भाई के साथ जाने लगी बोली महक घर आती रहकर महक सिर्फ भाई को हसरत भरी निगाहो से देख रही थी मेरी बात सुनी ही नहीं उसने मेने उसे बाजु पकड़ कर
झिंझोड़ा वो हकबकाई बोली हां राखी सॉरी मेने सुना नहीं क्या बोली तू मेने कहा घर कब आएगी अभी चल रही तो चल महक बोली कल आउंगी पक्का मेने कहा जैसी तेरी मर्ज़ी बाई चलती हू कहकर भाई के साथ घर आ गयी

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भाई और में कॉलेज से घर आये में अपने रूम में गयी सारे कपडे उतारकर गाउन पहना फिर किचिन में आके खाना बनाने की तैयारी करने लगी इतने में भाई भी सिर्फ पतला सा टॉवल लपेटे किचिन में आये मेरी हेल्प करने पर में जानती थी मेरी हेल्प क्या होगी छेड़छाड़ होगी हो सकता है चुद भी जाऊ में आटा गूँथ रही थी भाई गैस पर दाल चढ़ा रहे थे फिर मेरे गालो को काटने लगे उन्हें पता था दाल में टाइम तो लगेगा ही फिर गांड पर हाथ फेरने लगे मेने कहा भाई क्या करते हो काम करने दो भाई बोले गुड़िया काम ही तो कर रहा हू पर तू ना मुझे प्यार नहीं करती बिलकुल भी देख घर में दोनों अकेले है फिर भी गाउन पहनकर आयी है में भाई को चिढ़ाते हुए बोली तो ले आओ अपने लिए बीबी नंगी ही रखना उसे सारा दिन भाई बोले तू है तो सही मेरी बीबी में बोली ओये ओये देखो तो जरा गुड़िया गुड़िया करके तो अपनी बहन चोद दी है बहन फ्री का माल है ना फाड़ के रख दी मेरी चूत 5-5 बार बहन को ही चोद सकते हो बीबी तो भाग जाती दूसरे दिन ही भाई बोलै तू तो भागी नहीं अभी तक कहकर पीछे आ गए और लण्ड को गांड पे रगड़कर चूँची दवाने लगे में कसमसा रही थी बोली छोड़ दो भाई काम करने दो अभी भाई बोलै तू पहले ये बता तू मेरी बीबी हे की बहन है मेने कहा बीबी हू बस अब जाओ भाई बोले तू गन्दी गन्दी बात क्यों नहीं करती है अच्छा तू ये बता तू मुझे मूत करते हुए दिखाएगी ना तेरी चूत से मूत निकलता हुआ देखना है मूत पीला देगी तो कहने ही क्या तेरे में बोली भाई में तुम्हारी बहन हू दुनिया के सामने बीबी ले आओ अगर मूत पीना है तो बहन के मूत पीने में क्या मज़ा है भाई बोलै बहन अपने हाथो से अपनी भोसड़ी खोलकर मूत पिलाएगी उस मज़े को तू क्या जाने मेरी चूत पानी बहाने लगी में चूत को गाउन के ऊपर से खुजाने लगी भाई देख रहा था बोलै चूत में खुजली हो रही है गुड़िया ला में तेरी चूत चाट लेता हू कहकर गाउन उतार दिया मेरा और चूत को पीने लगे मेने सोचा खाना तो बन गया आज मेरा आज मेरी खेर नही है बहुत मूड में हे भाई आज मेने कहा भाई छोड़ो ना मुझे खाना बनाने दो नहीं तो फिर....नहीं तो फिर क्या गुड़िया भाई बोला में बोली तुम्हारा लण्ड काटकर हाथ में दे दूंगी भाई को गुस्सा आ गया गैस बंद करके मुझे ज़मीन पर पटक दिया और एक ही बार में लण्ड चूत में घुसेड़ दिया और छोड़ने लगे में छटपटाने लगी भाई दनादन धक्के पे धक्के देने लगा चूँची भींच दी मेरी जंगली रूप में चोदने लगे में रोने लगी फिर भाई भाई गाली बकने लगे चूतमारानी की भोसड़ी की लण्ड काटेगी मेरा मादरचोद साली रंडी में भाई का ये रूप देखकर डर गयी भाई ने मुझे बहुत देर तक गाली बकते हुए चोदा फिर चूत में ही झाड़कर बगल में पड़ गए में पसीने और दर्द से बेहाल थी कुछ देर बाद में उठी रोने लगी फिर खाना बनाने लग गयी भाई बोलै गुड़िया माफ़ कर दे मुझे पता नहीं क्या हो गया था मुझे में कुछ नहीं बोली चुप रही भाई डर गया सच पूछो तो मुझे इतना मजा आया बता नहीं सकती भाई गिड़गिड़ाने लगा बोलै गुड़िया प्लीज मुझे माफ़ कर दे कहकर मेरे पैर पकड़ लिए मेने सोचा भाई को तड़पाना
होगा भाई का ये रूप भी मुझे मस्ती देगा में बोली दूर हो जाओ मेरी नज़रो से खाना खा लेना जाओ यहाँ से क्योकि में नहीं चाहती थी भाई को और लिफ्ट दू भूखा ही रहना पड़ता भाई तो फिर शुरू हो जाता भाई चुपचाप चला गया फिर मेरा खाना बन गया मेने खाना लगा दिया दिया बोली भाई खाना खा लो में अपने रूम में ले जा रही हू कहकर रूम में चली गयी खाना खाकर सो गयी शाम को में रूम से आयी क्या देखी भाई हॉल में सोफे पे सो रहा है खाना वैसा ही रखा है मुझे दुःख हुआ मेरा भाई भूखा ही है अभी तक में काँप
गयी अंदर से में तो चाहती थी भाई से अपने नखरे उठ्वाओ यहाँ तो उल्टा असर हो गया मेने भाई को जगाया

भाई को मेने जगाया भाई से पूछा भाई चाय पियोगे क्या भाई कुछ बोलै उससे पहले में बोली भाई पानी लेके आउ पहले
भाई गर्दन झुका के बैठे हुए थे में किचिन में गयी मुझे शरारत सूझी क्यों ना आज भाई को अपना मूत पीला दू और चाय भी मूत की ही बनाऊ मेने गाऊन ऊपर किया पैंटी निचे करके चूत से जग लगा दिया उसमे में मूतने लगी जग पूरा भर गया फिर मेने चाय भी बना ली फिर भाई को चाय और पानी देकर बोली लो भाई पि लो पानी फिर चाय पी लेना भाई ने गिलास उठाया एक सांस में पी गया फिर मेने चाय दी कहा लो भाई चाय पी लो भाई चाय पिने लगे मुझे चाय ना पीता देख बोले तुम नहीं पी रही चाय मेने कहा भाई आपको ही बनायीं थी बस मेरा मन नहीं था पीने का भाई ने जब चाय पी ली में बोली भाई में जाऊ अपने रूम में कोई काम हो तो बताओ भाई बोलै तुम अभी तक नाराज़ हो ना मुझसे मेने कहा नहीं तो भाई में नाराज़ नहीं हू पर खाना क्यों नहीं खाया इसपे
जरूर नाराज़ हू भाई बोले भूख नहीं थी मेने कहा भाई मुझसे झूठ तो मत बोलो हा तुम्हारी गुड़िया खाना बनाती तो खाते ना ये रंडी ने बनाया था और क्या बोले थे में सोचने का नाटक करके बोली हां भोसड़ी की मादरचोद की बहन की लौड़ी ना जाने क्या क्या बोले भाई बोला माफ़ कर दो ना गलती हो गयी थी देखो दिल से मत लगाओ मेने कहा भाई आपने जो बोला था वो बता रही थी
मत बोलो गुड़िया ये सब गलती हो गयी मुझसे माफ़ कर दो में बोली माफ़ कर दूंगी अपना मूड सही करो अब कहकर मेने गाऊन और पैंटी उतार फेंकी और भाई की गोद में जाके बैठ गयी अपनी एक चूचि भाई के मुँह में देके बोली लो पियो इन्हे भाई में मुझे देखा बोले गुड़िया तू गुस्सा नहीं है मुझसे मेने कहा नहीं भाई में गुस्सा नहीं हु हां बोल देते तो तो मना थोड़ी करती भाई बोलै तुझे इतनी गन्दी गन्दी गाली दी फिर भी गुस्सा नहीं हुई में भाई आपने ही तो कहा था आपको अच्छा लगता हे सब भाई बोलै मुझे ही अच्छा लगता है तुझे नहीं लगा तू भी ये सब करे तब मुझे ज्यादा अच्छा लगता हे पर तू करती नहीं में बोली अब करुँगी आप जो कहोगे बस अब चुसो इन्हे भाई बोले गुड़िया एक काम करेगी में बोली भाई बोलो भाई बोले गुड़िया तू अपनी गांड का छेद दिखा दे अपने हाथ से खोलकर मुझे चाटने का मन कर रहा हे में उठी और गांड के छेद को खोलकर झुक गयी कहा लो भाई चाटो अब भाई लापर लपर चाटने लगे मुझे खुजली सी होने लगी में बोली भाई साथ में चूत भी चाटो ना मेरी भाई ने वैसा ही किया फिर मेरे पैर दुखने लगे भाई को बताया भाई ने कहा गुड़िया में कारपेट पे सोता हू तू अपनी चूत मेरे मुँह पे रखकर चटा मेने अपनी चूत मुँह पे रख दी भाई गांड चूत दोनों को चाटने लगे फिर में घूम गयी और भाई के लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी काफी देर तक ऐसा किया फिर भाई ने मुझे मुझे वही घोड़ी बना दिया और चोदने लगे चूचियों को पकड़कर लण्ड जोर जोर से पेलने लगे फिर गाली देने लगे ले साली भोसड़ी की बहन की लौड़ी कुतिया रण्डी मुझे मज़ा आ गया बोली भाई और दम लगा चोद मुझे फाड़ दे बहनचोद भोसड़ा बना दे चूत का मस्ती सिसकारियों
में मेरी चुदाई होने लगी काफी देर के बाद भाई ने लण्ड निकला मेरे मुँह में दे दिया में उनका वीर्य गटक गयी फिर हम दोनों वही लुढ़क गए फिर भाई बोले गुड़िया मज़ा आया तुझे में बोली भाई बहुत मज़ा आया में अब भाई से पूरी तरह से खुल गयी हम पुरे घर में चुदाई करते साथ साथ सोते कभी हॉल में किचिन में बाथरूम में चुदाई करते घर में अब नंगी ही रहती थी कोई बहार वाला आता तब ही कपडे पहनती दिन गुजरते गए रोज चुदाई करते हमारी पढाई भी पूरी हो गयी कुछ दिन बाद भाई की जॉब लग गयी महक का भी घर में आना जाना बहुत ही हो गया
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भाई से चुदाई करवाके और ज्यादा निखर गयी थी दिन में भाई जॉब पर जाते शाम को आते रात में फिर चुदाई करते में पिल्स जरूर लेती थी
में महीने से होती थी भाई जॉब पे नहीं जाते थे मेरी सेवा में लगे रहते छेड़छाड़ करते रहते में भी बेशरम बेहया बन चुकी थी पूरी भाई मुझे बाथरूम ले जाते और चूत
को मुँह में भरकर मुझे मूतने को कहते और मूत पी जाते थे में भी उनका मूत पी लेती थी इस तरह हमारी लाइफ चल रही थी मस्त होकर भाई को प्रमोशन मिला कंपनी ने बड़ा घर दे दिया उसमे सारी सुविधा थी यहाँ एक किरदार और है जो मेरी कहानी का ही हिस्सा है उनका में बाद में बताउंगी हम नए घर में शिफ्ट हो गए थे भाई भी जॉब में बिजी रहने लगे जिसका हमारी चुदाई पर असर होने लगा मेरी चुदाई कम होती थी एक दिन मेने भाई से खूब झगड़ा किया बोली भाई आपको मेरी कोई परवाह नहीं है सारा दिन घर में अकेली रहती हू बोर हो जाती हू मुझे भाभी ला दो आप शादी कर लो मुझे भाभी मिल जाएगी तो मेरा मन लगा रहेगा भाई बोला तुझे कहा ना में शादी नहीं करुगा तू शादी कर ले तुझे कोई लड़का पसंद है तो बता नहीं तो में देखता हू फिर में बोली भाई तुम शादी करो पहले तब मेरी सोचूंगी भाई बोला गुड़िया देख हमारा रिश्ता ऐसा है जिसकी कोई मंजिल नहीं है तू लड़की है तेरी शादी जरुरी है भाई की बात सही थी मेने कहा भाई पहले तुम हां करो शादी का फिर ही शादी कर लुंगी भाई बोले अच्छा ठीक है शादी करूँगा रहा हमारा रिश्ता इसे वक़्त पर छोड़ देते है मेने कहा भाई एक लड़की है मेरी नज़र में पर पहले में उसके मन की जान लू फिर आपको बताउंगी भाई बोले जैसी तेरी मर्ज़ी है मुझे मंजूर है

यहाँ से कहानी नया मोड़ लेगी महक और उसकी फेमिली मेरी कहानी में अहम् भूमिका निभाएगी मुझे पता तो था महक भाई को चाहती तो है पर उसने मुझसे ये बात शेयर नहीं की कभी इस
बात का पता मुझे उस दिन लगा जब में महक के घर गयी थी महक से जो मेने सुना था सुनकर दंग रह गयी उस दिन मुझे लगा महक भाई को कितना प्यार करती है
एक दिन में महक के घर गयी महक को आवाज़ देती सोचा उसे सरप्राइज़ दू घर में नीचे कोई नहीं मिला फिर सोचा महक अपने रूम में होगी में ऊपर जाने लगी उसके कमरे के बहार मुझे कुछ बाते सुनाई दी मेरे भाई और मेरा नाम आ रहा था मेने सोचा उनकी बाते सुनती हू में खिड़की के पास जाकर खड़ी हो गयी सुनने लगी अंदर महक और उसकी मम्मी पूनम बाते कर रही थी पूनम महक से शादी की बात कर रही थी पूनम कह रही थी महक बेटी आजकल ज़माना ख़राब है तुझे शादी तो करनी पड़ेगी ना बेटा जब तू राज से इतना प्यार करती है उसके सपने देखती है तू कहती क्यों नहीं राज से महक बोली मोम मेरी हिम्मत नहीं होती राज से कहने में वैसे भी राज मुझे कोई भाव नही देते है और फिर राज हमारे घर की सच्चाई जानेगा तो मुझसे शादी कभी नहीं करेगा पूनम बोली बेटा तेरी बेस्ट फ्रेंड है राखी बहुत प्यारी बच्ची है तू उससे शेयर कर अपने दिल की बाते वो तेरी हेल्प कर दे शायद फिर वो अपने भाई से बात कर लेगी महक बोली नहीं मोम राखी मेरी हेल्प नहीं करेगी मेने उससे बहुत से राज छुपा रखे है आप तो जानती है में चुदवा चुकी हू मेरे घर के माहौल को वो एक्सेप्ट नहीं करेगी इसलिए में राखी से कुछ नहीं कहूँगी इस बारे में में राज के बिना रह लुंगी पर शादी नहीं करुँगी किसी और से आज के बाद आप मोम जिद मत करना मेरी शादी की आप मेरी माँ है दोस्त है पूनम बोली जैसी तेरी मर्ज़ी बेटा में उनकी बाते सुनकर दंग रह गयी एक तो में महक की सोची की कैसे अपनी मोम से चुदवाने की बात कर रही थी और मुझसे कोनसे राज छुपा रखे है ये पता लगाना पड़ेगा इतने में पूनम बोली महक बेटी चल नीचे चलते है में पहले वहा से खिसक गयी नीचे हॉल में आकर महक को आवाज़ देने लगी इतने में दोनों माँ बेटी नीचे आयी मेने पूनम से कहा आंटी नमस्ते पूनम बोली नमस्ते राखी बेटा कहकर मुझे गले लगाकर मेरे माथे को चूमकर बोली बेटा आज बहुत दिनों बाद आयी हो कभी आती क्यों नहीं घर में नाराज़ हू तुमसे में बोली आंटी जी कौन है मेरा इस घर में जिसके लिए आउ महक के पास तो माँ हे मेरे माँ नहीं है पूनम बोली बेटा ऐसा क्यों बोलती हो ये तेरी दोस्त है ना महक में तेरी माँ जैसी नहीं हु क्या में बोली आंटी जी आप तो मेरी माँ जैसी ही हो पर महक मेरी दोस्त नहीं है महक बोली राखी यार तू क्या बोल रही है मोम से तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है माँ भी जानती है पूनम बोली बेटा तुम बैठो में कुछ खाने को लाती हू तुम दोनों बातें करो जबतक कहकर चली गयी महक मुझे मारने लगी बोली क्या जरुरत थी तुझे ये बोलने की माँ से बोल में बोली तू सिर्फ मुझे टाइमपास फ्रेंड ही समझती है अपने दिल की बाते शेयर कभी नहीं करती मुझसे फिर में तेरी बेस्ट फ्रेंड थोड़े ही हुई महक बोली ले में कान पकड़ती हू अबसे तुझसे हर बात शेयर करुँगी पक्का प्रॉमिस करती हु अभी माफ़ कर दे मुझे इतने में पूनम चाय नाश्ता लेकर आयी पास बैठकर चाय देने लगी में बोली आंटी जी आपने महक की शादी का कुछ सोचा है कोई लड़का
पसंद है क्या इसे पूनम बोली मेरी तो ये सुनती कहा है बोलती है शादी नहीं करुँगी अब तू समझा इसे में तो हार गयी इससे महक बोली मोम फिर शुरू हो गयी आप में जा रही हू पूनम देखा बेटा इसे शादी का नाम लेते ही गुस्सा हो जाती है फिर महक बोली तू भी तो शादी के लायक हो गयी है तूने पसंद किया कोई लड़का में बोली कोई लड़का पसंद नहीं मुझे कोई होगा तो तुझे जरूर बताउंगी फिर बाते होती रही कुछ देर रुकने के बाद में अपने घर आ गयी
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