परिवार में सामूहिक चुदाई

koushal
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Re: परिवार में सामूहिक चुदाई

Post by koushal »

में महक के घर से आयी आकर रूम में सोचने लगी महक जब भाई से इतना प्यार करती है मुझे
नहीं बताया कभी और महक अपनी माँ से चुदवाने की बात कितनी आसानी से बोली उसकी मोम ने ज्यादा सीरियसली
नहीं लिया आखिर महक ने चुदाई किस्से करवाई है पता लगाती हू मुझे सोचते सोचते नींद कब आयी पता नहीं लगा
शाम को भाई घर आये मेने खाने की तैयारी की रात को खाना खाकर रूम में सोने आ गए में कुछ सोच में थी
भाई बोले गुड़िया क्या हुआ क्या सोच रही है भाई कुछ नहीं फिर में बोली भाई में तुमसे कुछ मांगू तो दोगे मुझे
गुड़िया ये तू क्या बोल रही है तू जान भी मांगकर देख में बोली भाई ऐसी कोई बात नहीं है मुझे कुछ पूछना भी है आपसे
भाई बोले पूछ गुड़िया में बोली भाई आपको महक कैसी लगती है भाई बोले अच्छी लड़की है सुन्दर भी है और तुझे पता है में उससे बात भी कहा करता हू मेने कहा भाई महक मेरी भाभी बन जाये तो कैसा रहे वो मेरी फ्रेंड है इसलिए आती है में चाहती हू वो मेरी भाभी बनकर हमेशा मेरे पास रहे भाई बोले तुझसे कुछ कहा क्या उसने में बोली नहीं भाई उसने नही कहा में कह रही हू भाई बोलै गुड़िया उसने तुझसे कुछ कहा ही नही तो फिर वो तेरी भाभी कैसे बन सकती और उसके दिल में क्या है हमे क्या पता और मेने तो उसे कभी नज़र उठाकर देखा भी नहीं है में बोली भाई वही तो कह रही हो आप उसे एक नज़र से देखो मेने देखा है आप घर में होते है तो कितनी देर रहती है आप जाते है तो उदास सी हो जाती है मुझे तो लगता है वो शायद आपसे प्यार करती है आप उसे कोई भाव नहीं देते तो मुझसे से भी नहीं कहती सोचती होगी वो आपको पसंद ही नहीं है तो मुझसे कहे भी क्या भाई बोले गुड़िया फिर उसके दिल की जाने बिना हम कैसे फैसला ले में बोली भाई में उससे ये उगलवा लू तो क्या आप उससे शादी करोगे मेरी भाभी बनाओगे
उसे भाई बोले जब मेरी गुड़िया ही चाहती है तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है में बोली भाई जब आप उसे भाव दोगे उससे प्यार से पेश
आओगे उसके करीब आओगे तभी तो में कुछ उससे उगलवाउंगी भाई चल देखता हू गुड़िया छोड़ इस मेटर को चल मज़ा करते हे अब तू बोल तुझे सोना है या chudwana न जाये तो कैसा रहे वो मेरी फ्रेंड है इसलिए आती है में चाहती हू वो मेरी भाभी बनकर हमेशा मेरे पास रहे भाई बोले तुझसे कुछ कहा क्या उसने में बोली नहीं भाई उसने नही कहा में कह रही हू भाई बोलै गुड़िया उसने तुझसे कुछ कहा ही नही तो फिर वो तेरी भाभी कैसे बन सकती और उसके दिल में क्या है हमे क्या पता और मेने तो उसे कभी नज़र उठाकर देखा भी नहीं है में बोली भाई वही तो कह रही हो आप उसे एक नज़र से देखो मेने देखा है आप घर में होते है तो कितनी देर रहती है आप जाते है तो उदास सी हो जाती है मुझे तो लगता है वो शायद आपसे प्यार करती है आप उसे कोई भाव नहीं देते तो मुझसे से भी नहीं कहती सोचती होगी वो आपको पसंद ही नहीं है तो मुझसे कहे भी क्या भाई बोले गुड़िया फिर उसके दिल की जाने बिना हम कैसे फैसला ले में बोली भाई में उससे ये उगलवा लू तो क्या आप उससे शादी करोगे मेरी भाभी बनाओगे
उसे भाई बोले जब मेरी गुड़िया ही चाहती है तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है में बोली भाई जब आप उसे भाव दोगे उससे प्यार से पेश
आओगे उसके करीब आओगे तभी तो में कुछ उससे उगलवाउंगी भाई चल देखता हू गुड़िया छोड़ इस मेटर को चल मज़ा करते हे अब तू बोल तुझे सोना है या चुदना है में बोली मेने कब मना किया चोदने को चोद लो जीभरकर कहकर दोनों नंगे हो गए मुझे चूमने लगे और बोले गुड़िया वैसे तेरी फ्रेंड महक मस्त है चोदने में मज़ा तो देगी लगती तो शरीफ है पर मुझे लगता है वो चुदी जरूर होगी
में भाई की बात सुनकर सन्न रह गयी में बोली भाई आपको कैसे पता वो चुदी होगी और अगर वो चुदी होगी तो आप उससे शादी नहीं करोगे क्या भाई बोलै मेने बस गेस किया है रहा शादी का जब खुद ही चाहती है में क्या कहु तेरी बात को में टाल सकता हू कभी
कहकर भाई ने मुझे 69कर दिया हम लण्ड चूत चाटने लगे कुछ देर बाद भाई मुझे चोदने लगे उस रात 4-5 बार चुदाई की और नंगे ही सो गए दोनों
koushal
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Re: परिवार में सामूहिक चुदाई

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अगले दिन में घर में बोर हो रही थी भाई जॉब पर चले गए सोचा महक के घर जाके आती हू
में महक के घर गयी मैं गेट से हॉल में आयी देखा वहा कोई नहीं था सोचा महक अपने रूम में तो नहीं में ऊपर जाने लगी
महक का रूम बंद था में खिड़की से देखी अंदर महारानी क्या कर रही है में जो देखी मेरे पैरो की ज़मीन खिशक गयी में देखी अंदर महक अपने बेड पर बिलकुल नंगी थी उसकी माँ पूनम उसे अपनी चूत चटवा रही थी और खुद पूनम किसी आदमी का लण्ड चूस रही थी में सोच में पड़ गयी की ये आदमी है कौन फिर गौर से देखी इसबार पूनम ने उसके लण्ड को छोड़कर महक की चूत पर लण्ड को घिसने लगी महक ने पूनम को धक्का दे दिया कहा मोम क्या कर रही हो भाई का लण्ड अंदर घुसाओ जल्दी चूत में खुजली हो रही है भाई बोलै दीदी पहले थोड़ा लण्ड चूस दे मेरी बहना बहार मेरी हालत ख़राब हो गयी ये क्या में तो समझी थी ये मेरे घर में ही हुआ हे मगर यहाँ तो महक भी अपने भाई से चुदवा रही है वो अपनी मोम के साथ मेरी साँसे फूलने लगी फिर में देखि की पूनम सीधी सो रही है और महक पूनम के ऊपर घोड़ी बनी है पीछे से उसका भाई चूत में लण्ड पेल रहा है दनादन धक्के दे रहा है महक चिल्ला रही है कुछ देर बाद महक भाई के लण्ड को चूसने लगी मेरे भाई के जैसा ही लण्ड था करीब करीब फिर में देखती हू भाई सीधा सो जाता है पूनम अपनी चूत को लण्ड पे रखकर कूदने लगी महक भाई के मुँह पे बैठकर चूत पिलाने लगी सब मस्ती में मस्त थे अचानक से पूनम की नज़र खिड़की पर गयी जहा से में देख रही थी पूनम की नज़र मुझसे मिली शर्म से झुक गयी वो लगातार मुझे देखती रही फिर में वहा से नीचे आ गयी और अपने घर आ गयी कुछ दिन में महक के घर नहीं गयी एक दो बार महक आती हमारी नार्मल बातें होती और चली जाती फिर एक दिन की बात है भाई ऑफिस गए हुए थे में अकेली घर में बोर सी हो रही थी में हॉल में बैठकर टीवी पर मूवी देख रही थी इतने में बहार बेल बजी में गेट खोली बहार पूनम थी में उनसे गले मिली बोली आंटी जी
आप मुझे बुलवा लेती आओ अंदर चलते है मेने गेट बंद किया पूनम बोली बेटी मुझे पता है तू हम सबसे नाराज़ है इसलिए तू घर भी नहीं आती तेरी नाराज़गी जायज है बेटा तुम्हारी जगह कोई और भी देखता तो उस दिन तो ऐसा ही धक्का लगता उसे भी मुझे माफ़ कर दे बेटी में तेरी माँ तो नहीं हू जो तुझे में अपने हालत समझा पाती उसकी आँखों में आंशु थे जो टप टप गिर रहे थे बोली बोल बेटा नाराज़ है ना हमसे महक को पता नहीं है अभी कुछ उसे पता लगेगा तो उसे डर भी होगा तू उससे दोस्ती ख़तम कर देगी इसलिए में अकेली आयी हू तेरे पास तू जो सजा दे मुझे दे दे बेटी महक से दोस्ती मत तोडना तेरे हाथ जोड़ती हु में बोली आंटी जी सच तो ये है की आप और महक मुझे अपना नहीं मानती महक आपकी सगी बेटी है में परायी हू में आपको अपनी माँ ही मानती हू पहले भी और उस दिन सब देखा उसके बाद भी पूनम बोली बेटी तू सच में हम सबसे नाराज़ नहीं है में तुझसे माफ़ी मांगने आयी थी साथ में महक की बात करने आयी थी तुमसे बेटी में बहुत परेशान हू उसको लेकर में बोली माँ मुझे पता है आप क्यों आयी है पूनम इस बार चौंकी बोली तुझे क्या पता है बेटी में बोली माँ आपको पता है में उस दिन आपके घर आयी थी तब आप महक की शादी मेरे भाई के बारे में

कह रही थी महक मना कर रही थी मेने सब सुना आपका महक भाई से प्यार करती है बहुत उसने मुझे बताया ना ही भाई को रहा मेरा सवाल में तो हमेशा महक को अपनी भाभी ही मानती हू मेने भाई को मना भी रखा है महक से शादी करने को वो तैयार है मेने कुछ टाइम लिया है महक मुझसे अपने दिल की बात शेयर करे और उसे अपनी भाभी बना लू पर मुझे दुःख इस बात का है उसने मुझसे कभी शेयर नहीं की ये बात पूनम सुनकर सकते में आ गयी बोली बेटी सच में बेटी तू बहुत प्यारी है मेरा बोझ तूने हल्का कर दिया पर बेटी ये बताओ तुमने उस दिन खिड़की से देखा उसके बाद भी तू महक को भाभी बनाना चाहती है और सब देख कर थोड़ा भी बिचलित नहीं हुई माँ में भी आपको एक सच बताना चाहती हू आपके दिल की बात जानना चाहती हू क्योकि आपकी बेटी की लाइफ से जुडी हुई है पूनम बोली हां हां बोल बेटी क्या बात है

में पूनम से बोली माँ आपसे कुछ नहीं छुपाउंगी आप सोच रही हे में उस दिन
जो देखि में में बिचलित क्यों नहीं हुई बात ये थी माँ मेरे और भाई के खुद ही सम्बन्ध बने हुए
भाई और में सेक्स करते है पर माँ आप भरोषा रखे में भाई और महक के बीच नहीं आउंगी वादा करती हू आपसे
पूनम चुपचाप मेरी बाते सुन रही थी खामोश थी में बोली माँ मुझे पता है माँ आप ये कभी एक्सेप्ट नहीं करोगी
आखिर आपकी बेटी का सवाल जो है फिर पूनम बोली बेटी बात वो नहीं पर तुम्हारे भाई से ये बाते करेगा कौन में कोनसे मुँह से कहूँगी तुम्हारे भाई से मेने कहा आप टेंसन मत लो जरा भी भाई को में सबकुछ बता दूंगी मेरी कोई बात नहीं टलेंगे में अभी सिर्फ महक और रजत के रिश्ते की ही बताउंगी आपके नहीं पर आप मेरी हेल्प करेंगी इस सब में पूनम चौंकी कैसी हेल्प बेटी
में बोली माँ में चाहती हु महक और भाई खुद एक दूसरे की बाते खुद ही बताये तो ज्यादा बेहतर रहेगा महक से में उगलवा लुंगी
पर आप जबतक महक को कुछ नहीं बताएगी की मुझे आप सबका पता है में महक से पूछूँगी सब मेरे हिसाब से तब तक आप चुप ही रहना वादा करो माँ मुझसे पूनम बोली वादा करती हु बेटा कुछ नहीं बताउंगी महक को
पूनम बोली तू जैसा ठीक समझे वैसा कर में बोली ठीक है माँ आप दिल पर कोई बोझ मत लो में फिर बोली में आपको हमेशा माँ कहु
आप बुरा तो नहीं मानेंगी आपसे कुछ पुछु आप बताएंगी मुझे पूनम बोली बेटी तू मुझसे माँ ही कहा कर आज से और तुझे जो पूछना है तू पूछ बताउंगी सब में बोली माँ आप कितनी अच्छी मेरी माँ की कमी पूरा कर दी आप माँ आप बताएगी आप ये कैसे शुरू की माँ आपको दुःख हो तो मत बताओ आपका दिल दुखी नहीं करुँगी पूनम बोली नहीं बेटी पूछ क्या पूछना है में बोली माँ आप मुझे दोस्त बनकर बताओ कैसे शुरू हुआ ये सब पूनम बताती हु शुरू से अब पूनम की जुवानी सुने
koushal
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Re: परिवार में सामूहिक चुदाई

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पूनम की जुवानी उसकी कहानी सुने चुदाई कैसे शुरू हुई उसके घर में
मेरा नाम पूनम है में दो बच्चो की माँ हू पति ने मुझे ठुकरा दिया तब से अपने बच्चो के साथ रहती हू
बात उन दिनों की है जब मेरे पति ने मुझे तलाक़ देकर दूसरी लड़की से शादी कर ली मेने अपने बच्चो बड़े जतन से पाला है
आपको में बता दू में एक खुले विचारो की औरत हू एक बेटे और बेटी की माँ हू मेरे बच्चे अब बड़े हो चुके है हम सब एक दूसरे को बहुत प्यार करते है अपनी हर बात मुझसे शेयर करते है में भी शेयर करती हू में जॉब करती हू बच्चे कॉलेज जाते में ऑफिस जाती ये हमारा रूटीन था ऑफिस में लोग मुझे घूर घूर कर देखते लेकिन बदनामी के डर से में ज्यादा आगे नहीं बढ़ी दिन तो जैसे तैसे निकल जाता रात मुझे काटने को दौड़ती थी में अपनी चूत को उंगलियों से शांत करती मेरी बेटी भी बहुत मस्त हो गयी थी बेटा गबरू जवान वो मुझसे माँ माँ कहकर लिपटता मेरे गालो को चुम लेता महक से भी उसका यही रवैया था दीदी दीदी करके लगा रहता में उसे नॉर्मली लेती थी कुछ दिन बाद मुझे ऐसा फील हुआ की मेरा हम माँ बेटी की और ज्यादा आकर्षित होने लगा मुझे जब पता लगा एक दिन में बाथरूम में नहाने गयी थी मुझे बच्चो का ब्रेकफास्ट बनाना था इसलिए जल्दी में ब्रा पैंटी नहीं धोयी
थोड़े देर बाद मेरा बेटा नहाने गया वहा उसने मेरी ब्रा पैंटी देखी वो पैंटी को चूत वाली जगह से सूंघ रहा था फिर उसने मुट्ठ मारी और वीर्य पैंटी में छोड़ दिया कुछ दीवाल पर छोड़ दिया फिर नहाकर वापस आया ब्रेकफास्ट करके कॉलेज चला गया में फिर बाथरूम
में गयी मेने बेटे के वीर्य को पैंटी में और दीवाल पर देखा तो दंग रह गयी सोची बेटा जवान हो रहा है उसे समझाना होगा मुझे पर कैसे फिर सोची आगे देखती हू क्या होता है दिन निकल रहे थे बेटे की उत्तेजना बढ़ती जा रही थी अब तो हाल ये था की वो महक की पैंटी अपने रूम में ले जाता और मुट्ठ मारता एक दिन तो महक भी बोली मोम मेरी पैंटी गायब हो जाती है आप रख देती हो क्या
में बोली नही बेटा देख लो यही कही होंगी अब में कैसे उसे बोलती की तेरा भाई तेरी और मेरी पैंटी ले लेता है मुट्ठ मारने को एक दिन की बात है महक अपनी दोस्त राखी के यहाँ गयी हुई थी बेटा अपने रूम में था सोचा आज मौका है उसे समझा दू में उसके रूम में गयी उसका गेट बंद था में फिर खिड़की से देखि क्या देखती हू मेरा बेटा नंगा है उसका लण्ड एक दम खड़ा है और उसे पकड़कर सहला रहा है मेरी और महक की पैंटी को सूंघ कर रहा है माँ दीदी क्या खुसबू है तुम्हारी चूतो की जी करता है लण्ड पेल दू उनमे चुदवा लो मुझसे तुम्हारी गांड भी मस्त है में सुनकर दंग रह गयी कितनी गन्दी सोच है हमारे बारे में बेटे की मुझे बेटे का लण्ड साफ़ साफ़ दिख रहा था क्या तगड़ा लण्ड था बेटे का मेरी चूत पानी बहाने लगी खुजली होने लगी मुझे लण्ड की प्यास थी एक बार तो दिल में आया बेटे को अपना बदन सौप दू बदनामी का डर भी नही मेरा बेटा भी यही चाहता है फिर दिमाग में आया में क्या उल्टा पुल्टा सोचने लग गयी मुझे बेटे को प्यार से समझाना होगा डाटने से कुछ नहीं होगा में
सोची आगे देखती हू बेटे की हरकते कितनी और आगे बढ़ती है किसी दिन रंगे हाथ पकड़ूँगी सोचकर वहा से आ गयी शाम में महक आ गयी हम आपस में नार्मल ही रहे



में बेटे को रूम में इस तरह की हरकत को करते गरम हो गयी थी मेरा अपना बेटा मेरे और अपनी बहन के बारे में इतनी गन्दी सोच रखता है मुझे भी ना जाने क्या होता जा रहा था उसका तगड़ा लण्ड मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था मुझे भी चुदे हुए काफी अरसा हो गया था रह रह कर मुझे लण्ड की टीस उठती थी एक बार तो मन में आया क्यों ना अपने बेटे की इच्छा पूरी कर दू आखिर वो मुझे चोदना ही तो चाहता है बहार बदनामी से तो अच्छा है मेरी उसकी दोनों की इच्छा पूरी हो जाएगी फिर मुझे कुछ होश आया अरे पूनम तू क्या सोचने लगी तुझे बेटे को डांटना चाइये तू खुद ही उल्टा पुल्टा सोचने लगी फिर मेने सोचा में मेरे बेटे को प्यार से समझाउंगी डांटने से कुछ नहीं होगा अब ये देखना हे वो और कितना आगे बढ़ता है कुछ दिन और बीत गए उसकी हरकते बढ़ती जा रही थी अब तो वो महक और मेरी पैंटी में वीर्य को छोड़ देता नंगी नहाते हुए कपडे बदलते हुए देखता यहाँ तक हमारी चूचियों और गांड को घूरता रहता मेरी बेटी को भी उसकी हरकते अच्छी लगती या नहीं ये तो नहीं पता मुझे क्योकि मुझसे कभी कहा नहीं उसने वो भी जवान थी सब समझती थी मेने सोचा बेटे से अब सीधे बात करनी ही पड़ेगी नहीं तो और ज्यादा मुश्किल होगी कॉलेज की छुट्टिया चल रही थी एक दिन की बात है में महीने से हो गयी थी में महीने से होती थी तब ऑफिस नहीं जाती थी में उस दिन घर की साफ़ सफाई में लगी थी पसीने से तरबतर थी इतने में मेरा बेटा आया बोला मम्मी क्या कर रही हो में बोली सफाई कर रही हू दीखता नहीं क्या तुझे बेटा बोला मोम आप नाराज़ हो क्या मुझसे में बोली में क्यों नाराज़ हूँगी तुझसे क्या लगती हू तेरी बेटा बोला मम्मा आप मेरी प्यारी मम्मा हो फिर ऐसा क्यों बोलते हो आपके और दीदी के सिवाहये कौन है मेरा में बोली बेटा में अगर तेरी माँ होती तो सारी बाते मेरा बेटा मुझसे शेयर करता बेटा बोला मम्मा आप बोले क्या शेयर नहीं करता आपसे ऐसा क्यों सोचती है आप फिर भी आप बताओ मुझे
मेने गलती की है तो आप मुझे मारो पीटो पर आप नाराज़ मत हो प्लीज मम्मा मेने कहा में जो पुछु सच सच बताएगा खा मेरे सर की कसम बेटा बोला हा मम्मा आपके सर की कसम आप पूछे जो पूछना है
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मेने मेरे बेटे से कहा खा मेरे सर की कसम जो पुछु सच सच बताएगा बेटा बोला हा मम्मा आपके सर की कसम आपको जो पूछना है पूछो मेने कहा बेटा तू ऐसी हरकते क्यों करता है जिससे मुझे दुःख होता है बेटा बोला मम्मा आप साफ़ साफ़ बोले ना मेरी कोनसी हरकत आपको दुःख पहुंचाती है में बोली सच बोलेगा ना बेटा बोला मम्मा आपकी कसम खाई ना मेने में बोली तू बहुत गन्दी गन्दी हरकते करता है माँ हु में तेरी मेरे लिए तेरी ऐसी सोच और तो और अपनी बहन के लिए भी गन्दी सोचता है मेरी और महक की पैंटी में अपना गिराना क्या ये सही है क्या सजा दू तुम्हे इसके बदले में बेटा चुपचाप सुन रहा था में बोली कुछ बोल अब तेरी माँ मर गयी है जो बोलता नहीं है सुनकर बेटा रोने लगा में डर गयी मेने ये क्या बोल दिया गुस्से में में प्यार से बोली बोल बेटा क्यों दुखी करता है मुझे बेटा बोला मम्मा आप नहीं समझोगी ये सब आप जो सजा देना चाहते है दे सकते हो बेटा अब प्यार से पूछ रही हू बता ना बेटा बोला मम्मा जबसे मेने होश सभाला है तबसे आपको ही देखा है क्या नहीं किया आपने हम दोनों के लिए चाहती तो आप अपना घर बसा सकती थी पापा की तरह पापा ने आपको बीच रास्ते में छोड़ दिया पर आपने किसी से कोई शिकायत नहीं की रातो को तड़पते देखा है उंगली से आप अपनी जरुरत पूरी करती है आप इतनी हसीन है की जिसे आप जरा भी लिफ्ट देती तो आप अपनी शरीर की जरुरत पूरा कर लेती पर आपने ऐसा नहीं किया माँ बस आपसे इसलिए इतना प्यार हो गया की आपको में एक औरत की नज़र से देखने लग गया आपको वो सारी ख़ुशी देने की कल्पना करने लगा जो एक बीबी को देनी होती है आप मम्मा है आपसे कह तो नहीं सकता था ना की आप मुझसे सेक्स करो बस मम्मा आपकी पैंटी से ही सब करने लगा फिर आपको देखकर महक दीदी को भी गन्दी नज़र से देखने लग गया मम्मा अब आप जो सजा दे दे सकती है में बेटे की बात को सुनकर हैरान रह गयी क्या बोलती उसे
बस इतना ही बोली ये गलत हे बेटा कहकर अपने रूम में आ गयी मे े ये क्या बोल दिया गुस्से में में प्यार से बोली बोल बेटा क्यों दुखी करता है मुझे बेटा बोला मम्मा आप नहीं समझोगी ये सब आप जो सजा देना चाहते है दे सकते हो बेटा अब प्यार से पूछ रही हू बता ना बेटा बोला मम्मा जबसे मेने होश सभाला है तबसे आपको ही देखा है क्या नहीं किया आपने हम दोनों के लिए चाहती तो आप अपना घर बसा सकती थी पापा की तरह पापा ने आपको बीच रास्ते में छोड़ दिया पर आपने किसी से कोई शिकायत नहीं की रातो को तड़पते देखा है उंगली से आप अपनी जरुरत पूरी करती है आप इतनी हसीन है की जिसे आप जरा भी लिफ्ट देती तो आप अपनी शरीर की जरुरत पूरा कर लेती पर आपने ऐसा नहीं किया माँ बस आपसे इसलिए इतना प्यार हो गया की आपको में एक औरत की नज़र से देखने लग गया आपको वो सारी ख़ुशी देने की कल्पना करने लगा जो एक बीबी को देनी होती है आप मम्मा है आपसे कह तो नहीं सकता था ना की आप मुझसे सेक्स करो बस मम्मा आपकी पैंटी से ही सब करने लगा फिर आपको देखकर महक दीदी को भी गन्दी नज़र से देखने लग गया मम्मा अब आप जो सजा दे दे सकती है में बेटे की बात को सुनकर हैरान रह गयी क्या बोलती उसे
बस इतना ही बोली ये गलत हे बेटा कहकर अपने रूम में आ गयी मे सोचने लगी ये बेटे का प्यार है या हवस क्या बेटे के साथ आगे बढ़ना चाइये इसी उलझन में नींद आ गयी मुझे शाम में सोकर उठी महक घर आ गयी थी बेटा घर नहीं था रात हो गयी बेटा घर नहीं आया हम उसका इन्तजार करती रही पर घर नहीं आया महक बोली माँ भाई कहा है अब तक नहीं आये कोई बात हुई है क्या फिर मेने महक को सारी बात बता दी जो दिन में हुई थी महक बोली माँ में भी आपको रात में उंगली करते देखी हू आपको तड़पते देखा है
माँ भाई कितना प्यार करते है आपको माँ आपको आगे बढ़ने में कोई बुराई नहीं है मुझे आपके और भाई के प्यार से कोई दिक्कत नहीं है

सुबह मेरा बेटा घर आया वो चुप था मेने उससे पूछा रातभर कहा था कितना तेरा इंतज़ार किया पता है तुझे क्यों दुखी करता है मुझे
बेटा बोला मम्मा मेने काम ही ऐसा किया है आपने माफ़ किया नहीं तो सजा दे रहा था अपने आपको घर में रहता हू और ज्यादा गंदे ख़याल आते है मेरे मन में कहकर अपने रूम में चला गया में खड़ी खड़ी सोचती रही क्या करू इस लड़के का फिर में बेटे के रूम में गयी रूम लॉक था मेने डोर खटखटाया बेटे ने नहीं खोला में आवाज़ देने लगी वो अनसुना कर रहा था फिर मेने गुस्से में आकर कह दिया मत खोल तेरी माँ मर जाये तब रोने आ जाना कहकर हॉल में आ गयी और सोफे पर बैठकर रोने लगी क्या देखती हू बेटा दौड़ता हुआ मेरे पास आया रोने लगा बोला मम्मा मत बोलो ऐसा आपको कुछ हो गया तो में तो वैसे ही मर जाऊंगा देखना माँ अब कुछ नहीं करूँगा बस मम्मा आप मरने की बात कभी मत करना कहकर मुझसे लिपट गया आज मुझे पहली बार एक मर्द का अहसास हुआ तरंग सी दौड़ गयी फिर मेने कहा चुप हो जा अब और जाकर नहा ले नाश्ता तैयार करती हू तबतक फिर वो नहाने चला गया में किचिन में कुछ देर बाद वो नहा कर आया चुपचाप नाश्ता करने लगा फिर चला गया उस दिन के बाद वो काम बात करता उसकी हरकते भी बंद थी इधर मेने भी सोचा था उसे उतना तो कर लेना चाइये ज्यादा आगे तो नहीं बढ़ा वो फिर सोचा इससे वो तड़पेगा ही मेने सोचा आज फिर बात करती हू उससे कोई हल तो निकलना ही है में उसके रूम में गयी वो नंगा था अपने लण्ड को खड़ा कर खा था में तो लण्ड को देखकर काँप गयी फिर भी बात करनी थी वो आँखे बंद करके मेरा नाम लेकर अपने लण्ड सहला रहा था में बेड पे जाकर बैठ गयी उसके सर पर हाथ फेरने लगी इतने में वो हड़बड़ा गया और उठ कर बैठ गया अपने नंगे पन को छुपाने लगा मेने कहा रहने दे बेटा कोई जरुरत नहीं है छुपाने की फिर में बोली बेटा क्यों करते हो ऐसा तुमने कहा था उस दिन
बेटा बोला मम्मा अब आपकी पैंटी तो नहीं लेता ना अपने रूम में ही तो हू मुझसे रहा नहीं जाता आपकी याद आती है में रह नहीं सकता आपको ना दुखी देख सकता हू ना तड़पता हुआ क्या करू में समझ नहीं आता आप बताओ में बोली बेटा क्या चाहते हो मुझसे ऐसा क्या है मुझमे जो इतना तुम आकर्षित हो रहे हो बेटा बोला मम्मा आप बहुत सुन्दर है आपमें बहुत कुछ है जो में बता नहीं सकता में बोली बता तो में भी सुनु बेटा बोला नहीं मम्मा नहीं बता सकता आपको गन्दा लगेगा सुनकर में बोली और जो तू इस नंगा है मेरे सामने वो अच्छा है क्या बोला मम्मा आप ही तो मना किये थी में बोली तो बेटा बता ना फिर बेटा बोला मम्मा आप मेरी कसम खाओ गन्दा सुनकर नाराज़ नहीं होंगी में बोली चल बता नहीं हूँगी नाराज बेटा बोला मम्मा जब भी में आपको और दीदी को देखता हु
मेरा लण्ड मेरे बस में नहीं रहता मुझे आपकी और दीदी की गाँड़ और चूँची बहुत अच्छी लगती है और मेने आपका और दीदी का कुछ देखा नहीं आप और दीदी ब्रा पैंटी में होती है में आपकी और दीदी की गांड और चूँची की सोचकर मुट्ठ मार लेता हु बस मम्मा यही बात है प्लीज नाराज़ मत होना मुझसे प्लीज मम्मा में बेटे की बात सुनकर दंग रह गयी क्या जबाब दू में चुप रही मुझे चुप देखकर बेटा बोला मम्मा मेने कहा था ना आप नाराज़ हो जाएँगी हो गयी ना नाराज़ में बोली बेटा में नाराज़ नहीं हू बेटा बोला फिर क्या बात है मम्मा बोले
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में बोली बेटा में नाराज़ नहीं हू बेटा बोला मम्मा फिर आप चुप क्यों है कुछ देर चुप्पी रही बेटा बोला मम्मा में आपसे कुछ पूछ सकता हू आप नाराज़ मत होना पहले सुनना मेरी बात आपको गलत लगे तो मुझे पीट लेना में बोली बोलो बेटा बोला मम्मा आपको पापा छोड़ के चले गए आप दूसरी शादी कर सकती थी आपने नहीं की रात में आप तड़पती है आप सेक्स के लिए तड़पती है ना सच बोलना मम्मा में मन में बोली क्या बोलू बेटा बात तो तेरी सही है इसमें जुठ क्या है फिर बेटा बोला मम्मा मेने आपको सारी बात बता दी आप मुझसे शेयर करना जरुरी नहीं समझती मुझे तो यकीन हो गया है आपकी और पापा की सिर्फ एक ही संतान है सिर्फ महक दीदी में कोई लावारिश हू दीदी से तो आप हर बात शेयर करती है और में जहातक में समझ रहा हू आज मुझे नंगा देखकर थोड़ा भी नाराज़ नहीं हुई कही ना कही दीदी की भी रज़ामंदी है क्योकि वो आपकी बेटी है ना मै गैर हू ना सुनकर मुझे जोर की हसी आ गयी
मेने बेटा तुम भी मेरे बेटे हो पर बेटा तुमसे क्या बोलू में रिश्ता माँ बेटे का जो है तुम्हारी बाते सुनकर गुस्सा भी आता है पर प्यार भी मेरे तो समझ से परे है बेटा बोला पर मम्मा आप मेरी दोस्त एक औरत बनकर सोचे ना में बेटे से मज़े लेकर बोली में तेरी औरत कब से हुई तेरे बाप ने भी कभी हक़ नहीं जताया इतना तो
बेटा बोला मेरा मतलब वो नहीं है आप एक औरत के नाते सोचे आपको भी जरुरत है खुलकर जिंदगी जीने की आपको पूरी आजादी हो में बोली तू क्या चाहता हे मुझसे बेटा बोला मम्मा में आपको दुनिया की हर ख़ुशी देना चाहता हू आपको खुश रखना चाहता हु आप को हर जगह घूमना फिरना चाहता हू आपको सेक्स का सुख देना चाहता हू इतने सालो से आप तड़प रही है अकेली उस तड़प में आपका साथ देना चाहता हू प्लीज मम्मा मान लो अपने अनाथ बेटे की बात मुझे हसी छूट गयी बोली तू अनाथ कब से है बेटा बोला पापा ने छोड़ दिया एक माँ बहन का सहारा था वो भी नहीं है मेरी तो अनाथ ही तो हू आप मेरी मम्मा है इसलिए आपकी मर्ज़ी के बिना कुछ नहीं करता नहीं तो ....नहीं तो क्या मेरा बलात्कार करता क्या में बोली फिर बेटा बोला नहीं मम्मा आपका बलात्कार नहीं आपको तो आराम से करूँगा एक दिन बिना तकलीफ दिए में बोली कुछ तो शर्म कर नालायक तेरी मम्मा हू आखिर बेटा बोला मेने कब कहा आप मेरी मम्मा नहीं है एक औरत भी तो है में बोली चल अब बस कर कपडे पहन ज्यादा तंग मत कर मुझे बेटा बोला ठीक है मम्मा में मर जाऊ तो आंसू भी मत बहाना जाओ में तंग नहीं करूँगा में उस टाइम तो आ गयी वहा से पर मेरे मन में कही न कही एक टीस जरूर थी माँ बेटे के रिश्ते की दूसरी तरफ उसके लण्ड की सोचकर चूत में खुजली सी होने लगती 2-4 दिन और निकल गए बेटा दूर दूर सा ही रहता में और परेशान होने लगी एक दिन फिर बेटा बोला मम्मा आपसे कुछ मांगू तो आप मना तो नहीं करेगी बोलों में बोली क्या वो बोला मम्मा मे आपके बिना नहीं जी सकता हू बस आप अपनी पैंटी दे दिया करे इतना तो कर दोगी ना में बोली चल दे दिया करुँगी पर इससे ज्यादा कुछ नहीं वो बोला आगे सब आपकी मर्ज़ी से होगा में बोली अब जा तू यहाँ से वो बोला मम्मा में चाहता हू आप मेरे साथ घूमने फिरने चले मुझे अच्छा लगेगा ये तो कर लोगी ना में बोली चल ठीक है

में मेरे बेटे से बोली चलूंगी तेरे साथ घूमने बेटा खुश हो गया I love you मम्मा मेरे गालो को चूमने लगा मेरी गांड पे लण्ड को रगड़ने लगा बेटा बोला मम्मा क्या पहनोगी में बोली जो मेरा बेटा पहनायेगा मुझे बेटा बोला क्या मम्मा आप भी में बोली सही तो कहा मेने जा अलमारी से कपडे ले मेरे बेटा मेरे कपडे ले आया लेकिन पैंटी ब्रा नहीं लाया बेटा बोला अभी तो आप साड़ी पहन लो
मॉल में से और कपडे लाएंगे में कपडे चेंज करके आयी और हम बहार चल दिए बेटा पहले मुझे मॉल में ले गया वहा मुझे कपडे लेने को बोला कहा मम्मा आप मेरी पसंद की लीजिये बेटा अपनी पसंद की जीन्स टीशर्ट टॉप स्कर्ट ले लिए फिर बोला मम्मा अब साड़ी लेते है वो भी लेकर बोला मम्मा अब आपको स्पेशल कपडे दिलवाता हू फिर वो मुझे लेडीज सेक्शन में ले गया वहा सेल्स गर्ल से बोला
आप इनके लिए टॉप कलेक्शन दिखाइए ब्रा पैंटी का कुछ लिंगरी भी लाओ सेल्स गर्ल चली गयी तब में बोली बेटा ये सब क्यों वो बोला मम्मा प्लीज घर कहना जो कहना है यहाँ पर आप सिर्फ एन्जॉय करो बस इतने में सेल्स गर्ल काफी 20-25 सेट ब्रा पैंटी लायी उनमे छुपता कम दिखता ज्यादा था बेटे ने सब पैक करवा ली फिर पारदर्शी गाउन नाइटी भी ली हमने पेमेंट कर दिया फिर बेटे ने
मेकअप का सामान कुछ ज्वेलरी भी ली में बोली बेटा ले लिया सब अब चले बेटा बोला मम्मा दीदी को कुछ लेना है में बोली क्या लेना है उसे बेटा फिर एक काउंटर पर गया वहा से कुछ पैकेट्स लाया मेने देखा वो विशपर के महंगे पैड्स थे बेटा बोला मम्मा कल दीदी महीने से हो जाएगी उसके लिए लाया आपका तो महीना हो गया में बोली तुझे सब पता रहता है हमारा बेटा बोला प्यार करता हू आप दोनों को में बोली चल अब नहीं तो मार खायेगा हम पार्किंग में बेटा बोला मम्मा रात को पहनकर दिखा दोगी ना दोनों मुझे प्लीज मम्मा मना मत करना में बोली तेरी दीदी की में कैसे कहुँ में रात को नहीं वो कही जाएगी तब दिखा दूंगी वादा करती हू खुश अब बेटा बोला दीदी आज रात को ही दिखाएगी मुझको देखना आप में चौंकी एकदम से बेटा बोला हा मम्मा दीदी दिखाएगी मुझे बहुत प्यार करती है मुझसे में बोली तेरे सामने नंगी भी हो जाएगी बेटा बोला हा मम्मा नंगी भी हो जाएगी प्यार करती है मुझसे में बोली में प्यार नहीं करती क्या तुझसे बेटा बोला सच कहु मम्मा आप प्यार नहीं करती मुझसे फिर हम घर आ गए घर आकर में सोफे पे पसर गयी में चुप थी बेटा बोला मम्मा आप नाराज़ हो ना अब जो सजा देनी है दे सकती हो पर आप चुप ना रहा करो में बोली में नाराज़ नहीं हू
में बोलि बेटा एकबात पूछू सच जबाब देगा क्या बेटा बोला हा मम्मा बोले में बोली तूने बताया की महक तेरे सामने नंगी भी हो जाएगी क्या तुम दोनों में कुछ है क्या बेटा बोला नहीं मम्मा दीदी से कुछ नहीं किया मेने अभी तक पर मुझे दीदी पे यकीं बहुत है वो मना नहीं करेगी मुझे में बोली मुझपे यकीन नहीं है तेरा है ना बेटा बोला मम्मा दीदी फीलिंग्स को समझती है क्योकि वो खुद इस उम्र में है एक दूसरे की जरुरत समझती है उनके इंकार करने की तो कोई वजह भी नहीं है में बोली फिर तेरी कोई नहीं लगती हू बेटा बोला आप मेरी सिर्फ मम्मा है दीदी मेरी सबकुछ है में बोली सबकुछ मतलब तेरी बीबी भी है क्या बेटा बोला हां मम्मा दीदी को बीबी बनाना मुश्किल नहीं है आपको बीबी बनाना मुश्किल है हमारी बाते चलती रही फिर महक आ गयी घर
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