Incest घर की मुर्गियाँ
- mastram
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Re: घर की मुर्गियाँ
mitro
मस्त राम मस्ती में
आग लगे चाहे बस्ती मे.
Read my stories
भाई बहन,ननद भाभी और नौकर .......... सेक्स स्लेव भाभी और हरामी देवर .......... वासना के सौदागर .......... Incest सुलगते जिस्म और रिश्तों पर कलंक Running.......... घर की मुर्गियाँ Running......नेहा बह के कारनामे (Running) ....मस्तराम की कहानियाँ(Running) ....अनोखा इंतकाम रुबीना का ..........परिवार बिना कुछ नहीं..........माँ को पाने की हसरत ......सियासत और साजिश .....बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई.....एक और घरेलू चुदाई......दिल दोस्ती और दारू...
आग लगे चाहे बस्ती मे.
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Re: घर की मुर्गियाँ
अंजली क्या ब्लो-जोब करती है, लण्ड की टोपी को ऐसे चाटती है की दो मिनट में फारिग कर दे। मगर अजय का स्टेमिना ऐसा था की जब तक अंजली दो बार ना झड़ जाय, तब तक लण्ड की कोई मजाल नहीं जो झड़ जाय। अजय की उंगली धीरे से चूत में आधी घुस चुकी थी।
अंजली- क्या आज बाथरूम में ही करने का इरादा है?"
अजय ने जैसे कुछ सुना ही नहीं और उंगली चूत की गहराई में घुसती जा रही थी।
अजय ने फिर अंजली का एक पैर उठाकर टायलेट शीट पर रख दिया, तो चूत एकदम सामने नजर आ गई। क्या मस्त नजारा था। लण्ड कही अपना पानी ना छोड़ दे। अजय ने फिर लण्ड को चूत के छेद पर रख दिया, तो क्या अहसास मिला उसको। उसने आँखें बंद करके एक हल्का सा दबाव दिया लण्ड को, तो फच्च की आवाज के साथ अंदर घुस गया।
अजय- "ओहह... मेरी जान क्या चूत है तुम्हारी.."
अंजली- "तुम्हारे लण्ड का भी जवाब नहीं, जब अंदर जाता है तो जन्नत दिखाकर ही लाता है."
अजय इसी जोश में ताबड़तोड़ शाट लगाने लगा।
अंजली भी पूरा एंजाय कर रही थी चुदाई को, और बाथरूम में अंजली की ओहह... आहह... की आवाजें संगीत की तरह गूंज रही थीं। अंजली झड़ने के करीब पहुँच चुकी थी। आज जो आनंद अंजली ने उठाया था, शायद इतने बरसों में पहली बार होगा। लण्ड की ठोकर इस बार सीधे बच्चेदानी से टकराई, और अंजली ने झरना खोल दिया।
अजय तो आज रुकने का नाम नहीं ले रहा था। बस दिमाग में टीना के वो मस्त उभार नजर आ रहे थे जैसे उंगलियों से उनके निप्पल मसल रहा हो, और अजय का भी बाँध टूट चुका था। ऐसा सैलाब निकाला की अजय
को तृप्त कर दिया।
आज अंजली को बरसों बाद बड़ा आनंद मिला। अजय पर बड़ा प्यार आ रहा था, और अंजली अजय से लिपट गई। एक बार फिर अपने होंठों को अजय से चिपका लिया। फिर दोनों एक साथ फ्रेश होकर बाथरूम से निकले।
समीर और नेहा भी कालेज से आ गये। शाम को अजय और अंजली ने मूवी का प्रोग्राम बनाया, और दोनों मूवी देखने निकल गये। अब घर में सिर्फ दोनों भाई बहन समीर और नेहा थे। दोनों की पसंद अलग-अलग थी, इसलिए हमेशा लड़ते झगड़ते रहते थे।
इंडिया और आस्ट्रेलिया का क्रिकेट मैच चल रहा था। रिमोट नेहा के पास था। नेहा टीवी पर सास-बह का सीरियल देख रही थी। समीर ने रिमोट छीनते हुए कहा- “नेहा, जाओ मेरे लिए चाय बना लाओ...' और चैनेल चेंज करके क्रिकेट पे लगा दिया।
नेहा बुरी तरह जल गई, और कहा- “मैं तुम्हारी नोकर नहीं जो चाय बनाऊँ.." और वहां से उठकर मम्मी पापा के रूम में चली गई।
आज नेहा बोर सा महसूस कर रही थी। तभी उसका ध्यान पापा के कंप्यूटर पर चला गया, और सोची- “चलो आज कंप्यूटर पर ही कोई गाना सुनते हैं..." और पीसी ओन करके फाइलें देखने लगी। हालीवुड की मूवी पड़ी थी उसी को खोलकर देखने लगी। तभी टीना का फोन आया।
टीना- हाय स्वीट हार्ट कैसी है, और क्या कर रही है?
नेहा- यार कंप्यूटर पर मूवी देख रही हूँ।
अंजली- क्या आज बाथरूम में ही करने का इरादा है?"
अजय ने जैसे कुछ सुना ही नहीं और उंगली चूत की गहराई में घुसती जा रही थी।
अजय ने फिर अंजली का एक पैर उठाकर टायलेट शीट पर रख दिया, तो चूत एकदम सामने नजर आ गई। क्या मस्त नजारा था। लण्ड कही अपना पानी ना छोड़ दे। अजय ने फिर लण्ड को चूत के छेद पर रख दिया, तो क्या अहसास मिला उसको। उसने आँखें बंद करके एक हल्का सा दबाव दिया लण्ड को, तो फच्च की आवाज के साथ अंदर घुस गया।
अजय- "ओहह... मेरी जान क्या चूत है तुम्हारी.."
अंजली- "तुम्हारे लण्ड का भी जवाब नहीं, जब अंदर जाता है तो जन्नत दिखाकर ही लाता है."
अजय इसी जोश में ताबड़तोड़ शाट लगाने लगा।
अंजली भी पूरा एंजाय कर रही थी चुदाई को, और बाथरूम में अंजली की ओहह... आहह... की आवाजें संगीत की तरह गूंज रही थीं। अंजली झड़ने के करीब पहुँच चुकी थी। आज जो आनंद अंजली ने उठाया था, शायद इतने बरसों में पहली बार होगा। लण्ड की ठोकर इस बार सीधे बच्चेदानी से टकराई, और अंजली ने झरना खोल दिया।
अजय तो आज रुकने का नाम नहीं ले रहा था। बस दिमाग में टीना के वो मस्त उभार नजर आ रहे थे जैसे उंगलियों से उनके निप्पल मसल रहा हो, और अजय का भी बाँध टूट चुका था। ऐसा सैलाब निकाला की अजय
को तृप्त कर दिया।
आज अंजली को बरसों बाद बड़ा आनंद मिला। अजय पर बड़ा प्यार आ रहा था, और अंजली अजय से लिपट गई। एक बार फिर अपने होंठों को अजय से चिपका लिया। फिर दोनों एक साथ फ्रेश होकर बाथरूम से निकले।
समीर और नेहा भी कालेज से आ गये। शाम को अजय और अंजली ने मूवी का प्रोग्राम बनाया, और दोनों मूवी देखने निकल गये। अब घर में सिर्फ दोनों भाई बहन समीर और नेहा थे। दोनों की पसंद अलग-अलग थी, इसलिए हमेशा लड़ते झगड़ते रहते थे।
इंडिया और आस्ट्रेलिया का क्रिकेट मैच चल रहा था। रिमोट नेहा के पास था। नेहा टीवी पर सास-बह का सीरियल देख रही थी। समीर ने रिमोट छीनते हुए कहा- “नेहा, जाओ मेरे लिए चाय बना लाओ...' और चैनेल चेंज करके क्रिकेट पे लगा दिया।
नेहा बुरी तरह जल गई, और कहा- “मैं तुम्हारी नोकर नहीं जो चाय बनाऊँ.." और वहां से उठकर मम्मी पापा के रूम में चली गई।
आज नेहा बोर सा महसूस कर रही थी। तभी उसका ध्यान पापा के कंप्यूटर पर चला गया, और सोची- “चलो आज कंप्यूटर पर ही कोई गाना सुनते हैं..." और पीसी ओन करके फाइलें देखने लगी। हालीवुड की मूवी पड़ी थी उसी को खोलकर देखने लगी। तभी टीना का फोन आया।
टीना- हाय स्वीट हार्ट कैसी है, और क्या कर रही है?
नेहा- यार कंप्यूटर पर मूवी देख रही हूँ।
मस्त राम मस्ती में
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Re: घर की मुर्गियाँ
टीना- “वाह... चल मैं भी आती हूँ..” और टीना भी नेहा के पास आ गई, कहा- “देख कौन-कौन सी मूवी है तेरे कंप्यूटर में? टइटेनिक, टेर्मिनेटर, जुरासिक पार्क, कामसूत्र?"
नेहा- “कौन सी लगाऊँ?"
टीना- "टइटेनिक लगा ले..” और दोनों टइटेनिक देखने लागे।
बाहर समीर क्रिकेट देख रहा था। अंदर पापा के रूम में दोनों मूवी देख रहे थे। कुछ देर बाद न्यूड आर्ट सीन
आया तो दोनों बड़े गौर से देख रहे थे।
टीना- वाउ क्या फिगर है इस हीरोइन का?
नेहा- इससे बढ़िया तो तेरा फिगर है।
टीना- तूने कब देखी मेरी फिगर?
नेहा- जब ऐसे कपड़े पहनेगी तो मुझे क्या, सबको तेरी शेप नजर आती है।
टीना- मैंने तो कभी नोट नहीं किया की कोई मेरी फिगर देखता है।
नेहा- तेरा कोई बायफ्रेंड है?
टीना- नहीं।
तभी मूवी में कार वाला सीन आ जाता है, जिसमें सेक्स होता है। मगर क्लियर तो दिखाते नहीं।
टीना- ये दोनों कार में क्या कर रहे थे?
नेहा- भला मुझे क्या मालूम, क्या कर रहे थे?
टीना- अब इतनी भोली भी ना बन मेरी जान... ये दोनों सेक्स कर रहे थे।
रात के 9 बज गये। अंजली और अजय का शो भी छटने वाला था, और टीना को भी विजय का फोन आ चुका था की बेटा बहुत देर हो गई है, घर आ जाओ।
नेहा- आज यहीं सो जा ना... सुबह चली जाना।
और फिर टीना पापा से बोलती है- “पापा मैं नेहा के पास सो जाऊँगी..."
विजय- “ओके बेटा, अपना ध्यान रखना..."
फिर रात 10:00 बजे अजय और अंजली भी घर आ चुके थे, और समीर का क्रिकेट भी लास्ट ओवर तक आ
चुका था। सबकी नजरें इस वक्त टीवी पर अटक गई थीं। इंडिया को लास्ट ओवर में 12 रन चाहिए थे।
नेहा- “कौन सी लगाऊँ?"
टीना- "टइटेनिक लगा ले..” और दोनों टइटेनिक देखने लागे।
बाहर समीर क्रिकेट देख रहा था। अंदर पापा के रूम में दोनों मूवी देख रहे थे। कुछ देर बाद न्यूड आर्ट सीन
आया तो दोनों बड़े गौर से देख रहे थे।
टीना- वाउ क्या फिगर है इस हीरोइन का?
नेहा- इससे बढ़िया तो तेरा फिगर है।
टीना- तूने कब देखी मेरी फिगर?
नेहा- जब ऐसे कपड़े पहनेगी तो मुझे क्या, सबको तेरी शेप नजर आती है।
टीना- मैंने तो कभी नोट नहीं किया की कोई मेरी फिगर देखता है।
नेहा- तेरा कोई बायफ्रेंड है?
टीना- नहीं।
तभी मूवी में कार वाला सीन आ जाता है, जिसमें सेक्स होता है। मगर क्लियर तो दिखाते नहीं।
टीना- ये दोनों कार में क्या कर रहे थे?
नेहा- भला मुझे क्या मालूम, क्या कर रहे थे?
टीना- अब इतनी भोली भी ना बन मेरी जान... ये दोनों सेक्स कर रहे थे।
रात के 9 बज गये। अंजली और अजय का शो भी छटने वाला था, और टीना को भी विजय का फोन आ चुका था की बेटा बहुत देर हो गई है, घर आ जाओ।
नेहा- आज यहीं सो जा ना... सुबह चली जाना।
और फिर टीना पापा से बोलती है- “पापा मैं नेहा के पास सो जाऊँगी..."
विजय- “ओके बेटा, अपना ध्यान रखना..."
फिर रात 10:00 बजे अजय और अंजली भी घर आ चुके थे, और समीर का क्रिकेट भी लास्ट ओवर तक आ
चुका था। सबकी नजरें इस वक्त टीवी पर अटक गई थीं। इंडिया को लास्ट ओवर में 12 रन चाहिए थे।
मस्त राम मस्ती में
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