Fantasy मोहिनी

Post Reply
chusu
Novice User
Posts: 683
Joined: 20 Jun 2015 16:11

Re: Fantasy मोहिनी

Post by chusu »

(^^d^-1$s7) (^^^-1$i7) (^@@^-1rs7)
User avatar
Dolly sharma
Pro Member
Posts: 2746
Joined: 03 Apr 2016 16:34

Re: Fantasy मोहिनी

Post by Dolly sharma »

“तुम यहीं रहोगे राज। मैं अपनी सेना के साथ युद्ध में जाऊँगी। पहले इस महारानी की फौजों से मेरा मुकाबला होगा; परन्तु जब मैं अपनी सेनाओं के साथ रहूँगी तो उनकी शक्तियाँ कई गुना बढ़ जायेंगी।”

“नहीं मोहिनी, मैं यहाँ तुम्हारे बिना नहीं रहूँगा। तुम जहाँ होगी, मैं साथ होऊँगा, तुम्हारा साया बनकर। वह औरत बड़ी चालाक और खतरनाक है। मेरा तुम्हारे साथ युद्ध में भाग लेना आवश्यक है। आखिर मैं एक मर्द होकर किस तरह घर में बैठा रह सकता हूँ।” मैंने बड़े जोशीले स्वर में कहा।

“मेरे राज! तुम कितने बुद्धिमान हो। तुम तो अब मेरे बारे में इतना कुछ सोचने लगे हो। आज मैं कितनी खुश हूँ, यह कोई नहीं जान सकता, कोई नहीं मेरे राज। मेरे अच्छे राज! इस संसार में कोई नहीं जानता कि मेरा तुम्हारा प्रेम सदियों पुराना है। हमारे प्रेम को कोई नहीं मिटा सकता राज, कोई नहीं। आओ, मैं तुम्हें दिखाती हूँ कि मैंने क्या तैयारियाँ की हैं।”

वह एक कमरे में मुझे ले गयी जहाँ संसार भर के मानचित्र फैले हुए थे। उसने कई मानचित्रों को दिखाते हुए कहा–“सबसे पहले मैं मिस्र को जीतूँगी, लेकिन यहाँ से हजारों मील दूर मिस्र को जीतने के लिए कई मुल्क रुकावट बनेंगे। या तो मुझे उन मुल्कों से संधि करनी होगी या फिर उन्हें फतह करती हुई आगे बढ़ूँगी और जानते हो सारे विश्व कि राजधानी मैं कहाँ बनाऊँगी ? यह रही राजधानी–पीकिंग...चीनी मुल्क तक पहुँचना मेरे लिए कुछ मुश्किल न होगा। वह इस स्थान से जुड़ा है। मुझे इस कौम से बड़ी हमदर्दी है और मैं इनकी तमाम भाषाओं और सभ्यता का अध्ययन कर चुकी हूँ।”

मैं सोच रहा था इससे पहले भी बहुत से लोगों ने ऐसा सपना देखा है; परन्तु किसी का सपना पूरा नहीं हुआ। सिवाय तबाही के कुछ भी हासिल न हो सका। दो–चार देशों को जीतने की बात तो अलग, परन्तु सारा विश्व! और वह मुझे विश्व सम्राट बनाना चाहती थी, लेकिन आज का विश्व वैसा न रहा था। हथियारों की दौड़ में बड़ी–बड़ी महाशक्तियाँ एक दूसरे को पछाड़ने में लगी थीं।
“मुझे तुम्हारी बात भी याद है–बेशुमार बेगुनाहों की हत्या वाली बात। नहीं...मैं इस मामले को युद्ध से नहीं शांति से सुलझाऊँगी! उन्हें बताऊँगी कि वे मेरी शक्ति के सामने कुछ भी नहीं हैं। मिस्र और चीन दो शेष पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण के देशों को विवश कर देंगे कि वे बिना खून बहाए एक झंडे के नीचे आ जायें। मैं एक नया धर्म बनाऊँगी। ऐसा धर्म जो ईश्वर की आराधना नहीं करेगा। वहाँ सिर्फ मोहिनी की ही पूजा होगी। मोहिनी का धर्म होगा, क्योंकि ईश्वर कोई चीज नहीं है। पूजा उसकी की जाती है जिसका कोई अस्तित्व हो और तुम मोहिनी पर भी शासन करोगे।

“राज! अब थोड़े समय की बात है। केवल कुछ मास शेष हैं। तैयारी का युग बीत गया है। फिर मैं तुम्हें अपनी तरह अमर बनाऊँगी और हमारे सामने पहाड़ घास की एक पत्ती और सागर पानी की एक बूँद के समान होंगे। फिर हमारी नयी जिंदगी प्रारंभ होगी। ओह! मेरे दिल में इस समय किस कदर प्रतीक्षा है, जब हम सितारों की एक जोड़ी की भाँति इस संसार के सामने अपनी अमिट सुन्दरता का प्रदर्शन करेंगे और सारा संसार आश्चर्य से हमें देखेगा। राज! मैं कहती हूँ कि इससे मुझे बहुत खुशी होगी। वह दिन कितना भाग्यशाली होगा जब इस संसार के बड़े-बड़े सारे राजा-महाराजा इकट्ठे होकर हमारे सामने हाथ जोड़े खड़े होंगे और हमारे दास बनकर हमारी आज्ञा का पालन करेंगे और तुम विश्व सम्राट बने तख्त पर बैठे होगे। मैं विश्व की महारानी बनकर तुम्हारे साथ बैठी होऊँगी। क्यों मेरे राज ?”

यह भाषण करते हुए उसके माथे पर चारों ओर प्रकाश फैल गया और उसकी आँखें इस प्रकाश को प्राप्त करके इस तरह चमकने लगीं कि मुझे उसमें अलौकिक शक्ति नजर आने लगी।
❑❑❑
chusu
Novice User
Posts: 683
Joined: 20 Jun 2015 16:11

Re: Fantasy मोहिनी

Post by chusu »

sahi..........................
ramangarya
Posts: 47
Joined: 22 Oct 2018 13:18

Re: Fantasy मोहिनी

Post by ramangarya »

Approx 1 month ho gya l. Please post updates.
Post Reply