kya ye complete ho chuki hai
plz reply
Incest दीदी की सेटिंग
- Dolly sharma
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
खूनी रिश्तों में प्यार बेशुमारRunning.....परिवार मे प्यार बेशुमारRunning..... वो लाल बॅग वाली Running.....दहशत complete..... मेरा परिवार और मेरी वासना Running..... मोहिनी Running....सुल्तान और रफीक की अय्याशी .....Horror अगिया बेतालcomplete....डार्क नाइटcomplete .... अनदेखे जीवन का सफ़र complete.....भैया का ख़याल मैं रखूँगी complete.....काला साया complete.....प्यासी आँखों की लोलुपता complete.....मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग complete......मासूम ननद complete
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
मैने फिर फोन कट किया. मेरे मन में इस बात का डर था की कही लाला उस वीडियो को किसी और को न दिखाने लगे और इस तरह से मेरी दीदी के बदनामी का डर था…
यही सब सोचते हुए कब मुझे नींद आ गयी मुझे पता ही नहीं चला…
सूबह जब रश्मी दीदी ने मुझे जगाया तो जाके मेरी आँख खुली. रश्मी दीदी पूरी फ्रेश दिख रही थी.
मै: गुड मॉर्निंग दीदी…
रश्मी दीदी : गुड मॉर्निंग. देखो सुबह के ९ बज गए. क्या तुम्हे कॉलेज नहीं जाना है…
मै : जाना है दीदी, पता नहीं मेरी नींद ही नहीं खुली
और ये बोलते हुए मैंने बिस्तर से उतरके सीधे टॉइलेट में घुसा…
थोड़ि देर बाद मैं टॉइलेट से नहा धो के बाहर आया… देखा दीदी नास्ते के साथ टेबल पे बैठी हुयी थी…
मैने कपडा पहने और टेबल पे आ गया दीदी के साथ नाश्ता करने…
मै : दीदी आज तो आपको भी लेट हो गया है
रश्मी दीदी : मैंने तो छुट्टी ले ली है.
मै : तबियत ठीक नहीं है क्या दीदी.
रश्मी दीदी: कैसे अन्जान बन रहे हो तुम.
मै : क्या
रश्मी दीदी : एक तो पहले ही काफी थक गयी थी और रात को सोने भी नही दिया तुम लोगो ने. बहुत ही मस्त होके मेरी ले रहे थे तुम. पर एक बात बताओ की कल रात को लाला घर के अंदर कैसे आया.
मै : शायद मैं डोर लॉक करना भूल गया था.
रश्मी दीदी : नहीं डोर तो लॉक था. मैंने खुद सोने से पहले चेक किया था. तुमने खोला था न दरवाजा लाला के लिए. ये सब तुम्हारी मर्जी से हुआ न, तभी तो उसके पिस्तौल रखने के बाद भी तुम मेरी ले रहे थे वरना तुम वो पिस्तौल उठा कर उसे रोक भी सकते थे.
मैं समझ गया की दीदी सारी बात समझ गयी हैं. मेरी चोरी पकड़ी गयी है. मैंने बोला सॉरी दीदी.
रश्मी दीदी: तेरे सॉरी से क्या होता है. तूने देखा न की उसने मेरा विडियो बना लिया है और तूने खुद भी उसका पूरा साथ दिया मेरा विडियो बनाने में. लाला की नज़र बहुत पहले से मुझपे थी. अब लाला मेरे विडियो से न जाने क्या करेगा.
मै : आप चिंता मत करो वो विडियो मैं डिलीट करवा दूंगा बस आप आज लाला से सेक्स के लिए मना मत करना. वो रात को आपको चोदने आयेगा.
रश्मी दीदी: आज क्या कभी मना नहीं करूंगी बस तू वो विडियो डिलीट करवा दे.
मैने रश्मी दीदी की मुह से पहली बार ऐसे ओपेनली बात करते सुना था लेकिन मुझे खुशी थी की दीदी अब खुल जाये.
मै : आपको काफी दर्द हो रहा है दीदी?
रश्मी दीदी: तो पागल दर्द नहीं करेगा जिस तरह से तुमने और उस लाला ने मेरी गांड की बैंड बजाई है… मुझसे न तो बैठा जा रहा है न ही खडा हुआ जा रहा है
मै : लेकिन उस बक्त तो आप भी मजे से अपना बैंड बजबा रही थी
मै भी खुल के दीदी से बात करने लगा… मैंने सोच लिया था की मौका है की दीदी से ये सब बाते खुल के करूँ और जब मन हो अपनी भूख उनसे मिटाऊ और उनको भी शांत करुं
रश्मी दीदी : २४ साल की हो गयी हूँ और अभी तक मैंने किसी के लंड का स्वाद नहीं चखा था सिवाय अपने सीनियर के लंड चुस्ने के अलावा
मै : मैं गलत नहीं मान रहा दीदी…मैं समझता हु की आखिर बॉडी की भूख भी होती है…उसको मिटाना भी जरूरी है
रश्मी दीदी: अरे वाह मेरा भाई तो बहुत समझदार है
मैं: तुम अब शादी कर लो दीदी…
रश्मी दीदी: मुझे शादी की क्या जरूरत है जब तक मेरा भाई मेरे साथ है
मै : मैं समझा नहीं दीदी?
रश्मी दीदी : मेरे भाई के पास भी तो लंड है जो किसी और के पास के पास होगा तो तुमसे ही मेरी प्यास बूझ जायेगी तो क्यों जाऊ किसी और के पास. और फिर लाला इतनी आसानी से मुझे छोड़ेगा?
मै : लेकिन दीदी
रश्मी दीदी : लेकिन वेकिन कुछ नही तू अपनी दीदी को खुश करता रहेगा. जा अब कॉलेज जा.
यही सब सोचते हुए कब मुझे नींद आ गयी मुझे पता ही नहीं चला…
सूबह जब रश्मी दीदी ने मुझे जगाया तो जाके मेरी आँख खुली. रश्मी दीदी पूरी फ्रेश दिख रही थी.
मै: गुड मॉर्निंग दीदी…
रश्मी दीदी : गुड मॉर्निंग. देखो सुबह के ९ बज गए. क्या तुम्हे कॉलेज नहीं जाना है…
मै : जाना है दीदी, पता नहीं मेरी नींद ही नहीं खुली
और ये बोलते हुए मैंने बिस्तर से उतरके सीधे टॉइलेट में घुसा…
थोड़ि देर बाद मैं टॉइलेट से नहा धो के बाहर आया… देखा दीदी नास्ते के साथ टेबल पे बैठी हुयी थी…
मैने कपडा पहने और टेबल पे आ गया दीदी के साथ नाश्ता करने…
मै : दीदी आज तो आपको भी लेट हो गया है
रश्मी दीदी : मैंने तो छुट्टी ले ली है.
मै : तबियत ठीक नहीं है क्या दीदी.
रश्मी दीदी: कैसे अन्जान बन रहे हो तुम.
मै : क्या
रश्मी दीदी : एक तो पहले ही काफी थक गयी थी और रात को सोने भी नही दिया तुम लोगो ने. बहुत ही मस्त होके मेरी ले रहे थे तुम. पर एक बात बताओ की कल रात को लाला घर के अंदर कैसे आया.
मै : शायद मैं डोर लॉक करना भूल गया था.
रश्मी दीदी : नहीं डोर तो लॉक था. मैंने खुद सोने से पहले चेक किया था. तुमने खोला था न दरवाजा लाला के लिए. ये सब तुम्हारी मर्जी से हुआ न, तभी तो उसके पिस्तौल रखने के बाद भी तुम मेरी ले रहे थे वरना तुम वो पिस्तौल उठा कर उसे रोक भी सकते थे.
मैं समझ गया की दीदी सारी बात समझ गयी हैं. मेरी चोरी पकड़ी गयी है. मैंने बोला सॉरी दीदी.
रश्मी दीदी: तेरे सॉरी से क्या होता है. तूने देखा न की उसने मेरा विडियो बना लिया है और तूने खुद भी उसका पूरा साथ दिया मेरा विडियो बनाने में. लाला की नज़र बहुत पहले से मुझपे थी. अब लाला मेरे विडियो से न जाने क्या करेगा.
मै : आप चिंता मत करो वो विडियो मैं डिलीट करवा दूंगा बस आप आज लाला से सेक्स के लिए मना मत करना. वो रात को आपको चोदने आयेगा.
रश्मी दीदी: आज क्या कभी मना नहीं करूंगी बस तू वो विडियो डिलीट करवा दे.
मैने रश्मी दीदी की मुह से पहली बार ऐसे ओपेनली बात करते सुना था लेकिन मुझे खुशी थी की दीदी अब खुल जाये.
मै : आपको काफी दर्द हो रहा है दीदी?
रश्मी दीदी: तो पागल दर्द नहीं करेगा जिस तरह से तुमने और उस लाला ने मेरी गांड की बैंड बजाई है… मुझसे न तो बैठा जा रहा है न ही खडा हुआ जा रहा है
मै : लेकिन उस बक्त तो आप भी मजे से अपना बैंड बजबा रही थी
मै भी खुल के दीदी से बात करने लगा… मैंने सोच लिया था की मौका है की दीदी से ये सब बाते खुल के करूँ और जब मन हो अपनी भूख उनसे मिटाऊ और उनको भी शांत करुं
रश्मी दीदी : २४ साल की हो गयी हूँ और अभी तक मैंने किसी के लंड का स्वाद नहीं चखा था सिवाय अपने सीनियर के लंड चुस्ने के अलावा
मै : मैं गलत नहीं मान रहा दीदी…मैं समझता हु की आखिर बॉडी की भूख भी होती है…उसको मिटाना भी जरूरी है
रश्मी दीदी: अरे वाह मेरा भाई तो बहुत समझदार है
मैं: तुम अब शादी कर लो दीदी…
रश्मी दीदी: मुझे शादी की क्या जरूरत है जब तक मेरा भाई मेरे साथ है
मै : मैं समझा नहीं दीदी?
रश्मी दीदी : मेरे भाई के पास भी तो लंड है जो किसी और के पास के पास होगा तो तुमसे ही मेरी प्यास बूझ जायेगी तो क्यों जाऊ किसी और के पास. और फिर लाला इतनी आसानी से मुझे छोड़ेगा?
मै : लेकिन दीदी
रश्मी दीदी : लेकिन वेकिन कुछ नही तू अपनी दीदी को खुश करता रहेगा. जा अब कॉलेज जा.
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
रश्मी दीदी को रात में हुए जोरदार चुदाई से कोई दिक्कत नहीं थी. न ही उसे इस बात से परेशानी थी की वो मेरे लंड से भी चूदी थी. रश्मी दीदी अब मुझसे काफी खुल गयी थी और अभी ब्रेकफास्ट टेबल पे मुझसे ओपेनली चुदाई की बात कर रही थी और मेरे लंड की तारीफ कर रही थी. मैंने दीदी से कहा आज मैं भी कॉलेज नहीं जाता. आपके साथ एक बार और...
रश्मी दीदी : जैसी तेरी मर्ज़ी.
जैसे ही रश्मी दीदी की तरफ से मुझे ग्रीन सिग्नल मिला मैंने रश्मी दीदी को अपने गोद में बिठा लिया और उनकी दोनों चूचियों को अपने हाथो में भरकर दबाने लगा. इस वक्त रश्मी दीदी के चूचियों को दबाने में ज्यादा मजा आ रहा था क्योकि दीदी अपने मन से अपनी चूचियां मसलवा रही थी.
रश्मी दीदी के बड़े और चौड़े चूतड मेरे लंड के ऊपर थे और उनके दबाव से मेरा लंड खडा होने लगा और कुछ ही पल में खडे होकर रश्मी दीदी की गांड में जोर मारने लगा
रश्मी दीदी को अपनी चूचियां मसलवाने में मजा आ रहा था और वो धीरे धीरे आहःह आह…की आवाज़ निकाल रही थी…
रश्मी दीदी ने इस वक्त टॉप पहना हुआ था जिसके नीचे से हाथ डाल के मैं दीदी के दोनों मम्मो को ब्रा के ऊपर से पकड़ के दबाने लगा. हम इस वक्त चेयर पे बैठे हुए थे जिस पे हमे दिक्कत हो रही थी
रश्मी दीदी ने इस बात का इशारा किया…
रश्मी दीदी: सोफ़े पे चलो यहाँ दिक्कत हो रही है
मै: ओके दीदी…
फिर हम दोनों वहां से उठ के सोफ़े पे आ गए और रश्मी दीदी वहां आकर लेट गयी और उनने अपने लेग्स फैला लिए.
रश्मी दीदी की स्कर्ट को मैंने ऊपर कर दिया और वो सोफ़े पे अपनी जांघे फ़ैलाये हुए लेटी थी और उसकी चूत झीनी सी ब्लैक कलर की पेंटी में छुपी हुयी थी
मै रश्मी दीदी के जाँघों के बीच लेट गया और मैंने दीदी की पेंटी को थोड़ा सा हटाया और अपनी उगली को दीदी की चूत के ऊपर घुमाने लगा. रश्मी दीदी आँख बंद किये हुए इसका मजा ले रही थी.
मैने अपनी ऊँगली को थोड़ा सा ऊपर से फेरा उनकी चूत पे फिर उँगली को दीदी की चूत के अंदर कर दिया. रश्मी दीदी की मुह से सिसकारी निकल गयी.
मैने अपनी उँगली को दो-तीन बार अंदर बाहर किया जैसे ही मेरी उँगली गीली हो गयी मैंने उसे बाहर कर लिया अब दीदी की चूत से पानी निकलने लगा था.
मैने अपने मुह को रश्मी दीदी की चूत पर लगाया और उसे अपनी जीभ से चाटने लगा…
रश्मी दीदी आंखे बंद किये हुए ओह्ह…आहः किये जा रही थी. वो मजे में हवा से बातें कर रही थी और बीच बीच में अपनी चूतड उठा के इस बात का एहसास करा रही थी.
मैने इस तरह से कुछ देर तक रश्मी दीदी की चूत के साथ अपनी जीभ से भरपूर मजा लिया और दीदी के ऊपर आकर उनका टॉप निकाल दिया और उनकी ब्रा को भी उतार दिया.
उनकी बड़ी बड़ी चूचियां खुले में मेरे ऑंखों के सामने थी और मैंने अपने दोनों हाथ उसपे टिकाये और उसे बहुत ही प्यार से दबाने लगा. बीच बीच में रश्मी दीदी के निप्पल्स को मुह में ले के चुसने लगा
रश्मी दीदी पूरी तरह से गरम हो गयी थी तभी बेल बजी. दीदी ने बोला छोड़ उसको अब बीएस पेल दे. मैंने बोला दो मिनट दीदी. जो भी हो मैं भगा के आता हूँ. तुम बेडरूम में जाओ. दीदी बेडरूम में चली गयी तो मैंने कपडे पहन कर दरवाजा खोला. सामने लाला था. वो बोला अरे आज कॉलेज नहीं गया.
रश्मी दीदी : जैसी तेरी मर्ज़ी.
जैसे ही रश्मी दीदी की तरफ से मुझे ग्रीन सिग्नल मिला मैंने रश्मी दीदी को अपने गोद में बिठा लिया और उनकी दोनों चूचियों को अपने हाथो में भरकर दबाने लगा. इस वक्त रश्मी दीदी के चूचियों को दबाने में ज्यादा मजा आ रहा था क्योकि दीदी अपने मन से अपनी चूचियां मसलवा रही थी.
रश्मी दीदी के बड़े और चौड़े चूतड मेरे लंड के ऊपर थे और उनके दबाव से मेरा लंड खडा होने लगा और कुछ ही पल में खडे होकर रश्मी दीदी की गांड में जोर मारने लगा
रश्मी दीदी को अपनी चूचियां मसलवाने में मजा आ रहा था और वो धीरे धीरे आहःह आह…की आवाज़ निकाल रही थी…
रश्मी दीदी ने इस वक्त टॉप पहना हुआ था जिसके नीचे से हाथ डाल के मैं दीदी के दोनों मम्मो को ब्रा के ऊपर से पकड़ के दबाने लगा. हम इस वक्त चेयर पे बैठे हुए थे जिस पे हमे दिक्कत हो रही थी
रश्मी दीदी ने इस बात का इशारा किया…
रश्मी दीदी: सोफ़े पे चलो यहाँ दिक्कत हो रही है
मै: ओके दीदी…
फिर हम दोनों वहां से उठ के सोफ़े पे आ गए और रश्मी दीदी वहां आकर लेट गयी और उनने अपने लेग्स फैला लिए.
रश्मी दीदी की स्कर्ट को मैंने ऊपर कर दिया और वो सोफ़े पे अपनी जांघे फ़ैलाये हुए लेटी थी और उसकी चूत झीनी सी ब्लैक कलर की पेंटी में छुपी हुयी थी
मै रश्मी दीदी के जाँघों के बीच लेट गया और मैंने दीदी की पेंटी को थोड़ा सा हटाया और अपनी उगली को दीदी की चूत के ऊपर घुमाने लगा. रश्मी दीदी आँख बंद किये हुए इसका मजा ले रही थी.
मैने अपनी ऊँगली को थोड़ा सा ऊपर से फेरा उनकी चूत पे फिर उँगली को दीदी की चूत के अंदर कर दिया. रश्मी दीदी की मुह से सिसकारी निकल गयी.
मैने अपनी उँगली को दो-तीन बार अंदर बाहर किया जैसे ही मेरी उँगली गीली हो गयी मैंने उसे बाहर कर लिया अब दीदी की चूत से पानी निकलने लगा था.
मैने अपने मुह को रश्मी दीदी की चूत पर लगाया और उसे अपनी जीभ से चाटने लगा…
रश्मी दीदी आंखे बंद किये हुए ओह्ह…आहः किये जा रही थी. वो मजे में हवा से बातें कर रही थी और बीच बीच में अपनी चूतड उठा के इस बात का एहसास करा रही थी.
मैने इस तरह से कुछ देर तक रश्मी दीदी की चूत के साथ अपनी जीभ से भरपूर मजा लिया और दीदी के ऊपर आकर उनका टॉप निकाल दिया और उनकी ब्रा को भी उतार दिया.
उनकी बड़ी बड़ी चूचियां खुले में मेरे ऑंखों के सामने थी और मैंने अपने दोनों हाथ उसपे टिकाये और उसे बहुत ही प्यार से दबाने लगा. बीच बीच में रश्मी दीदी के निप्पल्स को मुह में ले के चुसने लगा
रश्मी दीदी पूरी तरह से गरम हो गयी थी तभी बेल बजी. दीदी ने बोला छोड़ उसको अब बीएस पेल दे. मैंने बोला दो मिनट दीदी. जो भी हो मैं भगा के आता हूँ. तुम बेडरूम में जाओ. दीदी बेडरूम में चली गयी तो मैंने कपडे पहन कर दरवाजा खोला. सामने लाला था. वो बोला अरे आज कॉलेज नहीं गया.
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
मैं: नहीं. कुछ काम था क्या?
लाला अंदर आ गया. उसने सोफे पर पड़े हुए रश्मि दीदी के कपडे देखे और मुस्कुराते हुए बोला "सही टाइम पर आया मैं. रश्मि को चोद रहा था न."
लाला की आवाज सुनकर दीदी भी ब्रा पेंटी पहन कर बाहर आ गयी.
लाला दीदी को देख कर बोला अरे तुम भी काम पर नहीं गई जानेमन
रश्मी दीदी : जाने लायक छोड़ा था तुम दोनों ने... सुबह सुबह कैसे?
लाला : नाश्ते में तुम्हे खाने का दिल कर रहा था जान.
रश्मि दीदी : अब पूछना क्या? मुझ पर तुम लोगो का पूरा हक है लेकिन पहले वो विडियो...
लाला ने अपना फोन दीदी को दे दिया और बोला अपने हाथो से डिलीट कर दो डार्लिंग.
दीदी ने फ़ोन से सारे विडियो और फोटो डिलीट किये और लाला से पुछा कोई कॉपी तो नही बनाई न.
लाला : इतना शक मत किया करो मेरी जान.
रश्मी दीदी अपनी ब्रा और पेंटी उतारते हुए बोली : तो फिर ठीक है चल अब जल्दी से पेल दे अन्दर.
इतना सुनते ही लाला ने अपने कपडे उतारे और दीदी को पकड़ कर उनके मुह में लौड़ा ठूस दिया. इधर मुझसे भी सब्र नहीं हो रहा था और मैंने भी कपडे उतार कर अपने लंड को दीदी के लाला के लंड से भरे मुंह से लगाया तो दीदी ने लाला का अभी-अभी मुंह में लिया लंड छोड़ कर मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया. लेकिन लाला ने दुबारा दीदी के मुंह का पीछा करते हुए अपने लंड को उसके होठों से लगा दिया.
अब रश्मी दीदी उहापोह की स्थिति में आ गई कि किसका लंड चूसे. उसके सामने कोई दूसरा विकल्प नहीं था, सिवाय इसके कि वो दोनों लंडों को एक साथ अपने मुंह में घुसवा ले और मेरी समझदार बहन ने ऐसा ही किया. वो अपना मुंह चौड़ा खोलकर दोनों लंडों को अपने मुंह में घुसवाने लगी, लाला और मैं सावधानीपूर्वक धक्के लगते हुए रश्मि दीदी का मुंह चोदने लगे.
सिर्फ हमारे टोपे ही एकसाथ रश्मी दीदी के मुंह में घुस पा रहे थे लेकिन रश्मी दीदी पूरी लगन के साथ उन्हें अपनी नर्म गर्म गुलाबी जीभ से चाटती जा रही थी.
कुछ देर बाद हमारे लंडों को दीदी के मुंह में पूरा अन्दर घुसने की इच्छा जोर पकड़ने लगी और हम बारी-बारी से अपने लंडों को उसके होठों के बीच घुसा कर बाहर निकालने लगे.
लाला अंदर आ गया. उसने सोफे पर पड़े हुए रश्मि दीदी के कपडे देखे और मुस्कुराते हुए बोला "सही टाइम पर आया मैं. रश्मि को चोद रहा था न."
लाला की आवाज सुनकर दीदी भी ब्रा पेंटी पहन कर बाहर आ गयी.
लाला दीदी को देख कर बोला अरे तुम भी काम पर नहीं गई जानेमन
रश्मी दीदी : जाने लायक छोड़ा था तुम दोनों ने... सुबह सुबह कैसे?
लाला : नाश्ते में तुम्हे खाने का दिल कर रहा था जान.
रश्मि दीदी : अब पूछना क्या? मुझ पर तुम लोगो का पूरा हक है लेकिन पहले वो विडियो...
लाला ने अपना फोन दीदी को दे दिया और बोला अपने हाथो से डिलीट कर दो डार्लिंग.
दीदी ने फ़ोन से सारे विडियो और फोटो डिलीट किये और लाला से पुछा कोई कॉपी तो नही बनाई न.
लाला : इतना शक मत किया करो मेरी जान.
रश्मी दीदी अपनी ब्रा और पेंटी उतारते हुए बोली : तो फिर ठीक है चल अब जल्दी से पेल दे अन्दर.
इतना सुनते ही लाला ने अपने कपडे उतारे और दीदी को पकड़ कर उनके मुह में लौड़ा ठूस दिया. इधर मुझसे भी सब्र नहीं हो रहा था और मैंने भी कपडे उतार कर अपने लंड को दीदी के लाला के लंड से भरे मुंह से लगाया तो दीदी ने लाला का अभी-अभी मुंह में लिया लंड छोड़ कर मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया. लेकिन लाला ने दुबारा दीदी के मुंह का पीछा करते हुए अपने लंड को उसके होठों से लगा दिया.
अब रश्मी दीदी उहापोह की स्थिति में आ गई कि किसका लंड चूसे. उसके सामने कोई दूसरा विकल्प नहीं था, सिवाय इसके कि वो दोनों लंडों को एक साथ अपने मुंह में घुसवा ले और मेरी समझदार बहन ने ऐसा ही किया. वो अपना मुंह चौड़ा खोलकर दोनों लंडों को अपने मुंह में घुसवाने लगी, लाला और मैं सावधानीपूर्वक धक्के लगते हुए रश्मि दीदी का मुंह चोदने लगे.
सिर्फ हमारे टोपे ही एकसाथ रश्मी दीदी के मुंह में घुस पा रहे थे लेकिन रश्मी दीदी पूरी लगन के साथ उन्हें अपनी नर्म गर्म गुलाबी जीभ से चाटती जा रही थी.
कुछ देर बाद हमारे लंडों को दीदी के मुंह में पूरा अन्दर घुसने की इच्छा जोर पकड़ने लगी और हम बारी-बारी से अपने लंडों को उसके होठों के बीच घुसा कर बाहर निकालने लगे.
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Re: Incest दीदी की सेटिंग
एक बार लाला दीदी के सिर को पकड़ कर अपने लंड की ओर घुमाता और लंड को मुंह में घुसेड़ कर बाहर निकाल लेता तो मैं उसका सिर पकड़ कर अपनी ओर कर लेता और यही करता.
कुछ देर इसी प्रकार चोदने के बाद हम दुबारा अपने दोनों लंड सेक्स की देवी मेरी बड़ी बहन के सबसे बड़े छेद में घुसेड़ देते और खूब घिच-पिच कर मुंह को इकट्ठा चोदने लगते. मेरे छोटे टोपे के मेरी बहन के मुंह में होने के कारण जब काफी प्रयास के बाद भी लाला के लंड का मोटा टोपा अन्दर नहीं घुस पाया तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और लाला ने तुरंत अपने झटके मारते हुए अपने लंड को रश्मी दीदी की धधकती हुई भट्टी समान मुंह में घुसेड़ दिया और दोनों हाथों से उसका सिर पकड़ कर अपने लंड को मुंह की पूरी लम्बाई में घुसेड़ते, और बाहर निकालते हुए चुदाई करने लगा.
यह देखकर मुझसे भी नहीं रहा गया और लाला के लंड के बाहर निकलने की प्रतीक्षा कर मैंने भी उसी तरह मुंह-चुदाई प्रारंभ कर दी. जैसे ही मैंने लंड को एक सेकंड के लिए बाहर निकाला तो लाला ने उसी प्रकार दांव लगाते हुए अपना मोटा लंड मेरी बहन के मुंह में घुसेड़ दिया.
रश्मी दीदी के मुंह से लार की लकीर बह चली थी और लाला के लंड के बाहर निकलने के साथ-साथ उसी के संग बाहर तक खिंची चली गई. अब मेरी बारी थी और मैंने बिना देरी किए अपना हिलोर मारता हुआ लंड हसीन बहन के मुंह में घुसेड़ दिया, और उसका सिर पकड़ कर उसके दांतों के बीच से जीभ के ऊपर घस्से मारता हुआ मस्ती में चुदाई करने लगा.
कुछ देर इसी प्रकार खेलने के बाद मैंने दीदी से कहा. दीदी रात को तो जबरदस्ती वाली बात थी पर अब जो होगा मोहब्बत से होगा तो अब आप आज आप अपने नए घोड़े के ऊपर बैठ कर घुड़सवारी के मजे लो और मैं पीछे खड़ा होकर तुम्हारी प्यारी सी गांड को ठोकूंगा. मैंने रश्मी दीदी के मूड के अनुसार एक शानदार ऑफर पेश किया.
मेरी बहन बोली जल्दी से बेडरूम में चलो. हम सब बेडरूम में आ गए और दीदी बेड पर लेट चुके लाला के पेट के ऊपर पैर फैला कर घुटने अगल-बगल में टिकाए हुए बैठ गई. लाला ने अपने मूसल लंड से मेरी सेक्सी बहन की चूत को टहोकना शुरू कर दिया. उसने अपने मोटे टोपे को अन्दर घुसेड़ कर अभी दो-चार धक्के ही मारे थे कि मेरी बहन ने अपने दाहिने हाथ से उसके लंड की गति को ब्रेक लगाया और इसके बाद वो मेरी तरफ देखती हुई कहने लगी- जो कल हुआ आज उससे ज्यादा होगा. आओ मोनू तुम भी अपना शौक पूरा कर लो
मैं फटी-फटी आँखों से अपनी बहन के लाला के भयंकर लंड द्वारा ठसाठस भरी चूत को देखता रह गया जब मेरी प्यारी बहन ने अपनी गांड चलाना शुरू कर लाला के लंड को अन्दर लेना भी शुरू कर दिया था.
फिर मैंने लाला के लंड के ऊपर से अपनी दीदी की गांड के छोटे से छेद को कुरेदना शुरू कर दिया. थोड़े से प्रयास के बाद मैंने भी अपना लंड रश्मि की गांड में घुसेड़ दिया.
दीदी के चेहरे के भाव बता रहे थे कि उसे बहुत मजा नहीं आ रहा था, लेकिन वो आने वाले समय में बहुत मजा पाने वाली थी!
कुछ देर इसी प्रकार चोदने के बाद हम दुबारा अपने दोनों लंड सेक्स की देवी मेरी बड़ी बहन के सबसे बड़े छेद में घुसेड़ देते और खूब घिच-पिच कर मुंह को इकट्ठा चोदने लगते. मेरे छोटे टोपे के मेरी बहन के मुंह में होने के कारण जब काफी प्रयास के बाद भी लाला के लंड का मोटा टोपा अन्दर नहीं घुस पाया तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया और लाला ने तुरंत अपने झटके मारते हुए अपने लंड को रश्मी दीदी की धधकती हुई भट्टी समान मुंह में घुसेड़ दिया और दोनों हाथों से उसका सिर पकड़ कर अपने लंड को मुंह की पूरी लम्बाई में घुसेड़ते, और बाहर निकालते हुए चुदाई करने लगा.
यह देखकर मुझसे भी नहीं रहा गया और लाला के लंड के बाहर निकलने की प्रतीक्षा कर मैंने भी उसी तरह मुंह-चुदाई प्रारंभ कर दी. जैसे ही मैंने लंड को एक सेकंड के लिए बाहर निकाला तो लाला ने उसी प्रकार दांव लगाते हुए अपना मोटा लंड मेरी बहन के मुंह में घुसेड़ दिया.
रश्मी दीदी के मुंह से लार की लकीर बह चली थी और लाला के लंड के बाहर निकलने के साथ-साथ उसी के संग बाहर तक खिंची चली गई. अब मेरी बारी थी और मैंने बिना देरी किए अपना हिलोर मारता हुआ लंड हसीन बहन के मुंह में घुसेड़ दिया, और उसका सिर पकड़ कर उसके दांतों के बीच से जीभ के ऊपर घस्से मारता हुआ मस्ती में चुदाई करने लगा.
कुछ देर इसी प्रकार खेलने के बाद मैंने दीदी से कहा. दीदी रात को तो जबरदस्ती वाली बात थी पर अब जो होगा मोहब्बत से होगा तो अब आप आज आप अपने नए घोड़े के ऊपर बैठ कर घुड़सवारी के मजे लो और मैं पीछे खड़ा होकर तुम्हारी प्यारी सी गांड को ठोकूंगा. मैंने रश्मी दीदी के मूड के अनुसार एक शानदार ऑफर पेश किया.
मेरी बहन बोली जल्दी से बेडरूम में चलो. हम सब बेडरूम में आ गए और दीदी बेड पर लेट चुके लाला के पेट के ऊपर पैर फैला कर घुटने अगल-बगल में टिकाए हुए बैठ गई. लाला ने अपने मूसल लंड से मेरी सेक्सी बहन की चूत को टहोकना शुरू कर दिया. उसने अपने मोटे टोपे को अन्दर घुसेड़ कर अभी दो-चार धक्के ही मारे थे कि मेरी बहन ने अपने दाहिने हाथ से उसके लंड की गति को ब्रेक लगाया और इसके बाद वो मेरी तरफ देखती हुई कहने लगी- जो कल हुआ आज उससे ज्यादा होगा. आओ मोनू तुम भी अपना शौक पूरा कर लो
मैं फटी-फटी आँखों से अपनी बहन के लाला के भयंकर लंड द्वारा ठसाठस भरी चूत को देखता रह गया जब मेरी प्यारी बहन ने अपनी गांड चलाना शुरू कर लाला के लंड को अन्दर लेना भी शुरू कर दिया था.
फिर मैंने लाला के लंड के ऊपर से अपनी दीदी की गांड के छोटे से छेद को कुरेदना शुरू कर दिया. थोड़े से प्रयास के बाद मैंने भी अपना लंड रश्मि की गांड में घुसेड़ दिया.
दीदी के चेहरे के भाव बता रहे थे कि उसे बहुत मजा नहीं आ रहा था, लेकिन वो आने वाले समय में बहुत मजा पाने वाली थी!