वासना के सौदागर

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mastram
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Re: वासना के सौदागर

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Part 35
सोनाली ने बेबसी से उन तीनों की तरफ देखा और फिर अपने दोनों कान पकड़कर गिनती बोलते हुए उठक बैठक लगाने लगी।
ज़फर : काज़ी साहब कुछ भी कहो, माल तो एकदम जबरदस्त है। उठक बैठक लगाते हुए भी क्या मस्त और सेक्सी लग रही है।
काज़ी : इसके डांस में इतना मज़ा नही आएगा जितना उठक बैठक लगवाने में आ रहा है
असलम : थोड़ी अपनी टाँगे खोलकर उठक बैठक लगा। तेरी जांघों का अंदरूनी भाग भी हमे दिखना चाहिए
ज़फर : साली की क्या चिकनी और मक्खन जैसी जाँघे हैं
25 उठक बैठक के बाद सोनाली कहने लगी : अब मैं बहुत थक गई हूं। बस अब और उठक बैठक मत लगवाओ प्लीज़
ज़फर : अपने कान पकड़े पकड़े मेरे पास आकर खड़ी हो जा
सोनाली ज़फर के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गई
ज़फर अब सोनाली की जांघों पर अपने हाथों को फिराने लगा : एकदम कयामत बदन है साली का। परवेज़ और सलीम दोनों की तो समझो लाटरी लग गई है।
सोनाली को उन सब की बातों को सुनकर बहुत शर्म और ज़लालत का अहसास हो रहा था । तीनों उसके बदन के बारे में इस तरह की बातें कर रहे थे मानो वह कोई खेल का सामान हो।
ज़फर के बाद असलम ने भी उसकी जाँघों को जी भरकर सहलाया और भद्दे कमेंट करता रहा। सोनाली को अपनी गिरफ्त से आज़ाद करते हुए असलम काज़ी से बोला : काज़ी साहब डांस को छोड़ो, आप भी बचे हुए 5 मिनटों में इस लौंडिया की चिकनी जांघों का लुत्फ उठाकर देखो। हाथ फेरते ही ऐसा लग रहा है मानो जन्नत में पहुंच गए हों
यह कहकर असलम हंसते हुए सोनाली से बोला : जा काज़ी साहब के पाक हाथों से अपने बदन की पाकीज़गी की रस्म पूरी करवा लें
सोनाली कान पकड़े पकड़े काज़ी के सामने आकर खड़ी हो गई
काज़ी ने कुछ देर उसकी जाँघों को सहलाया और फिर अपने खुरदुरे चेहरे को उसकी चिकनी गोरी जांघों पर रगड़ते हुए उन्हें चूमने लगा
तीन बजते ही काज़ी ने उसे छोड़ दिया और बोला : अब तू अपनी साड़ी पहन सकती है। तू अब हिन्दू से मुसलमान बन चुकी है और आज से तेरा नाम सोनाली खान है। तेरे बदन को भी हम लोगों ने पूरी तरह से पाकीज़ा कर दिया है और अब तू निकाह की रस्म के लिए पूरी तरह तैयार है।
सोनाली ने साड़ी पहन ली और वे तीनों सोनाली के साथ कमरे के बाहर आ गए।
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part 36
ज़फर,असलम और काज़ी जब सोनाली को लेकर कमरे से बाहर आये तो घर मे काफी मेहमान आ चुके थे। निकाह की रस्म रात को दस बजे शहर के बाहर लाजबाब फार्म हाउस में होनी थी।
ज़फर ,असलम और काज़ी वहां से यह कहकर जाने लगे : हम लोगों ने इस लड़की का धर्म परिवर्तन करके इसे पक्का मुसलमान बना दिया है। अब यह सोनाली खान बन चुकी है। इसके नापाक बदन को भी हमने पाकीज़गी की रस्म अदा करके एकदम पाकीज़ा कर दिया है। अब हम शाम को सीधे फार्म हाउस पर साढ़े नौ बजे तक पहुंच जाएंगे।
फ़िरोज़ खान : काज़ी साहब, गज़ब हो गया है। जो फार्म हाउस हमने निकाह के लिए बुक कराया था, वहाँ अचानक पुलिस ने अभी अभी रेड कर दी है। फार्म हाउस के मालिक ने हमारे लिए किसी दूसरे फार्म हाउस का इंतज़ाम कर दिया है। उसका पता जैसे ही मालूम होगा, हम आपको फोन पर बता देंगे। आप वहीं आ जाना।
इसके बाद काज़ी अपने दोनों असिस्टेंट को लेकर वहाँ से चला गया।
कुछ देर में नए फर्म हाउस का नाम पता भी मिल गया-नए फार्म हाउस का नाम मौज़ मस्ती फार्म हाउस था और वह भी शहर के बाहर ही था। सलीम,परवेज़,हिना,फ़िरोज़ और रुबिका अब सब मेहमानों को फोन करके नए फार्म हाउस का पता बताने में लग गए क्योंकि निकाह मे लगभग 500 मेहमानों को बुलाया गया था।
सोनाली का मायका पास में ही था।
रुबिका सोनाली से कहने लगी : तुम अपने घर जाकर सबको निकाह में शामिल होने की दावत भी दे आओ और उन्हें नए फार्म हाउस का पता भी दे आना।
सोनाली फटाफट वहाँ से निकलकर अपने घर आ गयी
घर आकर उसने अपने मम्मी पापा और भाई रवि वर्मा को अपनी आप बीती सुनाई तो वे सब के सब आग बबूला हो गए।
रवि : इन बदमाशों की इतनी हिम्मत कैसे हुई कि मेरी बहन के साथ इस तरह की नीच और गिरी हुई ज़लील हरकत करें। मैं इन सबकी सारी वीडियो अभी वायरल किये देता हूँ।
सोनाली : भैया, वीडियो तो उन्होंने भी बना ली हैं, वे भी वायरल कर देंगे। फिलहाल तो मैं आप सबको यह बताने आई हूं कि उन लोगों ने मेरा धर्म परिवर्तन करके मुझे मुसलमान बना दिया है और वे मेरा निकाह आज शाम को किसी मौज़ मस्ती फार्म हाउस में करने जा रहे है। वहां आपको भी आना है, यही बताने मैं यहां आई हूं।
रवि : क्या कहा। मौज़ मस्ती फार्म हाउस तो मामाजी का है, जिसमे वह हर हफ्ते पार्टी भी करते हैं। ठीक है हम सब ठीक समय पर फार्म हाउस में पहुंच जाएंगे और उन लोगों को ऐसा सबक सिखाएंगे जिसे वह सारी जिंदगी याद रखेंगे।
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part 37
शाम को जब रवि ने अपने मम्मी पापा से फार्म हाउस चलने के लिए कहा तो उन दोनों ने वहाँ यह कहकर जाने से साफ मना कर दिया कि हमने तो अपनी बेटी की शादी हिन्दू रीति रिवाज से पहले ही कर दी थी, अब हम इस निकाह की रस्म में क्यों जाएं।
रवि बोला : ठीक है फिर मैं चला जाता हूँ। किसी न किसी को तो सोनाली के निकाह में जाना चाहिए।
दरअसल रवि ने सब कुछ अपने मामा को पहले ही बता दिया था और उसके मामा ने भी सोनाली के निकाह की रस्म के लिए मौज़ मस्ती फार्म हाउस में जबरदस्त तैयारी कर रखी थी।
रवि फार्म हाउस में 9 बजे ही पहुंच गया
अभी वहाँ मेहमान आने शुरू नही हुए थे।





Part 38
रवि ने देखा कि उसके मामा रोहन वर्मा( जो इस फार्म हाउस के मालिक भी थे और कस्टम ऑफीसर भी थे) अपने बाकी तीनों दोस्तों यानी पुलिस इंस्पेक्टर गौरव, विधायक का बिगड़ा बेटा सुधांशु और शराब कारोबारी जयेन्द्र के साथ बैठे हुए हंसते हुए शराब पी रहे थे।
रवि को देखते ही रोहन वोला : जीजी और जीजाजी नही आये, यह बहुत बढ़िया हुआ। अब हम अपने प्लान को सही से अंजाम देंगे और इन हरामजादों को ऐसा सबक सिखाएंगे जिसे यह सब मरते दम तक याद रखेंगे।
रवि को यह देखकर हैरानी हो रही थी कि पुलिस इंस्पेक्टर गौरव के साथ साथ सुधांशु और जयेन्द्र ने भी पुलिस की खाकी वर्दी पहन रखी थी। ममम जी भी अपनी कस्टम अफसर की यूनिफार्म में थे।
रवि की हैरानी को रोहन भाँप चुका था। वह बोला : दूसरे कमरे में हमने 5 कस्टम के और 5 पुलिस के सिपाही भी बिठाए हुए हैं। आज फुल धमाका होगा और बहुत मज़ा आएगा।
साढ़े 9 बजे से मेहमान वगैरा आने शुरू हो गये। काज़ी,ज़फर,असलम के अलावा सोनाली अपने सास ससुर और सलीम और परवेज़ और हिना के साथ वहाँ पहुंच गई।
10 बजे तक वहाँ लगभग 500 मेहमान जमा हो चुके थे।
इससे पहले कि निकाह की रस्म शुरू होती, अचानक ही कस्टम और पुलिस की वर्दी पहने 10 लोगों ने एकदम वहाँ छापेमारी जैसी करते हुए कहा : सब लोग चुपचाप रहकर हमारे साथ सहयोग करें। फार्म हाउस का मेन गेट बंद कर दिया गया है और हमारी मर्ज़ी के बिना कोई यहाँ से बाहर नही जाएगा।
रोहन के कहने पर कस्टम के दो सिपाही आगे बढ़े और उन्होंने रुबिका और फ़िरोज़ खान के दोनों हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दी।
रोहन : तुम लोगों का अरेस्ट वारंट यह रहा। ड्रग तस्करी के अपराध में मैं तुम दोनों को अरेस्ट कर रहा हूँ।
इंस्पेक्टर गौरव कडककर सिपाहियों से बोला : इन दोनों बदमाशों परवेज़ और सलीम को भी हथकड़ी लगाकर हिरासत में ले लो। इनके खिलाफ रेप का संगीन मामला दर्ज हुआ है।
सिपाहियों ने परवेज़ और सलीम के भी हाथ पीछे करके हथकड़ी लगा दी
रोहन ने सोनाली को एक कमरे में सुरक्षित भिजवा दिया जहां सभी सुविधाएं थीं और उससे कहा : तुम अपने कमरे में आराम करो। निकाह वगैरा कुछ नही होगा क्योंकि यह सब हवालात जाने वाले हैं।
सारे मेहमानों की भीड़ यह सारा तमाशा डरी सहमी देख रही थी।
कुछ मेहमान हिम्मत करके बोले : जब निकाह नही हो रहा है तो हम सब यहां क्या करेंगे। हम चलते हैं।
पुलिस की वर्दी पहने सुधांशु और जयेन्द्र ने दो तीन मेहमानों के नितंबों पर बेंत मारते हुए कहा : तुम सबकी तलाशी होगी। तलाशी के बाद जिसे हम जाने के लिए कहेंगे वह जा सकता है और जिसे हम अपनी खिदमत के लायक समझेंगे उसे हमे खुश करना होगा।
काज़ी, ज़फर और असलम बोले : हमारा काम तो निकाह करवाना था। अब हमारा यहाँ कोई काम नही, लिहाज़ा हम लोग चलते है।
पुलिस की वर्दी पहने जयेन्द्र ने सिपाहियों से कहा : इन तीनों को भी अरेस्ट करो। इन पर भी संगीन धाराओं में रेप का मामला दर्ज हुआ है।
उन तीनों को अरेस्ट करने के बाद जैसे ही एक सिपाही हथकड़ी लेकर हिना की तरफ बढ़ा, वह एकदम घबरा गई और रवि की तरफ देखने लगी : प्लीज़ मुझे बचाओ
रवि पुलिस के सिपाही से हंसकर बोला : इसे छोड़ दो। यह मेरा माल है।
यह कहने के साथ ही रवि ने हिना को खींचकर अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसे बेतहाशा चूमने चाटने लगा। सजी धजी मेक अप में हिना बला की खूबसूरत लग रही थी। उसने लाल रंग की एक टाइट स्लीवलेस ड्रेस पहन रखी थी जिसमे उसकी फिगर एकदम साफ नजर आ रही थी।
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Part 39
हिना के साथ रवि जबरन छेड़खानी करते हुए उससे बोला : बोल तुझे भी अरेस्ट होकर जेल जाना है या फिर मेरी सेक्स स्लेव बनकर रहेगी ?
मेहमानों की भीड़ हिना और रवि की इस छेड़खानी और जबरदस्ती को देखकर हैरान हो रहे थे। लेकिन उन सबको इस बात का अंदाज़ा नही था कि यह तो पिक्चर का एक ट्रेलर मात्र था। असली फ़िल्म अभी शुरू होने वाली थी।
हिना कुछ नही बोली तो रवि ने उसके गाल पर हल्की सी चपत लगाते हुए फिर से पूछा : बोल जल्दी मेरी सेक्स स्लेव बनेगी या फिर जेल जाएगी
हिना : नही मैं जेल नही जाना चाहती। मुझे सेक्स स्लेव बनना मंजूर है।
रवि : ठीक है। अब तू चुपचाप इधर कुर्सी पर बैठ जा।
रवि के मामा रोहन ने अब बोलना शुरू किया : यहां जितने भी लोग मौजूद हैं, अब सबकी तलाशी ली जाएगी। सारे मर्द एक साथ सामने उस हाल में लाइन बनाकर पहुंच जाएं। वहां पुलिस के सिपाही सब मर्दों की तलाशी लेंगे और अगर तलाशी में उनके पास से कुछ नही मिला तो उन्हें घर जाने दिया जाएगा। जिस किसी के पास से कोई अवैध चीज़ बरामद होगी, उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
घबराए हुए सब मर्द सिपाहियों के साथ सामने हाल में चले गए।
मर्दों के जाने के बाद वहां लगभग 100 औरतें बच गई थीं। लगभग 20 औरतों ने बुरका भी पहन रखा था
अब पुलिस इंस्पेक्टर गौरव ने अपनी रौबीली आवाज़ में बोलना शुरू किया : तुम सब 20 - 20 की पांच लाइनें बनाकर खड़ी हो जाओ। बुर्के वाली औरतें एक लाइन में खड़ी हो जाये।
जब सब की सब 100 औरतें 20 - 20 की 5 लाइनें बनाकर खड़ी हो गई तो गौरव ने रवि से कहा : रवि इन बुर्के वाली औरतों की तुम तलाशी लो
बाकी की 4 लाइनों में खड़ी औरतों की तलाशी के लिए गौरव, रोहन, सुधांशु और जयेन्द्र उनके पास पहुंच गए और एक एक करके उनकी तलाशी लेने लगे।
जो औरतें बेहद बूढ़ी और बदसूरत थीं, उन्हें बिना तलाशी के ही छोड़ा जा रहा था।
सभी लाइनों में अब तीन तीन खूबसूरत लड़कियां और जवान औरतें बच गई थी जिनके बदन को सहलाते हुए उनकी तलाशी ली जा रही थी।
रवि की लाइन में क्योंकि सब औरतों ने बुरका पहना हुआ था इसलिए उसने सबसे कहा : अपने अपने बुर्के को उतारो फटाफट
लाइन के सबसे आगे जो औरत खड़ी थी, वह रवि से बोली : हमने आज तक किसी गैर मर्द के आगे अपना बुरका नही उतारा है। हम बुरका नही उतारेंगे।
रवि : अगर तुम सबने फटाफट अपने अपने बुर्के नही उतारे तो मैं फार्म हाउस के नौकरों को बुलाता हूँ। वे लोग तुम्हारे बदन से बुरका उतारकर तुम लोगों से थोड़ी मौज़ मस्ती भी कर लेंगे
रवि के यह कहते ही सब अपने अपने बुरकों को जल्दी जल्दी उतारने लगीं।
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