वासना के सौदागर

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mastram
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Re: वासना के सौदागर

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Part-27
सोनाली ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए।
असलम ने सोनाली के साड़ी के पल्लू को अपने हाथ मे पकड़ा और एक ही झटके में उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग करके एक ओर फेंक दिया।
सोनाली के बदन पर अब ब्लॉउज़ और पेटीकोट बचे थे
असलम सोनाली के पीछे उसके बदन से सटकर खड़ा हो गया और अपने दोनों हाथों को आगे लाकर उसके चिकने समतल पेट पर फिराने लगा। उसका खड़ा लण्ड सोनाली के मस्त मस्त नितंबों से चिपका जा रहा था।
काज़ी और ज़फर सोफे पर बैठे अपने अपने लण्ड को सहलाते हुए असलम के द्वारा सोनाली के साथ की जा रही इस बदमाशी को इस तरह से देख रहे थे मानो कोई पोर्न फिल्म देख रहे हों।
काज़ी : साली बहुत मस्त माल है। यह नही हो सकता कि शादी से पहले किसी ने इसे चखा न हो।
ज़फर : आप ठीक कह रहे हैं। यह झूठ बोल रही है कि शादी से पहले किसी मर्द ने इसे नही छुआ है। मुझे तो लगता है कि शादी से पहले और बाद में कई मर्दों ने इसकी मस्त जवानी को लूटा है।
सोनाली को उन तीनों की यह बातें बहुत भद्दी, बेहूदा और ज़लील करने वाली लग रही थी। उसने अपने हाथ नीचे कर लिए और अपने आप को असलम की पकड़ से छुड़ाते हुए विरोध करती हुई कहने लगी : यह आप सब लोग क्या बदतमीजी कर रहे हैं। यह कैसी रस्म है। मुझे यह सब नही करना है।
इससे पहले कि काज़ी या ज़फर कुछ बोल पाते, असलम ने सोनाली के गालों पर 2 थप्पड़ जड़ते हुए कहा : हाथ ऊपर उठा। अब तक मैंने कोई बदतमीजी नही की थी लेकिन अब तुझे यह पता चलेगा कि बदतमीजी कैसे की जाती है।
सोनाली ने डर कर फिर से अपने हाथ ऊपर कर लिए।
ज़फर : असलम भाई इसे नंगा करके खड़ा कर दे। साली रंडी बड़े नखरे दिखा रही है।
असलम : ज़फर भाई, तुम भी आ जाओ। काम जल्दी निपट जाएगा।
काज़ी : नही नही, असलम पहले तुम अकेले ही इसकी जवानी के मज़े लूटो। उसके बाद ज़फर भी इसकी चैकिंग करने के बहाने इससे जी भरकर मज़े लेगा। ज़फर तुम फिलहाल अपना कैमरा लेकर इसकी वीडियो बनानी शुरू कर दो। हम यहां क्या कर रहे हैं, उसका वीडियो नही बनाया तो हम लोगों को क्या बताएंगे कि हमने क्या किया है।
ज़फर ने अपने बैग में से कैमरा निकाल लिया और वीडियो बनाने लगा।
असलम फिर से सोनाली की पीठ से चिपककर खड़ा हो गया था और अपने दोनों हाथों से उसके ब्लॉउज़ में कैद मम्मे दबाते हुए अपने चेहरे को उसकी गर्दन पर रगड़ रगड़ कर उसे बेतहाशा चूम रहा था।
काज़ी : असलम इसकी ब्लॉउज़ निकाल दे
असलम ने सोनाली की ब्लाउज़ खोलकर नीचे गिरा दी और ब्रा में कैद उसके मम्मे दबाने सहलाने लगा।
काज़ी : पेटीकोट भी खोल दो। पूरा नंगा कर दो इसे
असलम ने सोनाली के पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया। उसका पेटीकोट सरककर नीचे जमीन पर खिसक गया।
सोनाली के खूबसूरत जिस्म पर अब सिर्फ एक ब्रा और पैंटी बची थी
काज़ी : बाकी के कपड़ें भी उतार कर इसे बिल्कुल नंगा करो, तभी ठीक से चैकिंग हो पाएगी।
सोनाली : बस करो, अब और कपड़े मत उतारो प्लीज़। बहुत शर्म आ रही है मुझे
ज़फर : चुप साली। जितना तू शर्माएगी हमे उतना ही मज़ा आएगा।
असलम ने सोनाली की ब्रा और पैंटी उतारकर उसे बिल्कुल नंगा कर दिया था। हाथ ऊपर उठे होने की वजह से वह अपने हाथों से कुछ छिपाने की स्तिथि में नही थी।
ज़फर : असलम भाई, जरा आप हटकर खड़े हो जाओ। इसके बदन की दो मिनट की वीडियो बनानी है।
असलम सोनाली को छोड़कर साइड में हो गया तो ज़फर सोनाली से बोला : चल अपने बदन को गोल गोल घूमकर चारों तरफ से दिखा।
सोनाली अपने हाथ उठाये हुए अपने बदन को गोल गोल घुमाने लगी और ज़फर उसकी इस हालत में वीडियो बनाने लगा और बोलने लगा : लौंडिया का एक एक अंग तराशा हुआ लग रहा है। पता नही कितने दबंग लौंडों ने इसका मुंह खुलवाकर अपना केला इसे खिलाया होगा।
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part 28
काजी : असलम अब तुम इस लौंडिया के बदन की चैकिंग शुरू करो और यह पता लगाओ कि यह सच बोल रही है या झूठ
असलम ने काज़ी का इशारा मिलते ही सोनाली के नंगे खूबसूरत बदन पर अपने हाथ फिरा फिरा कर दबाना सहलाना शुरू कर दिया।
सोनाली के सीने की दोनों गोलाइयों को असलम बहुत मज़े लेते हुए दबाने सहलाने लगा
काज़ी : क्या लगता है, पहले किसी मर्द ने इसके बदन को मसला है कि नही ?
असलम एकदम बौरा सा गया था, बोला : नही काज़ी साहब एकदम ताज़ा माल लग रही है साली, जहां भी हाथ फेरो, हाथ फिसल रहा है
ज़फर : हाँ लौंडिया एकदम चिकनी है इसमें तो कोई शक नही है
काज़ी : इसकी जांघों को सहलाओ
असलम ने सोनाली की चिकनी संगमरमरी जांघों को अपने हाथों से सहलाते हुए काज़ी से कहा : मुझे तो यह एकदम अनछुई और कच्ची कली लग रही है।
काज़ी : यह कच्ची कली है कि नहीं, यह भी चेक करो
असलम ने सोनाली की चिकनी चूत को काफी देर तक सहलाया और फिर उसकी चूत में अपनी उंगली डाल कर उसे आगे पीछे करने लगा।
ज़फर : क्या लग रहा है असलम भाई
असलम : साली पूरी तरह से गीली हो चुकी है। लगता है इसे भी हमारी इस दबंगई में खूब मजा आ रहा है
काज़ी : क्यों लड़की, तुझे मज़ा आ रहा है या नही ?
सोनाली कुछ नही बोली तो काज़ी को गुस्सा आ गया। काज़ी असलम से बोला : जरा इसका पिछवाड़ा गर्म करना पड़ेगा
काज़ी की बात सुनते ही ज़फर ने बैग में से एक छड़ी निकालकर असलम के हाथ मे दे दी
काज़ी (असलम से) : इसके नितंबों पर छड़ी के 10 स्ट्रोक लगाओ। अगर फिर भी मेरे सवाल का जबाब न दे तो 10 स्ट्रोक और लगाओ।
सोनाली घबराकर बोल पड़ी : नही, यह मत करो प्लीज़, बहुत दर्द होगा। अब मैं आपकी हर बात मानूँगी
असलम : काज़ी साहब के सवाल का जबाब दे जल्दी
सोनाली : हाँ मुझे मज़ा आया
काज़ी : चलो 10 की जगह इसे 5 छड़ी के स्ट्रोक मार दो ताकि इसे यह मालूम हो जाये कि हमारे हुक्म को न मानने का क्या अंजाम होता है।
काज़ी का फरमान सुनकर असलम ने सोनाली के सुडौल नितम्बो पर पहला छड़ी का स्ट्रोक लगा दिया
सोनाली "आई उई " करके चीखती चिल्लाती रही लेकिन असलम ने बिना किसी रियायत के उसके जोर जोर से 5 छड़ी के स्ट्रोक लगाए और फिर छड़ी को एक तरफ रखकर उसके नितंबों को अपने हाथों से सहलाने लगा।
असलम के हाथ फेरने से सोनाली को काफी राहत महसूस हो रही थी।
असलम : बोल हाथ फिराने से मज़ा आ रहा है या नही
सोनाली : हाँ बहुत मज़ा आ रहा है
ज़फर ( हंसते हुए) : पिछवाड़ा गर्म होते ही यह तो फटाफट बोलने लगी
असलम का लण्ड अब तक उसकी पैंट के अंदर बहुत बड़ा टैंट बना चुका था
असलम सोनाली से बोला : चल जमीन पर घुटनों के बल बैठ जा
सोनाली समझ गयी थी कि अब उसके साथ क्या होने वाला था लेकिन वह पूरी तरह से बेबस थी
वह ज़मीन पर बैठ गयी तो असलम उसके चेहरे के पास अपने पैंट में बन रहे टेन्ट को ले जाकर बोला : चल मेरा केला निकालकर अपने मुंह मे रख और मुझे खुश कर
सोनाली ने अपने हाथों से असलम की पैंट की ज़िप खोलकर उसके लण्ड को अपने हाथ मे ले लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगी।
असलम : चल अब मुंह खोल और इसे अपने मुंह मे डालकर इस पर अपनी जीभ घुमा घुमाकर चूस
सोनाली उसके लण्ड को अपने मुंह मे लेकर चूसने लगी।
काज़ी (असलम से) : इसके दोनों गालों पर बीच बीच मे हल्के हल्के चपत भी लगाते रहो ,और ज्यादा मज़ा आएगा। मुंह खुलवा ही लिया है तो पूरा मज़ा लो रंडी से
असलम ने जैसे ही सोनाली के गालों पर चपत लगाने शुरू किए वह और अच्छी तरह से लंड को चूसने लगी
शेष अगले भाग में
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mastram
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Part 29
असलम जब काफी देर तक सोनाली का मुख मैथुन कर चुका तो उसने क्लाइमेक्स आने पर अपने लंड की पिचकारी उसके मुँह में छोड़ते हुए कहा : ले अब मेरा जूस पी और पक्की मुसलमान बन जा।
सोनाली न चाहते हुए भी असलम का सारा वीर्य रस पीने लगी।
असलम ने अभी भी अपना लण्ड उसके मुंह मे ही रहने दिया और उससे बोला : अब अपनी जीभ से इसे साफ कर
सोनाली की जीभ से अपने लंड की सफाई करवाने के बाद असलम उझसे बोला : चल फिर से खड़ी हो जा और अपने दोनों हाथ ऊपर उठा ले। उस पोज में तू बहुत सेक्सी और मस्त लगती है।
सोनाली फिर से अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर खड़ी हो गयी
अब ज़फर की बारी थी
ज़फर सोनाली से बोला : इधर मेरे नज़दीक आकर खड़ी हो जा। तेरी खबर अब मैं लूंगा।
सोनाली सोफे पर अपने पैरों को फैलाये ज़फर के नज़दीक जाकर खड़ी हो गयी
ज़फर : थोड़ा और पास आ , शरमा क्यों रही है, आजा मेरी जान
सोनाली ज़फर के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी
ज़फर ने अपने हाथों को सोनाली के चिकने पेट पर फिराते हुए उससे कहा : अपनी टाँगों को खोलकर खड़ी हो
सोनाली के टाँगे खोलते ही ज़फर ने उसकी चिकनी चूत पर अपने हाथ को फिराया और अपने दोनों हाथों से उसकी कमर को पकड़कर उसे और नज़दीक किया और अपने खुरदरे चेहरे को सोनाली के समतल चिकने पेट पर रगड़ते हुए उसे चूमने लगा।
पेट को चूमने के बाद ज़फर ने सोनाली की चिकनी जांघों पर भी अपना चेहरा रगड़ते हुए काफी देर तक चुम्मा चाटी की और फिर उसके नितम्बो पर अपने हाथ से स्ट्रोक मारकर पूछने लगा : अब सच सच बता कि शादी से पहले किस किस मर्द ने तेरे इस सेक्सी जवानी के मज़े लूटे हैं ? अगर मुझसे झूठ बोली तो मैं तुझे नँगा करके सबके सामने परेड करवाऊंगा। सच झूठ का मुझे सब मालूम पड़ जाता है। हमारा रोजाना का काम है यह। बोल अब सच सच बता कि शादी से पहले किस मर्द ने तेरे इस मस्त बदन को मसला है।
सोनाली ज़फर की इस बात से डर गई कि वह सच झूठ का पता लगा सकता है और झूठ पकड़े जाने पर वह उसे नंगा करके सबके सामने घुमाएगा।
सोनाली : जी शादी से पहले मुझे मेरे पति ने ही छुआ था। वह मुझे सिनेमा दिखाने ले गए थे और फिर वहां पर...
सोनाली बोलते बोलते हुए रुक गयी तो ज़फर ने इसके नितंबों पर जोर से एक बेंत मारते हुए कहा : रुक क्यों गयी। बोलती रह की वहां सिनेमा हाल में तेरे साथ क्या क्या हुआ। पूरी डिटेल में बता
सोनाली : सिनेमा में मेरे पति ने मुझे काफी चूमा चाटा भी और मुझसे अपना लंड भी चुसवाया
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Re: वासना के सौदागर

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Part 30
ज़फर ने सोनाली के नितम्बों पर एक जोर का बेंत मारते हुए कहा : अब यह भी बता की शादी के बाद कितने मर्दों ने तेरी जवानी के मज़े लूटे हैं
सोनाली : मेरे पति के अलावा उनके बड़े भाई सलीम ने भी मेरे साथ...
सोनाली कहते कहते रुक गयी तो ज़फर ने उसके नितंबों पर जोर से बेंत मारते हुए कहा : रुक मत, सब कुछ डिटेल में बता। तूने क्या क्या गुल खिलाये हैं, सब सच सच बता
सोनाली : मेरे पति परवेज़ और उनके बड़े भाई सलीम ने भी पहली ही रात में मेरी जवानी के जी भरकर मज़े लिए हैं
ज़फर (क़ाज़ी की तरफ देखते हुए) : काज़ी साहब इसके लिए तो पाकीज़गी की रस्म भी अदा करनी पड़ेगी। यह तो कई पाप कर चुकी है।
काज़ी : हाँ, यह लौंडिया तो खुद ही अपने गुनाहों को कुबूल कर रही है, अब इसकी पाकीज़गी तो करनी ही पड़ेगी। लेकिन उससे पहले इसे इस बात की सज़ा भी मिलेगी कि इसने अब तक अपने इस गुनाह को हमसे छुपाकर रखा।
सोनाली :मेरा गुनाह कैसे हुआ ? मेरे साथ तो जबरदस्ती करके मेरे बदन को लूटा गया है
ज़फर ने सोनाली के नितंबों पर फिर से बेंत लगते हुए कहा : साली, काज़ी साहब से जुबान लड़ाती है। अगर तेरे साथ जबरदस्ती करके भी तेरे बदन को लूटा गया है, तब भी यही माना जायेगा कि यह तेरा ही पाप है जिसके लिए अब हम सबको तेरे साथ पाकीज़गी की रस्म पूरी करके तेरे इस बदन को फिर से "पाक साफ" करना होगा।
काज़ी : पाकीज़गी की रस्म बाद में। पहले इसे इधर मेरी टाँगों पर उल्टा करके लिटाओ। इसके नितंबों पर मैं 50 बेंत लगाकर इसे सज़ा दूँगा
यह कहने के साथ ही काज़ी ने अपना पाजामा नीचे खिसका दिया
ज़फर समझ गया था कि काज़ी साहब क्या चाहते थे
ज़फर का अपना लण्ड भी एकदम तनकर खड़ा हो चुका था और उसे भी राहत की बहुत जरूरत महसूस हो रही थी
ज़फर ने सोनाली को काज़ी की दोनों जाँघों पर उल्टा करके इस तरह से लिटा दिया ताकि के लण्ड के ऊपर उसका चिकना पेट टिका रहे और उसकी जाँघ के ऊपर सोनाली के दोनों नितंब टिके रहें जिन पर काज़ी 50 बेंत मारकर अपनी हनक पूरी कर सके।
ज़फर खुद काज़ी के पास इस तरह से बैठ गया ताकि सोनाली का चेहरा ज़फर के लण्ड के ऊपर आकर टिक जाए ताकि वह अपने लण्ड को सोनाली से साथ साथ ही चुसवा सके।
ज़फर के अंडरवियर में कैद लण्ड पर सोनाली का चेहरा टिका हुआ था। उसके नरम होंठ उसके लण्ड के उभार को मानो चूम से रहे थे। जैसे ही काज़ी ने सोनाली के मस्त नितंबों पर बेंत पेलने शुरू किए, वह उछलने लगी।
ज़फर ने अपने अंडरवियर को नीचे खिसका दिया और सोनाली के मुंह मे अपना केला घुसेड़ते हुए बोला : ले साली, मेरे केले को चूस चूस कर मुझे खुश कर।
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