भाई बहन,ननद भाभी और नौकर

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mastram
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Re: भाई बहन,ननद भाभी और नौकर

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PART-30
रश्मि अब अपने कमरे में से पल्ल्वी के सामान को अलग करके इकठ्ठा कर रही थी, जिसे वह अर्जुन के हाथों ऊपर कमरे में भेजना चाहती थी.
अर्जुन कुछ ही देर में रश्मि के पास आया और बोला-" मेम साब दोनों कमरों की अच्छी तरह से सफाई कर दी है मैंने. आपकी अलमारी में से यह सब सामान उठाकर मैं ले आया हूँ."
रश्मि ने उससे अपना सामान कमरे में रखवा लिया और पल्ल्वी का जो सामान उसने निकाल कर रखा था, उसकी तरफ इशारा करती हुई अर्जुन से बोली-" यह सारा सामान ऊपर वाले कमरे में रख आओ."
यह सब करते कराते दोपहर के बारह बज गए थे. अर्जुन फिर से रश्मि के पास आ गया और बोला- " मेम साब अब सब सामान सेट कर दिया है. अब और क्या हुक्म है.मेरे लिए."
रश्मि को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या किया जाए. उसने अर्जुन से कहा-" अपना मोबाइल मुझे दे और यहां नीचे बैठकर मेरे पैरों को दबा."
रश्मि सोफे पर बैठकर अर्जुन के मोबाइल में गैलरी में जाकर वीडियो और फोटो देखने लगी और अर्जुन वहीं फर्श पर बैठा उसके पैरों को दबाने लगा.
अर्जुन ने मोहित और शोभित को पेलते हुए कई वीडियो बनायी थीं. रश्मि ने उन्हें अर्जुन के मोबाइल से डिलीट नहीं किया लेकिन उन्हें अपने मोबाइल में भी ट्रांसफर कर लिया. एक वीडियो में मोहित अर्जुन को यह ऑफर दे रहा था कि वह पल्ल्वी के साथ अर्जुन के रोजाना मज़े करवा सकता है. इस वीडियो को भी रश्मि ने अपने फ़ोन में ट्रांसफर कर लिया.
कुछ देर बाद रश्मि ने अर्जुन को उठने के लिए कहा और उसका मोबाइल उसे वापस देते हुए कहा-" यह मोहित और शोभित की वीडियो जो तूने बनाई हैं, इनका तू क्या करेगा ? "
अर्जुन बोला- " मुझे नहीं मालूम. मैंने तो उन्हें डराने धमकाने के लिए ऐसे ही बना ली थीं. आप चाहें तो इन्हे हटा दें या जो चाहें करें. मैं तो सिर्फ आपका सेवक हूँ."
रश्मि हँसते हुए बोली- " हाँ ठीक है, तू मेरी सेवा किये जा-तुझे मेवा जरूर मिलेगी. मैंने तेरे मोबाइल से वीडियो हटाई नहीं हैं, तू चाहे तो इनका इस्तेमाल अपनी मर्ज़ी से जैसे चाहे कर सकता है.. फिलहाल तुम लंच का इंतज़ाम करो. मैं जल्दी ही लंच कर लूंगी. उसके बाद तुम भी कर लेना."
डेढ़ बजे तक रश्मि और अर्जुन दोनों लंच कर चुके थे. रश्मि और अर्जुन दोनों ही आगे के बारे में सोच सोच कर बहुत उत्तेजित हुए जा रहे थे. अर्जुन का लण्ड तो बार बार अपने निक्कर में से निकलकर बाहर आने को मचल सा रहा था.
रश्मि ने अर्जुन को अपने कमरे में बुला लिया और उसे कुर्सी पर बैठने को कहा
अर्जुन कुर्सी पर बैठ गया
रश्मि ने टी वी स्क्रीन ऑन किया और गेस्ट रूम का बटन दबाया. गेस्ट रूम का सीन टी वी पर आ गया लेकिन वहां कुछ नहीं हो रहा था इसलिए कुछ देखने के लिए नहीं था. इसके बाद उसने चेक करने के लिए रश्मि वाले रूम ( जिसमे अब पल्ल्वी को रहना था) का बटन दबाया, वहां भी खाली कमरे का सीन टी वी पर आ गया. अब रश्मि ने अर्जुन के कमरे का भी बटन दबा दिया. दरअसल पल्ल्वी के आने से पहले रश्मि सब कुछ चेक कर रही थी कि कहीं कुछ गड़बड़ हो तो उसे सेट करे. अर्जुन को तो यह पहले ही मालूम पड़ गया था कि उसके कमरे की निगरानी भी इसी कमरे से की जाती है. लेकिन रश्मि की निगरानी से उसे कोई ऐतराज़ नहीं था.
अब रश्मि ने अर्जुन के निक्कर में बने टेंट को देखकर उसे छेड़ते हुए कहा-" तू क्या क्या ख़याली पुलाव बना रहा है ? थोड़ा काबू में रख अपने आप को. तेरी पल्ल्वी मेम साब आने वाली है आज शाम को."
अर्जुन शर्माते हुए बोला- " कुछ नहीं मेम साब. मेरे लिए तो आप ही मेम साब हैं. पल्ल्वी सिर्फ पल्ल्वी है और इससे ज्यादा कुछ नहीं."
रश्मि खुश होते हुए बोली- " चल इसी बात पर तुझे एक बढ़िया सी रियल पोर्न फिल्म दिखा रही हूँ. फिल्म की हीरोइन पल्ल्वी और हीरो मेरे विमल भैया हैं."
यह कहने के साथ रश्मि ने जिस पेन ड्राइव पर " हनीमून" लिखा था, उसे टी वी स्क्रीन में लगा दिया और अगले ही पल वीडियो चलना शुरू हो गया.
पल्ल्वी और विमल भैया होटल के एक कमरे में थे
विमल भैया पल्ल्वी से कह रहे थे- " तुम्हे मालूम है कि शादी होने के तुरंत बाद पति पत्नी हनीमून पर क्यों आते हैं ? "
पल्ल्वी बोली- " मौज मस्ती करने और क्या."
विमल बोला- " नहीं. हनीमून का मतलब होता है कि पति अपनी पत्नी की ट्रेनिंग करे कि उसे आगे लाइफ में अपने पति को किस तरह खुश रखना है."
पल्ल्वी हंसकर बोली - " तो फिर शुरू करो ट्रेनिंग."
इसके बाद विमल खुद वहां एक सोफे पर बैठ गया और उसने पल्ल्वी से कहा-" अब तुम यहां मेरे पास खड़ी हो जाओ ताकि तुम्हारी ट्रेनिंग शुरू कर सकूं."
पल्ल्वी अभी भी कुछ नहीं समझ पा रही थी कि यह क्या मजाक चल रहा है. वह सोफे पर बैठे विमल के सामने खड़ी हो गयी. विमल एक टी शर्ट और निक्कर पहने हुए था और पल्ल्वी शिफॉन की एक साड़ी पहने हुए थी जो उसके सुडौल बदन पर एकदम चिपक सी गयी थी.
विमल ने पल्ल्वी से कहा- " अभी एक गाना मैं मोबाइल पर बजाऊंगा. उस गाने पर तुम्हे थिरक थिरक कर उसी तरह नाचना है जिस तरह से फिल्म में इस गाने पर हीरोइन नाची थी. ठीक से नाचोगी तो इस पहले लेसन में तुम पास हो जाओगी वरना तुम्हे ट्रेनिंग देकर नाचना सिखाना पड़ेगा."
विमल का लण्ड निक्कर के अंदर एकदम तनकर खड़ा हो गया था और उसे वह अपने हाथ से लगातार सहलाये जा रहा था.
उसी समय उसने अपने मोबाइल पर यूं ट्यूब खोलकर उसे होटल के कमरे में लगे स्मार्ट टी वी स्क्रीन से कनेक्ट कर दिया और अब यूं ट्यूब पर गाना टी वी पर आने लगा
गाना फिल्म डर्टी पिक्चर से था- "चुटकी जो तूने काटी है यहां वहां- ऊ लाला ऊ लाला..."
टी वी स्क्रीन पर विद्या बालन नाच रही थी और होटल के कमरे में विमल के सामने पल्ल्वी नाच रही थी.
विमल भी सोफे से उठकर खड़ा हो गया था और बीच बीच में पल्ल्वी के बदन से उसी तरह छेड़छाड़ कर रहा था जिस तरह से फिल्म में हीरो कर रहा था.
गाना ख़त्म हुआ और विमल बोला-" चलो इस लेसन में तो तुम पास हो गयीं. अभी ऐसे कई लेसन बाकी हैं."
अब विमल पल्ल्वी से बोला- " अब दूसरा लेसन शुरू होता है. इसमें तुम्हे पति की हर बात बिना किसी सवाल किये माननी होती है यह मानकर कि पति ही परमेश्वर है और जो उसका हुक्म है उसे हर हालत में मानना ही पत्नी का परम कर्तव्य है.अब तुम ऐसा करो कि एक एक करके अपने सारे कपडे उतारो और एकदम निर्वस्त्र हो जाओ."
पल्ल्वी तो पहले भी कई बार अपने भाईओं के सामने ही अपने सारे कपडे उतार चुकी थी इसलिए उसने फटाफट अपने सारे कपडे उतार दिए और अपने हाथ खुद ही ऊपर करके खड़ी हो गयी..
विमल ने तो कभी कल्पना ही नहीं की थी कि पल्ल्वी एक ही बार में अपने सारे कपडे उतार कर इस तरह से अपने हाथ ऊपर करके सेक्सी पोज में खड़ी हो जाएगी. उसका लण्ड अब बेकाबू हुआ जा रहा था.
रश्मि ने चुपके से अर्जुन की तरफ देखा. उसकी हालत भी बहुत ख़राब हुई जा रही थी और उसका लण्ड एकदम निक्कर से बाहर निकलने को बेताब था.
रश्मि ने अपने पैरों को अर्जुन की टांगों के ऊपर फैलाकर रखा और अपने एक पैर को उसके तने हुए लण्ड पर निक्कर के ऊपर से ही घुमाने लगी.
अर्जुन चुपचाप रश्मि की इस छेड़खानी का मज़ा लेता रहा और टी वी की तरफ देखता रहा.
अब विमल ने एक और गाना चला दिया -" अंग लगा दे रे मोहे रंग लगा दे रे"
गाना चलाने के बाद विमल बोला-"अब इस गाने पर थिरक थिरक कर नाचो."
पल्ल्वी जो एकदम नंगी खड़ी थी इस गाने पर थिरक थिरक कर नाचने लगी. वह सोफे पर बैठे हुए विमल के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी थी और अपने नंगे बदन को गाने में दिए स्टेप्स के मुताबिक विमल के बदन से रगड़ने का प्रयास कर रही थी जिसकी वजह से विमल का सब्र एकदम जबाब दे गया और उसने गाना बीच में ही रोककर कुसुम को अपने घुटनों के बीच बिठा लिया और अपने निक्कर में से तने हुए लण्ड को उसके आगे करते हुए आर्डर दिया-" इसे अपने मुंह में लेकर इस पर अपनी जीभ फिरा फिराकर इसकी सेवा करो. यह तुम्हारा आज का तीसरा लेसन है. कुछ ही देर में इसके अंदर से जो जूस निकलेगा उसे भी तुम्हे जमीन पर एक भी बूँद गिराए बिना पी जाना है.कहीं भी गलती नहीं होनी चाहिए."
पल्ल्वी तो इस काम में एक्सपर्ट थी. उसने बिना किसी झिझक के विमल के लण्ड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और उसके सारे वीर्य रस को भी पी गयी. पल्ल्वी जिस तरह से एक सेक्स स्लेव की तरह विमल की हर बात को मानती चली जा रही थी, उससे विमल की हिम्मत तो अब बढ़ती ही जा रही थी.
वह कुछ इस तरह का लेसन पल्ल्वी के लिए सोचने लगा जिसे पल्ल्वी न माने और वह पल्ल्वी को उसके लिए सजा देकर उसकी ट्रेनिंग को आगे बढ़ाये लेकिन पल्ल्वी तो शायद कोई मौका ही विमल को नहीं दे रही थी.
शेष अगले भाग में....
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mastram
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PART-31
विमल का लण्ड चूसकर उसका वीर्य पी जाने के बाद अब पल्ल्वी उसके अगले आदेश की प्रतीक्षा कर रही थी और अभी तक घुटनों के बल ही बैठी हुई थी.
विमल ने अब पल्ल्वी से कहा-" अब चलो ऐसा करो फटाफट मुर्गा बनकर दिखाओ. यह तुम्हारा लेसन नंबर सिक्स है "
पल्ल्वी ने अपने कान पकडे और मुर्गा बन गयी
विमल ने सोफे पर बैठे बैठे अपने दोनों पैरों को आगे बढ़ाया और मुर्गा बनी हुई पल्ल्वी के ऊपर अपने पैरों को रखकर उसके चिकने नितम्बों और पीठ पर अपने पैरों को रगड़ने लगा.
विमल अपनी सभी इच्छाएं पल्ल्वी से पूरी करवा लेना चाहता था- काफी देर तक जब पल्ल्वी मुर्गा बनी रही तो विमल ने उससे कहा-" अब उठकर खड़ी हो जाओ और कान पकड़कर १०० बार उठक बैठक लगाओ. यह तुम्हारा लेसन नंबर सेवन है."
पल्ल्वी जो अब तक मुर्गा बनी हुई थी, उठकर खड़ी हो गयी और विमल के कहे अनुसार कान पकड़ कर उठक बैठक लगाने लगी. पल्ल्वी अपनी उठक बैठकों की बोल बोल कर गिनती भी करती जा रही थी-पल्ल्वी जिस तरह से विमल के पूरी कंट्रोल में आ चुकी थी, उसे देखकर विमल अपने अंदर जबरदस्त उत्तेजना महसूस कर रहा था.
उसकी उठक बैठकों को और भी एन्जॉय करने के लिए विमल ने अपनी टाँगे थोड़ी फैलाते हुए पल्ल्वी से कहा-" यहां मेरी दोनों टांगों के बीच में आकर खड़ी हो जाओ और बाकी की उठक बैठक यहां पर ही खड़ी होकर लगाओ."
पल्ल्वी विमल का इशारा समझ गयी और विमल की टांगों के बीच में आकर इस तरह खड़ी हो गयी ताकि वह उसके शरीर को कहीं से भी छूकर दबा सहला सके.
पल्ल्वी अब उठक बैठक लगाती जा रही थी और विमल उसके शरीर को दबाता सहलाता भी जा रहा था. कभी वह उसकी जाँघों को साइड से सहला देता तो कभी वह उसके जाँघों के अंदर सामने से सहला देता. उसके चिकने नाभि प्रदेश और योनि पर भी विमल की छेड़खानी लगातर जारी थी. विमल ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की कभी कोई इतनी खूबसूरत लड़की पूरी तरह से निर्वस्त्र होकर उसके आगे इस तरह से उठक बैठकें लगा रही होगी मानो वह कोई ख़रीदा हुआ सेक्स स्लेव हो-लेकिन अब यह सब एक हकीकत था और विमल उसका भरपूर मज़ा ले रहा था.
१०० उठक बैठकें पूरी होने पर विमल ने पल्ल्वी को दुबारा से वहीं अपनी टांगों के बीच घुटनों के बल बिठा लिया और फिर से बोला-" मेरा लंड फिर से बेकाबू हो रहा है-इसे अपने मुंह में लेकर फिर से इसकी मालिश करो."
पल्ल्वी ने विमल के खड़े लण्ड को अपने मुंह में लिया और उसकी अपनी जीभ से सहला सहला कर मालिश करने लगी.
विमल तो अपनी मस्ती में मानो उछलने लगा लेकिन विमल ने अचानक अपना लण्ड पल्ल्वी के मुंह से निकाल लिया और उसे जमीन पर ही लेटने के लिए कहा. जैसे ही पल्ल्वी कमरे के फर्श पर लेटी, विमल उठकर पल्ल्वी के नज़दीक आया और अपने लण्ड को पल्ल्वी की योनि में डाल कर उसके साथ सेक्स करने लगा. अब पल्ल्वी के मुंह से भी हर्ष मिश्रित आवाज़ें आ रही थीं.
काफी देर एक दूसरे के बदन से खेलने के बाद दोनों अपने अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गए और वहीं होटल के कमरे के फर्श पर नंगे ही लेटे रहे .
विमल कुछ देर बाद पल्ल्वी से बोला-" अब उठो और बाथरूम में चलो-आज का आठवां लेसन वहीं होगा."
पल्ल्वी उठकर जाने लगी तो विमल ने उसे टोका-"अपनी ब्लाउज , पेटीकोट और साड़ी सब पहनकर बाथरूम में जाओ."
कुसुम जैसे ही बाथ रूम में पहुंची पीछे पीछे विमल भी वहीं आ गया-"अब तुम्हे टिप टिप बरसा पानी पर वैसा ही सेक्सी डांस करना है जैसे मोहरा में रवीना टंडन ने किया था." यह कहते ही तेज़ आवाज़ में बाहर टी वी पर "टिप टिप बरसा पानी" गाना बजने लगा और पल्ल्वी थिरक थिरक कर उस पर डांस करने लगी. बाथरूम के दोनों शॉवर विमल ने खोल दिए थे जिसमे कुसुम लगातार भीग भीग कर नाच रही थी.
कुछ देर बाद विमल भी पल्ल्वी के पास आ गया और उसने एक झटके से उसकी साड़ी खेंचकर साइड में फेंक दी और उसके भीगे बदन को सहला सहलाकर जगह से दबा दबा कर मज़े लेने लगा. गाना ख़त्म होते होते पल्ल्वी को विमल ने पूरी तरह नंगा कर दिया था और उसे वहीं फर्श पर लिटाकर उसके साथ सेक्स का मज़ा लेने लगा. इसके बाद दोनों ने एक दुसरे को साबुन से मल मलकर नहलाया और दुबारा से अपने अपने कपडे पहनकर होटल के कमरे में बैठकर टी वी देखने लगे.
शाम के ५ बज चुके थे.
विमल ने अचानक होटल के रिसेप्शन पर फोन करके दो चाय और सैंडविच का आर्डर दिया.
जब विमल को लगा कि अब वेटर कमरे में आने वाला ही होगा, तभी उसने पल्ल्वी से कहा-" इधर आकर मेरी दोनों टांगों के बीच बैठ जाओ"
पल्ल्वी बोली-" यह क्या कर रहे हो. अभी तो वेटर आने वाला होगा और उसने देख लिया तो...."
विमल अब सख्त और रौबीली आवाज़ में बोला-" वह कुछ नहीं देख पायेगा. अब तुम देर मत करो और जो हुक्म दिया गया है, उसका पालन करो."
पालवी अब न चाहते हुए भी अपनी कुर्सी पर से उठी और विमल के पास जाकर उसकी दोनों टांगों के बीच घुटनों के बल बैठ गयी.पल्ल्वी और विमल दोनों ने ही टी शर्ट और निक्कर पहने हुए थे.
पल्ल्वी जैसे ही विमल की टांगों के बीच बैठी, विमल ने उसके दोनों हाथों को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और अपनी दोनों जांघों को पल्ल्वी के गालों पर धीरे धीरे सहलाने लगा.
जैसे ही कमरे की घंटी बजी तो पल्ल्वी ने विमल की गिरफ्त से अलग होने की कोशिश की लेकिन विमल ने उसके दोनों हाथ पकडे हुए थे और अपनी जाँघों को वह उसके दोनों गालों पर रगड़ते हुए उससे बोला-" चुपचाप ऐसे ही बैठी रहो. वेटर को भी तो मालूम पड़े कि कितनी हॉट सेक्स स्लेव को मैंने अपनी वाइफ बनाया है."
विमल ने वेटर से कहा-" प्लीज़ कम इन " और वेटर दरवाज़ा खोलकर अंदर आ गया
वेटर ने एक पल के लिए विमल की तरफ देखा और जब वहां देखा कि विमल किसी लड़की के साथ मस्ती कर रहा है तो वेटर सारे सामान को जल्दी से टेबल पर रखकर जाने लगा.
लेकिन विमल ने उसे रोका और कहा-" कप में चाय लौटकर उसमे चीनी वगैरा मिला दो."
वेटर चाय कप में लौटकर उसमे चीनी मिलाकर चम्मच चलाने लगा और तब तक विमल अपनी जांघों को पल्ल्वी के गालों पर रगड़ता रहा.
पल्ल्वी का शर्म और ज़लालत से बुरा हाल हो रहा था. एक अजनबी शख्स के सामने विमल जिस तरह से पल्ल्वी को ज़लील कर रहा था, उससे विमल के लण्ड का साइज तो बेकाबू हुआ ही जा रहा था, पल्ल्वी की योनि से भी पानी निकलने लगा था. वेटर कमरे के बाहर चला गया तो विमल पल्ल्वी से बोला-" अब चाय बाद में पी जाएगी, पहले तुम मेरे लण्ड का जूस पियो"
यह कहकर विमल ने पल्ल्वी के हाथ छोड़ दिए और अपने निक्कर को खिसकाते हुए उसमे से अपने तने हुए लण्ड को पल्ल्वी के होंठों पर टिका दिया और कडककर बोला -" इसे मुंह में अंदर लो और इसके जूस को पियो"
विमल को इस बार कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा था क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ था जब उसने पल्ल्वी की इच्छा के खिलाफ उससे कुछ करवाया हो.
पल्ल्वी ने जब उसके लण्ड को अच्छी तरह चूसने के बाद उसका सारा जूस पी लिया तो विमल उससे बोला-" यह तुम्हारा आज का लेसन नॅम्बर नाइन था. अब बस एक और आखिरी लेसन बाकी है. अब आओ चाय नाश्ता कर लेते हैं."
रश्मि यह वीडियो देख कर पूरी तरह गर्म हो चुकी थी, उसके अर्जुन की तरफ देखा, जहाँ वह उसके निक्कर में तने हुए लण्ड पर अपने पैर रगड़े जा रही थी. अर्जुन का निक्कर एकदम गीला हो चुका था. रश्मि ने घड़ी की तरफ देखा- शाम के 5 बज चुके थे.
रश्मि अर्जुन से बोली-" अब उठो और जाकर अपने कपडे बदल लो. बाकी की वीडियो फिर कभी देखी जाएगी अगर समय मिला तो."
इसके बाद अर्जुन भी अपना सर झुककर शर्माता हुआ वहां से चला गया और उसके जाने के बाद रश्मि भी बाथ रूम में अपनी गर्मी शांत करने चली गयी.
शेष अगले भाग में....
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Part-32
रश्मि जब बाथरूम से निकली तब तक पौने 6 बज चुके थे। उसने अर्जुन को फोन करके अपने लिए चाय मंगाई और उससे पूछा-" मम्मी का खाना तैयार हो गया ? "
अर्जुन बोला- " जी मेमसाब, खाना तैयार है।"
मम्मी रोज की तरह 6 बजे मंदिर से आई और फ्रेश होने के बाद खाना खाकर अपने कमरे में सोने चली गईं।
सात बजे थे। रश्मि ने किचिन में खुद जाकर अर्जुन से कहा- " डिनर तैयार करके 8 बजे तक टेबल पर लगा देना । कुसुम भाभी भी साथ मे ही डिनर करेंगीं। "
अर्जुन डिनर की तैयारी में ही लगा हुआ था और बोला - " जी मेम साब "
इसके बाद रश्मि अपने कमरे में वापस आ गई और कुसुम के आने का इंतज़ार करने लगी।
8 बजे के करीब कुसुम की कार का हॉर्न सुनाई दिया दिया तो अर्जुन ने दरवाजा खोलकर गाड़ी से कुसुम का बैग निकाला और कुसुम के साथ ही अंदर आ गया।
अंदर आते ही कुसुम का सामना जैसे ही रश्मि से हुआ, इससे पहले कि कुसुम कुछ बोल पाती, रश्मि ने कुसुम को अपने कमरे में बुलाते हुए कहा-" भाभी आपसे कुछ बात करनी है। "
साथ ही रश्मि ने अर्जुन से कहा- " जाओ भाभी का बैग ऊपर वाले कमरे में
रखो।"
कुसुम को कुछ समझ नही आ रहा था कि यह क्या हो रहा था। वह रश्मि के साथ उसके कमरे में आ गयी और वहां सोफे पर बैठ गयी। रश्मि भी कुसुम के साथ ही सोफे पर बैठ गयी और उसने अपना मोबाइल खोलकर कुसुम को वह वीडियो खोलकर दे दिया जिसे शोभित ने अपनी पेन ड्राइव में कल गलती से अपने कमरे में छोड़ दिया था और जिसका पता कुसुम को भी नही था।
कुसुम ने बहुत हैरानी और परेशानी के साथ वह वीडियो देखा और कहने लगी - " तेरे पास यह वीडियो कहाँ से आया।"
रश्मि के स्वर अब बदल चुके थे- " सिर्फ यही वीडियो नही, मेरे पास आपके वे सभी वीडियो आ चुके हैं जिनमें आप अपने भाइयों के साथ सेक्स लीला कर रही हो। फिलहाल यह सभी वीडियो मेरे पास सुरक्षित हैं लेकिन भैया और मम्मी को भी जरूरत पड़ने पर भेजे जा सकते हैं। "
कुसुम का चेहरा एकदम फक पड़ गया था। उसे समझ आ चुका था कि रश्मि क्या कह रही थी और उसका क्या मतलब था।
कुसुम को अपनी गिरफ्त में आता देख रश्मि ने अपनी आवाज़ में थोड़ा और रौब लाते हुए कहा- " चलो अब खड़ी हो जाओ और अपने कमरे में जाकर फ्रेश हो जाओ। बाकी की बातचीत डिनर के बाद होगी। ठीक 9 बजे डिनर की टेबल पर आ जाना। देर नही होनी चाहिए। "
कुसुम अब रश्मि से आंखें भी नही मिला पा रही थी और उसकी तरफ देखे बिना कमरे से बाहर निकलकर ऊपर अपने नए कमरे की तरफ जाने लगीं।
ठीक 9 बजे रश्मि और कुसुम डिनर की टेबल पर थे। उन लोगों ने बिना कुछ बातचीत किये लगभग सवा नौ बजे तक डिनर किया। डिनर के बाद रश्मि कुसुम से बोली- " भाभी अभी आप अपने कमरे में जाकर आराम कर लो लेकिन ठीक 10 बजे मेरे कमरे में आ जाना ताकि आगे की बातचीत की वज सके। "
कुसुम से रश्मि यह सब अर्जुन के सामने ही कह रही थी जिसे अर्जुन भी बड़े ध्यान से सुन रहा था।
कुसुम " ठीक है " कहती हुई रश्मि और अर्जुन से नज़रें बचाते हुए फटाफट ऊपर जाने लगी।
अब रश्मि ने अर्जुन की तरफ देखा- " तुम भी फटाफट खाना खाओ और जल्द से जल्द मेरे पास आओ। "
अर्जुन तो जैसे तैयार ही बैठा था- " जी मेम साब लेकिन मम्मी जी का खाना बनाया था, उसमे से जो बचा हुआ था, मैं तो उसे पहले ही खा चुका हूँ। "
रश्मि उसे देखकर हल्के से मुस्कराई और बोली- " ठीक है, फिर अभी आजा मेरे पास। "
रश्मि अपने कमरे की तरफ चल दी। पीछे पीछे अर्जुन भी आ गया।
अर्जुन कमरे को अंदर से बंद करने लगा तो रश्मि ने उसे रोक दिया- " बंद करने की जरूरत नही है। 10 बजे कुसुम आएगी और कोई नही आने वाला है। "
रश्मि अर्जुन को लेकर साइड रूम में आ गयी और टी वी स्क्रीन ऑन करके कुसुम के कमरे का लाइव देखने लगी। कुसुम फोन पर किसी से बात कर रही थी- " तु"मने मेरी जिंदगी बिल्कुल बर्बाद कर दी है। तुमने चोरी से मेरी वीडियो भी बना ली और उसे रश्मि के हाथों में भी सौप दिया। अब वह 18 साल की लौंडिया मुझे ब्लैकमेल कर रही है और मैं शायद कुछ भी नही कर पाऊंगी।"
फोन पर शायद कुसुम शोभित से बात कर रही थी जिसकी बनाई वीडियो रश्मि ने अभी थोड़ी देर पहले कुसुम को दिखाई थी।
इसके बाद फोन बंद करके कुसुम चिंतित मुद्रा में अपना सिर पकड़कर सोफे पर बैठ गयी और उसके साथ आगे क्या होने वाला है, इसके बारे में सोचने लगी।
रश्मि ने अर्जुन की तरफ देखा और शरारत से मुस्कराते हुए बोली- " अब चिड़िया पूरी तरह से मेरे जाल में फंस चुकी है। जिसने जितनी बदमाशी अब तक मेरे साथ की है, सबका हिसाब करने का अब मुझे मौका मिला है। सुनो तुम यहीं साइड रूम में चुपचाप बैठे रहना और जब तक मैं ना बुलाऊँ, उस कमरे में मत आना। 10 बजे कुसुम आएगी तो उससे पहले मैं ही उसकी खबर लूंगी।"
अब अर्जुन अजीब तरह से रश्मि की तरफ देखने लगा -" मेम साब, आपसे कुछ बात करनी थी। "
रश्मि बोली- " हाँ बोल, क्या बात है ? "
अर्जुन ने अब झिझकते हुए लेकिन हिम्मत दिखाते हुए रश्मि से कहा-" कुसुम ने मेरे साथ भी बहुत बदमाशी की है। क्या मुझे भी बदला लेने का मौका आप देंगी ? "
रश्मि को पता था कि यह सब होने वाला ही है और वह उसे रोक नही पाएगी फिर भी उसने अर्जुन को चेतावनी देते हुए कहा-" मेरी तरफ से तुझे पूरी छूट है लेकिन बिना कंडोम के तू कुसुम के साथ कभी भी कुछ नही करेगा।"
अर्जुन खुश होने की बजाए मुंह लटकाकर बैठ गया तो रश्मि का माथा ठनका- " मेरे कहने का मतलब था कि बिना कंडोम के सेक्स नही करना है क्योंकि उससे बच्चा होने का खतरा है। बाक़ी सभी काम तुम बिना कंडोम के
भी करो तो मुझे कोई ऐतराज नहीं है।"
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Part 33
रश्मि ने जब अर्जुन से यह कहा कि वह सेक्स के अलावा बाकी सभी काम बिना कंडोम लगाए कर सकता है, तो वह मानो ख़ुशी से झूम उठा और रश्मि का धन्यवाद करने के लिए उसके पैरों में अपना सर रखने लगा। रश्मि को उसका यही सेवा भाव और वफादारी पसंद थी जिसका इनाम वह अब अर्जुन को देने जा रही थी।
रश्मि ने उसे उठाया और बोली- " अब तुम यहाँ चुपचाप बैठो। मैं उस कमरे में जा रही हूँ। 10 बजने वाले हैं। "
रश्मि जैसे ही कमरे में आकर सोफे पर बैठी, कुसुम ने दरवाज़े पर दस्तक दी और अंदर आ गयी।
रश्मि ने अपनी आवाज़ में रौब लाते हुए कहा-' " दरवाजा अंदर से बंद कर दो।"
कुसुम ने दरवाज़े को अंदर से बंद कर दिया और वहां खड़ी हुईं रश्मि की तरफ देखने लगी
कुसुम ने इस समय एक गाउन पहना हुआ था।
रश्मि ने एक टी शर्ट और टाइट निक्कर पहना हुआ था।
रश्मि अपनी जांघों पर हाथ फिराते हुए बोली : " चलो अपना गाउन उतारो।"
कुसुम को इस बात की उम्मीद नही थी कि यकायक इतनी जल्दी उसकी दुनिया बदल जाएगी और वह अपने से उम्र में लगभग 9 साल छोटी ननद के हाथों का खिलौना बन जाएगी।
कुसुम ने अपना गाउन नही उतारा तो रश्मि शरारत से मुस्कराई- " तुम नही उतारना चाहती तो मैं मदद के लिए अर्जुन को बुलाऊँ। उसे तुम्हारे कपड़े उतारने में बहुत मज़ा आएगा। "
रश्मि ने जैसे ही अर्जुन का नाम लिया, कुसुम ने फ़टाफ़ट अपना गाउन उतार दिया। अब उसके खूबसूरत और सुडौल बदन पर सिर्फ ब्रा और पैंटी बचे थे।
रश्मि ने कुसुम को देखा और बोली - " क्या मस्त फिगर है एकदम हॉट। इसिलए तेरे भाइयों ने भी तुझे नही छोड़ा। "
रश्मि ने अब अपने पास रखी एक छड़ी को उठा लिया और उस छड़ी को कुसुम की पैंटी पर घुमाते हुए बोली- " चल इसे भी उतार "
कुसुम ने न चाहते हुए भी अपनी पेंटी उतार दी
अब रश्मि ने अपने हाथ की छड़ी को उसकी दोनों टाँगों के बीच योनि प्रदेश पर घुमाते हुए कहा - " अपनी टाँगे फैलाओ- स्प्रेड योर लेग्स "
कुसुम ने अपनी टाँगे फैला दीं।
रश्मि अब अपनी छड़ी को उसके चिकने पेट के ऊपर से घुमाते हुए उसकी ब्रा पर ले गई और ब्रा में कैद उसके उरोजों पर छड़ी घुमाने लगी - " ब्रा को उतारो और एकदम नंगी हो जाओ। "
कुसुम का चेहरा शर्म और ज़लालत से लाल हो चुका था। लेकिन वह रश्मि के आगे पूरी तरह विवश थी। उसने फ़टाफ़ट अपनी ब्रा भी उतार दी।
" अब अपने कान पकड़ो और 100 उठक बैठक लगाओ। गिनती भी करती रहना वरना और सज़ा मिलेगी। " रश्मि ने कुसुम को आर्डर दिया
कुसुम कान पकड़ कर काउंटिंग करते हुए उठक बैठक लगाने लगी ।
रश्मि बीच बीच मे उसकी जांघों पर छड़ी के स्ट्रोक लगा लगा कर कह रही थी- " ठीक से लगाओ। नीचे तक बैठो और फिर उठो। "
50 उठक बैठक लगाकर कुसुम वहीं फर्श पर ढेर हो गई और रश्मि के पैरों को पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी - " बस अब आज और उठक बैठक मत लगवाओ। और जो कुछ भी कहोगी मैं वह करने के लिए तैयार हूं। "
रश्मि ने कुसुम को अपनी उँगली के इशारे से अपनी तरफ बुलाया और बोली- " चलो इधर आकर मेरी योनि को अपनी जीभ से चाटो और इसके जूस को पियो। "
यह कहकर रश्मि ने अपना निक्कर उतार दिया और कुसुम के चेहरे को अपने गीले हो चुके योनि प्रदेश पर खींचकर ले आयी और कडककर बोली-' " चाटो इसे "
कुसुम यह सब पहली बार कर रही थी शायद इसलिये ठीक से नही कर रही थी। रश्मि ने अब कुसुम के दोनों गालों पर तमाचे लगा लगाकर उसे ठीक से चाटने के लिए कहा।
रश्मि अपनी मस्ती में मस्त थी। उसने फिर से एक जोर का थप्पड़ कुसुम को लगाया और बोली - " अपनी जीभ को मेरी योनि के अंदर घुसाकर उसे चाट। मुझे मज़ा नही आ रहा है। "
कुसुम अपनी जीभ को रश्मि की योनि के अंदर ड़ालकर उसे चाटने लगी।
रश्मि अब कुसुम से पूरा मज़ा ले रही थी। कुछ देर बाद रश्मि अपने क्लाइमेक्स पर पहुंच गई और उसने कुसुम को अपनी गिरफ्त से आज़ाद करते हुए कहा - " अपने गाउन से अपने चेहरे को साफ करो। "
कुसुम ने गाउन उठाकर उससे अपने चेहरे को साफ किया और फिर उसे पहनने लगी।
रश्मि ने कुसुम को रोक दिया और बोली - " जब तक मैं हुक्म न दूं तुम ऐसे ही नंगी रहोगी। चलो अब खड़ी हो जाओ। "
कुसुम खड़ी हो गई।
अर्जुन साइड रूम में बैठा बैठा यह सब सुन रहा था और उसका लंड एकदम तनकर खड़ा हो गया था।
रश्मि ने अचानक उसे आवाज़ लगाई - " अर्जुन इधर आओ। "
अर्जुन फौरन रश्मि के कमरे में आ गया। कुसुम का चेहरा एकदम शर्म और जलालत से लाल हो गया था। उसे उम्मीद नही थी कि घर का नौकर अर्जुन भी साइड रूम में बैठकर इस तमाशे का गवाह बनेगा।
अर्जुन को देखते ही कुसुम अपने एक हाथ से अपने उरोजों को और दूसरे हाथ से अपने योनि प्रदेश को छिपाने का प्रयास करने लगीं।
रश्मि ने अर्जुन से कहा - " कुसुम को उसके कमरे तक ले जाओ। "
यह कहकर उसने अर्जुन के हाथ में अपनी छड़ी भी पकड़ा दी। अर्जुन छड़ी मिलते ही रश्मि का इशारा समझ गया और कुसुम से बोला- " अपने दोनो हाथ ऊपर उठाओ और कमरे से बाहर चलो। "
कुसुम फिर से अपने कपड़े उठाकर उन्हें पहनने की कोशिश करने लगी। इस बार अर्जुन ने उसके नितम्बों पर छड़ी का जोर से स्ट्रोक लगाया और बोला - " ऐसे ही निर्वस्त्र अवस्था मे ऊपर चलना है। चलो फ़टाफ़ट। "
कुसुम ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठा लिए और कमरे से बाहर आ गई। अर्जुन उसके पीछे पीछे छड़ी लेकर चल रहा था। कुसुम के बदन पर छड़ी के स्ट्रोक मारते हुए अर्जुन कुसुम के कमरे तक आ गया।
शेष अगले भाग में....
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