कच्ची कली compleet

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jay
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Re: कच्ची कली

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बाहर बहुत ज़ोरो की बरसात शुरू हो गई थी में सीता आंटी को अपनी
तरफ टर्न कर के किस करने लगा और हम दोनो एक दूसरे की टंग्स
को चूस रहे थे और में सीता आंटी की नंगी चुचियों को मसल रहा
था और निपल्स को उंगलिओ से निचोड़ रहा था आअहह क्या वंडरफुल और
टाइट चुचियाँ थी सीता आंटी की लगता था के उनके हज़्बेंड शरमा जी
सीता आंटी की चुचियों को मसलते ही नही थे और शो केस मे रखी
कोई खूबसूरत चीज़ समझ के हाथ भी नही लगाते थे. सीता आंटी
की मस्त 36 द साइज़ की मलाई जैसी गोरी गोरी और चिकनी चुचियों को
मसल्ने लगा तो उनके मूह से आआहह निकाल गया और में उनके गुलाबी
निपल्स को मसल्ने लगा और आंटी को थोडा से नीचे झुका के उनकी
चुचियों को मूह मे ले के चूसने लगा उनकी मलाई जैसी चुचियाँ
चूसने से लग रहा था जैसे सच में मलाई खा रहा हू और उनके
रोज़ी पिंक निपल्स को काटने लगा तो आंटी की सिसकारियाँ निकलने लगी
आआहह राअज्जजज्ज बहुत अच्छा लग रहा है बहुत मज़ा आ रहा है
ऐसे ही चूसूऊ आआहह. आंटी के कान मे धीरे से बोला के
बेडरूम मे चले ?? तो उन्हो ने बस अपना सर हा मे हिला दिया और में
झुक के उनको अपनी गोदी मे उठा लिया और हम दोनो नंगे ही उनके बेड
रूम मे आ गये और में आंटी को बेड पे ऐसे पोज़िशन में लिटाया के
उनकी गान्ड बेड के एड्ज पे थी और उनकी टाँगें चारपाई से नीचे झूल
रही थी फ्लोर पे थी जैसे आधी बेड पे और आधी नीचे. में नीचे
फ्लोर पे बैठ गया और आंटी की नंगी और चिकनी रेशमी चूत पे
किस किया तो उनके मूह से निकला आआआआआआहह
राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज यह किया कार्रररर रहीई हूऊऊओ आअहह बोूततत
माज़ाआअ आअहह और मेरे सर को पकड़ के अपनी चूत में घुसाने
लगी और अपनी टाँगें मेरे नेक पे लप्पेट ली और अपनी गान्ड उठा उठा
के मेरे सर को अपनी चूत के अंदर घुसेड के रगड़ने लगी उनके मूह
से आआअहह ऊऊहह निकल रहा था और मस्ती में अपना सर
दाएँ बाएँ पटक रही थी. में उनकी चूत को अपने मूह में ले कॅ
काटने लगा और हाथ बढ़ा के उनकी चुचियों को मसलने लगा उनकी
गीली चूत में से मीठा मीठा जूस निकल रहा था जिसे में बहुत
मज़े से पी रहा था और मेरा लौडा तो जोश में स्प्रिंग की तरह से हिल
रहा था.

सीता आंटी की चूत बहुत ही गीली हो चुकी थी और वो मेरे मूह में
अपनी चूत को रॅगड रही थी. उनकी चूत के अंदर अपनी टंग डाल के
ऊपेर नीचे किया और चूत के दाने को दाँतों से रगड़ने लगा और उनकी
पूरी चूत को अपने मूह में ले के ऐसे चबा ने लगा जैसे पान
चबाते हो तो उनके मूह से आआआअहह
उूुुुुुुुुुुुउऊहह राअज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आईीईसीईए हीईीईई
करूऊऊऊओ आआअहह बूओहूओत मज़ाआआ आआआआ रहााआअ
हाईईईई आअहह एसस्स्सस्स ऊऊऊऊ मेरे नेक को टाँगो से ज़ोर से
पकड़ा हुआ था और गान्ड उठा के मेरे मूह को चोद रही थी और उनकी
ग्रिप टाइट हो गायी और मेरे सर को ज़ोर से पकड़ के अपनी चूत में
घुसा लिया आआहह राआज्जजज्ज्ज आइ आम कमिंग कमिंग आअहह मैईईईई
एयाया राआहियीईई हुउऊउउ राज्ज्जज्ज्ज आऐईयईईईईईईईईईई उनकी आँखें
बंद हो गई और उनका बदन काँपने लगा और उनकी चूत से जूस निकल
ने लगा और वो झड़ने लगी में उनके जूस को चाटने लगा और धीरे
धीरे उनकी ग्रिप लूज हुई और टागें मेरे नेक से नीचे स्लिप हो
गई तो में अपनी जगह से उठा. मेरे लंड में इतना पॉवेरफूल एरेक्षन
था के मेरा लंड मेरे नेवल एरिया से चिपका हुआ था में उनकी टाँगो को
अपने बॅक पे लपेट लिया और आंटी अपने हाथो से मेरा लंड को पकड़ लिया
और अपनी चूत के पंखुड़ियो के अंदर ऊपेर नीचे रगड़ने लगी और
अपने चूत के दाने को भी लंड के सुपाडे से रगड़ने लगी और फिर
लंड के सुपाडे को अपनी चूत के सुराख में टीका दिया और में उनके
बदन पे झुक गया और अपने हाथ उनके बगल से निकाल के शोल्डर्स को
पकड़ लिया मेरे लंड में से प्री कम तो निकल ही रहा था और उनकी
चूत भी समंदर जैसे गीली हो चुकी थी लंड के सुपाडे को बस एक
दो टाइम ही अंदर बाहर किया और एक बहुत ही ज़ोर का धक्का मारा के
आंटी की आँखें ऊपेर चढ़ गई और उसी समय बाहर बहुत ज़ोर से
बिजली भी चमकी और ऐसे लगा जैसे वो बिजली आकाश से उतर के
आंटी के बदन पे गिरी और वो ज़ोर से चिल्लाइ

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(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: कच्ची कली

Post by jay »

उूुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउऊहह और उनका मूह
खुला का खुला रह गया मेरे बदन से चिपक गई मुझे ज़ोर से पकड़
लिया इतनी ज़ोर से पकड़ा के में चोद भी नही सका उनकी चूत में मेरा
लंड पूरा जड़ तक घुस के उनकी बच्चे दानी से टकराया और चूत के
अंदर ही अटक गया और अब मेरा लंबा मोटा लंड उनकी चूत को पूरा
खोल के अंदर तक घुस चुका था.सीता आंटी की चूत भट्टी जितनी
गरम थी जिस्मै मेरा लंड घुसा पड़ा था.
- में सीता आंटी के मूह में अपनी जीभ डाल के किस
करने लगा और आंटी अपनी ही चूत के जूस का स्वाद मेरे मूह से ले
रही थी और जीभ को ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी लगता था के उन्हे
उनकी चूत का जूस बहुत टेस्टी लगा होगा. थोड़ी ही देर में उनकी ग्रिप
लूज होने लगी और में अपनी गान्ड उठा के लंड को चूत से बाहर करके
के चोदने लगा उनके शोल्डर्स को टाइट पकड़ा हुआ था उनके पैर मेरे
बॅक पे थे और में सीता आंटी की टाइट चूत को चोद रहा था बहुत
ही टाइट चूत थी सीता आंटी की जब लंड उनकी टाइट चूत से बाहर
निकालता तो लंड के डंडे से उनकी चूत के अन्द्रुनि पतली झिल्ली जैसे
लाल दीवार भी बाहर निकल आती और लंड अंदर चला जाता तो वो
दीवार भी लंड से लगे लगे अंदर चली जाती. आंटी की चूत मे लंड
घुसेडे घचा घच चोद रहा था उनकी चूत बहुत ही गीली हो गई
थी और चुदाई की प्प्पाक्च प्पाआककचह की आवाज़ें आ रही थी और
वो भी मस्ती में आँखें बंद किए चुदाई का मज़ा लेने लगी और उनके
मूह से निकल रहा था आअहह राज्ज्जज्ज कच्चोद्दद्ड डाल्लूऊऊ
मुझीईई ऊऊओह फुक्कककककककक मे फुक्ककककककककक मीईई डीईईप
आआआअहह हााआअर्र्द्द्दद्ड फ़ाआअद्ड डाााल्लूऊ मेरिइई
चूऊऊथ कूऊव राआआजजजज्ज्ज्ज ऊओिईईई आअहह तेरे मस्त लंड
से फ़ाआआद डााल्ल्ल मेरी चूऊऊथतत सस्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊीीईईई
आअहह चूड़ूऊऊओ अओउर्र्ररर ज़ूओरर्र्रर सीईई आअहह
आईसस्सीईए हहिईीईईईईईईई आआहह ज़ूओररर्र सस्सीईए में अपने लंड
को पूरा सुपाडे तक बाहर निकाल निकाल के ज़ोर का झटका मारता तो सीता
आंटी का बदन ज़ोर ज़ोर से हिलने लगता और उनके चुचियाँ डॅन्स करने
लगती में ऐसे ही घका घच चुदाई कर रहा था और मेरा लंड चूत
के अंदर उनकी बच्चे दानी से टकरा रहा था और मेरी ज़ोर से चुदाई के
झटको से उनकी आवाज़ बिखर रही थी और अब अपनी गान्ड उठा के मस्ती
में चुदवा रही थी. सीता आंटी के चुचियाँ मेरे धक्को से आगे
पीछे डॅन्स कर रहे थे दोनो चुचियों के बीच में उनका मंगल सूत्र
भी चुचियों के साथ डॅन्स कर रहा था कभी एक साइड तो कभी दूसरे
साइड होने लगता. में आंटी के डॅन्स करते चुचियों को पकड़ के
मसलने लगा तो वो मस्ती में कार्ाआह उठी आआआआआआहह
राआज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज और में चुचिओ को मसल के अपने मूह में ले लिया
और चूसने लगा और निपल्स को काटने लगा तो आंटी मेरे लंड को
चूत के अंदर ले के अपने चुचियाँ मेरे मूह में दे के मस्त हो चुकी
थी और चुदाई का मज़ा ले रही थी.


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Re: कच्ची कली

Post by jay »

ऐसे ही चोदते चोदते में सीता आंटी को पीछे पुश कर के बेड के
सेंटर में लिटा दिया और अपने पैरों को बेड के पैरो वाली वुड (
लकड़ी ) से टीका के मस्त चुदाई कर रहा था. मेरे पैर स्ट्रेट थे
और आंटी के पैर मेरे बॅक से लिपटे हुए थे में अपनी गान्ड उठा उठा
के लंड को पूरा सुपाडे तक बाहर निकाल निकाल के ज़ोर से उनकी चूत
में घुसेड देता तो उनके मूह से मस्ती भरी आआआआहह
राआआअजजजज्ज्ज बोहूऊवटतत्त मज़ाआआ आआआ रहाआ हाऐईयईईई
आईसीई हीईिइ चूओडूऊ अपणीईीई औंतीईए कूऊव फ़ाआआद
डााल्लूऊ आआज्जजज यहह चूऊत कूऊऊ आआहह. मेरे चुदाई
के धक्को से उनकी चुचियाँ फिर से डॅन्स करने लगी तो में ने चुचियों
को पकड़ के मसलना शुरू कर दिया और झुक के पूरी चुचियों को मूह
मे ले के चूसने लगा तो आंटी मस्ती में आ गई और आआअहह
ऊऊऊहह करने लगी. मेरे पैर पीछे स्ट्रेट थे और उनकी
टाँगें अभी भी मेरे बॅक पे लिपटी हुई थी और मस्ती में चुदवा रही
थी मेरे झटके फास्ट होने लगे उनके मूह से भी मज़े की सिसकारियाँ
निकाल रही थी और मेरे मूह में अंपनी टंग को घुसेड दिया जिसे में
चूसने लगा उनकी चूत समंदर जैसी गीली हो चुकी थी और चुदाई
फुल स्पीड से हो रही थी अब मेरे बॉल्स में हलचल शुरू हो चुकी
थी जैसे क्रीम बाय्ल हो रही हो सीता आंटी की आँखें बंद हो चुकी
थी उनका बदन ऐसे काँपने लगा जैसे बिजली के झटके लग रहे हो
मुझे टाइट पकड़ लिया और बोली आआहह राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आइ आम कमिंग
ई आम कमिंग आअहह में एयाया राआहहिईीई हहुउऊुुुुउउ
राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आआआआआहह आईईसईईई हीईीईई
चूड़ूऊऊऊओ उूुुुुुुुुुुुुुुुुउऊहह माऐईयईईईई एयेए
राहि हुउऊउ मैईईईईईईईईईई आआआआआऐययईईईईईईईईईई आआआहह एयेए
गाईईईईई आआआअहह राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आअहह ईईहह कैसाआआ
मज़ाआअ हाऐईयईईई राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज आआहह और वो झड़ने लगी.
में अपने लंड को पूरा हेड तक बाहर निकाल निकाल के ज़ोर से धक्के
मार मार के चोद रहा था और एक फाइनल झटका इतनी ज़ोर से मारा के
बच्चे दानी के अंदर लंड घुस गया और आंटी की अंदर की साँस अंदर
और बाहर की साँस बाहर रह गई और उनकी आँखें ऊपेर चढ़ गई
मूह खुला का खुला रह गया और आँखों में से पानी निकाल के उनके
चीक्स पे से रोल हो के नीचे बेड पे गिरने लगे और मेरे लंड में से
मलाई की पिचकारियाँ निकालने लगी और निकालती ही चली गई फिर भी
लंड उनकी जूस से फुल चूत के अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था
जिस से प्प्पकक्चह्क्कककक प्प्पकक्चछक्क की आवाज़ें निकाल रही थी. धीरे
धीरे मेरे धक्के भी ख़तम हो गये. मेरे बदन पे सीता आंटी के
बदन पे ही कोलॅप्स हो के गिर गया और उनकी की ग्रिप लूज हो गई थी
और मेरा लंड अभी भी आकड़ा हुआ था और चूत के अंदर ही था हम
दोनो गहरी गेँरी साँसें ले रहे थे. अब आंटी की गरम चूत शांत
हो गई हो यह भी एक अजीब नॅचुरल थिंग है के गरम चूत की गर्मी
मस्त चुदाई के बाद गरम गरम मलाई के चूत के अंदर गिरने से गरम
चूत ठंडी हो जाती है. -
गरम चूत की गर्मी को गरम मलाई ठंडा करती है. बेडरूम मस्त
चुदाई की सुगंध से महेक उठा था. सीता आंटी की आँखें बंद हो
गई थी गहरी गहरी साँस ले रही थी उनके बॉल बेड पे स्प्रेड हो गये
थे वो नंगी स्प्रेड बालो से लेती बहुत सुंदर लग रही थी और लग
रहा था के आंटी की ऐसी चुदाई आज से पहले कभी नही हुई वो मस्त
हो चुकी थी गहरी गहटी साँस से उनके मस्त चुचियाँ ऊपेर नीचे हो
रहे थे और उनके चुधीोन पे पड़ा हुआ मंगल सूत्र भी समंदर की
लहरो की तरह ऊपेर नीचे हो रहा था..

मेरा आकड़ा हुआ लंड अभी भी सीता आंटी की चूत के अंदर था और में
आंटी के ऊपेर पड़ा था दोनो गहरी गेँरी साँसें ले रहे थे. सीता
आंटी मेरे फेस पे किस की बूशार करने लगी और बोली के आअहह
राज यू आर अमेज़िंग यू आर वंडरफुल आइ लव यू वेरी मच
राज यू आर फॅंटॅस्टिक. में भी आंटी के सुंदर फेस पे किस करने
लगा और बोला के आंटी यू आर वेरी वेरी ब्यूटिफुल आंड सेक्सी आपको
देख के कोई नही कह सकता के आप बेड में इतनी मस्त कंपनी देती हो
आपको चोदने में जो मज़ा आज आया पहले कभी नही आया आपकी चूत
अभी भी बहुत ही टाइट है अभी भी मेरे लंड को ऐसे टाइट ग्रिप से
पकड़ी है जैसे कोई 14 या 15 साल की लड़की की टाइट चूत हो तो आंटी
अपनी चूत के तारीफ सुन के शरमा गई और मस्ती में मुस्कुराने लगी.
लंड अभी तक चूत के अंदर ही दोनो की मिक्स क्रीम से लूटपुट पड़ा था
जिसे सीता आंटी की टाइट चूत के मसल्स टाइट और रिलॅक्स हो के चूस
रहे थे.

थोड़ी देर तक में ऐसे ही लेटा रहा और फिर एक ही मूव्मेंट में में
पलट गया और मेरी टाँगें सीता आंटी के हेड के दोनो तरफ कर लिया
और में झुक के उनकी चूत को किस करने और चाटने लगा. मेरे लंड
से हम दोनो की मिली जुली मलाई के ड्रॉप्स निकाल के आंटी के लिप्स पे
टपकने लगी जिसे आंटी ने अपनी टंग फिरा के चटखारा ले के चट
लिया और मेरी गान्ड पे हाथ रख के मुझे झुकाया और मेरे लंड को किसी
आइस क्रीम की तरह से चूसने लगी और में उनकी चूत को चूसने लगा
और हम दोनो एक दूसरे की क्रीम्स और जूसज़ का टेस्ट करने लगे. सीता
आंटी बोली आअहह राज्ज्ज किया मज़े दार क्रीम है शहद ( हनी ) से
भी स्वीट है वो चटखारे लेते हुए बोली आइ हॅव नेवेर टेस्टेड सच
स्वीट थिंग में ने कभी किसी की मलाई नही टेस्ट की आज किया तो सच
में अच्छी लग रही है एक दम से मीठी स्वादिष्ट. वो मेरे लंड को ज़ोर
ज़ोर से चूस रही थी सीता आंटी नीचे लेटी थी और में ऊपेर था.
आंटी की गान्ड के नीचे हाथ रख के उनकी चूत को थोड़ा ऊपेर उठा
के में अपनी जीभ उनकी चूत के अंदर डाल के दोनो पंखुड़ियो के अंदर
ऊपेर नीचे करने लगा जिस से आंटी फुल मस्ती में आ गई और मेरे
लंड को लॉली पोप की तरह से ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी में भी अपनी
गान्ड उठा उठा के सीता आंटी के मूह को चोदने लगा और वो अपनी गान्ड
उठा के अपनी चूत को मेरे मूह से रगड़ती रही. में उनकी पूरी चूत
को अपने दाँतों से पान जैसा चबाने लगा तो आंटी और सहन ना
करसकी और उनका बदन थर्र थर्र काँपने लगा और वो
आआाागगगगगगगघह की आवाज़ें निकालते हुए झड़ने लगी में
उनकी चिकनी चूत का मीठा अमृत पीने लगा और वो भी मस्ती में
मेरे लंड को बहुत तेज़ी से चूसने लगी में भी अब और सहन नही कर
पा रहा था अपने लंड को आंटी के हलक के अंदर तक घुसेड दिया और
एक दम से मेरे लंड में से गरम गरम मलाई ली गाढ़ी पिचकारी निकाल
के आंटी के हलाक में डाइरेक्ट गिरने लगी और में आंटी की मलाई को
चाटने लगा दोनो बहुत देर तक झड़ते रहे मेरा लंड आंटी के मूह
में ही था और मेरे मूह में उनकी चूत जिसको में चूस रहा था. दोनो
के झड़ने के कुछ देर तक तो हम दोनो ऐसे ही पड़े रहे जैसे दोनो के
बदन में जान ही ना हो. मेरा लंड थोड़ा सा नरम होने लगा था जिसे
आंटी फिर से चूस के सख़्त करने लगी और में भी आंटी की चूत को
चूस चूस के फिर से गरम करने लगा.
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Re: कच्ची कली

Post by jay »


मेरे लंड को अकड़ने में सिर्फ़ एक ही मिनिट लगा और लंड फिर से खड़ा
हो गया और जोश में हिलने लगा और आंटी की चूत में भी गर्मी आने
लगी और मेरे लंड को चूसने के स्टाइल से ही में समझ गया के अब
आंटी की मस्त रसीली चूत चुदवाने के लिए फिर से रेडी हो गई है.
ऐसे ही चूस्ते रहे एक दूसरे को फिर में आंटी के साइड में ऐसे लेटा
के हम दोनो एक दूसरे की ओर मूह कर के लेते थे और में आंटी की
चुचियों को अपने मूह में ले के चूसने लगा और उनके निपल्स को
काटने लगा जिस से आंटी फुल मूड में आ गई और आंटी ने अपनी एक
टांग उठा के मेरे थाइ पे रख दी और मेरे फुल्ली एरेक्ट लंड के डंडे
को पकड़ उसके सुपाडे को अपनी चूत मे ऊपेर नीचे घुमाने लगी और
बोली के राज तुम्हारा लंड बहुत शानदार है कहा छुपा के रखा
था इतने दिनो से तो में बोला के आंटी यह आप का ही है जब चाहिए
ले लेना तो वो हंस के कहने लगी के मुझे तो यह डेली चाहिए बोली
दोगे तो में ने कहा आंटी यह लंड आज से आपका हुआ जब चाहे ले लेना
आइ आम आट यौर सर्विस आप को जब चाहिए जीतने टाइम चाहिए में
चोदुगा तो आंटी बोली के ठीक है में जब भी मौका मिलेगा तुम्हें
बुला लुगी और अपनी चूत की भूक को मिटा लूँगी तो में ने कहा कोई बात
नही आंटी में आ जाउन्गा और मुझे आपकी चूत तो बहुत ही प्यारी लगी
इतनी टाइट के बस मुझे तो इसे चोदने में बहुत ही मज़ा आ गया. मेरे
लंड से प्री कम भी निकल ने लगा था लंड को आंटी अपनी चूत के
दाने पे रगड़ती तो उनके मूह से सिसकारी निकल जाती आआआहह
राआज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज तुम्हारा लंड तो मूसल जैसा लंबा मोटा और लोहे जैसा
सख़्त है और में ने आंटी को पकड़ के टर्न किया और अपने ऊपेर खेच
लिया अब में नीचे लेटा और सीता आंटी को अपने ऊपेर कर लिया और उनको
ऊपेर की ओर खेच के अपने मूह पे बिठा लिया और उनकी चूत को चूमने
लगा –

सीता आंटी के दोनो पैर मेरे सर के दोनो तरफ थे अपने घुटने मोड़ के
बैठी थी और अपनी चूत को मेरे मूह पे रगड़ रही थी चूत में
दाँत लगने से मस्ती भरी सिसकारी निकलती. अब आंटी सामने झुक गई
और बेड पे हाथ रख के मेरे मूह पे अपनी गान्ड उठा उठा के अपनी
रसीली चिकनी चूत को मेरे मूह पे ऐसे मारने लगी जैसे मेरे मूह को
चोद रही हो में हाथ पीछे कर के उनकी मस्त चुचियों को पकड़ के
मसल्ने लगा. जब आंटी फुल मूड में आ गई तो में उनको पीछे पुश
किया आंटी थोड़ा सा ऊपेर उठी और मेरे लंड को जो मेरे पेट से चिपका
पड़ा था पकड़ के अपने हाथ से पकड़ के उठा लिया और बोला के वाउ
राज तुम्हारा लंड तो ख़तना वाला (सरकम्साइज़्ड) कटा हुआ है तो में
बोला के आंटी लंड कटा हुआ नही है इसके ऊपेर का एक्सट्रा स्किन कटा
हुआ है जब में पैदा हुआ था तो डॉक्टर ने किसी कन्फ्यूषन की वजह से
ख़तना कर दिया था इसी लिए उसका आके का फॉरेस्किन कटा हुआ है तो
आंटी बोली के इसी लिए शाएद तुम्हारे लंड का टोपा सामने से शार्प है
और इसी लिए शाएद मुझे चुदाई में इतना मज़ा आया के आज से पहले
कभी नही आया था. इतना कहते हस आंटी ने मेरे लंड के डंडे को
पकड़ के अपनी चूत के सुराख में अड्जस्ट कर के बैठने लगी. मेरा
लंबा मोटा आकड़ा हुआ रॉकेट जैसा शार्प लंड उनकी चूत को चीरता हुआ
भट्टी जैसी गरम चूत में धीरे धीरे घुसता जा रहा था और
आंटी आआआअहह राआआआआअजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज कर रही थी अपनी
चूत में लंड के घुसने का मज़ा ले रही थी. में नीचे से पानी गान्ड
उठा के एक धक्का मारा तो मेरा पूरे का पूरा लंड सीता आंटी की
चूत में जड़ तक घुस गया उूुुुुुुुुुुउउ
आआआआआआआआआहह उनके मूह से निकला और में अपनी गान्ड
उठा उठा के चोदने लगा. सीता आंटी मेरे लंड को हेड तक बाहर
निकाल के उचक उचक के चुदवा रही थी जंपिंग ऑन माइ लंड जिस से
उनकी चुचियाँ उछल उछल के डॅन्स करने लगी और साथ में ही उनका
मंगल सूत्र भी उछल उछल के नाचने लगी और हमारी चुदाई का मज़ा
लेने लगा. में आंटी को झुका के उनकी चुचियों को चूसने लगा और
उनकी चुदाई करने लगा.


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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: कच्ची कली

Post by jay »

इतनी चुदाई के बाद मेरे लंड से क्रीम तो अभी निकलने वाली नही थी
इसी लिए आंटी के शोल्डर्स को पकड़ के अपने लंड पे जो उनकी चूत
में जड़ तक घुस चुका था बिठा लिया और चोद्नना कुछ देर के लिए
रोक दिया.

सीता आंटी मेरे लंड पे बैठी रही और उनका उछलना बंद हो गया
और वो मेरे लंड को अपनी चूत में रखे शांत हो के बैठ गई और
हम इधर उधर की बातें करने लगे. में पूछा के आंटी शरमा जी
का लंड कैसा है और वो कैसे चुदाई करते है तो उनके मूह लाल हो
गया और बोली राज तुम ने ऐसे टाइम पे उनकी याद दिला के मेरे
चुदाई के रंग में भंग डाल दिया इतना मज़ा आया था मुझे और तुम ने
सारा मज़ा किर कीरा कर दिया. अब तुम ने पूछ ही लिया है तो सुनो उनका
लंड तुम्हारे तगड़े लौडे का 1/4त भी नही है और मोस्ट ऑफ दा टाइम
उनका लौडा पूरी तरह से अकड़ता भी नही और कभी थोड़ा सा अकड़ भी
जाता है तो चूत के अंदर जाने से पहले ही उनका पतला पानी निकाल
जाता है और मुझे गरम करके पलट के सो जाते है. शादी के बाद
कभी कभी ही उनका लौडा मेरी चूत के अंदर तक घुस पाया था और
उसी में प्रेग्नेन्सी ठहर गई थी और गीता पैदा हो गई. उसके पैदा
होने के बाद से आज तक कभी भी उनका लंड चूत के अंदर अच्छी तरह
से नही घुस पाया और वो मुझे कभी भी सॅटिस्फाइ नही कर पाए और
मुझे कभी भी चुदाई का मज़ा नही आया. फिर आप किया करती हो आंटी
तो बोली के किया कर सकती हू उनका पानी निकाल जाने के बाद पलट के अपनी
ही उंगली से अपनी चूत का मसाज करके अपनी क्रीम निकाल के सो जाती
हू. में बोला के अब फिकर ना करो आंटी अब तो में हू में आपको हमेशा
ही सॅटिस्फाइ करूगा यू डॉन'ट वरी और सीता आंटी झुक के मुझे किस
करने लगी और बोली के हा राज अब तुम आ गये हो तो मुझे भी आज
लगा जैसे में आज ही अच्छी तरह से चुदि हू और आज तक किसी ने मेरी
इतने टाइम चुदाई नही की थी और मेरी चूत में से भी इतना जूस
कभी नही निकला था. में आंटी को झुका के उनको चोदने लगा और सीता
आंटी किस करने और मेरी जीभ को चूसने लगी.

अब फिर सीता आंटी मेरे लंड पे उछल उछल के चुदवाना शुरू कर दिया
उनकी मस्त चुचियाँ डॅन्स कर रही थी इतना डीप पेनेट्रेशन था के
मेरा लंड उनके बच्चे दानी को पार कर के पेट में घुस चुका था.
सीता आंटी की आँखे बंद हो चुकी थी उनके बॉल हवा में ऐसे उड़
रहे थे जैसे कोई शॅमपू के अड्वर्टाइज़्मेंट में मॉडेल लड़की के उड़ते
है वो बहुत ही सेक्सी सीन था. आंटी मस्त हो के मज़े से चुदवा रही
थी जैसे वो सब भूल गई हो बॅस चुदाई ही याद हो. मुझे लगा के
अब फिर से आंटी को नीचे लिटा के उनकी चूत को एक बार फिर से फुल
पावर से चोद्नना चाहिए तो में आंटी को पलटा के नीचे पेट के बल
लिटा दिया और उनकी टाँगें लंबी थी में अपने दोनो टाँगो को उनकी दोनो
टाँगो के बीच में रख के अपनी टाँगो से उनकी टाँगो को फैला दिया जिस
से उनकी चूत नारंगी (ऑरेंज) की फाँक की तरह खुल गई में उनके
ऊपेर था उनकी मक्खन जैसी चिकनी गान्ड मेरे नवल एरिया से टच
कर रही थी मेरा लंड तो मेरे नवल से ही चिपका रहता था पॉवेरफूल
एरेक्षन की वजह से तो में उनके पैरों को अपने पैरों से फैला के
उनकी कमर में हाथ डाल के उनको थोड़ा उठा लिया और उनकी चूत में
पीछे से अपना लंड घुसेड दिया उनकी गान्ड थोड़ी उठ गई थी में उनके
नीचे हाथ लगा के उनकी चुचियों को मसल रहा था उनकी चुचियाँ
मसलते हुए मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरे हाथ में मक्खन हो
इतनी मस्त चुचियाँ थी सीता आंटी की. में अपनी गान्ड उठा उठा के उनकी
चूत में अंदर तक अपना लंड पेल रहा था वो मेरे नीचे पेट के बल
लेटी थी उनकी चुचियाँ बेड से लग के चिपक गई थी. उनकी चूत बहुत
ही गीली हो चुकी थी लगता था के वो झाड़ चुकी है पर मेरा लंड तो
रेलवे एंजिन के शॅफ्ट की तरह अंदर बाहर घुस घुस के चुदाई
कर रहा था उनके जूस से मेरे लंड गीला हो गया था झड़ जाने की
वजह से आंटी का बदन पूरी तरह से शांत हो गया था.

मेरे झटके स्पीड पकड़ने लगे लंड को सुपाडे तक बाहर निकाल निकाल
के चोद रहा था एक टाइम ऐसे ही जब लंड फुल बाहर निकला तो लंड एक
झटके से हिला और लंड चूत का निशाना मिस कर के एक ही पावरफुल
धक्के में उनकी रिलॅक्स गान्ड में पूरी ताक़त से घुस गया और आंटी
बेड पे उछल पड़ी ऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईई म्म्म्म्ममममाआआआआआआ
ययइईईई कििय्ाआआआआ कार्रर्र्ररर डीईईय्ाआआआ ईएहह
राज्ज्जज्ज्ज में सीता आंटी को टाइट पकड़ लिया उनको उछलने नही दिया ज़ोर
से बेड पे दबा दिया और उनका बदन एक दम से टाइट हो गया पर अब क्या
हो सकता था
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( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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