मा की मस्ती compleet

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rajaarkey
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Re: मा की मस्ती

Post by rajaarkey »

क्या धमाकेदार आगाज़ है दोस्त
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &;
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Raj sharma
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jay
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Re: मा की मस्ती

Post by jay »

really good going bro
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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Rohit Kapoor
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Re: मा की मस्ती

Post by Rohit Kapoor »


पार्टी मे आरती क़यामत बन कर आई हुई थी आज उसने एक बहुत ही ट्रांसपेरेंट साड़ी स्लीव्लेस्स ब्लाउस के साथ पहनी हुई थी. सभी लोग आ गये और पार्टी को इंजोय करने लगे रमन ने आरती का सभी से परिचय करा दिया ,रमन के दोस्तों की नज़र तो आरती से हट ही नही रही थी क्योंकि बाकी जो भी लड़कियाँ पार्टी मे थी ,उनको वो लोग चोद ही चुके थे,आरती उनके लिए नया टारगेट थी,रमन ने पहले ही उनको समझा दिया था कि आरती के साथ कोई भी बदतमीज़ी नही करेगा नही तो वो बदतमीज़ी उनको भारी पड़ सकती है,पर आरती का रूप देख कर तो खुद रमन का मन फिसल रहा था,वो खुद आरती को इंजोय करना कह रहा था.

तब रमण ने मनु को बुलाया और प्रिया को बुला कर कहा कि यार तुम दोनो तो एक ही स्कूल मे और एक ही क्लास मे हो तो दूर-2 क्यों हो वो तो आपस मे फ्रेंड ही होंगे और अगर नही हैं तो आज से बन जाओ,फिर उसने दोनो को कहा कि एंजाय करो पार्टी को यार.दोनो ने एक दूसरे को स्माइल किया तो रमन वहाँ से चला गया.अब वो दोनो आपस मे बाते करने लगे प्रिया ने कहा कि वो मनु के बारे मे समझती थी कि मनु अपने आप को बहुत हीरो समझता है इसलिए वो उससे बात नही करती थी पर अब पता चला कि ऐसा कुछ नही है,आज से वो दोनो पक्के दोस्त हैं,मनु को जैसे मन माँगी मुराद मिल गयी,ये उसके लिए सबसे बड़ा गिफ्ट था,जो उसे मिला था.


इधर वैसे तो आरती सबसे बाते कर रही थी फिर भी कुछ खाली-2 महसूस कर रही थी,तभी अपने हाथ मे 2 ग्लास ले कर रमन आ गया और उसने एक ग्लास आरती को ऑफर किया कि भाबी जी लो आज की पार्टी की खुशी मे ,आरती ने कहा कि नही वो ड्रिंक नही करती तब रमन ने कहा कि ये बियर है,तो भी आरती ने कहा कि बाहर नही पीती ,

तब रमन ने कहा कि भाबी जी आप लगता है आप हमे अपना नही समझती जो ये कह रही हैं,इतने मे मनु और प्रिया भी वहाँ आ गये और मनु ने कहा कि मम्मी कोई बात नही यहाँ सब अपने ही हैं इसलिए थोड़ा बहुत पी लोगि तो कोई फरक नही पड़ेगा,उसके ये कहने पर आरती मान गयी,अब पार्टी अपने पूरे योवन पर थी इतने मे डॅन्स शुरू हो गया और सब डॅन्स करने लगे,रमन और उसके दोस्त तो आरती से चिपकने को तैयार थे पर अभी कोई कोशिस सारे का सारा खेल खराब कर सकती थी,इसलिए सब आराम से थिरक रहे थे,फिर डॅन्स रुकने पर सबने दूसरा राउंड बियर का शुरू कर दिया,इसके बाद तो हर कोई जो मर्ज़ी करने लगा आरती को भी इन सब के बीच मे मज़ा आने लगा.

दूसरी तरफ मनु तो प्रिया से चिपका ही जा रहा था और वो भी मनु को पूरी लिफ्ट दे रही थी,दोनो जनो ने बियर मे थोड़ी-2 सी विस्की भी डाल ली थी,इसलिए सुरूर ज़्यादा ही हो गया था,अब डॅन्स शुरू होने पर दोनो जने चिपक कर नाचने लगे और एक दूसरे के अंगो को भी महसूस करने लगे,पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी,सब ही शराब और शबाब मे डूबे हुए थे ,सलीम और महेश तो दोनो लेडी टीचर को ले कर दूसरे कमरो मे चले गये अब वहाँ पर सिर्फ़ 6 लोग ही थे,

आरती को भी थोड़ा सा नशा हो रहा था इस बीच मे उसे संभालने के बहाने और डॅन्स के बहाने रमन ने आरती के मम्मों को दबा कर मज़ा ले ही लिया,आरती को भी रमन के मम्मे दबाने पर बहुत मज़ा आया.पर उसने ये जाहिर नही होने दिया,और आ कर एक कुर्सी पर बैठ गयी वहीं पर मनु और प्रिया भी अपनी मस्ती मे मस्त थे पर उन दोनो ने आरती के आने का कोई ध्यान नही दिया और अपनी मस्ती करते रहे तब आरती ने ही कहा कि मनु अब देर बहुत हो गयी है हमे घर चलना कहिए,तो मनु ने घड़ी मे टाइम देखा रात के 12 बजने वाले थे उसने रमन से कहा कि अब हमे घर जाना चाहिए तो रमन ने कहा कि इस टाइम उन लोगों को कोई साधन नही मिलेगा और फिर उन्होने थोड़ी पी भी रखी है इसलिए वो ही उन्हे उनके घर छोड़ देगा.

तब रमन ने अपने साथी टीचर को कहा कि वो उन तीनो जनो को घर छोड़ने जा रहा है वहीं से वो घर चला जाएगा वो सब भी यहाँ से अब घर चले जाएँ और कल दिन मे आ कर यहाँ के साफ सफाई करवा दें.

अगले दिन जब रमन मनु को पढ़ाने के लिए आया तब मनु ने पूछा कि क्या रमन ने किसी की ऐसे ली है जो कि शादी शुदा होते हुए भी उससे चुदवा चुकी हो,तो रमन ने कहा की यार शादी शुदा औरते ज़्यादा सेक्सी होती हैं क्योंकि वो सेक्स के मज़े ले चुकी होती हैं,इसलिए उनमे सेक्स की भूक भी बहुत होती है,और वो एक्षपीरियंस होने के कारण खोल कर चुदवाती हैं,ये सुन कर मनु ने पूछा कि क्या कोई औरत है रमन की नज़र मे रमन ने कहा कि अभी तो नही है,पर वो कोशिस मे है,अगर कोई मनु की नज़र मे है तो वो भी कोशिस करे.

ये सुन कर मनु ने कहा कि वो कोशिस करेगा,जब रमन उसके लिए प्रिया का जुगाड़ कर रहा है तो वो भी देखेगा,कोई उसकी मम्मी की सहेली हुई तो,तभी आरती उन लोगों के लिए नाश्ता ले कर आ गयी,आज गर्मी के कारण आरती ने बहुत पतली नाइटी पहनी हुई थी,जिसमे की काफ़ी कुछ नज़र आता था और वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी,वो भी वहीं बैठ गयी तब रमन उसकी भरपूर जवानी का रस्पान करने लगा,तभी रमन ने कहा की भाबी जी आप डॅन्स तो बहुत गज़्जब का करती हो,कल पार्टी मे तो आपने कयामत कर दी थी. ये सुन कर एक बार को तो आरती शर्मा गयी पर फिर वो बोली कि ऐसा कुछ नही है,ये तो आप मुझे सिर्फ़ चढ़ाने के लिए कह रहे हो,तब रमन ने कहा कि आप कहे तो ये बात मनु से भी पूछ सकते हैं,मनु एक बार को तो सकपका गया क्योंकि आज तक मनु ने अपनी मा को सेक्स की नज़र से नही देखा था,पर जब रमण ने ये बात कही तो उसने रमण की हां मे हां मिला दी,

ये सुन कर तो आरती और शर्मा गयी और उसके गालो पर हया की लाली फेल गयी,और उसकी साँसे तेज़-2 चलने लगी,आरती के मोटे-2 मम्मे सांसो के साथ तेज़ी से उठने बैठने लगे,वैसे भी आज आरती ने नाइटी झीनी सी पहनी हुई थी जिसमे से उसके मोटे-2 मम्मे साफ नज़र आ रहे थे,आरती का ये रूप मनु ने पहली बार देखा था,मनु ने आज रमन के कहने पर पहली बार अपनी मा को सेक्स की नज़र से देखा और रमन और मनु की सेक्स की बाते वैसे ही उसकी लुल्ली को खड़ा कर रही थी और ये सब देख और सोच कर उसकी लुल्ली पूरे शबाब पर आ कर लंड बन कर खड़ी हो गयी,ये बात रमन ने तुरंत महसूस कर ली,वो समझ गया कि आज का दाव ठीक पड़ गया है,अब आगे बढ़ा जा सकता है.


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Rohit Kapoor
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Re: मा की मस्ती

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आरती ये सब सुन कर वहाँ से जल्दी से बाहर आ गयी,आरती के कमरे से बाहर जाने से मनु के लंड को थोड़ा सा सुकून मिला,तब रमण ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यार मनु मैं सच कह रहा था ना उस दिन तुम्हारी मम्मी उस साड़ी मे गज़्जब की सेक्सी लग रही थी,ये शब्द सुन कर एक बार को तो मनु को गंदा सा फील हुआ और झटका लगा ,पर तुरंत ही रमन समझ गया और उसने बात आगे संभालते हुए कहा कि यार तुम्हारी मा सच मे बहुत ही सुन्दर है,पार्टी मे सब तुम्हारी मम्मी की तारीफ ही कर रहे थे,तब मनु के चेहरे के भाव कुछ ठीक हुए,

बाकी आज रमन ने मनु के दिल मे अपनी मा के प्रति सेक्स का बीज बो ही दिया था

अब रमन और मनु आपस मे खुल कर सेक्स की बाते करने लगे थे,रमन को पता तो था ही कि मनु प्रिया को चोदना चाह रहा है,पर उसको मौका और जगह की बहुत प्राब्लम होती थी,फिर भी वो कोशिस कर ही लेता था,पर मौका नही मिल रहा था,रमन जब भी प्रिया को चोदता था तो उससे पूछ ही लेता था कि अब मनु और उसके बीच मे कैसा चल रहा है,इधर अब आरती ने घर मे अपने आप को सेक्सी रखना शुरू कर दिया था ,वो अब नये से नये आउटफिट या नाइटी जिसमे शरीर का एक-2 कटाव नज़र आता था घर मे रमन के सामने पहन-ने लगी थी.

मनु ने भी ये नोट किया कि उसकी मा कितनी सेक्सी है,अब कभी-2 जब प्रिया को चोदे कई दिन हो जाते थे तब मनु का लंड अपनी मा के सेक्सी कटाव देख कर खड़ा हो जाता था,मनु को भी अपनी मा को ताड़ने मे मज़ा आता था,पर वो इस-से ज़्यादा कोई कोशिस नही करता था.

एक दिन जब मनु को प्रिया से मिले कई दिन हो गये तब रमन ने मनु से पूछा कि आज कल प्रिया और उसका अफेर कैसा चल रहा है और वो मज़े ले रहा है ना,मनु ने बहुत ही मायूस हो कर कहा कि रमन भैया क्या बताऊ आज कल प्रिया मिलती तो है पर उसकी चूत नही मिल पा रही,वो मारने के लिए जगह ही नही मिलती क्या करू?

रमन ने कहा हां यार ये तो तुम्हारे साथ प्राब्लम है,पर इस बारे मे मे तुम्हारी क्या मदद कर सकता हूँ,मनु ने कहा भैया आप ही कोई मदद करो ना,आपने ही तो प्रिया से मेरी फ्रेंडशिप करवाई है,अब आप ही कोई ऐसी जगह का इंतज़ाम बताओ जहा पर मैं और प्रिया मज़े कर सकें.

मनु की इस दशा पर रमन बहुत ही खुश हुआ पर अपनी खुशी को मन मे दबा कर उसने कहा कि मैं कोशिस करता हूँ किसी जगह के बारे मे,तब मनु ने कहा भैया आपको अपना वादा तो याद है ना?

रमन ने कहा ये भी कोई भूलने वाली बात है,पर ऐसा करते हैं कि कल शाम को कोई पिक्चर देखने साथ मे चलते हैं,जिस-से कि बात आगे बढ़ सके ,मनु ये सुन कर बहुत खुश हुआ,पर फिर रमन ने अपना पासा फेंका कि अगर उन दोनो के साथ रमन अकेले जाएगा तो वो ठीक नही रहेगा क्योंकि फिर वो दोनो उसकी मौजूदगी मे कुछ नही कर पाएँगे,पर प्रिया अकेले भी मनु के साथ जाने को राज़ी नही होगी,तब रमन ने कहा कि यार मनु तुम अपनी मम्मी को साथ मे क्यों नही ले लेते,इससे प्रिया को भी प्राब्लम नही होगी और मेरे को भी भाभी जी की कंपनी हो जाएगी,मनु ने कहा ये तो बहुत बढ़िया आइडिया है,मैं मम्मी से बात करता हूँ,मनु जल्दी से अपनी मम्मी के पास जाता है और उसको कल के मूवी के प्रोग्राम के बारे मे बताता है,पर आरती मूवी के लिए जाने से मना कर देती है,वो कहती है कि उसको जाना है तो वो चला जाए,पर वो नही जाना चाहती.


तब मनु रमन को जा कर ये बात बताता है और कहता है कि अगर वो जा कर उसकी मम्मी से चलने को कहेगा तो मम्मी चल सकती हैं,रमन कहता है कि वो कोशिस करेगा,इतने मे ही आरती उनके लिए नाश्ता ले कर आ जाती है और रख कर जाने लगती है,रमन कहता है कि क्या उससे कोई ग़लती हो गयी जिसकी वजह से आजकल आरती उनके पास बैठती भी नही,आरती कहती है ऐसी तो कोई बात नही है,फिर रमन कहता है तो फिर आप भी हमारे साथ बैठिए,आरती कहती है कि वो तो ये सोच कर नही रुकती थी कि उसके होने से उनको पढ़ाई मे डिसटरबन्स फील होती होगी,रमन कहता है कि भाभी जी आप ने ये क्या बात कह दी? अरे आप जहाँ पर भी होंगी वहाँ तो हर चीज़ बढ़िया ही होगी ना,फिर वो मनु से कहता है कि क्या उसको कोई प्राब्लम है अगर उसकी मम्मी यहाँ बैठे तो,मनु कहता है सर ऐसा हो ही नही सकता कि उसको मम्मी के पढ़ने से कोई प्राब्लम हो.

इन सब बातों के बीच मे आरती वहीं बैठ जाती है,आज आरती ने एक बढ़िया सा सूट डाला हुआ था जिसमे कि वो गुलाब के फूल की तरह से लग रही थी,फिर बातो का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए रमन ने कहा कि भाभी जी आपने कल की पिक्चर के लिए मना क्यों कर दिया,तब आरती ने कहा कि वो इस उमर मे उनके साथ चल कर क्या करेगी.

तो फिर रमन ने कहा कि क्या भाभी जी अभी आप की उमर ही क्या है,आप तो बहाने बना रही हो आप को देख कर कोई कह सकता है कि आप एक 18 साल के बच्चे की माँ हो,आप तो अभी बिल्कुल जवान हो,अगर आप को हमारे साथ चलने मे इसके अलावा कोई एतराज़ है तो वो बताओ,अरे आप साथ चलोगे तो मुझे ही कंपनी हो जाएगी ,कोई समझेगा कि मैं अपनी गर्लफ्रेंड को मूवी दिखाने लाया हूँ,आरती के गालो पर ये सुन कर लाली आ गयी और मन ही मन बहुत खुशी महसूस हुई,पर ऊपरी तौर पर उसने कहा कि आप तो मेरी खिंचाई कर रहे हो,रमन ने कहा कि ऐसी कोई बात नही है,मनु ने भी कहा चलो ना मम्मी अब तो सर भी कह रहे हैं,तो फिर आरती कल पिक्चर के लिए चलने को मान गयी.

अगले दिन पिक्चर देखने का प्रोग्राम प्रिया के साथ भी पक्का कर लिया गया.
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Rohit Kapoor
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Re: मा की मस्ती

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ईद मुबारक
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