थोड़ी देर के बाद मधु फिर सागर के लंड को चूमती हुए बोली - मेरा बेटा अब जवान मर्द बन चुका है और एक तंदूरस्त जवान लंड से बहुत पानी निकलता है. म्म्म्म म, मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसंद है. एह वाकई मे एक जवान पुरुष का लंड है. सागर इस लंड को में हमेशा हमेशा के लिए अपनी चूत के अंदर रखना चाहूँगी. तुम चाहे जो भी करो, लेकिन मुझे अपने इस खूबसूरत लंड से जुदा मत करना, बेटा आज तुम ये वादा करो. सागर अपनी पूरी जिंदगी तुम्हारे लंड की गुलाम और रखेल बन कर रहूंगी."
सागर मधु की बात सुनकर उसकी चूंची को मसल्ते और चूस्ते हुए बोला – मोम अब मेरी जिंदगी का मकसद आज के बाद सिर्फ़ तुमको प्यार करना और चोदना रहेगा, तुम जितना चाहोगी उतना अपने बेटे के लंड से सुख ले सकती हो.
सागर मधु की चूंची को खूब ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था और ये उम्मीद कर रहा था सागर कि चूसने से उसकी चूंची से दूध निकलेगा. सागर की चुसाइ से मधु की चूंची से दूध नही निकला, लेकिन फिर भी सागर मधु की चूंची को मसलता रहा और उनको अपने हाथों से पकड़ कर चूस्ता रहा.
वो लोग कुछ देर के लिए एक दूसरे की बाहों लेटे रहे और अपनी अपनी उखड़ी हुए सांस संभालते रहे. वो लोग तरह तरह की बाते भी कर रहे थे.
सागर – मोम मे कितना खुश नसीब हू जो मुझे तुम्हारे जैसी सेक्सी माँ मिली ..
मधु लंड पर हाथ फेरते हुए – मे भी बहुत खुशनसीब ही ..जिसे तेरे जैसा जवान मर्द मिला बेटे के रूप मे ....
सागर – माँ तुम्हे प्यार करना चाहता हू ....ऐसा प्यार जो कभी किसी बेटे ने अपनी माँ के साथ नही किया होगा
मधु – मे सिर्फ़ तुम्हारी हू मेरे राजा जो मन मे आए वो करो...
इतना कह कर मधु ने अपनी दोनो टाँगे उपर को उठा ली और दोनो टाँगों को फैला लिया. इसतरह से मधु की चूत पूरी तरह से खुल कर सागर सामने हो गयी और सागर लिए उसकी चूत में लंड डालना और भी आसान हो गया.
सागर मधु की खोली टाँगों के बीच बैठ कर अपना लंड मधु की चूत के उपर रख कर धीरे धीरे अंदर डालने लगा. मधु की चूत इस समय सागर को थोड़ी टाइट लग रही थी, लेकिन सागर धीरे धीरे अपने हाथों से उनके चूतड़ सहलाता रहा और उसकी गान्ड मे अपनी उंगली डालने लगा. थोड़ी देर तक गान्ड मे उंगली करने के बाद मधु की चूत से पानी निकलने लगा और चूत गीली हो गयी. मधु की चूत को गीला होते देख कर सागर ने एक झटके के साथ अपना लंड पूरा का पूरा जड तक घुसेड दिया. चूत के अंदर जाते ही मधु ने अपनी कमर उठाना शुरू कर दिया और सागर भी झटके दे दे कर अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. वो लोग एक दूसरे को चोद रहे थे और उपर नीचे से धक्का मार मार कर चोद्ते और चुदवाते रहे.
चोदते और चुदवाते समय वो एक दूसरे से मीठी मीठी बातें भी कर रहे थे. " मधु बोली - ओओह, सागर मेरा राजा बेटा," सागर मैं कितनी ख़ुसनसीब हूँ कि मेरी चूत मे तेरा लंड जा रहा है तेरा लंड बिल्कूलमेरी चूत की साइज़ का है."
सागर बोला - "मधु तुम सिर्फ़ मेरे लिए ही बनी हो और हमेशा रहोगी "
सागर मधु की चूंची को पकड़ कर धक्का मारते हुए बोला- "मोम मैं सपने मे भी नही सोच सकता था कि एक दिन तुम्हारी चूत मे अपना लंड डाल कर तुम्हे चोद सकूँगा"
मधु बोली - सागर क्या तुम्हे मेरी चूत पसंद है?"
मधु ने सागर से पूछा और फिर से बोली, "देख मुझ को खुश करने के लिए झूट मत बोलना."
सागर मधु की चूंची को अपने हाथों से दबाते हुए बोला, - "माँ, मैं तुमसे प्यार करता हूँ और तुम्हारी पूजा करता हूँ. मेरे लिए तुम प्यार और सुंदरता की देवी हो. मैं तुमसे हमेशा प्यार करता रहूँगा और जब जब तुम चाहोगी मेरा लंड तुम्हारी चूत की सेवा के लिए तैयार रहेगा."
मधु मुस्कुरा कर बोली, - "बस अब बहुत हो चुका है. चल अब मन लगा कर मेरी चूत की सेवा कर और उसको जी लगा कर अपने लंड से चोद. बेटा मैं अपनी चूत की खुजली से मरी जा रही हूँ. तू अपना लंड जड तक अंदर डाल कर मेरी चूत के अंदर चल रही चीटिओ को मार डाल और मुझे शांत कर. बेटा चोद मेरी चूत खूब कस कर चोद."
सागर धक्के मारते हुए– मोम ,... आज के बाद ना तो मैं तेरा बेटा हूँ और ना ही तू मेरी माँ है. आज के बाद से तू मेरी पत्नी है और मैं तेरा पति"
मधु अपनी कमर उछालते हुए बोली - आज की रात हमारी शादी की सुहागरात है. सागर मैं वो सब काम करूँगी जो एक पत्नी अपने पति के लिए करती है. तुझे जो भी पसंद है, मुझसे बोल, मैं तेरी हर बात मानने के लिए तैयार हूँ."
दोनो ने एक दूसरे को अपनी अपनी बाहों मे जकड रखा था और अपनी अपनी कमर उठा उठा कर एक दूसरे की चूत और लंड चोद रहे थे. इस चुदाई के पहले सागर का लंड एक बार मधु के मुँह के झड चुका था और इसलिए इस चुदाई मे सागर का लंड झरने मे ज़्यादा वक़्त ले रहा था. मधु की चूत अब तक की चुदाई मे दो बार अपनी पानी छोड़ चुकी थी और अपनी चुदाई की खुशी मे पागल होती जा रही थी. मधु सागर को अपने हाथों से पकड़ कर बेतहाशा चोद रही थी और सागर से लिपट रही थी. ऐसा लग रहा था कि जैसे नयी दुल्हन नयी नयी चुदाई के सुख से पागल हो रही है. जैसे जैसे मधु सागर को चोद रही थी, सागर का खून भी खौल रहा था और सागर अंडों मे तनाव महसूस होने लगा था. थोड़ी देर के बाद सागर के लंड ने मधु की चूत को चोद्ते चोद्ते अपना पानी छोड़ दिया. जैसे ही सागर अपनी मधु की चूत के अंदर अपना लंड ठूंस कर झडा, मधु भी तीसरी बार झड गयी. वो लोग एक दूसरे के शरीर को अपने हाथों से जकडे हुए थे और जब तक सागर का आखरी बूँद मधु की चूत मे ना चल गया सागर मधु को नही छोड़ा.
वो लोग झड़ने के बाद एक दूसरे के बाहों मे लेटे रहे. उन लोगों की सांस चुदाई करते हुए उखड़ चुकी थी और अब सांस धीरे धीरे नौरमल हो रही थी. सागर अपना सर मधु की फूली फूली चूंची पर रख कर सो गया और ना जाने मधु कब सागर से लिपट कर सो गयी. वो लोग रात भर एक दूसरे से लिपट कर सोते रहे, और जब सुबह आँख खुली तो देखा मधु अभी भी सागर साथ नंगी ही सो रही है. टाइम सुबह के 4 बज चुके थे फिर मधु ने सागर को उसके रूम मे भेज दिया.
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Re: शमा के परवाने
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Re: शमा के परवाने
बहुत ही हॉट कहानी है मित्र
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(रेशमा - मेरी पड़ोसन complete).....(मेरी मस्तानी समधन complete)......
(भूत प्रेतों की कहानियाँ complete)....... (इंसाफ कुदरत का complete).... (हरामी बेटा compleet )-.....(माया ने लगाया चस्का complete). (Incest-मेरे पति और मेरी ननद complete ).
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Re: शमा के परवाने
xyz wrote:बहुत ही हॉट कहानी है मित्र
शुक्रिया मित्र आपके कमेंट के लिए आभार
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Re: शमा के परवाने
रात भर चुदाई के बाद सागर बहुत ही थका हुआ महसूस कर रहा था. लेकिन वो बहुत ही खुश था क्यूकी जिस औरत की वो ख्वाबों मे चुदाई किया करता था अब उसने उसे सच मे चोद दिया था. सागर 4 बजे अपने रूम मे चला गया था और जाकर सो गया.
मधु हमेशा की तरह 7 बजे उठ गई. आज की सुबह मधु की बहुत ही रंगीन सुबह थी. मधु अभी तक अपने बिस्तेर पर नंगी ही पड़ी हुई थी फिर मधु खड़े होकर अंगड़ाई लेते हुए मुस्कुराने लगी. आज मधु के चेहरे की रौनक बता रही थी कि कल की रात उसके लिए कितनी सुखद रही थी.उसके लिए तो यकीन करना मुश्किल था कि जिसके साथ उसने रात भर चुदाई का भरपूर लुफ्त उठाया था वो उसका सगा बेटा था. जवान मर्द से प्यास भुजने के बाद जो सकून मधु को मिला था उससे उसका रोम रोम चहक रहा था. फिर उसने चद्दर मे छुपी हुई अपनी पैंटी और ब्रा को ढूंड कर अपने शरीर पर कसा और बाथरूम मे फ्रेश होने के लिए चली गई.
उधर जब अंकित खड़ा हुआ. तो उसने सागर को हिलाते हुए कहा - अबे साले उठ जा …..देख क्या टाइम हुआ …
सागर - मैं बहुत थका हुआ हू प्ल्ज़्ज़ भाई मुझे सोने दे…
अँकति - हाँ साले रात को मधु की कम चुदाई करता तो कम थकता..
ये सुन कर सागर चौंका और उठ कर सागर से बोला - क्या मज़ाक कर रहा है ..अंकित …
अंकित - अबे साले मुझे सब पता है मैने रूम के डोर के कीहोल सब देख लिया था ..अब अंजान मत बन साला मदर्चोद…
सागर - हाँ यार मैं मधु को चोद चुका हू …
अंकित - साले 2 दिन हो गये कुछ हाथ नही लगा ..और मैने तेरा हर काम मे साथ दिया लेकिन तूने अभी तक मुझे कुछ करने का मोका नही दिया …..
सागर - तू टेन्षन ना ले मेरे भाई ..मैने फुल प्लॅनिंग की हुई है ….
उसके बाद सागर ने अंकित को सारा प्लान समझा दिया. अंकित को प्लान समझ मे आ चुका था और वो रिलॅक्स होकर सही वक्त का इंतेजर कर रहा था.
दूसरी तरफ मधु नहा धोकर बाहर शीशे के सामने आई. उसने अपने बदन को टवल से ढक रखा था. उसके बालों से पानी की बूंदे टपक रही थी जो उसके जिस्म पर रिस्स रही थी. मधु के बदन पर नहाने से महक आई हुई थी जिससे उसका बदन चमक रहा था. फिर मधु ने अपने बालों को सवार कर पीछे किया और अपने बदन से टवल को जुदा कर दिया. 1 मिनट तक मधु अपने चहकते हुए नंगे जिस्म को निहारती रही. फिर उसने बॉडी लोशन उठाया और अपने हाथ पर लगाकर पूरे जिस्म पर हाथ फेरने लगी. मधु को बहुत ही सकून मिल रहा था. उसे ऐसा लग रहा था कि जैसा उसका एक एक अंग उससे बात कर रहा हो और मधु से कह रहा हो कि आज वो बहुत खुश है. मधु की जवानी छलक उठी थी . फिर मधु ने कबाड़ मे से ब्रा और पैंटी निकाली. लेकिन उसके आज़ाद बदन को कसने वाली चीज़ों के लिए उसना मन नही माना और उसने आज बिना ब्रा और पैंटी के ब्लाउस और साड़ी डाल ली . फिर मधु बाहर की तरफ आई. इतने मे अंकित और सागर भी तैयार होकर डिन्निंग टेबल पर बैठे थे.
जब मधु बाहर आई तो उसे सागर की तरफ देख कर स्माइल की जैसे वो सागर को थॅंक योउ बोल रही हो. फिर सागर ने भी अंकित से नज़र चुरा कर मधु को देख कर आँख मारी और अपने हाथों से इशारा करते हुए कहा कि आज कमाल की लग रही हो. जिसे देख कर मधु शरमा गई. फिर मधु किचन से खाना लेकर आई और तीनो ब्रकफ़ास्ट करने लगे. मधु सागर के साथ बैठी हुई थी और उन दोनो के सामने अंकित बैठा हुआ था. तभी सागर ने अपना एक हाथ मधु की जाँघो पर रख दिया और धीरे धीरे उन्हे मसल्ने लगा. और दूसरे हाथ से ब्रेकफास्ट खाने की आक्टिंग करने लगा. अपनी जाँघो पर स्पर्श पाते ही मधु के बदन मे जलन होने लगी और उसने हाथ को पकड़ हटा दिया .
जब सागर ने मधु को देखा तो मधु ने अंकित की मजूदगी का इशारा किया. लेकिन सागर नही माना वो दुबारा अपना हाथ मधु की जाँघो पर फेरने लगा. और फेरते फेरते मधु की चूत को मसल्ने लगा. मधु तो मानो मदहोश सी होने लगी. उसने अपने खाना खाने की रफ़्तार को कम कर दिया और सागर के स्पर्श का आनंद लेने लगी. मधु का खुद्पर से काबू ख़तम हो गया और उसने भी अपना एक हाथ सागर के लंड पर फेरना शुरू कर दिया. सागर का लंड एक दम तंन गया मधु का स्पर्श पाते ही.
फिर सागर ने टेबल से स्पून गिरा दिया . और जब वो नीचे से स्पून उठाने लगा तो उसने मधु की साड़ी को उसकी जाँघो तक उठा दिया जिससे जाँघो से नीचे की टाँगे नंगी हो गई फिर सागर अपना हाथ साड़ी के अंदर ले गया और चूत के आस पास फेरने लगा. मधु की तो मानो साँसे ही थम गई. उसके हलक से नीवाला निकलना मुश्किल हो गया. फिर सागर धीरे से अपना हाथ चूत पर ले गया और उसे मसल्ने लगा. मधु साँसे फूलने लगी और उसके गालों का रंग बदलने लगा. वो अपनी सिसकारियो को अपने होंठ तले दबाने लगी. मधु ने सागर की तरफ तिरछी नज़र से देखा और मना करने का इशारा किया. लेकिन सागर कहाँ मानने वाला था उसने अपनी मिड्ल फिंगर को मधु की चूत मे पूरा घुसा दिया.
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Re: शमा के परवाने
उंगली अंदर जाते ही मधु की चूत मे करार आ गया और मधु के मुँह से सिसकारी निकल गई...आहह...जब अंकित का ध्यान मधु की तरफ गया तो मधु खांसने की आक्टिंग करने लगी. और पानी पी कर वापिस खाना खाने लगी. लेकिन सागर पर तो जैसे कोई भूत सवार हो चुका था वो लगातार मधु की चूत मे उंगलिया करने लगा. मधु ने अपनी जीब को दांतो तले दबा लिया जिससे उसके मुँह से कोई सिसकारी ना निकल पाए. मधु सागर की उंगलियो से सुख भोग रही थी जो लगातार उसकी चूत मे अंदर बाहर हो रही थी. फिर अचानक से मधु की साँसे बहुत तेज़ी से चलने लगी और उसने डिन्निंग टेबल के किनारे को कस्स कर पकड़ लिया. इसमे कोई शक़ की बात नही थी और सागर की समझ चुका था कि मधु झड चुकी है.
जल्दी ही सागर का हाथ मधु के सफेद पानी से भर गया. जिसे सागर ने अपनी हाथ की कटौरी बना कर उसे इकट्ठा कर लिया. फिर सागर ने पानी से भरा हुआ हाथ मधु की साड़ी मे से निकाला. और दूसरे हाथ से टेबल से ब्रेड उठाया. सागर ने मधु का सारा पानी उस ब्रेड पर लगा दिया. फिर उसने उसके उपर एक और ब्रेड रख कर सॅंडविच बना दिया. फिर सागर उस सॅंडविच को मधु की तरफ देखते हुए खाने लगा. मधु ने शर्म से अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया.
जब सागर उस सॅंडविच को पूरा खा गया तो उसके होंठ के पास मधु के पानी की एक बूँद लग गई. जब मधु ने सागर को उस बूँद की तरफ इशारा किया और सागर अपनी जीब को फेरते हुए उस बूँद को अपने मुँह मे ले गया. जिसे देख कर मधु दुबारा शरमा गई. फिर मधु ने अपनी साड़ी ठीक की और खाना खाने के बाद किचन मे बर्तन रखने चली गई. फिर सागर और अंकित ने भी खाना खा लिया और वो अपने रूम मे चले गये.
फिर सागर ने अंकित को इशारा किया और प्लान स्टार्ट करने के लिए कहा. उसने भी ओके मे जवाब दिया. सागर ने मधु को मेसेज किया – जान तुम तो झड गई लेकिन मेरा लंड बैठने का नाम नही ले रहा ...
मधु – हद्द है यार अभी तो तुमने मेरी क्रीम निकाली थी. और उपर से तुम्हारा वो....अच्छा.. क्या नाम ले रहा है तुम्हारा वो..
सागर – वो मधु मधु चिल्ला रहा है.... मधु के मधु को चखना चाहता है..
मधु – नही नही ..सागर अंकित घर मे है..मैं उसके सामने कुछ नही कर सकती ..
सागर – अरी जान वो अपने रूम मे वीडियो गेम खेल रहा है और तुम्हे तो पता ही है जब वो गेम्स खेलता है तो उसे किसी का भी होश नही होता.
मधु – नही सागर इसमे बहुत ख़तरा है...
सागर – नही मेरी रानी....कुछ नही होता हम रूम मे करलेंगे और डोर लॉक कर लेंगे..
मधु – लेकिन तुम अंकित को क्या कहोगे..
सागर – यही कि मैं मोम के साथ सॉफ सफाई करवा रहा हू..
मधु – ओके आ जाओ..
ये सुन कर सागर ने अंकित को इशारा किया और नीचे मधु के रूम मे चला गया. और जाकर रूम का डोर बंद कर दिया. अंदर मधु बेड पर लेटी हुई थी. और सागर को देख कर सेक्सी स्माइल दे रही थी. सागर मधु के पास आकर उसके उपर लेट गया और उसे चूमने लगा. चूमते हुए मधु सागर से बोली – क्या जान तुमसे सबर नही होता क्या???
सागर – क्या करू जान तुम हो ही इतनी सेक्सी ..
और सागर मधु के होंठो को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. मधु भी सागर के सिर पर हाथ फेरते हुए उसका पूरा साथ दे रही थी.फिर सागर ने मधु के सीने से पल्लू हटाया और ब्लाउस का हुक्क खोल कर उसने फ़ौरन मधु की चुचियाँ चूसना शुरू कर दी मधु को 1 दम बोहत मज़ा आने लगा अभी मधु घर का काम कर रही थी जिससे मधु पूरी पसीने से गीली थी
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