शमा के परवाने complete
- rajaarkey
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Re: शमा के परवाने
भाई रंगीला कहानी एकदम रंगीन ही शुरू की है बहुत ही उम्दा कहानी
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- rangila
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Re: शमा के परवाने
lalaora wrote:मस्त कहानी
rajaarkey wrote:भाई रंगीला कहानी एकदम रंगीन ही शुरू की है बहुत ही उम्दा कहानी
bhaiyo isi tarah sath banaye rakhe . kyoki aap sab ke sahayog se hi ye kahaani aage badh paayegi
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
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Re: शमा के परवाने
अब आगे …
जब मधु सागर और अंकित के रूम मे आई तो सागर मधु को देखते ही रह गया
मधु पूरी तरह से तैयार हुई पड़ी थी मधु ने स्काइ कलर की साड़ी डाली हुई थी जिसका ब्लाउस बहुत ही छोटा था और वो किसी स्वर्ग की अप्सरा से कम नही लग रही ही. अंकित का ध्यान गेम मे था तो सागर ने मधु को सिर से लेकर पैरो तक एक अजीब सी नज़र से देखा. जिसे मधु ने नोट कर लिया और वो सागर से बोली – क्या हुआ सागर मे अच्छी नही लग रही क्या ??
सागर – मोम आप बोहोत ही सुन्दर लग रहे हो.
मधु – ओह्ह अच्छा थॅंक्स वैसे अब तो मे बूढ़ी हो गई हू
सागर – कैसे बात करती हो मोम.. अब अभी भी इतनी खूबसूरत हो कि लड़किया धूल चाट जाए आपके सामने
मधु इस बात पर शर्मा गई और बोली – हॅट..बदमाश कहीं का…जब देखो अपनी मोम को छेड़ता रहता है
सागर – सच्ची मे मोम आप बहुत सुन्दर हो
मधु – चल अब बॅस कर इतनी बाते मत बना. मुझे पार्टी पर जाना है…
इतने मे सागर के मोबाइल मे रिंगटोन बजी जब सागर ने देखा तो पाया कि उसकी मोबाइल की बेटर्री ख़तम हो गई है उसने इधर उतेर देखा और चार्जर ढूँडने लगा जिसे देख कर मधु बोली – क्या हुआ बेटा कुछ गुम हो गया क्या ??
सागर – मोम वो मेरा चारजर नही मिल रहा…
मधु – बेटा तेरा चार्जर मेरे कमरे मे है मेरा चार्जर खराब हो गया था तो मैं ले गई थी. मेरे कमरे से ले लेना
सागर – ओके मोम
इतने मे बाहर कार का हॉर्न बजा मधु समझ गई की राजीव आया है और वो राजीव के साथ पार्टी मे चली गई.
सागर उठा और मधु के रूम मे चला गया. रूम मे बेड पर मधु के कपड़े पड़े थे जिन्हे मधु ने अभी उतारा था और वहाँ शीशे के पास पर्फ्यूम की स्मेल आ रही थी जिसे मधु ने लगाया था. सागर के दिमाग़ मे ये सारा सीन इमॅजिन होने लगा कि कैसे कैसे मधु तैयार हुई होगी. फिर उसकी नज़र बाथरूम के डोर पर पड़ी जो आधा खुला हुआ था. सागर के दिमाग़ मे नज़ाने क्या आया कि वो बाथरूम की तरफ चल पड़ा. जब वो अंदर गया तो उसने एक पसीने से भरी गीली पैंटी को देखा जिसमे से बहुत तेज गंध आ रही थी.
पैंटी को देख कर उसे तुरंत पता चल गया कि वो पैंटी मधु की है जिसे वो अभी उतार कर गई है. सागर उस पसीने से भरी गंध से काफ़ी मोहित हो रहा था जिससे उसके अंदर वासना जाग उठी थी. फिर एक पल के लिए सागर ने सोचा – ये मे क्या कर रहा हू मुझे अपनी ही माँ बहुत सेक्सी लगने लगी है. ऐसा कैसे हो सकता है. मैं मादर चोद कैसे बन सकता हू.
ये सोच कर सागर पीछे मुड़ा और जाने लगा. फिर अचानक सागर रुका और उसके वासना भरे दिमाग़ ने उस लड़के के बारे मे सोचा – अगर वो लड़का अपनी माँ चोद कर उसका दलाल बन सकता है तो मैं भी अपनी माँ चोद सकता हू और रसीली ने भी कहा था कि कुछ अच्छे घरो मे भी ऐसा होता है .
फिर सागर तुरंत मुड़ा और उस गीली पैंटी को अपने हाथों मे ले लिया. उसके हाथ चिपचिपाने लगे जब उसने पैंटी को छुआ और एक दम से उसे अपनी नाक पर लगा कर सुघने लगा. पैंटी से आने वाली स्मेल ने उसे पागल कर दिया था. और उसका लंड एक दम कड़क हो गया था. वो हेरान हो गया कि आज से पहले उसका लंड इतनी जल्दी कभी खड़ा नही हुआ यहाँ तक कि रसीली भी नही कर पाई थी सागर सोचने लगा अगर मोम की पैंटी की स्मेल ने मेरे लंड का ये हाल कर दिया है तो मोम की चूत कैसी होगी और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया वो पैंटी की उस जगह अपनी जीभ फेरने लगा जहा मधु की चूत होती है. और अपना लंड सहलाने लगा. सागर अपने आप से बाते करने लगा – वाहह कितनी किस्मत वाली है ये पैंटी जो मेरी मोम की चूत के साथ चिपक कर रहती है यहाँ तक कि कई बार तो उसके अंदर तक चली जाती है …अह्ह्ह्ह मुझे तो पागल कर दिया है मोम की चूत ने..
काश मे मोम की पैंटी होता तो कितना मज़ा आता ….
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- rangila
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Re: शमा के परवाने
फिर सागर पैंटी को अपने लंड पर रगड़ कर मूठ मारने लगा और बोलने लगा – आहह मधुऊऊ..
ओह्ह्ह्ह………मधु मे तुम्हे चोद कर ही रहूँगा ..चाहे जो मर्ज़ी हो जाए ..
मुझे तुम्हारी चूत चाहिए …….
आआहहह मधु मे मादर चोद बनना चाहता हू मधु मुझसे चुदवा लो …
और सागर झड गया. पसीने से गीली पैंटी अब सागर के लंड के रस से और भी गीली हो गई थी और चिपचिपी भी …..
सागर के लंड को कुछ शांति मिली और वो पैंटी को ऐसे ही टाँग कर उस रूम से चला गया और अंकित के पास वापिस आ कर बैठ गया ….
अंकित – क्या बात भाई इतनी देर कैसे लगा दी
सागर – हम यार वो चारजर नही मिल रहा था इसलिए
अंकित – भाई पैसे कब मिलेंगे हमे ??
सागर – क्यू तुझे क्या करना है
अंकित – यार मेरा लंड रसीली की लाल चूत का दीवाना हुआ पड़ा है. हमेशा उसे चोदने के सपने लेता रहता है
सागर – साले तू तो रंडी बाज हो गया है …..!!
अंकित लंड पर हाथ फेरते हुए - क्या करू यार मुझे तो इंतेजार ही नही हो रहा ..
सागर – मेरे लाल सबर का फल मीठा होता है जल्द ही चलेंगे उस रंडी के पास
अंकित – ओक चल अब गेम खेलते है
थोड़ी देर गेम खेलने के बाद सागर के दिमाग़ मे आइडिया आया. और वो उस आइडिया की प्लॅनिंग करने लगा. उसने घड़ी पर टाइम देखा 6 बज चुके थे. वो उठा और अंकित से कहा – मैं किचन मे जाता हू कुछ खाने
और वो किचन मे आ गया वहाँ जाकर उसने अपनी पॉकेट मे से अपना मोबाइल निकाला और मधु को कॉल की
सागर – हेलो
मधु – हेलो हाँ बेटा बोलो
सागर – मोम आप कब तक आ जाओगे
मधु – बस हम 20 मिनट मे घर पहुँचने वाले है …. क्यू कोई बात है क्या ??
सागर – नही मोम बात तो कुछ नही है बस आपकी याद आ रही थी
मधु – अरे बेटे मुझे 2 घंटे ही तो हुए घर से गये और तुम्हे मेरी याद आ रही है ...लगता है कुछ गड़बड़ है
सागर – गड़बड़ कैसी मोम… आक्च्युयली मुझे भूक लगी है इसलिए आपकी याद आ रही है ..
मधु – ओक बेटा घर आते ही मे तुझे अपने हाथों से कुछ बना कर खिलाउन्गि..
सागर – ओके मोम जल्दी आइए और सागर ने फ़ोन काट दिया सागर के फ़ोन करने का मतलब् उसे जानना था कि मोम को आने मे कितनी देर है जो उसने पता कर लिया ..
फिर सागर दुबारा मोम के रूम मे गया और बाथरूम मे चला गया. वहाँ उसकी नज़र दुबारा उस पैंटी पर पड़ी जिसमे से अब मधु की चूत की महक के साथ सागर के माल की भी महक आ रही थी . सागर ने बड़ी मुश्किल से ध्यान हटाया और अपनी जेब मे से अपना मोबाइल निकाला. सागर का मोबाइल हेवी डिज़ाइर था जिसकी कॅमरा की क्वालिटी बहुत अच्छी थी जो कम लाइट मे भी अच्छी रेकॉर्डिंग कर देता था. सबसे पहले उसने अपने मोबाइल का सिम निकाला ताकि रेकॉर्डिंग के टाइम किसी का फ़ोन ना आ जाए. फिर उसने अपने मोबाइल की रेकॉर्डिंग ऑन करके सामने दीवार पर लगे स्टॅंड पर पड़ी चीज़ो के पीछे इस कदर छुपाया जिससे किसी को पता ना चले. थोड़ी देर रेकॉर्डिंग के बाद उसने चेक किया कि पूरा बाथरूम कॅच हो रहा है या नही. फिर उसने कॅमरा की रेकॉर्डिंग ऑन को दुबारा सेट किया और वहाँ से चला गया. और फिर अंकित के पास जाकर बैठ गया.
करीब 20 मिनट बाद मधु घर आ गई. मधु सीधा अंकित और सागर के रूम मे आ गई . और बोली – मैं आ आ गई बच्चो…
सागर – मोम आपने तो बोहोत देर लगा दी
मधु – पार्टी मे टाइम का पता ही नही चलता …
सागर – मोम बहुत भूक लगी है कुछ खाने को दो प्लीज़ और अंकित भी खाने की ज़िद्द करने लगा
मधु – बस मे अभी कपड़े चेंज करके आई और फिर तुम जो कहोगे मे वो बना दूँगी अपने बच्चो के लिए
मकसद running.....जिंदगी के रंग अपनों के संग running..... मैं अपने परिवार का दीवाना running.....
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