माया complete

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jay
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Re: माया

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भारत ने एक नज़र उस फ्रेम पे मारी, और एक दम भारी कदमों के साथ वो पड़ोसी के घर गया जहाँ शालिनी उसका वेट कर रही थी...



"क्या हुआ.. कब जाना है घर.. आइ कांट वेट हियर अनीमोर..." शालिनी ने भारत से गले लग के कहा.. काफ़ी देर सोचने के बाद भारत ने उसके साथ हुई हर बात शालिनी को बताई, और उसने निधि की बॉडी का अंतिम संस्कार वाली बात भी उसे कही...



"प्राउड ऑफ यू माइ हब्बी" कहके शालिनी ने भारत को हग किया और दोनो कुछ देर में वहाँ से होटेल में रहने के लिए निकल गये....



"शालिनी, यू शुड गो टू मोम नाउ.. मैं यहाँ से प्रॉबब्ली एक वीक में आ जाउन्गा.. " भारत ने शालिनी से टॅक्सी में कहा



"आइ कॅंट गो अलोन... आइएम स्केर्ड नाउ.." शालिनी ने जवाब में कहा



"ओके, तो आइ विल अस्क मोम डॅड टू कम हियर, आंड तुम तीनो साथ में जाना.. बट प्लीज़ तुम जाओ, आंड घर जाके अच्छे से रहो... ओके" भारत ने सवाल पूछा



"ओके... कम सून बट प्लीज़" कहके शालिनी और भारत ने एक दूसरे को हग किया और कुछ ही देर में होटेल पहुँच गये.. होटेल में जाके शालिनी फ्रेश होने गयी, तब तक भारत ने ऋतु से सब बातें की और उनकी टिकेट्स भी अरेंज करवा दी... ऋतु और उसका पति दूसरे दिन निकल के मलेशिया पहुँच गये.. भारत और शालिनी को देख उनकी जान में जान आई.. ऋतु ने सब बातें की उनके साथ, और उसे हैरानी हुई जब शालिनी ने उसे बताया कि उसको भारत और निधि के बारे में सब पता था..



"इतना सब होने के बाद हाउ कॅन यू अलो युवर हज़्बेंड, कि वो अपनी एक्स को इंडिया में लाए और उसके लिए यह सब करे." ऋतु ने हैरानी में कहा



"मोम शी ईज़ डेड नाउ.. ह्युमॅनिटी भी एक चीज़ होती है ओके.. आंड प्लीज़ डोंट क्रॉस माइ डिसिशन ओके" शालिनी के इस जवाब से ऋतु एक दम खामोश हो गयी..



"आइ अंडरस्टॅंड सन इन लॉ... आंड मैं तुम्हारे साथ हूँ.. डोंट वरी, शालिनी को लेके जाते हैं, यहाँ कुछ हेल्प हो तो कॉल मी, आइ विल मेक श्योर तुम्हे कोई तकलीफ़ ना हो ओके.." शालिनी के बाप ने भारत से कहा



"नही डॅड... आप बस शालिनी का ख़याल रखिएगा... मैं 7 दिन में आ जाउन्गा.." भारत ने कहा, और कुछ ही घंटो में शालिनी अपने मोम डॅड के साथ मलेशिया के लिए निकल गयी.. शालिनी के जाते ही भारत ने जेम्ज़ को इस बात की इत्तला की और जेम्ज़ ने उसे कहा



"नो वरीस माइ फ्रेंड.. आइएम ऑल्वेज़ विद यू इन टफ टाइम्स... टेक केर बडी..."



2 दिन बाद भी भारत अपने होटेल के कमरे से बाहर नहीं निकला था.. जबसे वो यहाँ आया है, तब से बस सिगर्रेट और कॉफी पे ही गुज़ारा कर रहा था..



"मलेशिया में निधि के साथ यह हुआ.. उसकी दुश्मनी सिर्फ़ मेहुल के साथ थी.. पर मेहुल अभी तो जैल में ही होगा.. उसकी सज़ा अभी ख़तम नहीं हुई है... फिर यह" भारत तीन दिन से यही सोच रहा था, पर उसे कुछ जवाब नहीं मिल पा रहा था...



"हेलो मुन्ना...." भारत ने काफ़ी टाइम बाद मुन्ना को फोन किया



"क्या साहब.. कितने टाइम बाद, माल पानी का बंदोबस्त करो कुछ" मुन्ना ने भारत से कहा



"मुन्ना, अभी का अभी पुणे जा, यर्राडा जैल में एक क़ैदी है, उसकी इन्फर्मेशन निकाल.. आते ही पैसा दे दूँगा" भारत ने सिगर्रेट जला के कहा



"क्या साब, आपका पैसा कहाँ जाएगा.. ठीक है आप क़ैदी का नाम मसेज करो, मैं पुणे जाता हूँ" कहके मुन्ना ने फोन कट किया और निकल पड़ा पुणे की ओर.. भारत ने भी उसे मेहुल के डीटेल्स एसएमएस कर दिए



"मेहुल अगर हुआ तो भी ओके, पर शॅरन के साथ किसने किया.. मेरी तो शॅरन के साथ कुछ ऐसी दोस्ती नहीं थी, .. या कहीं ऐसा तो नहीं, कि वो मुझे कुछ बताना चाहती हो और किसी ने उसे भी..."

भारत ने खुद से कहा और कहते कहते फिर एक गहरी सोच में चला गया.... शाम को भारत बाहर निकला और पोलीस स्टेशन जाके चांग से मिला



"सो मिस्टर चांग... एनी क्लू ऐज टू व्हाट हॅड रियली हॅपंड.." भारत ने उसके सामने बैठते हुए कहा



"नतिंग मच मिस्टर भारत.. ऑल वी हॅव ईज़ जस्ट दा वेपन वित विच शी वाज़ किल्ड.. वी हॅव ऑल्सो चेक्ड दा कॅमरास नियर बाइ..." चेंज ने बस इतना ही कहा, कि भारत ने उसे बीच में टोका



"कॅमरास मस्ट नोट बी वर्किंग इनस्पेक्टर... आइ गेस" भारत ने अपना माथा पीछे लिया और सीलिंग की तरफ देख कर कहा



"यूआर राइट.. हाउ डिड यू नो इट..." चांग ने हैरानी में पूछा



"सेम वाज़ इन यूएस मर्डर ऐज वेल माइ फ्रेंड... राइट वन थिंग, देअर'स ओन्ली वन पर्सन बिहाइंड दिस मर्डर आंड यूएस मर्डर..." भारत यह कहके वहाँ से निकला और निधि के घर के पास होते हुए अपने होटेल जाने लगा.. होटेल में जाके फिर भारत ने शालिनी से बात की और फिर से निधि के बारे में सोचने लगा...



"हेलो मिस्टर लॉरेन्स.. भारत हियर" भारत ने उस वकील को फोन करके कहा



"यस.. टेल मी, हाउ आर यू" लॉरेन्स ने जवाब में कहा



"मिस्टर लॉरेन्स, आइ होप यू रिमेंबर अबाउट टेकिंग बॉडी टू इंडिया.. होप यू आर ऑन इट" भारत ने धीरे से कहा



"यस .. डोंट वरी, डे आफ्टर टुमॉरो वी विल हॅव ऑल दा क्लिरेन्सस, आंड आइ हॅव ऑल्सो आस्क्ड मिस्टर चांग.. यू कॅन गो बॅक टू इंडिया इन कपल डेज़.. नो इश्यूस हियर"



"थॅंक यू मिस्टर लॉरेन्स... इंदेबटेड टू यू..." भारत ने एक राहत की साँस ली



"नो वरीड मिस्टर भारत.. माइ वर्क.. सी या.." कहके लॉरेन्स ने फोन कट किया

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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Re: माया

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रात होने वाली थी, भारत फ्रेश होके आज 3 दिन में पहली बार होटेल के रॅस्ट्रो में खाना खाने गया... टेबल पे अकेला बैठ बैठ उसके दिमाग़ में तूफान से चलने लगे थे.. शॅरन और निधि का मर्डर एक साथ.. और एक ही तरीके से....



"यू नो आइ रीड सो मेनी डीटेक्टिव नॉवेल्स... आइ रीड इन एनी नॉवेल, ऑल मर्डरर्स लीव सम क्लू बिहाइंड... " भारत के पीछे बैठी 2 मलेशियान लड़कियाँ आपस में बात कर रही थी



यह बात सुन भारत ने थोड़ा अपने दिमाग़ पे ज़ोर डाला..



"मैं पीछे से गया, पीछे जाके खिड़की तोड़ी.. खिड़की से अंदर जाके मैने शालिनी के लिए दरवाज़ा खोला जो खिड़की के राइट में है.. दरवाज़ा खोलते ही हम ने नीचे के रूम्स देखे और

वहाँ कुछ ना पाके शालिनी की नज़र बेसमेंट में गयी.. वहाँ से हम बेसमेंट में गये, और फिर बेसमेंट में ज़्यादा समान नहीं था... वहाँ से हम ने पोलीस को कॉल किया.. अगर कोई क्लू होगा तो वो बेसमेंट में और लिविंग रूम में नहीं है..." भारत ने खुद से कहा और रॅस्ट्रो से भाग के बाहर जाके टॅक्सी लेके निधि के घर की तरफ बढ़ा... शाम का वक़्त था लेकिन

सूरज ढल चुका था, इसलिए निधि के घर के बाहर जो पोलीस वाले रहते थे, वो अब वहाँ नहीं खड़े थे.. भारत ने टॅक्सी वाले को आगे जाके एक कोने में खड़े रहने की हिदायत दी.. टॅक्सी के जाते ही भारत ने चुप के से पोलीस की लाइन क्रॉस की और पीछे के दरवाज़े से ही घर में घुसा.. टॉर्च ऑन करके उसने सबसे पहले उपर जाती हुई सीढ़ियों पे रोशनी मारी... हर एक स्टेप भारत धीरे धीरे चढ़ा और हर एक कोने में टॉर्च मारता गया, शायद कहीं कुछ दिख जाए.. उपर सीढ़ियों के ख़तम होते ही लेफ्ट साइड में एक दरवाज़ा था कमरे का.. भारत ने उस दरवाज़े को ओपन किया, पर वो लॉक्ड था.. शायद पोलीस लॉक करके गयी हो.. उस दरवाज़े के ठीक बगल से एक छोटी सी स्टेर केस लगी हुई थी जो उपर जाती थी... भारत ने वहाँ टॉर्च मारी और उस स्टेर केस को फॉलो करके उपर पहुँचा.. उपर पहुँचते ही उसने देखा, तो एक ट्राइंगल सा बना हुआ था.. एक आंगल में निधि के घर की नीचे वाली कॉरिडर दिखती, एक से उसकी बगल वाले घर की. तीसरे आंगल में टेरेस की दीवार काफ़ी बड़ी थी... शायद 10 फुट के करीब



"अगर कातिल यहाँ से भागा होगा तो यह दीवार फाँद के ही.. पर यहाँ कूदना आसान नहीं लग रहा..." भारत ने खुद से कहा... कुछ सोच के भारत टेरेस के उस कोने में गया जहाँ से वो स्टेर ख़तम ही थी... वहाँ से एक दम तेज़ी में भारत उस लंबी दीवार की तरफ कूदा और दीवार चढ़ने की कोशिश की.. पहली दो तीन कोशिश उसकी ना काम रही.. लेकिन तीसरी कोशिश में भारत ने दीवार के उपर एक मज़बूत पकड़ बना ली, और दीवार पे लटक सा गया... लटक के दीवार के बेस पे वो पेर के भरोसे उपर चढ़ने लगा.. धीरे धीरे कर, काफ़ी कोशिशों बाद, भारत उस दीवार के उपर आ गया.. दीवार के उपर आके वो दोनो पेर अपने दोनो साइड लटका दिए, बच्चो जैसा बैठ गया... उसने टॉर्च थोड़ी दूरी पर मारी थी कि उसे कुछ चमकता हुआ दिखा..



"सही है.. मर्डरर कुछ ना कुछ क्लू तो अपने पीछे छोड़ के ही जाता है.." भारत ने खुद से कहा और वो चीज़ उठा के चुपके से अपने होटेल के लिए निकला


"शालिनी.. यस, मैं आज निकल रहा हूँ... ऑल क्लियर हियर.." भारत ने अपने बॅग को पॅक करके कहा



"यू फाइन ना बेबी... " शालिनी ने जवाब में बस इतना कहा



"ऑफ कोर्स... अब इससे ज़्यादा बुरा कुछ हो ही नहीं सकता मेरे साथ.. बट यस आइ एम फाइन.. डोंट वरी.." भारत ने अपने आँसुओ को दबा के कहा



"अब तुम इतना अच्छा झूठ नही बोल सकते हो... कम सून.... मिस या.." कहके शालिनी ने भी हताश होके फोन कट कर दिया



उधर भारत भी अपने होटेल के रूम में अपना सर पकड़ के बैठ गया.. उसकी आँखें लाल थी, बाल बिखरे हुए, किसी को उसकी आँखें ना दिखे तभी उसने अपनी टी शर्ट में काला चश्मा लगा रखा था, बस एक आँसू नहीं थे उसकी आँखों में... दो दिन हो गये थे भारत बस कॉफी और सिगर्रेट पिए जी रहा था.. निधि के घर से उसे जो सबूत मिला था उसके बारे में भी उसने किसी से नहीं कहा था... उसने एक बार फिर अपनी राइट पॉकेट में हाथ डाला और उस सबूत को लेके उसे घूर्ने लगा... उसके हाथ में थी एक पतली सी प्लॅटिनम की चैन.. प्लॅटिनम की चैन में कुछ ख़ास नहीं था, एक दम पतली सी चैन , जिसे लड़कियाँ पहनती हैं.... पहले तो भारत के दिल में ख़याल आया के शायद निधि की होगी वो, लेकिन फिर उसे यह भी पता था के निधि को ऑर्नमेंट्स से आलर्जी थी, इसलिए वो कभी भी कोई ऑर्नमेंट नहीं पहनती थी... ध्यान से भारत ने एक बार फिर चैन को देखा लेकिन उसे कुछ ऐसा नहीं मिला... चैन को हाथ में लेके, उसने अपना बॅग उठाया और चेक आउट करने चला गया... फ्लाइट में अभी तीन घंटे थे, इसलिए उसने चेक आउट करने से पहले रॅस्ट्रो में जाना सही समझा..



"एक्सक्यूस मी.. कॅन यू प्लीज़ गेट मी सम प्योर् आइरिश कॉफी.. आंड सम कुकीस इफ़ यू कॅन" भारत ने वेटर को बुला के कहा



"शुवर सर... " कहके वेटर की आँख भारत की टेबल पे रखी उस चैन पे गयी...



"प्रेशियस.. दिस ईज़ वन ऑफ दा एक्सक्लूसिव चैन आइ हॅव एवर सीन इन माइ लाइफ.." वेटर ने भारत से कहा.. वेटर की यह बात सुन भारत ने उसे फिर कहा



"कॅन यू टेल मी व्हाट्स एक्सक्लूसिव अबाउट दिस पीस..." भारत ने उसके हाथ में चैन देते हुए कहा



"आइ गेस दिस चैन ईज़ वन ऑफ दा पीसस वोर्न बाइ वन ऑफ दा किंग्स ऑफ अरब.. लास्ट मंत इट वाज़ ऑक्षंड हियर.." वेटर ने भारत को चैन वापस देते हुए कहा



"आंड इट वाज़ पर्चेस्ड बाइ.." भारत ने सवाल पूछते हुए कहा



"आइ डोंट नो दा नेम सर, बट माइ फ्रेंड ईज़ अन आक्षनियर.. ही टोल्ड मी देअर वाज़ आन यंग इंडियन लेडी हू पर्चेस्ड दिस पीस.." वेटर ने भारत को फिर जवाब दिया



"कॅन आइ मीट युवर फ्रेंड प्लीज़.." भारत ने अपनी चेअर पे खड़े होके कहा



"आम अफ्रेड सर, ही ईज़ नो मोर... ही डाइड ऑफ लंग्ज़ कॅन्सर फ्यू वीक्स बॅक.. एनीवेस, आइ विल गेट युवर ऑर्डर... थॅंक यू वेरी मच.." कहके वेटर भी वहाँ से निकल गया



वेटर की इस बातचीत से एक बार फिर भारत के दिमाग़ के चक्के काम पे लग गये... लेकिन फिर इस आधी इन्फर्मेशन से कुछ पता नहीं चलेगा, यह सोच वो फिर हताश हुआ और बैठ के अपनी कॉफी का इंतेज़ार करने लगा... कुछ ही देर में कॉफी लेके उसने चेक आउट किया और एरपोर्ट की तरफ बढ़ गया... एरपोर्ट पे ही उसने चेक किया कि निधि की बॉडी के लिए मलेशियान सरकार ने एक अलग प्लेन अरेंज किया था...भारत उस प्लेन में आने की हिम्मत नहीं कर पाया.. करीब, 3 घंटे में भारत मुंबई पहुँचा जहाँ निधि की बॉडी के लिए एक आंब्युलेन्स खड़ी थी.. अंबूलांस के पास शालिनी और उसके मोम डॅड भी खड़े थे... निधि की बॉडी उस आंब्युलेन्स में रखी गयी..



"शालिनी...." भारत ने इतना ही कहा के शालिनी ने उसे जवाब दिया



"यस आइ नो... तुम नहीं देख पाओगे उसे, डोंट वरी, आइ विल कम इन आंब्युलेन्स विद हर.. यू टेक माइ कार... ड्राइव केर्फुली प्लीज़.." कहके शालिनी ने भारत को गाड़ी की चाबी दी और उसे गले लग कर फिर आंब्युलेन्स में ही बैठ गयी... आंब्युलेन्स के पीछे पीछे भारत चलने लगा , जैसे जैसे वो लोग स्मशान के करीब पहुँचते, वैसे वैसे भारत की आँखों का रंग बदलता जाता... थोड़ी देर में जब चारों लोग स्मशान पहुँचे, भारत ने काले चश्मे लगा कर अपनी आँखें छुपानी चाही...



"डोंट वरी... यू कॅन क्राइ बेबी... " कहके शालिनी ने भारत के ग्लास उतारे और उसे हग करने लगी...
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( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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Re: माया

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खुद के एमोशन्स पे काफ़ी कंट्रोल रख के, भारत ने निधि का अंतिम संस्कार सब रीति रिवाज़ो के हिसाब से करवाया... कुछ देर में शालिनी के माँ बाप भी पुणे के लिए निकल गया दोनो से बिदाई लेके.. भारत और शालिनी काफ़ी देर वहीं उस आग के पास बैठे रहे जिसमे निधि की बॉडी जल रही थी.. दोनो एक दूसरे से कुछ नहीं कह रहे थे, बस उस आग को देख रहे थे...



"लेट्स गो नाउ.. अंधेरा से तुम्हे दर्र भी लगता है, और यह जगह कुछ ज़्यादा डरावनी है.." शालिनी ने भारत से हल्के से मज़ाक में कहा... बिना कुछ कहे, भारत ने भी उसकी बात मानी और दोनो वहाँ से अपने घर चले गये...



"यू ड्राइव प्लीज़.." कहके भारत ने गाड़ी की चाबी शालिनी को दी और खुद उसके पास बैठ गया.... दोनो थोड़ा आगे ही निकले के भारत के मोबाइल पे फोन आया..



"हां मुन्ना.. क्या पता चला.." भारत ने अपनी रूखी सी आवाज़ में कहा



"साब वो जो क़ैदी है, उसको छूटे हुए कुछ 15 दिन हुए हैं.. और हन, मुझे यह भी पता चला है कि वो अभी मुंबई में है..." मुन्ना ने भारत से कहा



"ओके.. तुम कल मिलो, पैसे देता हूँ मैं तुम्हे.." कहके भारत ने फोन कट किया



"क्या बताया इसने.." शालिनी ने गाड़ी चलाते हुए ही पूछा



"मेहुल... ही ईज़ फ्री नाउ... मैं जानता हूँ निधि का खून उसने नहीं किया, पर ज़रूर उसी का हाथ होगा... " भारत ने पानी पीते हुए कहा



"भारत इतना शुवर कैसे है के निधि का मर्डर उसने नहीं किया... बट उसका हाथ है.." यही सोचते सोचते शालिनी बस गाड़ी चलाती रही और कुछ ही देर में दोनो घर पहुँच गये.. घर पहुँचते ही फिर भारत का फोन बजा,इस बार राज का फोन था..



"हां राज.. टेल मी." भारत ने घर के अंदर जाते हुए कहा



"बॉस... परसो मैं कोलकाता जा रहा हूँ... तो आइ वाज़ थिंकिंग के अगर आप और भाभी कल घर पे डिन्नर के लिए आ सकें तो वी विल बी वेरी हॅपी.."



"नहीं राज.. यह सब की ज़रूरत नहीं है, तुम डिज़र्व करते थे यह प्लेस तभी मैने तुम्हे भेजा है.. बस काम पे ध्यान दो, आंड डोंट लेट मी डाउन.." भारत ने जवाब में कहा



"आइ नो सर.. आइ इन्सिस्ट प्लीज़... एक बार हम आपके घर आए थे, इस बार प्लीज़ गिव अस आ चान्स टू बी होस्ट.. आइएम शुवर, आइ वोंट लेट यू डाउन हियर ऐज वेल..." राज ने ज़ोर देते हुए कहा



"राज यार..... ट्छ.. ठीक है चल, कल 8 बजे वी विल बी देअर... आंड कीप इट प्योर् वेज...आइ एम टाइयर्ड ऑफ एनवी नाउ... सी या" कहके भारत ने फोन रखा और शालिनी को भी सेम बात बताई... उस रात शालिनी और भारत दोनो जागते रहे, दोनो थे एक दूसरे की बाहों में, पर दिमाग़ से कहीं और... भारत के दिमाग़ में उस चैन को लेके सवाल थे, और शालिनी के दिमाग़ में भारत के उस वाक़्य को लेके जो उसने गाड़ी में कहा था... भारत शालिनी को चैन के बारे में बता देता तो शायद ज़्यादा स्ट्रेस ले लेगी इस हालत में, जो अच्छी बात नहीं है.. इसलिए वो खामोश रहा और रात का करीब 2 बजे दोनो की आँख लग गयी..



मुंबई से काफ़ी दूर, एक होटेल के रूम में राकेश काफ़ी परेशान सा लग रहा था... उसके एक हाथ में एक स्कॉच का ग्लास और दूसरे हाथ में वो अपने फोन से फिड्ल कर रहा था..



"क्यूँ परेशान हो रहे हो इतना... क्या सोच रहे हो.." पास बैठी सीमी ने राकेश से कहा



"सीमी, आइ थिंक अभी टाइम आ गया है.. भारत को सब चीज़े बताने का.. मेरे पास्ट के बारे में..." भारत ने ड्रिंक का एक घूँट भर के कहा



"नहीं... अभी नहीं, आज मेरी शालिनी से बात हुई, वो प्रेग्नेंट है.. इस बीच अगर कोई बात ऐसी हुई जिससे भारत को या शालिनी को परेशानी हुई, तो कुछ प्राब्लम ना हो जाए.. थोड़ा वक़्त जाने दो, उसके बाद बोलना.. आंड आइएम श्योर, भारत तुम्हारी बात को समझेगा..." सीमी ने राकेश से कहा और खुद भी उसके साथ ड्रिंक्स लेने लगी.



मुंबई में अगली सुबह, भारत ऑफीस जाने के लिए रेडी हुआ... शालिनी के साथ नाश्ता करते करते उसने कहा



"शालिनी...आइ एम सॉरी, मैं कुछ ज़्यादा ही रिएक्ट कर गया था.. यह भी भूल गया कि अब तुम्हारा ख़याल भी ज़रूरी है.. प्लीज़ फर्गिव मी"



"प्लीज़ डोंट वरी स्वीट हार्ट... आंड ऑफीस में जाके कुछ काम करो, फ्रेश हो.. आइएम शुवर यू विल बी फाइन ओके... आंड मेरा ख़याल तुम ही रखोगे ना, तोऔर कौन रखेगा.. आंड डोंट थिंक टू मच.. प्रॉमिस मी... " कहके शालिनी ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और भारत ने भी उसका हाथ थाम के किस की... ऑफीस पहुँचते ही इट वाज़ आ रेग्युलर डे फॉर भारत.. टीम मीटिंग्स, प्रॉब्लम्स और सल्यूशन्स... हां, आज राज का फेरवेल भी था ऑफीस में.. इसलिए राज की फेरवेल स्पीच के बाद भारत ने उस टीम मेंबर का नाम भी अनाउन्स किया जो राज को रीप्लेस कर रहा था... ऑफीस में काफ़ी खुशी का माहॉल था आज, सब टीम मेंबर्ज़ काफ़ी खुश थे, क्यूँ कि उनको भारत का अप्रोच बहुत अच्छा लगा था.. भारत इंटर्नल टीम मेंबर्ज़ को ही प्रमोट कर रहा था, ना की कोई बाहर से न्यू बंदे ले रहा था... इसलिए सब मेंबर्ज़ काफ़ी मोटीवेटेड थे, क्यूँ कि वो जानते थे कि आज नहीं तो कल उनका काम देख के भारत भी उनका ख़याल रखेगा.. विक्रम कोहली के बंदे, अब भारत की टीम बनती जा रही थी.. शाम को ऑफीस में खुशी की ल़हेर सी दौड़ गयी.. उस से भारत के प्रमोशन का मैल आया था..



डियर ऑल,
दिस ईज़ टू इनफॉर्म यू तट भारत विल नाउ बी दा कंट्री हेड फॉर सेल्स इन इंडिया... भारत विल बी डाइरेक्ट्ली रिपोर्टिंग तो मे.. लास्ट फ्यू मंत्स वी हॅव विट्नेस्ड आ ट्रेमेंडस स्पाइक इन नंबर्स फॉर इंडिया आंड दिस ईज़ दा रिज़ल्ट ऑफ हार्ड वर्क ऑफ भारत आंड हिज़ एंटाइयर टीम.. वी होप टू सी दा सेम रिज़ल्ट्स इन दा कमिंग डेज़ ऐज वेल..


रीगार्ड्स,
मार्श तिम्मोती

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मैल पढ़ के सब लोग भारत से मिलने गये और बारी बारी उसे बधाई देने लगे... मैल पढ़ के भारत खुश तो था लेकिन आज उसके चेहरे पे जो एग्ज़ाइट्मेंट होनी चाहिए वो नहीं थी.. शॅरन और निधि की मौत ने बाकी सब चीज़ो को भारत के लिए फीका कर दिया था.. लेकिन फिर भी भारत ने पूरी देर अपने चेहरे पे हसी कायम रखी.. करीब 6 बजे जब भारत ने यह खबर शालिनी को दी..



"आइ न्यू इट बेबी.. यू विल डेफनेट्ली मेक इट हियर..." शालिनी ने भी खुश होके कहा



"हाउ डू यू से दट.." भारत ने हल्की सी स्माइल के साथ पूछा



"ऑफ कोर्स... आज तुम जस्ट 30 यियर्ज़ के हो..... यह माया ही तो है जो तुम्हे दौड़ा रही है, जो तुमसे काम करवा रही है.. पैसे और ताक़त की माया.. इसने किसी को नहीं छोड़ा यार, और तुम तो शुरू से ही इन चीज़ों को इंपॉर्टेन्स देते हो... तो आज नहीं तो कल तुम्हे यह कामयाबी मिलनी थी.." शालिनी ने जवाब में कहा



"हाहहा.. ताना मार रही हो या बधाई दे रही हो..." भारत ने शालिनी की बात को लाइट्ली लिया, क्यूँ कि जब भी भारत कोई उपलब्धि हासिल करता, तब शालिनी उसे धीरे जाने को कहती



"बधाई ही है डियर.. एनीवेस, कब आ रहे हो.. तुम्हारे एंप्लायी के घर जो जाना है खाने" शालिनी ने बात को हवा करते हुए कहा



"यू गेट रेडी.. आइ विल बी देअर इन 30 मिनट.." कहके भारत ने फोने रखा और घर के लिए निकल गया.. घर पहुँच के जैसे ही अंदर गया, सामने खड़ी शालिनी को देख उसको बहुत अच्छा लगा.. काफ़ी दिनो बाद उसने शालिनी को ऐसे देखा था, या यूँ कहा जाए कि काफ़ी दिनो तक उसने शालिनी को इग्नोर ही किया था...



"लुकिंग वेरी प्रेटी बेबी.." कहके भारत ने धीरे से उसे कमर से पकड़ा और उसके होंठ लेके चूसने लगा... शालिनी उस वक़्त कुछ ऐसी दिख रही थी








"उम्म्म... चलो नाउ गेट रेडी, वी आर ऑलरेडी लेट.." शालिनी ने घड़ी दिखा के कहा.. भारत भी जल्दी से फ्रेश हुआ और शालिनी के साथ राज के घर की तरफ निकल गया.. आधे घंटे में दोनो राज के दिए हुए अड्रेस पे पहुँचे..



"आर यू शुवर यह यहाँ रहता है.." शालिनी ने फ्लॅट्स के बाहर से पूछा



"अड्रेस तो यही है.. मार्वेल प्राइड अप्पर्टमेंट्स, विले पार्ले ईस्ट.." भारत ने गाड़ी पार्क करते हुए कहा



"भारत.. अप्पर्टमेंट्स हियर आर ऑलमोस्ट वर्त 4 करोड़......" शालिनी ने सोचा था शायद राज कहीं लो लाइयिंग एरिया में रहता होगा, पर फ्लॅट देख के उसे एहसास हुआ कि रीना तभी इतनी स्टाइलिश बनके घूमती है..



"एनीवेस.. लेट्स गो नाउ..." कहके भारत और शालिनी राज के अप्पर्टमेंट की तरफ बढ़े.. शालिनी और भारत को देख राज काफ़ी खुश हुआ, और रीना भी काफ़ी एग्ज़ाइटेड थी भारत को देख...



"नाइस अप्पर्टमेंट राज... प्लीज़, दिस ईज़ फॉर यू गाइस.." शालिनी ने राज को गिफ्ट देके कहा



"दिस ईज़ नीडलेस मॅम... बट, थॅंक्स अगेन" राज ने गिफ्ट ली और टेबल पे रखने गया...



"वैसे राज... आइ नेवेर न्यू तुम इतनी लॅविश एरिया में रहते हो... ग्रेट" भारत ने उसके घर की तरफ इशारा करके कहा



'वी आर वेल ऑफ सर... हमारे, आइ मीन रीना और मेरे पेरेंट्स ने काफ़ी कुछ हमारे लिए छोड़ रखा है.. बट, टू किल्ल दा टाइम वे अरे वर्किंग.." राज ने सीधा और सरल सा जवाब दिया.. भारत घर को बड़े गौर से देखने लगा, हर चीज़ काफ़ी एक्सपेन्सिव लग रही थी.. यह सब देख भारत काफ़ी इंप्रेस हुआ... शालिनी के सामने वो रीना को इग्नोर ही कर रहा था..



"सर.. आइए, मैं आपको घर दिखा दूं.." राज ने भारत से कहा और उसे घर दिखाने लगा.. रीना भी किचन में अपना कुछ काम कर रही थी... पूरा घर देख के भारत उस लिविंग रूम में वापस आ गया जहाँ शालिनी बैठी थी... भारत शालिनी के पास जा ही रहा था, कि तभी उसकी नज़र शालिनी के पीछे पड़ी एक टेबल पे गयी और उस टेबल पे था एक फोटो.... भारत धीमे धीमे कदमों के साथ उस टेबल के पास गया और वहाँ पड़े फ्रेम को हाथ में उठा लिया



"ह्म्म... नाउ थ्ट्स माइ लक.... अब कैसे बचोगे...." भारत ने धीरे से खुद से कहा और फ्रेम रख के वापस शालिनी के पास गया

"हां.. मैं तुम्हे एक नंबर भेज रहा हूँ, मुझे उसकी कॉल डीटेल्स चाहिए पिछले 2 महीने की..." भारत ने फोन पे किसी से कहा



"सर.. यह बहुत कॉन्फिडेन्षियल चीज़ है,अगर किसी को पता चला तो मेरी जॉब भी जा सकती है" सामने से भारत को जवाब मिला



"कम ऑन.. यह काम तुमने मेरे लिए पहले भी किया हुआ है.. आंड जॉब की चिंता मत करो, मैं दिलवा दूँगा अगर कुछ हुआ तो... अब बताओ, कितनी देर लगेगी.." भारत ने अतॉरिटेटिव टोन में कहा



"सर, कल सुबह मैं आपसे मिलता हूँ.."



"ओके... सी यू.." कहके भारत ने फोन रखा तो सामने से शालिनी आई.. शालिनी उस वक़्त वन पीस सॅटिन नाइटी में थी जो उसके चुचों को सॉफ सॉफ दिखा रही थी...







"नाइस टू सी यू अगेन इन फ्लूयेन्सी माइ हब्बी" शालिनी कॉफी देके भारत की गोद में आके बैठ गयी



"ह्म्म्म .. यू स्मेल रियली एरॉटिक स्वीटहार्ट.." भारत ने भी शालिनी को बैठे बैठे हग किया और उसकी नेक पे किस करने लगा. शालिनी ने उस वक़्त बस एक वन पीस नाइटी पहनी थी



"उम्म.... आंड तुम किस खुशी में यह कर रहे हो.." शालिनी बैठे बैठे पलट गयी और अपनी टाँगें क्रॉस करके भारत के सामने आ गयी जिससे उसके चुचे भी भारत के मूह के सामने आ गये... भारत ने धीरे धीरे अपना एक हाथ शालिनी की कमर से लेके उसके चेहरे तक घुमाया और फिर उसके चेहरे से उसके चुचे के उपर रखा



"खुशी नहीं... एग्ज़ाइट्मेंट है तुम्हे ऐसे देख के.." भारत ने जवाब दिया और शालिनी के एक साइड का स्ट्रॅप नीचे कर दिया जिससे उसके गोल सफेद चुचे उसके सामने आ गये.. भारत ने धीरे से अपने अंगूठे से उसके निपल को प्रेस किया



"आहह सीईइ..... उम्म्म्ममम" शालिनी की सिसक निकली
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
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jay
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Post by jay »



"यआःहहहहा उम्म्म्म..... अहहहहहाहा..." भारत ने धीरे धीरे कर निपल को मूह में लिया और बच्चे की तरह उसे सक करने लगा... सक करते करते भारत ने शालिनी के दूसरे स्ट्रॅप को भी नीचे कर दिया और दूसरे चुचे को हाथ में लेके मसल्ने लगा



"अहहाहा यस अहहहौमम्म... अहहः कम हियर बेबी अहहहहहाहा.." कहके शालिनी ने भारत के चेहरे को पकड़ा और उसके होंठों को चूसने लगी... होंठ चूस्ते चूस्ते भारत शालिनी के दोनो चुचों को ज़ोर ज़ोर से मसल्ने लगा..



"अहहहा उम्म्म यआः आहहः मवाहहः ओमम्म्म ... बेबी अहहाआहः आइ वॉंट टू अहहहाहा यस अहहहहा... फक मोम अहहहहा..." भारत ने किस करते हुए कहा



"उम्म तो चोदो ना मम्मा को बेटे अहहाहा... मुम्मा भी चुदना चाहती है बेटे से अहहहः उम्म्म्म..." शालिनी भारत के होंठों को काटने लगी.... भारत ने शालिनी को खुद से अलग किया और उसे खड़ा करके उसके कपड़े उसके शरीर से अलग करने लगा... शालिनी का बदन आज भी उतना ही चमक रहा था जितना उसके कॉलेज टाइम पे...



"उम्म अहहहहा नाइस बॉडी मम्मा अहाहहा.." कहके भारत घुटनो पे बैठा और शालिनी की नाभि को किस करने लगा



"अहहाहा उफ़फ्फ़ उम्म्म्म.... धीरे ना बेटा अहहाहा उम्म्म.." उतेज्ना से शालिनी आँखें बंद करके भारत से बोली.. नाभि से होते हुए, भारत शालिनी की लाल चूत के पास पहुँचा और उसके दाने पे हल्के से अपनी जीभ मार ली.. जीभ का एहसास पाते ही, शालिनी की उतेज्ना बढ़ गयी और उसने भारत के मूह को अपनी चूत के अंदर धकेल सा दिया



"आअहहरह उम्म्म्ममममम अहहा.. फक ना बेटा अहहहहः" कहके शालिनी ने भारत को सोफा पे धक्का दिया और खुद जाके उसके कड़क लंड पे अपनी चूत को सेट करने लगी



"अहहहाः अंदर आओ ना बेटा अहाहहा.. मम्मी के अंदर आओ उफ़फ्फ़ अहहहा... कितना बड़ा है अहहः तेरा अहहाहा लंड उम्म्म्मम... मम्मी की प्यास भुजा ना आआहहा" कहके शालिनी ने भारत के लंड को अपनी चूत के दरवाज़े पे सेट किया और धीरे धीरे कर उसके लंड पे अपना वज़न डालने लगी



"आहहहा उम्म्म्म ओह्ह्ह अहहाहा ओफफफ्फ़... यआःहहहहाहाहह अहहहहहाहा" शालिनी की चीख निकलती गयी जैसे जैसे भारत के लंड को अपनी चूत में समाने लगी







"अहहाहा मोम अहाहहा.. यॅ फक ना अहाहहाहः.. राइड युवर सन मोम अहहहा... एस अहहाहाः" कहके भारत भी अपने लंड को धीरे धीरे अंदर करने लगा



"हार्डर बेटा आहहहा.. यस फक मी हार्ड ना अहहहहः ड्रिल माइ पुसी अहहाहा... टियर माइ कंट बेबी अहहहा.." शालिनी ज़ोर ज़ोर से भारत के लंड पे कूदने लगी, और भारत भी जुगल बंदी से अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा



"अहहहाहा यआः अहहहहः फक मी बेटा अहहाहा फक युवर मोम अजजा उफफफफ्फ़...... चोद ना मदर्चोद बेटे अहहहहा.. मम्मी को चोद ना बेटा अहहहहा कितना बड़ा लंड है आहाहहा उफफफ्फ़ तेरा अहाहमम्म्म.." शालिनी अब जंगली सी बनने लगी



"अहहहाहा मेरी माँ अहहहहा कितने टाइम से अहाहहाः चूत को छुपाया था मुझसे अहाहहा उफ़फ्फ़ ओह अहहहहा यॅ अहहहहः" भारत बोल बोल के शालिनी के चुचों पे थप्पड़ मारने लगा



"अहहाहा उम्म्म्म ओह्ह्ह्ह... ससीसिसीसीसी ठप्प्प ठप्प्प्प.. " लंड पे चूत और चूत पे लंड टकराने की आवाज़ों से रूम गूँज उठा.. भारत और शालिनी दोनो सिसकारी लेने लगे थे



"अहाहहाः फक अहहहाहा यस अहहाहा बेबी आइएम कमिंग अहहहहा मैं निकल रही हूँ अहहहहाहा ओह्ह एसस्सस्स अहाआ हियर आइ कम अहहहहहाः ओह" कहके शालिनी ने अपनी चूत का पानी भारत के लंड पे छोड़ दिया.. जैसे ही शालिनी का पानी निकला , वो भारत के लंड से उठी और घुटनो पे बैठ के उसके लंड को हिलाने लगी



"उम्म्म अहहाहा यस अहहहः कॉम ऑन युवर मम्मा बेटा अहहहा.. मम्मी को अपना माल पिलाओ ना अहहहा.. एस अहहहा... उम्म्म थक्क्क त्क्क अहहहाहा आहहाहा आओ ना बेटा अहहहा उम्म्म्ममम " शालिनी ने भारत के लंड को मूह में लिया और फिर उसे गीला करके हिलाने लगी



"आहहहहाः यस कम ना बेटा अहहहा कम ऑन युवर मम्मा अहहहहा.. मेरे चुचों पे अपना माल छोड़ो ना अहहहहहा..." कहके शालिनी भारत के लंड को ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी....



"अहहहाहा यस मम्मा अहाहा मैं आ रहा हूँ आहहा ओम कमिंग अहाहाहा ओह्ह्ह शिट अहहहहाहा हियर आइ कम आम्माहहा मम्मी अहहाहा उफफफ्फ़....." कहके भारत ने अपना पूरा माल शालिनी के चुचों पे छोड़ दिया









"अहहहहाहः... उम्म्म्म येआः अहहहहहा... तट अहहहाहा अमेज़िंग उफ़फ्फ़... आहहहा...." शालिनी ने भारत से कहा और उसके होंठ सक करने लगी... दोनो ऐसे नंगे ही एक दूसरे की बाहों में सोए रहे रात भर..


...........................................
जहाँ भारत और शालिनी इस रात की खामोशी में कहीं खो से गये थे, वहीं बोरीवली के एक फ्लॅट में कुछ लोग जमा हुए थे... दो लड़कियाँ, और तीन मर्द...



"तो अब क्या प्लान है.. भारत तक जो भी यह इन्फो पहुँचा सकता था, उसे तो हमने रास्ते से सॉफ कर दिया.." मेहुल ने सामने बैठी लड़की से कहा... उस लड़की ने उस वक़्त डार्क ग्लासस के साथ ग्रीन टॉप और डार्क ब्लू जीन्स पहना हुआ था.. हाथ में ब्लॅक सिगर्रेट और दूसरे हाथ अपनी चेअर के हॅंड रेस्ट पे रखा था..



"इतना आसान नहीं है... वैसे, तुमने कोई चूक तो नहीं की ना काम में.. अगर ऐसा हुआ तो मैं तो बच जाउन्गी, पर तुम्हारी खैर नहीं.." उसने दूसरी लड़की से कहा



"बिल्कुल नहीं दीदी.... बड़ी बहेन ने जैसा कहा वैसा ही छोटी बहेन ने किया है, " उस दूसरी लड़की ने जवाब दिया



"ठीक है... अभी राकेश तो इधर है नहीं, फिलहाल उसके आने का इंतेज़ार करते हैं.. जिस दिन वो यहाँ वापस आएगा मुंबई मे तुम भारत से अपना बदला ले लेना और मैं राकेश से..." चेअर पे बैठी लड़की खड़े होके बोली



"बदला क्या, बस अब तो उसकी जान ही लेनी है, उसने मुझे बर्बाद कर दिया और मेरी भतीजी को भी मेरे खिलाफ कर दिया.. अब वो नहीं बचेगा" मेहुल ने अपने दाँत पीसते हुए कहा



"तुम्हारी भतीजी को तो हम ने सॉफ कर दिया.. मेरी प्यारी छोटी बहेन ने जो काम किया है, वो तुम कभी नहीं कर पाते समझे.. रही भारत की बात, तुम्हारे साथ यह भी तो है... जैसे चाहो वैसे उसे मार सकते हो.." उस लड़की ने विक्रम की ओर इशारा करके कहा



"और यह बच्चा... इसने क्या किया है, अब तक समझ नहीं आया..." विक्रम ने खड़े लड़के की तरफ इशारा किया



"तुम लोगों ने जब उस से मेरी छोटी बहेन को बुलाया, तभी शॅरन ने इसे देख लिया था, शॅरन इसे पहले से जानती थी, तभी तो यूएस में इससे कॅष्यूयली मिलती रहती थी.. एक दिन जब शॅरन इससे मिलने गयी तब इसकी सारी बातें शॅरन ने सुन ली... जब तक मेरी यह छोटी बहेन उसके पीछे जाती, तब तक शॅरन भाग गयी.. भाग के शॅरन ने पहले भारत को फोने करना ठीक समझा, पर उससे पहले शॅरन ने सोचा के क्यूँ ना भारत के दोस्तों से यह बात शेअर की जाए. इसलिए शॅरन ने सब से पहले यह बात सिड से शेअर की.." उस लड़की ने सामने खड़े सिड की तरफ इशारा करके कहा



"हां... जब शॅरन ने मुझे यह बात बताई, तब मुझे कुछ समझ नहीं आया.. इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता भारत से अपनी बेइज़्ज़ती का बदला लेने का, यह सोच के मैने शॅरन से सब डीटेल्स पूछी.. दूसरे ही दिन मैं इन दोनो को कॉंटॅक्ट्स में आया और पूरा मामला समझ गया.. इसलिए उसी वक़्त मैं शॅरन को मेसेज देने गया के वो फिलहाल भारत को कॉल ना करे.. लेकिन रात का वक़्त हुआ था तो मैने शॅरन को फोन करके कहा.

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