Incest जिंदगी के रंग अपनों के संग

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rangila
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Re: Incest जिंदगी के रंग अपनों के संग

Post by rangila »

ली वहाँ से चला गया और में उन में से एक पेड़ के अंदर मेरे अंदर जाते ही वो पेड़ एक दम से बंद हो गया जैसे कि कभी उस में कुछ था ही नही.मुझे अंदर अभी कुछ समय ही हुआ था कि मुझे बाहर से ली की आवाज़ आने लगी कि अब में बाहर आ सकता हूँ बाहर अब कोई
ख़तरा नही है.पहले तो में बहुत खुस हुआ फिर ली की बात याद आई और में समझ गया कि ये ली नही है अगर ली होता तो मुझसे टेलीपेथि से बात करता या खुद यहाँ मुझे ले जाने के लिए आता.

तभी बाहर एक बहुत जोरदार आवाज़ हुई मैने बाहर देखा तो कुछ पेड़ ज़मीन से उखड़ चुके थे ऐसा लग रहा था जैसे कि किसी ने बॉम्ब से
उड़ा दिया हो उन्हे.जो पेड़ उखड़ गये थे उस की जगह लेने के लिए दूसरे पेड़ आगे को आ गये.

तभी मेरे दिमाग़ में ली का मसेज आया कि उस ने फाइटर को ढूँढ लिया है और जल्द ही मेरे पास पहुँच जाएगा इसलिए डरने की ज़रूरत नही है.

तब तक लगभग सारे पेड़ ख़तम हो चुके थे और सिर्फ़ मेरा वाला पेड़ ही बचा था और उस जानवर के हाथ में एक बहुत ही बड़ी और चौड़ी तलवार टाइप की कोई चीज़ थी .जो आम तलवार से तीन गुना चौड़ी और 10गुना भारी होगी.वो उस को अपने कंधे पे रख के मेरी तरफ बढ़ने
लगा धीरे धीरे मुझे मेरी मौत मेरे सामने दिखने लगी.

वो धीरे धीरे मेरे तरफ बढ़ने लगा पर वो मेरे तक पहुँच पाता उस से पहले ही ज़मीन में कुछ हरकत हुई और पेड़ के चारो तरफ मिट्टी की एक मोटी परत सी चढ़ गयी जो अब भी लगातार बढ़ती ही जा रही थी.जिसे देख के वो जानवर पागल जैसा हो गया और अपनी तलवार से उस मिट्टी पे हमला करने लगा वो जहाँ भी हमला करता वहाँ दोबारा से मिट्टी हम को कवर कर लेती ऐसा करीब 15से 20 मीं तक चला फिर अचानक ही वो शांत हो गया और वही गिर गया अब उस में बिल्कुल भी हलचल नही थी पर मिट्टी ने हम को अब भी कवर कर रखा था.कुछ
देर के बाद ली का मेसेज मिला कि अब सब ठीक है में बाहर जा सकता हूँ.उसके बाद मेरे बाहर जाने का रास्ता भी खुल गया मैने बाहर आ के देखा तो वो जानवर वहाँ गिरा पड़ा था उसे देख के ऐसा लग रहा था कि सालो से ये ऐसे ही मरा पड़ा हो पर हक़ीकत तो मैने अपनी
आखो से देखी और महसूस की थी मैने आस पास देखा तो उसके क्लोन्स भी नही थे अब शायद वो सब भी गायब हो गये थे तभी मुझे ली
आता हुआ दिखाई दिया और उसके साथ में कोई था जो मेरे लिए अंजान था.

ली-अजय इससे मिलो ये है चार्ली ये हर तरह की जानकारी बड़ी आसानी से जमा कर सकता है हमारे यहाँ का ये टोपपार है और जॅक सर
के लिए भी काम करता है बस थोड़ा मतलबी है जो कि हमारे लिए अच्छी बात है.

में-तो इसने हम पे हमला क्यूँ किया .

ली-इसकी ख़ासियत है पपेट फाइटिंग स्टाइल में ये माहिर है असल में ये हमें मार के हमें एक पपेट बनाना चाहता था बिल्कुल इस जानवर की तरह.

चार्ली-मेरी इतनी भी तारीफ मत करो अब.

में-ये कोई तारीफ नही है समझे तुम ने लगभग मुझे मार ही डाला था.

चार्ली-पर मेरी किस्मत खराब थी जो तुम बच गये .

ली-चार्ली अगर तुम हमें हमारे काम की जानकारी दे सकते हो तो ही हमारी डील रहेगी नही तो ..

चार्ली-ठीक है पर मेरी एक शर्त है.

ली-क्या ?

चार्ली-यही कि तुम मुझे भी अपनी टीम में शामिल करोगे .

में-बिल्कुल नही में किसी ऐसे को अपनी टीम में बिल्कुल नही रखने वाला जो मुर्दो के बल पे लड़ता हो.

चार्ली-अभी तुमने मेरी ताक़त देखी ही कहाँ है .

ली-(टेलेपथि से) क्या कर रहे हो अजय इस फाइटिंग स्टाइल को सीखने में बस कुछ ही फाइटर कामयाब हो पाते है और तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूं कि ये सबसे खतेरनाक और सेफ फाइटिंग स्टाइल है जिसे सीखना तो सभी चाहते है पर कोई सिख नही पाता ये हमारे बहुत काम
आएगा ये अकेला ही दस पे भारी पड़ेगा.

में-पर इसने हम को मारने की कोशिश की थी.

ली-नही इसने सिर्फ़ अपने ताक़त का प्रदर्शन किया था हमारी टीम में आने के लिए ये मत भूलो कि ये इसका इलाक़ा है और ये जो तुम जानवर
देख रहे हो ऐसे तीन है इसके पास तो सोच समझ के.

में-ठीक है तुम जैसा ठीक समझो.

ली-चार्ली हमें मंज़ूर है पर तुम्हें हमें हमेंशा ही वफ़ादार होने का विश्वास दिलाना होगा .

चार्ली-यानी कि मुझे कांट्रॅक्ट साइन करना होगा कि आज से में तुम्हारे लिए काम करूगा.

ली-हाँ कुछ ऐसा ही .

चार्ली-पर ये तो नियम के खिलाफ है तुम पे बहुत बड़ी मुसीबत आ सकती है.

ली-नही ऐसा नही है नियम ये है कि हम अपने देश में कोई कांट्रॅक्ट नही बना सकते पर ये हमारा देश नही है.

चार्ली-तो तुम्हारे पास कांट्रॅक्ट है .

ली-नही पर में बना लूँगा उसके लिए टाइम है अभी.

चार्ली-गुड तो में तैयार हूँ .तुम्हें सबसे पहले डार्क वर्ल्ड जाना चाहिए और वहाँ की राजकुमारी से बात करने चाहिए तुम्हें तुम्हारा दूसरा फाइटर वही से मिलेगा.

ली-तुम पागल हो गये हो क्या वहाँ जाना सम्भब नही है मेरे लिए.

चार्ली-पता है पर इसका भी सल्यूशन है बाज़ीराव का नाम सुना है.

ली-हाँ उन्हे कौन नही जानता वो एक लेजेंड और सुप्रीम लेवेल के फाइटर है .

चार्ली-और बहुत ही बकवास सिंगर भी.

ली-वो भी पर किसी को नही पता कि वो कहाँ है .

चार्ली-ऐसा नही है वो इस टाइम वापस आए हुए है फेस्टिवल के लिए और वो तुम्हें डार्क वर्ल्ड जाने में मदद कर सकते है और अगर तुम चाहो
तो अजय की ट्रैनिंग के लिए बात भी कर सकते हो क्यूँ कि एक वो ही है सभी तरह की फाइटिंग स्टाइल में माहिर है.

में-तो हमें उन से बात करने चाहिए मुझे अब जल्द से जल्द खुद कुछ करना चाहता हूँ.
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चार्ली-तुम्हें पता है कि तुम कितने लकी हो हमें सिर्फ़ एक स्टाइल सीखने में सारी जिंदगी लग जाती है और उसके बाद भी परफ़ेक्ट होने की गारंटी नही और तुम्हें सभी बतोर गिफ्ट मिले है जिस दिन तुम ने अपनी शक्तियों पे काबू पा लिया तुम से ज़्यादा ताकतवर कोई नही होगा इस
जहाँ में.

ली-पर वो इतना आसान नही होगा क्यूँ की सब कुछ इसे अपनी मेहनत से पाना होगा जो बिल्कुल भी आसान नही होगा

में-मुझे भी आसानी से कुछ नही चाहिए.

ली-चार्ली तुम्हें हमारे साथ चलना होगा .

चार्ली-इतनी जल्दी क्या है.

ली-तुम्हारी मर्ज़ी तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूं कि अजय के सेफ्टी के लिए 4ट्रॅकिंग फाइटर्स है और तुम ने लगभग उसे मार ही दिया था तो
आगे तुम समझ रहे हो ना


चार्ली-हाँ मुझे भी यही लगा था चलो नही तो वो आते ही होगे साले बड़े कमिने होते है सालो में बिल्कुल भी दया नही होती.

में-हे ली देखो दया की बातें कौन कर रहा है.

ली-चार्ली जब तक तुम अजय के पास रहोगे तुम सेफ रहोगे अब हमें चलना चाहिए.

ली ने मुझे फिर से उस सर्कल में आने को कहा में जैसे ही सर्कल में आया वो एक बार फिर आक्टिव हो गया और में कुछ ही देर में अपने घर पे था.में ज़मीन पे ऐसे ही बैठ गया अभी मुझे बैठे कुछ ही टाइम हुआ था कि किसी ने मेरे कंधे पे हाथ रखा में एक दम से चोंक गया क्यूँ कि
इस टाइम रात के 3बज रहे थे और किसी के जागने का सवाल ही नही था.



मैने पीछे मूड के देखा तो गुड़िया थी .

में-नीद नही आ रही.

गुड़िया -(सिर को ना में हिलाते हुए )आपके बिना मुझे अब नीद नही आती.

में-ये बिल्कुल भी अच्छी बात नही है अब आप बड़े हो रहे हो आज नही तो कल आपको अकेले सोना ही है.

गुड़िया -जो कल पे जीते है या कल की सोचते है वो कभी आज को नही जी पाते कल जो होना है वो किसी को नही पता पर मेरे हाथ में तो अभी मेरा आज है उसी क्यू खराब करू कल के लिए.

में-अरे वाह मुझे तो पता ही नही था कि मेरी गुड़िया इतनी समझदार है.

गुड़िया -(मुझे पीछे से हग करते हुए और गाल पे किस करते हुए)आपको अभी पता ही क्या है थोड़ा टाइम हमारे साथ बिताओ तो आपको आप की गुड़िया के बारे में बहुत कुछ पता चलेगा.

में-हूँ अब तो कुछ करना ही होगा.तभी मुझे ली का मेसेज मिला की वो लोग पहुँचने वाले है और उस टाइम गुड़िया का वहाँ रहना ठीक नही
इसलिए में कुछ देर के लिए उसी वहाँ से कही भेज दूं.

में-मुझे इस टाइम कॉफी पीने का मन कर रहा है क्या तुम प्लीज़ जिया दी को कॉफी बनाने को बोल डोगी.

गुड़िया -क्यूँ जिया दी क्यूँ बनाएगी में हूँ ना.

में-पर तुम्हें तो किचन में काम करना बिल्कुल भी अच्छा नही लगता .और वैसे भी में इस टाइम किसी के एक्षपरिमेंट के लिए तैयार नही हूँ.

गुड़िया -(अपने दोनों हाथ अपने कमर पे रखते हुए)आपके कहने का क्या मतलब है कि मुझे कॉफी बनानी नही आती आपको शायद पता नही पर डॅड को सिर्फ़ मेरे हाथ की कॉफी पसंद है डॅड कहते है कि जिस किसी ने भी एक बार मेरे हाथ की कॉफी पी ले उसे किसी दूसरे के हाथ की कॉफी कभी पसंद आ ही नही सकती .

में-ऐसा क्या तो देख लेते है आज .

गुड़िया -ओके चॅलेंज मंजूर अगर में जीत गयी तो मुझे गिफ्ट चाहिए और वो भी मेरे पसंद का .

में-मैने कब चॅलेंज किया .

गुड़िया -वो तो मुझे नही पता पर मैने जो बोल दिया सो बोल दिया.
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गुड़िया -ओके चॅलेंज मंजूर अगर में जीत गयी तो मुझे गिफ्ट चाहिए और वो भी मेरे पसंद का .

में-मैने कब चॅलेंज किया .

गुड़िया -वो तो मुझे नही पता पर मैने जो बोल दिया सो बोल दिया.

में-ये तो सरासर गुंडागर्दी है.मुझे कमजोर देख कर तुम मुझे पर ऐसे हमला नही कर सकती.

गुड़िया -मैने कहाँ हमला किया है.

में-अच्छा तो ये चॅलेंज क्या है वो भी रात के 3बजे अगर कॉफ़्फीे अच्छी हुई तो भी में ही फसुगा और खराब हुई तो भी अच्छी ही बोलनी पड़ेगी तो में तो फस गया ना.

गुड़िया -ऐसा आप कितने बुरे में आप से बात नही करती और जाओ खुद जा के जिया दी से कॉफी के लिए भी बोल दो.
और वो अपना मुँह फेर के बैठ गयी.

में-अरे तुम तो सीरियास हो गयी में तो मज़ाक कर रहा था सच में गॉड प्रोमिस.

गुड़िया -नही अब में नही बनाने वाली कॉफ़्फीे जाओ जा के जिस से बनवानी हो बनवा लो.

में-में क्या किसी से बनवाउन्गा में खुद ही बना लूँगा.

गुड़िया -खबरदार जो मेरे रहते कभी भी ऐसा कुछ करने का सोचा तो में बना के लाती हूँ आप कॉफ़्फीे यही पीओगे या अपने रूम में .

में-यही कितना अच्छा मौसम है यहाँ .और हाँ 3कप लाना बड़े वाले.

गुड़िया -तीन क्यूँ.

में-कुछ दोस्त भी है तुम को आज मिलवाता हूँ.
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