मेरी बीबी और जिम ट्रेनर copmplete

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Re: मेरी बीबी और जिम ट्रेनर

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इतना कहकर अब जावेद ने उसके हाथों की मसलने की दिशा को बदल दिया। अब तक वो चुचों को गोल गोल मसल रहा था। अब उसने मिताली के बड़े मम्मो को ऊपर से निचे हिलाना शुरू किया। और ऐसे मसलने लगा जैसे की आटा गुंथा जाता हो। इससे मिताली के निप्पल और ज्यादा जोर से मसाले जाने लगे। ये आनंद अब उसके चेहरे पर साफ़ साफ़ दिखाई देने लगा। अब मिताली जोर जोर से आहें भरने लगी थी।

जावेद : क्या तुम्हे ये मालिश पसंद आ रही है ?

मिताली : हाँ.…… ह्म्म्म्म्.......... ये काफी अच्छी है। …… हम्म्म्म…… प्लिज् और मसलो............. येस……हाँ.…… ह्म्म्म्म्म्म्.............

अब जावेद और मिताली के बीच में जो अंतर था अब वो जावेद ने मिटा दिया। वो मिताली से पूरी तरह चिपक गया। पीछे से उसे कसकर पकड़ा।

जावेद : तुमने काफी देर से तुम्हारे हाथ ऊपर कर रखे है। तुम तुम्हारे हाथ मेरे कंधो पर रख सकती हो।

जावेद : ओके। तुम्हारी कोनियां थोड़ी ऊपर लो। ………… हा इस तरह। ............. गुड। ………… अब आराम से ठहरो और मजे लो।

मिताली : ह्म्म्म्म्..........

(जावेद मिताली के कानो को पीछे से किस किया और हलके से उसके कानो में बोला। )

जावेद : अब तुम्हे क्या चाहिए ?

मिताली : और ज्यादा प्रेशर बढ़ाओ। और ताकत लगाओ।

जावेद : तो तुम्हे अभी और मसाज चाहिए ?

मिताली : हाँ। बड़ी बेसब्री से मैं इंतज़ार कर रही हु।

अब जावेद उसकी जीत पर मुस्कुरा रहा था। और फिर उसने हलके से मिताली के कान की लो को किस किया। इससे मिताली के बॉडी को जोर का झटका लगा। और मिताली ने के जोर से आह भरी। इससे जावेद के हाथ जगह पर रुक गए। और उसने जोर से मिताली को स्तनों को दबाकर पकड़ा। कुछ देर रुकने के बाद फिर धीरे धीरे से मसलना शुरू किया।

जावेद : क्या इतना प्रेशर काफी है?

मिताली : नहीं। …… और जोर से। ………… प्लीज

जावेद : तो फिर मुझे एक बात बताओ ? क्या तुमने यह टी-शर्ट सिर्फ मेरे लिए ही खरीदी है न ?

मिताली : (कोई जवाब नहीं)

जावेद : बताओ न जानू। नहीं तो मै रुक जाऊंगा।

मिताली : प्लीज मत रुको। हा…… मैंने ये सिर्फ तुम्हारे लिए ही खरीदी और पहनी है। प्लीज और ताकत लगाओ न। मुझे और प्रेशर चाहिए।

जावेद ने फिर अपना स्पीड और ताकत बढ़ा दी। और ज्यादा ताकत से मसलने लगा। इससे मिताली की बॉडी थरथर्राने लगी। मिताली से उसका भी बोझ नहीं संभल रहा था। उसने अपनी पूरी बॉडी जावेद के ऊपर झोंक दी।

जावेद : क्या अब इतना प्रेशर ठीक है?

मिताली : हाँ …… लेकिन मुझे और दबाव चाहिए। और कसके मसलो। …… प्लीज। तुम्हारी पूरी ताकत लगाओ।

जावेद : क्या मेरे हाथ अच्छी तरह का काम कर रहे है ?

मिताली : ह्म्म… हाँ.……। ह्म्म्म्म्म्..........

जावेद : तो उन्हें इस काम का बक्षीस चाहिए।

मिताली : क्या.......... प्लीज बताओ ?

जावेद : ह्म्म्मम…………। ये हाथ तुम्हारे चूचियों को डायरेक्टली महसुस करना चाहते है।

मिताली : नहीं प्लिज………… अभी नहीं। .............

जावेद : चिंता मत करो बेबी। शांत रहो। मै पूरा ध्यान रखूँगा।


जावेद पूरी ताकत लगाकर चुंचे मसलने लगा। इससे मिताली अब ऐसे आहें भरने लगी जैसे की और ही दुनिया में पहुँच गयी हो। फिर जावेद का एक हाथ मिताली के पेट पर मसलते हुए निचे की तरफ जाने लगा। जैसे ही वो टी-शर्ट के एंड में पहुंचा। वैसे ही जावेद ने दूसरे हाथ का पूरा जोर मिताली के मम्मे पर लगाया और उसका एक निप्पल जोर से मसल डाला। इससे मिताली थर्रा उठी। इसका फायदा उठकर निचे का हाथ जावेद ने टी-शर्त के अंदर सरका दिया। और धीरे धीरे वो हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगा।

मिताली : नहि…। प्लिज………। ये मत करो।

जावेद : शांत हो जाओ जान। इतस ओके।

जावेद ने मिताली के पेट को धीरे से मसला और वो हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगा. इससे अचानक मिताली ने अपना एक हाथ नीचेकी तरफ सरकाया और जावेद के हाथ को पकड़ा।

जावेद : श्श्श्श्श् तुम्हारे हाथ फिर से ऊपर कर दो। बस कुछ सेकण्ड के लिए रुको। उसके बाद अगर तुम चाहो तो मेरे हाथ वहां से हटा सकती हो।

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Re: मेरी बीबी और जिम ट्रेनर

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ये सुनकर मिताली ने उसके हाथ फिर ऊपर की तरफ कर दिए। और जावेद के हाथ ऊपर की तरफ सरकने लगे और आखिर में उसने उस खजाने को जो मैंने सजाया था। टी शर्ट के अंदर से पकड़ ही लिया। जैसे ही उसने मिताली के मम्मो को जोर से छुआ वैसे ही मिताली के मुंह से एक जोर की आह निकली। मै इसका मतलब जानता था। इसका मतलब था मिताली उसके आनदं के परमोच्च शिखर को पार कर चुकी है। मै यह देखकर आश्चर्यचकित हो गया की किसी लड़के बस मम्मे छूने से किसी लड़की को ऑर्गैस्म हो सकता है। जो यहाँ मिताली को हो चूका था।

जावेद के टी-शर्ट के अंदर वाला हाथ मिताली के राईट मम्मे को मसल रहा था, जब की दूसरा हाथ भी अपने काम में लगा हुआ था। मेरे बीवी के चेहरे पर अब आनंद की कई भावनाए थी। वो पूरी तरह खो चुकी थी। कुछ मिनट ऐसे ही बीत गए। मिताली ने जावेद को नहीं रोक। और रोकती भी कैसे उसे इतना आनंद जो मिल रहा था।

जावेद : ओके जानू। मेरे हाथ को डिरेक्ट फिल करके क्या तुम्हे अच्छा लग रहा है ?

मिताली : ह्म्म्म् म……… हाँ. ……… ये काफी अच्छा है ह्म्म्म्म……। ह्म्म्म्..........

जावेद : तो क्या अब तुम चाहती हो की अब मै अपने हाथ निकाल दू ?

मिताली : नहि……।प्लीज कन्तिन्यु……। ह्म्म्म्म्म्.......... प्लिज……

अब उसका दूसरा हाथ भी टीशर्ट के अंदर चला गया और वो अंदर से ही उसके पेट को मसलने लगा। उसकी बॉडी अब पूरी तरह हिल रही थी। वो हाथ अब ऊपर की तरह सरकने के ऐवजी जावेद ने मिताली का पूरा टी शर्ट खिंच कर निकाल दिया। मेरी बीवी जावेद को रोकने के लिए इस दुनिया में थी ही नहीं। फिर जावेद ने लगतार मेरे बीवी के कानो को चूमना शुरु किया जो गर्मी से लाल हो चुके थे। मिताली का सर जोरो से हिल रहा था। मिताली अब जोर जोर से और तेज़ी से आहें भरने लगी थी। फिर उस ट्रेनर उसका दूसरा हाथ भ टी-शर्ट उतरने के लिए निचे किया। फिर भी उसने चूमना जारी रखा। फिर उस ट्रैनर ने हलके से मिताली का टी-शर्त ऊपर की तरफ खिंचा जिससे अब मिताली का पेट का हिस्सा दिखने लगा जो बहुत ही सेक्सी था। उसके बाद उसकी बेम्बी दिखाई देने लगी।

मिताली का पेट काफी सक्सी और फ्लैट था। थोड़ी देर बाद मिताली के ब्रेस्ट का निचला हिस्सा दिखाई देने लगा जो थोड़ा सा लाल रंग का हो चूका था। फिर उसने खींचकर पूरी तरह टी-शर्ट निकल दिया। उसके निप्पल्स काफी डार्क और पूरी तरह कड़क हो चुके थे। मेरा दिल अभी जाकर उन निप्पलो को चूसना चाह रहा था। लेकिन मुझे यह पता था की ये अब मेरे लिए नहीं है। मिताली की चूचियों पर हर जगह लाल कलर के निशान उमट चुके थे। जो उस ट्रेनर द्वारा की गयी मालिश का परिणाम था।

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Re: मेरी बीबी और जिम ट्रेनर

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मैंने इस तरह बेरहमी से मिताली के मम्मो को कभी नहीं मसला था जितनी बेरहमी से जावेद ने उन्हें मसला था। मेरी बीवी अब पूरी टॉपलेस खड़ी हुई थी। उस ट्रेनर के हाथ फिर से उसकी जॉब की तरफ आये। और उसने पीछे से मिताली के नंगे मम्मो को कसकर पकड़ा। मेरी बीवी पूरी तरह टॉपलेस एक मस्क्युलर बन्दे के साथ खड़ी थी जो पहले कभी प्रोेफेशनल बॉडी बिल्डर भी था। मेरी बीवी के हाथ उस ट्रेनर के कंधो पर आराम कर रहे थे। मेरी बीवी जोर से कतराकर एक थर्राहट के साथ आहें भर रही थी। वो जगह इतनी गर्म हो चुकी थी की कहीं खुद ही न जल जाये।

मेरी बीवी ने उसकी बॉडी को जावेद की बॉडी की तरफ सरकाया, लेकिन अब वो ट्रेनर थोडासा पीछे हट गया। मुझे अब यह समझ नहीं आया की उसने ऐसा क्यों किया। और जावेद ने फिर से बोलना शुरू किया

जावेद : मैंने अपने जिंदगी में कभी इतने सेक्सी और बड़े मम्मे नहीं देखे। तुम काफी गर्म ब्यूटी हो जान।

मिताली : ह्म्म्म………

जावेद : तुम्हारे चूचियों को मेरे हैंडलिंग कैसे लगी ?

मिताली : बहुत अच्छी..…….. ह्म्म्म्म……। प्लिज…… इनके साथ और खेलो। …… जोरसे………।

जावेद : जरूर बेबी। तुमने तुम्हारी पति को जानबूझकर घर पर भेजा न, है न?

मिताली : ह्म्म्म…… हं..........

जावेद : तुम्हे ये आज चाहिए था। है न ?

मिताली : हं..........

जावेद : जैसा की तुम मेरे लिए बगैर ब्रा पहने आई हुई हो। इसलिए वैसाही एक फेवर मैंने तुम्हारे लिए किया है ?

मिताली : वो…… वो क्या है?

जावेद : मैंने भी अपनी पेंट के अंदर कुछ नही पहना है।

मिताली के बॉडी कुछ देर तक के लिए तन गयी और वो कुछ नहीं बोली। फिर जावेद ने मिताली का एक हाथ उठाया और धीरे से सरकते हुए अपनी पेंट की तरफ ले जाने लगा।

जावेद का हाथ मिताली के हाथ को पकड़कर निचे सरकते हुए ले जा रहा है ये देखकर मेरे शरीर में भी कंपकंपी छूटी। मै नहीं जानता था की ये सब इतनी जल्दी होगा। फिर जावेद ने मिताली के हाथ से उस जगह पर एक जोरदार मालिश की। इसे मेरी बीवी को जोरदार झटका लगा उसका एक्सप्रेशन और बॉडी इस तरह हिल रही थी जैसे की उसने किसी इलेक्ट्रिक वायर को छुआ हुआ हो। जावेद ने मिताली का हाथ वहां से हटाया और अब पीछे से मिताली को कसकर ऐसे पकड़ा जैसे की दोनों की बॉडी अलग नहीं एक ही हो। अब जावेद का लंड उसकी पेंट के अंदर से ही मिताली के गांड को दबा रहा था। उसने मिताली को गर्दन को चूमा और लगातार चूमने लगा। उसके बाद उसने मिताली से पूछा।

जावेद : तुम्हारे हाथ में मेरा वो कैसा महसस हुआ ?

मिताली : हा……… अच्छा

जावेद : क्या वो मजबूत था ?

मिताली : हं.......... (उसका चेहरा अब पूरी तरह शर्म के मरे गुलाबी हो चूका था )

जावेद : अब जब वो तुम्हारे गांड को टच कर रहा है तो तुम्हे कैसा लग रहा है।

मिताली : ह्म्म्म……। आह्ह्ह्ह……… ये बहुत…… बहुत अच्छा है ……… काफी बडा……… और मजबूत है।

जावेद : क्या तुम्हरे पति का लंड भी इस तरह प्रेशर बना पाता है तुम्हारे गांड पे।

मिताली : नही....... वो बहुत छोटा है …… और कमज़ोर भी

ये सुनकर मई अपने आप पर रोने लगा। मुझे बहुत अपमानित फिल हो रहा था। अंदर जावेद ने फिर से मिताली के कानो की लौ को चूमना शुरू किया। और उसके बाद चूमते हुए मिताली के गालो तक चला गया। और अब वहां चूमने लगा।
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Re: मेरी बीबी और जिम ट्रेनर

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अब मिताली की सांसे जोर से ऊपर निचे होने लगी थी। वो आहें भर रही थी। उसकी सिस्कारियां की आवज़ हिल रही थी। जावद ने अब उसके हाथों से मिताली का चेहरा घुमाया। और फिरसे मिताली के गालों को चूमते हुए उसकी होटों की तरफ जाने लगा। जावेद ने मिताली के होठों के चारो तरफ चूमा लेकिन जानबूझकर होटों को नहीं चूमा। मिताली के होंठ थरथरा रहे थे जैसे वो जावेद के होंठों को कह रहे हो आओ मुझे चूमो।

लेकिन जावेद जैसे मिताली को चिड़ाना चाह रहा था वो जानबूझकर मिताली के होंठों को नहीं चुम रहा था। उसने कुछ देर तक ऐसे ही खेल खेला और आखिर में अपने होंठ मिताली के होंठों पर रख दिए। मिताली ने भी फ़ौरन इस किस का जवाब दिया। मिताली ने जावेद के बालों को जोर से पकड़ा और अपनी और खिंचा। अब जावेद मिताली के होंठों को चूस रहा था। मिताली ने अपने हाथों से जावेद के कंधो को कसकर पकड़ा था। और उसकी चूचियाँ जावेद के छाती पर मसली जा रही थी। वो दोनों करीब १० मिनट तक इस तरह ही एक दूसरे के मुंह में मुंह डालकर चूमते रहे। मुझे ये कभी भी नहीं पता था की मेरी बीवी इतनी अच्छी किसर है।

कुछ मिनट बाद जावेद ने अपने होंठ मिताली के होंठ से अलग किये और अब सामने की तरफ से मिताली के गर्दन को चूमने लगा। दोनों अब एक दूसरे की तरफ चेहरा किये हुए खड़े थे। मैंने जावेद की पेंट में खड़ा हुआ एक बड़ा तम्बू देखा। मुझे ये मानना तो पड़ा की उसका लंड काफी बड़ा था। मेरे लंड के दीडपट ज्यादा बड़ा था। मेरे वाईफ ने भी उस तंबू को देखा और फ़ौरन झेंपकर शर्मा गयी। जावेद अब होठों से गर्दन के साथ खेल रहा था। उसने अपना दाया हाथ उठाया और अपनी नाक मिताली के बगल की तरफ ले गया। उसनी उसकी नाक वहांपर रगड़ी। फिर जावेद ने उसके होठों से मिताली के बगल को रगड़ा और वहां चूमने लगा। मेरे वाईफ ने अब अपना कंट्रोल खो दिया और उसके चेहरे के उस संतोषजनक हावभाव से मुझे पता चल गया की उसे दूसरी बार ऑर्गैस्म हुआ है। जावेद सच में औरतों को हैंडल करने में माहिर था।

वो फिर से अब गर्दन की तरफ गया और वहां चूमते हुए निचे की तरफ सरकने लगा। और उसने अब उसके होंठ चूचियों की क्लीवेज के ऊपर रगड़ना शुरू किये। चूमते हुए उसके हाथ अब वापस से मेरी बीवी के मम्मो को मसलने में लग गए। लेकिन इस वक्त मम्मो की मालिश करने के ऐवजी जावेद ने मेरी बीवी के एक निप्पल को पकड़ा और जोर से उसे चिमटा काढ़ा। जिससे मिताली की एक जोर की सिसकारी निकल गयी। मिताली अपने दोनों हाथों से अपने ट्रेनर के कंधो को दबा रही थी। अभी भी जावेद चिढ़ाने के मुड में था। जावेद अब उसकी जबान से मम्मो को चाटने लगा। वो निप्पल के करीब आता और छोड़ देता। कुछ देर तक वो इस तरह से ही खेलता रहा। लेकिन अब मिताली से बर्दाश्त नहीं हो रहा था। उसने उसके दोनों हाथों से जावेद के सर को पकड़ा और अपने मम्मो पर दबाया।

जावेद हलके से मुस्कुराया और अब वो उसका चेहरा पूरी चूचियों पर घूमने लगा और उसने हलके से मिताली के निप्पल को काटा। मिताली अब सिस्कारियां जोर जोर से लेने लगी थी उसने जावेद के सर के बाल खिंचकर पकडे हुए थे। जावेद चेहरे से मिताली के चूचियों को मसाज दे रहा था और उसके हाथ मिताली के खुली पीठपर घूम रहे थे। और आखिर में उसने मिताली के निप्पलो को चूसना शुरू किया। कुछ देर तक एक के बाद एक कर के उसने मिताली के निप्पलो को चूस डाला। अब तीसरी बार मिताली ने पानी छोड़ दिया था। मिताली उसके आनन्द के परमोच्च शिखर पर घूम रही थी।
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Re: मेरी बीबी और जिम ट्रेनर

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अब जावेद मिताली के निप्पलो के छेड़खानी में लग गया। उसने अब दातो में निप्पलो को पकड़ कर उन्हें खींचना शुरू किया। इससे मिताली के निप्पल फूल गए और बड़े हो गए। उन निप्पलो को देखकर मेरे भी मुह में पानी आ गया अब तो मई भी उधर जाकर उन्हें चूसना चाह रहा था। निप्पल मुंह में लेकर अब वो जबान से निप्पलो के साथ खेल रहा था।

मिताली : ह्म्म…। ह्म्म्म्म्म्म………। आह्ह्ह्ह……… और जोर से। …… प्लीज

मिताली अब जावेद का सर और से खींचकर अपने मम्मो पर दबा रही थी। मिताली की उंगलिया अब जावेद के सर के बालो में घूम रही थी।

जावेद एक चुचीं से दूसरी चुचीं पर शिफ्ट हो रहा था। और अब वो पूरा जोर लगा कर किसी जंगली जानवर की तरह मिताली की नंगी चूचियों को चूस रहा था। मिताली अब जावेद के कंधो पर, पीठ पर, और जावेद की छाती पर अपने हाथ फेर रही थी और आहें भर रही थी। इसी दौरान जावेद फिर से उठकर खड़ा हो गया और मिताली के होठों पर जोर से अपने होठ रख दिए और ऐसे चूसने लगा मानो जैसे अब होठों से खून ही निकल जाये। और पूरी तरह कसकर मिताली को बाँहों में भर लिया।

मैंने अब ये सब रोकने का फैसला किया। और उन्हें रंगे हाथ पकड़ने के लिए चल दिया।

इस लिए मैंने अब मिताली के मोबाईल पर कॉल किया। जैसे ही मोबाईल की रिंग बजी वो दोनों अचानक एक दूसरे से अलग हो गए और उनकी खोई हुई दुनिया से असल दुनिया में लौट आये। मिताली को अब अपने पोसिशन का और अपनी अवस्था और परिस्थिति का ध्यान आया और उसने शर्म के मारे अपना सर झुका दिया। उसने अपना टी-शर्ट उठाया और अपने मम्मो पर इस तरह रखा जैसा वो इसे छुपाना चाहती हो जावेद से। यह देखकर मुझे हंसी आई। मेरी हंसी में दुख भी था और गुस्सा भी। अब तक मई मोबाईल पर दो बार रिंग दे चूका था। इस बार मिताली ने मोबाईल लेने के लिए हाथ बढ़ाया। लेकिन जावेद ने मिताली का हाथ पकड़ा और कॉल लेने से उसे रोका।

मिताली : क्या हुआ ?

जावेद : थोड़ा ठहरो। तुम्हे बताऊंगा।

मिताली : मुझे ये कॉल लेना चाहिए।

जावेद : मुझे पता है , लेकिन वेट करो।

मिताली इससे काफी कन्फ्यूज हो गयी। फोन कुछ देर तक बजा और बाद में बंद हो गया। मुझे अब ये समझ में नहीं आ रहा था की क्या किया जाये। मुझे ये डर सता रहा था की कहनी उन्हें ये पता न चल जाये की मई वहां छुपा हुआ हु। मुझे अब पसीना आने लगा था पर थोड़ी देर बाद मेरा मन शांत हो गया। अगर मै उन्हें डिरेक्टली नहीं सुन पा रहा था तो ये कैसे शक्य था की वो मुझे डिरेक्टली सुने। जावेद के मन में कुछ अलग ही खिचड़ी शिज रही थी। थोड़ा कन्फ्यूजन में ही मैंने एक बार फिर मिताली को कॉल किया।

इस समय भी जावेद ने मिताली को फोन लेने नहीं दिया। अब मुझे ये समझ नहीं आ रहा था की क्या किया जाये। उस फाइल रूम से निकल कर बाहर चले जाने के अलावा मेरे पास दूसरा पर्याय नहीं था। वो दोनों किसी भी समय रिसेप्शन एरिया में आ सकते थे। तो मैंने फाइल्स उठकर वापस जहाँ थे वहां रख दिए। और रूम से निकल कर बाहर चला गया जहांपर मेरी बाइक पार्क की हुई थी। वहां से फिर से एक बार मैंने कॉल किया लेकिन मिताली ने रिप्लाय नहीं दिया। तो फिर मैंने कुछ देर तक बाहर इंतज़ार किया। अब जिम के अंदर घुसकर देखने के अलावा मेरे पास दूसरा पर्याय नहीं था। इसलिए मई वापस मेरी बाइक लेकर जिम पार्किंग में पहुँच गया। और बाइक पार्क करके जिम के अंदर चला गया।
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