चूतो का समुंदर
- shubhs
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- Joined: 19 Feb 2016 06:23
Re: चूतो का समुंदर
जरूर चेक करो
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
- Ankit
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- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
thanks
karna to padega bhai
- Ankit
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- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
सुमन (शरमा कर)- तो अंदर चलिए ना....
मैं- चलते है...पर पहले कुछ पिलाओ तो....प्रॉपर्टी देखने वाले है....कुछ खातिर तो करो...
सुमन- ओह...सॉरी भूल ही गई...क्या लेगे आप...टी, कॉफी या कुछ और...
मैं- विस्की...मिलेगी क्या...??
सुमन(मुस्कुरा कर)- ह्म..क्यो नही मिलेगी...आप बैठिए...मैं अभी इंतज़ाम करती हूँ....
और फिर सुमन किचन मे चली गई और मैने अपने आदमी को कॉल कर दिया....
मैं(कॉल पर)- तुम लोग 3 घंटे के बाद आ जाना...ओके...
और फिर मैने कॉल कट की और सुमन का वेट करने लगा.....
थोड़ी देर बाद मैं पेग लगा रहा था और सुमन मेरे सामने बैठी शरमा रही थी...
मैं(सीप मार कर)- आ ...इतना शरमाओगी तो मज़ा नही आयगा ....छोड़ो ये शर्म...और खुल कर मज़ा लो...
सुमन- वो...कोसिस करूँगी...शायद जल्दी...
मैं(बीच मे)- ओके...ओके....मैं ठीक कर दूँगा....पर तुम मुझे ये बताओ कि आज तुम्हे इतना टाइम कैसे मिल गया...आइ मीन तुम्हारी बेटी....कहाँ है वो...
सुमन- वो आज पिक्निक मनाने गई है...अपने फरन्डस के साथ...
मैं(हैरानी से)- क्या....पिक्निक...उसका बाप जैल मे है और उसे पिक्निक दिख रही है....वाह...
सुमन- नही..नही...उसे तो पता भी नही कि उसके पापा गिरफ्तार हो गये....असल मे मैने उसे बताया नही....वरना वो टूट जाती....वो अपने पापा से बहुत प्यार करती है....इसलिए...
मैं- ओह्ह...कोई नही...तुमने ठीक किया....खैर...उसे छोड़ो...तुम इतनी दूर क्यो बैठी हो...ज़रा पास मे आओ....प्रॉपर्टी देखने का मूड तो बना लूँ...
फिर सुमन उठ कर मेरे पास आई और मैने उसे अपनी गोद मे बैठा लिया और उसकी गांद सहलाते हुए पेग लगाने लगा....
थोड़ी देर तक सुमन यू ही मेरी गोद मे बैठी रही....कभी मेरा सीना सहलाती तो कभी मेरे गाल....कभी मेरे होंठो को चूम लेती तो कभी मेरी पेंट मे क़ैद मेरे लंड को दबाती....
मैं भी पेग पीते हुए उसकी गांद को दबाता तो कभी उसकी कमर को...कभी उसके बूब्स दबाता तो कभी बूब्स को ब्लाउस के साथ ही काट लेता....
दोनो की ये मस्ती भरी हरक़ते हम दोनो को गरम कर चुकी थी....
फिर मैने पीना बंद किया और सुमन की साड़ी खोलने लगा....सुमन भी घूम कर अपनी . निकालती रही....
उसकी . अलग कर के मैने उसके ब्लाउस को भी बिना देर किए अलग कर दिया और उसके बूब्स को ब्रा के साथ मुँह मे भर लिया....
सुमन- ओह्ह्ह...अंकित....आअहह.....काटो मत..आऐईइ....
मैं हाथो से सुमन की गांद को मसल रहा था और उसके बूब्स को बारी-बारी चूस रहा था....
थोड़ी देर मे ही सुमन की ब्रा मेरे थूक से गीली हो गई और उसने खुद ही अपनी ब्रा को अलग कर दिया ....
सुमन(मेरा सिर बूब्स पर दबा कर)- आअहह....अब चूसो मेरे राजा...ज़्यादा मज़ा आयगा....उउउम्म्म्म....
मैं सुमन की ये तड़प देख कर हैरान था...पर मैने अपना जाम जारी रखा और एक झटके मे उसका पेटिकोट खोल कर उसके पैरों तक पहुँचा दिया....
सुमन आप पूरी नंगी हो गई थी....उसने पनटी नही पहनी थी...उसका नंगा . देख कर मेरा रुकना मुस्किल था...
मैने उसे झट से बाहो मे उठाया और बेडरूम मे आ गया और आते ही उसे बेड पर पटका और पलक झपकते ही खुद को नंगा कर दिया....
मेरा तना हुआ लंड देख कर सुमन ने अपने होंठ को अपने दातों से चबा लिया....
सुमन- उउउम्म्म्म....आओ मेरे राजा...अब देर ना करो...
मैं(मन मे)- ये साली तो आज कुछ ज़्यादा ही गरम हो रही है...बात क्या है....अरे छोड़ो...पहले इसके मज़े ले लूँ...फिर देखता हूँ...
और मैं मुस्कुराता हुआ सुमन के उपर आ गया और हम दोनो किस करने लगे ...
सुमन- सस्स्स्रररुउउउप्प्प....सस्स्रररुउउ....उउउंम्म...आअहह...उउउम्म्म्म...
मैं- उउउंम्म....उूउउम्म्म्म....उउउम्म्म्म...
सुमन- आअहह...अब और ना तडपाओ....उूउउंम्म....उउउंम्म...
मैं- उउउम्म्म्म...उउउंम्म..आहह...हा मेरी जान....अभी लो ...
और इतना बोल कर मैने उसके होंठो से उसके बूब्स पर और फिर कमर पर पहुँचा...और चूमने चाटने के बाद उसकी चूत पर मुँह लगा दिया....
सुमन- आअहह....खा जाओ इसे...उउउंम्म...बहुत परेशान करती है...आआहह....
मैं- सस्स्रररुउउप्प्प्प...आअहह..मैं आज सारी परेशानी मिटा दूगा...सस्स्रररुउउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प्प्प्प.....
सुमन-ओह्ह.....मज़ा...आ..गया...आअहह.......
मैं-सस्स्रररुउपप...सस्र्र्ररुउउप्प..सस्र्र्ररुउउप्प...
सुमन-ऊवू..मा...किसी ने...नही चॅटी थी...उउउंम्म....आअहह...मज़ा...आ...गया...ऊहूहह...
मैं थोड़ी देर तक सुमन की चूत चाट ता रहा ऑर फिर मैने चूत को मुँह मे भर लिया...
सुमन-ओह्ह..माआ….म्मार्र..ज्जाोऊऊगगीइ….
प्प्पागगाल्ल…क्कार्र…दडिईईय्या….आअहह…म्माआ....
मैं-उम्म्म्ममम…उउम्म्म्मम…उउहमम्म…उउउहमम्म..
सुमन—आहह…ऊओ..ययईसस…यईीसस….कचूस्स…ल्लूओ…म्म्मी.ररी…ररराज्ज्जज….प्पूउर्रा…आअहह...
सुमन की मस्ती इतनी बढ़ गई थी कि वो ठीक से बोल भी नही पा रही थी और तेज़ी से अपनी गांद हिला रही थी......
मैं-उउउंम्म..उउउंम्म..उउंम....
सुमन-आअहह..म्म्मैउईयाईिन्न्न…आईईइ…ऊहह…आईईइ…कच्छूस्स्स ल्लू..
सुमन पूरी मस्ती मे झड्ने लगी ऑर मैं उसकी चूत को मुँह मे भरे हुए उसके चूत रस को पीने लगा….
जब मैने चूत रस पी लिया तो उसकी चूत को मुँह से निकाल कर बैठ गया...
सुमन- आअहह….सच मे..मार ही डाला…क्या..करते हो..
मैं- चलते है...पर पहले कुछ पिलाओ तो....प्रॉपर्टी देखने वाले है....कुछ खातिर तो करो...
सुमन- ओह...सॉरी भूल ही गई...क्या लेगे आप...टी, कॉफी या कुछ और...
मैं- विस्की...मिलेगी क्या...??
सुमन(मुस्कुरा कर)- ह्म..क्यो नही मिलेगी...आप बैठिए...मैं अभी इंतज़ाम करती हूँ....
और फिर सुमन किचन मे चली गई और मैने अपने आदमी को कॉल कर दिया....
मैं(कॉल पर)- तुम लोग 3 घंटे के बाद आ जाना...ओके...
और फिर मैने कॉल कट की और सुमन का वेट करने लगा.....
थोड़ी देर बाद मैं पेग लगा रहा था और सुमन मेरे सामने बैठी शरमा रही थी...
मैं(सीप मार कर)- आ ...इतना शरमाओगी तो मज़ा नही आयगा ....छोड़ो ये शर्म...और खुल कर मज़ा लो...
सुमन- वो...कोसिस करूँगी...शायद जल्दी...
मैं(बीच मे)- ओके...ओके....मैं ठीक कर दूँगा....पर तुम मुझे ये बताओ कि आज तुम्हे इतना टाइम कैसे मिल गया...आइ मीन तुम्हारी बेटी....कहाँ है वो...
सुमन- वो आज पिक्निक मनाने गई है...अपने फरन्डस के साथ...
मैं(हैरानी से)- क्या....पिक्निक...उसका बाप जैल मे है और उसे पिक्निक दिख रही है....वाह...
सुमन- नही..नही...उसे तो पता भी नही कि उसके पापा गिरफ्तार हो गये....असल मे मैने उसे बताया नही....वरना वो टूट जाती....वो अपने पापा से बहुत प्यार करती है....इसलिए...
मैं- ओह्ह...कोई नही...तुमने ठीक किया....खैर...उसे छोड़ो...तुम इतनी दूर क्यो बैठी हो...ज़रा पास मे आओ....प्रॉपर्टी देखने का मूड तो बना लूँ...
फिर सुमन उठ कर मेरे पास आई और मैने उसे अपनी गोद मे बैठा लिया और उसकी गांद सहलाते हुए पेग लगाने लगा....
थोड़ी देर तक सुमन यू ही मेरी गोद मे बैठी रही....कभी मेरा सीना सहलाती तो कभी मेरे गाल....कभी मेरे होंठो को चूम लेती तो कभी मेरी पेंट मे क़ैद मेरे लंड को दबाती....
मैं भी पेग पीते हुए उसकी गांद को दबाता तो कभी उसकी कमर को...कभी उसके बूब्स दबाता तो कभी बूब्स को ब्लाउस के साथ ही काट लेता....
दोनो की ये मस्ती भरी हरक़ते हम दोनो को गरम कर चुकी थी....
फिर मैने पीना बंद किया और सुमन की साड़ी खोलने लगा....सुमन भी घूम कर अपनी . निकालती रही....
उसकी . अलग कर के मैने उसके ब्लाउस को भी बिना देर किए अलग कर दिया और उसके बूब्स को ब्रा के साथ मुँह मे भर लिया....
सुमन- ओह्ह्ह...अंकित....आअहह.....काटो मत..आऐईइ....
मैं हाथो से सुमन की गांद को मसल रहा था और उसके बूब्स को बारी-बारी चूस रहा था....
थोड़ी देर मे ही सुमन की ब्रा मेरे थूक से गीली हो गई और उसने खुद ही अपनी ब्रा को अलग कर दिया ....
सुमन(मेरा सिर बूब्स पर दबा कर)- आअहह....अब चूसो मेरे राजा...ज़्यादा मज़ा आयगा....उउउम्म्म्म....
मैं सुमन की ये तड़प देख कर हैरान था...पर मैने अपना जाम जारी रखा और एक झटके मे उसका पेटिकोट खोल कर उसके पैरों तक पहुँचा दिया....
सुमन आप पूरी नंगी हो गई थी....उसने पनटी नही पहनी थी...उसका नंगा . देख कर मेरा रुकना मुस्किल था...
मैने उसे झट से बाहो मे उठाया और बेडरूम मे आ गया और आते ही उसे बेड पर पटका और पलक झपकते ही खुद को नंगा कर दिया....
मेरा तना हुआ लंड देख कर सुमन ने अपने होंठ को अपने दातों से चबा लिया....
सुमन- उउउम्म्म्म....आओ मेरे राजा...अब देर ना करो...
मैं(मन मे)- ये साली तो आज कुछ ज़्यादा ही गरम हो रही है...बात क्या है....अरे छोड़ो...पहले इसके मज़े ले लूँ...फिर देखता हूँ...
और मैं मुस्कुराता हुआ सुमन के उपर आ गया और हम दोनो किस करने लगे ...
सुमन- सस्स्स्रररुउउउप्प्प....सस्स्रररुउउ....उउउंम्म...आअहह...उउउम्म्म्म...
मैं- उउउंम्म....उूउउम्म्म्म....उउउम्म्म्म...
सुमन- आअहह...अब और ना तडपाओ....उूउउंम्म....उउउंम्म...
मैं- उउउम्म्म्म...उउउंम्म..आहह...हा मेरी जान....अभी लो ...
और इतना बोल कर मैने उसके होंठो से उसके बूब्स पर और फिर कमर पर पहुँचा...और चूमने चाटने के बाद उसकी चूत पर मुँह लगा दिया....
सुमन- आअहह....खा जाओ इसे...उउउंम्म...बहुत परेशान करती है...आआहह....
मैं- सस्स्रररुउउप्प्प्प...आअहह..मैं आज सारी परेशानी मिटा दूगा...सस्स्रररुउउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प्प्प्प.....
सुमन-ओह्ह.....मज़ा...आ..गया...आअहह.......
मैं-सस्स्रररुउपप...सस्र्र्ररुउउप्प..सस्र्र्ररुउउप्प...
सुमन-ऊवू..मा...किसी ने...नही चॅटी थी...उउउंम्म....आअहह...मज़ा...आ...गया...ऊहूहह...
मैं थोड़ी देर तक सुमन की चूत चाट ता रहा ऑर फिर मैने चूत को मुँह मे भर लिया...
सुमन-ओह्ह..माआ….म्मार्र..ज्जाोऊऊगगीइ….
प्प्पागगाल्ल…क्कार्र…दडिईईय्या….आअहह…म्माआ....
मैं-उम्म्म्ममम…उउम्म्म्मम…उउहमम्म…उउउहमम्म..
सुमन—आहह…ऊओ..ययईसस…यईीसस….कचूस्स…ल्लूओ…म्म्मी.ररी…ररराज्ज्जज….प्पूउर्रा…आअहह...
सुमन की मस्ती इतनी बढ़ गई थी कि वो ठीक से बोल भी नही पा रही थी और तेज़ी से अपनी गांद हिला रही थी......
मैं-उउउंम्म..उउउंम्म..उउंम....
सुमन-आअहह..म्म्मैउईयाईिन्न्न…आईईइ…ऊहह…आईईइ…कच्छूस्स्स ल्लू..
सुमन पूरी मस्ती मे झड्ने लगी ऑर मैं उसकी चूत को मुँह मे भरे हुए उसके चूत रस को पीने लगा….
जब मैने चूत रस पी लिया तो उसकी चूत को मुँह से निकाल कर बैठ गया...
सुमन- आअहह….सच मे..मार ही डाला…क्या..करते हो..
- Ankit
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- Joined: 06 Apr 2016 09:59
Re: चूतो का समुंदर
मैं(मुस्कुरा कर)- नही...मरेगी तो अब...वो भी तेरी गांद....
और सुमन कुछ कहती उसके पहले ही मैने उसे पलटा दिया और उसकी गांद के फाके फैला कर गांद के छेद पर जीभ फिरा दी.....
सुमन- ऊहह...माआ....
मैं- सस्स्र्र्ररुउउउप्प्प....सस्स्ररुउउप्प्प्प.....
सुमन- आअहह...क्या करते हो...
मैं- पिछला एंटरेस तो टाइट लगता है....ह्म...
सुमन- हाँ...वहाँ से कोई नही जाता....
मैं- ह्म्म...हम है ना...आज खोल देगे ...सस्स्स्रररुउउउप्प्प्प्प्प...
सुमन- ऊहह....मार दोगे.....आअहह...
और फिर थोड़ी देर तक मैने थूक से गांद को चिकना किया और एक उंगली से गांद मारने लगा....
सुमन- आआहह....मार दिया रे....
मैं(उंगली डालते हुए)- अभी तो मज़ा लो...मरने मे टाइम है...
और मैं तेज़ी से उंगली को अंदर-बाहर करता रहा....
थोड़ी देर बाद मैने उंगली को बाहर निकाल दिया और सुमन को अपना लंड दिखाने लगा....
मैं- अब आजा....किसका इंतज़ार है...
सुमन भी मेरे कहते ही समझ गई और मुझे लिटा कर मेरा लंड हिलाने लगी .....
और फिर सुमन ने मेरे लंड के टोपे को मुँह मे लेकर चूसा और मुँह से निकाल के टोपे पर जीभ चलाने लगी…
सुमन-उउंम..सस्स्रररुउउप्प…उउउंम्म..उउंम
मैं-आहह….अच्छा कर रही हो…. अंदर लो...…
सुमन-उउंम्म…सस्रररुउुुउउप्प….सस्स्रररुउउप्प….उउउंम्म…सस्स्रररुउउप्प्प
मैं-यस..यस…अंदर ले लो…पूरा...आहह
थोड़ी देर बाद सुमन ने अपनी स्पीड तेज कर दी ऑर लंड को अपने गले की गहराई मे ले जाते हुए चूसने लगी
सुमन-उउउंम्म…उउउंम्म…उउउम्म्म्ममम…उूुुउउम्म्म्म…उूउउम्म्म्म…सस्स्स्स्रर्र्ररुउुुुउउ…स्रसरर्र्र्ररुउुुउउ…सस्रसरसरररुउुुउउ…..सस्स्र्र्ररुउउ…
उूउउम्म्म्मम.....ुआओओउउम्म्म्ममह….टेस्टी है….सच मे…
मैं- तो चूस ना...निकाला क्यो...
सुमन- आहह...उूउउम्म्म्म...स्स्सल्ल्लूउउग़गग...सस्स्रररूउउगग़गग...सस्स्रररूउउग़गग...उउम्म्म्म...उउंम्म...
मैं- ओह्ह्ह एस....और तेज....आअहह....तेज..तेज...तेजज्ज़...आआहह...
सुमन- उउउंम्म...उउउंम्म...उउउम्म्म्म...उउउम्म्म्मम...उूउउम्म्म्म...
ऐसे ही थोड़ी देर तक सुमन मेरे लंड की चुसाइ करती रही और लंड को पूरा ताव मे कर दिया....
मैं(सुमन को रोक कर)- बस ....अब आजा...तेरा बॅक एंट्रेन्स ओपन कर दूं....
सुमन- थोड़ा तेल लगा लो...
फिर मैने सुमन को कुतिया बनाया और देर सारा तेल उसकी गांद के छेद पर डाल कर अपना लंड सेट किया....
सुमन-धीरे से डालल्ल्लनंनणन्नाआआअ....आाआऐययईईईई....
सुमन की बात पूरी होने से पहले ही मैने लंड पकड़ कर धक्का मारा और आधा . . मे डाल दिया....
सुमन की जोरदार चीख रूम मे गूँज उठी और उसकी आँखे नम हो गई ....
सुमन- आआआअहह.....धीरे...से कहा था...आआईयइ...
मैं- ये धीरे ही था...ये ले...
सुमन- आाऐययईईईईईईई....म्म्मा....माआ....आआहह.....न्न्ंहिी...निकालो...पल्लज़्ज़्ज़...
दूसरा धक्का मारते ही सुमन तड़पने लगी....अब आधा लंड उसकी गांद मे जा चुका था....
इससे पहले की सुमन सम्भल पाती मैने दो धक्के मारे और पूरा लंड गांद मे उतार दिया......
सुमन- आाआईयईईईईईई......म्म्मा आआआ.....आआआअहह....निकाल्लू.....आआहह....
मैं- बस...हो गया....अब सिर्फ़ मज़ा आयगा...बस....
और मैं प्यार से सुमन की पीठ सहलाने लगा....फिर मैने झुक कर उसकी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया और साथ मे हाथ से उसके बूब्स दवाने लगा....
तभी मेरी नज़र ड्रेसिंग टेबल मे लगे आईने पर पड़ी और मैं मुस्कुरा दिया.....
मैं- सुमन....अब ठीक है ना...
स्यमान- नहिी...पूरा नही.....दर्द हो रहा है....
मैं- ह्म..अभी कम करता हूँ....और मैने पोज़िशन ली और हल्के धक्को के साथ गांद मारना शुरू कर दी....साथ मे हाथो से उसकी चूत भी सहलाने लगा....
थोड़ी देर बाद सुमन की सिसकी निकलना शुरू हो गई....ये इसरा था की उसको मज़ा आना शुरू हो गया है....
मैने तुरंत स्पीड बढ़ा कर गांद मारना शुरू कर दिया...और सुमन भी सिसकते हुए अपनी गांद को पीछे करने लगी....
सुमन- आअहह....आअहह...आअहह...
मैं- अब मज़ा आया ना...हा ...
सुमन- आअहह....हा...आआया....पर दर्द...आआहह...
मैं- वो भी चला जायगा....बस मज़े कर ...
और मैं तेज़ी से गांद मारने लगा....और रूम मे गांद चुदाई की आवाज़े . लगी .....
मैं- मूव युवर आस...एस्स...लाइक दिस बेबी...एस...एस्स....
सुमन-आअहह....लाइक तीस....उम्म्म..ईए...एस्स...एस्स...एस्स ..आआहह....
मैं- या बेबी ....मूव इट...फास्टर...एस्स...फास्ट...फास्ट...
सुमन- एसस्स...यू लाइक इट...एस्स....एस्स....आआहह...आअहह....
मैने सुमन की गांद पकड़ कर चुदाई की स्पीड बढ़ा दी...और सुमन की गांद तेज़ी से आगे-पीछे होती हुई...गांद मे लंड का मज़ा लेने लगी....
सुमन- ऊओ...अंकित...एसस्स...आअहह...आअहह..आअहह.....
मैं समझ गया कि वो दुबारा से झड्ने के करीब आ गई....तो मैं तेज धक्के मरने लगा...और कुछ धक्को बाद ही वो झड्ने लगी...
सुमन- ओह्ह्ह...एसस्स...ईीस्स...एसस्स...आआओउउंम्म...ऊओह...माइन गाऐयइ...आआहह...
सुमन के झड्ते ही मैने लंड उसकी गांद से निकाला तो पुउक्क की आवाज़ के साथ मेरा लंड बाहर आ गया ....और हवा मे लहराने लगा....
तभी मेरी नज़र गेट पर पड़ी और मैं चिल्ला पड़ा....
मैं- मर गये....
सुमन(उल्टी पड़ी हुई)- आहह...मारी तो मेरी है...आप कैसे मर गये...हम्म...
मैं(धीरे से)- पलट कर देख....समझ जाएगी....
मेरे कहते ही सुमन पलटी और गेट की तरफ देख कर उसकी आँखे फटी रह गई....
और सुमन कुछ कहती उसके पहले ही मैने उसे पलटा दिया और उसकी गांद के फाके फैला कर गांद के छेद पर जीभ फिरा दी.....
सुमन- ऊहह...माआ....
मैं- सस्स्र्र्ररुउउउप्प्प....सस्स्ररुउउप्प्प्प.....
सुमन- आअहह...क्या करते हो...
मैं- पिछला एंटरेस तो टाइट लगता है....ह्म...
सुमन- हाँ...वहाँ से कोई नही जाता....
मैं- ह्म्म...हम है ना...आज खोल देगे ...सस्स्स्रररुउउउप्प्प्प्प्प...
सुमन- ऊहह....मार दोगे.....आअहह...
और फिर थोड़ी देर तक मैने थूक से गांद को चिकना किया और एक उंगली से गांद मारने लगा....
सुमन- आआहह....मार दिया रे....
मैं(उंगली डालते हुए)- अभी तो मज़ा लो...मरने मे टाइम है...
और मैं तेज़ी से उंगली को अंदर-बाहर करता रहा....
थोड़ी देर बाद मैने उंगली को बाहर निकाल दिया और सुमन को अपना लंड दिखाने लगा....
मैं- अब आजा....किसका इंतज़ार है...
सुमन भी मेरे कहते ही समझ गई और मुझे लिटा कर मेरा लंड हिलाने लगी .....
और फिर सुमन ने मेरे लंड के टोपे को मुँह मे लेकर चूसा और मुँह से निकाल के टोपे पर जीभ चलाने लगी…
सुमन-उउंम..सस्स्रररुउउप्प…उउउंम्म..उउंम
मैं-आहह….अच्छा कर रही हो…. अंदर लो...…
सुमन-उउंम्म…सस्रररुउुुउउप्प….सस्स्रररुउउप्प….उउउंम्म…सस्स्रररुउउप्प्प
मैं-यस..यस…अंदर ले लो…पूरा...आहह
थोड़ी देर बाद सुमन ने अपनी स्पीड तेज कर दी ऑर लंड को अपने गले की गहराई मे ले जाते हुए चूसने लगी
सुमन-उउउंम्म…उउउंम्म…उउउम्म्म्ममम…उूुुउउम्म्म्म…उूउउम्म्म्म…सस्स्स्स्रर्र्ररुउुुुउउ…स्रसरर्र्र्ररुउुुउउ…सस्रसरसरररुउुुउउ…..सस्स्र्र्ररुउउ…
उूउउम्म्म्मम.....ुआओओउउम्म्म्ममह….टेस्टी है….सच मे…
मैं- तो चूस ना...निकाला क्यो...
सुमन- आहह...उूउउम्म्म्म...स्स्सल्ल्लूउउग़गग...सस्स्रररूउउगग़गग...सस्स्रररूउउग़गग...उउम्म्म्म...उउंम्म...
मैं- ओह्ह्ह एस....और तेज....आअहह....तेज..तेज...तेजज्ज़...आआहह...
सुमन- उउउंम्म...उउउंम्म...उउउम्म्म्म...उउउम्म्म्मम...उूउउम्म्म्म...
ऐसे ही थोड़ी देर तक सुमन मेरे लंड की चुसाइ करती रही और लंड को पूरा ताव मे कर दिया....
मैं(सुमन को रोक कर)- बस ....अब आजा...तेरा बॅक एंट्रेन्स ओपन कर दूं....
सुमन- थोड़ा तेल लगा लो...
फिर मैने सुमन को कुतिया बनाया और देर सारा तेल उसकी गांद के छेद पर डाल कर अपना लंड सेट किया....
सुमन-धीरे से डालल्ल्लनंनणन्नाआआअ....आाआऐययईईईई....
सुमन की बात पूरी होने से पहले ही मैने लंड पकड़ कर धक्का मारा और आधा . . मे डाल दिया....
सुमन की जोरदार चीख रूम मे गूँज उठी और उसकी आँखे नम हो गई ....
सुमन- आआआअहह.....धीरे...से कहा था...आआईयइ...
मैं- ये धीरे ही था...ये ले...
सुमन- आाऐययईईईईईईई....म्म्मा....माआ....आआहह.....न्न्ंहिी...निकालो...पल्लज़्ज़्ज़...
दूसरा धक्का मारते ही सुमन तड़पने लगी....अब आधा लंड उसकी गांद मे जा चुका था....
इससे पहले की सुमन सम्भल पाती मैने दो धक्के मारे और पूरा लंड गांद मे उतार दिया......
सुमन- आाआईयईईईईईई......म्म्मा आआआ.....आआआअहह....निकाल्लू.....आआहह....
मैं- बस...हो गया....अब सिर्फ़ मज़ा आयगा...बस....
और मैं प्यार से सुमन की पीठ सहलाने लगा....फिर मैने झुक कर उसकी पीठ पर किस करना शुरू कर दिया और साथ मे हाथ से उसके बूब्स दवाने लगा....
तभी मेरी नज़र ड्रेसिंग टेबल मे लगे आईने पर पड़ी और मैं मुस्कुरा दिया.....
मैं- सुमन....अब ठीक है ना...
स्यमान- नहिी...पूरा नही.....दर्द हो रहा है....
मैं- ह्म..अभी कम करता हूँ....और मैने पोज़िशन ली और हल्के धक्को के साथ गांद मारना शुरू कर दी....साथ मे हाथो से उसकी चूत भी सहलाने लगा....
थोड़ी देर बाद सुमन की सिसकी निकलना शुरू हो गई....ये इसरा था की उसको मज़ा आना शुरू हो गया है....
मैने तुरंत स्पीड बढ़ा कर गांद मारना शुरू कर दिया...और सुमन भी सिसकते हुए अपनी गांद को पीछे करने लगी....
सुमन- आअहह....आअहह...आअहह...
मैं- अब मज़ा आया ना...हा ...
सुमन- आअहह....हा...आआया....पर दर्द...आआहह...
मैं- वो भी चला जायगा....बस मज़े कर ...
और मैं तेज़ी से गांद मारने लगा....और रूम मे गांद चुदाई की आवाज़े . लगी .....
मैं- मूव युवर आस...एस्स...लाइक दिस बेबी...एस...एस्स....
सुमन-आअहह....लाइक तीस....उम्म्म..ईए...एस्स...एस्स...एस्स ..आआहह....
मैं- या बेबी ....मूव इट...फास्टर...एस्स...फास्ट...फास्ट...
सुमन- एसस्स...यू लाइक इट...एस्स....एस्स....आआहह...आअहह....
मैने सुमन की गांद पकड़ कर चुदाई की स्पीड बढ़ा दी...और सुमन की गांद तेज़ी से आगे-पीछे होती हुई...गांद मे लंड का मज़ा लेने लगी....
सुमन- ऊओ...अंकित...एसस्स...आअहह...आअहह..आअहह.....
मैं समझ गया कि वो दुबारा से झड्ने के करीब आ गई....तो मैं तेज धक्के मरने लगा...और कुछ धक्को बाद ही वो झड्ने लगी...
सुमन- ओह्ह्ह...एसस्स...ईीस्स...एसस्स...आआओउउंम्म...ऊओह...माइन गाऐयइ...आआहह...
सुमन के झड्ते ही मैने लंड उसकी गांद से निकाला तो पुउक्क की आवाज़ के साथ मेरा लंड बाहर आ गया ....और हवा मे लहराने लगा....
तभी मेरी नज़र गेट पर पड़ी और मैं चिल्ला पड़ा....
मैं- मर गये....
सुमन(उल्टी पड़ी हुई)- आहह...मारी तो मेरी है...आप कैसे मर गये...हम्म...
मैं(धीरे से)- पलट कर देख....समझ जाएगी....
मेरे कहते ही सुमन पलटी और गेट की तरफ देख कर उसकी आँखे फटी रह गई....