एक राजा और चार रानियाँ complete

Post Reply
User avatar
jay
Super member
Posts: 9115
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

जब;वो कार की ड्राइविंग सीट पे बैठी तो उसे चक्कर से आ जाता है
जब भी नजमा हाइपर टेन्ष्शियन का शिकार होती है तो उसका यही हाल होता है उसे चक्कर आने लगते है और BP हाइ हो जाता है उसके फॅमिली डॉक्टर्स ने उसे और घर वालों को सॉफ सॉफ कहा था कि जहाँ तक होसके नजमा को टेंशन ना दी जाए वरना कुछ भी होसकता है

सॅम;जब नजमा को ऐसी हालत मे देखता है तो वो समझ जाता है ये उसे क्या हुआ है वो भाग के फ्रंट सीट खोल देता है और नजमा को आराम करने के लिए बॅक सीट पे लेजाने लगता है

नजमा;इतने गुस्से मे थी कि वो सॅम का हाथ झटक देती है
छोड़ मुझे ज़लील इंसान हाथ मत लगा

सॅम;मुझे जितनी गालियाँ देनी हो देदो अम्मी मारना हो तो मारलो पर प्लीज़ पीछे की सीट पे चलके लेट जाओ ऐसी हालत मे आपको आराम की सख़्त ज़रूरत है उसकी आवाज़ मे नरमी और परेशानी का असर सॉफ बयान हो रहा था जिसे नजमा समझ सकती थी वो बिना कुछ कहे सॅम का हाथ झटक के बॅक सीट पे जाके लेट जाती है और सॅम कार चलाने लगता है वो स्लो स्पीड मे ड्राइव कर रहा था

नजमा;गुस्से से तूने इतनी ज़लील हरकत क्यूँ की सॅम मैने तुझपे सबसे ज़्यादा भरोसा किया तुझे यूके एक अच्छा इंसान बनने के लिए भेजा और तू ये सीख के आया है वहाँ से

अर्रे कम्बख़्त खाला भी तो माँ जैसी होती है कितना गिरी हुई हरकत की है तूने सॅम आख़िर तूने ऐसा क्यूँ किया उसकी आवाज़ मे गुस्सा और दर्द दोनो सॉफ नज़र आ रहे थे

सॅम;कार के ब्रेक ज़ोर से लगा देता है

इसकी वजह भी सिर्फ़ और सिर्फ़ आप हो अम्मी सिर्फ़ आप

नजमा;ये सुनके आग बगुला हो जाती है वो चिल्लाने लगती है क्या कहा तूने मैं वजह हूँ इस सब के पीछे बेशर्म इंसान ऐसा गंदा काम करता है और मुझे कुसूर वॉर ठहराता है

सम;हाँ आप हो ज़िमेदार
क्योंकि जो मैने खाला के साथ किया वो सब मैं आपके साथ करना चाहता था पता है क्यूँ इसीलिए कि मैं आपसे सच्ची मोहब्बत करता हूँ ऐसी मोहब्बत जो एक माँ बेटे के बीच नही होसकती जबसे मैने जवानी की दहलीज़ पे कदम रखा मुझे सिर्फ़ आपका चेहरा नज़र आया मैने यूके मे भी कई लड़कियों के साथ सेक्स किया पर जब भी उन्हे चोदता मुझे आप नज़र आती मुझे दुनिया की कोई भी लड़की या औरत आपसे ज़्यादा अच्छी नही लगती मैं जानता हूँ आप इसे पागल पन कहेंगी अगर अपनी अम्मी से प्यार करना पागल पन है तो हूँ मैं पागल और मैने खाला को भी सिर्फ़ इसीलिए चोदा कि वो आपकी सग़ी बहन है उसे चोदते वक़्त मुझे आप नज़र आती थी उसे जब भी मैं अपने नीचे लेता था मुझे लगता मैं आपके साथ कर रहा हूँ मेरा ये जुनून ग़लत सही पर मेरी मोहब्बत सच्ची है मुझे अपनी अम्मी से प्यार करने की कोई भी सज़ा दी जाए मैं खुशी खुशी क़ुबूल करने को तैयार हूँ

वो एक सांस मे अपने दिल का हाल वो जज़्बात जो उसके सीने मे कई सालों से दफ़न थे आज वो एक साथ किसी बाढ़ की तरह सभी दीवारे सभी बंधन तोड़ के सामने आ गई थी

नजमा;;बड़े गौर से ये सब सुन रही थी इस सब के दौरान उसके चेहरे से कितने अलग अलग एहसास आके गुज़र गये वो एक दम बेसूध सी बैठ गयी थी वो अपनी आँखे बंद कर लेती है वो सॅम की बातें सुनके हैरान और परेशान होचुकी थी ऐसी हालत मे वो सॅम को कुछ समझाना या उसपे चिल्लाना नही चाहती थी वो अपने ही ख़यालों मे गुम हो जाती है

जब वो लोग घर पहुँचे तो सभी ने उनका वेलकम किया नजमा तो अपना बॅग लेके ऑफीस चले गयी और सॅम दिल ओ दिमाग़ से थका हारा अपने रूम मे चला जाता है

आबिद;बहुत खुश था वो दिल ही दिल मे आने वाले वक़्त के संपने भी बुनने लगा था

रात मे खाना खाते वक़्त सॅम और नजमा दोनो खामोश थे जिसे सभी ने नोटीस किया पर ये समझ के इग्नोर कर्दिया कि शाएद नाना जान की तबीयत को लेके ये दोनो उदास है

सॅम;अपने रूम मे सोने चला जाता है
और नजमा अपने रूम मे

नजमा;अपने रूम मे अकेली सोती थी
पर आज उसकी आँखों से नींद कोसो दूर थी उसे रह रह के यही बात याद आ रही थी कि सॅम जब भी किसी के साथ सेक्स करता था तो उसे मैं नज़र आती थी वो सॅम के साथ झगड़ा करना चाहती थी उसे मारना चाहती थी कि वो कैसे इतनी गंदी सोच रख सकता है और वो फीरोजा को भी इसीलिए चोदता था क्यूँ कि वो मेरी सग़ी बहेन है उसके दिमाग़ मे सॅम के लिए गुस्सा बढ़ने लगता है पर उसका जिस्म उसका साथ नही देता
उसका एक हाथ उसकी चूत की तरफ बढ़ जाता है

वो अपनी क्लाइटॉरिस को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगती है इतने गुस्से मे भी वो अपनी चूत को इतनी ज़ोर से रगड़ रही थी उसे सॅम की कही हुई हर एक एक बात याद आ रही थी

उस वक्त उसके दिमाग़ मे क्या खल बली मची हुई थी ये तो सिर्फ़ नजमा जानती थी पर एक लंबी चीख उःन्णननननणणन् अहह स्शह ऊऊऊऊऊ के साथ उसका हाथ गीला हो जाता है उसकी चूत ने इससे पहले इतना सारा पानी कभी नही छोड़ा था जब वो सुहागरात के दिन अपने शोहर से चुदी थी तब भी उसका क्लाइटॉरिस इतना मोटा नही हुआ था उसके निपल्स मे इतना खीचाव कभी नही हुआ था उसका जिस्म अजीब बर्ताव कर रहा था जिससे नजमा खुद हैरान थी वो अपनी चूत के पानी से भीगी हुई दो उंगलियाँ अपनी नाक के पास लाके सूंघटी है और फिर अचानक उसे अपने मुँह मे लेके चूसने लगती है जब वो उंगलियाँ चूस रही थी उसे सॅम का लंड और फीरोजा का मुँह दिखाई देने लगता है वो डर के मारे अपने आँखे खोल देती है और बेड मे उठ के बैठ जाती है

वो दिल मे सोचने लगती है ये मुझे क्या हो रहा है आअज मैने जो देखा उससे मुझे सॅम को मारना पीटना चाहिए था उफफफफफफफफफफ्फ़ मैं ये क्या कर रही हूँ मैं कल सॅम की अचही खबर लूँगी कमीना मेरी बहन को चोदता है

उधर सॅम अपने बेड पे औंधा लेटा हुआ था और सुबह जो उसने किया और नजमा से कहा उसका अंजाम क्या होगा ये सोच रहा था तभी उसे अपनी गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
सॅम;को गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
वो पीछे मूड के देखता है सामने आबिद एक छोटे से वी शेप चढ्ढि मे खड़ा मुस्कुरा रहा था

आबिद;क्या हुआ भाई आप परेशान लग रहे हो

सॅम;कुछ नही हुआ मुझे परेशान मत कर सोने दे

आबिद;भाई दिल कर रहा है ना

सॅम;देख आबिद मेरा दिमाग़ ऑलरेडी बहुत गरम है उपर से अगर तू परेशान करेगा ना तो मुझसे बुरा कोई नही जा अब मुझे सोने दे

आबिद;कहाँ सॅम की सुनने वाला था वो सॅम के बेड पे बैठ के सॅम के लंड को पॅंट के उपर से सहलाने लगता है भाई करोना मूड मैं ठीक करदेता हूँ

सॅम;मैने कहा ऐसा मत कर आबिद

आबिद;भाई प्लीज़ उसकी पकड़ सॅम के लंड पे मज़बूत होने लगी थी

सॅम;नजमा के साथ हुए हादसे से काफ़ी टेन्स था वो एक परेशानी दूर करना चाहता था और अब आबिद उसके लंड के साथ खिलवाड़ किए जा रहा था

आबिद को कौन समझाता कि जब इंसान गुस्से मे हो तो उसके लंड के साथ खेला नही करते एक तो गान्ड फटती है या दाँत टूटते है

जब आबिद पे सॅम की धमकी का कोई असर नही हुआ तो वही हुआ जिसका डर था

एक ज़ोर दार थप्पड़ ने आबिद को अपनी दुनिया से इस दुनिया मे लाके पटक दिया

सम;हरामी मैने तुझे कहा ना मेरा दिमाग़ और खराब मत कर निकल जा यहाँ से वरना साले गान्ड मे बम्बू डालके चीर दूँगा
सम;की ज़हर उगलती आँखे आबिद को काफ़ी ख़ौफ़ जदा कर कई थी उपर से सॅम के मज़बूत हाथों का थप्पड़ जिसने आबिद के नाज़ुक से गालों पे उंगलियाँ छाप दी थी

बेचारा गान्ड के दर्द का मारा अपने दिल मे सॅम को कोस्ता हुआ दूसरे रूम मे चला गया.

सुबह 8 बजे;;
डाइनिंग टेबल पे महक बैठी नाश्ता कर रही थी जब वहाँ सॅम नहा के सिर्फ़ टवल लपेटे आके बैठता है तो महक उसे टोके बिना नही रह पाती

महक;ऊईए शरम हया नाम के कोई चीज़ है भी कि नही तुझमे ऐसे ही चला आ रहा है जा जाके कपड़े तो पहन ले घर मे तीन जवान औरतें रहती है

सॅम;उसे घुरके देखते हुए तीन कहाँ दो ही तो है
अम्मी और भाभी

महक;और मैं

सम;तू तो मेरा जुड़वा भाई है और सॅम उसके गाल पर थपथपाते हुए नाश्ता करने बैठ जाता है

महक;बुरी तरह तिलमिला जाती है अगर मुझे पता होता कि तू ऐसा निकलेगा सॅम तो मैं अम्मी के पेट मे ही तेरा गला दबा देती

सॅम;को उसकी बात पे हँसी आजाती है

तभी वहाँ नजमा आती है नजमा को देख सॅम की सारी हँसी गायब हो जाती है

नजमा;;सॅम मुझे तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी है ज़रा मेरे रूम मे आना
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
User avatar
shubhs
Novice User
Posts: 1541
Joined: 19 Feb 2016 06:23

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by shubhs »

बहुत ही मस्त
सबका साथ सबका विकास।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, और इसका सम्मान हमारा कर्तव्य है।
User avatar
jay
Super member
Posts: 9115
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

shubhs wrote:बहुत ही मस्त
thanks bhai
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
User avatar
jay
Super member
Posts: 9115
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

सॅम;जी अम्मी
और सॅम नाश्ता करने लगता है नाश्ता करके वो सीधा नजमा के रूम मे चला जाता है जहाँ नजमा उसका इंतजार कर रही थी

नजमा;;उसे देख के अपनी बात शुरू करती है
देखो सॅम कल जो कुछ हुआ वो नही होना चाहिए था मैने इस बारे मे बहुत सोचा और मैने ये डिसाइड किया है कि तुम आज से ऑफीस जाय्न करोगे तुम बिज़ी रहोगे तो दूसरी तरफ तुम्हारा ध्यान नही भटकेगा
और हाँ सबसे ज़रूरी बात कल जिस तरह तुमने मेरे साथ गंदी लन्ग्वेज मे बात की है वो दुबारा नही होनी चाहिए तुम अपनी खाला को लेके और मुझे लेके जो बात कर रहे थे वो मुझे बिल्कुल ठीक नही लगी ग़लती सभी से होती है हम इंसान है फीरोजा से भी ग़लती हुई और तुमसे भी पर जो ग़लती से सबक सीख के सही रास्ते पे चले वही इंसान लाइफ मे कामयाब होता है

तुम ऑफीस जाय्न कर लो मैं तुम्हारी शादी के लिए कुछ फॅमिलीस मे बात चलने वाली हूँ अगर तुम्हे कोई लड़की पसंद है तो बोल दो

नजमा;सारी रात सो नही पे थी वो सॅम को ग़लत रास्ते पे जाता नही देख सकती थी इसीलिए ये सारी बातें उसने रात मे ही सोच ली थी.

सॅम;नजमा के करीब आजाता है वो नजमा की आँखों मे आँखे डालके बात करना चाहता था
अम्मी मैं खुद भी ऑफीस आना चाह रहा था और अब जब अपने डिसाइड कर लिया है तो मैं आज से ही जाय्न कर लूँगा
रही बात गंदे अल्फ़ाज़ यूज़ करने की तो वो भी मैने आपसे ही सीखे है

जब आप और खाला उस रात बातें कर रही थी और मैं आपके पास सोया हुआ था आपको लगा मैं सो चुका हूँ मगर मैं जाग रहा था और आपकी और खाला की मैने सारी बातें सुनी थी.

रही चूत और चोदने वाली बातें तो ये अल्फ़ाज़ मुझे आपकी सग़ी बहेन ने सिखाए है जब वो मेरे साथ हमबिस्तर (चुदती)थी
अगर आप उनकी बातें सुनेगी तो आपको यक़ीन भी नही होगा कि ये आपकी बेहन फीरोजा है
और एक बात और आपको मेरे लिए कोई लड़की देखने की ज़रूरत नही मैने अपने लिए ऑल रेडी लड़की देख ली है मुझे वो बहुत पसंद है अगर आप उससे मिलना चाहती है तो पीछे मूड के देख लो
और सॅम नजमा का जवाब सुने बिना ही उसके रूम से निकल जाता है

नजमा;उसे जाता देखती रह जाती है
फिर कितनी ही देर बाद वो किसी ख़याल के तहेत पीछे मूड के देखती है
और उसे शर्म आजाती है सामने मिरर(आएना) था जिसमे नजमा को अपना ही अक्स नज़र आ रहा था

वो दिल ही दिल मे सॅम की हिम्मत की दाद भी देती है और उसे सॅम की कही बात पे गुस्सा भी आता है
वो अपना सर झटक के रूम से बाहर निकल जाती है
सॅम;अपने रूम मे ऑफीस जाने के लिए सूट्स सेल्लेक्ट कर रहा था तभी वहाँ शबनम आती है

शबनम;क्या हुआ सॅम कुछ ढूँढ रहे हो

सॅम;हाँ भाभी देखो ना समझ नही आ रहा ऑफीस के लिए क्या पहनूं

शबनम;मुस्कुराते हुए सॅम की अलमारी से एक स्काइ ब्लू कलर का शर्ट और एक डार्क ब्लॅक पॅंट निकालती है उसपे कोट और टाइ भी वही सेलेक्ट करती है
तुम आज ये पहनो तुम इस मे बहुत अच्छे लगोगे

सॅम;हाँ सही कह रही है आप वाउ भाभी आपकी पसंद की तो दाद देनी पड़ेगी

शबनम;ब्लश करते हुए रूम के बाहर जाने लगती है
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
User avatar
jay
Super member
Posts: 9115
Joined: 15 Oct 2014 22:49
Contact:

Re: एक राजा और चार रानियाँ

Post by jay »

तभी
सॅम; उसे रोक लेता है एक मिनट भाभी इस शर्ट का एक बटन गिरा हुआ है

शबनम;अर्रे हाँ एक मिनट मैं अभी इसे ठीक कर देती हूँ और शबनम सॅम के बटन सुई धागे से सीने लगती है वो सॅम के इतने करीब थी कि सॅम के उसके जिस्म की महक अच्छी तरह महसूस हो रही थी सॅम ने शर्ट उतारा नही था
और शबनम ऐसे ही उसके सामने खड़े खड़े बटन ठीक कर रही थी
एक पाल के लिए शबनम अपनी पलकें सॅम के चेहरे की तरफ उठाती है
जो उसे ही घूर रहा था

सॅम;एक बात कहूँ भाभी

शबनम;ह्म्म्म्म मममम

सम;आप बहुत खूबसूरत हो आपकी आँखे

शबनम;क्या

सॅम;आपकी आँखे कितनी नशीली है

उसके इतनी अच्छे से तारीफ करने से शबनम थोड़ी ठिठक जाती है
उसका दिल करता है कि सॅम उसकी और तारीफ करे

शबनम;और क्या अच्छा लगता है तुम्हे सॅम

सम;आपके लिप्स
कितने गुलाबे है बिना लिपस्टिक के भी इतने वो बोलते बोलते रुक सा गया

शबनम;बोलो ना रुक क्यूँ गये

सॅम;शबनम का चेहरा उपर उठाते हुए आपके लिप्स सच मे बहुत रसीले है दिल करता है और वो आगे बढ़ता है
पर शाएद शबनम अभी इसके लिए तैयार नही थी वो अपने कदम पीछे सरका लेती है

सॅम;उसका इशारा समझ के जल्द बाज़ी नही करता एक तो पहले ही नजमा ने उसकी गान्ड फाड़ रही थी उपर से अगर शबनम भी बिदक गयी तो घर मे रहना मुश्किल होज़ायगा यही ख़याल से वो भी खुद को रोक लेता है

अर्रे भाभी लगता है आपको बुरा लगा ओके बाबा ये लो हम आपके कान पकड़ते है
बस अब तो हंस दो

शबनम;ह्म्म्म्म म ग़लती तुम करो और कान मेरे पकडो देवर जी आप ना बड़े वो है

सॅम;क्या जी

शबनम;शरमाते हुए मुझे नही पता और वो सॅम के रूम से भाग जाती है

सॅम;साली पत्तो पे आ रही है इसकी भी लेलेंगे एक दिन मस्त माल है
और वो तैयार होके ऑफीस के लिए निकल जाता है

उसे नजमा के साथ ऑफीस जाना था आज सॅम का ऑफीस मे पहला दिन था इसलिए वो फर्स्ट इंप्रेशन को लास्ट इंप्रेशन बनाना चाहता था

जब वो नजमा की कार के पास आया तो नजमा भी उसे देखती रह गयी
नजमा के इस तरह उसे घूर्ने से वो दिल मे बहुत खुश हो रहा था
वो नजमा की आँखों मे देखते हुए बोल ही देता है
सॅम;क्यूँ पहले कभी कोई मर्द नही देखा क्या आपने

नजमा;बुरी तरह बिदक जाती है वो सॅम को डांटना चाहती थी पर डाँट नही पाती और सिर्फ़ घूर के रह जाती है
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


Read my fev stories
(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
Post Reply