दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete

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jay
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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काजल:अब तो जाओ यहाँ से अमन ऐसे में अगर हमें किसी ने इस हालत में देख लिया तो पता नही क्या होगा

अमन ने काजल को अपनी तरफ खींच लिया और अपने से सटा लिया काजल एक दम से कसमसाने लगी

काजल: अमन कोई आ जाए गा तुम समझते क्यों नही

अमन: कोई नही आएगा घर में कोई नही है मौसी और आंटी दोनो बाहर गये हैं

काजल और अमन दोनो पसीने से भीग चुके थे अमन ने काजल का हाथ पकड़ कर किचन से बाहर आ गया और रूम की तरफ जाने लगा काजल अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश कर रही थी पर अमन की पकड़ उसकी कलाई पर बहुत मजबूत थी अमन उसे रूम में ले आया और एर कूलर ऑन कर दिया और काजल को अपने से चिपका लिया

काजल:अमन देखो में अभी भी कह रही हूँ ये सब ठीक नही है मुझे छोड़ दो

काजल का गला भर आया वो एक दम रोने जैसे हालत में बोल रही थी पर अमन पर उसकी बातों का कोई असर नही हो रहा था अमन अपने घुटनो के बल नीचे बैठ गया और काजल के साड़ी के पल्लू को उसके पेट से हटा कर एक साइड में कर दिया काजल पीछे हटने लगी तो अमन ने अपनी दोनो बाहों को काजल की कमर में लपेट लिया काजल अमन की बाहों में जकड गयी अमन ने अपने होंठो को काजल के थिरकते पेट पर लगा दिया

काजल:अहह ओह अमन्न्न (काजल की आँखों में आँसू आ गये पर अमन के होंठो का स्पर्श उसे अंदर से हिला गया जिसके कारण काजल अपनी कामुक सिसकारी को भी दबा नही पाई काजल ने अपने दोनो हाथों को अमन के कंधों पर रख कर अमन को पीछे धक्केलना चाहा पर काजल की ताक़त अमन की गिरफ़्त से छूटने के लिए कम पड़ गयी अमन अपने होंठो से काजल के पेट को चूम रहा था काजल की मस्ती में आँखें बंद हो गयी जो हाथ अमन के कंधों को पीछे की तरफ धकेल रहे थी अब ढीले पड़ चुके थे काजल की दबी हुई सिसकारियाँ उसकी कामुकता को बयान कर रही थी उसके बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी अमन ने अपनी जीभ निकाल कर उसकी नाभि को चाटना चालू कर दिया

काजल:ओह अमन्न्न क्या कर रहे हो प्लीज़ मुझे छोड़ दो में नही अहह अमन रुक्क जाऊओ ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह
पर अमन काजल की बातों पर ध्यान दिए बिना लगतार उसकी नाभि को चूम रहा था चाट रहा था काजल भी जान चुकी थी कि उसकी किसी भी दलील का उस पर कोई असर नही होगा पर वो अमन को इससे ज़यादा आगे बढ़ने नही देगी अब अमन भी पूरी तरह गरम हो चुका था अमन ने अपनी जीभ को काजल की नाभि में ठेल दिया काजल एक दम सीत्कार उठी उसकी कमर झटके खाने लगी मानो जैसे उसके बदन से करेंट की नंगी तारों को छू लिया हो

काजल:अहह अमानणन ब्स्स्स्स करो उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईई अमन मुझीईई और्र्र्ररर बर्दास्त्थतत्त नही हूऊओ रहा हाईईईई प्लेअसएसस्स्सस्स ओह छोड़ दो अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

काजल की कामुक और मदहोशी भरी सिसकारियाँ सुन कर अमन का हॉंसला सातवे आसमान पर पहुँच गया और उसने अपने दोनो हाथ काजल की कमर से नीचे लाकर उसके नरम और मुलायम चुतड़ों पर साड़ी के ऊपर से रख लिया और काजल की गान्ड को साड़ी के ऊपर से धीरे-2 मसलने लगा काजल तड़प उठी अपनी गान्ड पर अमन के हाथों का स्पर्श उसकी चूत में सरसराहट पैदा कर रहा था अमन लगातार काजल की नाभि को अपनी ज़ुबान से चाट रहा था अमन काजल को गरम होते देख अपने हाथों को और नीचे ले आया और काजल की पिंदलियों को अपने हाथों से थाम लिया काजल का बदन खड़े -2 झटके ले रहा था उसने अपने होंठो को अपने दाँतों में भींच लिया था अमन ने काजल की साड़ी को धीरे-2 ऊपर उठाना चालू कर दिया काजल अपनी आँखे बंद किए आहहें भर रही थी वो वासना में इस कदर डूब चुकी थी उसे होश नही रहा कि उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसके घुटनो तक ऊपर हो चुका था और अमन उसकी नाभि को चूमता हुआ धीरे धीरे साड़ी और पेटिकॉट को एक साथ दोनो हाथ से ऊपर सरकाए जा रहा था काजल को इस बात का अहसास तब हुआ जब उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसकी जाँघो तक ऊपर हो गया था और अमन ने अपने होंठो को काजल की नाभि से हटा कर उसकी चिकनी मक्खन जैसी एक जाँघ के ऊपर रख दिया काजल का दिल मानो जैसे धड़कना भूल गया हो उसकी आँखें खुल कर ऐसे फैल गयी जैसे उसने कोई भयानक चीज़ देख ली हो काजल के हाथ पैर काँपने लगे काजल से खड़ा नही रहा गया और वो पीछे की तरफ लूड़क गयी पर किस्मेत से पीछे बेड था काजल ने अपने आप को संभालने के लिए अपने हाथ पीछे की ओर करके अपने हाथ की हथेलियों को बेड पर टिका दिया काजल की साड़ी और पेटिकॉट से अमन का सर ढक गया अमन पागलों की तरफ अपने होंठो को काजल की जाँघो पर रगड़ने लगा काजल का बदन झटके खाने लगा

काजल:अहह अमान्णन्न् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनणणन् तुम्हेन्ंनणणन् मेरीईई कसम्म्म्मम ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई

अमन काजल की जाँघो को चूमता हुआ ऊपर की तरफ होने लगा काजल ने अपने आप को बड़ी मुस्किल से संभाल रखा था अब उसके हाथों में भी मानो जान ना रही हो और वो बेड पर गिर गयी जिससे उसकी टाँगें एक दम से हवा में हो गयी अमन ने बिना मोका गँवाए काजल की टाँगों को जाँघो से पकड़ लिया और ऊपर की ओर उठा दिया जिससे काजल की साड़ी और पेटिकॉट सरक कर उसकी कमर पर आ गया उसकी ब्लॅक कलर की कॉटन पैंटी अमन की नज़रों के सामने थी ये सब इतनी जल्दी में हुआ कि काजल को होश ही नही था कि हो क्या रहा है


काजल की पैंटी को देख अमन का लंड शॉर्ट में झटके खाने लगा काजल की ब्लॅक कलर की पैंटी उसके काम रस से भीगी हुई थी काजल ने जल्दी से अपनी साड़ी को दोनो हाथों से पकड़ा और नीचे करने लगी इससे पहले कि काजल अपनी साड़ी और पेटिकॉट नीचे कर पाती अमन ने अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर लगा दिया काजल के हाथ वहीं जम गये आँखों की पुतलियाँ एक बार पूरी फैल गयी उसे लगा मानो जैसे वो बेहोश हो जाए गी और फिर उसके लिए अपनी आँखें खुली रखना मुस्किल हो गया और काजल की आँखे बंद हो गयी काजल की गान्ड ऊपर की तरफ उछलने लगी जिसे काजल चाह कर भी रोक नही पा रही थी

काजल:अह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनननणणन् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनननणणन् ओह बहुत्त्त्त्त्त्त अक्च ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

अमन अपने होंठो को काजल की पैंटी से हटाते हुए) क्या कहाँ बहुत अच्छा लग रहा हाईईईई

काजल को अपने आप पर बहुत हैरानी हुई उसके मुँह से ये कैसे निकल गया काजल एक बार फिर अहहीन भरने लगी क्योंकि अमन ने फिर से अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पे लगा दिया था अमन ने अपना मुँह खोल कर काजल की पैंटी समेत उसकी चूत की फांकों को मूँह में भर कर खींचा जैसे ही काजल की चूत की फांके और पैंटी पर अमन के होंठो की रगड़ काजल को महसूस हुई उसकी बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी उसकी चूत में आग और भड़क उठी चूत की दीवारों पर सरसराहट होने लगी काजल के हाथ खुद ब खुद अमन के सर पर आ गये और अमन के सर को कस के अपने हाथों में पकड़ लिया

काजल:ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमानणन तुम ईए सब्बब क्योंन्नननननणणन् कर रहीईईई हूओ अह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह आहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न ओह ओह छोडर्र दो मंजीिइईईई आनी वालीए होंगीइइइ अह्ह्ह्ह्ह

अमन ने अपने लंड को शॉर्ट्स से बाहर निकाल लिया और काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर रख कर रगड़ने लगा अमन का तना हुआ लंड काजल की चूत के ऊपर से रगड़ खा रहा था अमन काजल के ऊपर लेट गया और उसके होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा काजल अपना आपा खो चुकी थी काजल की बाहें अमन की पीठ पर कस चुकी थी और काजल अपने होंठो को खोल कर अमन के होंठो से चुस्वा रही थी अमन ने अपने होंठो को हटा लिया और काजल के ऊपर से खड़ा हो गया काजल अपनी आँखें बंद किए गहरी साँसें ले रही थी अपने अपना शॉर्ट्स ऊपर कर लिया काजल ने अपनी साँसों को दुरस्त किया और उठ कर खड़ी हो गयी अपना पेटिकोट और साड़ी को ठीक करके बाहर जाने लगी अमन ने काजल का हाथ पकड़ लिया

काजल:अब क्या है अब तो जाने दो

अमन:चली जाना बस मुझे एक बार अपनी गुलाबी चूत को तो दिखा दो

काजल:नही मुझे जाने दो मुझे बाथरूम जाना है माजी भी आती होंगी

अमन ठीक है अब की बार जाने देता हूँ पर अगली बार तुम मुझे रोक नही पाओगी काजल बाहर आकर अपने रूम में चली गयी रूम में आते ही उसने अपनी साड़ी और पेटिकॉट को ऊपर उठाकर अपनी पैंटी को नीचे उतारने लगी पैंटी गीली होने के कारण उसकी चूत से चिपक गयी थी जब उसने अपनी पैंटी को उतार कर देखा तो वो चूत के रस से एक दम भीगी हुई थी काजल ने उसपैंटी को बेड पर रख दिया और दूसरी पैंटी निकालने के लिए जैसे ही वो अलमारी की तरफ बढ़ी मेन डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम से हड़बड़ा गयी उसने जल्दी से बेड पर पैंटी को उठा कर अलमारी में रख दिया और डोर खोलने चली गयी काजल ने डोर खोला तो सीमा और रीमा बाहर खड़ी थी दोनो अंदर आ गयी रीमा आते ही रसोई में घुस गयी और काजल को भी बुला लिया और रात के ख़ान के तैयारी करने लगी काजल बिना पैंटी के असहज महसूस कर रही थी उसकी चूत अभी भी गीली थी दूसरी तरफ अमन सीमा को कुछ देर पहले हुए काम को बता रहा था जो सीमा सुन कर खुस हो रही थी

सीमा:सबाश मेरे बच्चे तूने तो कमाल ही कर दिया

अमन:मौसी कहीं काजल विजय को बता तो नही देगी

सीमा:नही बताएगी तू भरोसा रख तू आज मेरा कमाल देखना आज तुझे काजल की चूत चोदने के लिए ज़रूर मिलेगी बस तू अपने आप पर भरोसा रख
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(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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रात हुई विजय खाना खा कर जा चुका था फसल पक चुकी थी जिसकी देखभाल करना ज़रूरी था रात के 10 बज रहे थे सीमा काजल और रीमा तीनो बैठ कर बातें कर रहे थे तभी रीमा ने बोला मेरी तबीयत कुछ ठीक नही लग रही में सोने जा रही हूँ आ सीमा मेरे रूम में आ जा बेड पर लेट कर बातें करते हैं और हां वहीं सो जाना

सीमा: ठीक है पर अमन अकेला है उसे बुरा लगेगा

रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही अमन को यहीं भेज दे वो काजल के रूम में ही सो जाएगा

काजल अपनी सास की बात सुन कर एक दम चोंक गई उसे यकीन नही हो रहा था उसका दिल जोरों से धड़कने लगा हाथ पैर फिर से काँपने लगे

काजल: क्या माँ जी अमन यहाँ सोएगा

रीमा: क्यों क्या हुआ इतना बड़ा बेड है चार लोग तो आराम से सो सकतें हैं फिर तुम्हें क्या तकलीफ़ है उसको सुला लेना यहाँ पर मैं उसे भेजती हूँ और हां कुछ बात भी कर लेना नही तो अकेला बोर हो जाएगा

काजल रीमा के सख़्त रवैये से डर गयी और कुछ नही बोली सीमा और रीमा दोनो चली गयी

सीमा: तू चल दीदी में ज़रा अमन को समझा कर भेजती हूँ

और सीमा ने अमन को सब बता दिया अमन का दिल और लंड दोनो ख़ुसी के मारे कुलाँचे भरने लगे अमन बेड से उठा और काजल के रूम की तरफ जाने लगा

सीमा;अर्रे सुन तो बेचारी को ज़्यादा तंग मत करना ठीक है

अमन: मुस्कराते हुए) ठीक है मौसी

और अमन काजल के रूम में चला गया काजल बेड पर सहमी सी बैठी थी अभी तक उसने नीचे पैंटी नही पहनी थी अमन रूम में अंदर आ गया आहट सुन कर मानो उसकी साँसे रुक गयी उसने अमन की तरफ़ देखा अमन डोर में खड़ा मुस्करा रहा था अमन डोर लॉक कर अंदर आकर बेड पर बैठ गया

अमन: मुझे बहुत ख़ुसी हुई कि आप ने मुझे यहाँ सोने के लिए बुला लिया नही तो में अकेला वहाँ बोर हो जाता

काजल:मैने नही बुलाया वो माँ जी ने कहा था देखो अब कुछ मत करना वरना मैं माँ जी को बोल दूँगी देखो तुम मुझे क्यों तंग कर रहे हो में ऐसा नही कर सकती

अमन बेड पर चढ़ गया और काजल के पास आ गया और काजल के हाथ को अपने हाथों में लेकर बोला

अमन; काजल मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करता हूँ तुम्हे मुझे बहुत सुंदर लगती हो अगर में तुम्हें ना पा सका तो में जी नही पाउन्गी आइ लव यू काजल

काजल आँखें फाडे अमन की बातों को सुन रही थी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो अमन को क्या जवाब दे वो सोच रही थी कि जब अमन उसके पास होता है तो उसे क्या हो जाता है जो वो अमन को रोक नही पाती ना चाहते हुए भी वो अपना आपा क्यों खो देती हैं कही अमन को पसंद तो नही करने लगी काजल इन्ही ख़यालों में खोई हुई थी कि अचानक अमन ने अपना एक हाथ काजल के गाल पर रख दिया और उसके गुलाबी होंठो पर अपने हाथ के अंगूठे से सहलाने लगा मस्ती की लहर काजल के होंठो से होते हुए उसके पूरे बदन में फैल गयी काजल के होंठ थरथराने लगे काजल ने अमन की आँखों में देखा

अमन: देखो मेरी आँखों में तुम मेरे दिल में बस गयी हो क्या तुम्हें मेरी आँखों में सच नही दिखता

अमन अभी भी काजल के होंठो को अपनी उंगलियों से मसल रहा था काजल अपना आप खोती जा रही थी अमन अपने होंठो को काजल के होंठो के करीब लेजाने लगा काजल की चूत में खुजली इतनी बढ़ गयी थी कि अब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था काजल ने अपने हाथों को अमन की छाती पर रख कर रोक दिया

काजल: (काँपती हुई आवाज़ में ) डोर खुला है

अमन के होंठो पर मुस्कान आ गयी अमन बेड से नीचे उतरा और डोर लॉक करके लाइट ऑफ कर दी और 0 वॉट का बल्ब ऑन कर दिया लाल रंग की रोसनी रूम के महॉल को और गरम बना रही थी जब वो बेड की तरफ पलटा तो काजल बेड पर उसकी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी उसकी साड़ी का पल्लू उसके कंधे से सरक कर उसकी कमर में इकट्ठा हो चुका था अमन धीरे से बेड पर चढ़ कर काजल की तरफ करवट बदल कर लेट गया वो काजल की पीठ से एक दम सट गया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था उसकी आँखें बंद थी अमन ने काजल के कंधें पर हाथ रख कर उसे अपनी तरफ घुमाया

काजल बिना किसी विरोध के अमन की तरफ पलट गयी उसकी ब्लाउस पर साड़ी का पल्लू नही था काजल की आँखें बंद थी और तेज़ी से साँसें ले रही थी तेज साँसें के कारण उसकी चुचियाँ ब्लाउस के अंदर ऊपर नीचे हो रही थी जो ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी ब्लाउस से नीचे का हिस्सा पूरा का पूरा नंगा हो चुका था काजल की साड़ी उसकी नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की कमर पर रख दिया काजल के पूरे बदन में सिहरन दौड़ गयी अमन ने झुक कर काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया अमन एक दम हैरान रह गया काजल अपने आप को अमन को सोन्प चुकी थी उसने अपने होंठो को खोल दिया और अमन काजल के होंठो को चूसने लगा काजल का एक हाथ अमन की बगल के नीचे था और दूसरे हाथ से काजल ने चद्दर को कस के पकड़ा हुआ था अमन का हाथ काजल की कमर पर सहला रहा था काजल का बदन मस्ती में काँप रहा था अमन का हाथ धीरे-2 कमर से ऊपर की ओर आने लगा और अमन ने काजल की एक चुचि पर अपना हाथ रख दिया काजल एक दम से कसमसा गयी अमन धीरे-2 काजल की एक चुचि को मसलने लगा काजल भी मस्ती में आकर अपने होंठो को अमन से चुस्वा रही थी धीरे -2 अमन के हाथ काजल की चुचि पर बढ़ने लगा जैसे ही अमन के हाथ ने काजल की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से मसला काजल एक दम से कसमस गयी और अपने फेस को अमन की छाती में सटा लिया अमन धीरे-2 काजल की चुचि को मसलने लगा काजल अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी अमन ने काजल के ब्लाउस के हुक्स को उसी हाथ से खोलना चालू कर दिया इसपर भी काजल ने कोई विरोध नही किया अमन अभी भी काजल के होंठो को चूस रहा था एक एक करके अमन ने ब्लाउस के सारे हुक्स खोल दिए और ब्लाउस के कप्स को आगे से हटा दिया काजल की कसी हुई 38 साइज़ की चुचियाँ छोटी सी ब्रा में एक दम कसी हुई थी अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन ने काजल के होंठो को छोड़ उसे कंधों से पकड़ कर धीरे -2 बेड पर बैठा दिया अमन काजल के ब्लाउस को निकालने लगा

काजल: (उखड़ी हुई आवाज़ में) नही अगर कोई आ गया तो वापिस पहनने में ज़यादा टाइम लगेगा (काजल की आँखें बंद थी )
अमन: पर में तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ तुम्हारे हर अंग को चूमना चाहता हूँ प्लीज़ उतार दो ना कोई नही आएगा


काजल ने अपनी आँखें खोली उसकी आँखें वासना के मारे लाल हो चुकी थी एक पल के लिए काजल की नज़रे अमन से मिली फिर उसने अपनी नज़रें झुका ली काजल बेड से नीचे उतर गयी और धीरे से अलमारी को खोला काजल की पीठ अमन की तरफ थी अमन बेड पर लेटा हुआ सब देख रहा था काजल ने पहले अपना ब्लाउस उतार कर अलमारी में रख दिया काजल की नंगी पीठ देख अमन पागल हो उठा फिर काजल ने अपने हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर अपनी ब्रा के हुक खोल कर अपनी ब्रा निकाल कर अलमारी में रख दी और ब्लाउस उठा कर पहन लिया और ब्लाउस के हुक्स बंद किए बिना उसके कप्स से अपनी चुचियों को ढक कर बेड पर आने लगी अमन ने आगे बढ़ कर काजल को कमर से पकड़ कर सहारा दिया अब काजल बेड पर दीवार की तरफ खड़ी थी अमन अपने घुटनो के बल पर बेड पर काजल के सामने बैठा था काजल की साड़ी अस्त व्यस्त हो चुकी थी उसकी साड़ी का पल्लू नीचे बेड पर लटक रहा था अमन ने काजल की साड़ी का पल्लू पकड़ कर खींच दिया और उसकी साड़ी को उतारने लगा साड़ी उतार कर उसने बेड पर रख दिया और काजल के हाथ को पकड़ उसे अपने साथ नीचे बैठा लिया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था साँसें तेज से चल रही थी कामुकता और वासना के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे

काजल : अमन किसी को पता तो नही चले गा (काँपती हुई आवाज़ में)

अमन: नही कुछ नही होगा और ना ही किसी को पता चलेगा

अमन ने काजल के होंठो को फिर से अपने होंठो में ले लिया और उसे बेड पर लेटा दिया अब अमन और ज़्यादा देर नही करना चाहता था उसने ब्लाउस को दोनो साइड में कर दिया अमन की आँखों में चमक आ गयी काजल की चुचियाँ एक दम तनी हुई थी बिल्कुल भी लटकी नही हुई थी देखने से ऐसा लग रहा था जैसे रब्बर के बॉल्स हों अमन ने काजल की दोनो चुचियों को हाथों में ले लिया और धीरे से मसल दिया

काजल: अहह अमानणन ऐसी ना करूऊ

अमन: क्या हुआ

काजल: मुझे कुछ होता है

अमन ने आगे कुछ नही कहा और काजल की एक चुचि को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और दूसरी चुचि के निपल को उंगलियों में लेकर मसलने लगा

काजल :सीईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफफफ्फ़ धीरीए अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईई
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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काजल के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी चूत में पानी आने लगा काजल ने शाम के बाद नीचे पैंटी नही पहनी थी काजल की चूत के होंठ फुदकने लगे उसने अपनी जाँघो को भींच लिया अमन पूरे ज़ोर से काजल के निपल को चूस रहा था काजल के दोनो निपल एक दम तन चुके थे अमन ने काजल के निपल को मुँह से बाहर निकाला और दूसरी चुचि के निपल को मुँह में ले लिया काजल का पूरा बदन काँप रहा था मस्ती की लहरे काजल को वासना की गहराइयों में डुबो रही थी अपनी आवाज़ को दबाने के लिए काजल ने अपने होंठो को दाँतों में भींच लिया पर ये भी काफ़ी नही था वो अह्ह्ह्ह सीईइ सीईइ उम्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थी काजल इतनी मस्त हो चुकी थी कि अब उसे भी बर्दास्त नही हो रहा था उसने अमन को अपने ऊपर खींच लिया और अपनी बाहें अमन की पीठ पर कस ली और अपने हाथों के नाख़ून से अमन की पीठ को कुरेदने लगी अमन ने काजल की दूसरी चुचि को भी निकाल दिया और अपने दोनो हाथों से काजल की कसी और तनी हुई चुचियों को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया और अपने होंठो को काजल के बदन से रगड़ता हुआ नीचे आने लगा अमन काजल की चुचियों को एक पल के लिए छोड़ दिया और काजल के पतले से पेटिकोट को पकड़ कर ऊपर कर दिया


अब काजल की मांसल जांघे और जाँघो के बीचे दबी हुई चूत अमन की आँखों के सामने आ गयी काजल की चूत की फांकों की लकीर अमन को और पागल बना रही थी अमन काजल की दोनो जाँघो को पकड़ कर फैलाने लगा पर काजल ने अपनी जाँघो को कसा हुआ था पर अमन ने पूरा ज़ोर लगा कर काजल की जाँघो को फैला दिया काजल शरम और लाज में दबी जा रही थी उसने अपनी खुली हुई चूत को छुपाने के लिए अपने दोनो हाथों से अपनी चूत को छुपा लिया अमन काजल की जाँघो के बीच में आ गया और काजल के पेटिकॉट का नाडा खोल कर उसे उसके टाँगों से खींच लिया और बेड के एक साइड में रख दिया काजल अपनी आँखें बंद किए हुए आने वाले पल का इंतजार धड़कते दिल के साथ कर रही थी

अमन ने काजल की दोनो जाँघो को अपने हाथ से सहलाना चालू कर दिया काजल कसमसाने लगी अमन ने झुक कर काजल की जाँघ पर अपने होंठो को रख दिया काजल एक दम से तड़प उठी उसने बेड शीट को कस के दोनो हाथों से पकड़ लिया अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी अमन काजल की जाँघो को बारी-2 चूमता हुआ ऊपर आने लगा और काजल की जाँघो पर जीभ से चाटने लगा काजल बेड पर लेटी मचलने लगी अमन ने काजल के दोनो हाथों को पकड़ कर एक झटके में उसकी चूत पर से हटा दिया और काजल की चूत पर अपने होंठो को लगा दिया जैसे ही काजल की चूत पर अमन के होंठो की दस्तक हुई काजल एक दम से तड़प उठी

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न्न किय्ाआअ कार्रर्र्ररर रहे हो वहाँ आ वहाँ गंदा आह अह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईई उफफफफफफ्फ़ अमन ओह्ह्ह्ह अहह आह अहह नहिी अमन्न्न ओह

काजल की कमर झटके खाने लगी अमन ने काजल की चूत की फांकों को अपने हाथों से फैला दिया और जीभ से काजल की चूत के छेद को चाटने लगा काजल जल बिन मछली की तरह तड़प रही थी काजल के हाथ अमन के सर पर आ चुके थे काजल के हाथों की उंगलियाँ अमन के बालों में खेल रही थी

काजल:ओह्ह्ह्ह्ह अमन आह अह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमानणन ब्स्स्स कारूव मेरा होनीईए वाला हाईईईईई ओह अमन्न्न अहह उन्घ्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह्ह
और काजल की चूत ने पानी छोड़ दिया अमन ने काजल की चूत से मुँह से हटा लिया काजल की चूत का गाढ़ा पानी उसकी चूत से बाहर आकर उसकी गान्ड के छेद तक फैलने लगा काजल की कमर अभी भी रह रह कर झटके खा रही थी अमन ने अपना शॉर्ट्स और बनियान जल्दी से उतार दी अमन का लंड झटके खा रही था नीचे काजल तेज़ी से साँसे ले रही थी फेस पर संतुष्टि के भाव उभर आए थे होंठो पर हल्की से मुस्कान फैल गयी काजल ने अमन को देखने के लिए आँखें खोली जैसे ही काजल ने आँखें खोली तो अमन उसकी जाँघो के बीच खड़ा था उसका 8 इंच का लंड झटके खा रहा जो एक दम तन चुका था काजल आज पहली बार अमन के लंड को इतने करीब से देख रही थी अमन के लंड का गुलाबी सुपाडा किसी छोटे से सेब जितना मोटा और चौड़ा था अमन ने काजल की आँखों में देखते हुए अपने लंड को अपने हाथ में लेकर अपने लंड की चमड़ी को दो चार बार आगे पीछे किया जैसे मूठ मार रहा हो काजल ने शरमा कर अपनी नज़रे दूसरी तरफ घुमा ली और उसके होंठो पर मुस्कान आ गयी

अमन काजल के बगल में आकर बैठ गया और अपने लंड को काजल के होंठो के पास लाने लगा काजल की आँखें बंद थी अमन ने काजल के सर के नीचे से हाथ डाल कर उसके होंठो को अपने लंड के सुपाडे के बराबर ला दिया काजल ने जैसे ही आँखें खोली वो एक दम से घबरा गयी अमन का लंड उसके होंठो के ठीक सामने था अमन ने अपने लंड को जड़ से पकड़ कर काजल को इशारे से मुँह में लेने के लिए कहा काजल ना में सर हिलाने लगी

अमन: प्लीज़ एक बार ले लो ना मेरे लिए मैने भी तुम्हारी चूत को चाटा है ना

काजल: (धीमी आवाज़ में) नही अमन मुझसे नही होगा मैने ऐसा कभी नही किया

अमन: हर काम आदमी जिंदगी में पहली बार ही करता है मेरे लिए एक बार
और अमन ने अपने लंड को हाथ में लेकर काजल के होंठो पर लगा दिया काजल ने आँखें बंद करके अपने होंठो को खोला और अपने सर को आगे करने लगी अमन के गुलाबी रंग के सुपाडे को मूँह में ले लिया काजल के गुलाबी होंठ अमन के सुपाडे के इर्द गिर्द कस गये अमन धीरे-2 अपनी कमर हिलाने लगा अमन का लंड काजल के मूँह में अंदर बाहर होने लगा काजल ने एक दम से अपने मूँह से लंड निकाल लिया

काजल:बस अमन और नही होगा

अमन मुस्करा कर उठ कर काजल की जाँघो के बीच में आ गया और काजल की टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपर उठा दिया काजल की कमसिन चूत ऊपर की ओर हो गयी चूत की फाँकें थोड़ी सी खुल गयी जिसमे काजल की चूत का रस लगा हुआ था अमन ने फिर से झुक कर अपने होंठो को काजल की चूत पर लगा दिया और काजल की चूत की फांकों को होंठों के बीचे में दबा दबा कर चूसने लगा काजल एक दम से मस्ती से भर गयी उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसके जिस्म का सारा खून उसकी चूत में इकट्ठा हो जाएगा काजल की कमर झटके खाने लगी

काजल: अह्ह्ह अहह अह्ह्ह अहह अमन ओह्ह्ह्ह ओह जब तूमम्म ओह्ह्ह्ह्ह ये करतीई हूओ ओह्ह्ह मुझीई बड़ाअ ओह उईमाआअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

काजल ने अमन के कंधों को पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया अमन का तना हुआ लंड उसकी चूत की फांकों में रगड़ खाने लगा काजल तेज़ी से सांस लेती हुई अमन की आँखों में देख रही थी जैसे कह रही हो अब क्यों तड़पा रहे हो अपना लंड मेरी चूत में क्यों नही डाल रहे हो और अमन जैसे उसकी आँखों को पढ़ रहा था अमन ने अपना हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड के सुपाडे को काजल की चूत के छेद पर लगा दिया काजल के जिस्म में मानो बिजली कोंध गयी हो आँखें बंद हो गयी चूत पर लंड पड़ते ही कमर झटके खाने लगी अमन काजल की टाँगों को पूरा मोड़ कर ऊपर कर दिया और जाँघो को पकड़ कर अपने लंड को पूरी ताक़त के साथ काजल की चूत में पेल दिया काजल इस हमले से एक दम काँप गयी पूरे बदन में दर्द और मस्ती की लहर एक साथ दौड़ गयी दर्द के मारे काजल ने हाथों से बेडशीट को छोड़ अमन के कंधों को थाम लिया

काजल;ओह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्णन्न् माअरर्ररर गइईई ओह्ह्ह्ह बहुत दर्द हूओ रहा हाईईईई आमेन धीरीई करूऊ अहह
और अमन ने काजल की बात को अनसुना करते हुए एक और तेज तर्रार धक्का मारा लंड चूत की गहराइयों में उतर गया काजल का जिस्म दर्द के मारे ऐंठ गया
काजल: अह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंननननणणन् मुझे बहुत दर्द्द्द हो रहा हाईईईई धीरीए

अमन काजल के ऊपर झुक गया और उसके होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा और हाथों से उसके चुचियों को मसलने लगा काजल को ये सब अंदर तक बहुत मज़ा दे रहा था काजल मस्ती के सागर में गोते खा रही थी चूत पानी से भीग चुकी थी अमन ने काजल की चुचि को मूँह में ले लिया और चूसने लगा कुछ ही पॅलो में काजल का दर्द ख़तम हो गया अपनी चूत में अमन का गरम लंड महसूस करके काजल अपने आप को रोक ना पे और नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी अमन ने अपना लंड आधा बाहर निकाला काजल ने अपनी जाँघो को फैला लिया और अमन के लंड को चूत में फिर से लेने के लिया अपनी कमर को ऊपर के तरफ हिलाने लगी अमन ने बिना देर किए अपने लंड को एक बार फिर से काजल की चूत में पेल दिया लंड चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ सीधा बच्चेदानी से जा टकराया

काजल;अह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हां ऐसी हीईए बहुत मज़ा आ रहा हाीइ अमन ओह्ह्ह्ह

अपनी गान्ड को पूरी ताक़त से ऊपर नीचे करके काजल की चूत को अपने लंड से चोदने लगा लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में लिया काजल के हाथ अमन की पीठ पर कस चुके थे और काजल अपनी टाँगों को ऊपर उठाए अमन के लंड को अपनी चूत की गहराइयों में ले रही थी काजल की मस्ती का कोई ठिकाना ना था काजल ने अपनी टाँगों को मोड़ कर अमन की कमर पर लपेट लिया लंड का सुपाडा बाहर जाता और फिर से आकर काजल की बच्चेदानी पर टकरा जाता काजल अमन के हर धक्के के साथ और मस्त हो जाती लंड पूरी रफतार से काजल की चूत के अंदर बाहर हो रहा था काजल के हाथ अब अमन की गान्ड पर आ चुके थे और वो अपने हाथों से अमन की गान्ड को नीचे की तरफ दबाने लगी ताकि अमन का लंड उसकी चूत की गहराइयों में जाए काजल अब शरम हया की सारी हदे पार कर चुकी थी और अपनी गान्ड को ऊपर की ओर उछालने लगी वो अमन का पूरा साथ दे रही थी जैसे अमन अपना लंड बाहर खींच कर दोबारा पेलने लगता काजल अपनी चूत को ऊपर की तरफ उछाल कर अमन का लंड अपनी चूत में ले लेती दोनो तरफ आग बढ़ चुकी थी काजल की चूत में सरसराहट बढ़ने लगी और वो तेज़ी से अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछालने लगी

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह अमन आहह अहह में झरेन्णन्न् वालीई हुन्न्ञणणन् ओह्ह्ह्ह

अमन ने एक झटके में अपना लंड बाहर खींच लिया काजल तेज़ी से साँसें लेती हुई अमन की तरफ देखने लगी अमन अपने लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा

काजल: अमन को देखते हुए) क्या हुआ रुक क्यों गयी ओह्ह्ह्ह अमन जल्दी करूऊ ना

अमन काजल की बगल में लेट गया काजल अमन की तरफ करवट के बल लेट गयी

काजल: अमन क्या कर रही हो प्लीज़स अब मुझीई ऐसे बीच में ना छोड़ो

अमन: मेरे तेरी चूत का पानी निकाल दूँगा और सारी रात अपना लंड तुम्हारी चूत में डाले रखूँगा पर तू मेरा एक काम नही कर सकती

काजल: में सब कुछ करूँगी अमन बस अब मेरी आग बुझा दो पूरे बदन में आग लगा दी है तुनीई अब ऐसे क्यों कर रहे हो
अमन: मेरा लंड तेरे मुँह में जाने के लिए तड़प रहा है पहले इसे अच्छे से चूस फिर तेरी चूत की प्यास बुझाएगा मेरा ये लंड

काजल: आहह अमन मुझे नही होगा मैने ऐसे नही किया मेरे बात समझो मुझे अच्छा नही लगता

अमन: तो ठीक तुम्हारी मर्ज़ी

काजल उठ कर बैठ गयी और अमन की जाँघो पर झुक गयी और अमन के रोड की तरह तने हुए लंड को हाथ में पकड़ कर अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा

अमन: आहह प्यार से चूस मेरी जान इसने तेरी चूत की आग को ठंडा करना है काजल अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में लेकर चूसने लगी काजल की गान्ड अमन की तरफ थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की गान्ड पर रख दिया और गान्ड से नीचे लेजा ते हुए उसकी चूत में अपनी उंगली को घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा काजल एक बार फिर मस्ती में आने लगी काजल ने अमन के लंड को मूँह से निकाल दिया और अमन की बगल में लेट गयी अमन काजल के ऊपर आ गया काजल ने अपनी जाँघो को फैला दिया और अमन की टाँगें काजल की टाँगों के बीच में आ गयी

अमन; सच में तू लंड बहुत अच्छा चुस्ती है
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Re: दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार )

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काजल शर्मा गयी अमन ने अपने लंड को पकड़ कर सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया काजल इतनी गरम हो चुकी थी कि उसने अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछाल दिया काजल की गान्ड बिस्तर से 4 इंच ऊपर उठ गयी अमन का पूरा का पूरा लंड काजल की चूत में समा चुका था अमन ने भी पूरे जोश में आकर एक झटका मारा काजल की गान्ड फिर से बिस्तर पर आ टिकी एक बार फिर दोनो तरफ से धक्के चालू हो गये लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह अमन अह्ह्ह्ह्ह अहह अहह अब मत रुकना आह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह्ह में अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उ माआआ ओह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और काजल की चूत ने पानी छोड़ दिया अमन भी तेज़ी से धक्के लगा रहा था काजल की चूत में सकुंचन होने लगा और अमन काजल की टाइट चूत को और बर्दास्त नही कर पाया और अपने वीर्य की बोछार काजल की चूत की दीवारों पर करने लगा काजल अपनी बच्चेदानी में अमन के गरम वीर्य को महसूस करके एक दम मस्त हो गयी अमन ने काजल की चुचियों में अपना फेस पर रख दिया और हाँफने लगा


काजल अमन की पीठ पर अपने हाथ से सहला रही थी वो सोच रही थी कि क्या उसने कोई ग़लत कदम तो नही उठा लिया
काजल: अमन आख़िर तुमने मुझे रंडी बना ही दिया (रुआंसी आवाज़ में)

अमन: (काजल की तरफ देखते हुए) नही काजल मेरे अंदर ऐसे कोई भाव नही है और तुम ये क्यों सोच रही हो कि तुम मेरे साथ जिस्मानी रिस्ता बना कर रंडी बन गयी हो रंडी वो होती है जो पैसे के लिए ये सब करती है

काजल: पर मेने भी तो ग़लत किया है चाहे पैसो के लिए ना सही पर मैने ग़लत तो किया है ना

अमन: नही कुछ ग़लत नही किया में तुमसे प्यार करता हूँ और तुमने जो किया ठीक किया है तुम्हें अपनी जिंदगी जीने का पूरा हक़ है आइ लव यू काजल और अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा

काजल: अपने होंठो को अलग करते हुए) तुम सच कह रहे हो ना देखो अमन ये बात किसी को पता नही चलानी चाहिए नही तो में किसी को मुँह दिखाने लायक नही रहूंगी

अमन: ये बात किसी को पता नही चलेगी अब उदास मत हो इस बार अमन थोड़ा सा नीचे होकर काजल की चुचि को मुँह में लेकर चूसने लगा काजल की चुचियाँ जो एक दम तन चुकी थी निपल एक दम तन कर कड़े हो चुके थे अमन के मुरझाए हुए लंड में एक बार फिर से जान आने लगी थी

काजल: आह आमेन ओह बहुतत्तत्त मजाअ आ रहा हाीइ अह्ह्ह्ह और ज़ोर से चूसो ओह्ह्ह्ह्ह्ह अहह सीईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आमेन और जोर्र्र्र सीईए कटोन्णन्न् निप्पलीई को कतूओ अह्ह्ह्ह ओह सीईईईईई

काजल के हाथ अमन की पीठ पर टहल रहे थी काजल अपने नाखूनो से अमन की पीठ कुरेद रही थी जो अमन को और जोश दिला रही थी अमन बारी -2 दोनो निपल्स को चूस रहा था एक बार फिर से काजल की चूत की फाँकें फडफडाने लगी अमन काजल की जाँघो के बीच में बैठ गया और उसकी जाँघो को मोड़ कर ऊपर उठ कर फैला दिया काजल की चूत का छेद अमन की आँखों के ठीक सामने था काजल की चूत की फाँकें थोड़ा सा खुल कर फडफडा रही थी अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल की चूत की फांकों को फैला दिया काजल की चूत का गुलाबी छेद देख अमन अपने आप पर काबू ना रख सका और अपने होंठो को काजल की चूत के छेद पर लगा दिया काजल का बदन एक दम से ऐंठ गया उसने अमन के सर को कस के पकड़ लिया अमन काजल की चूत के छेद को जीभ से चाटने लगा काजल एक दम मस्त हो गयी काजल को आज जीवन में पहली बार सेक्स का सुख मिल रहा था काजल की कमर झटके खाने लगी

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह अहह सीईईईईईईईईईई अमान्ंणणन् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईई आमेन नहियीईईईई ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफ्फ़
अमन ने काजल की चूत के क्लिट को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा काजल और मस्त होने लगी पूरे कमरे में उसकी सिसकियाँ गूंजने लगी काजल मस्ती के सागर में डूब गयी अब तक अमन का लंड भी एक दम तन चुका था काजल ने अमन को कंधों से पकड़ कर अमन को ऊपर खींच लिया

काजल: (हान्फते हुए) बस अमन बस बस करो अब और बर्दश्त्त्त नहियीईई होता अब जल्दी करो (और काजल ने अपने हाथ से अमन के लंड को पकड़ कर सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया ) हां अब डालो जल्दी अमन जल्दी

अमन ने काजल की टाँगों को घुटनों से मोड़ कर अपने कंधों के ऊपर रख लिया काजल अभी भी अमन के लंड को हाथ में थामे हुए थी काजल की टाँगे उसके सर के ऊपर तक उठ गयी अमन ने अपने लंड को काजल की चूत के छेद में पेलना शुरू कर दिया लंड गीली हुई चूत में चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर घुसने लगा काजल ने अपने होंठो को अपने दाँतों में भींच लिया लंड चूत में पूरा समा चुका था इस पोज़ीशन में काजल अमन के लंड के सुपाडे को और ज़्यादा अपनी बच्चेदानी के मुँह पर महसूस कर रही थी

काजल: अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्णन्न् सचह मेंन्नणणन् तुम्हाराअ बहुत बड़ाा हाईईईई ओह अमान्ंननणणन् अब रूको नहिी
और अमन बिना कोई देर किए काजल की चूत को चोदने लगा लंड अंदर बाहर होने लगा और बार-2 काजल की बच्चेदानी पर जाकर चोट करता काजल मस्ती के चरम तक पहुँच चुकी थी काजल अपने हाथों से अमन की गान्ड को थामे हुए थी

काजल; अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई अहह अह्ह्ह्ह अहह अहह हाआंन्णाणन् आईसीई हीईई चोदता रहाआ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

अमन को भी काजल की टाइट चूत की दीवारें अपने लंड के इर्दगिर्द कसी हुई महसूस हो रही थी और काजल अमन के मोटे और चौड़े सुपाडे का घर्सन अपनी चूत में महसूस करके और गरम होने लगी

अमन: अह्ह्ह काजल मेरा पानी छूटने वाला हाीइ

काजल: हॅन हां छोड़ दो मेरी चूत्त्त में मेरी बच्चेदानी को अपने वीर्य से भररर दो ओह अमन में भी झड़ने वाली हूँ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न्न

और जोरदार चुदाई के कारण दोनो पानी छोड़ने लगे अमन के लंड से वीर्य की पिचकारियाँ छूटने लगी चूत की दीवारों पर अमन के गरम पानी को महसूस करके उसकी चूत ने भी अपना लावा उगलना चालू कर दिया काजल की कमर झटके खाने लगी और कुछ झटों के बाद दोनो शांत पड़ गये

काजल के हाथों की उंगलियाँ अमन के बालों में खेल रही थी और अमन काजल की जाँघो में अपनी टाँगों को डाले उसपर लेटा हुआ था अमन का लंड सिकुड कर बाहर आ गया अमन ने काजल के होंठो को चूसना चालू कर दिया कुछ देर काजल के होंठो का रस्पान करने के बाद अमन उठ कर काजल की बगल में लेट गया

काजल: अमन तुम तो कुछ दिनो में जहाँ से चले जाओगे और में एक बार फिर से इस खा जाने वाले अकेलपन से गुजर जाउन्गी तुम मुझे भूल तो नही जाओगे

अमन: नही ऐसा नही होगा जब भी मोका मिलेगा में तुमसे मिलने ज़रूर आउन्गा
और अमन ने काजल को अपने से सटा लिया दोनो एक दूसरे की तरफ करवट के बल लेटे हुए थे दोनो की बाहें एक दूसरे के जिस्मों पर कसी हुई थी अमन अपने हाथ को काजल की गान्ड पर ले आया और धीरे -2 मसलने लगा काजल अमन की हर हरक़त से कसमसा जाती अचानक से काजल उठ कर बैठ गयी

अमन: क्या हुआ

काजल ने ना में सर हिला दिया और अमन को सीधा लेटने के लिए बोला अमन पीठ के बल सीधा लीट गया और काजल अमन की जाँघो के बीच में आ गयी और अमन के लंड को हाथ में पकड़ कर लंड की चमड़ी को सुपाडे से पीछे किया और फूले हुए गुलाबी सुपाडे को देखने लगी फिर काजल अमन के लंड के सुपाडे के ऊपर झुक गयी और अपनी जीभ निकाल कर सुपाडे के चारों तरफ घुमा कर चाटने लगी अमन के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी काजल अमन के लंड के सुपाडे को ऐसे चाट रही थी जैसे उसके ऊपर लगे पानी को चाट रही हो काजल की दोनो चुचियाँ अमन की जाँघो पर रगड़ खा रही थी अमन ने काजल के सर को दोनो हाथों से पकड़ लिया काजल ने एक बार अमन की आँखों में देखा और फिर झुक कर अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लिया और चूसने लगी और धीरे -2 अंदर बाहर करने लगी लंड की नसे और ज़्यादा अकड़ गयी लंड एक दम तन चुका था मुँह के अंदर काजल की जीभ अमन के लंड के सुपाडे पर खेल रही थी जैसे -2 काजल अपने मुँह में अमन के लंड को अंदर बाहर करती उसी की ताल पर उसकी चूड़ियाँ खनकने लगती .


अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था अमन ने काजल को सर से पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया जिससे काजल की टाँगें अमन की जाँघो के दोनो तरफ आ गयी अमन ने काजल की आँखों में देखते हुए अपने लंड के सुपाडे को काजल की चूत के छेद पर टिका दिया काजल के मुँह से हलकी सी आहह निकल गयी और काजल की आँखे मस्ती में बंद हो गयी अमन ने काजल की कमर को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछाला गीली चूत होने के कारण अमन का लंड एक ही बार में फिसलता हुआ जड तक काजल की चूत में घुस गया काजल के मुँह से एक और मस्ती भरी आहह निकल गयी और काजल अमन के ऊपर झुक गयी अमन ने काजल की गर्दन को चूमना चालू कर दिया काजल ने अपनी दोनो बाहों से अमन के सर को जकड कर अपने से सटा लिया और अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल के दोनो चुतड़ों को फैला दिया कूलर से आ रही ठंडी हवा काजल की चूत और गान्ड को फैलाने से सामने आए गान्ड के छेद से टकरा रही थी जिससे काजल को अलग सा मज़ा आ रहा था अमन ने दोनो हाथों से काजल के चुतड़ों को थामे हुए तेज़ी से धक्के लगाने शुरू कर दिए लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा काजल को इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था कि अमन एक ही बार में इतनी तेज़ी से धक्के लगाने शुरू कर देगा

काजल: ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह अमन धीरीए अहह धीरीई अमन अहह ओह नहियीईईईईई उईईईई माआआआ मारीईई रीए अहह ओह धीरीई प्लेअसएसस्सस्स अमान्णन्न् ओह हइईई अम्मा रीईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन

अमन का लंड किसी एंजिन के पिस्टन की तरह अंदर बाहर होने लगा काजल एक दम से मस्त हो गयी और अपनी गान्ड को उछाल -2 कर अपनी चूत को अमन के लंड पर पटाकने लगी जब काजल अपनी गान्ड को उछाल कर नीचे अमन की जाँघो पर पटकती तो पूरे रूम में थप-2 की आवाज़ गूँज उठती अमन भी पूरी ताक़त लगा कर काजल की चूत में अपना लंड पेल रहा था दोनो पसीने से तर हो गये काजल अमन के 8 इंच के लंड को और ज़्यादा ना झेल सकी और काजल की चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया काजल को झड़ता देख अमन ने काजल को नीचे लेटा दिया और खुद काजल के ऊपर आ गया और धक्के लगाने लगा काजल की चूत में पानी की नदी बहने लगी जिससे अमन का लंड एक दम भीग गया था

अमन: ओह्ह काजल तुम्हारी चूत बहुत टाइट्ट्ट है ओह जी करता है सारी रात चोदता रहूं सारी रात तुम्हारी चूत में लंड डाल कर लेटा रहा हूँ

काजल: अमन अह्ह्ह्ह्ह्ह तुम्हारा लौडा सच में बहुत बड़ा हाीइ आज्ज्जज्ज मुझे तुम्हारे लंड ने तृप्त कर दिया हाीइ मेरी बरसों की प्यास को बुझा दिया तूने अह्ह्ह्ह

अमन अभी भी काजल की चूत में अपना लंड पेले जा रहा था अमन भी झड़ने के बिल्कुल करीब था अमन ने भी अपना पानी काजल की चूत में छोड़ दिया और कुछ देर उसके ऊपर लेटे रहने के बाद उसकी बगल में लेट गया दोनो कुछ देर तक बिना हिले पड़े रहे जब कुछ राहत मिली तो काजल खड़ी हो कर अपनी कपड़े ठीक करके पहनने लगी

काजल: अमन अब तुम अपने रूम में जाओ में नही चाहती कि किसी को शक हो

अमन भी उठ कर कपड़े पहनने लगा कपड़े पहनने के बाद अमन रूम से बाहर आ गया और दूसरे रूम में जाकर सो गया

सुबह के 5 बजे अमन तेज पेशाब के कारण उठ गया और बाहर आकर बाथरूम की तरफ़ जाने लगा सुबह -2 उसका लंड एक तना हुआ था जैसे ही वो बाथरूम के पास पहुँचा अमन को रूम के पीछे रीमा जाती हुई दिखाई दी अमन ने जल्दी से पेशाब किया अभी भी थोड़ा अंधेरा था और अमन भी रूम्स के पीछे की तरफ चला गया जब से अमन यहाँ आया था अमन पीछे की तरफ नही गया था कमरों के पीछे काफ़ी खाली जगह थी और एक शेड लगी हुई थी जिसके नीचे एक भैंस बँधी हुई थी तब जाकर अमन को समझ में आया कि रीमा दूध दोहने आई होगी अमन शेड के अंदर आ गया रीमा शेड के कोने के तरफ गयी उसने ब्लाउस और पेटिकॉट पहना हुआ था कोने में जाकर उसने अपने पेटिकॉट को अपनी कमर तक ऊपर उठा लिया और पेशाब करने बैठ गयी अमन पीछे से रीमा की बड़ी गान्ड देख रहा था जैसे ही रीमा पेशाब करने के बाद उठी तो पीछे से उसकी झान्टो से भरी चूत देख अमन अपने लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा शॉर्ट्स में उसका लंड एक दम तना हुआ था अमन तेज़ी से शेड के अंदर आ गया इससे पहले कि रीमा अपने पेटिकॉट को नीचे करती अमन ने पीछे से आकर रीमा के बड़े-2 चुतड़ों को अपने हाथों में दबोच लिया रीमा एक दम से घबरा गयी और पीछे अमन को देख उसने राहत की साँस ली बाहर अभी भी अंधेरा था

रीमा: आहह बहुत उतावला है चल हट मुझे दूध दोहने दे

अमन ने अपनी एक उंगली को रीमा की चूत में पेल दिया रीमा के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी अमन ने एक हाथ आगे ले जाकर सीमा की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा

रीमा: अह्ह्ह्ह क्या कर रहा है सुबह – सुबह आह हइई

अमन: आंटी पहले मेरा दूध तो निकाल दे देख मेरे बॉल्स भरे पड़े हैं

रीमा: अच्छा चल छोड़ तो सही

अमन ने रीमा को छोड़ दिया रीमा शेड के डोर की तरफ गयी और बाहर झाँक कर इधर उधर देखा और दरवाजा बंद कर दिया रीमा का पेटिकॉट को अभी भी उसकी कमर में अटका हुआ था उसकी मोटी गान्ड उसके चलने से हिल रही थी जो अमन को और पागल बना रही थी रीमा दरवाजा बंद करके अमन के पास आ कर नीचे बैठ गयी और अमन के शॉर्ट को घुटनो तक सरका दिया अमन का तना हुआ लंड हवा में झटके खाने लगा रीमा ने उसे जड से अपने हाथ में थाम लिया और तेज़ी से हिलाने लगी

अमन: अह्ह्ह मुँह में ले नाअ अह्ह्ह्ह्ह

रीमा: नही सुबह नही मुझे उबकाई आती है

अमन ने रीमा के खुले हुए बालों को पकड़ कर खींचा जिससे रीमा का सर ऊपर की ओर हो गया अमन ने अपने हाथ से अपने लंड को पकड़ कर रीमा के होंठो पर रगड़ना चालू कर दिया

अमन: क्यों नखरे कर रही हो जल्दी से चूस फिर इसे तेरी भोसड़ी में घुसाउन्गा

रीमा: आहह (रीमा ने वासना से भरी नज़रों से अमन को देखा और अपने होंठो को खोल कर अमन के लंड को मुँह में ले लिया )

अमन अपने दोनो हाथों से रीमा के सर को थामे अपनी कमर हिला रहा था रीमा बहुत ही तेज़ी के साथ अमन का लंड चूस रही थी कुछ ही पलों में रीमा के थूक से अमन के लंड की चमड़ी चमकने लगी रीमा जीभ से अमन के लंड के सुपाडे को चाट चाट कर सॉफ कर रही थी

अमन: आह आंटी हां और चाटो चाट साली अह्ह्ह्ह अपनी बहू की चूत का पानी कैसा लग रहा है साली बहुत नखरे कर रही थी आह बोल कैसा है तेरी बहू की चूत का पानी

रीमा ने अमन के लंड को मुँह से निकाला और अपने हाथ से तेज़ी से मूठ मारने लगी

रीमल: आहह सच में तू सच कह रहा है

अमन: हां
रीमा: बहुत अच्छा स्वाद है बहुत अच्छा अब चल मेरी चूत का पानी भी निकाल दे

और रीमा खड़ी हो गयी और शेड के अंदर बनी एक विंडो के पास जाकर उसमें लगी लोहे की रोड्स को दोनो हाथों से थाम कर आगे की ओर झुक गयी और अपनी जाँघो को थोड़ा सा फैला लिया अमन ने पीछे से आकर रीमा के पेटिकॉट को उसकी कमर के ऊपर कर दिया और अपने लंड के सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर टिका कर जोरदार धक्का मारा लंड एक ही बार में रीमा की चूत में समा गया और अमन रीमा की कमर को पकड़ तेज़ी से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा

रीमा: अह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आह अमन सीमा सच कहती हाईईईई तेरे लौड़ीई में सच मेंन्न्न् बहुट्त जानंनणणन् हाई रीई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और चोद मेरी भोसड़ी को अह्ह्ह और जोर्र्र सीए धक्के लगा आह अमन मेरे जैसी की चूत्त्त्त को भी तेरे लौडे ने हिला कर रख दिया हाई आज्ज्जज्ज्ज ओह्ह्ह्ह्ह्ह और्र जोर्र्र्र से चोद्द्द्द्द सलीई अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
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