तीन घोड़िया एक घुड़सवार compleet

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rajaarkey
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Re: तीन घोड़िया एक घुड़सवार

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तीन घोड़िया एक घुड़सवार--4

गतान्क से आगे...................

आरती सिसकिया लेने लगी आह आह मेरे राजा ऐसे ही चतो अपनी भाभी की मस्तानी चूत को, आह खा जाओ पूरी चूत को मे कब से अपनी गंद और चूत चाटने के लिए तरस रही थी और चतो मेरे राजा और ज़ोर से चतो आह आह बस चाटते रहो, सी सी आह आह… शाबाश मेरे राजा ऐसे ही खूब चूसो फिर मे तुम्हे तुम्हारी मम्मी की चूत भी ऐसे ही चटवाउंगी, आह मेरी चूत को अपनी मम्मी की चूत समझ के खूब चूसो, अजय आरती की बातो को सुन कर और ज़ोर से उसकी फूली हुई बुर चाटने लगा और उसे ऐसा लगने लगा जैसे वह अपनी मा को ही नंगी करके उसकी रसीली चूत का रस पी रहा है तभी अजय ने आरती के उठे हुए भज्नसे को अपने दोनो होंठो के बीच दबा कर कस के चूसना शुरू कर दिया और आरती उसका सर अपनी मस्तानी भोसड़ी पर दबाने लगी और सीसीयाने लगी आह आह ..सी ..सी..आरती अब ज़ोर ज़ोर से अपनी गंद उपर की ओर उठाने लगी और अपना रस अजय के मूह मे छोड़ने लगी उसका नमकीन रस के स्वाद ने अजय को पागल कर दिया और वह आरती के चूत के छेद पर अपनी चीभ लगा कर उसका रस चूसने लगा और आरती ने अपना सारा रस अजय के मूह मे छोड़ दिया जिसे अजय बड़े चाव से पूरा का पूरा चाट गया और आरती झाड़ गई अजय ने जब अपना मूह हटाकर अपनी भाभी की चूत देखी तो वह एक दम लाल हो चुकी थी अब अजय से ऐसी लाल फूली हुई भोसड़ी देख कर रहा नही गया और उसने अपना लंड आरती की चूत मे लगा कर एक ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड आरती की मस्तानी चूत मे उतार दिया.

आरती का बदन उस झटके से आकड़ गया और अजय ने आरती की मोटी गंद के नीचे अपपने दोनो हाथ लेजा कर उसके मोटे चुतदो को दबोच कर तगड़े धक्के मारना शुरू कर दिया आरती मज़े से अजय का लंड लेकर अपनी गंद हिलाने लगी. करीब दस मिनिट तक आरती को चोदने के बाद अजय ने आरती को उल्टा करके झुका दिया और उसकी मोटी गंद को देखते ही पागलो की तरह आरती की गंद और चूत को पीछे की तरफ़ से बुरी तरह चाटने लगा, आरती ज़ोर ज़ोर से सीसीयाने लगी अजय आरती की गंद और चूत की मदहोश कर देने वाली महक को शुंघ कर पागलो की तरह उसकी गंद के छेद और बुर को अपनी जीभ दबा दबा कर चाटने और चूसने लगा करीब 5 मिनिट तक चूत और मोटी गंद की चटाई के बाद अजय ने फिर अपने मोटे लंड को आरती की चूत मे एक तगड़े झटके के साथ अंदर पेल दिया आरती के मूह से एक घुटि हुई चीख निकल गई और अजय सतसट अपना लंड आरती की चूत मे पीछे से ठोकने लगा करीब 10 मिनिट की तगड़ी ठुकाई ने आरती की चूत को बिल्कुल लाल कर दिया.

अजय अब और ज़ोर ज़ोर से कस कस कर धक्के मारने लगा और आरती हाय हाय करने लगी पूरे कमरे मे उनकी ठुकाई से ठप ठप का संगीत गूंजने लगा अबा जे ने एक जोरदार झटका आरती की चूत मे मारा और आरती अकड़ गई और उसकी चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया और इसी के साथ अजय के लंड से भी फव्वारा फुट पड़ा और वह अपनी भाभी की चूत मे झाड़ गया. आरती बिस्तर पर पड़ी पड़ी हाफने लगी और अजय भी उसकी गंद के उपर लेट कर साँसे लेने लगा. कुछ देर बाद आरती अजय का गाल चूमते हुए आज चुदाई मे इतना मज़ा मिला जैसे मे पहली बार चुदी हू. वाकई मे तुम्हारे लंड मे गजब की ताक़त है तुमने मुझे मस्त कर दिया है. तुम्हारी मा को ऐसे ही तगड़े लंड की चाहत है जबही वह तुमसे जब देखो चिपकी रहती है, ओह भाभी क्या सच मे मा मेरे लंड से चुदना चाहती होगी, हाँ मेरे राजा मेने कई बार तुम्हारी मा को तुम्हारे पाजामे मे उठे लंड को देख कर अपनी चूत रगड़ते देखा है. उसने ज़रूर तुम्हारा लंड देख होगा और वह तुम्हारे लंड को सोच कर मूठ भी मारती होगी. अरे भाभी अगर ऐसा हुआ तो मा को चोदने का मेरा ख्वाब पूरा हो सकता है लेकिन यह कैसे कन्फर्म हो कि वह मुझसे अपनी मस्तानी चूत कुटवाना चाहती है.
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Re: तीन घोड़िया एक घुड़सवार

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आरती देखो अजय मे तुम्हे एक तरकीब बताती हू जब तुम अपनी मा को मा मा कहते हुए उसके गले लगते हो तब तुम अपने सीने को उसकी मोटी चुचियो से कस कर दबाना और उसकी गोरी सुरहिदार गर्देन पर एक दो मिनिट तक अपने होटो से चूमना वह भी तुम्हे अपनी बाँहो मे भर लेगी फिर तुम धीरे से अपना एक हाथ लेजा कर हल्के हाथो से उसकी चूत को साडी के उपर से सहला कर जल्दी से हाथ हटा लेना. अगर तुम्हारी मा तुमसे चुदना चाहती होगी तो तुमसे अलग होकर तुम्हारे चेहरे को देखेगी तब तुम थोड़ा सा मुस्कुरा देना अगर वह भी मुस्कुरा देती है तब तुम समझ जाना कि वह भी तुमसे चुदना चाहती है और फिर मोका देख के तुम आगे बढ़ सकते हो. ओ भाभी क्या आइडिया दिया है आपनी मा की चूत को मे एक बार क्या दो बार सहला दूँगा, हा अजय लेकिन थोड़ा ध्यान से. अपनी भाभी की मस्त प्लानिंग को सुन कर अजाय का लंड फिर से तन चुक्का था और उसने अपनी नंगी पड़ी भाभी को अपने उपर खीच कर अपने लंड पर चढ़ा लिया और दोनो मे चुदाई का एक लंबा दौर फिर शुरू हो गया जो कि इस बार काफ़ी लंबा चला. शाम तक दोनो पूरे मस्ती मार कर वापस घर लॉट आए.

रश्मि अपने कमरे मे नेहा की दी हुई बुक पढ़ रही थी और एक हाथ अपनी सलवार के अंदर डाल कर अपनी चूत भी सहला रही थी लेकिन वह ग़लती से दरवाजा बंद करना भूल गई तभी आरती चुपके से कमरे मे आ गई और रश्मि को अपनी चूत मसल्ते देख लिया तो सीधे जाकर रश्मि के हाथो से बुक छीन ली. रश्मि एक दम से सकपका गई और अपना हाथ सलवार से निकाल लिया, आरती ने किताब के पन्ने खोल कर देखा तो रश्मि भाई और बहन की चुदाई की कहानी पढ़ रही थी, आरती ओहो तो हमारी प्यारी नंद रानी ऐसे गुल खिला रही है रश्मि शर्म से लाल हो चुकी थी और अपनी गर्देन नीचे झुकाए बैठी थी, आरती ने मोके की नज़ाकत देखते हुए रश्मि के पास बैठते हुए उसकी मोटी मोटी चुचियो को अपने हाथो से मसल दिया, रश्मि कसमसा कर रह गई, अरे मेरी लाजो रानी इतना क्यो शर्मा रही है, तू क्या सोचती है कि तू अकेली ऐसी कितबे पढ़ती है अरे मैं तो इनसे भी गंदी कितबे पढ़ चुकी हू जिसमे कही बेटी अपने बाप से चुद रही है मा अपने बेटे से चुड रही है और सच पूछो तो ऐसी कहानिया पढ़ कर चूत सहलाने मे बहुत मज़ा आता है क्यो मे सही कह रही हू ना, ओह भाभी तुम भी ना, आरती अच्छा सच सच बता मे तो तेरी भाभी कम सहेली ज़्यादा हू मुझसे मत छुपा तेरा मन एक मोटे लंड से चुदने का कर रहा है ना, अरी बोल ना नही तो मे ये किताब मा जी को बता देती हू,

रश्मि -अरे नही भाभी ऐसा गजब मत करना,

आरती- तो फिर बता तेरा मन चुदने का कर रहा है कि नही, हा कर रहा है, अच्छा मुझे अपनी सलवार उतार कर दिखा और रश्मि का नाडा खोलने लगी, रश्मि भाभी आप ये क्या कर रही हो, अरे पागल मैं भी तो देखु मेरी ननद कितना पानी छोड़ रही है और एक झटके मे नाडा खोल दिया और रश्मि की मोटी गंद से सलवार नीचे सरका दी, रश्मि की मोटी मोटी केले के तने जैसी गुदज जंघे और मोटे मोटे चूतड़ गुलाबी पॅंटी मे समा नही रहे थे, आरती ने रश्मि की पॅंटी खिच कर उसे भी उतार दिया और उसकी दोनो जंघे फैलाकर उसकी चूत देखने लगी रश्मि शर्म से लाल होने लगी आरती ने उसकी फूली हुई चिकनी चूत पर हाथ फर्टे हुए, तेरी चूत तो बहुत रस छोड़ रही है सच सच बता किताब पढ़ते पढ़ते किसके लंड की कल्पना कर रही थी, और उसकी चूत के खड़े दाने को अपनी दो उंगलियो से मसलने लगी, रश्मि ओह भाभी किसी के लंड की कल्पना नही कर रही थी बस कहानी पढ़ के ही मेरा मन करने लगा, आरती झूठ मत बोल मे जानती हू तू किसके लंड से चुदने की कल्पना कर रही थी, रश्मि आश्चर्या से भाभी को देखते हुए किसके लंड की, आरती अजय के लंड की और किसके लंड की, रश्मि ये क्या बोल रही हो भाभी भला मे ऐसा क्यो सोचूँगी वो मेरा भाई है, आरती अच्छा मेरी गुड़िया रानी जब तुम भाई बहन की चुदाई की कहानी पढ़ोगी तो अपने भाई के लंड से चुदने की ही कल्पना करोगी या अपने पापा के लंड की कल्पना करोगी, रश्मि ऐसा कुछ नही है भाभी आप ग़लत सोच रही है, आरती ने रश्मि की चूत मे एक उंगली पेल दी जिससे रश्मि छटपटाने लगी, अरे ननद रानी तुम मुझे चोदना मत सिख़ाओ मे सब समझती हू और वैसे भी अजय भी तुझे चोदने के लिए मरा जा रहा है, अब रश्मि बुरी तरह चौंकते हुए क्या कह रही हो भाभी आप को शर्म नही आती, आरती अरे मे सच कह रही हू, रश्मि क्या सबूत है आपके पास कि अजय मुझे चोदना चाहता है, आरती अरे कल रात को मेने अजय को तेरी पॅंटी की महक शुंघते और तेरा नाम ले ले कर लंड हिलाते हुए अपनी आँखो से देखा है,
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Re: तीन घोड़िया एक घुड़सवार

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रश्मि समझ गई कि भाभी ने भी मेरी ही तरह अजय के रूम मे झाँक कर यह सब देखा होगा, अब की बार रश्मि को ज़्यादा चकित होते ना देख आरती ने रश्मि से पूछा क्या हुया तुझे मेरी बात पर यकीन नही आ रहा और रश्मि का एक मोटा थन पकड़ कर मसल्ने लगी रश्मि काम अग्नि मे जल रही थी और अपने दिल की बात भाभी से कह गई, भाभी जो आप कह रही है वो मे पहले से जानती हू पर, आरती अरे पर क्या, रश्मि भाभी कोई बहन अपने भाई से कैसे कहे कि वो उसे चोदे, आरती उसकी चूत के छेद मे दो उंगलिया डालते हुए अरे पगली तू पहले मुझे बोल तो सही कि तू अजय का लंड लेना चाहती है बाकी सब मुझ पर छोड़ दे, रश्मि सीस्यते हुए और कामुकता भरी आवाज़ मे हाँ भाभी मैने जब से अजय का लंड देखा है मे उसकी दीवानी हू उसका मोटा डंडा दिन रात मुझे पागल करता रहता है एक बार मुझे उसके तगड़े लंड से चुदवा दो भाभी मे आपका एहसान जिंदगी भर नही भूलूंगी.

आरती अच्छा बता अभी कहानी पढ़ते पढ़ते जब तू अपनी चूत सहला रही थी तब क्या सोच रही थी, और आरती ने रश्मि के मोटे मोटे आमो को मसलना शुरू कर दिया, ओह भाभी क्या बताऊ मैं सोच रही थी कि मे अजय के मूह पर अपनी जंघे खोल कर बैठी हू और वह मेरी चूत का रस फैला फैला कर चाट रहा है, ओह भाभी कहानी और फ़िल्मो मे देख देख कर मैं मरी जा रही हू, भाभी कैसा लगता होगा जब कोई मर्द अपनी चूत खोल कर चाटता है, आरती बड़ा मज़ा आता है मेरी रानी लेकिन उससे भी ज़्यादा मज़ा तब आता है जब अपना खुद का भाई अपनी बहन को नंगी करके उसकी चूत खोल खोल के चाते और फिर उसे हुमच हुमच कर चोदे, और रश्मि के होंठो को चूम लेती है, रश्मि भी अपनी भाभी से चिपक जाती है और आरती रश्मि के हाथ पकड़कर अपने मोटे मोटे चुचो पर रख देती है तब रश्मि भी अपनी भाभी के मोटे मोटे दूध दबाने लग जाती है.

अब आरती अपनी उंगली रश्मि की चूत मे तेज तेज चलाने लगी और रश्मि झड़ने लगी ओह भाभी मे गई आह आह आह कितना मज़ा आ रहा है आपने मुझे पागल कर दिया ओह ओह ओह….और रश्मि की चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया, और रश्मि अपनी भाभी की बाहो से चिपक गई और भाभी के रसीले होटो को चूम लिया ओह मेरी प्यारी भाभी आप कितनी अच्छी हो, आप ने तो मुझे आसमान मे उड़ा दिया. आरती अरे मेरी बन्नो जब उंगली से आसमान मे उड़ने लगी तो अपने भाई के मोटे लंड से तेरा क्या होगा. ओह भाभी पर ये सब होगा कैसे. आरती सुन आज रात को टॉप और केवल स्कर्ट पहन कर सोना और पॅंटी मत पहनना और अपने टॉप के नीचे ब्रा नही पहनना और टॉप के दो बटन खोल लेना फिर रात को अजय के कमरे मे जाना और उससे कहना अजय मुझे नींद नही आ रही है चल मेरे कमरे मे थोड़ी देर बात करेंगे जब अजय तेरे कमरे मे आ जाए तो थोड़ी देर उससे हसी मज़ाक कर भाई बहन जैसे एक दूसरे से चिपक कर झप्पी देते है इस तरीके से करना जैसे तू कुछ नही जानती है लेकिन अपने अंगो को अजय को ऐसे दिखाना और अजय के बदन से ऐसे सटना कि उसका लंड खड़ा हो जाए फिर अजय को कहना कि तुझे नींद आ रही है और अजय की गोद मे सर रखने का बोलना और कहना अजय थोड़ा मेरा सर दबा दे तो मे सो जाती हू और तू चाहे तो तू भी यही सो जाना और फिर तू सोने का नाटक करना जब तक की अजय तेरे टॉप के अंदर हाथ डाल कर्टेरी चुचियो को मसल्ने ना लग जाए और फिर कसमसाते हुए अजय का खड़ा लंड पकड़ लेना बस तेरा काम हो जाएगा. लेकिन भाभी मुझसे यह सब हो पाएगा आरती अरे तू बिना डरे यह सब करना देखना अजय कैसे एक अग्यकारी भाई की तरह तेरी सब बात मानेगा और रात भर मे तुझे मस्त कर देगा. भाभी की कामुकता भरी बाते सुन कर रश्मि की चूत फिर से पानी छोड़ने लगी.

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Re: तीन घोड़िया एक घुड़सवार

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आरती अब बाहर जा चुकी थी और रश्मि अजय के लंड की कल्पना मे डूबी अपनी चूत सहलाकर मन ही मन बहुत खुश हो रही थी और रात की कल्पना से ही उसका पूरा जिस्म मस्ताने लगा था. इधर आरती ने अजय को सब समझा दिया और उससे कहा जब तक आरती सोने का नाटक करे तब बिना डरे उसकी टॉप मे हाथ डाल कर कस कस कर उसकी चुचिया को मसलना शुरू कर्दे और केवल बनियान और पाजामा पहनकर ही रश्मि के कमरे मे जाए अंडरवेर भी ना पहने. अजय स्मार्ट था वह भाभी की सारी प्लॅनिंग समझ गया. दिन भर घर मे अजय और रश्मि जब भी एक दूसरे से टकराते तो नर्मोल बिहेव करते लेकिन मन ही मन एक दूसरे के लंड और चूत की कल्पना करते रहते. रात के करीब 10 बजे जब सब अपने कमरे मे सोने चले गये तब रश्मि ने अजय के कमरे की ओर कदम बढ़ा दिया. अजय भी रश्मि के इंतजार मे ही बैठा था. रश्मि जैसे ही दरवाजा खोलकर अजय के कमरे मे आई अजय बुक पढ़ने का नाटक करने लगा आज रश्मि ने सिर्फ़ एक टॉप और स्कर्ट पहना था उसकी चूत बिल्कुल फूल गई थी अजय का लंड भी पाजामे मे तना हुआ था. अरे दीदी आप अभी तक सोई नही, अजय मुझे नींद रही आ रही थी सोचा तुम्हे बुलाकर कुछ बाते ही करते है इसलिए तुम्हे बुलाने आ गई चलो मेरे रूम मे बैठ कर थोड़ी देर बाते करेगे, अजय क्यो नही दीदी और अजय रश्मि के साथ उसके रूम मे चल दिया रश्मि ने अपने रूम का दरवाजा बंद कर लिया और दोनो भाई बहन बिस्तर पर चढ़ कर बैठ गये. दीदी नींद तो मुझे भी नही आ रही थी अच्छा हुआ आपने मुझे बुला लिया.

अजय अच्छा दीदी आपकी सहेली नेहा के क्या हाल है, रश्मि ठीक है लेकिन तुझे अचानक नेहा की याद कहाँ से आ आई, कुछ नही दीदी बस ऐसे ही पुंछ लिया, रश्मि अच्छा ये बता तुझे नेहा कैसी लगती है, अजय अच्छी लगती है, और तुझे मे अच्छी नही लगती दिखावटी गुस्सा दिखाते हुए, रश्मि के पीछे से हाथ डाल कर उसकी कमर और गुदाज पेट पकड़ कर अपनी बाँहो मे भरते हुए अरे दीदी आपसे सुंदर भला दुनिया मे कोई है, रश्मि चल झूठे कही के, अजय सच दीदी मे आपको को बहुत प्यार करता हू और रश्मि के गोरे गालो को चूम लेता है, इन सब हर्कतो से अजय और रश्मि के चूत और लंड बहुत ज़्यादा गरमा जाते है, अजय धीरे धीरे रश्मि की कमर मे हाथ फेरता रहता है और रश्मि अपने जिस्म का भार अजय के उपर डाल कर पड़ी होती है. रश्मि अच्छा अजय मेरे सर मे थोड़ा दर्द सा लग रहा है मे तेरी गोद मे सर रख लेती हू तू थोड़ा दबा दे.

अजय क्यो नही दीदी, रश्मि अगर मेरी नींद लग जाए तो तू भी यही सो जाना, अजय अच्छा दीदी और रश्मि अजय के गोद मे सर रखती है लेकिन उसे एक ज़ोर का झटका लगता है क्यो कि अजय का लंड फुल एरेक्ट होता है और वह अंडरवेर भी नही पहने होता है. रश्मि अजय की एक जाँघ पर अपना सर कर करवट ले कर लेट जाती है अब अजय का लंड ठीक उसकी आँखो के सामने पाजामे को फाड़ देने वाले अंदाज मे उसके होटो को छू रहा था और लंड की मादकता की महक उसकी नाक से उसकी सांसो मे समा रही थी, अजय ने अपना एक हाथ रश्मि के सर पर दबाना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से रश्मि की पीठ और पीठ से होते हुए उसके गुदाज पेट और गहरी नाभि पर फेरने लगा चुकी रश्मि के टॉप के दो बटन खुले होने से उसकी मासल चुचिया आधी से ज़्यादा बाहर आ रही थी और उसका पेट पूरा नंगा था, स्कर्ट से चिकनी केले के तने जैसी जंघे दूधिया रोशनी मे अजय को पागल बना रही थी.धीरे धीरे अजय रश्मि का सर दबाने लगा कभी कभी उसके गोरे गालो को भी सहलाने लगा, रश्मि ने अपना मूह अजय के लंड से बिल्कुल सटा रखा था और उसका मन कर रहा था कि इस डंडे को पकड़ कर अपने मूह से चूस डाले. इधर अजय सोच रहा था कि मेरी दीदी का गदराया जिस्म भाभी से किसी भी तरह कम नही है बल्कि रश्मि के चूतड़ और दूध तो आरती से भी थोड़ा ज़्यादा गदराए नज़र आ रहे थे.

क्रमशः......................

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Teen Ghodiya Ek Ghudsawaar--4

gataank se aage...................

aarti siskiya lene lagi aah aah mere raja aise hi chato apni bhabhi ki mastani chut ko, aah kha jao puri chut ko me kab se apni gand aur chut chatane ke liye taras rahi thi aur chato mere raja aur jor se chato aah aah bas chatte raho, si si aah aah… shabash mere raja aise hi khub chuso phir me tumhe tumhari mummy ki chut chut bhi aise hi chatwaungi, aah meri chut ko apni mummy ki chut samajh ke khub chuso, ajay aarti ki bato ko sun kar aur jor se uski phuli hui bur chatne laga aur use aisa lagne laga jaise vah apni ma ko hi nangi karke uski rasili chut ka ras pee raha hai tabhi ajay ne aarti ke uthe huye bhagnase ko apne dono hontho ke bich daba kar kas ke chusna shuru kar diya aur aarti uska sar apni mastani bhosdi par dabane lagi aur sisiyane lagi aah aah ..si ..si..aarti ab jor jor se apni gand upar ki aur uthane lagi aur apna ras ajay ke muh me chodne lagi uska namkeen ras ke swad ne ajay ko pagal kar diya aur vah aarti ke chut ke ched par apni cheebh laga kar uska ras chusne laga aur aarti ne apna sara rasa jay ke muh me chod diya jise ajay bade chav se pura ka pura chat gaya aur aarti jhad gai ajay ne jab apna muh hatakar apni bhabhi ki chut dekhi to vah ek dam lal ho chuki thi ab ajay se aisi lal phuli hui bhosadi dekh kar raha nahi gaya aur usne apna land aarti ki chut me laga kar ek jor ka jhatka mara aur pura land aarti ki mastani chut me utar diya.

aarti ka badan us jhatke se aakad gaya aur ajay ne aarti ki moti gand ke neeche appne dono hath lejakar uske mote chutdo ko daboch kar tagde dhakke marna shuru kar diya aarti maje se ajay ka land lekar apni gand hilane lagi. Karib das minute tak aarti ko chodne ke bad ajay ne aarti ko ulta karke jhuka diya aur uski moti gand ko dekhte hi paglo ki tarah aarti ki gand aur chut ko peeche ki tarph se buri tarah chatne laga, aarti jor jor se sisiyane lagi ajay aarti ki gand aur chud ki madhosh kar dene wali mahak ko shungh kar paglo ki tarah uski gand ke chhend aur bur ko apni jeebh daba daba kar chatne aur chsne laga karib 5 minute tak chut aur moti gand ki chatai ke bad ajay ne phir apne mote land ko aarti ki chut me ek tagade jhatke ke sath andar pel diya aarti aarti ke muh se ek ghuti hui cheekh nikal gai aura jay satasat apna land aarti ki chut me peeche se thokne laga karib 10 minute ki tagadi thukai ne aarti ki chut ko bilkul lal kar diya.

Ajay ab aur jor jor se kas kas kar dhakke marne laga aur aarti hay hay karne lagi pure kamre me unki thukai se thap thap ka sangeet gunjne laga aba jay ne ek jordar jhatka aarti ki chut me mara aur aarti akad gai aur uski chut ne dher sara pani chod diya aur isi ke sath ajay ke land se bhi phavvara phut pada aur vah apni bhabhi ki chut me jhad gaya. Aarti bistar par padi padi haphne lagi aur ajay bhi uski gand ke upar let kar sase lene laga. Kuch der bad aarti ajay ka gal chumte huye aaj chudai me itna maja mila jaise me pahli bar chudi hou. Vakai me tumhare land me gajab ki takat hai tumne mujhe mast kar diya hai. Tumhari ma ko aise hi tagde land ki chaht hai jabhi vah tumse jab dekho chipki rahti hai, oh bhabhi kya sach me ma mere land se chudna chahti hogi, ha mere raja mene kai bar tumhari ma ko tumhare pajame me uthe land ko dekh kar apni chut ragadte dekha hai. Usne jarur tumhara land dekh hoga aur vah tumahre land ko soch kar muth bhi marti hogi. Are bhabhi agar aisa hua to ma ko chodne ka mera khwab pura ho sakta hai lekin yah kaise confirm ho ki vah mujhse apni mastani chut kutwana chahti hai.

Aarti dekho ajay me tumhe ek tarkeeb batati hu jab tum apni ma ko ma ma kahte huye uske gale lagte ho tab tum apne seene ko uski moti chuchiyo se kas kar dabana aur uski gori surahidar garden par ek do minute tak apne hotho se chumna vah bhi tumhe apni baho me bhar legi phir tum dhire se apna ek hath lejakar halke hatho se uski chut ko sadi ke upar se sahlakar jaldi se hath hata lena. Agar tumahari ma tumse chudna chahti hogi to tumse alag hokar tumhare chehre ko dekhegi tab tum thoda sa muskura dena agar vah bhi muskura deti hai tab tum samajh jana ki vah bhi tumse chudna chahti hai aur phir moka dekh ke tum aage badh sakte ho. O bhabhi kya idea diya hai aapne ma ki chut ko me ek bar kya do bar sahla dunga, ha ajay lekin thoda dhyan se. apni bhabhi ki mast palnning ko sun kar ajaay ka land phir se tan chukka tha aur usne apni nangi padi bhabhi ko apne upar khich kar apne land par chadha liya aur dono me chudai ka ek lamba daur phir shuru ho gaya jo ki is bar kaphi lamba chala. Sham tak dono pure masti mar kar vapas ghar lot aaye.

Rashmi apne kamare me neha ki di hui book padh rahi thi aur ek hath apni salwar ke andar dal kar apni chut bhi sahla rahi thi lekin vah galti se darwaja band karna bhul gai tabhi aarti chupke se kamre me aa gai aur rashmi ko apni chut masalte dekh liya to seedhe jakar rashmi ke hatho se book chin li. Rashmi ek dam se sakpaka gai aur apna hath salwar se nikal liya, aarti ne kitab ke panne khol kar dekha to rashmi bhai aur bahan ki chudai ki kahani padh rahi thi, aarti oho to hamari pyari nand rani aise gul khila rahi hai rashmi sharm se lal ho chuki thi aur apni garden neeche jhukaye baithi thi, aarti ne moke ki najakat dekhte huye rashmi ke pas bethate huye uske mote mote chuchiyo ko apne hatho se masal diya, rashmi kasmasa kar rah gai, are meri lajo rani itna kyo sharma rahi hai, tu kya sochti hai kit u akeli aisi kitabe padhti hai are mai to inse bhi gandi kitabe padh chuki hu jisme kahi beti apne bap se chuda rahi hai ma apne bête se chuda rahi hai aur sach pucho to aisi kahaniya padh kar chut sahlane me bahut maza ata hai kyo me sahi kah rahi hu na, oh bhabhi tum bhi na, aarti achcha sach sach bata me to teri bhabhi kam saheli jyada hu mujhse mat chupa tera man ek mote land se chudne ka kar raha hai na, ari bol na nahi to me ye kitab ma ji ko bata deti hu,

rashmi are nahi bhabhi aisa gajab mat karna, aarti to phir bata tera man chudne ka kar raha hai ki nahi, ha kar raha hai, achcha mujhe apni salwar utar kar dikha aur rashmi ka nada kholne lagi, rashmi bhabhi aap ye kya kar rahi ho, are pagal mai bhi to dekhu meri nanad kitna pani chod rahi hai aur ek jhatke me nada khol diya aur rashmi ki moti gand se salwar neeche sarka di, rashmi ki moti moti kele ke tane jaisi gudaj jankhe aur mote mote chutad gulabi panty me sama nahi rahe the, aarti ne rashmi ki panty khich kar use bhi utar diya aur uski dono janghe pailakar uski chut dekhne lagi rashmi sharm se lal hone lagi aarti ne uski phuli hui chikni chut par hath pairthe huye, teri chut to bahut ras chod rahi hai sach sach bata kitab padhte padhte kiske land ki kalpna kar rahi thi, aur uski chut ke khade dane ko apni do ungliyo se maslne lagi, rashmi o bhabhi kisi ke land ki kalpna nahi kar rahi thi bas kahani padh ke hi mera man karne laga, aarti jhut mat bol me janti hu tu kiske land se chudne ki kalpana kar rahi thi, rashmi ashcharya se bhabhi ko dekhte huye kiske land ki, aarti ajay ke land ki aur kiske land ki, rashmi ye kya bol rahi ho bhabhi bhala me aisa kyo sochungi vo mera bhai hai, aarti achcha meri gudiya rani jab tum bhai bahn ki chudai ki kahani padhogi to apne bhai ke land se chudne ki hi kalpana karogi ya apne papa ke land ki kalpna karogi, rashmi aisa kuch nahi hai bhabhi aap galat soch rahi hai, aarti ne rashmi ki chut me ek ungli pel di jisse rashmi chatpatane lagi, are nanad rani tum mujhe chodna mat sikhao me sab samajhti hu aur vaise bhi ajay bhi tujhe chodne ke liye mara jar aha hai, ab rashmi buri tarah chounkte huye kya kah rahi ho bhabhi aap ko sharm nahi aati, aarti are me sach kah rahi hu, rashmi kya sabut hai aapke pas ki ajay mujhe chodna chahta hai, aarti are kal rat ko mene ajay ko teri panty ki mahak shunghte aur tera nam le le kar land hilate huye apni aankho se dekha hai,

(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &;
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Raj sharma
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