Adultery मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

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SATISH
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Re: मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

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फ़िल्मी डांसरों की चूत चुदाई


आज रात में कमरा नंबर 2 की डांसर लड़कियों की चुदाई तो अभी बाकी थी तो मैं जाकर उन्हीं के कमरे में थोड़ा लेट गया और ना जाने कब मेरी नींद लग गई और मैं बहुत ही गहरी नींद में सो गया.और जब मैं उठा तो देखा नैना मुझको झंझोड़ कर उठा रही थी.
मैं अकचका कर उठ बैठा और हैरानी से नैना से पूछा- क्या मैं बहुत देर सोया?नैना हँसते हुए बोली- नहीं जी, कुछ ज़्यादा देर नहीं यही कोई एक घंटा सोये होंगे आप!मैं बोला- अच्छा, आज दिन को नहीं सोया ना, शायद इसी लिए नींद आ गई थी.नैना बोली- चलिए खाना तैयार है, चल कर खा लो, बाकी सब लड़कियाँ आपका इंतज़ार कर रही हैं.मैं जल्दी से उठा और बाथरूम में अपना मुंह धोया और नैना का हाथ पकड़ कर मैं बैठक में आ गया.
सब लड़कियाँ मुझ को देख कर शोर मचाने लगी- आइये जनाब, आपका स्वागत है… इधर आ जाइए, हम सब आपकी राह में आँखें बिछाये बैठे हैं.मैं भी मज़ाकिया लहजे में बोला- मैंने सोचा आप शायद मेरी राह में अपना बिस्तर बिछाये बैठे हैं!उसी लड़की ने जवाब दिया- जी हाँ जनाब, आपके लिए पलकों के बिस्तर बिछाये बैठे हैं.मैं बोला- क्या दिलकशी है ऐ मेरे दोस्त, हम भी तो आप पर अपना सब कुछ लुटाए बैठे हैं.सब लड़कियाँ बोल उठी- वाह वाह, क्या बात है अब जवाब दे ज़ूबी.ज़ूबी बोली- ज़हे किस्मत जो आप जैसे सब कुछ लुटाने बैठे हैं.मैं बोला- लूट लो जो लूट सको ऐ मेरे सनम, जान तो क्या अपनी ईमान तक लुटाए बैठे हैं.

तभी नैना बोली- हज़रात यह लूटने लुटाने का सिलसिला बंद कीजिये और चल कर अपने उनका और उनकी उनका मिलान शुरू कीजिये.मैं बोला- चलिए जना, अपनी लेकर, हम अभी अपना लेकर आते हैं.तभी जूली और सैंडी मेरे साथ चलने के लिए तैयार हो गई, उन दोनों को देख कर मैं ज़रा चौंक गया और नैना को अपने पास बुला कर बोला- अरे इन दोनों को तो मैं यहाँ चोद बैठा हूँ, अभी फिर से इनकी चुदाई शायद ठीक नहीं होगी. कमरा नंबर 3 वालों की बारी लगा दो ना प्लीज!
नैना एकदम ठिठक गई और बोली- छोटे मालिक ठीक कह रहे हैं, इन दोनों का काम तो हो चुका है, अब कमरा नंबर 3 वालों की बारी है, कौन है 3 में बोलो प्लीज?दो लड़कियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए और मैंने उनको पहचान लिया क्यूंकि वो मेरे सामने खड़ी थीं कुछ समय पहले.
मैंने कहा- नंदा जी, और दूसरी हैं रागिनी जी, क्या मैं सही हूँ?नंदा बोली- अभी मैं लूंगी अपना चंदा, तब शुरू होगा कोई दूसरा धंधा.मैं बोला- चलो तो फिर कहीं दूर चलें, क्यूंकि धंधा है अभी कुछ मंदा.
मैं और नैना नंदा और रागिनी के पीछे उनके कमरे में पहुँच गए और दोनों ने झट शुरू कर दिया अपने कपड़े उतारने.फिर मुझको अभी कपड़े पहने देख कर रागिनी आ गई और बारी बारी उसन मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए, यहाँ तक कि मेरे अंडरवियर को उतारने के बाद ही उसने मुझको छोड़ा और फिर उसने मेरे लंड को चूसना भी शुरू कर दिया.ह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
अब मैंने दोनों लड़कियों को सीधा खड़ा रहने के लिए कहा और मैं उनको नग्न अवस्था में देख कर बड़ा ही आनंदित हुआ. दोनों के मम्मे एकदम मस्त गोल और सॉलिड थे और काले गोल चूचुक अब पूरी तरह से सख्त हो गए थे.दोनों की चूत पर घने काले बाल लहरा रहे थे जो कुछ लड़कियों की सफाचट चूत को देखने के बाद अजीब लग रहे थे.मैंने नंदा से पूछ ही लिया कि ऐसा क्यों है?
नंदा बोली- इन डांसर लड़कियों में से कुछ प्रोफेशनल डांसर्स हैं जो अक्सर डांस बार में डांस भी करती है जब इनके पास फिल्मों का काम नहीं होता तो इनको अपनी चूत को सफाचट रखनी पड़ती है लेकिन मैं और कुछ लड़कियाँ सिर्फ फिल्मों में ही डांस करती हैं सो हम पर चूत सफाचट रखने की शर्त लागू नहीं होती.मैं बोला- तो यह बात है. वैसे ना मुझ को सफाचट चूत देख कर मज़ा नहीं आता क्यूंकि चूत की शान तो उस पर छाई काली बालों की घटा होती है जो चूत के अंदर के राज़ अपने पीछे छुपा कर रखती है.
अब मैंने नैना की तरफ देखा और आगे बढ़ कर उसकी भी साड़ी उतार दी और उसको भी नंगी कर दिया.फिर मैंने बारी बारी से नंदा और रागिनी के मुम्मों को चूसा और उनके चूतड़ों को काफी देर मसला, नैना के मम्मों को भी चूसा और उनका मुकाबला दो हसीन डांसर्स के गोल और अति सुंदर मम्मों के साथ किया.
नैना के मम्मे ज़्यादा मोटे और सॉलिड थे और उनमें ज़रा भी लटकाव नहीं था जब कि उन दो फ़िल्मी सुंदरियों के मम्मे गोल और सॉलिड ज़रूर थे लेकिन उनमें थोड़ा थोड़ा लटकाव आना शुरू हो गया था.यह शायद उनके डांसर के पेशे के कारण था.

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SATISH
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Re: मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

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फिर नैना ने उन दोनों को बिस्तर पर लिटा दिया और आप भी उनके साथ लेट गई.सबसे पहले मैंने रागिनी की चूत में मुंह डाल कर उसकी चूत को चूमना और चूसना शुरू कर दिया और मेरी देखा देखी नैना ने नंदा की चूत को चूसना शुरू कर दिया और इस तरह हम दोनों ने मिल कर दोनों फ़िल्मी कलाकारों को चुदाई के लिए पूरी तैयार कर दिया.
अब रागिनी मेरे लंड को खींचने लगी और अपने ऊपर आने के लिए दावत देने लगी तो मैं जल्दी ही उसकी जांघों में बैठ कर उसकी चूत में सख्त लौड़ा डाल धीरे धीरे चूत की चुदाई करने लगा.बहुत ही धीरे से लंड को अंदर डालना और फिर अंदर डाल कर कुछ सेकण्ड्स के लिए बगैर हिले डुले उसको अंदर ही रहने देना, यह मेरा नई तकनीक थी जिसको औरतों और लड़कियों ने बहुत ही पसंद किया था.इस चुदाई के तरीके से कोई भी चुदने वाली औरत या फिर लड़की लंड के साथ और चुदने के लिए उतावली हो जाती थी.
अब मैंने रागिनी को बड़ी तेज़ी से चुदाई के लिए मजबूर कर दिया और वो मेरी स्पीड के आगे अपने सर को इधर उधर करने में लगी हुई थी.जल्दी ही रागिनी के शरीर में एक ज़ोरदार हरकत होना शुरू हो गई और उसकी चूत में से क्रीम के समान झाग वाला पानी निकलने लगा, जल्दी ही रागिनी झनझनाती हुई छूट गई और छूटते वक्त उसने मुझको अपने शरीर के साथ पूरी ताकत से चिपटा लिया.
रागिनी के ऊपर से हटते ही मैंने नंदा की चूत का निशाना बनाया और उसी तरीके से उसको भी चोद कर मैंने शीघ्र ही अपनी फतह का झंडा लहराया.फिर मैं लेट गया बिस्तर पर और नैना ने भी मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड को खूब छकाया और खुद दो बार झड़ कर मुझको भी उस्ताद बनाया.
वहाँ से कपड़े पहन कर हम दोनों हवेली जाने लगे ही थे कि नैना ने कहा- आओ तुमको बाकी लड़कियों के कारनामे भी दिखा देती हूँ. हम सबसे पहले कमरा नंबर 6 के बाहर पहुँचे तो नैना ने एक चोर झरोखे की तरफ की इशारा किया और जब मैंने अंदर का दृश्य देखा तो मैं दंग रह गया.नाईट लैंप की मद्धम रोशनी में मैंने देखा कि एक थोड़े भरे जिस्म वाली लड़की ने अपनी कमर में रबर का लंड पेटी से बाँधा हुआ था और एक खूबसूरत लड़की को बड़ी लग्न से चोद रही है और नीचे वाली कलाकार ज़ोर ज़ोर से हाय हाय कर रही थी.
नैना जल्दी से 5 नंबर कमरे के दरवाज़े में एक गोल सा छेद था, उसके पास ले गई और वहाँ देखा कि एक नंगी लड़की दूसरी लड़की की गांड में खीरे को डाल रही थी.यह दृश्य देख कर मैं हैरान रह गया और बाकी कमरों की लाइट बंद थी तो हम वहाँ कुछ नहीं देख सके.फिर हम दोनों मेरी बाइक पर बैठ कर हवेली आ गए और घड़ी में टाइम देखा तो कोई ज़्यादा समय नहीं हुआ था, यही कोई रात के 9 बजे थे, मैं अपने कमरे में चला गया.
थोड़ी देर बाद नैना मेरे लिए गरम गरम मसालेदार दूध लेकर आई और बोली- वो पर्बती कह रही थी कि छोटे मालिक हमको तो भूल ही गए. लेकिन मैंने उसको बताया कि छोटे मालिक कितना काम में फंसे है और जब तक यह फ़िल्मी धंधे वाले लोग नहीं जाते, वो बहुत ही बिजी रहेंगे. मैं पर्बती को आज रात अपनी कोठरी में सुला रही हूँ, उसके शरीर की गर्मी को शांत कर दूंगी, आप बेफिक्र रहें.
जब नैना जाने लगी तो मैंने उसके लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी और उसके गोल और उभरे हुए चूतड़ों को भी मसला.

कहानी जारी रहेगी.

josef
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Re: मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

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Zabardast
Mast , Gajab Update Bhai
Waiting for Next


(^@@^-1rs9) (^@@^-1rs2) 😘
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rajababu
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Re: मेरा सुहाना सफर-कुछ पुरानी यादें

Post by rajababu »

एक दम मस्त और शानदार अपडेट है सतीश भाई
अगले अपडेट का इंतज़ार रहेगा


(^@@^-1rs2) (^@@^-1rs7) (^^^-1$i7)
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