अपडेट १२४५
सूबह थोड़ी देर से मेरी नींद खुली,
मूझे हॉल से कुछ आवाज़े सुनाई दे रही थी,
नेहा बुआ और नीता बुआ कुछ बाते कर रही थी,
मैंने वाच देखि तो सुबह के १० बज रहे थे,
मैं उठ कर हॉल में आ गया,
अवी- "बुआ..!
मेरी आवाज़ सुनते ही नेहा बुआ मेरे पास आ गयी,
नेहा बुआ - "अवी उठ गये"
अवी- "हा, पर मेरे सर में दर्द हो रहा है"
नेहा बुआ - "नीता अवी के लिए चाय बना दे"
नीता बुआ- "अभी बनाती हु"
नीता बुआ पूछना चाहती थी की रात में यहाँ क्या हुआ पर उनको किचन में जाना पडा,
ओर नेहा बुआ मुझे वापस बैडरूम में ले गई और देख कर आयी की नीता बुआ इधर ना आये,
अवी- "बुआ..!!
नेहा बुआ - "कैसा लग रहा है..?
अवी- "हलका हल्का लग रहा है और सर दर्द कर रहा है"
नेहा बुआ - "यहा तेरी नींद पूरी नहीं हुई होगी जिस से तेरा सर दर्द कर रहा है"
अवी- "हा शायद"
नेहा बुआ - "बाकि सब ठीक है ना"
अवी- "हा, पर मेरे कपडे..?
नेहा बुआ - "क्या हुआ..?
अवी- "रात को क्या हुआ था, आपको कुछ याद है"?
नेहा बुआ - "कुछ भी तो नहीं हुआ"
अवी- "मुझे याद करने दीजिये"
मैं अपने दिमाग पे जोर ड़ालने लगा और सोचने लगा की क्या हुआ था रात में,
नेहा बुआ बड़े गोर से मुझे देख रही थी,
नेहा बुआ - "क्या हुआ कुछ याद आया"?
अवी- "आप बेहोश थी,मैं ने आपको बेड पे सुला दिया था"
नेहा बुआ - "फिर.."
अवी- "फिर मुझे लगा की..!
नेहा बुआ - "क्या लगा.."?
अवी- "पता नहीं मुझे क्या हुआ था की मुझे लगा की सुरेश अंकल की आत्मा को बुलाना चाहिये"
नेहा बुआ - (इसे इतना याद रहेगा सुरेश ने कहा था) "ऐसा क्यों लगा तुमे"?
अवी- "पता नाहि, फिर बादमे मैंने हॉल में"
नेहा बुआ - "हॉल में क्या..?
अवी- "पर अभी तो हॉल में कुछ नहीं है"
नेहा बुआ - (मैं जोर डालती हु जिस से अवी डर जायेंगा ) "वही तो मैं जानना चाहती हु की तू कर क्या रहा था, ये हॉल में कैंडल अजिब अजिब डिज़ाइन और सुरेश की फोटो क्यों रखी थी"?
अवी- "आप ने देख लिया..?
नेहा बुआ - "हा अभी सुबह उठि तो दखा, फिर सोचा की घर में तो हम दोनों है मतलब ये तुमने किया, तू जादू करने लगा है..??
अवी- "पता नहीं बुआ, अचानक लगा की सुरेश अंकल की आत्मा को बुलाना चाहिये, और ये सब दिमाग में आ गया, जो दिमाग में आता गया और करता गया"
नेहा बुआ - "फिर...!
अवी- "फिर पता नही, और जब ऑंखें खोली तो सुबह हो चुकी थी"
नेहा बुआ - (मतलब बाद में क्या हुआ अवी को पता नहीं है ) "तुझे किसने कहा ये सब करने को"?
अवी- "पता नहीं बुआ"
नेहा बुआ - "तु जादू करने लगा है"?
अवी- "मेरा सर फट जायेगा..!
नेहा बुआ - "तु ज्यादा सोच मत, और ये बात किसी को बताना मत"
अवी- "कयू..?
नेहा बुआ - "सूमण को पता चला की तू काला जादू करना चाहता था तो वो डर जायेगी, और फिर क्या होगा तुम्हे पता है ना"
अवी- "हा हा, बड़ी चाची को पता नहीं चलना चहिये, मैं इसको बुरा सपना समझ कर भूल जाता हु"
नेहा बुआ - "सुबह मैं ने नीता के आने से पहले वो चीज़े फेक दी है, और तेरे कपडे मैंने बदल दिये, वैसा दुबारा मत करना, और फिर ऐसी बाते दिमाग में आये तो मुझे बताना"
अवी- "आपको..!
नेहा बुआ - "किसी और को बतायेगा फिर वो बात सुमन तक जायेगी फिर तो गड़बड़ हो जायेगी ना"
अवी- "बात तो सही है आपकी, अगली बार ऐसा कुछ मेरे दिमाग में आया तो आपको बताऊंगा"
नेहा बुआ - "जा अब फ्रेश हो जा"
अवी- "बुआ क्या सुरेश अंकल की आत्मा आयी थी"?
नेहा बुआ - "ऐसा थोड़े होता है ये सब झूठ होता है"
अवी- "मुझे भी ऐसा ही लग रहा है, टीवी में जो दिखाते है वो हाथ की चलाकी होती है"
नेहा बुआ - "ये सही कहा जा अब फ्रेश हो जा, और देख जरा इलेक्ट्रिसिटी क्यों नहीं है"
अवी- "याद आया, मैं ने फ्यूज निकाल दिया था"
नेहा बुआ - "क्यों.. ?
अवी- "पता नहीं दिमाग में आया की सुरेश अंकल की आत्मा को बुलाने के लिए अँधेरा चाहिए तो...
नेहा बुआ - "समझ गयी,यह बात किसी को बताना मत, वर्ना सब टेंशन लेंगि, तू दोपहर में मंदिर में जाकर पूजा करके आना जिस से ऐसे ख्याल नहीं आयेंगे"
अवी- "जी बुआ, बुआ कोहि मेडिसिन मिल जाती सर बहोत दर्द कर रहा है"
नेहा बुआ - "तु नहा ले मैं अभी लेकर आती हु"
ओर मैं फ्रेश होने चला गया,
फ्रेश होते ही मैंने चाय पी और मेडिसिन खा लि,
नेहा बुआ - "अब कैसा लग रहा है"?
अवी- "थोडा अच्छा लग रहा है"
नीता बुआ- "क्या हुआ अवी को..?
Incest Main meri family aur mera gaon part -2
- SATISH
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- SATISH
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Re: Incest Main meri family aur mera gaon part -2
नेहा बुआ - "रात भर मेरे पास बैठा रहा जिस से इसकी नींद पूरी नहीं हुई और अब सर दर्द कर रहा है"
नीता बुआ- "अवी अपना ख्याल रखा करो"
अवी- "जी बुआ, लाइट आ गयी"
नेहा बुआ - "फ्यूज ख़राब हो गया था, नीता नास्ता बना दे"
अवी- "बुआ मैं थोड़ी देर आराम करू कोमल के रूम मे"
नेहा बुआ - "जा, पर ज्यादा सोचना मत"
मैं कोमल के रूम में आया,
लैपटोप को चार्जिंग पे लगा कर कर जो डाउनलोड किया था उसको परमानेंट डिलीट किया, हर जगह से, फिर अपने मोबाइल से भी कल की चीज़े डिलीट कि, अगर किसी को दीख गया तो प्रॉब्लम हो जाएगी,
सब पहले की तरह नार्मल कर दिया था,
नेहा बुआ फ्रेश होने चली गयी,
मूझे अकेला देख कर नीता बुआ मेरे पास आ गयी,
नीता बुआ - "अवी.."
अवी- "जी बुआ"
नीता बुआ - "अब तबियत कैसी है"?
अवी- "आपके हाथ की चाय ने सारा दर्द गायब कर दिया"
नीता बुआ - "वैसे तू रात भर जागता रहा"
अवी- "हा, नेहा बुआ को इस हालत में अकेला कैसे छोड़ता"
नीता बुआ - "फिर.."
अवी- "फिर सुबह की नींद तो आपको पता है, पता नहीं कब नींद लग गयी"
नीता बुआ - "तेरी कुछ बात हुई नेहा से"?
अवी- "नही"
नीता बुआ - "फिर वो नार्मल क्यों है"?
अवी- "शायद बेहोशी की दवाई का असर होगा"
नीता बुआ - "क्या मतलब" ?
अवी- "कुछ ज्यादा इस्तेमाल कर ली होगी, और वो पहले भी बेहोश हो गयी थी जिस से उनको लग रहा होगा की वो सपना है जिस से नेहा बुआ नार्मल बात कर रही है"
नीता बुआ - "ऐसा तो हो सकता है पर उसको याद आया तो क्या करेगा तु"?
अवी- "कुछ नहीं कल रमेश अंकल ने जो कहा उसको रिकॉर्ड किया है मैंने, नेहा बुआ को वहीं वीडियो दिखा दूंगा, नेहा बुआ को समझा देंगे"
नीता बुआ - "अच्छा किया वीडियो बना कर"
अवी- "आपकी फाइट का वीडियो भी है"
नीता बुआ - "वो क्यों लिया"?
अवी- "आपका ये रूप बार बार देखने को नहीं मिलता, उसको संभल के रखुंगा"
नीता बुआ - "मेरा प्यारा बेटा हैना तू डिलीट कर दे"
अवी- "मैं किसी को नहीं दिखाउंगा, और नेहा बुआ देखेंगी तो सोचिये उनको लगेगा की वो अकेली नहीं है उनके साथ आप हो"
नीता बुआ - "नेहा के आलावा किसी को दिखाना मत"
अवी- "नही दिखाउंगा, पर जेनी का क्या करना है, पूजा बुआ अब तक आयी क्यों नहीं और चाची भी"?
नीता बुआ - "सब पूजा दीदी के घर पे है, मैंने वहीं रोक लिया, उनका यहाँ आना ठीक नहीं होगा.. और जतिन बच्चों को लेकर घुमने गया है"
अवी- "ठीक है, पर नेहा बुआ को सच बताना होगा"
नीता बुआ - "नेहा भूल गयी है तो भूल जाने दो"
अवी- आप समझ नहीं रही है बादमे कभी याद आया तो प्रॉब्लम होगी"
नीता बुआ - "ठिक है, पर जो करना सोच समझ कर करना"
अवी- "आप टेंशन मत लीजिये पहले खाना बना लीजिये वर्ना नेहा बुआ गुस्सा होगी"
ओर नीता बुआ खाना बनाने चली गयी,
ओर मैंने कोमल का लैपटॉप पहले जैसे करके रख दिया, और हॉल में आ गया,
नीता बुआ ने खाना बना लिया,
नेहा बुआ भी फ्रेश होकर आ गयी,
नेहा बुआ- "नीता, कविता कहा है"?
नीता- "वो जतिन के साथ बाहर घुमने गयी है"
नेहा बुआ- "और बाकि सब"?
नीता बुआ- "अपने अपने घर होंगे"
नेहा बुआ- "नीता बाकि सब कहा है"?
नीता बुआ- "मुझे झूठ बोलके क्या मिलेंगा"
नेहा बुआ- "निता...!!!
नीता बुआ- "पूजा दीदी के यहा"
नेहा बुआ- "और वो जेनी"?
नीता बुआ- "तुम्हेँ सब पता है"?
नेहा बुआ- "ये मेरे सवाल का जवाब नहीं हुआ"
नीता बुआ- "उसको मैंने बहोत मारा...भूल जा उसको"
नेहा बुआ- "उसको यहाँ लेकर आ"
नीता बुआ- "जाने दे नेहा, वो झूठ बोल रही है"
नेहा बुआ- "मुझे पूरी बात जाननी है"
नीता बुआ- "सुरेश जीजाजी ऐसा नहीं कर सकते, तुझे विश्वास नहीं है सुरेश जीजू पे"?
नेहा बुआ- "जा जेनी को बुला के ला"
अवी- "नीता बुआ, बुला लो सबको"
नीता बुआ के पास कोहि रास्ता नहीं था,
नीता बुआ सबको बुलाने चली गयी
नीता बुआ- "अवी अपना ख्याल रखा करो"
अवी- "जी बुआ, लाइट आ गयी"
नेहा बुआ - "फ्यूज ख़राब हो गया था, नीता नास्ता बना दे"
अवी- "बुआ मैं थोड़ी देर आराम करू कोमल के रूम मे"
नेहा बुआ - "जा, पर ज्यादा सोचना मत"
मैं कोमल के रूम में आया,
लैपटोप को चार्जिंग पे लगा कर कर जो डाउनलोड किया था उसको परमानेंट डिलीट किया, हर जगह से, फिर अपने मोबाइल से भी कल की चीज़े डिलीट कि, अगर किसी को दीख गया तो प्रॉब्लम हो जाएगी,
सब पहले की तरह नार्मल कर दिया था,
नेहा बुआ फ्रेश होने चली गयी,
मूझे अकेला देख कर नीता बुआ मेरे पास आ गयी,
नीता बुआ - "अवी.."
अवी- "जी बुआ"
नीता बुआ - "अब तबियत कैसी है"?
अवी- "आपके हाथ की चाय ने सारा दर्द गायब कर दिया"
नीता बुआ - "वैसे तू रात भर जागता रहा"
अवी- "हा, नेहा बुआ को इस हालत में अकेला कैसे छोड़ता"
नीता बुआ - "फिर.."
अवी- "फिर सुबह की नींद तो आपको पता है, पता नहीं कब नींद लग गयी"
नीता बुआ - "तेरी कुछ बात हुई नेहा से"?
अवी- "नही"
नीता बुआ - "फिर वो नार्मल क्यों है"?
अवी- "शायद बेहोशी की दवाई का असर होगा"
नीता बुआ - "क्या मतलब" ?
अवी- "कुछ ज्यादा इस्तेमाल कर ली होगी, और वो पहले भी बेहोश हो गयी थी जिस से उनको लग रहा होगा की वो सपना है जिस से नेहा बुआ नार्मल बात कर रही है"
नीता बुआ - "ऐसा तो हो सकता है पर उसको याद आया तो क्या करेगा तु"?
अवी- "कुछ नहीं कल रमेश अंकल ने जो कहा उसको रिकॉर्ड किया है मैंने, नेहा बुआ को वहीं वीडियो दिखा दूंगा, नेहा बुआ को समझा देंगे"
नीता बुआ - "अच्छा किया वीडियो बना कर"
अवी- "आपकी फाइट का वीडियो भी है"
नीता बुआ - "वो क्यों लिया"?
अवी- "आपका ये रूप बार बार देखने को नहीं मिलता, उसको संभल के रखुंगा"
नीता बुआ - "मेरा प्यारा बेटा हैना तू डिलीट कर दे"
अवी- "मैं किसी को नहीं दिखाउंगा, और नेहा बुआ देखेंगी तो सोचिये उनको लगेगा की वो अकेली नहीं है उनके साथ आप हो"
नीता बुआ - "नेहा के आलावा किसी को दिखाना मत"
अवी- "नही दिखाउंगा, पर जेनी का क्या करना है, पूजा बुआ अब तक आयी क्यों नहीं और चाची भी"?
नीता बुआ - "सब पूजा दीदी के घर पे है, मैंने वहीं रोक लिया, उनका यहाँ आना ठीक नहीं होगा.. और जतिन बच्चों को लेकर घुमने गया है"
अवी- "ठीक है, पर नेहा बुआ को सच बताना होगा"
नीता बुआ - "नेहा भूल गयी है तो भूल जाने दो"
अवी- आप समझ नहीं रही है बादमे कभी याद आया तो प्रॉब्लम होगी"
नीता बुआ - "ठिक है, पर जो करना सोच समझ कर करना"
अवी- "आप टेंशन मत लीजिये पहले खाना बना लीजिये वर्ना नेहा बुआ गुस्सा होगी"
ओर नीता बुआ खाना बनाने चली गयी,
ओर मैंने कोमल का लैपटॉप पहले जैसे करके रख दिया, और हॉल में आ गया,
नीता बुआ ने खाना बना लिया,
नेहा बुआ भी फ्रेश होकर आ गयी,
नेहा बुआ- "नीता, कविता कहा है"?
नीता- "वो जतिन के साथ बाहर घुमने गयी है"
नेहा बुआ- "और बाकि सब"?
नीता बुआ- "अपने अपने घर होंगे"
नेहा बुआ- "नीता बाकि सब कहा है"?
नीता बुआ- "मुझे झूठ बोलके क्या मिलेंगा"
नेहा बुआ- "निता...!!!
नीता बुआ- "पूजा दीदी के यहा"
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Re: Incest Main meri family aur mera gaon part -2
मस्त अपडेट है मित्र ।ऐसे ही अपडेट देते रहिये ।
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Re: Incest Main meri family aur mera gaon part -2
मांगलिक बहन....एक अधूरी प्यास- 2....Incest सपना-या-हकीकत.... Thriller कागज की किश्ती....फोरेस्ट आफिसर....रंगीन रातों की कहानियाँ....The Innocent Wife ( मासूम बीवी )....Nakhara chadhti jawani da (नखरा चढती जवानी दा ).....फिर बाजी पाजेब Running.....जंगल में लाश Running.....Jalan (जलन ).....Do Sage MadarChod (दो सगे मादरचोद ).....अँधा प्यार या अंधी वासना ek Family ki Kahani...A family Incest Saga- Sarjoo ki incest story).... धड़कन...
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Re: Incest Main meri family aur mera gaon part -2
Awesome Update ....
Lovely update.
Very nice update
Excellent update bhai
Waiting for next update
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Thriller इंसाफ Running....बहुरुपिया शिकारी Running....
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