Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post Reply
User avatar
rajababu
Pro Member
Posts: 2894
Joined: 29 Jan 2015 23:18

Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post by rajababu »

मगर अपने कमरे में जाने के बजाय नेहा सीधा समर के कमरे में घुस गई- “तो आज क्या है?" नेहा ने घुसते ही कहा।

समर एकदम से चौंक गया- “क्या?"

नेहा- “बता आज कौन सा दिन है और आज क्या होने वाला है?" नेहा ने पूछा।

समर- “सनडे है, मगर क्या होने वाला है?" समर बोला।

नेहा- “आज मम्मी डैडी एक दूसरे को चोदेंगे.." नेहा ने सेक्सी अंदाज में कहा।

समर को एकदम से याद आया की नेहा ने ये उसे बताया था। वो शर्मा गया। अपने माँ बाप को उस स्थिति में वो इमेजिन नहीं करना चाहता था।

नेहा- “मैं तो बहुत उत्तेजित हूँ सोचकर। पता है मम्मी कितनी बेचैन हैं? उनको बस लण्ड चाहिये एक..” नेहा बोली और समर के पास आकर बैठ गई।

ना चाहते हुए भी समर अपनी माँ को लण्ड के साथ इमेजिन करने लगा। क्या काला जादू था ये नेहा का, जिसने एक बेटे को माँ के लिए ही सख्त कर दिया था। उसने कहा- “दीदी, मम्मी डैडी के बारे में ऐसी बात करना ठीक नहीं है...”

नेहा- “क्यों... वो भी तो इंसान है। जिनकी जरूरतें है। तेरी जरूरतों को आजकल मैं पूरा कर रही हैं। मम्मी की जरूरतों को डैडी पूरा करते हैं..” वो बोली।

समर के पास कहने के लिए कुछ नहीं था।

नेहा ने उसके पाजामे पे लण्ड पर हाथ रखा- “जरूरत होती है लण्ड की औरत को...” एक सेकण्ड में उसका लण्ड खड़ा हो गया। नेहा का मन अब कुछ करने का किया। मगर उसके माँ बाप अभी उठे हुए थे। उसने समर को नीचे देखकर आने को कहा।

....
समर देखकर आया, नीचे कोई नहीं था। पेरेंट्स अपने रूम में चले गये थे।

नेहा- “ओह्ह... माई गोड... अब वो कभी भी सेक्स करना शुरू कर देंगे। सोचकर ही चूत गीली हो रही है.." नेहा ने बोला। कितनी आसानी से वो अब अपने भाई के सामने ऐसी बात कर रही थी।

ये सुनकर समर भी हैरान था। नेहा ने समर को लेटा दिया और उसके पेट पे आकर चढ़ गई। हाथ पीछे करके उसने उसका लण्ड पकड़ा और उसे हिलाने लगी- “आज कैसा लगा मम्मी का बदन, जल्दी बता?"

समर को मजे आने लगे और उसके मुँह से निकल गया- “बहुत... बहुत अच्छा लगा दीदी.."

नेहा मुश्कुराई- “क्या अच्छा लगा... चूचे, गाण्ड?"

समर ने जवाब नहीं दिया।
User avatar
rajababu
Pro Member
Posts: 2894
Joined: 29 Jan 2015 23:18

Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post by rajababu »

(^%$^-1rs((7)
User avatar
naik
Gold Member
Posts: 5023
Joined: 05 Dec 2017 04:33

Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post by naik »

excellent update brother
keep posting
thanks for the lovely update
User avatar
rajababu
Pro Member
Posts: 2894
Joined: 29 Jan 2015 23:18

Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post by rajababu »

समर को मजे आने लगे और उसके मुँह से निकल गया- “बहुत... बहुत अच्छा लगा दीदी.."

नेहा मुश्कुराई- “क्या अच्छा लगा... चूचे, गाण्ड?"

समर ने जवाब नहीं दिया।

नेहा ने उसका लण्ड और जोर से हिलाया- "बता?"

समर- “सब दीदी, सब अच्छा लगा...” समर बोला। सच्चाई थी ये। समर को सब बहुत अच्छा लगा था।

नेहा- “और जब तेरी दीदी एक दूसरे लड़के के लण्ड को ऐसे ही हिला रही थी, तब कैसा लगा?" नेहा ने उसके लण्ड पे थोड़ा जोर लगाना शुरू किया।

समर- “ओहह... अया...” समर को मजा आ रहा था- “अच्छा नहीं लगा दीदी..."

नेहा- “मगर फिर भी तेरा लण्ड खड़ा हो गया था ना... अपनी बहन को पराये लण्ड से खेलते देखकर, तुझे भी ठरक मची थी ना... बता?” कहकर नेहा ने उसके टट्टे दबाए।

समर- “एम्म्म... हाँ दीदी... ना जाने क्यों मुझे अजीब सा मजा आया..” उसने सच बोल दिया।

नेहा के पास अपना दूथ डिटेक्टर टेस्ट था। नेहा उसके ऊपर से उतर गई, और समर की आँखें फाड़ते हुए उसने अपना पाजमा उतार दिया। फिर आगे बढ़कर समर का भी उतार दिया। अब वो अपनी पैंटी में थी। वो फिर आकर समर के ऊपर बैठ गई। मगर इस बार उसकी गाण्ड सीधा समर के लण्ड के ऊपर आई।

समर आनंद में चिल्लाया।

नेहा ने बिना कुछ बोले अपनी पैंटी को अपनी गाण्ड से थोड़ा साइड किया। इससे उसकी गाण्ड की लकीर पैंटी से बाहर आ गई। ये समर को दिख नहीं रहा था। क्योंकी वो आगे की साइड था। मगर उसे जो महसूस हुआ वो । शब्दों में डिस्क्राइब करने में मुश्किल था। नेहा ने समर का लण्ड अपनी लकीर के बीच में धंसा दिया। समर को ऐसा गजब झटका लगा की उसका शरीर कांप गया।

नेहा धीरे-धीरे आगे-पीछे होने लगी। उसकी कोमल गाण्ड समर के लण्ड को बीच में लिए आगे-पीछे होने लगी। समर आँखें बंद करे जन्नत की सैर करने लगा। नेहा नीचे झुकी और उसको चूमने लगी। इसके साथ ही उनकी छातियां मिल गई और समर का लण्ड और बेकाबू हो गया।

नेहा अब ऊपर उसके होंठ चूस रही थी और नीचे उसके लण्ड को अपनी गाण्ड के बीच लेकर झटके मार रही थी। समर को यकीन नहीं हो रहा था की वो अपनी बहन की आलमोस्ट गाण्ड मार रहा था, या उसकी बहन करवा रही थी। क्या पता किसी दिन छेद में भी लण्ड डालने का मौका मिल जाए। ये सोचकर ही समर का लण्ड झड़ने को तैयार हो उठा।

नेहा अब जोर-जोर से ऊपर-नीचे होने लगी। उसकी खुद की चूत गीली हो रही थी। इतनी तड़प रही थी। जी कर रहा था की अपने भाई के लण्ड से अपनी चूत ही फाड़ दे। वो जोर-जोर से अपनी गाण्ड उसके ऊपर पटकने लगी। समर भी अब अपना लण्ड उसकी गाण्ड पर मारने लगा।

समर- “ओह्ह... दीदी... मैं बस... मैं झड़ने......."

समर ने कहा ही था की नेहा उठी और समर की टांगों के बीच में बैठ गई। उसने अपना मुँह समर के लण्ड के पास कर दिया। हाथों से वो अब भी उसे मसल रही थी। समर तैयार था अपनी बहन के मुँह में अपना माल डालने के लिए। और बहन भी पूरी तैयार हो गई। समर को चौंकाते हुए उसने लण्ड की टिप को अपनी जीभ पर रख लिया। वो ये बर्दाश्त ना कर सका और एक के बाद एक ना जाने कितनी धारें डाल दी नेहा के मुँह में। नेहा ने एक-एक बूंद निगल ली। जब सब खाली हो गया, तो समर ने नीचे नेहा को देखा। उसे यकीन नहीं हो रहा था की उसके लण्ड पे उसकी बहन की जीभ लगी थी। मुँह से वीर्य लटकता हुआ नेहा के गले तक जा रहा था।

नेहा ने मुश्कुराते हुए कहा- “चल अब मम्मी डैडी की चुदाई का मजा लेते हैं.."

रात के 12:00 बज चुके थे। घर पे शांति थी और अंधेरा फैल गया था। मगर घर के सदस्य शांत नहीं थे। नेहा समर को लेकर नीचे अपने पेरेंट्स के दरवाजे के बाहर पहुँच चुकी थी। समर अनकंफर्टेबल महसूस कर रहा था। मगर अपनी बहन का ये आफर वो ठुकरा कैसे सकता था?
User avatar
rajababu
Pro Member
Posts: 2894
Joined: 29 Jan 2015 23:18

Re: Erotica नेहा और उसका शैतान दिमाग

Post by rajababu »

दोनों की धड़कनें तेज थी। डर भी लग रहा था मगर उत्तेजना भी चरम पर थी। क्या कर रहे होंगे मम्मी डैडी? क्या वो सच में अपनी हवस की आग को हवा दे रहे होंगे? क्या हम उनको सुन पायंगे? उनको देख पायंगे? उन्होंने हमें देख लिया तो? नेहा और समर यही सोच रहे थे।

मगर नेहा का डिटर्मिनेशन समर से ज्यादा था। उनकी आँखें अंधेरे में अज़स्ट कर रही थी। थोड़ा-थोड़ा दिखने लगा था। मगर कुछ पलों से दरवाजे के बाहर होने के बावजूद उनको कुछ सुनाई नहीं दिया था। समर ने नेहा की ओर ऊपर वापस जाने का इशारा किया। मगर वो नहीं मानी, और वो सही थी।

कुछ टाइम बाद उनकी माँ की आवाज आई अंदर से- “ओके मैं तैयार हैं। तुम्हारे लिए स्पेशली आज मैंने ये लिंगरी पहनी है...”

दोनों भाई बहन के कान खड़े हो गये। नेहा मुश्कराने लगी। समर शर्मा गया। उनकी माँ अपने पति को खुश करने के लिए लिंगरी पहनकर आई थी।

ना चाहते हुए भी समर अपनी माँ को उस रूप में इमेजिन करने लगा। कितनी सेक्सी लग रही होगी मोम। उनको अपने बाप की आवाज नहीं आ रही थी। शायद वो आराम से बोल रहा था।

प्रीति- “तुम तो उत्तेजित ही नहीं हए? मेरा शरीर सेक्सी नहीं लग रहा? मेरे चूचे, मेरी गाण्ड... मस्त नहीं लग रही?" फिर से प्रीति की आवाज आई।

अपनी माँ के ये शब्द सुनकर दोनों के जबड़े लटक गये। समर तो हैरान था। गाण्ड, चूचे... मेरी माँ के मुँह से ऐसे शब्द।

कमरे के अंदर का दृश्य। अपनी बीवी को ऐसे उसने बहुत टाइम बाद देख था, मगर अभी भी यतीन इतना उत्साहित नहीं था। अपनी बीवी को खुश रखने के लिए वो खुश होने का ड्रामा कर रहा था, कहा- “अच्छी लग रही हो। बहुत हाट...” उसने कहा।

प्रीति- “बैंक यू... डार्लिंग... आज मैं तुम्हारे लिए हर चीज करने को तैयार हूँ..." प्रीति बोली। और यतीन को चूमने लगी। यतीन ने भी उसको वापस चूमा। प्रीति ने उसके हाथ अपनी गाण्ड पर रखवा दिए- "मेरी गाण्ड से खेलो
और मुझे चूमो..” प्रीति बोली।

यतीन ने उसकी गाण्ड दबाना शरू करा। इतनी बड़ी-बड़ी, कोमल गाण्ड। यतीन ने जोर से थप्पड़ मारा उसकी गाण्ड पे।

"अयाया.” प्रीति के मुंह से चीख निकली।

नेहा और समर ने एक-एक शब्द सुना था अपने माँ बाप का। नेहा के मुंह पे इतनी शैतानी सी थी। उसने एक बेटे को अपनी माँ का सेक्सी रूप दिखा दिया था। समर को अपने कानों पर यकीन नहीं हो रहा था। ‘पटक' तभी एक और थप्पड़ की आवाज आई। पापा मम्मी की गाण्ड पे थप्पड़ मार रहे थे।

नेहा पास आई और समर के कान में बहुत धीरे से बोला- “लगता है मम्मी को भी स्पैकिंग बहुत पसंद है..”
Post Reply