Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
# अपडेट - 111
फिर मैं बाहर आकर गाड़ी मे बैठ गया... पायल गाड़ी चलाने लगी...
मैं - मुझे पता नहीं था कि तुम गाड़ी भी चला लेती हो...
पायल - तुमने मुझे ऐसे ही समझ रखा है. मुझे गाड़ी, बाईक सब चलाने आते हैं. आई एम ए मॉर्डन गर्ल...... वो तो शादी के बाद बंद कर दिये...
मैं - हम कहाँ जा रहे हैं...
पायल - बस यहीं पर ही...
फिर मैं कुछ नहीं बोला... पायल गाड़ी दोडाये जा रही थी.
हम जयपुर के सबसे पॉश एरिये मे आ गये थे. सड़क के दोनों तरफ बंगले बने हुए थे. ये एरिया बिल्कुल ही शांत और साफ सुथरा था. कहते हैं ना पैसा कुछ भी कर सकता हैं.
4-5 मिनट बाद पायल ने एक आलीशान घर के आगे गाड़ी रोक दी. अंदर से एक वॉचमेन आया और गेट खोल दिया.
पायल गाड़ी अंदर ले गई.
घर नहीं वो बंगला बहुत ही बड़ा था. अंदर बहुत ही सुंदर गार्डन था.
उसने गाड़ी बंगले के पॉर्च मे जाकर रोक दी. हम दोनों गाड़ी से ऊपर गये...
मैं बोला - हम कहां आ गये... किसका बंगला है ये...
पायल - हमारा ही है.... यार तुम सवाल बहुत पूछते हो.. चलो अंदर चलो...
उसकी बात समझ नहीं आई... मैं भी उसके पीछे चल पड़ा.
बाहर से जितना बड़ा और सुंदर था, अंदर से तो उससे कहीं ज्यादा सुंदर था. मैंने तो ऐसे बंगले फिल्मों मे ही देखें थे. मैं चारों तरफ देखने लगा.
हॉल बहुत बड़ा था, पूरा हॉल मंहगी चीजों से सज्जा हुआ था.
हम सोफे पर बैठ गये. तभी एक औरत हमारे लिये पानी ले आई... वो नौकरानी थी.....
मैं पानी पिते हुए चारों तरफ देख रहा हूँ. मुझे ऐसे देखते हुए पाकर वो बोली - कैसा लगा घर... मैं - ये घर थोड़ी है ये तो बंगला हैं. बहुत ही ब्यूटीफुल हैं. तुम्हारा है..?
पायल - हां मेरा ही है. मेरे डैड ने ये विला मुझे गिफ्ट दिया था. और अब से तुम्हारा है...
मैं - मेरा है.. मतलब
पायल - आज से तुम इसके मालिक हो. मैं ये तुम्हारे नाम कर रही हूं....
मैं - क्यों.. किस लिए.. नहीं..नहीं.....
पायल - क्यों नहीं... राहुल तुमने मुझे नई लाइफ दी हैं...
मैं - पर मैं ये नहीं ले सकता. ताऊजी ने मुझे बहुत दिया हैं.
पायल - ये मैं दे रही हूं.
वो मेरे नजदीक आ गई.. बोली - राहुल मैंने तुम्हें सबकुछ मान लिया है. जो एक पति का दर्जा होता हैं मैंने तुम्हें वो दे दिया है. तो जो मेरा है वो तुम्हारा है... प्लीज मना मत करो....
पायल का मेरे लिए इतना प्यार देखकर अच्छा लगा, मैं उसे मना नहीं कर सका... - ठीक हैं...
मेरी बात सुनकर वो खुश हो गई और मेरे गले लग गई... फिर वो अलग हुई और पास के ड्रॉअर से एक फाईल ले आई...
पायल - इस पर साइन करो...
मैं - ये क्या है...
पायल - विला के पेपर्स हैं... मैंने पहले ही बनवा लिये थे.
पायल तो बहुत तेज निकली... मैंने उन पेपर्स पर साइन कर दिये....उसने वो पेपर्स रख दिये...
तो मैं बोला - हम कितनी देर मे चंलेगे....
पायल - आज हम यहीं पर रहेंगे....
मैं - यहां पर.. तुमने मुझे बताया नहीं....
पायल - मैं सर प्राइज देना चाहती थी.
मैं - सर प्राइज...?
पायल - वो आज हम दोनों यहीं पर रहेंगे...
मैं उसकी बात समझ गया..
मैं - अच्छा तो ये बात है... पर तुम यहां रहेगी तो ताऊजी, ताईजी वो क्या....
पायल - मम्मी जी को पता है कि हम साथ हैं...
मैं - क्या....
पायल - हां.. उनको पता है. वो मुझे अपनी बेटी जैसी मानती हैं. हम दोनों मां बेटी की तरह ही रहते हैं. उनको हमारे साथ से प्रॉब्लम नहीं हैं....
मैं ( मन मे )- दोनों ने मुझे कहा भी था कि उन्हें प्रॉब्लम नहीं है...
मैं - तो हम हम यहां क्या करेंगे रात भर...
पायल - राहुल प्लीज... और बात को बदलते हुए बोली - चलो तुम्हें तुम्हारा घर दिखाती हूँ...
मैंने उसका हाथ पकड़ा और बोला हमारा घर...
मेरी बात सुनकर उसके चेहरे पर स्माइल आ गई...
पायल का शरीर बिल्कुल फिट था. उसने हल्के गुलाबी रंग की पारदर्शी साड़ी पहन रखी थी जो उसकी सुन्दरता में चार चाँद लगा रही थी. ब्लाऊज थोड़ा गहरे गले का था जिस कारण उसकी लगभग 34 इंच की आधी चूचियां साड़ी से साफ दिख रही थीं। मेरा तो देखकर बुरा हाल हो रहा था और चूचियों से नजर ही नहीं हट रही थी.
पायल ने मेरा हाथ पकड़ा और धीरे से बोली- क्या देख रहे हो...
मैंने हाथ उसकी चूचियों पर रख कर बोला- इन्हें...
वो एकदम से चिहुंक उठी...
मेरे हाथ रखते ही पायल पीछे को हट गई और बोली - धत बेशर्म..
उसके कहने का अन्दाज इतना मोहक था.. कि मेरी जान सी निकल गई...
मैंने उसके चेहरे की तरफ गौर से देखा. उसका चेहरा शर्म से बिल्कुल लाल हो गया. उसकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.
मैं बोला- इसमें बेशर्म वाली कौन सी बात है... हम प्यार ही तो करने आए हैं.
पायल - हां... लेकिन वो रात मे करेंगे...
कहते हुए एक हाथ उसकी कमर में और गर्दन में डालकर सीने से लगा लिया. उसकी लम्बाई मेरे से कम थी.. उसकी चूचियां मेरे सीने से दब गईं. ऐसा लग रहा था जैसे मैं मखमल के तकिये से लिपटा हूँ.
मैंने अपने होंठ उसकी गर्दन पर रख दिए. उसके बदन की खुशबू से मुझे नशा सा चढ़ गया और ये भी भूल गया कि हम हॉल मे हैं और यहां पर सर्वेंटस हो सकते हैं. मैं उसे बाँहों में भींचता ही जा रहा था. मेरा लण्ड खड़ा होकर उसकी जाँघों में दब रहा था. शायद पायल को भी महसूस हो रहा था.
वो कसमसा के धीरे से बोली - राहुल छोड़ो ना , कोई देख लेगा...
मैं - डार्लिंग अब किससे शरमाना...
पायल - समझो ना... मैं चाहती हूँ कि हम रात मे प्यार करे...
मैं - रात मे क्यों...
पायल - वो रात मे पता चल जायेगा...
मैंने उसकी तरफ देखा तो चेहरा बिल्कुल लाल हो रहा था और शर्म के कारण आँखें नीचे झुकाये खड़ी थी.. मैं उसके मासूम से चेहरे को देखता ही रहा.
तभी किचन से आवाज आई तो हम अलग हो गये... फिर वो मुझे पूरा बंगला दिखाने लगी.
बंगला मेरी सोच से बड़ा था. नीचे एक बड़ा सा हॉल, किचन साईड़ मे एक स्पेशल रूम मेहमानों के बैठने के लिए..
बंगले मे 7 बेडरूम थे. 3 नीचे और 4 ऊपर . सभी मे बड़े बड़े वॉशरूम थे. इसके अलावा एक दो रूम और थे.
बंगले मे एक स्वीमिंग पूल था. एक अच्छा सा गार्डन था.
पायल पहली मन्जिल पर एक कमरे के सामने रुकी और बोली - ये है आपका रूम.. अब फ्रेश हो लो. आराम कर लो.
मैं - मेरे अकेले का रूम है तुम्हारा नहीं...
पायल - नहीं... मेरा दूसरा है....
मैं - क्यों..
पायल - अभी के लिए ये रूम हैं, फिर हमारा वो ही रूम होगा...
मैं - क्यों..अभी क्यों नहीं...
पायल - रात मे सब पता चल जायेगा.. अब आराम करो और किसी चीज की जरूरत हो, तो मुझे बताना.
मैं - मुझे तो बस एक चीज की जरूरत है.
पायल - क्या..
मैं उसके उठे हुए चूचों पर हाथ रखते हुए बोला - इनकी
वो शर्माते हुए बोली- बहुत नॉटी हो गए हो..
मैं - अब मैं जो भी हूँ जैसा भी हूँ तुम्हारा ही हूँ जान...
पायल - हां मेरे ही हो...
मैंने उसको खुद से चिपका लिया और हाथ पिछे ले जाकर कमर को सहलाने लगा...
तो वो बोली- जनाब थोड़ा वेट करो.. इतनी जल्दी क्या है...
मैं - मैं तो कर लूँ.. पर इसका क्या.. जो तुम्हें देखते ही.....
ये कहते हुए मैंने उसे कस लिया. मेरा लंड उसकी चूत पर दब गया. मैं गर्दन पर किस करने लगा.
ᎠᎬᏙᏆᏞ ...
- Pavan
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
Amazing update
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
Nice update
Keep updating
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- Dolly sharma
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
खूनी रिश्तों में प्यार बेशुमारRunning.....परिवार मे प्यार बेशुमारRunning..... वो लाल बॅग वाली Running.....दहशत complete..... मेरा परिवार और मेरी वासना Running..... मोहिनी Running....सुल्तान और रफीक की अय्याशी .....Horror अगिया बेतालcomplete....डार्क नाइटcomplete .... अनदेखे जीवन का सफ़र complete.....भैया का ख़याल मैं रखूँगी complete.....काला साया complete.....प्यासी आँखों की लोलुपता complete.....मेले के रंग सास, बहु, और ननद के संग complete......मासूम ननद complete
- rajsharma
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )
बहुत ही शानदार अपडेट है दोस्त
Read my all running stories
(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
मंदिर जाकर जाप भी कर लेता हूँ ..
मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
(¨`·.·´¨) Always
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`·.¸.·´ -- raj sharma
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