Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )

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Baba Devil
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )

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# अपडेट - 104


फिर उसने कपड़े पहन लिये, कुछ देर वो मेरे पास बैठी फिर मैंने उसे पढ़ाई करने के लिए भेज दिया... मैं पढ़ने बैठ गया, 2-3 घंटे तक मैं पढ़ता रहा.

# आगे -


मैं रात का इंतजार कर रहा था, संगीता की गांड जो मारनी थी. पर मेेरे सारे उत्साह पर पानी फिर गया... शाम को मैं बाहर आया तो पता चला कि देवीलाल भाई आये हुए हैं... अब मैं क्या कर सकता था... ऐसे ही सो गया...

अगले दिन सुबह मैं तैयार होकर कॉलेज चला गया... वहां पर मनीष और विकास मिल गये. हम तीनों क्लास मे चले गये...

तीसरे पीरियड मे एक पीयून आया, और मेरे नाम लेते हुए बोला की प्रिंसिपल मैम ने बुलाया है...
मैं उसके साथ चला गया...

मैं प्रिंसिपल ऑफिस मे चला गया...
मैं - गुड़ मॉर्निंग मैम...
प्रिंसिपल ( शालिनी अग्रवाल ) - गुड़ मॉर्निंग... तुम हो राहुल जिसके लिए ठाकुर साहब ने कॉल किया...
मैं - यश मैम...

प्रिंसिपल - इतने दिन क्लासेस कैसे मिस की...

वो बहुत प्यार से बात कर रही थी... क्योंकि कल ठाकुर ने कहा था कि मैं उनके परिवार का सदस्य हूं

मैं - मैम वो नानाजी की तबियत खराब थी , तो उनके पास जाना पड़ा...
प्रिंसिपल - ठीक हैं. आगे से ध्यान रखना. कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना क्लास मे
मैं - नहीं मैम कोई प्रॉब्लम नहीं है...
प्रिंसिपल - कोई भी प्रॉब्लम हो तो मुझे बताना. Ok
मैं - OK मैम
प्रिंसिपल - मैंने तुम्हारी मार्कशीट्स देखी हैं. तुम इंटेलिजेंट स्टूडेंट हो, तुम यहां भी अच्छे से पढाई करो और अच्छे मार्क्स लाओ...
मैं - यश मैम

फिर मैं वहां से आ गया... क्लास मे मनीष और विकास ने पूछा की क्या हुआ, तो मैंने बोल दिया कि - कुछ नहीं बस ऐसे ही बुलाया था.

ब्रेक मे मनीष ने बताया कि वो अपनी गर्लफ्रेंड (प्रीति ) के साथ बाहर जा रहा है. वो चला गया...
फिर विकास बोला कि वो भी अपनी बहनों के साथ मूवी देखने जा रहा है...
तो मैं बोला - तो मैं क्या करूगा यहां...
विकास - तु भी चल हमारे साथ मूवी देखने...

मेरा भी मन नहीं था और क्लास लेने का तो मैंने हां कर दी. आज वो अपनी बाईक लाया था. हम दोनों अपनी अपनी बाईक पर विकास के घर चले गये...

वहां जाते ही विकास ने विनिता और कल्पना को बोला - चलो, चलते हैं...
तो विनिता बोली - मैं तैयार होके आती हूं...

विकास - जल्दी तैयार हो, कल्पना को भी बोल दे.

तभी मैंने विनिता कान मे कहा - पैंटी मत पहनना..

वो मेरी तरफ देखने लगी, उसने कुछ नहीं कहा. वो कमरे मे चली गई.

थोड़ी देर बाद विनिता और कल्पना, विकास और मैं मूवी देखने के लिए जाने लगे, तो कल्पना बोली मुझे बुलेट पर बैठना हैं और वो मेरी बाइक पर बैठ गयी.
मैंने सोचा था कि रास्ते मे विनिता के साथ कुछ मस्ती करूंगा, पर मैं अब कुछ बोल भी नही सकता था.

हम थियेटर मे आ गये. विकास ने टिकट पहले ही बुक कर दी थी. हम अपनी सीट पर बैठ गये. पहले विनिता फिर मैं ,मेरे पास मे कल्पना फिर विकास बैठ गया.

मूवी चालू हो गयी. विकास और कल्पना का ध्यान मूवी मे था. मैं भी मूवी देख रहा था. विनिता कभी मूवी तो कभी मेरी तरफ देख रही थी.

20-25 मिनट बाद मैंने विकास और कल्पना की तरफ देखा. वो दोनों मूवी देख रहे थे.

मैंने अपना हाथ विनिता की जांघ पर रख दिया. मेरे हाथ रखते ही उसके पैरों मे कंपन हुआ.

मैं अपना हाथ विनिता की चुत के पास ले गया और चूत पर रख दिया.
वो मेरी तरफ देखने लगी. मैं अपने हाथ से उसकी जींस का बटन खोलने लगा, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया. वो डर रही थी. पर मैं तो नहीं डर रहा था.

मैंने जोर लगाकर उसका बटन खोल दिया तो उसने मेरा हाथ अपने टॉप ये ढक दिया, ताकि किसी को कुछ पता ना चले, और वैसे भी हॉल मे अंधेरा था.

मैं जींस के उपर से विनिता की चूत के साथ खेलने लगा. विनिता की आँखे बंद हो वे चूत को मसलने का मज़ा लेने लगी.
मैंने विनिता की पेंट को थोड़ा नीचे कर दिया. और अपना हाथ पेंट के अंदर डाल दिया. और चूत के पास ले गया.

विनिता ने पैंटी नही पहनी थी. उसने मेरी बात मान ली.

मैं विनिता की चूत पर धीरे धीरे उंगली घुमाने लगा.उसकी चूत पर बाल नही थे, वो बिल्कुल चिकनी थी. उसकी चूत टाइट थी. मतलब विनिता सही बोल रही थी कि वो वर्जिन है.

मैं धीरे धीरे चूत के साथ खेलने लगा. उसकी की चूत टाइट थी. मेरी उंगली बड़ी मुश्किल से अंदर जा रही थी. मैने सोचा अगर उंगली अंदर डाल दी तो विनिता की चीख निकल सकती है.
तो मैं उपर से ही उसकी चूत के साथ खेलने लगा.







ᎠᎬᏙᏆᏞ 😈😈😈...
Baba Devil
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )

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# अपडेट - 105

तो मैं उपर से ही उसकी चूत के साथ खेलने लगा.

मूवी पूरी होने तक मेरा हाथ उसकी पेंट मे ही था. बस इंटरवेल मे मुझे हाथ निकालना पड़ा. इस दौरान मैंने दो बार उसका पानी निकाल दिया...

फिर उसने मेरा हाथ निकाल दिया, और धीरे से बोली - पूरा गीला गीला कर दिया तुमने, मेरी जींस भी खराब हो गई हैं. घर कैसे जाउंगी...
मैं बोला - गीला मैंने थोड़ी किया है तो तुमने ही किया है..

वे मुझे घुरने लगी. उसने अपने कपड़े ठीक किए. फिर कुछ नहीं हुआ.

मूवी देखने के बाद हम बाहर आ गये. मैंने विनिता को बीच मे कर लिया और उसके पीछे हो गया ताकि उसकी जींस किसी ना दिखे...

हम वहां से विकास के घर आ गये. अब भी मेरे साथ कल्पना ही थी. वो मुझसे चिपक कर बैठी थी. जिससे उसके छोटे छोटे चुचे मेरी पीठ पर टच हो रहे थे. जिसका असर मेरे लंड पर हो रहा था.
किसी तरह मैंने खुद को शांत किया...

हम विकास के घर आ गये. विनिता जल्दी से अपने रूम मे चली गई. थोड़ी देर रूक कर मैं घर चला गया.

घर आकर मैंने खाना खाया. फिर मैं अपने कमरे मे जाकर बेड पर बैठ कर कॉलेज के बचे हुए नोट्स कॉपी करने लगा.

एक डेढ़ घंटे नोट्स बनाने के बाद मैं बाहर हॉल मे आ गया. मैं मम्मी के पास बैठकर बातें करने लगा.बातों बातों मे उन्होंने बताया कि आज मीनाक्षी भाभी आ गई हैं. उनके भाई सुबह ही उनको छोड़कर गये हैं

ये बात सुनकर मैं खुश हो गया, मेरी एक रांड जो वापिस आ गई थी...

हम कई देर तक बातें करते रहे, शाम होने वाली थी तो मैं बाहर आ गया...
मैं राजू भाई के घर आ गया, मैं अब गया तो चौक मे ताऊजी, मेरी प्यारी रंडी़ दादी, ताईजी और राजू भाई सब बैठे हुए थे. मीनाक्षी नहीं दिखी. मैं उनके पास बैठ गया..

राजू - कैसा है राहुल...
मैं - ठीक हूँ. आप कैसे हैं काम कैसा चल रहा हैं.
राजू - काम अच्छा चल रहा हैं. ऑफिस मे अकाउंट ही देखने होते हैं.

मेरा नाम सुनकर मीनाक्षी जो किचन मे काम कर रही थी वो किचन की खिड़की के पास आ गई... मैंने उसे देख लिया, वो मुझे देख कर मुस्कुराने लगी... मैं भी मुस्कुरा दिया...

कुछ देर बाद कर्ण सिंह ताऊजी बाहर चले गये गाँव मे, ताईजी और दादी वही बातें कर रहे थीं. मैं राजू भाई के साथ बाहर आ गया...

कुछ देर बैठने के बाद मैं घर आ गया, और एक कागज पर लिखने लगा. मैंने लिखकर वो कागज जेब मे डाला और बाहर आ गया.

बाहर सब बच्चे खेल रहे थे, वहां पर निंशात भी था. मैंने उसे अपने पास बुलाया.
और उसे वो कागज देते हुए कहा - निशांत, ये कागज अपनी मम्मी को दे आ...
निंशात - चाचा क्या हैं, इसमें...

मैं - कुछ काम की चीज है. जा जल्दी जा और दे आ...

निंशात चुपचाप चला गया, दो चार मिनट बाद वापिस आ गया...
मैं - दे दिया...
निंशात - हां चाचा...

मैं - ये ले चॉकलेट....
चॉकलेट देखकर निंशात खुश हो गया.... चॉकलेट लेकर वो खेलने चला गया.

मैंने कागज मे सुबह जल्दी पशुओं के बाडे़ मे मिलने को लिये बोला था. आपको तो पता है कि गाँव मे सुबह जल्दी उठकर काम के लग जाते हैं. बाडे़ की तरफ औरतें 5:30 बजे तक आती हैं पशुओं के पास...

मैंने मीनाक्षी को 4:45 बजे बाड़े मे आने को कहा ताकि उसकी चुत रगड़ सकु....





ᎠᎬᏙᏆᏞ 😈😈😈...
josef
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Re: Incest सबका लाडला (फैमिली स्टोरी )

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बढ़िया उपडेट तुस्सी छा गए

अगले अपडेट का इंतज़ार रहेगा


(^^^-1$i7) 😘
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