मेरा काम तो पूरा हो चूका था, अब वो जो भी कर रहा था वो मेरे लिए बोनस था। वो भी अब सिसकिया निकालने लगा।
धीरे धीरे उसकी सिसकिया भी बढ़ने लगी। जब जब उसका लंड मेरी चूत में जाकर झटके मारता उसके मुँह से एक अह्ह्ह की आवाज निकलती।
उसके झटके बड़ी जल्दी जल्दी लग रहे थे, पर अब इतना अंदर नहीं जा रहे थे। थोड़ी ही देर में उसके झटको की गति धीमी हो गयी पर अंदर जाने की गहराई बढ़ गयी।
मुझे लगा इतनी देर से करने के कारण थक गया होगा, तो अपनी एनर्जी इकठ्ठी कर रहा होगा। उसके झटके अब भी धीमे पर गहरे थे।
झटको की गहराई के साथ उसके सुर भी बदल गये थे। पहले हा अ हा अ की तेज आवाज निकाल रहा था तो अब आह्ह्ह्हह आह्ह्ह्ह बोलते हुए गहराइयों के मजे ले रहा था।
थोड़ी देर में देखा वो थक कर रुक गया और अपना लंड मेरी चूत में डाले रहने दिया। मैंने उसकी तबियत पूछने के लिए पूछा “क्या हुआ थक गए क्या?”
वो पूरा पसीना पसीना हो गया था और बोला “नहीं, मेरा हो गया हैं। आई एम सॉरी, मैं इतना खो गया कि समय पर बाहर निकाल ही नहीं पाया।”
मेरा तो दिमाग जैसे सुन्न हो गया। मैंने उसको कंधे से धक्का देते हुए साइड में गिराया और उठ कर बैठ गयी और अपनी चूत को देखने लगी। वो पूरी चिकने पानी से लथपथ थी और रह रह कर थोड़ा पानी रिस रहा था।
मैंने चिंता के मारे अपने दोनों हाथ सर पर रख दिए और उसकी तरफ खा जाने वाली नजरो से घूर के देखने लगी।
वो अपनी सफाई देने लगा “देखो, तुम्हे कुछ नहीं होगा चिंता मत करो। वैसे मैं निकाल देता हूँ, पर तुम्हारा ये फिगर देख कर, पता नहीं क्या हो गया, और मैं कंट्रोल नहीं कर पाया”।
दो यारों की सांझ इतनी गहरी की उनका बिस्तर भी साँझा और बीवियां भी सांझी, पढ़िए आई लव आल द्वारा लिखित देसी हिन्दी स्टोरी!
मैने कहा “कम से कम झड़ते वक्त थोड़ी जोर की आवाज तो निकालते ताकि मुझे पता तो चलता और तुम्हे रोक पाती”।
उसने बून्द बून्द करते अपना सारा पानी छोड़ा तो मुझे भी पता नहीं चला। एक साथ पिचकारी छोड़ता तो मुझे मालूम पड़ जाता।
वो बोला “सॉरी, पर झड़ते वक्त मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। मेरी तो आवाज भी नहीं निकल पा रही थी। शादी के बाद पहली बार जब पायल को चोदा था तब ऐसी हालत हुई थी और उसके बाद अब”।
मेरा गुस्सा देख कर वो अपने कपडे समेट बाथरूम को भागा। मैंने अपने दोनों हाथों से अपनी आँखें बंद कर ली।
मुझे तो आज तक कभी इमरजेंसी पिल की जरुरत भी नहीं पड़ी, सिर्फ अपनी सहेलियों से सुना भर था। अगले दो दिन तक हम यहाँ घूम रहे होंगे तो फिर पिल ले भी नहीं ले पाउंगी। मैं चिंता में घुली जा रही थी।
थोड़ी देर में ही राज बाथरूम से बाहर आया।
मैंने बिस्तर पर देखा थोड़ा वीर्य गिरा था, मैंने उसको पोंछा और अपना स्लीप शर्ट और शार्ट उठा कर बाथरूम को भागी। मैं अब अपनी चूत को धो धो कर उसका पानी निकालने का प्रयास करने लगी, जब कि मुझे भी पता था कि अगर कुछ हुआ होगा तो मेरे धोने से कुछ नहीं होने वाला।
मैं अब अपनी साफ़ सफाई करके अपना स्लीप वियर पहन कर फिर बाहर आ गयी। राज वही मुजरिम की भांति बैठा था।
वो मुझे फिर दिलासा देने लगा कि मैं चिंता ना करू, कुछ नहीं होगा। मैंने देखा कि बिस्तर पर वीर्य साफ़ करने से अभी भी थोड़ा गीला दिख रहा था। मैंने वहा रजाई डाल कर छुपा दिया ताकि पति ना देख सके।
Erotica मेरी कामुकता का सफ़र
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Re: मेरी कामुकता का सफ़र
मेरी नशीली चितवन Running.....मेरी कामुकता का सफ़र Running.....गहरी साजिश Running.....काली घटा/ गुलशन नन्दा ..... तब से अब तक और आगे .....Chudasi (चुदासी ) ....पनौती (थ्रिलर) .....आशा (सामाजिक उपन्यास)complete .....लज़्ज़त का एहसास (मिसेस नादिरा ) चुदने को बेताब पड़ोसन .....आशा...(एक ड्रीमलेडी ).....Tu Hi Tu
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Re: मेरी कामुकता का सफ़र
बहुत ही शानदार अपडेट है दोस्त
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(वापसी : गुलशन नंदा) ......(विधवा माँ के अनौखे लाल) ......(हसीनों का मेला वासना का रेला ) ......(ये प्यास है कि बुझती ही नही ) ...... (Thriller एक ही अंजाम ) ......(फरेब ) ......(लव स्टोरी / राजवंश running) ...... (दस जनवरी की रात ) ...... ( गदरायी लड़कियाँ Running)...... (ओह माय फ़किंग गॉड running) ...... (कुमकुम complete)......
साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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मानव से देव ना बन जाऊं कहीं,,,,
बस यही सोचकर थोडा सा पाप भी कर लेता हूँ
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Re: मेरी कामुकता का सफ़र
fantastic update brother keep posting
waiting for the next update
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Re: मेरी कामुकता का सफ़र
धन्यवाद आपका
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