Incest परिवार बिना कुछ नहीं

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mastram
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Re: परिवार बिना कुछ नहीं

Post by mastram »

करण फिर सबको शॉपिंग मॉल ले जाता है और अपना कार्ड समर को दे देता हैं और बोलता हैं कि जाओ सब लोग शॉपिंग कर लो मेरा मन ठीक नहीं है मैं यहीं सबका इंतजार करूंगा गाड़ी में ही।
और सभी लोग अंदर घुस जाते हैं। फिर काम्या राम्या को अपने साथ लेडीज सेक्शन में ले जाती हैं और सामान देखने लगती हैं। जबकि माही और समर फर्स्ट फ्लोर पर चले जाते हैं और एक लेडीज शोरूम में घुस जाते हैं जहां एक खूबसूरत लड़की काउंटर पर बैठी हुई थी।
लड़की: बैठ जाए मैडम, आपका स्वागत है बताए आपको क्या दिखाऊं?
माही एक नजर लगे हुए आइटम पर डालती हैं जो कि सारे वेस्टर्न आउटफिट के थे, एक से बढ़कर एक थे। तभी समर की नजर एक ब्लैक रंग की शॉर्ट लिंगरी पर जाती हैं जो कि बहुत खूबसूरत लग रही थी। माही उसे देखती है तो खुशी से झूम पड़ती हैं।
लड़की: वाऊ मैडम आपके बॉय फ्रेंड कि पसंद एक दम लाजवाब हैं। इससे मस्त आइटम हमारे पास नहीं है। जैसे ही माही लड़की के मुंह से बॉय फ्रेंड सुनती हैं वो एक कातिल मुस्कान के साथ समर को देखते हुए हल्के से एक आंख दबा देती हैं।
लड़की उसे शीशे से बाहर निकलती हैं माही को अच्छे से दिखती हैं । ये एक वेस्टर्न आउटफिट था जिसमें कंधो पर दो पतली सी तनी थी और नीचे सिर्फ गांड़ तक आ पाती और नीचे का हिस्सा पेंटी के रूप में सिर्फ एक पतली सी लाइन थी जो कि मुश्किल से चूत को छुपा सकती थी और पीछे एक लाइन सिर्फ गांड़ के छेद पर आती और पूरी गांड़ लगभग नंगी ही नजर आती उसे पहनकर ।
माही उसे खरीद लेती हैं और समर बोलता है कि इसके पैसे वो खुद देगा , पापा के कार्ड से नहीं लेगा। और अपने जेब से पर्स निकाल कर लड़की को पैसे देता हैं तो माही एक दम खिल जाती हैं और आस पास देखते हुए समर के होंठ चूम लेती हैं। लड़की: मैडम थोड़ा सब्र करो, घर जाने तक तो रुकी रहो " और मुस्कुरा देती हैं ।
माही और समर दोनों स्माइल करते हैं और नीचे आ जाते हैं जहां पहले से ही काम्या,राम्या और करण उनका वेट कर रहे थे। रात होने वाली थी इसलिए सबके गाड़ी में आते ही करण गाड़ी घर की तरफ घुमा देता है।
गाड़ी चलती जा रही थी और धीरे धीरे सड़क पर पूरा अंधेरा फैल चुका था।
दिन भर की थकान के कारण काम्या को नींद आने लगती हैं तो करण को लाइट बंद करने को बोलती हैं। करण गाड़ी में जल रहा बल्ब बंद कर देता है और अब गाड़ी में पूरा अंधेरा था बस सामने से आने वाली गाड़ियों की लाइट पड़ने से थोड़ी रोशनी होती थी। पीछे राम्या भी सो चुकी थी।
माही मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अपने होंठ समर के होंठो से जोड़ देती हैं दोनो किस करने लगते हैं। फिर वो माही के बूब्स दबाने लगता है और एक हाथ नीचे लाते हुए उसकी पैंट में घुसा देता हैं और उसकी चूत को सहलाने लगता है।
माही का जिस्म झटके खाने लगता हैं और वो उसके लंड को पकड़ कर बाहर निकालटी हैं और दाबने लगती हैं। उफ्फ दोनो के सिर पर सेक्स पूरी तरह से हावी हो चुका था दो।एक दूसरे के जिस्म से खेल रहे थे तभी करण गाड़ी की लाइट जला देता हैं क्योंकि पुलिस आने जाने वाली सभी गाडियां चेक कर रही थी । दोनो फिर से अलग हो जाते हैं सीधे बैठ जाते हैं । पुलिस एक सरसरी नजर पीछे डालती हैं और करण को जाने का इशारा करती हैं और करण फिर से गाड़ी की लाइट बुझा देता हैं और आगे बढ़ जाता हैं। जैसे ही लाइट बंद होती हैं माही समर का हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रख देती हैं और सहलाने लगती हैं। माही का जिस्म आग आग का गोला बना हुए था। पूरा जल रहा था। शरीर का जर्रा जर्रा बस प्यार मांग रहा था । समर उसकी चूत को सहलाने लगता है तो माही से मजा बर्दाश्त नही होता और वो अपना हाथ अपनी चूचियों पर लाकर उन्हें दाबने लगती हैं।
माही को अब किसी को फिक्र नहीं थी , शर्म लिहाज , डर सब कुछ भूल चुकी थी और बस झड़ जाना चाहती थीं । उसकी चूत में अब तूफान उठना शुरू हो गया था और उसका मजा बढ़ता जा रहा था। किसी भी पल वो झड़ सकती थी लेकिन तभी करण ब्रेक मार देता है क्योंकि घर आ चुका था। माही पर एक और जुल्म । जैसे ही वो झड़ने वाली थी फिर से उसकी किस्मत धोका दे गई । और वो गुस्से से अपनी चूत जोर से दबाती है और दूसरे हाथ से समर का लंड ऐसे दबाती हैं मानो सारा गुस्सा उस पर ही निकाल रही हो।
लंड दबते ही समर के मुंह से आह निकल जाती हैं जिसे वो बड़ी मुश्किल से दबाता हैं। जितना जुल्म सुबह से माही की चूत पर हो रहा था इतना ही उसके लंड पर भी तो हो रहा था जो सुबह से खड़ा ही था।
करण बल्ब जला देता है। और दोनो ना चाहते हुए भी अलग हो जाते है। फिर सभी लोग अंदर आते हैं और काम्या और करण दिन भर की थकान के कारण बिस्तर पर पड़ते ही गहरी नींद के आगोश में चले जाते हैं। उधर उपर राम्या भी थक चुकी थी आज और करण के साथ हुए हादसे की वजह से उसके सिर में दर्द था और वो अपना गेट बंद करती हैं और सो जाती हैं। समर फ्रेश होने बाथरूम जाता हैं और फिर अपने कमरे में आकर माही का इंतजार करने लगता हैं। उसका लन्ड आज से पहले इतना टाइट नहीं हुआ था कभी , लग रहा था जैसे फट ही जाएगा।
उधर माही कमरे के अंदर घुसती हैं और अपनी आज खरीदी हुई नई लिंगरी लेकर बाथरूम में घुस जाती हैं । आज वो खूब अच्छे से रगड़ रगड़ कर नहाती है मानो जिस्म का हर हिस्सा चमका देना चाहती हो। अपनी चूत को अच्छे से साफ करती हैं एक दम चिकना कर लेती हैं और लिंगरी पहन कर आपे कमरे में आ जाती है । फिर एक मस्त परफ्यूम अपनी पूरी बॉडी पर लगाती हैं और अच्छे से सज धज कर अपने आपको शीशे में देखती हैं तो अपने हुस्न पर वो खुद ही मोहित हो जाती हैं और फिर अपनी चूचियों को तिरछी नजरों से देखती हैं उसकी चूत खुद ही गीली होने लगती हैं। उसके दोनो चूचियां आज मानो बगावत पर थी और टाइट लिंगरी में बड़ी मुश्किल से समा रही थी। और ठोस निप्पल तो जैसे लिंगरी को फाड़ देना चाहते थे क्योंकि लिंगरी निप्पल वाले हिस्से से उठी हुई थी। ।



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mastram
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Re: परिवार बिना कुछ नहीं

Post by mastram »

समर: आह माही उफ्फ , मेरा लन्ड भी चूस लिया, हाय और जोर से चूसो मेरी जान।
माही जोश में आते हुए उसके लंड को और तेजी से चूसने लगती हैं जिससे समर उसकी चूत को जोर जोर से रगड़ रहा था। जितनी जोर से माही लंड चूसती समर उससे भी ज्यादा जोर से उसकी चूत रगड़ता।

अचानक समर को लगता हैं कि वो हवा में उड़ रहा है और उसका जिस्म हल्का पड़ने लगा हैं तो उसके मुंह से एक के बाद सिसकियां निकालने लगती है और वो अपना लंड माही मुंह से निकालते हुए उसे अपने ऊपर खींच लेता है जिससे माही की गीली चूत उसके लंड के सुपाड़े पर टिक जाती हैं और वो दोनो हाथो में माही की चूचियां भर लेटा और जोर से दाबने लगता हैं । माही की तो आंखे फिर से आंनद से बंद हो चुकी थी और वो अपनी चूत जोर जोर से उसकी मोटे सुपाड़े पर रगड़ रही थी ।तभी समर को लगता कि इसकी लंड फट रहा है तो वो जोश में आते हुए अपनी कमर उपर उठाते हुए एक जोर का धक्का मार देता हैं और माही भी जोश में आते हुए अपनी चूत उसके लंड पर दबा देती हैं ।सुपाड़ा चूसे जाने के कारण पूरा गीला हो गया था और चूत तो पहले से ही आंसू बहा रही थी , सुपाड़ा जोर से उसकी चूत कि पंखुड़ी को अपने चौड़ाई के हिसाब से फैलाते हुए पूरा अंडर घुस जाता है और माही दर्द के कारण चींखं पड़ती हैं और अपने दोनो हाथ उसकी गरदन में डालते हुए अपने होठ समर होठो से जोड़ देती हैं और एक साथ जोर से सिसकते हुए दोनो झड़ जाते हैं और माही की चूत अपना पूरा रस बहा देती हैं जो समर के लंड को भिगोते हुए उसकी जांघो तक आ गया था और उनके जांघे आपस में चिपक जाती हैं ।

दोनो ने जैसे परम आंनद पा लिया था।दोनो की सांसे पूरी तरह से उखड़ी हुई थी मानो मैराथन दौड़कर आए हो। समर माही के बालो में अपने हाथ घुमा रहा था और माही फिर से उसके सीने से लगी हुई थी। समर माही की तरफ देखता हैं तो माही की आंखे मजे से बंद थी और उसके रसीले होंठ नजर आते है । वो फिर से अपने होठ उसके होठों पर रख देता हैं और चूसने लगता है ।माही भी उसे किस करने लगती हैं उसके होठ चूसने लगती थी, कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले होठ को। माही अभी तक समर के उपर लेती हुई थी जिस करण लंड चूत से सटा हुआ था लेकिन अब पानी निकलने के कारण शांत पड़ा हुआ था । समर किस करते करते अपने दोनों हाथ फिर से माही की मस्त कठोर उभरी हुई गांड़ पर रख देता हैं और दबाने लगता है जैसे ही समर के हाथ उसकी गांड़ पर पड़ते हैं माही सिसक पड़ती हैं। माही का जिस्म फिर से सुलगने लगा था और उसे अपनी चूत में फिर से खुजली महसूस हुई। चूत गीली होने लगी थी और वो अपनी चूत को लंड पर रगड़ने लगती हैं जिस कारण लंड भी अपना मुंह उठाना शुरू कर देता है। समर से अब कंट्रोल नहीं होता और वो जोर जोर से माही की गांड़ मसलने लगता है।माही जोश में आती जा रही थी और वो अपनी जीभ समर के मुंह में घुसा देती हैं और उसकी जीभ चूसने लगती हैं जिसका सीधा असर समर के लंड पर होता है और वो पूरा अकड़ते हुए खड़ा हो जाता है और अपना पुर दबाव माही की चूत पर डालने लगता हैं
माही की आंखे मजे के कारण एक बार फिर से बंद हो चुकी थी और वो अपनी चूत को लंड की पूरी लंबाई पर रगड़ रही थी। जब भी लंड का सुपाड़ा उसकी चूत के मुंह से छूता हर बर उसके मुंह से सिसकियां निकल रही थी। अब माही की चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और लंड के सुपाड़े को भी भिगो चुकी रही थी। माही बंद आंखो के साथ अपनी गीली चूत उपर उठाती हैं और उसे एक गहरी सांस लेते हुए समर के लंड के सुपाड़े पर फिर से दबा देती हैं जिससे एक बार फिर से पूरी सुपाड़ा तेजी के साथ अंदर घुस जाता है और एक बार माही को दर्द तो होता है लेकिन मजा उससे कहीं ज्यादा आता हैं क्योंकि सुपाड़ा एक बार पहले ही उसकी चूत को अपने आकार से फैला चुका था। जैसे ही सुपाड़ा फिर से घुसा माही के मुंह से एक आह निकल गई।
माही: आह घुस गया फिर से अंदर।
उफ्फ कितना मजा आ रहा है " अपनी चूत को उपर की तरफ उठाती हैं तो ऐसा लगता है जैसे सुपाड़ा चूत में बुरी तरह से चिपक गया है , जैसे ही वो पूरा दम लगती हैं तो लंड उसकी चूत के साथ उपर उठता चला जाता है । समर भी अपनी गांड़ उपर करते हुए उसका साथ देता हैं और वो फिर अपनी चूत से सुपाड़े पर धक्के मारने लगती हैं । समर को ऐसा लग रहा मानो उसका सुपाड़ा एक बहुत ही टाईट जलती हुई गुफा में घुस गया है । चूत एक दम टाइट थी और अपने पूरे दबाव के साथ लंड को कस रही थी। कुछ देर बाद चूत लंड के सुपाड़े को अपने आकर से एडजस्ट कर लेती हैं और अब माही उस पर पागलों कि तरह से धक्के लगा रही थी । उसका पूरा जिस्म कांप रहा था मजे के कारण और उसकी मादक सिसकियां पूरे कमरे में गूंज रही थी । वो और मजा लेने के लिए चूत जोर को जोर से दबाती हैं और समर भी लंड को धक्का देता है वो माही को दर्द का एहसास होता है क्योंकि सुपाड़े के ठीक ऊपर समर के लंड में एक बहुत मोटी गांठ थी इस कारण लंड सुपाड़े से आगे नहीं घुस पाता । समर समझ जाता है कि उसे आगे बढ़ने के लिए चिकनाई की जरूरत होगी।लेकिन सॉफ्ट जेल क्रीम तो राम्या के रूम में हैं और वो अभी नहीं मिल पाएगी। तभी उसकी आंखो में चमक आ जाती हैं और वो माही के चूत को चूसने का प्लान करता हैं।


समर उसे आज पूरी मस्त करके चोदना चाहता था ताकि उसे बहुत कम दर्द हो इसलिए वो माही को एक पलटी देकर अपने नीचे कर लेता हैं और उसके होंठो को चूसने लगता हैं । सुपाड़ा अभी भी चूत के अंदर ही था जिस पर माही अपनी गीली चूत रगड़ रही थी। उसके होंठो को चूसते हुए अपने दोनो हाथ उसकी चूचियों पर रख देता हैं और दाबने लगता है । माही तो जैसे मस्त हो चुकी थी और अपनी चूचियों को उसके हाथ में उभार देती हैं । समर जोश में आते हुए उन्हें जोर जोर से दाबने लगता हैं। माही की चूची जितना दब रही थी उससे कहीं उससे उपर की ओर आ रही थी मानो उन्हें झुकना पसंद ना हो। तभी समर अपने होठ नीचे लाते हुए उसकी एक चूची पर रख देता हैं और निप्पल को जीभ से चाट लेता है ।
माही ये बर्दाश्त नहीं कर पाती और उसके मुंह से एक आह निकल पड़ती हैं आह उफ्फ खा जाओ मेरी चूचियों को समर , पूरी मुंह में लेकर चूसो मेरी जान। और वो बहुत तेजी से अपनी चूत सुपाड़े पर उछालने लगती हैं ।
समर अपनी जीभ उसके निप्पल पर गोल गोल घुमाने लगता हैं जिससे माही तड़प उठी थी।
माही: आह बहुत मजा आ रहा हैं उफ्फ हाय मेरी जान लोगे क्या समर, पूरी मुंह में ले लो और चूसो"
अब समर उसकी एक चूची को पूरा मुंह में भर लेता है और जोर जोर से चूसने लगता था। चूची अब लपालप उसके मुंह में जा रही थी जिससे माही की हालत खराब होने लगती हैं और चूत और ज्यादा पानी छोड़ने लगती हैं और समर के आधे लंड को पूरा भिगो चुकी थी।
माही से इतना मजा बर्दाश्त नहीं हो रहा है उसका जिस्म समर के नीचे उछल रहा था , अब माही अपनी चूत को जोर जोर से सुपाड़े पर उछाल रही थी और लंड कि पहली गांठ हर बार चूत पर ज्यादा जोर डाल रही थी जिससे माही को दर्द के साथ और मजा आ रहा था ।समर भी समझ गया था कि उसका प्लान काम कर रहा है और थोड़ी ही देर में उसका पूरा लंड उसकी चूत में होगा। लेकिन वो जल्दबाजी नहीं करना चाह रहा था। इसलिए वो माही की चूची को पूरे जोश से चूस रहा था और दूसरी को मजे से दाब रहा था ।
माही उसके इस हमले से बच नहीं पा रही थी और उसकी सिसकियां और ऊंची होती जा रही थी।
माही उसका मुंह पकड़ कर अपनी दूसरी चूची पर उसे झुका देती हैं और समर उसे चूसने लगता है । माही मजे से दोहरी होती जा रही थी और पता नहीं क्या क्या बड़बड़ाती जा रही थी।
उसकी चूत ने लंड को पूरी तरह से गीला कर दिया था जिस कारण लंड की गांठ पूरी तरह से चूत में घुसने को तैयार थी बस समर को नीचे से धक्का लगाने की देर थी लेकिन समर अभी माही की चूत चूसना चाहता था ताकि और चिकनाई पैदा हो सकें । लेकिन माही से बर्दाश्त नहीं हो रहा था और वो एक हाथ से उसके लंड को पूरा सीधा करके पकड़ती हैं और अपनी पूरी ताकत लगाते हुए तेजी से अपनी चूत को उपर की तरफ उछालती हैं ।
जैसे ही माही समर का लंड हाथ से पकड़ के सीधा करती हैं समर उसका इरादा समझ चुका था और वो जानता था कि इस पोजिशन में माही की चूत पूरी तरह फट जाएगी और उसे बहुत दर्द होगा इसलिए जैसे ही माही की चूत तेजी से उपर आती हैं वो अपने लंड को उपर की तरफ खींच लेता है जिस कारण लंड का सुपाड़ा भी चूत से बाहर आ जाता हैं । माही को ऐसा लगता हैं की जैसे उसके उसके जिस्म से उसकी जान निकल गई है और प्यासी निगाहों से एक बार समर की तरफ देखती हैं और फिर उसके लंड की तरफ देखकर अपनी आंखे फिर से समर की आंखो से मिला देती है मानो उसे कह रही हो कि पूरा लंड चूत में घुसा दो। समर सब कुछ समझ जाता हैं और माही के कान में बोलता है कि बस थोड़ा सा सब्र करो मेरी जान। एक बात चूत को पूरा गीला कर लू
माही अपनी चूत पर हाथ ले जाती हैं और अच्छे से चूत पर रगड़कर कर समर को दिखाती हैं , माही का हाथ पूरी तरह से गीला था उससे चूत रस टपक रहा था।
अब समर से इससे ज्यादा बर्दाश्त नहीं होता और वो माही की टांगो को पूरा खोल देता है और उनके बीच में आ जाता है और ध्यान से पहली बर उसकी चूत देखता हैं तो उसे एहसास होता है कि माही के छोटी सी चूत कितनी खूबसूरत हैं , चूत के दोनों लिप्स आपस में पूरी तरह से जुडे हुए थे जिनमें से रस टपक कर उसकी पूरी चूत पर फैल रहा था। वो अपना एक हाथ आगे लाते हुए धीरे से उसकी गुलाबी चूत के होंठो को हल्का सा खोल देता है और जैसे ही चूत खुलती है उसमे से रस की कुछ बूंदे टपक कर उसका स्वागत करती हैं और समर के हाथ को भिगो देती हैं। समर माही की आंखो में देखते हुए उसके चूत रस से भीगी हुई उंगली को मुंह में डालकर चूसने लगता है । माही तो जैसे ये सब देख रह कर पागल हो गई थी। वो अपने दोनो हाथो से उसका सिर पकड़ कर अपनी चूत पर झुका देती हैं ताकि समर जल्दी से उसकी चूत पूरी गीली कर सके। समर अपने प्यासे होंठो को उसकी चूत पर जोड़ देता हैं और उसकी चूत को चूसने लगता हैं। जैसे ही समर के होंठ उसकी चूत पर पड़ते हैं माही का बदन एक तेज झटका खाता हैं और उसकी सिसकी निकल पड़ती है।
माही: आह मेरी जान, ये कैसा एहसास है , और चाटो ।
समर जोश में आते हुए उसकी चूत के उपर नीचे दोनो लिप्स पर अपने होठ घुमाने लगता हैं और जीभ निकाल कर चाट लेता है।
माही तो आज जैसे मजे से पागल सी हो गई थी वो जोश में आते हुए अपनी एक चूची को अपने मुंह में लेकर चूसने लगती हैं । ।
माही: हाय खा मेरी चूत को समर आज , पूरी चाट चाट लो , पूरी मुंह में भरकर चूसो इतनी गीली कर दो कि पूरा लंड एक ही बार में अंदर घुस जाए। " और जोर जोर से अपना निपल चूसने लगती हैं । समर अब जोश में आते हुए उसकी पूरी चूत को मुंह में भर लेता है और जोर जोर से चूसने लगता है। माही आपे से बाहर हो चुकी थी उसका पुर जिसके लहरा रहा था। मजे के कारण वो मचल रही थी, सिसक रही थी और उसकी सिसकियां कमरे का माहौल और गर्म कर रही थी।
माही: आह बहुत मजा आ रहा है समर , जीभ से इतना मजा आ रहा है तो लंड से कितना आएगा। "और मत तड़पाओ मेरी जान अब तो घुसा दो अंदर ।
लेकिन समर को उसकी चूत चूसने में पूरा मजा आ रहा था और वो पूरी तेजी से चूसने लगता है तो माही को लगता हैं कि उसकी चूत में सैलाब आने वाला है और वो मजे से अपनी चूत जोर जोर से इसके मुंह पर रगड़ने लगी थी

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naik
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Re: परिवार बिना कुछ नहीं

Post by naik »

(^^^-1$i7) (#%j&((7) (^@@^-1rs7)
fantastic update brother keep posting
waiting for the next update 😪
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