जान फ्रेडरिक घबराया हुआ भीतर आया । मारिट ने फ्रेडरिक को देखा तो उसके नेत्र फैल गये । लेकिन इससे पहले कि उसके मुंह से
आवाज निकल पाती राज ने लपककर उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया | फ्रेडरिक ने द्वार भीतर से बन्द कर दिया ।
राज मार्गरेट को वापिस ड्राईगरूम में ले आया | फ्रेडरिक भी लड़खड़ाता हुआ वहीं आ गया ।
"तुम यहां कैसे आ पहुंचे ?" - राज तीव्र स्वर से बोला।
"पुलिस..." - फ्रेडिरक हांफता हुआ बोला - "पुलिस ने उस इमारत पर छापा मारा था । बड़ी मुश्किल से हम बचकर निकल सके ।"
"साहनी और रोशनी कहां हैं ?"
"वहां से निकलते ही वे मुझसे अलग हो गये थे । मालूम नहीं वे इस समय कहां हैं ! मुझे कोई और जगह नहीं सूझी इसलिये यहां चला आया । मेरा ख्याल था तुम यहीं होंगे।" "पुलिस को उस इमारत की खबर कैसे लगी ?" "मेरे ख्याल से इसमें भी टेलर का हाथ है ।"
"लेकिन टेलर को ही उस इमारत का पता कैसे मालूम हुआ ?"
"क्या पता शायद उसने तुम्हारा पीछा किया हो ?"
"तुम लोग पुलिस से भयभीत क्यों हो?"
"हम लोग गैरकानूनी ढंग से इंग्लैंड में मौजूद हैं। अगर हम पकड़े गये तो हमें डिपोर्टेशन ऑर्डर भी मिल सकता है और सजा भी हो सकती है ।"
उसी क्षण मार्गरेट राज की पकड़ में तड़फड़ाई और गों-गों की आवाज निकालने लगी। “चिल्लाना नहीं ।" - राज डांटकर बोला । मार्गरेट ने सहमति से सिर हिलाया ।
राज ने उसे छोड़ दिया । वह पास ही खड़ी होकर हांफने लगी।
"मैडम" - राज बोला - "तुमने अपने भाई के जिन नौ साथियों के नाम लिये थे, यह उनमें से एक है - जान फ्रेडरिक ।"
मार्गरेट विस्फारित नेत्रों से फ्रेडरिक को देखने लगी।
"और यह मार्गरेट है - जार्ज ही बहन । इसके कथनानुसार जार्ज आज से छः महीने पहले हांगकांग में मोटर दुर्घटना का शिकार होकर मर चुका है।"
"नामुमकिन ।" - फ्रेडरिक दृढ स्वर से बोला - "टेलर जिन्दा है और लन्दन में ही है। पिछले दस दिनों में वह हमारे तीन साथियों को और एक अपनी ही सहयोगिनी को मौत के घाट उतार चुका है।"
मार्गरेट कुछ नहीं बोली।
उसी क्षण बाहर कम्पाउण्ड से कुछ आदमियों के बोलने की आवाज आने लगी।
राज ने खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर बीस-पच्चीस आदमियों की भीड़ दिखाई दे रही थी । उनमें कुछ पुलिस वाले भी थे
राज ने पर्दा ठीक किया और फ्रेडरिक की ओर घूमा।
"पुलिस ने यहां तक तुम्हारा पीछा किया है ?" - उसने तीव्र स्वर से पूछा।
"नहीं ।" - फ्रेडरिक दुविधा के भाव में बोला - "पुलिस मेरे पीछे तो जरूर लगी हुई थी लेकिन जहां तक मुझे विश्वास है, उन्होंने मुझे कम्पाउण्ड में घुसते नहीं देखा था ।"
"तुम्हारा विश्वास गलत है, पुलिस बाहर मौजूद है
"फिर भी उन्हें यह नहीं मालूम है कि मैं कौन से काटेज में हूं!"
"वे हर काटेज की तलाशी ले रहे हैं । तुम्हें यहां नहीं आना चाहिये था । तुम्हारे साथ मैं भी फंस जाऊंगा।"
राज का दिमाग तेजी के साथ उस स्थिति से बच निकलने की तरकीब सोच रहा था ।
"पुलिस ने तुम्हारी सूरत देखी है ?" - उसने फ्रेडरिक से पूछा।
"पता नहीं । फिर भी उन्होंने मुझे भागते हुये तो देखा ही है । वे मेरी सूरत न देखें तो भी पहचान सकते हैं । मेरी कटी हुई बांह और आंख पर लगा हुआ पैच ही मेरी शिनाख्त के लिये काफी हैं ।"
राज ने फिर खिड़की से बाहर झांका ।
“एक पुलिसमैन काटेजों की इस ओर की कतार की ओर भी बढ़ रहा है । तुम्हारे पास रिवॉल्वर है ?" - राज ने फ्रेडरिक से पूछा ।
थी । लेकिन भागते हुये रास्ते में कहीं गिर गयी
“ओ हैल !" - राज मुंह बिगाड़कर बोला । उसने अपनी रिवाल्वर निकाल ली और बोला - "मैडम, पुलिस यहां आ रही है । यह रिवाल्वर मैं इस आदमी को दे रहा हूं। अगर आप चिल्लाई या कोई भी ऐसी हकरत की जिससे पुलिस को
आपकी या इस आदमी की मौजूदगी का आभास मिला तो यह आपको शूट कर देगा । अन्डरस्टैण्ड ?"
मार्गरेट ने जल्दी से सहमति में सिर हिलाया ।
"पिछवाड़े चलो।"
तीनों पिछवाड़े की ओर बढे ।
आखिरी शिकार complete
- rajaarkey
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Re: आखिरी शिकार
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Re: आखिरी शिकार
पिछले भाग में एक छोटा बरामदा था जिसके एक ओर किचन थी और दूसरी ओर बाथरूम । राज ने बाथरूम का दरवाजा खोला | उसके संकेत पर मार्गरेट और फ्रेडरिक अन्दर चले गये । राज ने रिवाल्वर जान फ्रेडरिक को दे दी और बाथरूम का दरवाजा बाहर से बन्द कर दिया ।
उसी क्षण काटेज की घन्टी बज उठी । राज वापिस ड्राईगरूम में आ गया और खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर एक पुलिसमैन और उसकी बगल में एक गंजा अंग्रेज खड़ा था।
राज ने द्वार खोल दिया और स्वाभाविक स्वर से प्रश्न किया - "समथिंग रांग?"
पुलिसमैन बोला - "हम एक आदमी को तलाश कर रहे हैं । उसकी एक बांह कटी हुई है और आंख पर पैच लगा हुआ है । वह हरे रंग का ओवरकोट और काले रंग की फैल्ट पहने हुये था
"मैंने ऐसा कोई आदमी नहीं देखा ।" - राज बोला। "लेकिन तुम कौन हो ?" - एकाएक गंजा बोला
“मैं कौन हूं, क्या मतलब ?"
"मैं आज से पहले तुम्हें यहां नहीं देखा । यह तो मिस टेलर का काटेज है।"
"मैं मिस टेलर का मित्र हूं । मिस टेलर बाजार गई हैं।"
"मिस टेलर मेरी भी मित्र हैं । मेरा नाम हावर्ड है | मैंने तुम्हें पहले यहां कभी नहीं देखा । मिस टेलर वैसे भी काले लोगों की दोस्ती पसंद नहीं करतीं..."
राज ने यूं प्रकट किया जैसे उसे बहुत गुस्सा चढ आया हो । उसने घूरकर गंजे को देखा ।
गंजा घबरा गया।
"ऑफिसर" - राज पुलिसमैन से बोला “मिस टेलर बाजार गई हैं । एक घंटे में लौटेंगी। आप चाहें तो भीतर बैठकर इन्तजार कर सकते हैं । मिस टेलर फैसला कर देंगी कि मैं 'काला
आदमी' उनका दोस्त हूं या नहीं ।"
"उसकी जरूरत नहीं ।" - पुलिसमैन निर्णायात्मक स्वर से बोला - "आपने उस एक हाथ और एक आंख वाले को नहीं देखा न !"
"जी नहीं।"
"दैन थैक्यू ।” - और पुलिसमैन घूमने के लिये मुड़ा।
गंजे ने पुलिसमैन की बांह थाम ली और उसके कान में कुछ फुसफुसाया जिसे सुनकर पुलिसमैन अपनी बांह छुड़ाता हुआ झुंझलाये स्वर से बोला - “क्यों वक्त बरबाद करवा रहे हो ? अगर यह संदिग्ध आदमी है तो हमें इसकी तलाश तो है नहीं ।" पुलिसमैन आगे बढ गया।
गंजा बड़बड़ाता हुआ उसके पीछे चला |
राज ने द्वार बन्द कर लिया और ड्राईगरूम की खिड़की पर पहुंचकर उसने एक सिगरेट सुलगाया । फिर पर्दा थोड़ा-सा सरकाकर वह बाहर झांकने लगा । उसने गंजे को बगल के काटेज में प्रविष्ट होते देखा । कुछ क्षण बाद राज खिड़की से हट गया और पिछले बरामदे में पहुंचा । उसी क्षण कोई काटेज की पिछली दीवार फांदकर पिछले यार्ड में कूदा । राज हड़बड़ा गया । जब वह आदमी सीधा हुआ तो
राज की निगाह उसके चेहरे पर पड़ी । उसने शांति की सांस ली । वह अनिल साहनी था । फिर उसे दीवार पर रोशनी दिखाई दी । अनिल साहनी ने उसे सहारा देकर नीचे उतार लिया ।
दोनों बरामदे में आकर राज की बगल में आ खड़े हुये।
"तुम लोग यहां कैसे ?" - राज ने पूछा। "और कहां जाते ?" - रोशनी बोली - "इधर ही फ्रेडरिक आया था, तुम भी आये थे । अगर हम यहां न आते तो शायद हमारा फिर मिलाप भी नहीं हो पाता ।"
"तुमने बहुत खतरा उठाया । यहां हर कोने में पुलिस मौजूद है।"
“यह खतरा उठाना जरूरी था । फ्रेडरिक कहां है
“यहीं है ।" - राज बोला । उसने बाथरूम का दरवाजा खोला। फ्रेडरिक और मार्गरेट बाहर निकल आये। फ्रेडरिक अभी भी मार्गरेट को कवर किये हुये था
"यह मारिट है ।" - राज बोला - "जार्ज की बहन । इसके कथनानुसार टेलर मर चुका है ।"
"नानसैंस ।" - रोशनी बोली - "टेलर जिन्दा है
उसी क्षण अचानक राज की निगाह बगल के काटेज के बैकयार्ड की ओर उठ गई । दोनों । काटेजों की पिछली दीवार के पीछे हावर्ड खड़ा उनकी ओर देख रहा था।
राज बन्दूक से छूटी गोली की तरह झपटा और दीवार फांदकर उस काटेज में पहुंच गया । हावर्ड अभी बरामदा ही क्रॉस कर पाया था कि राज ने उसे जा दबोचा । उसने एक बांह हावर्ड की गरदन के गिर्द लपेट दी ताकि वह चिल्ला न पाये
और दूसरे हाथ से ताबड़तोड़ पांच-छ: घूसे उसकी पसलियों में जमा दिये ।
हाबर्ड की आंखें उलट गई । उसका निश्चेष्ट शरीर राज की बांहों में लटक गया ।
राज ने उसे वहीं डाल दिया और दीवार के पास पहुंचा और दूसरी ओर खड़े साहनी को संकेत किया ।
रोशनी, फ्रेडरिक और साहनी सब दीवार फांदकर हावर्ड के काटेज में पहुंच गये।
राज ने हावर्ड के निश्चेष्ट शरीर को उसके बैडरूम के पलंग पर डाल दिया और सबके साथ उसके ड्राईगरूम में पहुंच गया।
उसी क्षण काटेज की घन्टी बज उठी । राज वापिस ड्राईगरूम में आ गया और खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर एक पुलिसमैन और उसकी बगल में एक गंजा अंग्रेज खड़ा था।
राज ने द्वार खोल दिया और स्वाभाविक स्वर से प्रश्न किया - "समथिंग रांग?"
पुलिसमैन बोला - "हम एक आदमी को तलाश कर रहे हैं । उसकी एक बांह कटी हुई है और आंख पर पैच लगा हुआ है । वह हरे रंग का ओवरकोट और काले रंग की फैल्ट पहने हुये था
"मैंने ऐसा कोई आदमी नहीं देखा ।" - राज बोला। "लेकिन तुम कौन हो ?" - एकाएक गंजा बोला
“मैं कौन हूं, क्या मतलब ?"
"मैं आज से पहले तुम्हें यहां नहीं देखा । यह तो मिस टेलर का काटेज है।"
"मैं मिस टेलर का मित्र हूं । मिस टेलर बाजार गई हैं।"
"मिस टेलर मेरी भी मित्र हैं । मेरा नाम हावर्ड है | मैंने तुम्हें पहले यहां कभी नहीं देखा । मिस टेलर वैसे भी काले लोगों की दोस्ती पसंद नहीं करतीं..."
राज ने यूं प्रकट किया जैसे उसे बहुत गुस्सा चढ आया हो । उसने घूरकर गंजे को देखा ।
गंजा घबरा गया।
"ऑफिसर" - राज पुलिसमैन से बोला “मिस टेलर बाजार गई हैं । एक घंटे में लौटेंगी। आप चाहें तो भीतर बैठकर इन्तजार कर सकते हैं । मिस टेलर फैसला कर देंगी कि मैं 'काला
आदमी' उनका दोस्त हूं या नहीं ।"
"उसकी जरूरत नहीं ।" - पुलिसमैन निर्णायात्मक स्वर से बोला - "आपने उस एक हाथ और एक आंख वाले को नहीं देखा न !"
"जी नहीं।"
"दैन थैक्यू ।” - और पुलिसमैन घूमने के लिये मुड़ा।
गंजे ने पुलिसमैन की बांह थाम ली और उसके कान में कुछ फुसफुसाया जिसे सुनकर पुलिसमैन अपनी बांह छुड़ाता हुआ झुंझलाये स्वर से बोला - “क्यों वक्त बरबाद करवा रहे हो ? अगर यह संदिग्ध आदमी है तो हमें इसकी तलाश तो है नहीं ।" पुलिसमैन आगे बढ गया।
गंजा बड़बड़ाता हुआ उसके पीछे चला |
राज ने द्वार बन्द कर लिया और ड्राईगरूम की खिड़की पर पहुंचकर उसने एक सिगरेट सुलगाया । फिर पर्दा थोड़ा-सा सरकाकर वह बाहर झांकने लगा । उसने गंजे को बगल के काटेज में प्रविष्ट होते देखा । कुछ क्षण बाद राज खिड़की से हट गया और पिछले बरामदे में पहुंचा । उसी क्षण कोई काटेज की पिछली दीवार फांदकर पिछले यार्ड में कूदा । राज हड़बड़ा गया । जब वह आदमी सीधा हुआ तो
राज की निगाह उसके चेहरे पर पड़ी । उसने शांति की सांस ली । वह अनिल साहनी था । फिर उसे दीवार पर रोशनी दिखाई दी । अनिल साहनी ने उसे सहारा देकर नीचे उतार लिया ।
दोनों बरामदे में आकर राज की बगल में आ खड़े हुये।
"तुम लोग यहां कैसे ?" - राज ने पूछा। "और कहां जाते ?" - रोशनी बोली - "इधर ही फ्रेडरिक आया था, तुम भी आये थे । अगर हम यहां न आते तो शायद हमारा फिर मिलाप भी नहीं हो पाता ।"
"तुमने बहुत खतरा उठाया । यहां हर कोने में पुलिस मौजूद है।"
“यह खतरा उठाना जरूरी था । फ्रेडरिक कहां है
“यहीं है ।" - राज बोला । उसने बाथरूम का दरवाजा खोला। फ्रेडरिक और मार्गरेट बाहर निकल आये। फ्रेडरिक अभी भी मार्गरेट को कवर किये हुये था
"यह मारिट है ।" - राज बोला - "जार्ज की बहन । इसके कथनानुसार टेलर मर चुका है ।"
"नानसैंस ।" - रोशनी बोली - "टेलर जिन्दा है
उसी क्षण अचानक राज की निगाह बगल के काटेज के बैकयार्ड की ओर उठ गई । दोनों । काटेजों की पिछली दीवार के पीछे हावर्ड खड़ा उनकी ओर देख रहा था।
राज बन्दूक से छूटी गोली की तरह झपटा और दीवार फांदकर उस काटेज में पहुंच गया । हावर्ड अभी बरामदा ही क्रॉस कर पाया था कि राज ने उसे जा दबोचा । उसने एक बांह हावर्ड की गरदन के गिर्द लपेट दी ताकि वह चिल्ला न पाये
और दूसरे हाथ से ताबड़तोड़ पांच-छ: घूसे उसकी पसलियों में जमा दिये ।
हाबर्ड की आंखें उलट गई । उसका निश्चेष्ट शरीर राज की बांहों में लटक गया ।
राज ने उसे वहीं डाल दिया और दीवार के पास पहुंचा और दूसरी ओर खड़े साहनी को संकेत किया ।
रोशनी, फ्रेडरिक और साहनी सब दीवार फांदकर हावर्ड के काटेज में पहुंच गये।
राज ने हावर्ड के निश्चेष्ट शरीर को उसके बैडरूम के पलंग पर डाल दिया और सबके साथ उसके ड्राईगरूम में पहुंच गया।
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Re: आखिरी शिकार
"हावर्ड यहां अकेला ही रहता है ।" - राज बोला - "वह पुलिस का विश्वसनीय व्यक्ति मालूम होता है । वह फ्रेडरिक की तलाश में सहायता कर रहा था । पुलिस को ख्वाब में भी यह नहीं सूझेगी कि हम हावर्ड के काटेज में छुये हुये हैं।"
"लेकिन कोई हावर्ड को पूछने तो यहां आ सकता है ?" - साहनी बोला ।
“आने दो । जब उसे उत्तर नहीं मिलेगा तो यह समझकर चला जायेगा कि वह घर में नहीं है ।"
“अब इरादा क्या है ?" - रोशनी बोली।
"राज के कथनानुसार मेरी ने उसे बताया है" - फ्रेडरिक बोला - "कि डेनवर के पास टेलर का कोई टापू है । उस टापू की खबर मारिट को जरूर होगी । हमें मारिट से उस टापू के बारे में पूछना चाहिये । सम्भव है टेलर वहां छुपा हुआ हो ।"
"लेकिन मार्गरेट कहती है कि टेलर मर चुका है ।" - राज बोला - "और उसको विदेश मंत्रालय द्वारा इस तथ्य की प्रमाणिक सूचना भी मिल
चुकी है।"
"वह बकवास करती है ।" - रोशनी क्रोधित स्वर से बोली - "अगर टेलर मर चुका है तो क्या तौफीक इस्माइल, जे सिंहाकल और तांग पेई उसके भूत द्वारा मारे गये हैं ? क्या मेरी को टेलर के भूत ने सीढियों से धक्का दिया था । मुझे लगता है कि टेलर के इशारे पर ही वह हमें यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि उसका भाई मर चुका है ताकि हम उसकी तलाश करना बन्द कर दें।"
“यह हो सकता है ।" - राज ने स्वीकार किया
"उससे टेलर के टापूका पता पूछो । फिर हम उसे भी अपने साथ ले जायेंगे | हावर्ड के जरिये सबको मालूम हो जायेगा कि मार्गरिट को हम अपने साथ ले गये हैं । यह बात अगर टेलर को मालूम होगी तो वह अपनी बहन की तलाश में हमारे पीछे जरूर आयेगा । फिर हम उससे निपट लेंगे।"
फ्रेडरिक और साहनी ने भी सहमति से सिर हिलाया।
“मैं मार्गरेट से अकेले में बात करना चाहता हूं।" - राज बोला।
"जरूर करो लेकिन उसे यह जरूर बता देना कि जो पूछा जायेगा उसे बताना पड़ेगा । हमें उसकी जुबान जबरदस्ती खुलवाने के तरीके भी आते हैं
राज मार्गरेट को बुला कर बगल के एक कमरे में ले आया और द्वार भीतर से बन्द कर लिया ।
"बैठो ।" - राज बोला। मार्गरेट एक कुर्सी पर बैठ गयी । राज उसके सामने बैठ गया और मीठे स्वर से बोला - "तुम बहुत अच्छी लड़की हो । मैं नहीं चाहता कि तुम्हें इन लोगों के हाथों किसी प्रकार का नुकसान पहुंचे ।"
"लेकिन ये लोग हैं कौन ?" - मार्गरेट ने पूछा । "जान फ्रेडरिक की तरह ये दोनों भी तुम्हारे भाई के नौ साथियों में से हैं । लड़की का नाम रोशनी है और उस लम्बे हिन्दोस्तानी का नाम अनिल साहनी है।"
"ये लोग चाहते क्या हैं ?"
राज कुछ क्षण हिचकिचाया फिर बोला - "ये लोग तुम्हारे भाई की हत्या करना चाहते हैं ।"
"मेरा भाई तो पहले ही मर चुका है ।"
"उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है । रोशनी के ख्याल से तुम अपने भाई के कहने पर वह झूठी कहानी सुना रही हो ताकि ये लोग तुम्हारे भाई की तलाश बंद कर दें।"
"लेकिन ये लोग उसकी हत्या करना क्यों चाहते हैं? वह तो इनका साथी था !"
“उसने इन्हें धोखा दिया था । तुम्हारा भाई ही उस दस आदिमयों की टीम की तबाही का कारण है जो चीन में जासूसी कर रही थी।"
"क्या किया था मेरे भाई ने ?"
"उसने अपने साथियों को धोखा दिया । एक साल पहले चीन में तुम्हारा भाई फ्रेडरिक और रोशनी चीनियों की पकड़ में आ गये | चीनियों ने फ्रेडरिक और रोशनी को बुरी तरह टार्चर किया
और उनके लीडर ज्योति विश्वास का पता जानने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपनी जुबान नहीं खोली । फ्रेडरिक की तो उन्होंने एक बांह उखाड़ दी, एक आंख तक निकाल दी लेकिन उसने ज्योति विश्वास का पता नहीं बताया । रोशनी पर भी कम जुल्म नहीं ढाये गये लेकिन उसने भी अपनी जुबान नहीं खोली । फिर बारी आयी तुम्हारे भाई की । लेकिन उस पर कोई जोर-जबरदस्ती करने की जरूरत ही नहीं पडी। उसने टार्चर से पहले ही चीनियों को बता दिया कि ज्योति विश्वास कहां छपा हुआ था । उस गद्दारी का नतीजा यह हुआ कि ज्योति विश्वास और उसके दो सहयोगी - लैला नाम की लड़की और ली ता नान नाम का चीनी मौत के घाट उतार दिये गये । ये तीनों व्यक्ति तुम्हारे भाई से अपने साथियों की मौत का बदला लेना चाहते हैं ।"
"लेकिन यह झूठ है" - मारिट तीव्र स्वर में बोली - "असम्भव है । मेरा भाई ऐसा नहीं कर सकता | वह गद्दार नहीं । वह कमजोर दिल इन्सान नहीं | वह किसी को धोखा नहीं दे सकता ।"
"लेकिन उसने धोखा दिया ।"
"मुझे विश्वास नहीं ।"
"तुम्हारे विश्वास करने या न करने से कुछ नहीं होता । इन लोगों को तुम्हारे भाई की गद्दारी पर विश्वास है।"
"और तुम्हें भी ?"
राज चुप रहा।
"लेकिन कोई हावर्ड को पूछने तो यहां आ सकता है ?" - साहनी बोला ।
“आने दो । जब उसे उत्तर नहीं मिलेगा तो यह समझकर चला जायेगा कि वह घर में नहीं है ।"
“अब इरादा क्या है ?" - रोशनी बोली।
"राज के कथनानुसार मेरी ने उसे बताया है" - फ्रेडरिक बोला - "कि डेनवर के पास टेलर का कोई टापू है । उस टापू की खबर मारिट को जरूर होगी । हमें मारिट से उस टापू के बारे में पूछना चाहिये । सम्भव है टेलर वहां छुपा हुआ हो ।"
"लेकिन मार्गरेट कहती है कि टेलर मर चुका है ।" - राज बोला - "और उसको विदेश मंत्रालय द्वारा इस तथ्य की प्रमाणिक सूचना भी मिल
चुकी है।"
"वह बकवास करती है ।" - रोशनी क्रोधित स्वर से बोली - "अगर टेलर मर चुका है तो क्या तौफीक इस्माइल, जे सिंहाकल और तांग पेई उसके भूत द्वारा मारे गये हैं ? क्या मेरी को टेलर के भूत ने सीढियों से धक्का दिया था । मुझे लगता है कि टेलर के इशारे पर ही वह हमें यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि उसका भाई मर चुका है ताकि हम उसकी तलाश करना बन्द कर दें।"
“यह हो सकता है ।" - राज ने स्वीकार किया
"उससे टेलर के टापूका पता पूछो । फिर हम उसे भी अपने साथ ले जायेंगे | हावर्ड के जरिये सबको मालूम हो जायेगा कि मार्गरिट को हम अपने साथ ले गये हैं । यह बात अगर टेलर को मालूम होगी तो वह अपनी बहन की तलाश में हमारे पीछे जरूर आयेगा । फिर हम उससे निपट लेंगे।"
फ्रेडरिक और साहनी ने भी सहमति से सिर हिलाया।
“मैं मार्गरेट से अकेले में बात करना चाहता हूं।" - राज बोला।
"जरूर करो लेकिन उसे यह जरूर बता देना कि जो पूछा जायेगा उसे बताना पड़ेगा । हमें उसकी जुबान जबरदस्ती खुलवाने के तरीके भी आते हैं
राज मार्गरेट को बुला कर बगल के एक कमरे में ले आया और द्वार भीतर से बन्द कर लिया ।
"बैठो ।" - राज बोला। मार्गरेट एक कुर्सी पर बैठ गयी । राज उसके सामने बैठ गया और मीठे स्वर से बोला - "तुम बहुत अच्छी लड़की हो । मैं नहीं चाहता कि तुम्हें इन लोगों के हाथों किसी प्रकार का नुकसान पहुंचे ।"
"लेकिन ये लोग हैं कौन ?" - मार्गरेट ने पूछा । "जान फ्रेडरिक की तरह ये दोनों भी तुम्हारे भाई के नौ साथियों में से हैं । लड़की का नाम रोशनी है और उस लम्बे हिन्दोस्तानी का नाम अनिल साहनी है।"
"ये लोग चाहते क्या हैं ?"
राज कुछ क्षण हिचकिचाया फिर बोला - "ये लोग तुम्हारे भाई की हत्या करना चाहते हैं ।"
"मेरा भाई तो पहले ही मर चुका है ।"
"उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है । रोशनी के ख्याल से तुम अपने भाई के कहने पर वह झूठी कहानी सुना रही हो ताकि ये लोग तुम्हारे भाई की तलाश बंद कर दें।"
"लेकिन ये लोग उसकी हत्या करना क्यों चाहते हैं? वह तो इनका साथी था !"
“उसने इन्हें धोखा दिया था । तुम्हारा भाई ही उस दस आदिमयों की टीम की तबाही का कारण है जो चीन में जासूसी कर रही थी।"
"क्या किया था मेरे भाई ने ?"
"उसने अपने साथियों को धोखा दिया । एक साल पहले चीन में तुम्हारा भाई फ्रेडरिक और रोशनी चीनियों की पकड़ में आ गये | चीनियों ने फ्रेडरिक और रोशनी को बुरी तरह टार्चर किया
और उनके लीडर ज्योति विश्वास का पता जानने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपनी जुबान नहीं खोली । फ्रेडरिक की तो उन्होंने एक बांह उखाड़ दी, एक आंख तक निकाल दी लेकिन उसने ज्योति विश्वास का पता नहीं बताया । रोशनी पर भी कम जुल्म नहीं ढाये गये लेकिन उसने भी अपनी जुबान नहीं खोली । फिर बारी आयी तुम्हारे भाई की । लेकिन उस पर कोई जोर-जबरदस्ती करने की जरूरत ही नहीं पडी। उसने टार्चर से पहले ही चीनियों को बता दिया कि ज्योति विश्वास कहां छपा हुआ था । उस गद्दारी का नतीजा यह हुआ कि ज्योति विश्वास और उसके दो सहयोगी - लैला नाम की लड़की और ली ता नान नाम का चीनी मौत के घाट उतार दिये गये । ये तीनों व्यक्ति तुम्हारे भाई से अपने साथियों की मौत का बदला लेना चाहते हैं ।"
"लेकिन यह झूठ है" - मारिट तीव्र स्वर में बोली - "असम्भव है । मेरा भाई ऐसा नहीं कर सकता | वह गद्दार नहीं । वह कमजोर दिल इन्सान नहीं | वह किसी को धोखा नहीं दे सकता ।"
"लेकिन उसने धोखा दिया ।"
"मुझे विश्वास नहीं ।"
"तुम्हारे विश्वास करने या न करने से कुछ नहीं होता । इन लोगों को तुम्हारे भाई की गद्दारी पर विश्वास है।"
"और तुम्हें भी ?"
राज चुप रहा।
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Re: आखिरी शिकार
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Re: आखिरी शिकार
राज चुप रहा।
"तुम कभी मेरे भाई से मिले हो ?"
"नहीं ।" - राज कठिन स्वर से बोला ।
"इसीलिये तुम्हें इन लोगों पर विश्वास है। इसलिये भी कि उनमें से दो तुम्हारे देश के हैं। लेकिन अगर तुम मेरे भाई से मिले होते तो तुम इस बारे में सोचते भी नहीं कि मेरा भाई गद्दार हो सकता है।"
"लेकिन हकीकत सामने है । फ्रेडरिक की फूटी आंख, उसके कन्धे से उखाड़ दी गयी बांह और रोशनी का क्षत-विक्षत शरीर इस बात का सबूत है कि जो ये लोग कहते हैं, वह सच है।"
"कहीं कोई गड़बड़ जरूर है ।" - मारिट दृढ स्वर से बोली - "अब ये लोग चाहते क्या हैं ?"
“जार्ज को खोज निकालना । और सच पूछो तो ये लोग तुम्हारे भाई को खोज निकालने में तुम्हारी मदद चाहते हैं।"
"ये एक ऐसे आदमी को खोज निकालना चाहते हैं जो छ: महीने पहले मर चुका है ।" "ऐसा ही समझ लो।" "कैसे खोजेंगे ये मेरे भाई को ?"
"तुम्हारे भाई का डेनवर के पास कोई टापू है ?" "तुम्हें कैसे मालूम ?" - मारिट हैरानी से बोली ।
"सवाल मत करो | मेरे सवाल का जवाब दो ।"
"हां है ।"
"तुम्हें मालूम है, वह टापू कहां है ?"
"मालूम है । अपने भाई की मृत्यु के बाद अब उस टापू की स्वामिनी मैं हूं।"
"तुम्हें हम लोगों को उस टापू तक ले जाना है।" “और आप लोग समझते हैं कि मेरा भाई वहां छुपा हुआ है ?"
"मुझे नहीं मालूम लेकिन बाहर बैठे लोगों को विश्वास है कि तुम्हारा भाई तुम्हें मुक्त कराने के लिये उनके पीछे जरूर आयेगा ।"
“कब्र में से उठकर ।" - मार्गरेट व्यंग्यपूर्ण स्वर में बोली।
राज चुप रहा।
"अगर मैं उन्हें उस टापू तक न ले जाऊं तो?"
"तुम समझदार लड़की हो । मुझे विश्वास है तुम ऐसी कोई जिद नहीं करोगी । तुमने जान फ्रेडरिक की दाई आंख पर चढा पैच देखा है ?
तुमने उस बेचारे का दायां कन्धा देखा है जहां से एक समूची बांह उखाड़ ली गयी है ? क्या तुम चाहोगी कि वे लोग तेज धार वाले चाकू से तुम्हारी भी आंखें निकाल लें या तुम्हारी बांह तुम्हारे कन्धे से उखाड़ दें । क्या तुम यह भीषण यातना बरदाश्त कर सकती हो?"
मार्गरेट का चेहरा राख की तरह सफेद हो गया ।
"तुम्हारी सूरत बता रही है, तुममें इतनी हिम्मत नहीं । इस हालत में तुम्हारे लिये यही अच्छा है कि जो वे चाहते हैं तुम करो । तुम इन लोगों को उस टापू तक ले जाओ । बदले में मैं तुमसे वादा करता हूं कि ये तुम्हें किसी प्रकार की शारीरिक हानि नहीं पहुंचायेंगे । वैसे भी अगर तुम्हें
विश्वास है कि तुम्हारा भाई मर चुका है तो तुम्हें इन लोगों को टाप तक ले जाने से कोई नकसान नहीं पहुंचने वाला है । मरे हुये आदमी को ये लोग दुबारा नहीं मार सकते ।" "अगर मेरा भाई जिन्दा है" - मारिट एक-एक शब्द पर जोर देती हुई बोली - "तो उस टापू पर इन लोगों की खैर नहीं । उस टापू का चप्पा चप्पा जार्ज का जाना-पहचाना है । वह इन लोगों को भूनकर रख देगा और इन्हें खबर भी नहीं होगी । वैसे सम्भव यह भी है कि वे खुद ही परलोक सिधार जायें |"
"क्या मतलब?"
"उस टापू पर साल में आठ महीने धुंध छाई रहती है और वहां ऐसा भयंकर दलदल है कि अनजान आदमी का टापू पर पांव रखना खतरनाक है । इन लोगों को खबर भी नहीं होगी और कोई दलदल उन्हें निगल जायेगा ।"
राज के शरीर में सनसनी-सी दौड़ गई ।
"जार्ज और मेरे अतिरिक्त कोई नहीं जानता कि उस टापू के भयंकर दलदल कहां हैं । इन लोगों का उस टापू पर कदम रखना ही अपनी मौत को बुलाना देना है।"
"यानी कि तुम इन लोगों को टापूतक ले जाने के लिये तैयार हो?" - राज बोला ।
मार्गरेट एक क्षण हिचकिचाई फिर उसने धीरे से सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
दिन ढल चुका था।
जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी, रोशनी, राज और मारिट चुपचाप हावर्ड के काटेज के बाहरी कमरे में बैठे थे । वे लोग गहन अन्धकार छा जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
हावर्ड पिछवाड़े के बैडरूम में पड़ा था । एक पलंग की चादर फाड़कर रस्सी बना ली गई थी
और उसी से उसके हाथ-पांव और मुंह बांध दिये गये थे।
जब काफी अन्धेरा हो गया तो राज अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । उसने प्रश्नसूचक नेत्रों
से जान फ्रेडरिक की ओर देखा ।
जान फ्रेडरिक ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया।
"चलो ।" - राज मार्गरेट के समीप पहुंचकर उसकी बांह थामता हुआ बोला | मार्गरेट चुपचाप उठ खड़ी हुई।
दोनों काटेज के पिछवाड़े में आ गये ।
"तुम कभी मेरे भाई से मिले हो ?"
"नहीं ।" - राज कठिन स्वर से बोला ।
"इसीलिये तुम्हें इन लोगों पर विश्वास है। इसलिये भी कि उनमें से दो तुम्हारे देश के हैं। लेकिन अगर तुम मेरे भाई से मिले होते तो तुम इस बारे में सोचते भी नहीं कि मेरा भाई गद्दार हो सकता है।"
"लेकिन हकीकत सामने है । फ्रेडरिक की फूटी आंख, उसके कन्धे से उखाड़ दी गयी बांह और रोशनी का क्षत-विक्षत शरीर इस बात का सबूत है कि जो ये लोग कहते हैं, वह सच है।"
"कहीं कोई गड़बड़ जरूर है ।" - मारिट दृढ स्वर से बोली - "अब ये लोग चाहते क्या हैं ?"
“जार्ज को खोज निकालना । और सच पूछो तो ये लोग तुम्हारे भाई को खोज निकालने में तुम्हारी मदद चाहते हैं।"
"ये एक ऐसे आदमी को खोज निकालना चाहते हैं जो छ: महीने पहले मर चुका है ।" "ऐसा ही समझ लो।" "कैसे खोजेंगे ये मेरे भाई को ?"
"तुम्हारे भाई का डेनवर के पास कोई टापू है ?" "तुम्हें कैसे मालूम ?" - मारिट हैरानी से बोली ।
"सवाल मत करो | मेरे सवाल का जवाब दो ।"
"हां है ।"
"तुम्हें मालूम है, वह टापू कहां है ?"
"मालूम है । अपने भाई की मृत्यु के बाद अब उस टापू की स्वामिनी मैं हूं।"
"तुम्हें हम लोगों को उस टापू तक ले जाना है।" “और आप लोग समझते हैं कि मेरा भाई वहां छुपा हुआ है ?"
"मुझे नहीं मालूम लेकिन बाहर बैठे लोगों को विश्वास है कि तुम्हारा भाई तुम्हें मुक्त कराने के लिये उनके पीछे जरूर आयेगा ।"
“कब्र में से उठकर ।" - मार्गरेट व्यंग्यपूर्ण स्वर में बोली।
राज चुप रहा।
"अगर मैं उन्हें उस टापू तक न ले जाऊं तो?"
"तुम समझदार लड़की हो । मुझे विश्वास है तुम ऐसी कोई जिद नहीं करोगी । तुमने जान फ्रेडरिक की दाई आंख पर चढा पैच देखा है ?
तुमने उस बेचारे का दायां कन्धा देखा है जहां से एक समूची बांह उखाड़ ली गयी है ? क्या तुम चाहोगी कि वे लोग तेज धार वाले चाकू से तुम्हारी भी आंखें निकाल लें या तुम्हारी बांह तुम्हारे कन्धे से उखाड़ दें । क्या तुम यह भीषण यातना बरदाश्त कर सकती हो?"
मार्गरेट का चेहरा राख की तरह सफेद हो गया ।
"तुम्हारी सूरत बता रही है, तुममें इतनी हिम्मत नहीं । इस हालत में तुम्हारे लिये यही अच्छा है कि जो वे चाहते हैं तुम करो । तुम इन लोगों को उस टापू तक ले जाओ । बदले में मैं तुमसे वादा करता हूं कि ये तुम्हें किसी प्रकार की शारीरिक हानि नहीं पहुंचायेंगे । वैसे भी अगर तुम्हें
विश्वास है कि तुम्हारा भाई मर चुका है तो तुम्हें इन लोगों को टाप तक ले जाने से कोई नकसान नहीं पहुंचने वाला है । मरे हुये आदमी को ये लोग दुबारा नहीं मार सकते ।" "अगर मेरा भाई जिन्दा है" - मारिट एक-एक शब्द पर जोर देती हुई बोली - "तो उस टापू पर इन लोगों की खैर नहीं । उस टापू का चप्पा चप्पा जार्ज का जाना-पहचाना है । वह इन लोगों को भूनकर रख देगा और इन्हें खबर भी नहीं होगी । वैसे सम्भव यह भी है कि वे खुद ही परलोक सिधार जायें |"
"क्या मतलब?"
"उस टापू पर साल में आठ महीने धुंध छाई रहती है और वहां ऐसा भयंकर दलदल है कि अनजान आदमी का टापू पर पांव रखना खतरनाक है । इन लोगों को खबर भी नहीं होगी और कोई दलदल उन्हें निगल जायेगा ।"
राज के शरीर में सनसनी-सी दौड़ गई ।
"जार्ज और मेरे अतिरिक्त कोई नहीं जानता कि उस टापू के भयंकर दलदल कहां हैं । इन लोगों का उस टापू पर कदम रखना ही अपनी मौत को बुलाना देना है।"
"यानी कि तुम इन लोगों को टापूतक ले जाने के लिये तैयार हो?" - राज बोला ।
मार्गरेट एक क्षण हिचकिचाई फिर उसने धीरे से सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया ।
दिन ढल चुका था।
जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी, रोशनी, राज और मारिट चुपचाप हावर्ड के काटेज के बाहरी कमरे में बैठे थे । वे लोग गहन अन्धकार छा जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
हावर्ड पिछवाड़े के बैडरूम में पड़ा था । एक पलंग की चादर फाड़कर रस्सी बना ली गई थी
और उसी से उसके हाथ-पांव और मुंह बांध दिये गये थे।
जब काफी अन्धेरा हो गया तो राज अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । उसने प्रश्नसूचक नेत्रों
से जान फ्रेडरिक की ओर देखा ।
जान फ्रेडरिक ने सहमतिसूचक ढंग से सिर हिला दिया।
"चलो ।" - राज मार्गरेट के समीप पहुंचकर उसकी बांह थामता हुआ बोला | मार्गरेट चुपचाप उठ खड़ी हुई।
दोनों काटेज के पिछवाड़े में आ गये ।
(¨`·.·´¨) Always
`·.¸(¨`·.·´¨) Keep Loving &;
(¨`·.·´¨)¸.·´ Keep Smiling !
`·.¸.·´ -- Raj sharma
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