Incest करना क्या चाहता था ओर क्या हो गया.

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Jigar Patel
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Joined: 31 Aug 2020 11:45

Incest करना क्या चाहता था ओर क्या हो गया.

Post by Jigar Patel »

हेलो दोस्तो,
यह मेरी पहली कहानी है. कहानी नहीं स्टोरी ही समझ लो. बस सब रीयल लाइफ की है पर मुझसे नहीं हो पा रहा था जो करना था वो आपको बता रहा हूं कि में क्या करना चाहता था.
मेरा नाम जिगर है. मेरी उम्र २४ साल की है।
वैसे मैने इंजीनियरिंग पूरी की है. पर जॉब नहीं मिल रही तो बस घर पे ही रहेता हूं. मेरे घर में ३ सिस्टर ओर मेरी मां है.
१ - रिया : २१ साल की है. फिगर कुछ अच्छा नहीं है. रंग से सावली ओर मीडियम आकर है उसके बूब्स कुछ जायदा ही छोटे है.
२- जानकी: १९ साल की है. बहुत सुंदर है ओर बहुत चालक. उसका काम निकालने के लिए सब को माना लेती है. ओर बहुत ही शर्माती है.
३- नेनशी- १७ साल की है. बस कुछ ही दिनों में १८ की हो जाएगी. थोड़ी सी मोटी. ओर सबसे मासूम..ओर उसकी आखे तो किसी को भी घायल कर दे.
ओर लास्ट में मेरी मॉम की बात है.
मॉम का नाम अल्पा है . बहुत ही फुर्तीला बदन. बड़े बड़े से स्तन जिसे मैने कभी उनका दूध पिया करता था. उनकी उम्र ४९ है. जो अभी तो मेरे लिए जवान है.
अब यह सब छोड़ो बोर हो जाओगे..
मेरी उम्र के मुताबिक सभी की शादी हो चुकी थी ओर में कुवारा बैठा था ओर सेक्स के बहुत दूर.

मुझे सेक्स के बारे में जानने की कुछ उत्सुकता थी ना कुछ समझ ओर बहोत ही भोला था. जब चाहे तब सभी लोग मेरे काट के चले जाते थे. वैसे ही मे जब में छोटा था तब से मेरा काटा गया था..
उस समय मेरी उम्र करीब १५ रही होगी. तब मेरी सिस्टर भी बहोट ही नन्ही थी.
उस टाइम हम घर घर बहुत ही खेलते थे. में पापा बन जाता मेरी सिस्टर मेरी वाइफ ओर नन्ही वाली मेरी बेटी..
हम लोग उस टाइम पूरा दिन वहीं खेलते..
उस टाइम मेरे पड़ोस वाले अंकल की एक लड़की थी उसका नाम खुशबू था। वो अभी देखा जाए तो वो २ लड़की की मा है.. ओर अभी भी वो इतनी ही खूबसूरत लगती है. वो मेरे से २ साल बड़ी है.
एक दिन हम लोग बहुत ही अच्छे से खेल रहे थे तभी खुस्बू आयी ओर मुझे बोला कि मुझे भी खेलना है. हम भी माना नहीं कर सकते थे तब वो मेरे से बड़े थे तो हम सब बदो का कहेना मान लेते थे.
वो बाहोत ही चालक थी मैने उनको मेरी मासी बनाया और वो हमारे साथ कभी दिन तक खेलती रहेती थी. जब उनके पापा को बाहर जाना पड़ा था कुछ काम से .
तभी वो सुबह से मेरे घर में आ गई थी.
ओर हम सब फ्रेश होके फिर से खेलने लग गए थे.
तभी मुझे खुशबू ने बोला.
खुशबू : यार तुम लोग कितनी बुरा खेल खेलते हो.
में: क्यू क्या हुआ..आपको अच्छा नी लगता??
खुशबू: नहीं जो चीज आप खेल रहे हो वो सही में होनी चाहिए.
में: मतलब में कुछ समझा नहीं??
खुशबू: मतलब अभी यह तेरी सिस्टर है ओर तू उनको अपनी वाइफ बनी है सो वो अच्छा नहीं लगता.
में: तो क्या करे कुछ ओर खेल खेलते हैं!!
खुशबू: नहीं यह खेल अच्छा है ओर कुछ बदलाव की जरूरत है..
में: कैसे???
खुशबू: देख अगर रिया तेरी बहन बन जाएगी तो वैसे भी वो तेरी बहन तो वो अच्छे से खेल पाएगी.ओर नेनशी जो तेरी बेटी है उसको भी तू अपनी छोटी बहन बना दे. तो सब चीज सच्ची ओर अच्छी होगी. जैसे के हम सही में खेल रहे थे.
में: ओह अच्छा है ये फिर तो आप भी मेरे पदोश की अंकल के बेटी..
खुशबू: फिर तेरी वाइफ भी किसी को बनना पड़ेगा. तेरे पास कोई ओर है?
में: नहीं.. पर एक काम करते है
खुशबू: क्या?
में: आप मेरी वाइफ बन जाओ??
खुशबू: ओके ( मन में अब आया मज़ा आयेगा)
में: तो चलो खेलते है. ( मेरे दोस्त ने बोला था उसकी गर्लफ्रेंड बहुत सारी किसी देती है. देखते है. में भी इससे किस लेके रहूंगा फिर चाहे वो खेल में क्यू ना हो)
नेंशी: हा भाईया इसमें बहुत ही मजा आयेगा.
खुशबू: पर एक शर्त पर यह खेल के बारे में कोई किसी को नहीं बतलाएगा ओर किसी ने बताया तो उस दिन से यह खेल बन्ध हो जाएगा.
सभी ने साथ ने हा बोला ओर अब भयनाजनक खेल की शुरुआत होती है.
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Re: Incest करना क्या चाहता था ओर क्या हो गया.

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😖 😋

Superb start bro

keep it up
Read my other stories

(^^d^-1$s7)
(एक बार ऊपर आ जाईए न भैया )..(परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति )..(लेखक-प्रेम गुरु की सेक्सी कहानियाँ running)..(कांता की कामपिपासा running).. (वक्त का तमाशा running).. (बहन का दर्द Complete )..
( आखिर वो दिन आ ही गया Complete )...(ज़िन्दगी एक सफ़र है बेगाना complete)..(ज़िद (जो चाहा वो पाया) complete)..(दास्तान ए चुदाई (माँ बेटी बेटा और किरायेदार ) complete) .. (एक राजा और चार रानियाँ complete)..(माया complete...)--(तवायफ़ complete)..(मेरी सेक्सी बहनेंcompleet) ..(दोस्त की माँ नशीली बहन छबीली compleet)..(माँ का आँचल और बहन की लाज़ compleet)..(दीवानगी compleet..(मेरी बर्बादी या आबादी (?) की ओर पहला कदमcompleet) ...(मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग).


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(फैमिली में मोहब्बत और सेक्स (complet))........(कोई तो रोक लो)......(अमन विला-एक सेक्सी दुनियाँ)............. (ननद की ट्रैनिंग compleet)..............( सियासत और साजिश)..........(सोलहवां सावन)...........(जोरू का गुलाम या जे के जी).........(मेरा प्यार मेरी सौतेली माँ और बेहन)........(कैसे भड़की मेरे जिस्म की प्यास)........(काले जादू की दुनिया)....................(वो शाम कुछ अजीब थी)
Jigar Patel
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Re: Incest करना क्या चाहता था ओर क्या हो गया.

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अब खेल की शुरुआत हो चुकी थी.. खुशबू ने सोच लिया था कि दिन का समय कम करके रात का समय बढ़ा दिया जाएगा.
में: चलो तो फिर खेल शरू करते है.
अब सब अपने केरेक्टर पर आ चुके थे.
खुशबू: हा जी. आप नेंसी ओर रिया को क्लास पे छोड़ दो ओर जल्दी से मेरे पास आओ.
में: ओके आप जो चाहे वो होगा. अब आप ही तो मेरी ज़िन्दगी हो.
नेंसी: अभी अभी तो खेलना स्टार्ट किया ओर आपने मुझे ओर रिया को क्लास पाई भेज रहे हो.
में: तुम को जैसा बोला गया है वैसे ही करो. ओर आओगे तो रिंग बेल बजाना.
रिया उदास होते हुए ओके भाई.
(नेंसी ओर रिया दूसरे कमरे में चले जाते है)
खुशबू: चलो अच्छा हुआ आप छोड़ आए उनको क्लास पे. आज सा जाओ यहां मेरे पास बैठो. मुझे आपसे कुछ बात करनी है.
में: बोलो ना आपकी बात में पूरी ज़िंदगी सुनने के लिए तैयार हूं.
खुशबू : एक काम करो पहले डोर को लॉक करके मेरे पास आओ. यह लो एक गिफ्ट. ( गिफ्ट में एक प्यारा सा दोनों का पिक्चर था)
में: (गिफ्ट को देखते हुए बोलता है): बाहोंत ही अच्छा है आपके जैसे.
खुशबू: शर्माती है ओर आभार व्यक्त करती है.
में: पर आप मुझे एक बात बताओ खेल अभी स्टार्ट किया तो आप यहां हो तो गिफ्ट कहा से इतनी जल्द अरेंजमेंट कर दिया??
खुशबू: अच्छा चालक बन रहे हूं मुझसे. क्यू की मैने सोच ही लिया था कि में आपको वाइफ बनूंगी. जो सोचती हूं वो ठान लेती हूं. इसलिए मैने पहले से अरेंज कर दिया.
में: अच्छा.
खुशबू: तो बोलो अपनी वाइफ को क्या दोगे आप?
में: आप चाहे तो चांद तारे तोड़ दी..सारी दुनिया से लड़ लू.. ओर इतना प्यार दूंगा की पूरी ज़िन्दगी में किसी से ना किया को किसी ने..
खुशबू: ऑ हेलो.. यह तुम क्या बोल रहे हो. आपको समझ आ रही है. यह खेल खेल रहे है हम.. ओर वो रूठ जाती है (यह खुशबू अभी खेल खेल रही है क्यू की यह सब रियल में बोलेगी तो गलत तरीके से कुछ ना कुछ पंगा हो सकता है)
में: प्लीज़ मुझे माफ़ करदो में भी खेल में ही बोल रहा था..
खुशबू: ओकके तो फिर ठीक है.
में: पर एक बात पूछं पर बुरा नहीं मानोगे?
खुशबू: हा पूछो.
में: मैने सुना है कि अजय तेरा बीएफ था पहले?
खुशबू: हा था तो क्या तुमको क्या करना है?
में: कुछ नहीं में तो बस सोच रहा था इतनी अच्छी लड़की को क्यू छोड़ दिया??
खुशबू: कुछ नहीं उसका किसी ओर के साथ चल रहा था सो मैने ब्रेकअप कर दिया..
में: ओकके. ठीक है.
खुशबू: ठीक है.चलो में घर चलती हूं.. ओर हाथ मिलने के लिए वो हाथ आगे करती है तभी ग्लास टेबल पे से गिर जाता है ओर तब वो ग्लास लेने के लिए नीचे झुकती है.
(तब मेरी नजर उसके बूब्स पर पड़ती है. ओर फिर देखता है रहेत्ता हूं इतने मस्त बूब्स थे कि दिल करता था खा जाओ. ओर बूब्स पे ब्रा जो एक दम फिट लग रही थी ओर वो पिंक कॉलर की थी जैसे कि मुझे वैसे वो क्लर पसंद नहीं था पर उसको देखते ही मेरे दिल को बहॉट ही सुकून मिला. ओर तभी खुशबू की नजर उसपे पद गई)
खुशबू: (मन में यह मुझे पसंद तो करता है पर मुझे उसके साथ रिलेशनशिप में नहीं रहना बस उससे प्यार चाइए मुझे) मुझे माफ़ कर दो मुझसे काच का ग्लास टूट गया सो.
में: अरे कोई बात नहीं बस आपको कुछ लगी तो नहीं??
खुशबू: तुमको ग्लास की फ़िक्र नहीं ओर तुम को मेरी फ़िक्र कर रहे हो खाश अजय भी तेरे जैसा होता.
में: कोई बात नहीं में हूं ना.. अभी तो आपका हबी.
खुशबू: सोचती है कि गले लग लू (मन में की अभी नहीं थोड़ा वक्त लेना पड़ेगा) ओर अपना हाथ आगे लगा के हाथ मिलाने को इशारा किया.
ओर मैने भी हाथ आगे बढ़ा दिया..
तभी खुशबू इतनी सोच में थी कि हाथ मिलाया तो सही पर वो हाथ नहीं छोड़ रही थी..
तभी वह रिया ने बेल बजाने की आवाज लगाई और दोनों ने हाथ छोड़ दिया..
(" स्टोरी बहुत ही अच्छी मोड़ पे जाएगी पर में यह सोच रहा हूं कि आपको पसंद आ रही है या नहीं") कॉमेंट में लिखिए क्यू की अभी खुशबू ओर मेरे बीच में होगा या नहीं वो ही बाहोट बढ़ी बात है. कोई ओर बीच में आ जाएगा या फिर वो लोग रिलेशन में आ जाएंगे वो देखना है...
Jigar Patel
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Re: Incest करना क्या चाहता था ओर क्या हो गया.

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कोई बात नहीं क्या फर्क पड़ता है..
तभी रिया आती है ओर कहेती है.
रिया: भाई में बहोत ही थक चुकी हूं मुझे नहीं खेलना. अब में आराम करती हूं.
में : ओके तुझे जो करना है वो कर..
रिया चली जाती है ओर नेंसी के साथ बात करती है.
खुशबू मन ही मन सोच रही थी कि क्या करू तभी उसके पापा आ जाते है ओर चली जाती है.
ओर तब तक रात हो चुकी होती है.
ओर में सो जाता हूं.
तभी मुझे मेरी आंखे बंध करता हूं तभी तुरन्त मुझे खुशबू के बूब्स मेरे अखो में आ जाते है.
अभी मुझे नीचे अहेसास होता है कि मेरा लिंग बहुत ही बड़ा हो चुका था..मैने सोचा कि मुझे उससे प्यार तो नहीं हो गया क्यू की उस समय कुछ पता ही नहीं था कि यह सेक्स कि वजह से है या प्यार की वजह से..
फिर जैसे मेरे माइंड ने बोला वैसे ही में सोचता चला गया..
अब यह स्टोरी उसकी सपने की शरुआत करता हूं.
जैसे जैसे में सोचता जा रहा था.. वैसे वैसे मेरी सास बहुत ही जायदा फास्ट चल रही थी.. अब वो सोचता कैसे है वो बताने जा रहा हूं.
जैसे ही वो झुकी हुई होती है वैसे में उसको जल्द से जल्द अपने खड़ी कर के मेरे गले लगा देता हूं जैसे मेरे लिए वो ज़िन्दगी की अमूल्य इंसान हो., वैसे ही मेरा लिंग खड़ा हो जाता है. ओर उसको भी आहेसास हो जाता है. ओर अब दोनों के दिमाग में यही सोच रहे थे कि पहेल कोन्न करेगा.
तब दोनों की नजरें एक दूसरे को मिलती है वैसे ही उनके फेस एक दूसरे के इतने करीब आ जाते है कि वो एक दूसरे की गहरे सास भी महेसुस कर रहे होते है.. ओर अचानक खुशी अपने लिप्स मेरे लिप्स पे रख देती है..ओर वो अपना एक हाथ खुशबू के पीछे ऐस पाई रख के सहेला रहा होता है. ओर वेसी आग अब दोनों तरफ जलने लगती है. अब में भी अपने काबू ने ना होने की वजह से में अपना शर्ट ओर पेंट निकाल देता हूं ओर उनकी ड्रेस को निकालने की कोशिश में लगता हूं ओर वो मना करने लगती है..
पर अब काबू किसी को नहीं हो रहा दोनों इतने मस्त होकर अपने लिप्स को एक दूसरे पाई लाइक करने में लगे हुए है.
. तभी मैने उनेके ड्रेस को निकाल देता हूं ओर उसके बूब्स को जैसे ही टच करने की कोशीश करता ही वैसे में नींद से उठ जाता हूं..
तभी मैने देखा कि मेरे पेंट में कुछ गीला हुए महेशुस किया.
फिर मुझे पता चला कि यह मेरा लिंग मेसे निकला..
वो ज़िन्दगी में मेरा पहेली बार अहेसास हुए..
तभी में मन ही मन में मुझे गली दे रहा था थोड़ा ओर वैत कर लेता तो में उसके बूब्स को देख पता.
पर कहा मेरे नसीब में यह ही लिखा था..
फिर नेक्स्ट डे सन्डे था तो हमारा पूरे दिन आराम ओर खेल था क्यू की सब जगह राजा दी रखी थी..
तभी खुशबू आती है ओर सपने कि वजह से में उसको एक ही नज़रों से देखते राहेता हूं ओर वो मेरे करीब कब आ के खड़ी रहती है वो ही मुझे पता नहीं.
ओर कहेत्ती है
खुशबू: ओ हीरो कहा खोया हुआ है??
फिर भी में कुछ नी बोलता हूं ओर मेरा ध्यान ही नहीं होता.
तभी वो मेरे कंधे पे हाथ रखती है ओर काहेटी है कि कोंन है वो जिसने तुझे मजनू बना के रख दिया??
तभी में अचानक अपने ख्याल से दूर होता हूं ओर बोलता हूं ( यार आज तो मर गया क्या हो गया , क्या सोचती होगी मेरे बारे में) ओर फिर में जवाब देता हूं कि कल मेरी टीचर ने साइंस में एक चैप्टर पढ़ाया था पर मेरेको कुछ भी समझ में नहीं आया??
खुशबू:ओहो सर को पढ़ाई की सूझ रही है आज हॉलिडे है फिर भी पढ़ाई की लगी पढ़ी हट.
में: अरे यह १० का साइंस बहोत् ही हार्ड है.
खुशबू: ओके. चल बता कहा प्रॉब्लम हो रही है,??
में: बायोलॉजी में पूरा समझ नहीं आता.
खुशबू: (यह खुद कटवाने आ रहा है) ओह तो इसमें डरने की क्या बात है तू बोल तुझे किस्में प्रॉब्लम हो रही है??
में: रिप्रोडक्शन में..
खुशबू: ओह वो तो मुझे समझाने में बाहॉत ही हार्ड है. पर में इसके बदले में कुछ ना कुछ तो लूंगी..
में : ओके जो चाइए वो ले लेना.
खुशबू: फिर पलटना मत कि यह नहीं वो नहीं..
में : ओके बाबा.
खुशबू: देखो सुनो थोड़ी सी प्रेक्टिकल बाते बोल रही हूं. बुरा मत लगाना.
में: ओके..
खुशबू: अगर एक लड़का एक लड़की के साथ करता है तो वो लड़की प्रेगनेंट हो जाती है. ओर ९ महीने के बाद बच्चा होता है उसको रिप्रोडक्शन सिस्टम बोलते है.
में: ओह हा.. वो मूवी में होता है वहीं ना..
खुशबू: हा वहीं. बहुत ही जल्द सीख रहे हो..
में: वो मूवी में मैने देखा था कि अनिल कपूर श्री देवी को किस करता है ओर वो प्रगनेंट हो जाती है.
खुशबू: अरे बुधू किस करने से प्रेगनेंट नहीं होते. क्या समझा उ तुझे..
में: यार इसी लिए तो सोच रहा हूं केसे साइंस में पास होऊंगा.
खुशबू: बहुत ही ईज़ी है.. अभी तू भूल जा की में तुझे जानती हूं. या मैने कुछ तुझे कहा. सुन तेरे पास क्या से जिससे तू सू सु करता है. ओर वो चीज हमारे पास नहीं होती.
हमारे पास नन्हा सा होल होता है हम वहा से सु सु करते है..
जब हम बड़े हो जाते है तो तुम्हारी नुनु में से सफेद कलर का कुछ निकलेगा अगर वो हमारे होल में जाता है तो हम प्रग्नेंट हो जाते है..
में: ओह अब समझ में आया..
खुशबू: अच्छा अब यह सब सोचना छोड़ ओर चल अब मेरे साथ..
में: कहा?
खुशबू: मैने बोला था ना में को मांगू गी वो देना पड़ेगा..
में: हा पर कहा चलना है?
खुशबू: मूवी देखने.
में: घर पे मुझे बोलेंगे पढ़ता नहीं हूं ओर यह सब कर रहा हूं..
खुशबू: मैने बोल दिया है कि मुझे कुछ कम है तो में तुझे ले जा रही हूं..
अब देखना यह है कि आगे आगे होता क्या है...
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