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Adultery- Najayaz

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Masoom
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Adultery- Najayaz

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Najayaz


Bastard ke hindi me meaning hotey hai ye sab Harami,Najayaz,Soutela aur bhi bohot hotey hai lekin abhi me sirf itna hi bata raha hu.me ne apni life me bastard word bohot baar suna hu aur sunta raha hu.Bastard ke jo meaning hai usi tarah se meri life bhi rahi hai.me ne apni maa ko 8 saal ke andar hi kho diya tha.mere baap ne do shaadi ki thi.aur jab meri maa ke marney ke baad mujhe mere dad ne apni doosri biwi ke pass le gayee to usne mujhe apnaney se manaa kar diya aur kehney lagi ke ye bastard mujhe apni life aur apney parivaar me nhi chahiye.phir dad ne mujhe majboori me boarding me bhej diya aur wo bhi boys boarding me.jaha par meri bachapan me seniors ne bohot kutayee ki thi lekin un kutayee ki wajah se aaj me bohot strong hua hu.bachpan me jo darr tha wo boys boarding me aa kar khatam ho gaya hai.q ke asli life to boarding me hi guzarti hai jaha par insaan ka darr mit jaata hai.boarding me jo begair darr ke apni life ko guzaar diya usko phir kabhi kisi se bhi darr nhi lagta hai wo darr word ko bhool hi jaata hai.
Idhar me apne baarey me bata deta hu.mera naam karan hai aur me 21 saal ka hu.me abhi study kar raha hu.me abhi final year me hu.me banglore me boarding me rehta hu.boys hostel me mujhe sex karney to kabhi mila nhi lekin sex ki poori information mil gayee thi kitaabo aur CDs se.abhi abhi to phone me bhi porn videos dekh kar mooth maar leta hu.
Me abhi kahani par aata hu.
me ne jaisa aapko bataya ke me abhi final year me hu.aur abhi me college me jaa hi raha tha ke dad ka phone aa gaya to me ne utha liya phone.
Karan..............hello dad
dad..............hello karan,kidhar ho tum abhi
Karan.............me abhi apney room me hu.lekin aap q puch rahey ho dad
dad.............me abhi teri boarding ke nichey hi khada hu.tu door open kar me aa raha hu abhi tujh se milney ke liye.
Karan.............(khush ho kar) sach me dad aaj to aapne mujhe surprise de diya me door open karta hu aap jaldi oopar aa jaiye.
dad............k
Idhar me apne dad ke baarey me batata hu.mere dad ka naam hai Anil Singh aur unki age hai 52 ki.mere dad ek businessman hai aur wo mumbai me rehtey hai.saal me ek ya do baar mujh se milney aatey hai aur jab bhi aatey hai me us wakt bohot khush hota hu.mere dad meri padhayee ko poora kharcha uthatey hai.phir dad mere room me aatey hai.
Karan........dad aap ne to mujhe surprise de diya.me to bohot khush hu ke aap mujh se milney aaye.
Anil.............karan mujhe bhi tum se milkar bohot khushi huyee.
karan..............dad aap kaisey hai aur aapki tabiyat kaisi hai.
Anil.............meri tabiyat acchi hai lekin me bohot tension me hu aur tujhe apney saath leney aaya hu.
karan.............mujhe aap apney saath leney aaye hai lekin kaha aap mujhe le kar jaana chahtey hai.
anil..............tujhe me apney ghar leney aaya hu.
karan..............dad wo ghar jaha mujhe bastard keh kar ke ghar se nikala gaya jab meri maa mar gayee thi aur me anaath ho gaya tha tab.
anil................ha wahi ghar karan
karan.............sorry dad me wo ghar me nhi aa sakta hu.
anil..............plz karan tu saath me chal mere.meri jaan ko khatra hai aur mujhe apney hi parivaar ke logo se meri jaan ko khatra hai.
karan..............what? Aap ye kya keh rahey hai aap ko apney hi parivaar ke logo se khatra hai.
anil.............ha karan me sahi keh raha hu.2 baar mujh par jaan se maarney ka hamla hua hai.aur mujhe lagta hai ke meri betiyo aur shalini ko bhi jaan se koi maarna chahta hai.aur mujhe apney hi parivaar par shak hai.log meri property ke liye mujhe aur meri betiyo ko maar dengey.plz karan tu aaja mujhe tere siva kisi par bhi bharosa nhi hai.
karan..............aap ye kya keh rahey hai dad.aap achanak se aayengey aur kahengey ke tu saath chal to me kaisey aa sakta hu.
anil..............thik hai karan tujhe me 3 din ka time deta hu tu soch kar batana aur mujhe tera jawaab haa me hi chahiye.
karan..............thik hai dad lekin aap mujhe ye to batao ke aapko parivaar me se kis par shak hai.
anil.............karan abhi nhi tu jab ghar par aayenga tabhi hi tujhe bataunga.
karan.............thik hai dad me aapko soch kar jawaab dunga.
anil................aur karan meri baat ko tu seriously lena sach me mujhe jaan se maarney ki koshish ki gayee thi.agar tu ne isko mazaak me liya to kahi aisa na ho ke is baar wo log mujhe sach me maar de aur phir meri biwi aur betiyo ko bhi.
karan.............ha dad mujhe malum hai aap kabhi jhooth nhi boltey hai.abhi aap idhar ruk jaiye do se teen din baad jaana.
anil..............nhi karan mumbai me meri betiya aur meri wife akeli hai agar idhar me raha aur udhar unke saath kuch ho gaya to me jitey ji mar jaunga.mujhe jaana hi honga karan.
Karan..............thik hai dad me aapko rokunga nhi.
anil.............aur karan mujhe jaldi se tera jawaab chahiye.
karan...............ha dad
Phir dad wapas se mumbai me chaley gaye aur idhar me ab soch me doob gaya ke kya karu ab me.


बास्टर्ड के हिन्दी मे मीनिंग होते है ये सब हरामी,नाजायज़,सौतेला और भी बहुत होते है लेकिन अभी मे सिर्फ़ इतना ही बता रहा हूँ.मे ने अपनी लाइफ मे बास्टर्ड वर्ड बहुत बार सुना हूँ और सुनता रहा हूँ.बास्टर्ड के जो मीनिंग है उसी तरह से मेरी लाइफ भी रही है.मे ने अपनी मा को 8 साल के अंदर ही खो दिया था.मेरे बाप ने दो शादी की थी.और जब मेरी मा के मरने के बाद मुझे मेरे डॅड ने अपनी दूसरी बीवी के पास ले गये तो उसने मुझे अपनाने से मना कर दिया और कहने लगी के ये बस्टर्ड मुझे अपनी लाइफ और अपने परिवार मे नहीं चाहिए.फिर डॅड ने मुझे मजबूरी मे बोरडिंग मे भेज दिया और वो भी बाय्स बोरडिंग मे.जहा पर मेरी बचपन मे सीनियर्स ने बहुत कुटाई की थी लेकिन उन कुटाई की वजह से आज मे बहुत स्ट्रॉंग हुआ हू.बचपन मे जो डर था वो बाय्स बोरडिंग मे आ कर ख़तम हो गया है.क्यू के असली लाइफ तो बोरडिंग मे ही गुज़रती है जहा पर इंसान का डर मिट जाता है.बोरडिंग मे जो बेगैर डर के अपनी लाइफ को गुज़ार दिया उसको फिर कभी किसी से भी डर नहीं लगता है वो डर वर्ड को भूल ही जाता है.
इधर मे अपने बारे मे बता देता हू.मेरा नाम करण है और मे 21 साल का हू.मे अभी स्टडी कर रहा हू.मे अभी फाइनल एअर मे हू.मे बंगलोर मे बोरडिंग मे रहता हू.बाय्स हॉस्टिल मे मुझे सेक्स करने तो कभी मिला नहीं लेकिन सेक्स की पूरी इन्फर्मेशन मिल गयी थी किताबो और Cड्स से. कभी कभी तो फोन मे भी पॉर्न वीडियोस देख कर मूठ मार लेता हू.
मे अभी कहानी पर आता हू.
मे ने जैसा आपको बताया के मे अभी फाइनल एअर मे हू.और अभी मे कॉलेज मे जा ही रहा था के डॅड का फोन आ गया तो मे ने उठा लिया फोन.
करण..............हेलो डॅड
डॅड..............हेलो करण,किधर हो तुम अभी
करण.............मे अभी अपने रूम मे हू.लेकिन आप क्यू पूछ रहे हो डॅड
डॅड.............मे अभी तेरी बोरडिंग के नीचे ही खड़ा हू.तू डोर ओपन कर मे आ रहा हू अभी तुझ से मिलने के लिए.
करण.............(खुश हो कर) सच मे डॅड आज तो आपने मुझे सर्प्राइज़ दे दिया मे डोर ओपन करता हू आप जल्दी ऊपर आ जाइए.
डॅड............
इधर मे अपने डॅड के बारे मे बताता हू.मेरे डॅड का नाम है अनिल सिंग और उनकी एज है 52 की.मेरे डॅड एक बिज़्नेसमॅन है और वो मुंबई मे रहते है.साल मे एक या दो बार मुझ से मिलने आते है और जब भी आते है मे उस वक्त बहुत खुश होता हू.मेरे डॅड मेरी पढ़ाई को पूरा खर्चा उठाते है.फिर डॅड मेरे रूम मे आते है.
करण........डॅड आप ने तो मुझे सर्प्राइज़ दे दिया.मे तो बहुत खुश हू के आप मुझ से मिलने आए.
अनिल.............करण मुझे भी तुम से मिलकर बहुत खुशी हुई.
करण..............डॅड आप कैसे है और आपकी तबीयत कैसी है.
अनिल.............मेरी तबीयत आक्ची है लेकिन मे बहुत टेन्षन मे हू और तुझे अपने साथ लेने आया हू.
करण.............मुझे आप अपने साथ लेने आए है लेकिन कहा आप मुझे ले कर जाना चाहते है.
अनिल..............तुझे मे अपने घर लेने आया हू.
करण..............डॅड वो घर जहा मुझे बस्टर्ड कह कर के घर से निकाला गया जब मेरी मा मर गयी थी और मे अनाथ हो गया था तब.
अनिल................हा वही घर करण
करण.............सॉरी डॅड मे वो घर मे नहीं आ सकता हू.
अनिल..............प्लीज़ करण तू साथ मे चल मेरे.मेरी जान को ख़तरा है और मुझे अपने ही परिवार के लोगो से मेरी जान को ख़तरा है.
करण..............व्हाट? आप ये क्या कह रहे है आप को अपने ही परिवार के लोगो से ख़तरा है.
अनिल.............हा करण मे सही कह रहा हू.2 बार मुझ पर जान से मारने का हमला हुआ है.और मुझे लगता है के मेरी बेटियो और शालिनी को भी जान से कोई मारना चाहता है.और मुझे अपने ही परिवार पर शक है.लोग मेरी प्रॉपर्टी के लिए मुझे और मेरी बेटियो को मार देंगे.प्लीज़ करण तू आजा मुझे तेरे सिवा किसी पर भी भरोसा नहीं है.
करण..............आप ये क्या कह रहे है डॅड.आप अचानक से आएँगे और कहेंगे के तू साथ चल तो मे कैसे आ सकता हू.
अनिल..............ठीक है करण तुझे मे 3 दिन का टाइम देता हू तू सोच कर बताना और मुझे तेरा जवाब हा मे ही चाहिए.
करण..............ठीक है डॅड लेकिन आप मुझे ये तो बताओ के आपको परिवार मे से किस पर शक है.
अनिल.............करण अभी नहीं तू जब घर पर आयेगा तभी ही तुझे बताउन्गा.
करण.............ठीक है डॅड मे आपको सोच कर जवाब दूँगा.
अनिल................और करण मेरी बात को तू सीरियस्ली लेना सच मे मुझे जान से मारने की कोशिश की गयी थी.अगर तू ने इसको मज़ाक मे लिया तो कही ऐसा ना हो के इस बार वो लोग मुझे सच मे मार दे और फिर मेरी बीवी और बेटियो को भी.
करण.............हा डॅड मुझे मालूम है आप कभी झूठ नहीं बोलते है.अभी आप इधर रुक जाइए दो से तीन दिन बाद जाना.
अनिल..............नहीं करण मुंबई मे मेरी बेटियाँ और मेरी वाइफ अकेली है अगर इधर मे रहा और उधर उनके साथ कुछ हो गया तो मे जीते जी मर जाउन्गा.मुझे जाना ही होगा करण.
करण..............ठीक है डॅड मे आपको रोकुंगा नहीं.
अनिल.............और करण मुझे जल्दी से तेरा जवाब चाहिए.
करण...............हा डॅड
फिर डॅड वापस से मुंबई मे चले गये और इधर मे अब सोच मे डूब गया के क्या करू अब मे.
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Adultery- Najayaz

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Update.......02

dad mujh se milney ke liye banglore aaye aur unho ne kaha ke mujhe apney parivaar ke logo se hi jaan ko khatra hai.

Ab aage........

dad ne mujhe ye bata kar sochney par majbur kar diya tha q ke wo chahtey they ke me unke ghar par aau aur jo bhi unko maarna chahta hai unka pata lagao.

Abhi me sab yahi soch raha tha.mujhe jaldbaazi me koi bhi faisla nhi lena chahta tha.me acchey se soch samajh kar mujhe faisla lena tha.aisey hi sochtey huye mujhe 1 din lag gaya tha.mujhe ab bhi samajh nhi aa raha tha ke me kya karu mumbai jao ya nhi q ke meri step mother to mujhe kabhi accept nhi karney waali thi.jab me 8 saal ka tha to unho ne mujhe apney ghar se nikaal diya tha.to abhi me ye soch raha tha ke agar me phir se udhar gaya to dad ke parivaar me phir se mere jaaney se problem na ho jaye q ke is wakt mujhe koi bhi accept nhi karenga.

Aisa sochtey huye doosra din bhi nikal gaya me abhi bhi kisi faisley par pahunch nhi paaya tha.itne me mujhe ek phone aaya aur phir me ne wo phone ko uthaya.

Karan.............hello kon

Aurat...........hello aap karan bol rahey ho kya.

karan...........ha me karan bol raha hu aap kon hai.

aurat............mera naam laxmi hai aur me aapki dad ki Freind hoon.aap ke dad ka accident hua hai aur ab unki body paralised ho gaye hai kandho ke nichey se.

karan...........(shocked) what.kya bol rahey ho aap.dad ki body parralised ho gayee hai

laxmi............ha karan tum jaldi se mumbai aa jao wo tumhara hi naam le kar ro rahey hai aur tumhey hi yaad kar rahey hai.

karan............thik hai me mumbai me aa raha hu.aap dad ka khyaal rakhna aur unse kehna ke me jald hi unke pass aa jaunga.

laxmi.............thik hai beta.

Phir phone par baat honey ke baad me shocked ho gaya tha.mujhe apney aap par ghina mehsus ho rahi thi.agar me mumbai me chala gaya hota to ye accident hua hi nhi hota .dad mere pass aa kar mujhe bata kar gaye they lekin me unki madad karney ke liye jaa na sakaa aur poorey 2 din sirf sochney me hi bita diya.

Lekin ab jaisey hi mujhe us laxmi ka phone aaya me ne apney samaan ko pack kiya ek bag me aur sidha mumbai ke liye nikal gaya.mumbai me flight se aaya tha jis me mujhe 2 ghantey lag gaye.phir mumbai me utar kar me sidha ghar ki taraf aa gaya.aur jaisey hi me ghar ki taraf badh raha tha meri saansey tez ho rahi thi.mujhe abhi lag raha tha ke mujhe dekh kar ghar ke log kaisa react karengey.mujhe darr to nhi lagta hai lekin is baar darr lag raha tha.ab me ghar ki dehleez ki taraf aa gaya tha lekin meri himmat hi nhi ho rahi thi ke me apney pairo ko aagey badha kar ghar ke door ki taraf badh sakoo.phir jaisey taisey me ne himmat ki aur ghar ki door bell bajayee.mujhe abhi bhi darr lag raha tha.ghar ki door bell bajatey hi andar se 40 saal ki aurat ne door open kiya aur phir mujhe usne dekha aur kaha.
Aurat...............ji aap kon hai aur kis se milna hai.
Karan...............ji mujhe anil ji se milna hai mujhe pata chala hai ke unka accident hua hai to me unse milney aa gaya.
Aurat.............ha thik hai andar aa jaiye.
Karan..............k aap kon hai
Aurat..............mera naam Rupali hai aur anil ji mere jeth ji hai.
Karan..............k thik hai.

Rupali.............iska naam Rupali hai aur rishtey me meri chachi lagti hai.iski age 40 ki hai.aur ye ek housewife hai.ghar me saree aur raat me maxi pahenti hai.dikhney me ek dum bomb lagti hai.2 baccho ki maa hai.
Phir me Rupali chachi ke saath andar aa gaya.andar aaya to sab log sofey par bethey huye they aur tension me lag rahey they.tabhi usme se ek aadmi ne kaha.
aadmi..............Rupali kon hai ye ladka.
rupali..............ji inko jeth ji se milna hai.inko pata chala ke jeth ji ka accident hua hai to milney ke liye aa gaye.
Ye jo aadmi tha iska naam suresh tha.aur ye rupali ka husband tha aur rishtey me mere chacha.inki age thi 41 ki thi.aur ye dad ke saath hi business me unka saath detey hai.

suresh................beta bhai andar letey hai aap unse andar jaa kar mil saktey hai.waisey aap ka naam kya hai.
Jaisey hi Suresh chacha ne mujh se apna naam pucha me darr gaya tha q ke idhar sab ko pata chal jaata ke mera naam karan hai to pata chal jaata ke me is parivaar ka najayaz beta hu aur dad ki najayaz aulad.
Idhar aap sab log ye soch rahey hongey ke kisi ne mujhe shakal se pehchana q nhi.iski wajah ye hai ke me jab 8 saal ka tha tabhi inse mila tha aur ab me 21 saal ka hu.itne saalo me mujh me bohot changes aaye hai shakal se le kar poori body tak ke.isliye ghar ke logo ne mujhe abhi tak pehchana nhi hai.
Itne me me ne room se nikal kar shalini(step mother) ko dekha.inki age hai 45 ki hai.dikhnry me khoobsurat hai.ghar me saree aur raat me nighty pahenti hai.

Itne me me ne room se shalini ko nikaltey huye dekha aur wo sab ke pass aa kar khadi ho gayee aur jab usne mujhe dekha to sab se kehney lagi.
shalini...............ye ladka kon hai.
suresh..............bhabhi ye bhai se milney aaya hai isko bhi pata chala tha ke bhai ka accident hua hai to milney aa gaya.
shalini................oh accha thik hai.
suresh...............beta tum ne apna naam nhi bataya abhi tak.
Me ab yahi soch raha tha ke kaisey batao ke mera naam karan hai.
Itne me ek room se aurat nikli aur usne kaha.
aurat...............iska naam karan hai aur me ne hi isko idhar bulaya hai.mujhe anil ne kaha tha ke mujhe karan se milna hai jab me anil ko hospital le kar jaa rahi thi tab to me ne karan ko phone kar ke bulayee hu.
Jab us aurat ne sab ko kaha ke mera naam karan hai to sab ko pata chal gaya tha ke me aur koi nhi anil ka beta hu aur is ghar ka najayaz beta.aur jaisey hi Shalini ko pata chal gaya to wo gussay me aa gayee aur usne kaha.
shalini..............ye bastard ko laxmi tu ne idhar q bulayee tujhe pata hai na mujhe ye bastard is ghar ke andar dekhna nhi chahti hu.to phir laxmi tu ne is ko idhar q bulayee.
laxmi.................me nhi nhi mujhe anil ne bola hai.tum ne to anil ki tabiyat dekhi hai na kaisi hai.isliye me ne karan ko bulayee agar karan ke aaney se anil ki tabiyat thik hoti hsi to is se acchi khushi ki baat kya ho sakti hai aur.
shalini...............nhi me is bastard ko apney aankho ke saamney nhi dekh sakti hu.aur tu bastard tujhe yaha aaney ke liye kis ne bola hai.tujhe 12 saal pehli hi boli thi na ke is ghar ke darvazey tere liye band hai to tu yaha q aaya abhi.
Idhar me ne kuch bhi nhi kaha aur bas suntey gaya.
laxmi.............thik hai karan tu yaha se chaley jaa.yaha ke log chahtey hi nhi hai ke anil thik ho jaye.
Itne me ek aadmi ne kaha.
aadmi..............shalini bhabhi agar bhai ki tabiyat is karan ke aaney se thik hoti hai to is se zyaada acchi baat kya ho sakti hai.
Ye jo aadmi hai iska naam hai vivek.age hai 46 ki hai aur dad ka chota bhai aur suresh ka bada bhai hai.ye bhi dad ke saath hi kaam kartey hai.
Phir ek aurat ne kahi.
Aurat.............ha shalini bhabhi Vivek ji sahi keh rahey hai.
Ye aurat ka naam hai karishma aur ye vivek ki wife aur meri chachi hai.inki age hai 42 ki hai aur ye bhi housewife hai.

Freinds ye they mere chacha aur Chachi ka introduction.
Vivek...............shalini bhabhi aap maan jaiye agar ye rahenga to bhai ki tabiyat shayed acchi ho jaaye.
Idhar shalini bhi sochney par majbur ho gayee thi q ke shalini ko bhi dad ki health ki parvah thi.aur shalini bhi chahti thi ke dad ki jald se jald thik ho jaaye.
Shalini..............thik hai ye bastard rahenga lekin is ko kehna ke mere saamney bhi bhool chook se na aaye nhi to me is ka khoon kar doongi.
Laxmi..............thik hai shalini me karan ko samjha doongi.aur ye tumhare saamney bhi nhi aayenga.
Laxmi...............karan tum jao aur apney dad se mil lo.
Karan..............k thik hai.
Phir me dad ke room me gaya aur jaisey hi dad ko dekha To mere aankho se aansu behney lagey they.q ke dad ke chehrey par patti bandhi huyee thi.aur unke haatho aur legs par plaster bandha hua tha.dad ko aisi condition me dekh kar mujhe rona aa raha tha.phir me dad ke pass gaya aur kehney laga.
Karan................dad mujhe maaf kar do.jo me aapke pass pehle na aa paaya.agar me hota idhar to aap ke saath kuch aisa honey nhi diya hota.aap plz mujhe maaf kar dena dad.
Idhar dad ki aankhey band thi.mujhe lag raha tha ke dad so rahey they lekin tabhi dad ne apni aankhey kholi aur mujh se kehney lagey.
Anil..............karan mujhe pata ths ke tum zarur aaongey.
Aur phir dad ne mujhe kaha ke room ka darwaza band kar ke aa.to me ne darwaza band kiya aur jaisey hi dad ko dekha to shocked ho gaya q ke dad Ab bed par jo letey huye they wo bed par aaram se Beth gaye.me ye dekh kar shocked ho gaya tha aur khush bhi hua ke dad ko kuch hua nhi hai
Karan...............dad ye sab kya hai aap ne mujh se jhooth bol kar ke idhar bulaya hai na.
Anil.............nhi karan mera sach me accident hua tha aur mujhe jo sir aur haath me chot lagi hai wo sab asli hai bas me paralised hua hai ye jhooth hai.
Karan..............dad lekin aapne sab se jhooth q bola hai ke aap ko paralised hua hai.
Anil..............isliye ke ab mujh par aur koi hamla na kar paaye.meri car ka break kisi ne fail kar diya tha jis wajah se mera accident ho gaya tha.mujhe kisi ne maarney ki koshish ki thi aur isko accident ghoshit karney ki koshish ki.
Karan.............kya aapke car ki break kisi ne fail ki thi.
Anil..............ha
Karan.................aapko kis par shak ho raha hai dad
Anil...............karan mujhe suresh par shak ho raha hai q ke suresh ki ek beti hai aur vivek ko ek beti aur beta hai.aur mere pass 2 betiya aur tu hai.is hisaab se suresh mujhe aur vivek ko maar sakta hai property ke liye.wo chahta hai ke uski beti jis se bhi shaadi karey usko wo ghar jamayee banaye aur phir apney damaad ko puri property ka maalik bana de.
Karan..............thik hai dad me dekhta hu aap ko aur baaki logo ko kon maarna chahta hai.lekin mujhe thoda time dena padenga dad .
Anil..............ha thik hai karan.tu aaram se time le lena.aur me ne tera admission college me kara diya hu.tu apni padhayee idhar hi complete karna.aur saath saath behrupiye ka bhi pata laga lena.
Karan..............thik hai dad
Anil................aur kisi ko tu kehna mat ke me paralised nhi hua hu.aur tujhe kuch bhi help chahiye hongi laxmi aunty ko bol dena wo meri dost hai aur police officer bhi hai.aur uska beta tumharey hi college padhta hai uska naam rocky hai us se bhi dosti kar lena.
Karan...............k thik hai dad
Anil.............thik hai ab tu aaram kar ley thak gaya honga.
Karan.............k thik hai.
Phir me dad ke room se bahar aaya aur laxmi aunty se mila.
Karan..............ji mujhe kaha rehna hai.
Laxmi.............karan beta tum ko idhar oopar 2 floor par rehna honga.room thora chota hai lekin.
Karan.............me managed kar loonga
Phir me sidha oopar room me gaya.room ki halat to bohot kharaab thi.aisa lag raha tha ke us room me koi bhi barso se rehney nhi gaya honga.har jagah gandagi thi.phir me ne phataphat room ko saaf kiya aur phir room ko rehney laayak banaya.

Freinds ye hai ghar ke baccho ka intro.
1........Sonam.........
Ye ghar ki sab se badi beti aur anil aur shalini ki beti hai.yaani meri step sister.iski age hai 23 aur ye abhi dad ki company me hi job karti hai.
2............babita......
Ye anil aur shalini ki choti beti hai iski age 19 ki hai.ye meri hi umar ki hai aur me bhi iske hi college me padhney waala hu.
3.............Dhanush.........
Ye vivek aur karishma ka beta hai.iski age bhi 21 ki hai aur ye bhi babita ke saath ek hi college me padhta hai
4..........saara..........
Ye bhi vivek aur karishma ki beti hai.iski age hai 19.
5............Natasha.......
Ye Suresh aur rupali ki badi beti hai iski age hai 19 ki hai.
Freinds ye hai ghar ke sabhi logo ka introduction.next update se kahani track par aayengi.
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कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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अपडेट.......02

डॅड मुझ से मिलने के लिए बंगलोर आए और उन्हो ने कहा के मुझे अपने परिवार के लोगो से ही जान को ख़तरा है.

अब आगे........

डॅड ने मुझे ये बता कर सोचने पर मजबूर कर दिया था क्यू के वो चाहते थे के मे उनके घर पर आऊ और जो भी उनको मारना चाहता है उनका पता लगाऊ.

अभी मे सब यही सोच रहा था.मुझे जल्दबाज़ी मे कोई भी फ़ैसला नहीं लेना चाहता था.मे अच्छे से सोच समझ कर मुझे फ़ैसला लेना था.ऐसे ही सोचते हुए मुझे 1 दिन लग गया था.मुझे अब भी समझ नहीं आ रहा था के मे क्या करू मुंबई जाऊ या नहीं क्यू के मेरी स्टेप मदर तो मुझे कभी आक्सेप्ट नहीं करने वाली थी.जब मे 8 साल का था तो उन्हो ने मुझे अपने घर से निकाल दिया था.तो अभी मे ये सोच रहा था के अगर मे फिर से उधर गया तो डॅड के परिवार मे फिर से मेरे जाने से प्राब्लम ना हो जाए क्यू के इस वक्त मुझे कोई भी आक्सेप्ट नहीं करेगा.

ऐसा सोचते हुए दूसरा दिन भी निकल गया मे अभी भी किसी फ़ैसले पर पहुँच नहीं पाया था.इतने मे मुझे एक फोन आया और फिर मे ने वो फोन को उठाया.

करण.............हेलो कौन

औरत...........हेलो आप करण बोल रहे हो क्या.

करण...........हा मे करण बोल रहा हू आप कौन है.

औरत............मेरा नाम लक्ष्मी है और मे आपकी डॅड की फ़्रेंड हूँ.आप के डॅड का आक्सिडेंट हुआ है और अब उनकी बॉडी पैरालाइज हो गये है कंधो के नीचे से.

करण...........(शॉक्ड) व्हाट.क्या बोल रहे हो आप.डॅड की बॉडी पैरालाइज हो गयी है

लक्ष्मी............हा करण तुम जल्दी से मुंबई आ जाओ वो तुम्हारा ही नाम ले कर रो रहे है और तुम्हे ही याद कर रहे है.

करण............ठीक है मे मुंबई मे आ रहा हू.आप डॅड का ख्याल रखना और उनसे कहना के मे जल्द ही उनके पास आ जाउन्गा.

लक्ष्मी.............ठीक है बेटा.

फिर फोन पर बात होने के बाद मे शॉक्ड हो गया था.मुझे अपने आप पर घृणा महसूस हो रही थी.अगर मे मुंबई मे चला गया होता तो ये आक्सिडेंट हुआ ही नहीं होता .डॅड मेरे पास आ कर मुझे बता कर गये थे लेकिन मे उनकी मदद करने के लिए जा ना सका और पूरे 2 दिन सिर्फ़ सोचने मे ही बिता दिया.

लेकिन अब जैसे ही मुझे उस लक्ष्मी का फोन आया मे ने अपने समान को पॅक किया एक बॅग मे और सीधा मुंबई के लिए निकल गया.मुंबई मे फ्लाइट से आया था जिस मे मुझे 2 घंटे लग गये.फिर मुंबई मे उतर कर मे सीधा घर की तरफ आ गया.और जैसे ही मे घर की तरफ बढ़ रहा था मेरी साँसे तेज़ हो रही थी.मुझे अभी लग रहा था के मुझे देख कर घर के लोग कैसा रिएक्ट करेंगे.मुझे डर तो नहीं लगता है लेकिन इस बार डर लग रहा था.अब मे घर की दहलीज़ की तरफ आ गया था लेकिन मेरी हिम्मत ही नहीं हो रही थी के मे अपने पैरो को आगे बढ़ा कर घर के डोर की तरफ बढ़ सकू.फिर जैसे तैसे मे ने हिम्मत की और घर की डोर बेल बजाई.मुझे अभी भी डर लग रहा था.घर की डोर बेल बजाते ही अंदर से 40 साल की औरत ने डोर ओपन किया और फिर मुझे उसने देखा और कहा.
औरत...............जी आप कौन है और किस से मिलना है.
करण...............जी मुझे अनिल जी से मिलना है मुझे पता चला है के उनका आक्सिडेंट हुआ है तो मे उनसे मिलने आ गया.
औरत.............हा ठीक है अंदर आ जाइए.
करण.............. आप कौन है
औरत..............मेरा नाम रूपाली है और अनिल जी मेरे जेठ जी है.
करण.............. ठीक है.

रूपाली.............इसका नाम रूपाली है और रिश्ते मे मेरी चाची लगती है.इसकी एज 40 की है.और ये एक हाउसवाइफ है.घर मे सारी और रात मे मॅक्सी पहनती है.दिखने मे एक दम बॉम्ब लगती है.2 बच्चों की मा है.
फिर मे रूपाली चाची के साथ अंदर आ गया.अंदर आया तो सब लोग सोफे पर बैठे हुए थे और टेन्षन मे लग रहे थे.तभी उसमे से एक आदमी ने कहा.
आदमी..............रूपाली कौन है ये लड़का.
रूपाली..............जी इनको जेठ जी से मिलना है.इनको पता चला के जेठ जी का आक्सिडेंट हुआ है तो मिलने के लिए आ गये.
ये जो आदमी था इसका नाम सुरेश था.और ये रूपाली का हज़्बेंड था और रिश्ते मे मेरे चाचा.इनकी एज थी 41 की थी.और ये डॅड के साथ ही बिज़्नेस मे उनका साथ देते है.

सुरेश................बेटा भाई अंदर लेते है आप उनसे अंदर जा कर मिल सकते है.वैसे आप का नाम क्या है.
जैसे ही सुरेश चाचा ने मुझ से अपना नाम पूछा मे डर गया था क्यू के इधर सब को पता चल जाता के मेरा नाम करण है तो पता चल जाता के मे इस परिवार का नाजायज़ बेटा हू और डॅड की नाजायज़ औलाद.
इधर आप सब लोग ये सोच रहे होंगे के किसी ने मुझे शकल से पहचाना क्यू नहीं.इसकी वजह ये है के मे जब 8 साल का था तभी इनसे मिला था और अब मे 21 साल का हू.इतने सालो मे मुझ मे बहुत चेंजस आए है शकल से ले कर पूरी बॉडी तक के.इसलिए घर के लोगो ने मुझे अभी तक पहचाना नहीं है.
इतने मे मे ने रूम से निकल कर शालिनी(स्टेप मदर) को देखा.इनकी एज है 45 की है. दिखने मे खूबसूरत है.घर मे सारी और रात मे नाइटी पहनती है.

इतने मे मे ने रूम से शालिनी को निकलते हुए देखा और वो सब के पास आ कर खड़ी हो गयी और जब उसने मुझे देखा तो सब से कहने लगी.
शालिनी...............ये लड़का कौन है.
सुरेश..............भाभी ये भाई से मिलने आया है इसको भी पता चला था के भाई का आक्सिडेंट हुआ है तो मिलने आ गया.
शालिनी................ओह अच्छा ठीक है.
सुरेश...............बेटा तुम ने अपना नाम नहीं बताया अभी तक.
मे अब यही सोच रहा था के कैसे बताऊ के मेरा नाम करण है.
इतने मे एक रूम से औरत निकली और उसने कहा.
औरत...............इसका नाम करण है और मे ने ही इसको इधर बुलाया है.मुझे अनिल ने कहा था के मुझे करण से मिलना है जब मे अनिल को हॉस्पिटल ले कर जा रही थी तब तो मे करण को फोन कर के बुलाई हू.
जब उस औरत ने सब को कहा के मेरा नाम करण है तो सब को पता चल गया था के मे और कोई नहीं अनिल का बेटा हू और इस घर का नाजायज़ बेटा.और जैसे ही शालिनी को पता चल गया तो वो गुस्से मे आ गयी और उसने कहा.
शालिनी..............ये बस्टर्ड को लक्ष्मी तू ने इधर क्यू बुलाई तुझे पता है ना मुझे ये बस्टर्ड इस घर के अंदर देखना नहीं चाहती हू.तो फिर लक्ष्मी तू ने इस को इधर क्यू बुलाई.
लक्ष्मी.................मे नहीं नहीं मुझे अनिल ने बोला है.तुम ने तो अनिल की तबीयत देखी है ना कैसी है.इसलिए मे ने करण को बुलाई अगर करण के आने से अनिल की तबीयत ठीक होती तो इस से अच्छी खुशी की बात क्या हो सकती है और.
शालिनी...............नहीं मे इस बस्टर्ड को अपने आँखो के सामने नहीं देख सकती हू.और तू बस्टर्ड तुझे यहा आने के लिए किस ने बोला है.तुझे 12 साल पहली ही बोली थी ना के इस घर के दरवाज़े तेरे लिए बंद है तो तू यहा क्यू आया अभी.
इधर मे ने कुछ भी नहीं कहा और बस सुनते गया.
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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लक्ष्मी.............ठीक है करण तू यहा से चले जा.यहा के लोग चाहते ही नहीं है के अनिल ठीक हो जाए.
इतने मे एक आदमी ने कहा.
आदमी..............शालिनी भाभी अगर भाई की तबीयत इस करण के आने से ठीक होती है तो इस से ज़्यादा अच्छी बात क्या हो सकती है.
ये जो आदमी है इसका नाम है विवेक. एज है 46 की है और डॅड का छोटा भाई और सुरेश का बड़ा भाई है.ये भी डॅड के साथ ही काम करते है.
फिर एक औरत ने कही.
औरत.............हा शालिनी भाभी विवेक जी सही कह रहे है.
ये औरत का नाम है करिश्मा और ये विवेक की वाइफ और मेरी चाची है.इनकी एज है 42 की है और ये भी हाउसवाइफ है.

फ्रेंड्स ये थे मेरे चाचा और चाची का इंट्रोडक्षन.
विवेक...............शालिनी भाभी आप मान जाइए अगर ये रहेगा तो भाई की तबीयत शाएद अच्छी हो जाए.
इधर शालिनी भी सोचने पर मजबूर हो गयी थी क्यू के शालिनी को भी डॅड की हेल्त की परवाह थी.और शालिनी भी चाहती थी के डॅड की जल्द से जल्द ठीक हो जाए.
शालिनी..............ठीक है ये बस्टर्ड रहेगा लेकिन इस को कहना के मेरे सामने भी भूल चूक से ना आए नहीं तो मे इस का खून कर दूँगी.
लक्ष्मी..............ठीक है शालिनी मे करण को समझा दूँगी.और ये तुम्हारे सामने भी नहीं आयेगा.
लक्ष्मी...............करण तुम जाओ और अपने डॅड से मिल लो.
करण.............. ठीक है.
फिर मे डॅड के रूम मे गया और जैसे ही डॅड को देखा तो मेरे आँखो से आँसू बहने लगे थे.क्यू के डॅड के चेहरे पर पट्टी बँधी हुई थी.और उनके हाथो और लेग्स पर प्लास्टर बँधा हुआ था.डॅड को ऐसी कंडीशन मे देख कर मुझे रोना आ रहा था.फिर मे डॅड के पास गया और कहने लगा.
करण................डॅड मुझे माफ़ कर दो.जो मे आपके पास पहले ना आ पाया.अगर मे होता इधर तो आप के साथ कुछ ऐसा होने नही दिया
होता.आप प्लीज़ मुझे माफ़ कर देना डॅड.

इधर डॅड की आँखे बंद थी.मुझे लग रहा था कि डॅड सो रहे थे लेकिन तभी डॅड ने अपनी आँखे खोली और मुझ से कहने लगे.
अनिल..............करण मुझे पता था कि तुम ज़रूर आओंगे.

और फिर डॅड ने मुझे कहा कि रूम का दरवाज़ा बंद कर के आ.तो मे ने दरवाज़ा बंद किया और जैसे ही डॅड को देखा तो शॉक्ड हो गया क्यू के डॅड अब बेड पर जो लेटे हुए थे वो बेड पर आराम से बैठ गये.मे ये देख कर शॉक्ड हो गया था और खुश भी हुआ के डॅड को कुछ हुआ
नहीं है

करण...............डॅड ये सब क्या है आप ने मुझ से झूठ बोल कर के इधर बुलाया है ना.

अनिल.............न्ही करण मेरा सच मे आक्सिडेंट हुआ था और मुझे जो सिर और हाथ मे चोट लगी है वो सब असली है बस मे पॅरलिज़्ड हुआ है ये झूठ है.

करण..............डॅड लेकिन आपने सब से झूठ क्यू बोला है के आप को पॅरलिज़्ड हुआ है.

अनिल..............इसलिए के अब मुझ पर और कोई हमला ना कर पाए.मेरी कार का ब्रेक किसी ने फैल कर दिया था जिस वजह से मेरा आक्सिडेंट हो गया था.मुझे किसी ने मारने की कोशिश की थी और इसको आक्सिडेंट घोषित करने की कोशिश की.

करण.............क्या आपके कार की ब्रेक किसी ने फैल की थी.

अनिल..............हाँ

करण.................आपको किस पर शक हो रहा है डॅड

अनिल...............करण मुझे सुरेश पर शक हो रहा है क्यू कि सुरेश की एक बेटी है और विवेक को एक बेटी और बेटा है.और मेरे पास 2 बेटियाँ और तू है.इस हिसाब से सुरेश मुझे और विवेक को मार सकता है प्रॉपर्टी के लिए.वो चाहता है कि उसकी बेटी जिस से भी शादी करे उसको वो घर जमाई बनाए और फिर अपने दामाद को पूरी प्रॉपर्टी का मालिक बना दे.

करण..............ठीक है डॅड मे देखता हूँ आप को और बाकी लोगो को कों मारना चाहता है.लेकिन मुझे थोड़ा टाइम देना पड़ेंगा डॅड .

अनिल..............हाँ ठीक है करण.तू आराम से टाइम ले लेना.और मे ने तेरा अड्मिशन कॉलेज मे करा दिया हू.तू अपनी पढ़ाई इधर ही कंप्लीट करना.और साथ साथ बहरूपीए का भी पता लगा लेना.

करण..............ठीक है डॅड

अनिल................और किसी को तू कहना मत कि मे पॅरलिज़्ड न्ही हुआ हू.और तुझे कुछ भी हेल्प चाहिए होंगी लक्ष्मी आंटी को बोल देना वो मेरी दोस्त है और पोलीस ऑफीसर भी है.और उसका बेटा तुम्हारे ही कॉलेज पढ़ता है उसका नाम रॉकी है उस से भी दोस्ती कर लेना.

करण............... ठीक है डॅड

अनिल.............ठीक है अब तू आराम कर ले थक गया होगा.

करण............. ठीक है.

फिर मे डॅड के रूम से बाहर आया और लक्ष्मी आंटी से मिला.

करण..............जी मुझे कहाँ रहना है.

लक्ष्मी.............करण बेटा तुम को इधर ऊपर 2 फ्लोर पर रहना होगा.रूम थोड़ा छोटा है लेकिन.

करण.............मे मॅनेज्ड कर लूँगा

फिर मे सीधा ऊपर रूम मे गया.रूम की हालत तो बोहोत खराब थी.ऐसा लग रहा था कि उस रूम मे कोई भी बरसो से रहने नही गया
होगा.हर जगह गंदगी थी.फिर मे ने फटाफट रूम को सॉफ किया और फिर रूम को रहने लायक बनाया.

फ्रेंड्स ये है घर के बच्चो का इंट्रो.

1........सोनम.........
ये घर की सब से बड़ी बेटी और अनिल और शालिनी की बेटी है.यानी मेरी स्टेप सिस्टर.इसकी एज है 23 और ये अभी डॅड की कंपनी मे ही जॉब करती है.

2............बबिता......

ये अनिल और शालिनी की छोटी बेटी है इसकी एज 19 की है.ये मेरी ही उमर की है और मे भी इसके ही कॉलेज मे पढ़ने वाला हूँ.

3.............धनुष.........

ये विवेक और करिश्मा का बेटा है.इसकी एज भी 21 की है और ये भी बबिता के साथ एक ही कॉलेज मे पढ़ता है

4..........सारा..........

ये भी विवेक और करिश्मा की बेटी है.इसकी एज है 19.

5............नताशा.......

ये सुरेश और रूपाली की बड़ी बेटी है इसकी एज है 19 की है.

फ्रेंड्स ये है घर के सभी लोगो का इंट्रोडक्षन.नेक्स्ट अपडेट से कहानी ट्रॅक पर आयगी.
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्‍वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Update........03
Idhar me phir room me aaya aur room ki safayee kiya q ke room bohot ganda tha.
Ab aage...................
Me phir room ki safayee kiya aur room me let gaya tha q ke me travel kar ke thak gaya tha.me ab yahi soch raha tha ke me ghar par aaya to vivek chacha aur Chachi ne mujhe idhar rehney ke liye shalini(step mom) ko manaya hai.aur suresh chacha ne to mujhe idhar rukney ke liye shalini ko kuch bola hi nhi.aur dad ko bhi suresh chacha par hi shak hai ke wo unko maarna chahtey hai.
Idhar me ye sab soch soch kar so gaya tha.phir meri neend subah me khuli.dad ne mera admission college me karaya tha jaha par babita aur Dhanush padhtey hai.mujhe apni padhayee ko continue karna tha to me ne aaj se hi college jaaney ke liye ready ho gaya aur nashta karney ke liye nichey hi jaa raha tha ke ek aurat aayee mere room me.uske haath me ek plate me nashta tha.
aurat..............karan mera naam hai sunita me yaha par kaam karti hu.shalini mam ka order hai ke aap ko nashta,dinner aur lunch aapko aapke room me hi milenga.aap ko nichey sab ke saath khana khaney ke liye manaa kiya hai shalini mam ne.aur aapko nichey sab ke saath bethney ke liye bhi manaa kiya hai.
karan...........thik hai jaisa shalini mam chahti hai waisa hi honga.unse kehna ye bastard unko kisi bhi shikayat ka moka nhi denga.
sunita...............thik hai karan tum ko kisi bhi cheez ki zarurat ho mujhe isi room se awaaz dena me aa jaungi.
karan.............k thik hai.
Phir me pehle fresh hua aur nashta kiya aur phir waisey hi me college ke liye nikal gaya.me college bus se gaya tha q ke abhi mere pass bike nhi thi.phir me bus me beth gaya aur takriban 20 minute baad college ke gate ke pass aa gaya.
college me jaisey hi enter kiya to dekha ke college to bohot bada tha.phir me college ke andar chaley gaya.mujhe apni class dhoondhni thi to me ne ek ladke ko pucha to usne mujhe bataya ke first floor par hai to me first floor par chaley gaya.first floor par aaya to mujhe meri final year ki class dikhi.phir me class ke andar jaaney laga to dekha ke ek khoobsurat 27 saal ki ladki class me padha rahi thi.usne saree pehni thi.dikhney me ek dum khoobsurat thi.phir me class ke door par aaya aur kaha.
karan............may I come in mam
Mere kehney se sab student ki nazrey meri taraf aayee aur usme babita,Dhanush ki bhi nazrey meri taraf aa gayee.
phir us miss ne mujh se kahi.
Miss............yes come in
Phir me andar aa gaya to miss ne kaha.
miss..............kon ho tum aur yaha q aaye ho.
karan...............mam mera new admission hua hai.aur mujhe pata chala ke meri yahi class hai.
miss...............k tumhara naam karan hai kya.
karan.............yes mam
Miss...............k mujhe aaj office se pata chala tha ke koi new admission aaney waala hai.thik hai ek kaam karo tum Beth jao jaha tum ko jagah khaali miley.
karan............k mam
Phir me class me bethney ke liye jagah dekhney laga lekin mujhe kisi ne bhi apney bagal me bithaney se manaa kiya.ye har college me hota hai new admission waaley students ke saath.phir mujhe ek last me bench dikhayee di to me usme jaa kar ke beth gaya.me akela hi bench par betha hua tha.phir us miss ka lecture khatam ho gaya aur wo class se chali gayee.jaisey hi miss gayee babita ne apney freinds se kaha.
babita..............ye bastard yaha bhi aa gaya.
kunal............tum is ladkey ko jaanti ho kya.
babita..............ha mere baap ka najayaz beta hai ye bastard.is ki wajah se mom dad ke bich me jhagdey hotey they bachpan me mere.ab phir se ye hamari zindagi me aa gaya hai.na jaaney ye bastard ab kya karenga.tum log kuch bhi kar ke isko is class se nikaalo.
Amit..............class se hi q isko hum college se hi nikaal detey hai.
Ye amit hai.apne aap ko turram Khan samajhta hai.aur babita ke nazdik rehna chahta hai.
babita............lekin kaisey
Amit..............tum uski fikr mat karo wo hum sab usko sambhaal lengey.
babita..............k thik hai.
Phir class me doosra teacher aaya aur usne padhaya phir uske padhaney ke baad recess ho gayee.recess huyee to me canteen me gaya aur kuch pet pooja kiya.itne me ek ladki mere pass aayee.
ladki..............aap hi hamari class me new ladkey aaye ho na.
karan............ha me hi hu naya student lekin aapkon hai
ladki..............me bhi aapki hi class me padhti hu.aapko udhar college ground me aana honga hamari class ka monitor kuch instruction de raha hai.
karan.............thik hai me aata hu.
Phir me us ladki ke saath ground me aa gaya udhar par hamari class ke sabhi students khadey they to me bhi udhar chaley gaya tabhi amit ne mujhe apney pass bulaya.
Amit............tum hi ho na new student
karan............ha
Amit.............dekh be tu new ladka hai isliye me tujhe acchey se batata hu.kal se tu is college me dikhna nhi chahiye.
karan............q bhai me ne kya kiya.
Kunal..............tu ne kuch nhi kiya hai lekin mera ek dost tere saath kuch kar denga.
karan..............kya matlab
kunal.............mera ek Freund hai Vishal.vishal ko tu bohot pasand aaya hai aur wo tere saath sona chahta hai aur tujhe pregnant karna chahta hai.aur hum nhi chahtey hai ke Vishal ke baccho ki tu maa baney.vishal khud apni zimmedari nhi utha sakta hai to teri aur tere baccho ki kaisey zimmedari uthayenga.isliye tu yaha se chaley ja.
Us kunal ka aisey kehtey hi sab hasney lagey mujh par.
karan...........(gussay me) kya bakwas kar rahey ho tum.
vishal.............karan darling par koi hansey ga nhi ye mere honey waali baccho ki maa hai.
Idhar mujhe bohot gussa aa raha tha me ne apna ek haath us Vishal ke oopar utha hi raha tha ke mujhe babita dikh gayee.aur vo bhi sab ki tarah has rahi thi.usko dekhtey hi me ne apney gussay ko control kiya q ke me babita ke dosto ko maar kar babita ko shikayat ka moka nhi dena chahta tha.isliye me kuch kaha nhi.
amit...............ab sun be agar kal tu mujhe is college me dikhayee diya na to tujhe sab ke saamney ghoda banaunga aur tere kapdey nikaal kar tujhe poora nanga karunga aur tere pichwarey me ye Vishal apna lund daal kar ke tujhe pregnant karenga.aur phir uske baad hum sab ladkey tera rape kar dengey.agar tu nhi chahta ye sab ho to kal is college me dikhna nhi.aur phir us amit ne mujhe dhakka diya jis se me nichey gir gaya.mere nichey girtey hi sab phir se hasney lagey aur mujhe sab zero zero kehney lagey.
Phir me khada hua aur jaaney laga hi tha ke babita ne amit se kaha.
babita............thanks Amit is bastard ko college se nikaalney ke liye.
amit ..............tumharey liye to jaan bhi haazir hai to ye to chota sa kaam tha.
Me ne babita aur amit ki baato ko sun liya tha.abhi me waha se jaa hi raha tha ke ek blue gaadi bohot tezi se college me aayee aur phir wo gaadi mere hi saamney ruki aur usme se 3 gunday nikley aur phir ek gunday ne gun ek ladki par rakhi aur ye vahi ladki thi jis ne mujhe jhooth bol kar ke canteen se nichey amit ke pass le kar aayee thi.
Aur jaisey hi un 3 gundo ne gun us ladki par rakhi idhar jo bhi student khadey they wo sab darr gaye aur amit,kunal,vishal aur babita bhi darr gayee thi.itne me college ki principle aur wo miss bhi aa gayee jo subah me class me padha rahi thi.
Wo gunda mere bilkul saamney khada tha ladki ke sir par pistol rakhey huye.aur 2 gundo ke pass hocky stick thi.phir gunday ne kaha.
gunda...............tu ne mujh ko bohot pareshan ki hai ab me tujhe nhi chodunga.
ladki............(rotey huye) tum kon ho me to tum ko jaanti bhi nhi hu.
gunda............accha ab jaanne se bhi manaa kar rahi hai.ab gun ki goli tere dimaag me jayengi na to tujhe sab yaad aayenga
ladki.............mujh ko chor do me sach me tum ko nhi jaanti hu.
principle........plz tum log is ladki ko chor do.
gunda.............chup kar nhi to tujhe bhi goli maar dunga.
Idhar sab ab darey huye they.
Me idhar par khada ho kar sab dekh raha tha.lekin meri nazrey nichey thi.me socha is ladki ki wajah se ye sab ho raha hai accha hai ye gunda us ladki ko maar de.meri nazrey nichey hi thi tabhi us gunday ne mujh se kaha.
gunda.............ghoorta kya hai re tu.aankhe nichey kar.
Karan............(mann me) me is ko kidhar ghoor raha hu.meri to aankhey pehle se nichey hai.to phir ye q keh raha hai.
Meri aankhey pehle se nichey thi to phir se me ne apni aankho ko nichey kiya gunday ke kehney par.
gunda..............tujhe samajh nhi aa raha hai kya.tujhe kaha na aankhey nichey karney ke liye.phir bhi tu ghoor raha hai.
karan.............arey meri aankhey to pehle se hi nichey hai.
gunda............zabaan ladata hai aur aankhey nichey karney boltey hai to wo bhi nhi karta hai.
Idhar sab yahi soch rahey they ke meri aankhey to pehle se hi nichey hai to gunda mujhe baar baar q keh raha hai.
doosra gunda...........sun be tu is ladki ko baad me maar pehle is ladkey ko maar jo hum ko ghoor kar dekh raha hai.
gunda............ha tu sahi keh raha hai.
Phir us gunday ne us ladki ke sir ke pass se pistol hata kar ke mere face ki taraf ki aur jaisey hi mujhe goli maarney waala tha to me ne apni ek laat uske haath par de maara jis se uske haath se wo pistol nichey gir gayee.phir me ne ek puch uske face par de maara jis se wo dhadaam se nichey gir gaya.aur phir uske face se bhi khoon nikalney laga.tabhi baaki ke bachey huye 2 gunday mere paas aaney lagey mujhe maarney ke liye to me ne apna belt nikala aur belt se hi un dono gundo ko maarney laga.tabhi usme se ek ki hocky stick mere pith par lagi jis se meri pith se khoon nikalney laga.phir me ne uski hocky stick ko pakda aur phir un dono gundo ko maarney laga.gundo ko belt se itna maara ke wo lahu luhaan ho gaye.ab na to unse khada huye jaa rahs tha.
Jab main gunday ne dekha ke me ne un do gunday ki kya haalat ki hai to wo waha se bhaagney laga.jab me ne usko bhaagtey huye dekha to me usko pakadney ke liye bhaaga.abhi bhi mere haatho me belt tha.wo gunda college ke andar bhaaga aur sidhiyo se oopar jaaney laga.me tezi se uska picha kiya aur phir usko pakad liya.aur usko phir pakad kar usko belt se maarney laga.aur jab tak maartey raha jab tak uske badan se khoon na nikley.phir me ne wo belt ko us gunday ki galey me lapet liya aur uska gala dabaney laga aur me krhney laga.
karan..............bata tu us ladki ko q maarney aaya tha.
gunda.............hum us ladki ko maarney nhi balkey aapko maarney aaye they jaan se.hum to wo ladki ko jaantey bhi nhi hai.
karan.............kya mujhe maarney aaye they.
Freinds aapko update kaisa laga comment section me zarur batana.
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