“यार इतना गुस्सा क्यो हो रही हो , वो मेरी फेव है तो बस ..”
“सेक्स करना चाहता है क्या उससे ?? बोल करवा दूं क्या “
सुस की बात सुनकर मैं एक बार उसके चेहरे को ही देखता रह गया ,
“छी तुझे बस इसके सिवा कुछ और नही सूझता ना , जा रहा हू मैं और रख तू इसे अपने पास “
मैने जेब से उसकी पैंटी निकाल कर उस पर फेक दिया और वहाँ से जाने लगा , लेकिन तभी सुस भाग कर मेरे पास आ गयी,
मुझपर जैसे कूद ही गयी , और मेरा गला पकड़कर झूल गयी , मैं लड़खडाता हुआ पास ही रखे सोफे मे जा गिरा ..
उसने अपने होंठ मेरे होठों मे डाल दिए , मैं छूटने की कोशिस कर रहा था लेकिन उसने मेरे चेहरे को बड़ी ही ताक़त से जकड़ रखा था ..
सुस ये क्या कर रही हो ..
“बहुत हो गया अब तो तेरा रेप ही करूँगी “
वो खिलखि लाते हुए बोली
“तेरी तो “
मैं भी भड़क गया था और मैने उसे पलट दिया , अब वो मेरे नीचे थी और चुप भी हो चुकी थी ..
हम दोनो ही एक दूसरे की आँखो मे देख रहे थे
“सुस ये ग़लत है , मैं ये नही कर सकता “
“क्यो खड़ा नही होता क्या , ज़रा देखु तो “
उसने मेरे जीन्स के उपर से ही मेरे लिंग को पकड़ कर जोरो से दबा दिया ..
“अऔच .. कमिनी कही की “
मैं खड़े होने वाला था लेकिन वो अभी भी मेरे गले मे हाथ डाले हुए झूल रही थी ..
मेरा लिंग सच मे पूरी ताकत से खड़ा हुआ था
“ये तो पूरा तना हुआ है फिर भी तू मुझे भाव नही दे रहा है , जानता है मुझसे सेक्स करने के लिए लड़को की लाइन लगी रहती है , सभी चोर निगाहो से मेरे जिस्म को देखते है लेकिन किसी की भी हिम्मत नही होती की मुझे कुछ बोल सके “
“अच्छा तो उनसे ही करवा लेना ना , मुझे छोड़ “
मैं फिर से उठने को हुआ लेकिन सुस ने मुझे फिर से जोरो से अपने से लगा लिया
“साले .. पता नही तुझ मे ऐसा क्या देख लिया की तुझपर दिल आ गया .. और जिसपर सुस का दिल आ जाए वो उसे पा कर ही रहती है “
“अच्छा मैं क्या कोई खिलौना हू जिसे तू पा कर रहेगी , प्यार ना तो खरीदा जा सकता है ना ही छीना जा सकता है समझी ..”
मेरी बात सुनकर सुस ने मुझे थोड़ा ढीला छोड़ दिया , मैं उठ खड़ा हुआ लेकिन सुस का चेहरा उदास था जिसे देखकर मैं फिर से उसके बाजू मे जा बैठा
“मुझमे किस बात की कमी है अंकित जो तू मुझे पसंद नही कर रहा “
उसकी आवाज़ मे एक रोना था , गला जैसे भर गया था
“तू पागल है क्या रो क्यो रही है , अरे आज ही तो तूने प्रपोज़ किया है और आज ही तुझे जवाब भी चाहिए , देख सुस तेरे साथ इतने दिन रहकर मुझे इतना तो पता चल गया है की तू बड़ी ही अच्छी लड़की है , लेकिन थोड़ी पागल भी है , किसी को ऐसे कौन प्रपोज़ करता है यार …. तूने मुझे प्रपोज़ नही किया बल्कि मुझे डरा दिया , मैने जीवन मे कभी ऐसी चीज़े नही देखी थी और तूने तो पूरा पिक्चर ही दिखा दिया “
मेरी बात सुनकर वो शर्मा गयी , जो मुझे और भी अजीब लगा
“वाह क्या अदा है आपके क्या कहने , पहले मेरे सामने कपड़े खोलने मे भी कुछ नही लगा और अब सिर्फ़ उसकी बात सुनकर ही शर्मा रही हो वाह “
वो खिलखिला कर हंस पड़ी
“तू लड़कियो को नही समझ पाएगा रे , जब वो किसी से प्यार करती है तो उसके लिए कुछ भी कर जाती है, मुझे लगा की हर लड़को को एक ही चीज़ चाहिए होती है और अगर मैं तुझे वो ऑफर कर दूं तो शायद तू मान जाएगा , लेकिन तू तो अलग निकला “
“ऊओह तो ये बात है , देख सुस मुझे थोड़ा सोचने का मौका तो दे “
“मैं समझ सकती हू , लेकिन एक चीज़ और “
“क्या ??”
“इस स्वाती से दूर रहना , ये साली जैसे तुझे देख रही थी मुझे पसंद नही आया “
अब साला मुझे समझ नही आ रहा था की मैं कौन सा रणबीर कपूर हू जो ये सब लड़किया मुझे देख रही थी ..:
“यार वो मुझे क्यो देखेगी “
“अरे तू इस साली रांड़ को नही जानता , अगर तुझे इसकी लेनी हो तो मुझे बता देना मैं इसकी दिलवा दूँगी लेकिन इससे इंप्रेस होकर कुछ चूतियापा नही करना “
मैं उसकी बात सुनकर बुरी तरह से चौका
“तू क्या दिलवाएगी “
“जो बोले वो साली हाइ क्लास रांड़ है , सब जानती हू इसके बारे मे “
मैं बस मूह फाडे उसे देख रहा था , पर्दे मे एक संस्कारी लड़की का कॅरक्टर निभाने वाली स्वाती के बारे मे तो मैं ऐसी बात सोच भी नही सकता था ..
“नही यार तुम्हे कोई ग़लत फ़हमी हुई होगी “
सुस जोरो से हंस पड़ी ..
“मेरे पापा के फार्महाउस मे ऐसी कई हेरोयिन्स नंगी नाचती है .. समझ गये “
मैं उसकी बात सुनकर बिल्कुल ही चुप था … चुप और शांत दोनो ही एक साथ था ..
मन मे कोई भी विचार नही आ पा रहे थे , स्वाती का मासूम सा चेहरा मेरे दिमाग़ मे घूम रहा था वही सुस की बाते भी …
इन सब के बीच मैं ये चीज़ बिल्कुल ही भूल सा गया था की कोई मेरे नाम से कत्ल किए जा रहा है , और मैं यहाँ तिवारी की बेटी के साथ खड़ा हू , वो इंसान जिसे अगर इतना भी पता चला की मैं किसके साथ रहता हू तो शायद मुझे जान से मारने मे ज़रा भी देरी ना करे………
“अब शायद तुम्हे जाना चाहिए , तुम अपनी भाभी के साथ जल्दी से यहाँ सिफ्ट हो जाओ “
सुस की बात से मैं फिर से वर्तमान मे आया और फिर जल्दी से वहाँ से निकल गया ……..
Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
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कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
अपडेट 24
जब मैं हवेली पहुचा तो वहाँ बैठे हुए लोग मुझे देखते ही खड़े हो गये ..
“शिवा भैया की …. “
कोई एक आदमी जोरो से चिल्लाया
“जय जय “
सभी लोग जोरो से चिल्ला उठे ,लोग नगाडे बजा रहे थे और कुछ लोग मुझे अपने कंधे पर उठा कर नाचने लगे, कुछ लोगो ने तो मुझे फुलो की माला भी पहना दी ..
मैं कुछ समझ पाता की ये सब साला आख़िर हो काया रहा है तभी संपत मामा आकर मुझे नीचे उतार कर अपने ऑफीस मे ले गये …..
“जब तुझे मैने मना किया था की तू तिवारी और हमारे बीच नही पड़ेगा तो फिर तूने ये कांड क्यो कर दिया ..”
संपत मामा की बात सुनकर मुझे समझ आया की ये हो क्या रहा है ..
“मामा मैने कुछ भी नही किया है ,”
“क्या ???” मामा बुरी तरह से चौक गये थे …
“तो … तो ये सब किसने किया है ?”
“ मुझे क्या पता की किसने किया है, इतना बड़ा कदम मैं आप से बिना पूछे कैसे ले सकता हू “
संपत मामा थोड़ी देर चुप ही रहे
“अच्छा……. स्टाइल तो शक्ति गेंग वाला है … लेकिन शक्ति गेंग के सभी लोग तो अब इनॅक्टिव है और काम छोड़ चुके है तो फिर ये सब किसने किया होगा “
“आख़िर ये माजरा क्या है , शक्ति गेंग और जीवा गैंग अलग कैसे है “
“कोई खास नही असल मे जीवा गैंग की शुरुआत की थी जीवा ने , और उसकी एक बहन थी जिसका नाम था शक्ति उसने ही शक्ति गेंग की शुरुआत की थी इसलिए उसे शक्ति गेंग कहा गया ..”
“क्या ??? जीवा और शक्ति भाई बहन थे …तो उन्होने अलग अलग गैंग क्यो शुरू किया “
मेरी बात सुन कर संपत ने एक गहरी सांस छोड़ी ..
“यार बहुत पुरानी कहानी है कभी आराम से सुनाउन्गा, अभी जा आरती तेरा इंतजार कर रही है , तू कोई मोबाइल क्यो नही ले लेता , वो बेचारी जब से ये खबर सुनी है की शिवा ने कतल किया है तब से डरी हुई है , और तेरा कोई आता पता भी नही है ..”
“मोबाइल ??”
“ओह हा चल मैं दिलवा दूँगा, अब जा .. मैं पता लगवाता हू की आख़िर इसके पीछे है कौन “
**********
जब मैं अपने कमरे मे गया तो भाभी ने दौड़कर मुझे जकड़ लिया ..
“कहा था तू इतना पता कैसे लगा दिया , जानता है यहाँ क्या हो रहा है लोग कह रहे की शिवा ने अपना पहला शिकार कर लिया ……”
“अरे भाभी मैने कोई भी शिकार नही किया है ये सब पता नही किसने किया है
“वो सब ठीक है लेकिन तू इतने देर से कहा था “
भाभी की बात सुनकर मेरे होठों मे एक मुस्कान आ गयी ..
“वो सुस मुझे अपने पिता से मिलवाने ले गयी थी “
जब मैं हवेली पहुचा तो वहाँ बैठे हुए लोग मुझे देखते ही खड़े हो गये ..
“शिवा भैया की …. “
कोई एक आदमी जोरो से चिल्लाया
“जय जय “
सभी लोग जोरो से चिल्ला उठे ,लोग नगाडे बजा रहे थे और कुछ लोग मुझे अपने कंधे पर उठा कर नाचने लगे, कुछ लोगो ने तो मुझे फुलो की माला भी पहना दी ..
मैं कुछ समझ पाता की ये सब साला आख़िर हो काया रहा है तभी संपत मामा आकर मुझे नीचे उतार कर अपने ऑफीस मे ले गये …..
“जब तुझे मैने मना किया था की तू तिवारी और हमारे बीच नही पड़ेगा तो फिर तूने ये कांड क्यो कर दिया ..”
संपत मामा की बात सुनकर मुझे समझ आया की ये हो क्या रहा है ..
“मामा मैने कुछ भी नही किया है ,”
“क्या ???” मामा बुरी तरह से चौक गये थे …
“तो … तो ये सब किसने किया है ?”
“ मुझे क्या पता की किसने किया है, इतना बड़ा कदम मैं आप से बिना पूछे कैसे ले सकता हू “
संपत मामा थोड़ी देर चुप ही रहे
“अच्छा……. स्टाइल तो शक्ति गेंग वाला है … लेकिन शक्ति गेंग के सभी लोग तो अब इनॅक्टिव है और काम छोड़ चुके है तो फिर ये सब किसने किया होगा “
“आख़िर ये माजरा क्या है , शक्ति गेंग और जीवा गैंग अलग कैसे है “
“कोई खास नही असल मे जीवा गैंग की शुरुआत की थी जीवा ने , और उसकी एक बहन थी जिसका नाम था शक्ति उसने ही शक्ति गेंग की शुरुआत की थी इसलिए उसे शक्ति गेंग कहा गया ..”
“क्या ??? जीवा और शक्ति भाई बहन थे …तो उन्होने अलग अलग गैंग क्यो शुरू किया “
मेरी बात सुन कर संपत ने एक गहरी सांस छोड़ी ..
“यार बहुत पुरानी कहानी है कभी आराम से सुनाउन्गा, अभी जा आरती तेरा इंतजार कर रही है , तू कोई मोबाइल क्यो नही ले लेता , वो बेचारी जब से ये खबर सुनी है की शिवा ने कतल किया है तब से डरी हुई है , और तेरा कोई आता पता भी नही है ..”
“मोबाइल ??”
“ओह हा चल मैं दिलवा दूँगा, अब जा .. मैं पता लगवाता हू की आख़िर इसके पीछे है कौन “
**********
जब मैं अपने कमरे मे गया तो भाभी ने दौड़कर मुझे जकड़ लिया ..
“कहा था तू इतना पता कैसे लगा दिया , जानता है यहाँ क्या हो रहा है लोग कह रहे की शिवा ने अपना पहला शिकार कर लिया ……”
“अरे भाभी मैने कोई भी शिकार नही किया है ये सब पता नही किसने किया है
“वो सब ठीक है लेकिन तू इतने देर से कहा था “
भाभी की बात सुनकर मेरे होठों मे एक मुस्कान आ गयी ..
“वो सुस मुझे अपने पिता से मिलवाने ले गयी थी “
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
भाभी और भी जोरो से चौकी
“हे भगवान ऐसे हालत मे तू तिवारी के पास गया था “
“हा गया तो था लेकिन असल मे सुस को अपने पिता से मिलवाना ही नही था , वो बस बहाना था , असल मे वो तो ..”
मैं बोलते हुए रुक गया , मुझे याद आया की आज सुस ने क्या किया था , मेरे माथे पर पसीना आ गया जिसे देकर भाभी की आँखे बड़ी हो गयी
“क्या किया सुस ने.. कोई ग़लत काम तो नही किया क्या “
मैं शर्म और अजीब से दर से पसीने से नहा चुका था
“बाबू… क्या हुआ तुझे ??:?: इतना पसीना कैसे आ रहा है
“वो… वो भाभी .. वो ..”
“क्या वो वो लगा रखा है बोल तो सही “
“भाभी उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया “
“क्या ????”
भाभी पहले तो चौकी लेकिन फिर उनके होठों मे एक मुस्कान सी आ गयी ये थोड़ी शरारती मुस्कान थी
“सिर्फ़ प्रपोज़ किया , मुझे तो नही लगता की सिर्फ़ इज़हार किया होगा , वरना ऐसे पसीने से नही भीग जाता तू “
वो खिलखिलाकर हँसी
“भाभी आप भी ना “
“तो आख़िर क्या किया सुस जी ने “
भाभी की उत्सुकता थोड़ी बढ़ रही थी
“भाभी छोड़ो ना , जो उसने किया वो मैं आपको नही बता सकता “
भाभी का मूह खुल गया था और उन्होने अपने मूह मे हाथ रख लिया
“हे भगवान इतनी तेज निकली वो , मेरे मुन्ना के साथ ….”
“भाभी उसने कुछ अजीब सा किया , उसने मेरा नाम लिखा हुआ था .. “
मैं चुप हो गया , वही भाभी मुझे अजीब निगाहो से देख रही थी
“उसने मेरा नाम … अपने यहाँ पहनने वाले कपड़े मे लिखा था “
मैने कमर के नीचे इशारा करके उन्हे बता ही दिया
“क्या??” वो बुरी तरह से चौकी , वही थोड़ी ही देर मे उनका हंस हंस कर बुरा हाल हो गया था
“हे भगवान कैसी अजीब लड़की है ये सुस , फिर तूने क्या किया ?”
“क्या करता मैं वो वहाँ से भागा “
मेरी बात सुनकर भाभी और भी जोरो से हँसने लगी , उनका गोरा रंग हँसने के कारण गुलाबी हो गया था .. ऐसा लग रहा था जैसे खून उतर आया हो , दांतो की पंक्तिया निखार कर दिखने लगी थी , मैं उनके चेहरे मे खोने लगा था
“ओह्ह्ह्ह मेरा प्यारा मुन्ना …” उन्होने हसते हुए मेरे गालो पर प्यार से हाथ फेरा
“भाभी जानते हो फिर क्या हुआ “
“क्या??”
मैने फिर तिवारी से मिलना, मुझे नौकरी और घर मे रहने के लिए बोलना और उसके बाद सुस का मुझे अपार्टमेंट मे ले जाना और भाभी के साथ रहने की बात करना ये सब बताया .. साथ ही स्वाती के बारे मे भी बताया ..
भाभी ने सभी बाते ध्यान से सुनी और फिर एक गहरी सांस ली
“हे भगवान ऐसे हालत मे तू तिवारी के पास गया था “
“हा गया तो था लेकिन असल मे सुस को अपने पिता से मिलवाना ही नही था , वो बस बहाना था , असल मे वो तो ..”
मैं बोलते हुए रुक गया , मुझे याद आया की आज सुस ने क्या किया था , मेरे माथे पर पसीना आ गया जिसे देकर भाभी की आँखे बड़ी हो गयी
“क्या किया सुस ने.. कोई ग़लत काम तो नही किया क्या “
मैं शर्म और अजीब से दर से पसीने से नहा चुका था
“बाबू… क्या हुआ तुझे ??:?: इतना पसीना कैसे आ रहा है
“वो… वो भाभी .. वो ..”
“क्या वो वो लगा रखा है बोल तो सही “
“भाभी उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया “
“क्या ????”
भाभी पहले तो चौकी लेकिन फिर उनके होठों मे एक मुस्कान सी आ गयी ये थोड़ी शरारती मुस्कान थी
“सिर्फ़ प्रपोज़ किया , मुझे तो नही लगता की सिर्फ़ इज़हार किया होगा , वरना ऐसे पसीने से नही भीग जाता तू “
वो खिलखिलाकर हँसी
“भाभी आप भी ना “
“तो आख़िर क्या किया सुस जी ने “
भाभी की उत्सुकता थोड़ी बढ़ रही थी
“भाभी छोड़ो ना , जो उसने किया वो मैं आपको नही बता सकता “
भाभी का मूह खुल गया था और उन्होने अपने मूह मे हाथ रख लिया
“हे भगवान इतनी तेज निकली वो , मेरे मुन्ना के साथ ….”
“भाभी उसने कुछ अजीब सा किया , उसने मेरा नाम लिखा हुआ था .. “
मैं चुप हो गया , वही भाभी मुझे अजीब निगाहो से देख रही थी
“उसने मेरा नाम … अपने यहाँ पहनने वाले कपड़े मे लिखा था “
मैने कमर के नीचे इशारा करके उन्हे बता ही दिया
“क्या??” वो बुरी तरह से चौकी , वही थोड़ी ही देर मे उनका हंस हंस कर बुरा हाल हो गया था
“हे भगवान कैसी अजीब लड़की है ये सुस , फिर तूने क्या किया ?”
“क्या करता मैं वो वहाँ से भागा “
मेरी बात सुनकर भाभी और भी जोरो से हँसने लगी , उनका गोरा रंग हँसने के कारण गुलाबी हो गया था .. ऐसा लग रहा था जैसे खून उतर आया हो , दांतो की पंक्तिया निखार कर दिखने लगी थी , मैं उनके चेहरे मे खोने लगा था
“ओह्ह्ह्ह मेरा प्यारा मुन्ना …” उन्होने हसते हुए मेरे गालो पर प्यार से हाथ फेरा
“भाभी जानते हो फिर क्या हुआ “
“क्या??”
मैने फिर तिवारी से मिलना, मुझे नौकरी और घर मे रहने के लिए बोलना और उसके बाद सुस का मुझे अपार्टमेंट मे ले जाना और भाभी के साथ रहने की बात करना ये सब बताया .. साथ ही स्वाती के बारे मे भी बताया ..
भाभी ने सभी बाते ध्यान से सुनी और फिर एक गहरी सांस ली
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)
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Re: Meri Bhabhi Ma मेरी भाभी माँ
“ जिन लोगो ने हमे मुसीबत मे संभाला था उन्हे छोड़कर हम कैसे चले जाए , और फिर ये मर्डर वाले केस से दिक्कते और भी बढ़ जाएगी , मैं तो बोलती हु की तुम सुस और तिवारी से दूर ही रहो “
“भाभी लेकिन आप ही चाहती थी की हम यहाँ से दूर चले जाए , ये एक अच्छा मौका है , उस अपार्टमेंट मे हम दोनो ही रहेंगे , वो बहुत बड़ा फ्लॅट है भाभी , और कितने आमिर लोग रहते है वहाँ पर “
भाभी बड़े ही प्रेम से मुझे देख रही थी
“ ग़रीबी और अमीरी से लोगो के दिल को तो नही तौला जा सकता ना ..”
“हा भाभी वो तो ठीक है लेकिन .”
“अगर तुझे जाना है तो जा मैं तुझे नही रोकूंगी लेकिन … लेकिन मैं तुझे सुस की गुलामी करते नही देख सकती ..”
भाभी इतना बोल कर वहाँ से हट गयी मैं बस उन्हे ही देखता रहा
“भाभी आपने ऐसा सोच भी कैसे लिया की मैं आपको छोड़ के चला जाउन्गा “
मेरी आवाज़ भर्रा गयी थी, उनकी बात से मुझे बहुत ही ज़्यादा दर्द हुआ था , शायद वो भी इस बात को समझ गयी , उन्होने जल्दी से मेरे सर को अपने सीने से लगा लिया
“नही मेरा वो मतलब नही था “
“अब बात को मत घूमाओ भाभी , मैं समझ गया की आप मेरे बारे मे ऐसा ही सोचती है “
उन्होने मुझे और भी जोरो से जकड़ लिया
“नही बाबू तू पागल है क्या …मैं कभी तुझसे दूर होने की सोच भी सकती हू क्या “
“तो अभी जो अपने बोला वो क्या था..”
भाभी चुप हो गयी थी
“मुझे माफ़ कर दे बाबू “
“नही आपने ऐसा सोच भी कैसे लिया की मैं आपको छोड़ कर वहाँ अकेले रह सकता हू “
“सॉरी बाबू वो मूह से ऐसे ही निकल गया ना “
वो मेरे बालो को सहलाने लगी थी , मेरा चेहरा अभी भी उनके उरोजो मे दबा हुआ था
“लेकिन आपने मेरे बारे मे ऐसा कैसे सोच लिया “
“भाभी लेकिन आप ही चाहती थी की हम यहाँ से दूर चले जाए , ये एक अच्छा मौका है , उस अपार्टमेंट मे हम दोनो ही रहेंगे , वो बहुत बड़ा फ्लॅट है भाभी , और कितने आमिर लोग रहते है वहाँ पर “
भाभी बड़े ही प्रेम से मुझे देख रही थी
“ ग़रीबी और अमीरी से लोगो के दिल को तो नही तौला जा सकता ना ..”
“हा भाभी वो तो ठीक है लेकिन .”
“अगर तुझे जाना है तो जा मैं तुझे नही रोकूंगी लेकिन … लेकिन मैं तुझे सुस की गुलामी करते नही देख सकती ..”
भाभी इतना बोल कर वहाँ से हट गयी मैं बस उन्हे ही देखता रहा
“भाभी आपने ऐसा सोच भी कैसे लिया की मैं आपको छोड़ के चला जाउन्गा “
मेरी आवाज़ भर्रा गयी थी, उनकी बात से मुझे बहुत ही ज़्यादा दर्द हुआ था , शायद वो भी इस बात को समझ गयी , उन्होने जल्दी से मेरे सर को अपने सीने से लगा लिया
“नही मेरा वो मतलब नही था “
“अब बात को मत घूमाओ भाभी , मैं समझ गया की आप मेरे बारे मे ऐसा ही सोचती है “
उन्होने मुझे और भी जोरो से जकड़ लिया
“नही बाबू तू पागल है क्या …मैं कभी तुझसे दूर होने की सोच भी सकती हू क्या “
“तो अभी जो अपने बोला वो क्या था..”
भाभी चुप हो गयी थी
“मुझे माफ़ कर दे बाबू “
“नही आपने ऐसा सोच भी कैसे लिया की मैं आपको छोड़ कर वहाँ अकेले रह सकता हू “
“सॉरी बाबू वो मूह से ऐसे ही निकल गया ना “
वो मेरे बालो को सहलाने लगी थी , मेरा चेहरा अभी भी उनके उरोजो मे दबा हुआ था
“लेकिन आपने मेरे बारे मे ऐसा कैसे सोच लिया “
कैसे कैसे परिवार Running......बदनसीब रण्डी Running......बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत Running...... मेरी भाभी माँ Running......घरेलू चुते और मोटे लंड Running......बारूद का ढेर ......Najayaz complete......Shikari Ki Bimari complete......दो कतरे आंसू complete......अभिशाप (लांछन )......क्रेजी ज़िंदगी(थ्रिलर)......गंदी गंदी कहानियाँ......हादसे की एक रात(थ्रिलर)......कौन जीता कौन हारा(थ्रिलर)......सीक्रेट एजेंट (थ्रिलर).....वारिस (थ्रिलर).....कत्ल की पहेली (थ्रिलर).....अलफांसे की शादी (थ्रिलर)........विश्वासघात (थ्रिलर)...... मेरे हाथ मेरे हथियार (थ्रिलर)......नाइट क्लब (थ्रिलर)......एक खून और (थ्रिलर)......नज़मा का कामुक सफर......यादगार यात्रा बहन के साथ......नक़ली नाक (थ्रिलर) ......जहन्नुम की अप्सरा (थ्रिलर) ......फरीदी और लियोनार्ड (थ्रिलर) ......औरत फ़रोश का हत्यारा (थ्रिलर) ......दिलेर मुजरिम (थ्रिलर) ......विक्षिप्त हत्यारा (थ्रिलर) ......माँ का मायका ......नसीब मेरा दुश्मन (थ्रिलर)......विधवा का पति (थ्रिलर) ..........नीला स्कार्फ़ (रोमांस)