मैं अपने परिवार का दीवाना
मैं दिलीप मैं अपनी बड़ी नानी के साथ उनके घर में रहता हूँ
हमारे घर में हम और नानी ही रहते है
हमारा घर बहुत बड़ा है
मेरे चाचा और मेरे मामा मेरे ही गाओं में रहते हैं
मेरा उनसे कोई रिश्ता नही है
मेरी बड़ी नानी कहती है कि मेरे माँ पापा ने भाग के शादी की थी
इसी लिए उनसे मेरा कोई रिश्ता नही है
आज मेरा 18थ बर्तडे है
पिच्छले 17 साल की तरह आज भी मुझे बर्तडे विश करने मेरी नानी के अलावा कोई नही आया
मैं जब सुबह उठा तो
हमारा घर फूलों की खुश्बू की तरह महेक रहा था
सुबह के 6 बजे मैं उठा
नहा कर तय्यार होके अपने बड़ी नानी से आशीर्वाद लिया
दिलीप- बड़ी नानी मुझे आशीर्वाद दीजिए मैं कभी भी ग़लत रास्ते पे ना भटकु
बड़ी नानी- मेरा बेटा कभी कुछ ग़लत नही कर सकता तू बैठ मैं नाश्ता लगाती हूँ
दिलीप- हां जल्दी नाश्ता दो आज स्कूल जल्दी जाना है
बड़ी नानी- क्यूँ आज क्या स्पेशल है
दिलीप- पता नही होगा कुछ
फिर मैने नाश्ता किया और चल दिया अपनी साइकल लेके स्कूल
जब मैं स्कूल पहुँचा
तो ऐसा लगा कोई मर गया हो
पूरा स्कूल खाली था
तभी प्रिन्सिपल ऑफीस से कुछ आवाज़ें आने लगी
मैं देखा दरवाज़ा भी बंद है
आवाज़ और ज़्यादा तेज़ हो गयी
मैं टेबल पे चढ़ गया
और क्या देखा
इंग्लीश टीचर रीना मैडम डेस्क पे लेटी हुई है
प्रिन्सिपल उनके होंठ चूस रहे थे और दूध दबा रहे थे
इसी बीच रीना मैडम प्रिन्सिपल के लंड को पकड़ के आगे पीछे करने लगी
प्रिन्सिपल अब मैडम का दूध चूसने लगे
अब प्रिन्सिपल एक हाथ से मैडम की चूत सहला रहे थे
प्रिन्सिपल ने मैडम की चूत पे अपना लंड सेट किया और ज़ोर से धक्का मार दिया
मैडम की चीख निकल गयी और प्रिन्सिपल ज़ोर से धक्के मारने लगे
करीब दस मिनिट बाद
दोनो एक साथ झड गये
मैडम- सर आज तीन महीने हो गये आप जहाँ बुलाते है मैं आती हूँ प्लीज़ अब तो मुझे वो फोटो दे दीजिए
मेरे पति को अगर पता चल गया तो मैं बर्बाद हो जाउन्गी
प्रिन्सिपल- अरे जानेमन तुम्हें अगर फोटो दे दूँगा तो मुझे मज़ा कौन देगा
वैसे भी तुम्हारा पति 6 महीने के लिए शहर गया है अभी तो तीन महीने ही हुए हैं
मेरा तो दिमाग़ घूम गया मैने सोचा यह क्या हो रहा है
उपर से आज पहली बार लंड में अजीब सा दर्द हो रहा था
गाओं में लंड चूत चुदाई यह सब बोलना आम बात थी
पर मुझे आज तक नही पता चला कि दो लोगों में जब झगड़ा होता है तो वो मदर्चोद बेहेन्चोद क्यूँ कहते हैं
मेरी बड़ी नानी ने कहा था कि घर से सीधा स्कूल जाना
और स्कूल से सीधा घर आना
इसी लिए आज तक मुझे पता नही चला कि चुदाई क्या होती है
तभी टेलिफोन की घंटी बजी
मैं होश में आया और अपनी साइकल लेके भागा
उधर से स्टूडेंट आ रहे थे और मैं इधर से जा रहा था
तभी कोई मेरी साइकल से टकरा गया यह वान्या थी
वान्या- देख के साइकल क्यूँ नही चलाते अंधे हो क्या
दिलीप- वो मैं जल्दी में था यह सब वो मुझे बिना देखे बोल रही थी जब वो मेरी तरफ देखी
वान्या- दिलीप तुम अब मुझे सब समझ में आया तुमने यह जान बुझ के किया है
दिलीप- नही वान्या ऐसा नहीं है सच में मैं जल्दी में था
वो उठी और जाने लगी
वान्या- हॅपी बर्तडे और वो चली गयी
दिलीप- मैं उसे देखता रह गया
आज पहली बार वान्या ने मुझे बर्तडे विश किया
आज मैं उसे ही देखने स्कूल जल्दी आया था
मैं अपनी साइकल उठाई और चल दिया घर
बड़ी नानी- अरे बेटा यह क्या हुवा तेरे कपड़े गंदे है तूने किसी से झगड़ा किया है
दिलीप- नही बड़ी नानी साइकल से गिर गया
बड़ी नानी- ठीक है बेटा आज स्कूल रहने दे जा अपने रूम में
दिलीप- जी बड़ी नानी यह कह के मैं अपने रूम में गया
कपड़े चेंज किया और बेड पे लेट गया
प्रिन्सिपल ऑफीस का दृश्य मेरी आँखों के सामने आ गया
मैं बाथरूम गया और नहा के बाहर आया अब थोड़ा अच्छा लग रहा था
मैडम क्या बोल रही थी
क्या प्रिन्सिपल मैडम का फ़ायदा उठा रहे हैं
कल जाके रीना मैडम से बात करूँगा
सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी
2 घंटे बाद मेरी नींद खुली मैं नीचे गया बड़ी नानी के पास
मैं उनके पिछे गले लगते हुए मेरी प्यारी बड़ी नानी कितना काम करती हैं आप
बड़ी नानी- क्या बात है बेटा आज मुझ पे बड़ा प्यार आरहा है
दिलीप- वो तो आएगा ना आपके अलावा मेरा इस दुनिया में कौन है
बड़ी नानी- ऐसा नही कहते बेटा तू कितना खुशनसीब है तेरे चाचा और मामा इसी गाओं रहते हैं
दिलीप- सिर्फ़ नाम के है चाचा मामा मासी
आपको याद है ना एक दिन जब मैं बड़े मामा से मिलने गया तो दरबान ने मुझे अंदर नही जाने दिया
और जब बड़े मामा ने मुझे देखा तो दरबान से कहा इसे कभी भी अंदर मत आने देना
और मैं वहाँ से रोते हुए घर आया
बड़ी नानी- आज तेरा जनमदिन है और तू रो रहा है तुझे अपना गिफ्ट नही चाहिए
दिलीप- हाँ चाहिए ना कहाँ है मेरा गिफ्ट
बड़ी नानी- पर तू तो रो रहा है
दिलीप- मैं कहाँ रो रहा हूँ एक बड़ी सी मुस्कान मेरे चेहरे पर थी
बड़ी नानी- अच्छा पहले अपनी आँखें बंद कर
दिलीप- मैने अपनी आँखें बंद की
बड़ी नानी मेरा हाथ पकड़ के ले जाने लगी
बड़ी नानी- अब अपनी आँखें खोल
दिलीप- मैं अपनी आँखें खोली तो देखा एक नयी चमचमाती बाइक
मैने नानी को गले लगा लिया थॅंक यू नानी कल मैं स्कूल इसी बाइक पे जाउन्गा
बड़ी नानी- ठीक है बेटा चले जाना अब खाना खा ले
दिलीप- ठीक है नानी
मैने खाना खाया और सो गया...